प्रतापगढ़ में ट्रैक्टर-ट्रॉली की टक्कर से छात्र की मौत

लखनऊ । प्रतापगढ़ जनपद के लालगंज कोतवाली क्षेत्र में लखनऊ वाराणसी राष्ट्रीय राजमार्ग पर बुधवार को एक अनियंत्रित ट्रैक्टर-ट्रॉली ने मासूम छात्र को कुचल दिया। मौके पर ही बच्चे की मौत हो गई। ईंट से भरे ट्रैक्टर-ट्रॉली को छोड़कर ड्राइवर फरार हो गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने पंचनामा के बाद शव को पोस्टमार्ट के लिए भेज दिया।

कोतवाली क्षेत्र के असैनापुर निवासी स्वर्गीय राजमणि मिश्र का ग्यारह वर्षीय बेटा शुभ मिश्र वर्मा नगर स्थित यमुना प्रसाद उच्चतर माध्यमिक स्कूल का कक्षा पांच का छात्र था। बुधवार की सुबह शुभ साईकिल से स्कूल जा रहा था, वह जैसे वर्मा नगर चौराहे पर पहुंचने वाला था कि उससे पहले ही ईंट लेकर जा रहा ट्रैक्टर ने साइकिल सवार मासूम छात्र को कुचल दिया,जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पीएम के लिए भेज दिया। वहीं लोग पुलिस की मनमानी पर भी चर्चा करते दिखाई दिए। हाईकोर्ट की पाबंदी के बाद भी पुलिस गैर कृषि कार्य में संचालित ट्रैक्टरों के साथ ही माल वाहनों पर ढोई जा रही सवारियों पर अंकुश नहीं लगा पा रही है। जिसका परिणाम यह है कि आए दिन मौत पर मौत हो रही है।मृतक मासूम शुभ के पिता राजमणि मिश्र की बीमारी के चलते लगभग चार वर्ष पूर्व मौत हो चुकी है। राजमणि की विधवा के जीवन में शुभ का ही सहारा था। शुभ की आस में विधवा ने पति की मौत के बाद आगे की जिंदगी जीना सीखी, लेकिन अब शुभ की मौत के बाद इस दुनिया में उसे सहारा देने वाला कोई नहीं रहा।

सिपाही भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में मुख्य आरोपित राजीव नयन मिश्रा गिरफ्तार

लखनऊ । उत्तर प्रदेश पुलिस की सिपाही भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में मुख्य आरोपित राजीव नयन मिश्रा को यूपी एसटीएफ टीम ने ग्रेटर नोएडा के परी चौक से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अभियुक्त पूर्व में वह एनएचएम घोटाले में ग्वालियर और यूपी टेट पेपर लीक में कौशांबी से जेल जा चुका है।सिपाही भर्ती परीक्षा लीक मामले में अब तक 300 से अधिक आरोपितों की गिरफ्तारी हो चुकी है।

जानकारी के लिए बता दें कि राज्य सरकार ने परीक्षा लीक मामले की निष्पक्ष जांच और कार्रवाई के लिए एसटीएफ को लगाया था। इसके बाद एसटीएफ लगातार कार्रवाई करती रही और इस केस से जुड़े अपराधी गिरफ्तार होते रहे। लेकिन मुख्य आरोपित राजीव नयन मिश्रा को गिरफ्तार करना एसटीएफ के लिए चुनौती थी। उसकी तलाश में कई जिलों की एसटीएफ युनिट काम कर रही थी। तभी एक सूचना के बाद इस मामले से जुड़े मुख्य आरोपी राजीव नयन मिश्रा को एसटीएफ ने बुधवार को ग्रेटर नोएडा के परी चौक से गिरफ्तार कर लिया है।आरोपित राजीव नयन मूलरूप से प्रयागराज के ग्राम अमोरा का रहने वाला है। वह भोपाल के भरतनगर में भी रहा है। पूछताछ में प्रकाश में आया है कि गुड़गांव के अलावा राजीव ने रीवा के भी एक रिसोर्ट में अपने गैंग के साथ अभ्यर्थियों को पेपर पढ़वाया था।

