अमेठी में नामांकन के अब 72 घंटे शेष, कांग्रेस प्रत्याशी घोषित न होने से कार्यकर्ता निराश,कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष ने की खुदकुशी की कोशिश

लखनऊ /अमेठी। देश की सबसे हॉट और हाई प्रोफाइल लोकसभा अमेठी में पिछले 26 अप्रैल से नामांकन प्रक्रिया चल रही है। अब नामांकन प्रक्रिया समाप्त होने में मात्र 72 घंटे शेष बचे हैं। आगामी 3 मई को नामांकन करने की समय सीमा खत्म हो रही है। लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि कांग्रेस से अभी तक प्रत्याशी ही नहीं घोषित हुआ है। जिसके कारण कांग्रेसी नेताओं, कार्यकर्ताओं में हताशा और निराशा का भाव उत्पन्न हो गया है। ऐसे में कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष ने की खुदकुशी की कोशिश, अमेठी से टिकट फाइनल न होने से खफा

भाजपा से अमेठी सांसद स्मृति ईरानी लड़ रही चुनाव

भारत सरकार की केंद्रीय मंत्री व वर्तमान अमेठी सांसद स्मृति ईरानी को भारतीय जनता पार्टी ने बहुत पहले ही अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया था। उन्होंने विगत 29 अप्रैल को अपना नामांकन भी दाखिल कर दिया है। यही नहीं बहुजन समाजवादी पार्टी ने भी अपना प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतार दिया है। आज (बुधवार) बहुजन समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी द्वारा नामांकन किया जाएगा। लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि विपक्षी कांग्रेस पार्टी में अभी तक दुविधा और संशय की स्थिति बनी हुई है। जिसके कारण कांग्रेसी नेताओं और कार्यकर्ताओं के अंदर डर के साथ-साथ हताशा और निराशा साफ देखी जा रही है।

कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस पार्टी के केंद्रीय कार्यालय गौरीगंज में धरना प्रदर्शन शुरू किया

इसी के कारण 30 अप्रैल की शाम को 4 बजे से जिलाध्यक्ष प्रदीप सिंघल और प्रदेश सचिव योगेंद्र मिश्रा सहित लगभग 50 की संख्या में कांग्रेसी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस पार्टी के केंद्रीय कार्यालय गौरीगंज में धरना प्रदर्शन शुरू किया। इन लोगों का कहना है कि गांधी परिवार का कोई भी व्यक्ति चाहे राहुल गांधी हो अथवा प्रियंका गांधी जब तक मैदान में नहीं आएंगे तब तक हम लोग धरना प्रदर्शन करते रहेंगे।

गांधी खानदान से अमेठी से नामांकन करने की कार्यकर्ता कर रहे अपील

यही नहीं हद तो तब हो गई जब कांग्रेस पार्टी के ब्लॉक अध्यक्ष अवनीश मिश्र सेनानी के द्वारा कांग्रेस केंद्रीय कार्यालय परिसर में गेस्ट हाउस के बगल लगे अमरूद के पेड़ से फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या करने के लिए जाने लगे, उन्हें वहां मौजूद कांग्रेसी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने ऐसा करने से रोक लिया।इन लोगों का कहना है कि अब जब हम क्षेत्र में जनता के बीच जाते हैं तो लोग हमसे हमारे प्रत्याशी को पूछते हैं और मेरे पास कोई जवाब नहीं है। ऐसे में अब हमारे पास कोई विकल्प नहीं बचा है। इसीलिए यहां पर बैठकर हम लोग अपनी आवाज को बुलंद कर रहे हैं ताकि गांधी खानदान के कानों तक यह बात पहुंचे और वह अमेठी से अपना नामांकन दाखिल करें।

