झारखंड के पहले ऊर्जा मंत्री लालचंद महतो के निधन,बाथरूम में गिरने के बाद हो गए थे बेहोश





*रांची :* झारखंड के पहले ऊर्जा मंत्री लालचंद महतो के निधन पर शुक्रवार को विधानसभा परिसर में स्पीकर रवींद्रनाथ महतो ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. रांची के लालपुर स्थित अमरावती अपार्टमेंट से उनका पार्थिव शरीर झारखंड विधानसभा परिसर लाया गया था. इससे पहले मंत्री बेबी देवी ने भी शोकाकुल परिवार से रांची के लालपुर स्थित अपार्टमेंट में मुलाकात कर ढाढ़स बंधाया और निधन पर शोक जताया. उनका पार्थिव शरीर रामगढ़, गोला, पेटरवार होते हुए बोकारो के बेरमो पहुंचेगा. दामोदर नद के तट पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. बता दें कि गुरुवार की देर रात रांची में उनका निधन हो गया.

*झारखंड को दिशा देने का किया था काम*

झारखंड विधानसभा अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो ने शोक जताते हुए कहा कि पूर्व ऊर्जा मंत्री लालचंद महतो ने राज्य गठन के बाद प्रदेश को दिशा देने का काम किया था. झारखंड के विकास में उनके योगदान को भुला नहीं जा सकता है. वे हमेशा हमारे जेहन में रहेंगे. उनके निधन से वे मर्माहत हैं. झारखंड के इतिहास में उनका नाम स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा.खो दिया अपना अभिभावक मंत्री बेबी देवी ने कहा कि लालचंद महतो के निधन से उन्होंने अपना अभिभावक को खो दिया.

निधन की सूचना पर वे शुक्रवार की सुबह रांची के लालपुर स्थित अपार्टमेंट में पहुंचीं और शोक संतप्त परिवार से मिलीं व ढाढ़स बंधाया. बता दें कि लालचंद महतो की अंतिम यात्रा रांची से रामगढ़, गोला, पेटरवार, बहादुरपुर, जैनामोड़, पिछरी, फुसरो, नावाडीह होते हुए डुमरी पहुंचेगी और अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा.

*दामोदर नद के तट पर होगा अंतिम संस्कार*

बोकारो के बेरमो के बैदकारो स्थित पैतृक आवास से अंतिम संस्कार के लिए पार्थिव शरीर रामविलास उच्च विद्यालय के समीप दामोदर नद के तट पर लाया जाएगा. इसके बाद अंतिम संस्कार किया जाएगा

*बाथरूम में गिरने से हो गए थे बेहोश*
पूर्व मंत्री लाललंद महतो के मंझले भाई हिंद मजदूर किसान यूनियन के प्रदेश महासचिव इंद्रदेव महतो ने जानकारी दी कि पिछले कुछ दिनों से इनकी तबीयत खराब चल रही थी. गुरुवार की रात 11 बजे वह अमरावती अपार्टमेंट स्थित अपने फ्लैट के बाथरूम में गिर गए थे. इससे बेहोश हो गए.

इन्हें तत्काल अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने इन्हें मृत घोषित कर दिया. लालचंद महतो का सियासी सफर लालचंद महतो तीन टर्म विधायक रहे. झारखंड के पहले ऊर्जा मंत्री रहे. 1977 में जनता पार्टी के टिकट पर वे पहली बार जीते और विधानसभा पहुंचे. 1990 में दूसरी बार इन्होंने जनता दल के टिकट पर जीत हासिल की. 2000 में जनता दल यू से विधानसभा पहुंचे.
दिव्यांग एवं वरिष्ठ मतदाताओं के मतदान में सहभागिता सुनिश्चित कराने के लिए स्वैच्छिक स्वयंसेवी संस्थाओं के साथ बैठक