यूपी की 10 लोकसभा सीटों पर नमो ऐप पर रैली को संबोधित करेंगे मोदी

लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बुधवार को उत्तर प्रदेश में तीसरे फ़ेज़ के चुनाव में आने वाली 10 लोकसभा सीटों के सभी बूथों पर नमो ऐप के माध्यम से रैली को संबोधित करेंगे। इस मौके पर वह कुछ बूथ अध्यक्षों से भी वार्ता करेंगे।भाजपा के प्रदेश महामंत्री संजय राय ने बताया कि तीसरे चरण में संभल, बदायूं, बरेली, आंवला, एटा, हाथरस, आगरा, फ़तेहपुर सीकरी, फ़िरोज़ाबाद और मैनपुरी में मतदान होना है।

यहां 7 मई को मतदान होंगे। इन सभी लोकसभा सीटों के 22,648 बूथों पर बुधवार को दोपहर एक बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नमो ऐप के माध्यम से कार्यकर्ताओं से जुड़ेंगे।संजय राय ने बताया कि नमो रैली में बूथ समिति के सदस्य और पन्ना प्रभारियों को प्रधानमंत्री संबोधित करेंगे। उन्होंने बताया कि प्रदेश, क्षेत्र और ज़िले के पदाधिकारी भी अपने बूथों पर जाकर इस नमो रैली में जुड़ेंगे। बताया कि कुछ बूथ अध्यक्षों से प्रधानमंत्री स्वयं बात भी करेंगे और पार्टी की गतिविधियों की जानकारी भी लेंगे।

विवाद को सुलझाने के लिए छह से ज्यादा सीटों पर सपा बदल चुकी है उम्मीदवार, अब शिवपाल के पत्र से मचा भूचाल

लखनऊ। एक तरफ भाजपा जहां घर-घर जाकर चुनाव प्रचार कर रही है। वहीं सपा अपने उम्मीदवारों को ही बदलने में माथा-पच्ची कर रही है। वहीं अखिलेश के चाचा शिवपाल यादव ने मंगलवार को बंदायू से चुनाव न लड़ने के लिए अखिलेश को पत्र लिखकर उनका सिरदर्द और बढ़ा दिया है। समाजवादी पार्टी की घबराहट ही उसके लिए सिर दर्द बन सकता है।शिवपाल यादव ने अखिलेश यादव को पत्र लिखकर बदायूं से चुनाव न लड़ने की अपनी इच्छा जता दी है। इसको लेकर राजनीतिक हल्कों में काफी हलचल रही। उधर भाजपा को चुटकी लेने का मौका मिल गया। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने कहा कि हकीकत में सपा एक डूबती नैया है और डूबती नैया पर सवारी कर कोई खुद डूबना नहीं चाहता।

शिवपाल यादव को भी इसका एहसास पहले से था। उन्हें जबरदस्ती सपा चुनाव लड़ा रही थी।पश्चिमी उप्र में अब तक घोषित प्रत्याशियों में समाजवादी पार्टी ने अपने छह से ज्यादा उम्मीदवारों को बदल चुकी है। इससे भीतरघात होने की संभावना बढ़ गयी है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव इस समय काफी दबाव में काम कर रहे हैं। इस दबाव की राजनीति के कारण उनको उप्र में कई जीतने की उम्मीद वाली सीटों पर भी हार का सामना करना पड़ सकता है। जहां भी उम्मीदवार ऐन वक्त पर बदले गये, वहां भीतरघात की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।

