दूसरे प्रांतों में चला रहे अस्पताल, भदोही में अल्ट्रासाउंड सेंटर
नितेश श्रीवास्तव,भदोही। जिले में अल्ट्रासाउंड सेंटरों के संचालन में बड़ा खेल चल रहा है और स्वास्थ्य महकमा भी अनजान बना है। जनपद में पंजीकृत 42 सेंटरों में अधिकतर ऐसे हैं, जिनका पंजीयन किसी और के नाम पर है और चला कोई और रहा है। जिन डाक्टरों के नाम अल्ट्रासाउंड सेंटर पंजीकृत है, वे ग्वालियर, दिल्ली, देवरिया और बस्ती में अपना अस्पताल चला रहे हैं।जिले की आबादी करीब 20 लाख है।
जिले के सरकारी चिकित्सालयों में भी अल्टसाउंड की सुविधा है, लेकिन भीड़ के कारण लोग निजी अल्ट्रासाउंड सेंटरों का रूख करते हैं। कई बार तो चिकित्सक ही उन्हें निजी अल्ट्रासाउंडों पर भेजते हैं। इसका नतीजा है कि जिले में तमाम अल्ट्रासाउंड सेंटर अप्रशिक्षित लोगों के हाथों में है। जिले में जितने अल्ट्रासाउंड सेंटर संचालित हो रहे हैं। उसमें अधिकतर गैर प्रांतों और जनपदों में रहने वाले चिकित्सकों की डिग्री पर संचालित हो रहे हैं।
वे डॉक्टर कभी कभार ही जिले में आते हैं। मतलब अल्ट्रासाउंड सेंटर चला कोई और रहा है और डिग्री किसी और की लगी है। बताया जाता है कि इन सेंटरों से हर महीने उनका कमीशन उनके पास पहुंचता है। सबसे गौर करने वाली बात है कि जो अप्रशिक्षित लोग अल्ट्रासाउंड की रिपोर्ट तैयार करते हैं। उसी रिपोर्ट के आधार पर चिकित्सक मरीज को दवा देते हैं। ऐसे में देखा जाए तो अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट के नाम पर मरीजों के जीवन से खिलवाड़ किया जा रहा है।
कहां कितने अल्ट्रासाउंड सेंटर
भदोही -23
ज्ञानपुर-12
औराई -07
हर तीन महीने में अल्ट्रासाउंड सेंटर का निरीक्षण किया जाता है। ऐसी कुछ भी जानकारी नहीं है। यदी ऐसा कुछ है शिकायत मिलने पर अल्ट्रासाउंड सेंटर की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
डॉ रामपाल यादव नोडल अल्ट्रासाउंड सेंटर भदोही
Apr 18 2024, 17:49