हज़ारीबाग: मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सह सचिव मंत्रिमंडल निर्वाचन विभाग झारखण्ड एवं भारत निर्वाचन आयोग,नई दिल्ली द्वारा प्राप्त निदेशानुसार लोक सभा आम चुनाव 2024 में स्वतंत्र,निष्पक्ष,सहभागी, सुगम, समावेशी,पारदर्शी एवं शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव का संचालन के निमित दिव्यांग एवं वरिष्ठ मतदाताओं की सहभागिता सुगमतापूर्वक सुनिश्चित करने हेतु आज 5 अप्रैल को जिला समाज कल्याण विभाग के सभागार में इन्दु प्रभा खलखो जिला समाज कल्याण पदाधिकारी एवं सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा कोषांग निवेदिता राय की उपस्थिति में दिव्यांगता के क्षेत्र में कार्य करने वाले विभिन्न स्वैच्छिक स्वयंसेवी संस्थाओं के माध्यम से दिव्यांगजनों को चुनाव के बारे में जानकारी प्रदान करने के उदेश्य से प्रतिनिधियों के साथ बैठक आयोजित की गई।

इस बैठक में दिव्यांग एवं वरिष्ठ मतदाताओं को शत प्रतिशत मतदान में भाग लेने एवं दिव्यांगजनों को मतदान केंद्र में दी जाने वाली सुविधाओं की उपलब्धता के बारे में बताया गया। उन्होंने बूथों पर एएमएफ सुनिश्चित करने के संबंध में चर्चा करते हुए प्रत्येक बुथ में संसाधनों की व्यवस्था के संबंध में जानकारी प्रदान की। स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों के द्वारा बताया गया कि दिव्यांगजनों को मतदान के लिए प्रेरित करने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों जिसमें नुक्कड नाटक,भाषण प्रतियोगिता, ट्राईसाइकिल दौड, चित्रकला, स्लोगण लेखन इत्यादि का आयोजन कर जागरूक किया जा सकता है। विभिन्न प्रखंडों में दिव्यांगजनों को ब्रेल एवं सांकेतिक भाषा की प्रशिक्षण हेतु प्रशिक्षक की व्यवस्था पर विचार किया गया।

इसके लिए प्रखण्ड एवं सेक्टर स्तर पर नामित नोडल पदाधिकारियों की भी जानकारी उपलब्ध करायी गयी। एनसीसी, एनएसएस,एनवाईके व अन्य को इस कार्य में सहयोग प्राप्त करने का निर्णय लिया गया। सक्षम एप्प एवं वोटर हेल्प लाइन एप्प के संबंध में भी जानकारी दी गई। इस बैठक में जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी संजय प्रसाद विधि सह परिवीक्षा पदाधिकारी राकेश कुमार सिंह,जन जागरण केन्द्र के चितरंजन महतो,एनबीजेके से राजीव कुमार सिंह,साइट सेवर से रमण एवं दीपक शर्मा के साथ अन्य स्वयंसेवी संस्थानों के सुमित्र कुमारी विजय पासवान शंकर प्रसाद मेहता सचिन सोनी पवन कुमार विवेक कुमार टिंकु कुमार मेहता हरदेव पंडित तथा इत्यादि उपस्थित हुए।
झारखंड में 6 से 11 अप्रैल तक होगी बारिश?





रांची :- झारखंड मौसम विभाग की ओर से कहा गया है कि 6 अपैल से लेकर 11 अप्रैल तक बारिश हो सकती है. कहा गया है कि इस बीच तेज हवा चलेगी और कहीं-कहीं पर हल्के दर्जे की बारिश भी हो सकती है. मौसम विभाग की ओर से चेतावनी दी गई है कि अगले दो दिनों तक तापमान में किसी तरह का परिवर्तन नहीं आएगा. ठीक तीन दिनों के बाद तापमान में 4 से लेकर 5 डिग्री तक की गिरावट भी आ सकती है.

6 अप्रैल को कहां होगी बारिश मौसम विभाग की ओर से कहा गया है कि 6 अप्रैल को राज्य के उत्तरी भागों में हल्के दर्जे की बारिश होने की संभावना है. इसमें चतरा, हजारीबाग, कोडरमा, गिरिडीह, रामगढ़, बोकारो और धनबाद में बारिश हो सकती है. 7 और 8 अप्रैल को भी राज्य में कहीं-कहीं पर हल्की बारिश होने की संभावना व्यक्त की गई है.