सोमवार को ही अखिलेश यादव ने मेरठ में घोषित उम्मीदवार भानु प्रताप सिंह की जगह सरघना के अपने विधायक अतुल प्रधान को टिकट दे दिया। बागपत में भी बदलाव किया गया। वहीं मुरादाबाद से अपने सिटिंग सासंद एसटी हसन का टिकट अंतिम समय में काटकर रूचि वीरा को दे दिया। माना जा रहा है कि एसटी हसन को आजम खान के विरोधी होने का खामियाजा भुगतना पड़ा। अब शिवपाल ने चुनाव न लड़ने की असमर्थता जता दी है। गौतमबुद्धनगर से सपा ने डाक्टर महेन्द्र नागर को पहले टिकट दिया। फिर उनका टिकट काटकर राहुल अंवाना को टिकट दे दिया। मिश्रिख से पहले मनोज राजवंशी को टिकट दिया गया। अब उनकी जगह संगीता राजवंशी को टिकट दे दिया गया।

अब तक10437.97 लाख की मदिरा, ड्रग, बहुमूल्य धातुएं जब्त,प्रदेश में आदर्श आचार संहिता का कड़ाई से कराया जा रहा पालन

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने मंगलवार को बताया कि एक अप्रैल तक विभागीय कार्रवाई में कुल 10437.97 लाख रुपये कीमत की मदिरा, ड्रग, बहुमूल्य धातुएं, मुफ्त उपहार व नगदी आदि जब्त किये गए हैं। उन्होंने बताया कि पूरे प्रदेश में आदर्श आचार संहिता का कड़ाई से पालन कराया जा रहा है।उन्होंने बताया कि इसमें 1852.91 लाख रुपये नकद धनराशि, 2577.34 लाख रुपये कीमत की 745393.13 लीटर शराब, 4116.64 लाख रुपये कीमत की 5713610.04 ग्राम ड्रग, 1778.18 लाख रुपये कीमत की 39163.86 ग्राम बहुमूल्य धातुएं, 0.43 लाख रुपये के मुफ्त उपहार एवं 112.47 लाख रुपये कीमत की अन्य सामग्री जब्त हुए हैं।

वहीं, एक अप्रैल की बात की जाए तो कुल 170.80 लाख रुपये कीमत की मदिरा, ड्रग व नगदी आदि जब्त किया गया। इसमें 32.66 लाख रुपये नकद धनराशि, 94.68 लाख रुपये कीमत की 24973.53 लीटर शराब, 43.47 लाख रुपये कीमत की 32330.50 ग्राम ड्रग एवं 0.01 लाख रुपये कीमत की अन्य सामग्री जब्त हुई है।उन्होंने बताया कि प्रमुख जब्ती में जनपद सुल्तानपुर की सुल्तानपुर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में 27 लाख रुपये अनुमानित कीमत की 135 ग्राम ड्रग तथा जनपद फिरोजाबाद की टुण्डला विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में 56.50 लाख रुपये कीमत की 11393 लीटर शराब पकड़ी गयी। इसके अलावा लखनऊ सेन्ट्रल विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में 13 लाख रुपये नकद धनराशि पकड़ी गयी।

लखनऊ में मुख्य आरक्षी से सरकारी पिस्टल छीनने वाले तीन बदमाश गिरफ्तार

लखनऊ। गाजीपुर थाना क्षेत्र में पुलिस के मुख्य आरक्षी से उनकी सरकारी पिस्टल छीनकर भागने वाले तीन बदमाशों को यूपी एसटीएफ की टीम ने मंगलवार की सुबह गिरफ्तार कर लिया है। इन बदमाशों में एक नाबालिग भी है।

पुलिस उपायुक्त उत्तरी ने मंगलवार को पत्रकारों से बताया कि गाजीपुर के कल्याण अपार्टमेंट के पास सोमवार की देर शाम को मोटर साइकिल सवार तीन बदमाशों ने मुख्य आरक्षी से उनकी सरकारी पिस्टल छीनकर फरार हो गये थे। इस मामले में पीड़ित द्वारा थाना में मुकदमा दर्ज कराया गया। मामले की जांच में जुटी एसटीएफ की टीम ने एक नाबालिग समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए अभियुक्तों के पास से छीनी गई पिस्टल और मोटर साइकिल बरामद की है।