पूर्व सांसद धनंजय सिंह बरेली सेंट्रल जेल से रिहा, मीडिया के सामने दिया बड़ा बयान

लखनऊ । पूर्व सांसद धनंजय सिंह बरेली सेंट्रल जेल से रिहा हो गए हैं। जेल से रिहा होने के बाद बाहर आते ही उन्होंने कहा कि मुझे फर्जी मुकदमे में सजा हुई। मेरी पत्नी चुनाव लड़ रही हैं। मैं सीधे क्षेत्र में जाऊंगा।

आपको बता दें कि रिहाई का परवाना लेकर जौनपुर जेल से स्पेशल मैसेंजर बरेली सेंट्रल जेल के लिए रवाना हुए थे। बुधवार सुबह उनकी जेल में रिहाई हो गई। शनिवार से जौनपुर के पूर्व सांसद धनंजय सिंह को बरेली सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया गया था। धनंजय सिंह को हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया था। उसी दिन धनंजय सिंह को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने जमानत दे दी थी, लेकिन सजा पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था।

धनजंय सिंह की पत्नी श्रीकला रेड्डी जौनपुर से बसपा की लोकसभा प्रत्याशी हैं और उन्हें एक मई को नामांकन दाखिल करना था। धनंजय की रिहाई में देरी की वजह से श्रीकला अब चार मई को नामांकन करेंगी।जौनपुर जिला जेल के अधीक्षक एसके पांडेय के अनुसार कोर्ट से रिहाई परवाना आया था। जरूरी कागजी कवायद के बाद स्पेशल मैसेंजर के जरिये उसे बरेली सेंट्रल जेल के लिए भेजा गया है। इसकी तस्दीक के बाद ही रिहाई होगी।

पश्चिम बंगाल में भी आमजन पर छाया यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का जादू

लखनऊ। सात वर्ष में उत्तर प्रदेश की दशा-दिशा बदलकर सुदृढ़ कानून व्यवस्था के पर्याय योगी आदित्यनाथ मंगलवार को पश्चिम बंगाल के चुनावी रण में उतरे। सिर्फ यूपी ही नहीं, बल्कि मंगलवार को पश्चिम बंगाल के मतदाताओं के चेहरे पर भी 'योगी पर यकीन' दिखा। आलम यह रहा कि 'आदित्य' की ताप भी आदित्यनाथ के प्रति प्रेम न डिगा सकी। तीनों रैली स्थल भीषण गर्मी में भी खचाखच भरा रहे।

श्रीरामलला के प्रदेश 'उत्तर प्रदेश' से पश्चिम बंगाल पहुंचे बाबा का जोरदार स्वागत हुआ। हाथों में योगी की फोटो, आंखों में दीदार की खुशी रैलियों में मौजूद हजारों बंगालवासियों के चेहरे पर साफ दिख रही थी। बुलडोजर बाबा की कानून व्यवस्था की छाप बंगाल के मतदाताओं तक दिखी। योगी आदित्यनाथ ने बंगाल वासियों से संवाद स्थापित किया और बंगाल के बदतर हालत सुधारने के लिए 'फिर एक बार मोदी सरकार' की हामी भी भरवाई।

यहां योगी ने तीन रैलियों को संबोधित किया

पश्चिम बंगाल के चुनावी रण में मंगलवार को उतरे योगी का जादू सिर चढ़कर बोला। यहां योगी ने तीन रैलियों को संबोधित किया। बहरामपुर, बीरभूम और आसनसोल में योगी आदित्यनाथ की विशाल जनसभा हुई। तीनों सीटें वर्तमान में विपक्षी दलों के पास हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ही यहां कमल खिलाने की जिम्मेदारी भाजपा के अन्य नेताओं के साथ ही योगी आदित्यनाथ के कंधों पर भी है। भाजपा प्रत्याशी भी अपने पक्ष में योगी की रैली चाहते हैं तो वहीं दूसरी तरफ आमजन भी बेतहाशा गर्मी और चिलचिलाती धूप में योगी आदित्यनाथ को सुनने उमड़ रहे हैं। पश्चिम बंगाल में तो योगी की तस्वीर लेकर पहुंचे पश्चिम बंगाल के मतदाताओं ने बता दिया कि योगी का दीदार पाकर वे कितने खुश हैं।