9, 10 और 11 अप्रैल को दक्षिणी भागों में होगी बारिश मौसम विभाग की ओर से कह गया है कि झारखंड में 9, 10 और 11 अप्रैल को झारखंड के दक्षिणी भागों में बारिश हो सकती है. इसमें सिमडेगा, पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम और सरायकेला-खरसावां जिला शामिल है.
लोहरदगा जिले का एकमात्र रेलवे स्टेशन जो रेलवे को हर साल देता है 15 लाख का राजस्व, फिर भी 13 साल बाद भी आज तक इसका नहीं हो पाया है नामकरण





*रांची :* रेलवे मंत्रालय के रिकॉर्ड में स्टेशन का नाम है बड़की चांपी। बड़की चांपी होकर एक सुपरफास्ट, 2 मेल ट्रेन चलती है। 12 नवंबर 2011 को पहली बार चली यात्री ट्रेन। इस रूट पर चलतीं हैं ये ट्रेनें सप्ताह में 3 दिन इस रूट से चलती है रांची-चोपन ट्रेन. क्यों नहीं हो पाया अब तक स्टेशन का नामकरण? मूलभूत सुविधा के नाम पर कुछ भी नहीं है यहां, सुरक्षा भी नदारद बड़की चांपी से बॉक्साइट को रेणूकुट भेजे जाने की तैयारी है। इस बेनाम स्टशन से रेलवे को हर साल कम से कम 15 लाख रुपए की कमाई होती है. बावजूद इसके, यहां सुविधा के नाम पर कुछ नहीं है. इस स्टेशन पर ट्रेन में चढ़ने या इस स्टेशन पर ट्रेन से उतरने वाले यात्रियों को बड़की चांपी स्टेशन का टिकट मिलता है.

रेलवे के ऐप में बड़की चांपी स्टेशन का नाम है. बताया जाता है कि प्रखंड के एकमात्र रेलवे स्टेशन पर नाम को लेकर विवाद उत्पन्न हो गया था. नतीजतन रेलवे स्टेशन का 13 साल बाद भी नामकरण नहीं हो पाया है. *रेलवे मंत्रालय के रिकॉर्ड में स्टेशन का नाम है बड़की चांपी* रेलवे मंत्रालय के रिकॉर्ड में स्टेशन का नाम बड़की चांपी रेलवे स्टेशन है. लेकिन, कमले व बड़की चांपी के ग्रामीणों के बीच जारी खींचतान के कारण स्टेशन का नामकरण अब तक नहीं हो पाया है. इस स्टेशन से सरकार को सालाना लगभग 15 लाख रुपए राजस्व की प्राप्ति होती है, लेकिन सुविधा के नाम पर कुछ भी नहीं है.


कमीशन के आधार पर टिकट वितरक काम कर रहे हैं. बड़की चांपी होकर एक सुपरफास्ट, 2 मेल ट्रेन चलती है रांची-टोरी रेलखंड पर लोहरदगा वाया बड़की चांपी रेलवे स्टेशन होते हुए टोरी तक एक सुपरफास्ट तथा 2 मेल एक्सप्रेस ट्रेन का परिचालन होता है. कई मालगाड़ियों का परिचालन भी हो रहा है. 12 नवंबर 2011 को लोहरदगा से पहली बार बड़की चांपी तक ट्रेन दौड़ी थी. यात्री ट्रेन का शुभारंभ तत्कालीन सांसद सुदर्शन भगत तथा अन्य जनप्रतिनिधियों ने किया था.

12 नवंबर 2011 को पहली बार चली यात्री ट्रेन लोहरदगा-रांची रेल लाईन से यात्री ट्रेन पहली बार लोहरदगा से बड़की चांपी तक 12 नवंबर 2011 को चली. मार्च 2017 से यात्री ट्रेन बड़की चांपी से टोरी तक चलने लगी. सुबह 11:25 बजे लोहरदगा से यात्री ट्रेन बड़की चांपी पहुंचती है. यहां से बोदा होते हुए टोरी जाती है. टोरी से बोदा होते हुए लगभग 1:50 बजे बड़की चांपी लौटती है और लोहरदगा चली जाती है. इसके अलावा रांची-सासाराम मेल एक्सप्रेस ट्रेन बड़की चांपी होकर चलती है, जबकि राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन भी इसी रूट से चलती है.