पुलिस उपायुक्त ने बताया कि अभियुक्त जानकीपुरम निवासी आकाश मिश्रा, शशांक मिश्रा और एक नाबालिग है। पुलिस ने दोनों अभियुक्त को न्यायालय के समक्ष पेश किया है तथा नाबालिग को बाल सुधार गृह भेजा है।

लखनऊ में कार ने दो महिलाओं को रौंदा, मौत

लखनऊ। राजधानी के निशातगंज इलाके की पेपरमिल कॉलोनी में मंगलवार की सुबह सहरी करके निकलीं दो महिलाओं को एक बेकाबू कार ने टक्कर मार दी। हादसे में दोनों की मौत हो गई। जानकारी मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। पुलिस ने वाहन चालक को हिरासत में लेकर कार को कब्जे में ले लिया है।साथ ही शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया है।

जानकारी के मुताबिक पेपरमिल कॉलोनी में रहने वाले सानू की मां शाहिदा बानो (65) और मुमानी शबनम (42) मंगलवार की सुबह सहरी करके बाहर की ओर निकल रही थी। इसी दौरान एक व्यापारी का नाबालिग बेटा जो कार सीख रहा था, तभी दोनों महिला तेज रफ्तार कार की चपेट में आ गई और दोनों की मौत हो गई। हादसे के बाद कार लेकर भाग रहे नाबालिग को लोगों ने पकड़कर पीटने के बाद पुलिस के हवाले कर दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम भेजकर आगे की कार्रवाई में जुट गई है।

लोकसभा चुनाव प्रथम चरण : भाजपा की चुनावी रणनीति ने सपा और बसपा की बढ़ा दी मुश्किलें

लखनऊ । पश्चिमी यूपी में प्रथम चरण में आठ लोकसभा सीटों पर सबसे पहले होना है। इसीलिए सभी राजनीतिक दलों के नेता अपनी प्रत्याशियों को जिताने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। भाजपा ने मेरठ में अपनी पहली चुनावी रैली का आगाज किया। जिसमें प्रधामंत्री नरेंद्र मोदी भी पहुंचे थे। चूंकि भाजपा अपनी 2014 की स्थिति पाने के लिए बेताब है तो वहीं सपा और बसपा अपनी-अपनी सीटें बचाने के लिए जुझ रही हैं। इस बार भाजपा की चुनावी रणनीति ने सपा को रामपुर, गौतमबुद्धनगर और मुरादाबाद से उम्मीदवार को बदलने के लिए विवश किया है। अब इस बदलाव से सपा को फायदा होगा या नुकसान यह तो चुनाव के बाद ही पता चलेगा, लेकिन इससे भाजपा नेताओं को सपा में भीतरघात का अंदेशा है।प्रथम चरण में उप्र की सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, नगीना, मुरादाबाद, रामपुर, पीलीभीत में चुनाव होने हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में सपा और बसपा के गठबंधन थे। इन सीटों में तीन पर बसपा तथा दो पर सपा की साइकिल दौड़ी थी। वहीं भाजपा के खाते में तीन सीटें ही थीं। जबकि 2014 में सभी सीटें भाजपा के नाम थीं।