उत्तर प्रदेश की खुशहाली से बंगालवासियों को अवगत कराया

योगी आदित्यनाथ ने सात वर्ष पहले जब यूपी की सत्ता संभाली तो वे गोरखपुर से सांसद थे, लेकिन जब मुखिया के तौर पर उप्र में दंगाइयों, अपराधियों व माफिया के खिलाफ बुलडोजर की कार्रवाई की तो पूरा देश ने उन्हें अपना नायक मान लिया। एक तरफ जहां अयोध्या में रामनवमी पर 500 वर्ष बाद अयोध्या में भगवान राम के जन्मोत्सव व सूर्य तिलक का उदाहरण देकर योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश की खुशहाली से बंगालवासियों को अवगत कराया तो वहीं रामनवमी पर पश्चिम बंगाल में दंगे और बमबाजी की बात कहकर योगी आदित्यनाथ ने ममता दीदी पर करारा प्रहार भी किया।

उन्होंने संदेश दिया कि दंगाई किसी भी राज्य के हों, उनसे सर्वदा अपराधियों सा ही व्यवहार होना चाहिए। योगी ने कहा कि सात वर्ष से न कर्फ्यू, न दंगा है, यूपी में सब चंगा है। योगी की इन बातों को पश्चिम बंगाल के आमजन का बखूबी साथ मिला।

योगी आदित्यनाथ को भारतीय जनता पार्टी ने अपना स्टार प्रचारक बनाया है। उनकी मांग सिर्फ उत्तर प्रदेश ही नहीं, बल्कि राज्य के बाहर भी जबर्दस्त है। योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश के अतिरिक्त अब तक उत्तराखंड, महाराष्ट्र, जम्मू, राजस्थान, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, बिहार में भी पार्टी के लिए प्रचार कर चुके हैं। हर राज्य में उन्हें देखने-सुनने और उनकी झलक पाने के लिए जबर्दस्त भीड़ उमड़ रही है। भाजपा शासित राज्यों के अलावा भी मंगलवार को पश्चिम बंगाल में उन्हें सुनने आए मतदाताओं ने योगी-योगी के खूब नारे भी लगाए।

बिना रुके, बिना डिगे भाजपा कार्यकर्ता के रूप में निरंतर साथियों के लिए मैदान में योगी

उत्तर प्रदेश से भाजपा के पक्ष में चुनावी कमान थामने वाले योगी आदित्यनाथ भाजपा कार्यकर्ता के रूप में निरंतर पार्टी के प्रत्याशियों के लिए मैदान में हैं। बिना रुके, बिना डिगे अब तक 81 से अधिक चुनावी कार्यक्रमों में योगी ने शिरकत कर ली है। वे सिर्फ कहते ही नहीं हैं, बल्कि रैलियों में स्थानीय जनता से संवाद भी करते हैं। योगी की कानून व्यवस्था के साथ ही संवाद शैली भाजपा प्रत्याशियों के लिए काफी कारगर साबित हो रही है। योगी हर राज्यों व जनपदों की महत्ता बताकर भी स्थानीय लोगों के दिल में उतर रहे हैं। वे भारत मां और उनके लिए बलिदान देने वाले बलिदानी सैनिकों के योगदान को भी बखूबी याद कर अखंड भारत के लिए पार्टी के विचारों से भी अवगत करा रहे हैं।

दंगाइयों को उल्टा लटका देता, सात पीढ़ियां याद करतीं : योगी

कोलकाता/ लखनऊ । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल के बहरमपुर लोकसभा क्षेत्र के भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में जनसभा को सम्बोधित करते हुए ममता बनर्जी सरकार पर जमकर हमला बोला।