इस रूट पर चलतीं हैं ये ट्रेनें रांची-टोरी रेलखंड वाया लोहरदगा-बड़की चांपी पैसेंजर ट्रेन सासाराम-रांची एक्सप्रेस ट्रेन रांची चोपन एक्सप्रेस ट्रेन एक-दो मालगाड़ी हर दिन चलती है सप्ताह में 3 दिन इस रूट से चलती है रांची-चोपन ट्रेन सप्ताह में 3 दिन रांची-चोपन एक्सप्रेस चलती है, तो सासाराम-रांची व रांची-सासाराम एक्सप्रेस 6 दिन इस रूट से चलती है. रांची-टोरी पैसेंजर ट्रेन हर दिन एक फेरा लगाती है. इसके समय में बदलाव किया गया है.

*स्टेशन पर अभी चल रहा है निर्माण कार्य*

बताया जाता है कि स्टेशन के नामकरण को लेकर दो गांव के लोगों में विवाद है. रेलवे के रिकॉर्ड में स्टेशन का नाम बड़की चांपी है. ग्रामीणों का कहना है कि जहां स्टेशन है, वह जगह कमले गांव में पड़ता है. इसलिए स्टेशन का नाम कमले होना चाहिए. रेलवे के सर्वे में बड़की चांपी नाम अंकित हो चुका है. इसलिए अब तक स्टेशन का आधिकारिक तौर पर नामकरण नहीं हो पाया है. जानकार बताते हैं कि कमले तथा बड़की चांपी गांव के लोगों की बैठक हो चुकी है. स्टेशन का नाम ग्रामीणों की सहमति से ही होगी. ऐसा लगता है कि जल्द ही इस स्टेशन का नामकरण हो जाएगा.

*मूलभूत सुविधा के नाम पर कुछ नहीं, सुरक्षा भी नदारद*
बड़की चांपी रेलवे स्टेशन पर मूलभूत सुविधाओं का घोर अभाव है. एक चापानल है, जो गर्मी में यात्रियों की प्यास बुझाने के लिए काफी नहीं है. इस स्टेशन से कुड़ू प्रखंड की आधा दर्जन पंचायतों के साथ-साथ लोहरदगा सदर प्रखंड की आधा दर्जन पंचायतों, किस्को प्रखंड की 4 पंचायतों, चंदवा प्रखंड की दो पंचायतों के ग्रामीण रांची, लोहरदगा से लेकर टोरी, डाल्टेनगंज तथा दिल्ली तक जाने के लिए ट्रेन पकड़ने बड़की चांपी स्टेशन आते हैं. यहां एक शेड है, जबकि प्याऊ बेकार पड़ा है. प्याऊ भी क्षतिग्रस्त पड़ा है. सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं है. पीने के पानी की व्यवस्था तक दुरुस्त नहीं स्टेशन पर. बड़की चांपी से बॉक्साइट को रेणूकुट भेजे जाने की तैयारी बड़की चांपी रेलवे स्टेशन से बॉक्साइट की ढुलाई के लिए डंपिंग यार्ड बनाया गया है. बड़की चांपी से बॉक्साइट को उत्तर प्रदेश के रेणूकुट भेजने की तैयारी है. इससे रेलवे के राजस्व में वृद्धि होगी.
रिकॉर्ड रूम से जमीन के कागजात गायब होने पर भाजपा ने उठाया सवाल


रांची: भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाह देव ने आज राज्य सरकार पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि झारखंड में जो जमीन लूट के बड़े बड़े कारनामे हुए है, उसका कवर अप ऑपरेशन अभी जारी है। 

ईडी की चार्जशीट के तुरंत बाद रिकॉर्ड रूम से किया चोरी जमीन घोटाले को छुपाने की बड़ी साजिश है। प्रतुल ने कहा यह अविश्वसनीय है कि रिकॉर्ड रूम से जमीन के कई दस्तावेजों को अलमारी के ताले तोड़कर चुरा लिया गया। 

इस परिसर में पुलिस कर्मियों की हमेशा तैनाती रहती है। 

प्रतुल ने कहा के जैसे-जैसे जमीन लूट की दास्तान खुलती जा रही है,एक के बाद एक सफेदपोश बेनकाब होते जा रहे हैं।प्रतुल ने मुख्यमंत्री चंपई सोरेन से मांग की कि वह अविलंब इस मुद्दे पर सीबीआई जांच का आदेश दें। वरना उनकी पूरी सरकार शक के दायरे में आ जाएगी।

प्रतुल ने कहा कि ईडी की चार्जशीट के बाद तो हेमंत सोरेन और बढ़ागाई की 8.86 एकड़ जमीन की लूट का सीधा नाता जुड़ता हुआ दिख रहा है। वही केयरटेकर संतोष मुंडा ने तो कहा कि 14- 15 वर्षों से जमीन हेमंत की है। प्रतुल ने कहा कि अब सीओ मनोज कुमार ने स्पष्ट कहा है कि उन्हें मुख्यमंत्री के प्रेस सलाहकार पिंटू के प्रधान सचिव उदय शंकर के द्वारा इस जमीन को वेरीफाई करने के लिए कहा गया।

लोकसभा के 14 सीट पर जीत की रणनीति बनाने के लिए सीएम आवास में हुई जेएमएम के विधायक और सांसद की बैठक


*लोकसभा चुनाव में 14 सीटो पर जीत की बन रही रणनीति*

झामुमो ने आज 5 अप्रैल को सीएम आवास में विधायक दल की बैठक बुलायी है। इस बैठक में मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन, कल्पना सोरेन समेत विधायक व राज्यसभा के सांसद भी उपस्थित हुए।

जानकारी आ रही है कि इस बैठक में विधायकों से जहां राय ली जायेगी वहीं राज्य की सभी 14 लोकसभा सीटों पर जीत की रणनीति भी बनायी जायेगी। झामुमो विधायक दल की बैठक में शामिल होने से पहले जब वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री स्टीफन मरांडी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि आज की बैठक का क्या एजेंडा है, इसकी जानकारी नहीं दी गयी है, लेकिन चुनाव का वक्त है। इसलिए ऐसा लगता है कि बैठक के केंद्र में चुनाव की रणनीति ही होगी।

गोल्‍ड ने तोड़ा रिकॉर्ड : पहली बार 70 हजार के पार हुई सोना

नए वित्तीय वर्ष 2024-25 के शुरू होने के साथ ही सोने की चमक बढ़ती जा रही है। अभी शादियों का सीजन शुरू भी नहीं हुआ कि गोल्ड के रेट बढ़ते जा रहें हैं। जिससे लोगों की परेशानियां बढ़ गई है।

 4 अप्रैल को सराफा बाजार में सोने की छलांग ने सब पीछे छोड़ दिया और अब तक का सबसे बड़ा रिकॉर्ड बन गया। भारतीय सराफा इतिहास में पहली बार सोना 70 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम के पार पहुंचा। इस दौरान गोल्ड में 850 रुपये का उछाल दिखा। इसके साथ ही चांदी भी नहीं है।

पहली बार सोने ने बड़ी छलांग लगाते हुए 70 हजार के रिकॉर्ड स्तर को पार कर लिया है। जबकि, चांदी की बात कर तो एक किलो चांदी की कीमत 80 हजार पार चली गयी। दिल्ली में दस ग्राम 24 कैरेट सोने की कीमत 70,030 रुपये, बेंगलुरु में 69,880 रुपये और चेन्नई में 70,920 रुपये रही है।

 वही झारखंड राज्य की राजधानी रांची में दस ग्राम 24 कैरेट सोने की कीमत 71970 रुपए, दस ग्राम 22 कैरेट सोने की कीमत 67570 रुपए तक पहुंच गई है। वहीं, चांदी प्रति किलो 84,000 रुपए के भाव को छू गई है। पटना में 24 कैरेट सोना 70,520 रुपये प्रति 10 ग्राम और चांदी 82,000 रुपये प्रति किलोग्राम बिक रही है।

सोना और चांदी जैसी कीमती धातुओं के भाव में वैश्विक स्तर पर तेजी देखी जा रही है। सोने के साथ-साथ चांदी के भाव में भी जबरदस्त तेजी देखी जा रही है।दुनियाभर में अनिश्चितता के दौर में लोग सोने-चांदी जैसी कमोडिटी में निवेश करना ज्यादा पसंद कर रहे हैं। सोने की कीमत में इतनी ज्यादा उछाल से लोगों में परेशानी बढ़ गई है। क्योंकि जल्द ही शादियों का सीजन आनेवाला है और ऐसे में महंगे हो रहे सोने से लोगों परेशान नजर आ रहे है।