प्रथम चरण में आठ सीटों पर होना है चुनाव,पिछली पर इनको मिली थी सफलता

जानकारी के लिए बता दें कि इन आठ सीटों पर बात करें तो भाजपा को कुल 42,30,380 वोट मिले थे। वहीं सपा, बसपा और रालोद के संयुक्त उम्मीदवारों को इन आठ सीटों पर 43,43,132 वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस इनमें से पांच सीटों पर ही चुनाव लड़ी थी। दो सीटों पर सपा-बसपा उम्मीदवारों को समर्थन दिया था। कांग्रेस को कुल मिलाकर 195200 वोट मिले थे। अर्थात पिछले चुनाव में सपा, बसपा और रालोद के संयुक्त उम्मीदवारों से भाजपा के 1,12,752 मत कम थे। इस बार बसपा अलग है और उसने भी सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं। बसपा ने जब 2014 में अपने अलग उम्मीदवार उतारे थे तो सभी आठ सीटों को मिलाकर 14,80,760 वोट मिले थे अर्थात न्यूनतम उसके इतने मत पाने का अनुमान लगाया जा सकता है। सपा, बसपा और रालोद से बसपा के 2014 के पाये वोट को कम कर दिया जाय तो संयुक्त प्रत्याशियों को 28,62,362 मत होते हैं।

सपा और बसपा ने कई स्थानों में अपने जीते हुए प्रत्याशी को बदल दिया

राजनीतिक जानकारों का कहना है कि प्रथम चरण के आठ सीटों पर भाजपा पुन: 2014 की स्थिति को दोबारा से दोहरा सकती है। चूंकि ज्यादातर जगहों पर भाजपा ने अपने पुराने उम्मीदवार पर ही भरोसा जताया है। जबकि सपा और बसपा ने कई स्थानों में अपने जीते हुए प्रत्याशी को बदल दिया है। साथ ही जयंत चौधरी का भाजपा के साथ जाना है। पिछली बार मुजफ्फरनगर से रालोद का ही उम्मीदवार खड़ा था। दूसरी तरफ भाजपा ने पीलीभीत से अपने सासंद वरूण गांधी का टिकट काटकर भाजपा ने जितिन प्रसाद को मैदान में उतारा है। यहां भाजपा में भीतरघात होने की संभावना जतायी जा रही है, हालांकि भाजपा ने वरूण गांधी को मना लिया है और उन्होंने अपनी मां का चुनाव प्रचार करने का फैसला किया है। फिर भी मतदान के दौरान यहां के मतदाता किसके पक्ष में मतदान करते हैं यह तो आने वाला समय ही बताएंगा।

सहारनपुर से इस बार बसपा ने बदल दिन अपना उम्मीदवार

सहारनपुर से 2019 में बसपा के हाजी फजलुर रहमान ने भाजपा के राघव लखनपाल को 22,417 मतों से पराजित किया था। इस चुनाव में कुल 11 उम्मीदवार मैदान में थे। बसपा उम्मीदवार को 5,14,139 मत मिले थे। वहीं भाजपा उम्मीदवार राघव को 4,91,722 मत मिले थे। कांग्रेस उम्मीदवार इमरान मसूद 2,07,068 मत पाकर तीसरे स्थान पर थे। वहीं 4,284 मत नोटा को भी मिले थे। वहीं 2014 में राघव ने कांग्रेस के इमरान मसूद को 65,090 मतों से हराया था। लेकिन इस बार स्थिति कुछ उलट है। माजिद अली बसपा, इमरान मसूद गठबंधन, भाजपा से राघव लखनपाल शर्मा को टिकट दिया है। इस बार बसपा ने अपने विजयी प्रत्याशी को टिकट नहीं दिया है।

सपा को अचानक मेरठ व आगरा सीट पर करना पड़ा बदलाव

जानकारी के लिए बता दें कि सोमवार को मेरठ और आगरा सीट के उम्मीदवार को अचानक बदल दिया। बताया जा रहा है कि सपा अध्यक्ष ने मेरठ सीट पर उम्मीदवार भानु प्रताप को लेकर संगठन और उनके एक विवादित बयान वाला वीडियो वायरल होने के बाद संज्ञान लिया था। टिकट मिलने के बाद से ही वह बयान सोशल मीडिया में खासा वायरल हो रहा था। वहीं संगठन पर उन्हें मजबूत प्रत्याशी नहीं मान रहा था। इसको देखते हुए सपा नेतृत्व ने उनका टिकट काटते हुए वर्तमान विधायक और अखिलेश के विश्वासपात्र माने जाने वाले अतुल प्रधान पर भरोसा जताते हुए उन्हें मेरठ सीट से चुनाव मैदान में उतारा है। इसके अलावा पार्टी ने आगरा लोकसभा सीट से सुरेश चन्द्र कदम को टिकट दिया है। अब यह बदलाव कितना काम करेंगा यह तो आने वाला समय ही बताएंगा।