उन्होंने कहा कि क्या कारण है कि उत्तर प्रदेश में हर त्योहार शांति व उल्लास से मनाया जाता है और यहां बंगाल में रामनवमी पर दंगा हो जाता है। संदेशखाली जैसी घटना होती है। उन्होंने कहा कि यदि वे होते तो अभीतक दंगाइयों को उल्टा लटका कर सीधा कर चुके होते। उन्होंने कहा कि रामनवमी के अवसर पर आपकी आस्था से खिलवाड़ करने वालों को मोदी सरकार सबक सिखाएगी।

उन्होंने कहा कि ममता सरकार केंद्र की योजनाओं को जमीन पर उतरने ही नहीं देती। आज, मैं यहां पश्चिम बंगाल सरकार से पूछने आया हूं कि जिस राज्य ने हमें दुर्गा पूजा का संदेश दिया, वहां संदेशखाली जैसी घटनाएं कैसे हो रही हैं ? आज का बंगाल सोनार बांग्ला नहीं है, जिसकी कल्पना हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने की थी। पश्चिम बंगाल को दंगों में धकेलने की कोशिश की जा रही है। चाहे कांग्रेस हो या तृणमूल कांग्रेस- दोनों पार्टियां राज्य को लूटने और भारत के खिलाफ साजिश रचने के लिए एकजुट हैं। सात साल पहले यही स्थिति उत्तर प्रदेश में थी, आज उत्तर प्रदेश में बेटियां और व्यापारी-कारोबारी सुरक्षित हैं।उल्लेखनीय है कि बहरमपुर सीट से कांग्रेस दिग्गज अधीर रंजन के मुकाबले में तृणमूल कांग्रेस ने क्रिकेटर यूसुफ पठान को उतारा है।

जेल से महिला कैदियों को कोर्ट ले जा रहे गाड़ी में अचानक लगी भीषण आग, कूदकर बचाई जान

लखनऊ । राजधानी के हजरतगंज में राजभवन गेट नंबर 14 के निकट सोमवार को जिला जेल से महिला कैदियों को कोर्ट ले जा रही गाड़ी में अचानक आग लग गई। हादसे के कारण वहां अफरातफरी मच गई। आननफानन गाड़ी में बैठी नौ महिला कैदियों और 14 पुलिसकर्मियों समेत 23 लोगों ने कूद कर अपनी जान बचाई। लोगों की सूचना पर मौके पर पहुंचे दमकल कर्मियों ने दो गाड़ियों से आधे घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया। पुलिस वैन एक महिला कैदी को लेकर जा रही थी। अभी वह राजभवन के पीछे माल एवेन्यू रोड पर पहुंची थी। एका-एक वाहन में आग लग गई।

चलती पुलिस वैन में आग लगने से वीआईपी एरिया में अफरा-तफरी मच गई। राहगीरों ने फायर विग्रेड को सूचना दी। इधर, आग की चपेट में आये पुलिस वैन में सवार पुलिस कर्मियों ने अपनी और महिला कैदी की जान बचायी। मौके पर पहुंची फायर बिग्रेड टीम ने आग को बुझा लिया। आग लगने का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो पा रहा है, लेकिन लोग शार्ट सर्किट के चलते आग लगने की बात कह रहे हैं।मुख्य अग्निशमन अधिकारी मंगेश कुमार ने बताया कि मंगलवार को दोपहर बारह बजे के आसपास फायर स्टेशन हजरतगंज के कंट्रोल रूम में सूचना प्राप्त हुई की राजभवन गेट नंबर 14 के सामने प्रिजन वैनमें आग लग गई है।

मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल फायर स्टेशन हजरतगंज से अग्निशमन अधिकारी रामकुमार रावत एक फायर टैंकर मय यूनिट के रवाना हुए तथा विधान सभा ड्यूटी पर तैनात फायर टैंकरको भी घटना स्थल पर पहुंचाने के लिए निर्देशित किया अल्प समय में घटना स्थल पर पहुंचकर देखा कि वाहन में लगी आग तेज लपटो के साथ जल रही थी। जिसको फायर टैंकर एवं से पम्पिंग करके बुझाना प्रारंभ किया गया। उन्होंने बताया कि राजभवन फायर सर्विस यूनिट द्वारा भी राजभवन के अंदर लगे फायर हाइड्रेंट से पानी लेकर आग बुझाने में सहयोग किया जाने लगा कुछ समय पश्चात आग को पूर्ण रूप से बुझा दिया गया कोई जनहानि नहीं हुई।

बाद में जानकारी की गई तो ज्ञात हुआ कि यह प्रिजन वैन महिला कैदियों को पेशी के लिए न्यायालय ले जा रहे थे जिसमें नौ महिला कैदी एवं अन्य महिला पुलिस कर्मी मौजूद थी जो आग लगने पर स्वयं सुरक्षित बाहर निकल आई थी। प्रिजन वैन चालक बालेंद्र सिंह से जानकारी की गई तो उनके द्वारा बताया गया कि ड्राइवर केबिन में लगे जीपीएस व कैमरे के पास हुई स्पार्किंग से आग लगी थी।

बांदा: कोचिंग पढ़ाने वाले शिक्षक ने किया दुष्कर्म, बनाया वीडियो

लखनऊ । बांदा जनपद में कोचिंग पढ़ाने वाले शिक्षक ने छात्रा की मां से दुष्कर्म किया। उसका अश्लील वीडियो बनाने के बाद शिक्षक उसी वीडियो के बल पर महिला से लगातार दुष्कर्म करता रहा। दुष्कर्म और धमकी से आजिज आकर महिला ने आरोपी शिक्षक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।

शहर कोतवाली क्षेत्र में रहने वाली 30 वर्षीय महिला ने तहरीर देकर बताया कि मोहल्ले में ही रहने वाला जावेद उसकी बेटी को कोचिंग पढ़ाने आता था। वह उस पर बूरी नियत रखता था। चार साल पहले सूना मकान पाकर उसने मेरी इज्जत लूट ली। बकायदा इसका वीडियो भी बनाकर अब वो उसे ब्लैकमेल करने लगा।

इतने वर्ष पूर्व हुई इस घटना के बाद वह आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं करा सकी, क्योंकि उसके पास उसकी अश्लील वीडियो थी। वीडियो की आड़ में वह लगातार दुष्कर्म करता रहा। बीते कुछ दिनों से वह फिर उसे परेशान करने लगा, जिससे आजिज होकर सोमवार रात को उसके खिलाफ कोतवाली में तहरीर दी। इसके आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया।

कोतवाली प्रभारी अनूप दुबे ने बताया कि महिला की तहरीर के आधार पर आरोपी जावेद के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। महिला का जिला अस्पताल में डॉक्टरी परीक्षण कराया गया है, रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई अमल में लायी जाएगी।

यूपी पुलिस के डीजी आनन्द कुमार और सुभाष चंद्रा हुए सेवानिवृत्त,अंतिम कार्य दिवस पर सामूहिक रूप से दिया गया सम्मान



लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस में शानदार सर्विस करने वाले दो पुलिस अधिकारी डीजी सुभाष चंद्रा और डीजी आनन्द कुमार सेवानिवृत्त हो गए। दोनों डीजी रैंक के अधिकारियों के रिटायर होने से पहले विभागीय पुलिस अधिकारियों ने उन्हें मंगलवार को अंतिम कार्य दिवस पर सामूहिक रुप से सम्मान दिया।