बीजेपी मोदी की गारंटी का हवाला दे रही है तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी ने पांच न्याय 25 गारंटी का एलान किया

रांची:लोकसभा चुनाव 2024 से पहले सभी पार्टियों के द्वारा कई बड़े और लोकलुभावन वादे किए जा हैं। एक ओर जहां बीजेपी मोदी की गारंटी का हवाला दे रही है तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी ने पांच न्याय 25 गारंटी का एलान किया है।

झाखंड में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर चुटकी कसते हुए कहा कि मोदी की ‘गारंटी’ लोगों को नहीं मिली, लेकिन उनकी पार्टी जो गारंटी दे रही है, उन पर वह अमल करेगी। झारखंड कांग्रेस ‘घर-घर गारंटी’ अभियान की शुरुआत भी करेगी।

कांग्रेस का चुनावी अभियान पांच ‘न्याय’ और 25 ‘गारंटी’ पर राजेश ठाकुर ने कहा इस अभियान के तहत कांग्रेस कार्यकर्ता पांच ‘न्याय’ और 25 ‘गारंटी’ वाला कार्ड घर-घर जाकर वितरित करेंगे। लोगों को बताएंगे कि हमारी सरकार आने के बाद हम क्या क्या काम करेंगे।’’ उन्होंने कहा ‘‘हम लोगों को गारंटी देते हैं कि हमारी सरकार हमेशा गरीबों के साथ रहेगी और गरीबों के लिए काम करेगी।’’

मोदी की गारंटी लोगों को नहीं मिली उनकी गारंटी की बात झूठी निकली। मोदी जी का दो करोड़ नौकरियों की बात, 15-15 लाख रुपये देने का वादा झूठा निकाला।

कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने राहुल गांधी के नेतृत्व में निकाली गई भारत जोड़ो यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि ये यात्राएं सिर्फ राजनीतिक रूप से ही महत्वपूर्ण नहीं हैं, बल्कि हमारे राजनीतिक इतिहास में एक ऐसी कोशिश के रूप में दर्ज हो गई हैं, जो जन संपर्क का सबसे बड़ा प्रयास है। इतनी लंबी पदयात्रा लंबे समय से किसी राजनेता ने नहीं की है, जिसे कोई चाहे तो भी नजरअंदाज नहीं कर सकता। अपनी इस यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने लोगों को समझा और उनके दर्द को जाना।

इसके बाद उन्होंने किसानों को न्याय, श्रमिकों को न्याय, युवाओं को न्याय महिलाओं को न्याय, हिस्सेदारी न्याय दिलाने के मुद्दे को लेकर चुनाव में आएंगे। कांग्रेस ने अपने मेनिफेस्टो में पांच न्याय की बात कही है। इस पांच न्याय में 5-5 गारंटी भी देने की बात कही है।

झारखंड के 24 जिलों में 24 राज्यस्तरीय पदाधिकारियों के नेतृत्व में स्कूलों की करेगी औचक निरिक्षण

स्कूली बच्चो के भीतर 'My School, My pride' की भावना को विकसित करने के लिए जिलों में रवाना हुई टीमें

रांची: झारखंड राज्य शिक्षा परियोजना निदेशक आदित्य रंजन के निर्देशानुसार 24 राज्यस्तरीय पदाधिकारियों की टीम विभिन्न जिलों में अवस्थित 80 जिला स्तरीय उत्कृष्ट विद्यालयों, 325 प्रखंड स्थित आदर्श विद्यालय, सभी कोटि के आवासीय विद्यालयों के औचक निरिक्षण हेतु आज रवाना हुई।

राज्यस्तरीय टीम सभी जिलों के स्कूलों का औचक निरिक्षण करेगी साथ ही स्कूलों में प्रयास सह प्रोजेक्ट इंपैक्ट-एनईपी की समीक्षा कर अपनी रिपोर्ट सौंपेंगी। सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले विद्यालयों के खिलाफ मई महीने में कार्रवाई की जायेगी।

राज्य शिक्षा परियोजना निदेशक आदित्य रंजन ने निरिक्षण के दौरान विनम्र और सौम्य व्यवहार रखने की सलाह दी है। आदित्य रंजन ने पदाधिकारियों को अपने समय का सर्वोत्तम उपयोग करने की सलाह भी दी है, जिससे वे जिले में अधिक से अधिक विद्यालयों का भ्रमण कर सके।