बिजनौर में भाजपा ने और नगीना में बसपा ने लहराया था परचम

जानकारी के लिए बता दें कि पिछली लोकसभा चुनाव में लोकदल सपा के साथ थी। इसके बावजूद भी बिजनौर सीट पर भाजपा अपना परचम लहराने में कामयाब रही। चूंकि बिजनौर से बसपा के मलूक नागर ने भाजपा के कुंवर भारतेंद्र सिंह को 69,941 मतों से हराया था। मलूक नागर को 5,61,045 मत मिले थे। वहीं भाजपा के कुंवर को 4,91,104 मत मिले थे, जबकि कांग्रेस के नसीमुद्दीन सिद्दिकी 25,833 मत पाकर तीसरे स्थान पर थे। वहीं 2014 के लोकसभा चुनाव को देखें तो कुंवर भारतेंद्र ने समाजवादी पार्टी के शाहनवाज राणा को 2,05,774 मतों से परास्त किया था। कुंवर को 4,86,913 मत मिले थे।

वहीं शानवाज राणा को 2,81,139 मत मिले थे, जबकि बसपा के मालुक नगर को 2,30,124 मत मिले थे। यहां रालोद के जया प्रदा नाहाता ने 24,348 मत पाकर चौथे स्थान पर रहीं थी।नगीना लोकसभा सीट से बसपा के गिरीश चंद्र ने भाजपा के डा. यशंवत को 1,66,832 मतों से परास्त किया था। वहीं कांग्रेस की ओमवती देवी ने 20,046 मत पाई थीं, जबकि 2014 में भाजपा के यशवंत सिंह ने सपा के यशवीर सिंह को 92,390 मतों से हराया था। वहीं बसपा के गिरीश चंद्र 2,45,685 मत पाकर तीसरे स्थान पर थे।

मुरादाबाद से अपने सीटिंग सासंद को सपा ने नहीं दिया टिकट, भीतर घाट का खतरा बढ़ा

पश्चिमी यूपी की चर्चित सीट मुरादाबाद लोकसभा है। यहां पर पिछले लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के डॉ. एसटी हसन ने भाजपा के कुंवर सर्वेश कुमार को 97,878 मतों से हराया था।जबकि उस समय भी मोदी की लहर थाी। इसके बावजूद डॉ. एसटी हसन 6,49,416 मत पाये थे, जबकि कुंवर सर्वेश 5,51,538 मत पाये थे, जबकि कांग्रेस से राज बब्बर 59,198 मत पाकर तीसरे स्थान पर थे। 2014 में भाजपा के कुंवर सर्वेश ने सपा के एस.टी हसन को 87,504 मतों से परास्त किया था।

रामपुर लोकसभा सीट पर समाजवादी पार्टी से जीत हासिल की थी, लेकिन उप चुनाव में भाजपा के घनश्याम सिंह लोधी ने सपा के असीम को 42,192 मतों से परास्त कर दिया था। यहां आजम के दबाव में सपा को उम्मीदवार अंतिम समय में बदलने पड़े और एसटी हसन चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। ऐसे में पार्टी के अंदर भीतरघाट होने का खतरा बढ़ गया है। यह सब सपा को भाजपा का चुनाव गणित देखकर करना पड़ा है। जिसकी वजह से सपा की ही मुश्किले बढ़ती नजर आ रही है।

चित्रकूट में डंपर ने दर्शनार्थियों से भरे ऑटो को रौंदा, पांच की मौत, तीन गंभीर रूप से घायल