मूलरुप से बिहार के रहने वाले डीजी रैंक के अधिकारी आनन्द कुमार 1988 बैच के आईपीएस है। बीते वर्ष 2023 के मार्च माह में डीजी जेल रहते हुए आनन्द कुमार का नाम एक बार डीजीपी पद के लिए चर्चा में आया था। फिर वह डीजीपी के रेस में दूसरे पायदान तक पहुंचकर भी प्रदेश के पुलिस मुखिया नहीं बन सके। लॉ एंड आर्डर को सुधारने को लेकर उन्होंने तमाम प्रयास किये और प्रदेश की जेल को सुदृढ़ बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाये।

उप्र पुलिस में सेवारत रहते हुए आईपीएस आनन्द कुमार विभिन्न जनपदों में कार्यरत रहे, जिसमें लखनऊ और सहारनपुर रेंज के डीआईजी एवं सहारनपुर में ही आईजी पद पर भी उन्होंने कार्यभार देखा। वर्तमान समय में आनन्द कुमार सीबीसीआईडी के डीजी पद पर तैनात हैं।साइबर क्राइम सेल में डीजी के पद पर तैनात रहे सुभाष चंद्रा को उत्तर प्रदेश पुलिस को मजबूत करने के लिए कठोर निर्णय हेतु जाना जाता है।

सुभाष चंद्रा के रिटायर होने पर साइबर क्राइम से जुड़े तमाम अधिकारियों ने उनके शानदार कार्यकाल को याद किया।सुभाष चंद्रा मूलरुप से हरियाणा के रहने वाले हैं और 1990 रैंक के आईपीएस अधिकारी है। गोल्फ खेल को पसंद करने वाले सुभाष चंद्रा को लखनऊ में अच्छे खिलाड़ी के रुप में भी जाना जाता है। यही कारण है कि लखनऊ के गोल्फ क्लब के 2023 में हुए चुनाव के दौरान सुभाष चंद्रा को अध्यक्ष पद पर चुना गया था।

देश में 22-हेडर माइक्रोस्कोप की सुविधा वाला पहला संस्थान बना लोहिया इंस्टीट्यूट
लखनऊ। डा.राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के निदेशक डा. सीएम सिंह ने सोमवार को पैथोलाजी विभाग में 22-हेडर माइक्रोस्कोप का लोकार्पण किया। 22-हेडर माइक्रोस्कोप की सुविधा उत्तर प्रदेश में ही नहीं वरन पूरे भारत में पहली बार स्थापित की गई है। इसकी लागत लगभग रु 50 लाख है।22-हेडर माइक्रोस्कोप में एक बार में 22 व्यक्ति एक साथ माइक्रोस्कोपी मूल्याकंन कर सकते है। साथ ही इसे कई स्क्रीनो से भी जुड़ा है एंव इसमें आनलाइन टेली कॉन्फ्रेसिंग के द्वारा शिक्षण रिकॉर्डिग की भी सुविधा उपलब्ध है। पैथोलॉजी विभाग में इस सुविधा का उपयोग फैकल्टी सदस्यों के द्वारा स्नातकोत्तर छात्रों के शिक्षण हेतु नियमित कार्यशालाए एंव लाइव माइक्रोस्कोपी सेशन आयोजित करने में किया जायेगा ।