अनुश्रवण दल के पदाधिकारियों को पहले दिन जिलास्तरीय पदाधिकारियों के साथ बैठक कर निरिक्षण की कार्रवाई तय करे। किस स्कूल में जाना है, कितना समय देना है अथवा किन बिन्दुओ पर केंद्रित सवाल करना है, ये सब पूर्व से तय हो। वहीं यह भी निर्देश दिया कि निरीक्षण के तीसरे दिन भ्रमण किये गए स्कूलों की सीलबंद रिपोर्ट जिले को उपायुक्त एवं उप विकास आयुक्त को सौंपेंगे। यह रिपोर्ट राज्य शिक्षा परियोजना द्वारा संबद्ध ऑपरेटर की सहायता से तैयार कि जाएगी।

'My School, My pride' की भावना विकसित करना उद्देश्य

राज्य शिक्षा परियोजना निदेशक आदित्य रंजन ने पदाधिकारियों को भ्रमण के दौरान सकारात्मक स्वाभाव रखते हुए 'मेरा स्कूल, मेरा गर्व' के भाव के साथ शिक्षकों, प्राध्यापकों एवं बच्चो से मिलने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि स्कूल में कार्यरत सभी शिक्षकों, प्राध्यापकों एवं बच्चो के भीतर इस भाव को विकसित करना आवश्यक है।

प्रोजेक्ट इंपैक्ट की शुरुआत राज्य में कोडरमा जिले से हुई थी। इस अभियान के तहत सरकारी स्कूलों को कई मानकों के आधार पर स्वतः मूल्यांकन करते हुए अंक देने होते है। सर्वाधिक अंक वाले स्कूल बेहतरीन प्रदर्शन करने वालो में शामिल होते है, और न्यूनतम अंक लाने वाले विद्यालय ख़राब प्रदर्शन करने वाले स्कूलों में शामिल होते है। इस प्रोजेक्ट की लगातार समीक्षा भी की जाती है, जिससे मूल्यांकन में पारदर्शिता और ईमानदारी तय की जा सके। कोडरमा जिले में इस प्रोजेक्ट के व्यापक और सकारात्मक प्रभाव को देखते हुए राज्य शिक्षा परियोजना द्वारा इस प्रोजेक्ट को पूरे राज्य में लागू किया गया है।

ईडी कार्यालय चर्चित सब इंस्पेक्टर मीरा कुमार पहुंची, पूछताछ जारी,अम्बा प्रसाद नही पहुंची

बालू और जमीन के मामलों में पिछले दिनों ईडी द्वारा की छापेमारी के बाद अब मामले में पूछताछ और साक्ष्यों को इकट्ठा कर उनकी कड़ियों के जोड़ने के लिए पूछताछ का सिलसिला शुरू कर दिया है।

मामले की गुत्थी सुलझाने के लिए ईडी की टीम एक्टिव है और इसे लेकर ही ईडी दफ्तर में काफी गहमागहमी देखने को मिल रही है।

ईडी समन भेज कर 4 मार्च को अम्बा प्रसाद को आने के लिए कहा था। लेकिन दोपहर के 12:30 बजे तक बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद ईडी दफ्तर नही पहुंची। वही तुपुदाना ओपी के पूर्व प्रभारी मीरा सिंह 10 :45 में ईडी दफ्तर पहुंची। आप को बता दे कि इडी ने 21 मार्च को तत्कालीन तुपुदाना ओपी प्रभारी मीरा सिंह और उसके करीबी मोहितनाथ शाहदेव के ठिकानों पर छापा मारा था।

जहां मीरा के घर से एक डायरी और आठ मोबाइल फोन जब्त किया था।

दूसरी ओर पूर्व मंत्री योगेंद्र साव से आज फिर से एक बार ईडी के रांची जोनल ऑफिस पहुंचे। उन्होंने बताया कि पिछली सरकार में उनके ऊपर हुए सारे केस का डिटेल ईडी के अधिकारियों ने मांगा है। उन्होंने इस जांच को सही बताया और कहा की जांच सही दिशा में जा रहा है। रंगदारी और अवैध कब्जा जैसे विषय पर इन्होंने कहा कि मेरा या मेरे परिवार का इसमें कोई संलिप्ता नही है।