लखनऊ। धर्मनगरी चित्रकूट के कर्वी कोतवाली क्षेत्र में मंगलवार की सुबह दर्शनार्थियों से भरे ऑटो और तेज रफ्तार डंपर की सीधी भिड़ंत हो गई। झांसी-मिर्जापुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुए भीषण हादसे में पांच लोगों को मौत हो गई, जबकि चालक समेत तीन लोग गंभीर रुप से घायल हो गए। सूचना पर पहुंची पुलसि ने घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाया, वहीं मृतकों की शिनाख्त करते हुए घटना की जानकारी परिजनों को देते हुए शवों को पोस्टमार्टम भेजते हुए कार्रवाई की।

जानकारी के मुताबिक, एक ऑटो रिक्शा कर्वी स्टेशन की तरफ से सुबह दर्शनार्थियों को लेकर रामघाट तीर्थ क्षेत्र जा रहा था। जैसे ही ऑटो रिक्शा कर्वी कोतवाली क्षेत्र के झांसी-मिर्जापुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर अमानपुर के पास से गुजर रहा था तभी बेड़ी पुलिया की तरफ से आ रहे तेज रफ्तार डंफर की जोरदार भिड़ंत हो गई है। इस हादसे में ऑटो सवार आठ लोग चपेट में आ गए। टक्कर इतनी जोरदार थी कि ऑटो में सवार पांच लोगों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। मृतकों में एक युवती भी शामिल है। वहीं चालक समेत तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना देख स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को बिना समय गवांए घायलों को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां डॉक्टरों ने उनकी हालात देखकर उन्हें हायर सेंटर प्रयागराज के लिए रेफर कर दिया गया है।

अपर पुलिस अधीक्षक चक्रपाणि त्रिपाठी के मुताबिक जनपद की कर्वी कोतवाली क्षेत्र में एक भीषण हादसे में पांच लोगों की मौत हो गई है। मृतकों की पहचान कर ली गई है। मृतकों में अनिरुद्ध (30) पुत्र शिवराज, अखिलेश (28) पुत्र हरिभान निवासीगण मलिकपुर, जिला कन्नौज, अतर सिंह पुत्र रामसेवक वर्मा निवासी तिर्वा कन्नौज, निधि सोनी (19) पुत्री रामकुमार सोनी, निवासी सुमेरपुर जिला हमीरपुर और धर्मेंद्र हैं। धर्मेंद्र का पता अज्ञात है जिसकी जानकारी का प्रयास किया जा रहा है। वहीं घायलों में ऑटो रिक्शा चालक बेड़ी पुलिया निवासी सूरज, हमीरपुर के सुमेरपुर निवासी सुमित साहू और नारायनपुर कर्वी निवासी निर्भय हैं। सभी को इलाज के लिए हायर सेंटर प्रयागराज के लिए रेफर कर दिया गया है। जानकारी करने पर पता चला है कि मृतक चित्रकूट दर्शन करने के लिए आए थे, जो हादसे का शिकार हो गए हैं। शवों को पोस्टमार्टम भेजते हुए डंपर को कब्जे में लेकर कार्रवाई की जा रही है।

मोदी पर अंगुली उठाने वाले भारत के विकास में अवरोधक : सीएम योगी

लखनऊ । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विकसित भारत, सर्वांगीण विकास ही मोदी की गारंटी है। विकसित भारत में बिना भेदभाव हर व्यक्ति, जाति-समुदाय को सम्मान व आगे बढ़ने का अवसर मिले। बेटी-व्यापारियों को समान सुरक्षा की गारंटी हो, जहां अराजकता नहीं बल्कि कानून का राज हो। जातिवाद-परिवारवाद नहीं, सबका साथ-सबका विकास हो और यही विकसित भारत की परिकल्पना का आधार है।

मुख्यमंत्री योगी ने हाथरस में प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन को किया संबोधित