*निदेशक प्रो. सीएम सिंह ने माइक्रोस्कोप का लोकार्पण किया*

डा0 राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान का पैथालॉजी विभाग राज्य ही नहीं वरन देश के सबसे उच्च स्तरीय पैथोलॉजी विभागो में से एक है जिसमें विश्व स्तरीय जांचें की जा रही है। यह विभाग पूरे प्रदेश का एक मात्र स्टेट रेफरल सेन्टर है जिसमें पूरे प्रदेश के दूर-दराज क्षेत्रों के मरीज अपनी जांच के लिए सेम्पल जमा करा सकते हैं। इस विभाग में सभी प्रकार के कैंसर तथा ब्लड कैसर कि समस्त जाँचे उपलब्ध है, जिनमें आई0एच0सी0, पी0सी0आर0, सीक्वैंसिंग एंव फ्लोसाइटोमेट्री प्रमुख हैं। यह पैथोलॉजी विभाग राज्य के सरकारी क्षेत्र के अस्पतालों का एक मात्र केन्द्र है जिससे उच्च गुणवत्ता और कम लागत पर रोगियो को सभी प्रकार की जाँच की सुविधा प्रदान करायी जा रही है। इस अवसर पर संस्थान के डीन प्रो0 प्रद्यूमन सिंह, एक्जीक्यूटिव रजिस्ट्रार, प्रो0 ज्योत्सना अग्रवाल, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, प्रो0 अजय कुमार सिंह, संस्थान की वित्त नियत्रक रागिनी सिंह एंव प्रो. नुजहत हुसैन, विभागाध्यक्ष, संकाय सदस्य, छात्र एवं कर्मचारी आदि उपस्थित रहे।
चौकी इंचार्ज पर युवक ने राड से हमला कर किया घायल ,हमलावर को पुलिस ने किया गिरफ्तार

लखनऊ । राजधानी के मड़ियांव थाने में तैनात चौकी इंचार्ज पर एक युवक ने लोहे के रॉड से हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। पुलिस ने मौके से हमलावर को गिरफ्तार कर लिया है।  पुलिस का कहना है कि युवक मानसिक रूप से विक्षिप्त और नशे का आदी है।

डीसीपी उत्तरी ने बताया कि सोमवार को शाम लगभग छह बजे थाना मड़ियांव के ठीक सामने चौकी इंचार्ज नव बस्ता प्रदीप यादव को अचानक पीछे से एक व्यक्ति लोहे के रॉड से सिर पर वार कर दिया। अभियुक्त का नाम राजू चौधरी है, जिसे हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। घायल चौकी इंचार्ज को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। चौकी इंचार्ज के सिर पर कुल आठ टांगे लगे है और उनकी स्थिति अभी सामान्य है। इस घटना में शामिल अभियुक्त से पूछताछ करने पर पता चला कि वह दिमाग से थोड़ा बहुत कमजोर है और नशे का आदी भी है।
डीजीपी ने पत्रिका का किया विमोचन ,बोले- साइबर अपराध के प्रति जागरूकता ही बचाव
लखनऊ । पुलिस महानिदेशक यूपी प्रशांत कुमार द्वारा सोमवार को  पुलिस मुख्यालय, गोमतीनगर विस्तार  में साइबर क्राइम मुख्यालय द्वारा प्रकाशित साइबर सुरक्षा मार्ग दर्शिका, साइबर सुरक्षा पैम्फलेट व साइबर अपराध विवेचना-हस्तपुस्तिका का पुलिस महानिदेशक साइबर अपराध एवं अपर पुलिस महानिदेशक स्थापना की उपस्थिति में विमोचन किया गया। इस मौके पर डीजीपी ने कहा कि साइबर अपराध के प्रति जागरूकत्ता ही बचाव है।

साइबर अपराधों के क्षेत्र में लगातार परिवर्तित हो रही तकनीक एवं अपराध करने के तरीके के सम्बन्ध में आम जनमानस को जागरूक करने के लिए साइबर क्राइम मुख्यलय द्वारा साइबर सुरक्षा मार्गदर्शिका व साइबर सुरक्षा पैम्फलेट के माध्यम से साइबर अपराध के प्रकार, बचाव के उपाय और सुरक्षित आन लाइन रहने के तरीकों के बारे में जानकारी प्रदान की गयी है।

साइबर अपराध विवेचना-हस्त पुस्तिका के माध्यम से साइबर अपराधों के अनुसंधान की दिशा में पुलिस अधिकारी व कर्मचारियों को मार्ग दर्शन देने का प्रयास किया गया है। उक्त हस्तपुस्तिका साइबर अपराध एवं अपराधियों पर अंकुश लगाने एवं अन्वेषण करने में काफी मददगार साबित होगी तथा पुलिस कार्मिकों को तकनीकी रूप से दक्ष बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगी।