अमेठी में नामांकन के अब 72 घंटे शेष, कांग्रेस प्रत्याशी घोषित न होने से कार्यकर्ता निराश,कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष ने की खुदकुशी की कोशिश
लखनऊ /अमेठी। देश की सबसे हॉट और हाई प्रोफाइल लोकसभा अमेठी में पिछले 26 अप्रैल से नामांकन प्रक्रिया चल रही है। अब नामांकन प्रक्रिया समाप्त होने में मात्र 72 घंटे शेष बचे हैं। आगामी 3 मई को नामांकन करने की समय सीमा खत्म हो रही है। लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि कांग्रेस से अभी तक प्रत्याशी ही नहीं घोषित हुआ है। जिसके कारण कांग्रेसी नेताओं, कार्यकर्ताओं में हताशा और निराशा का भाव उत्पन्न हो गया है। ऐसे में कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष ने की खुदकुशी की कोशिश, अमेठी से टिकट फाइनल न होने से खफा
भाजपा से अमेठी सांसद स्मृति ईरानी लड़ रही चुनाव
भारत सरकार की केंद्रीय मंत्री व वर्तमान अमेठी सांसद स्मृति ईरानी को भारतीय जनता पार्टी ने बहुत पहले ही अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया था। उन्होंने विगत 29 अप्रैल को अपना नामांकन भी दाखिल कर दिया है। यही नहीं बहुजन समाजवादी पार्टी ने भी अपना प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतार दिया है। आज (बुधवार) बहुजन समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी द्वारा नामांकन किया जाएगा। लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि विपक्षी कांग्रेस पार्टी में अभी तक दुविधा और संशय की स्थिति बनी हुई है। जिसके कारण कांग्रेसी नेताओं और कार्यकर्ताओं के अंदर डर के साथ-साथ हताशा और निराशा साफ देखी जा रही है।
कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस पार्टी के केंद्रीय कार्यालय गौरीगंज में धरना प्रदर्शन शुरू किया
इसी के कारण 30 अप्रैल की शाम को 4 बजे से जिलाध्यक्ष प्रदीप सिंघल और प्रदेश सचिव योगेंद्र मिश्रा सहित लगभग 50 की संख्या में कांग्रेसी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस पार्टी के केंद्रीय कार्यालय गौरीगंज में धरना प्रदर्शन शुरू किया। इन लोगों का कहना है कि गांधी परिवार का कोई भी व्यक्ति चाहे राहुल गांधी हो अथवा प्रियंका गांधी जब तक मैदान में नहीं आएंगे तब तक हम लोग धरना प्रदर्शन करते रहेंगे।
गांधी खानदान से अमेठी से नामांकन करने की कार्यकर्ता कर रहे अपील
यही नहीं हद तो तब हो गई जब कांग्रेस पार्टी के ब्लॉक अध्यक्ष अवनीश मिश्र सेनानी के द्वारा कांग्रेस केंद्रीय कार्यालय परिसर में गेस्ट हाउस के बगल लगे अमरूद के पेड़ से फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या करने के लिए जाने लगे, उन्हें वहां मौजूद कांग्रेसी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने ऐसा करने से रोक लिया।इन लोगों का कहना है कि अब जब हम क्षेत्र में जनता के बीच जाते हैं तो लोग हमसे हमारे प्रत्याशी को पूछते हैं और मेरे पास कोई जवाब नहीं है। ऐसे में अब हमारे पास कोई विकल्प नहीं बचा है। इसीलिए यहां पर बैठकर हम लोग अपनी आवाज को बुलंद कर रहे हैं ताकि गांधी खानदान के कानों तक यह बात पहुंचे और वह अमेठी से अपना नामांकन दाखिल करें।
May 01 2024, 13:43