केंद्रीय विद्यालय के विद्यार्थी एक- दूसरे के संस्कृति से हुए परिचित ,एक भारत श्रेष्ठ भारत के तहत वीडियो कांफ्रेंसिंग से जुड़े
अशोक कुमार जायसवाल ,डीडीयू नगर।पी एम केंद्रीय विद्यालय मानस नगर , और केंद्रीय विद्यालय दीराँग अरुणाचल प्रदेश के छात्र-छात्राओं ने एक भारत श्रेष्ठ भारत कार्यक्रम के अंतर्गत वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा एक दूसरे की भाषा,संस्कृति, इतिहास, परंपरा, रीति-रिवाज, धरोहर, भौगोलिक विशेषताएं एवम् व्यक्तित्व के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी का आदान प्रदान किया। भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के द्वारा शुरू किया गया।
एक भारत श्रेष्ठ भारत कार्यक्रम ऐसा कार्यक्रम है जिसमें अलग-अलग राज्यों के विद्यार्थी एक दूसरे के बारे में आपस में जानकारी साझा करते हैं और इन्हें समृद्ध करते हुए एकता की पृष्ठभूमि को और अधिक मजबूती प्रदान करते हैं ताकि सच में हमारा भारत "विविधता में एकता" के साथ "एक भारत श्रेष्ठ भारत" की परिकल्पना को और अधिक मजबूती प्रदान कर सके। इसी कड़ी को और अधिक मजबूती प्रदान करने हेतु प्राकृतिक सुंदरता से भरे पूर्वोत्तर के महत्वपूर्ण राज्य अरुणाचल प्रदेश और देश की सबसे अधिक जनसंख्या वाले राज्य उत्तर प्रदेश के इन दो केंद्रीय विद्यालय के बीच वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा एक दूसरे के समृद्ध परंपराओं को जानने और गोरवान्वित होने का कार्यक्रम पूरे उत्साह के साथ मनाया गया।
इस दौरान केंद्रीय विद्यालय पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर के विद्यार्थी राजनंदिनी, अदिति और तेजस ने "भाषा संगम" के तहत उत्तर प्रदेश की लोकभाषा भोजपुरी और अरूणाचल प्रदेश की भाषा "निशी" को वार्तालाप के द्वारा एक दूसरे की भाषाई ज्ञान का संवर्धन किया। प्रिंस ने पीपीटी द्वारा उत्तर प्रदेश के विशिष्ट धरोहरों जैसे सारनाथ , गंगा आरती,ताजमहल, फतेहपुर सीकरी, प्रयागराज आदि को तो वहीं प्रार्थना शर्मा ने अरुणाचल प्रदेश के प्राकृतिक सुंदरता के बारे में अपनी विशिष्ट जानकारी से लोगों को रूबरू करवाया। रितु ने अरुणाचल प्रदेश की कला को संगीतमय ध्वनि से प्रस्तुत किया। वहीं परिधि ने कजरी लोकनृत्य की मनमोहक प्रस्तुति दी। संगीत शिक्षिका शिल्पा के नेतृत्व में केंद्रीय विद्यालय पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर के विद्यार्थियों ने अरुणाचल प्रदेश की लोकगीत को अपने विशिष्ट अंदाज में प्रस्तुत कर सबको रोमांचित कर दिया।
केंद्रीय विद्यालय पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर की ओर से कार्यक्रम का संचालन छात्रा सृजा एवं अभय प्रताप ने शानदार तरीके से किया
वहीं केंद्रीय विद्यालय दीराँग के शिक्षक संगीता मीणा, ललिता नायक, नीलेश के मार्गदर्शन में वहां के विद्यार्थियों- दोरजी चोमू, दवा त्सेरिंग, सांगे चोजोम , पूर्वी बोबडे आदि ने भी अपनी-अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर यहां के विद्यार्थियों में गहरी छाप छोड़ी।
केंद्रीय विद्यालय पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर के प्राचार्य कौशल कुमार भारती ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि देश के भविष्य आप सभी विधार्थी ही हैं जो "एक भारत श्रेष्ठ भारत " की संकल्पना को साकार कर सकते हैं और इस कड़ी में आज का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का कार्यक्रम "मील का पत्थर" साबित होगा। इस कार्यक्रम के संयोजक एवं इतिहास विषय के शिक्षक श्री चंद्र भूषण प्रसाद ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए " विविधता में एकता" वाली भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देने हेतु इस कार्यक्रम की प्रासंगिकता को रेखांकित किया। इस कार्यक्रम की सफलता हेतु उप प्राचार्या क्षमा सिंह ने महती भूमिका निभाई। इस अवसर पर शिक्षक अरविंद मिश्रा,आनद कुमार, शालिनी मिश्रा, रोहित यादव आदि शामिल रहे।यह जानकारी मीडिया प्रभारी चारु भारद्वाज ने दी है।
May 07 2024, 12:23