उन्होंने कहा कि मोदी की गारंटी को हमने जमीनी धरातल पर उतरते देखा है, इसलिए पूरे देश को ’मोदी की गारंटी’ पर विश्वास है। मोदी पर अंगुली उठाने वाले भारत के विकास में अवरोधक हैं। यह विकसित भारत के मार्ग के बैरियर हैं। हमें इन बैरियर को हटाना होगा और मोदी जी के नेतृत्व में सुरक्षित व समृद्ध भारत की परिकल्पना को साकार करने के लिए कार्य करना होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को हाथरस में प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह बातें कहीं। मुख्यमंत्री ने प्रदेश सरकार के मंत्री व हाथरस से भाजपा के लोकसभा प्रत्याशी अनूप वाल्मीकि ’प्रधान’ के लिए जनसमर्थन की अपील की।

आपके पूर्वजों ने सामाजिक स्वावलंबन का उदाहरण दिया

मुख्यमंत्री ने कहा कि हाथरस ब्रज मंडल का प्रवेश द्वार है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2020 में आत्मनिर्भर भारत की बात कही। हाथरस, कासगंज, अलीगढ़, मुरादाबाद, आगरा, मथुरा आदि के लोगों ने सैकड़ों वर्ष पहले आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को प्राप्त कर लिया था। जब हमने प्रदेश में प्रत्येक जनपद के उत्पाद को प्रोत्साहित करने के लिए ओडीओपी की नीति बनाई तो उसके पीछे मुरादाबाद की पीतल की कारीगरी, अलीगढ़ का हार्डवेयर, हाथरस की हींग, फिरोजाबाद का ग्लास आइटम आदि थे। हस्तशिल्प व हुनर हमारे देने का हिस्सा था। आपके पूर्वजों ने यहां आत्मनिर्भरता के लक्ष्य के माध्यम से सामाजिक स्वावलंबन का उदाहरण देने का कार्य किया।

प्रबुद्धजनों का आह्वान, चुनाव की बागडोर अपने हाथों में लें: योगी

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रबुद्धजन समाज को नेतृत्व देते हैं, इसलिए आपका आह्वान करने आए हैं। चुनाव की बागडोर अपने हाथों में लेकर आप यूपी के लक्ष्य के अनुरूप परिणाम देने के लिए मोदी जी को 80 सीटों की जीत की माला दें। प्रबुद्धजन समाज की मान्यता व राय को आवाज देते हैं। अपने ओपिनियन के माध्यम से मार्गदर्शन करते हैं, इसलिए आप पर जिम्मेदारी भी है। आपने बदलते हुए नए भारत का दर्शन किया है। आपने 2014 के पहले की अराजकता देखी है और उसके बाद का एक भारत-श्रेष्ठ भारत भी देखा है। यहां सुरक्षा-समृद्धि, आजीविका व आस्था का सम्मान भी देखा है। भारत का सम्मान 140 करोड़ लोगों का सम्मान है। यहां इंफ्रास्ट्रक्चर के अनेक कार्य हुए हैं। आज विकास हमारी पहचान बन रही है। गरीब कल्याणकारी योजनाओं का कोई सानी नहीं है।

न जाति-न भाषा, सभी को समान रूप से दिया गया योजनाओं का लाभ: सीएम

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि यह चुनाव फैमिली फर्स्ट और नेशन फर्स्ट के बीच है। तुष्टिकरण बनाम भारत की आस्था का चुनाव है। हमें देखना है कि अराजकता, दंगा, कर्फ्यू लगाने वालों के हाथों में फिर सत्ता आएगी या दंगामुक्त, कर्फ्यूमुक्त, सुरक्षित वातावरण देने वाली मोदी की सरकार आएगी, जिसने बिना भेदभाव शासन की योजनाओं का लाभ दिया है। न जाति, न पाति, न क्षेत्र, न भाषा देखी गई, सभी को समान रूप से विकास की योजनाओं का लाभ दिया गया।

आपको नरेंद्र मोदी व अनूप वाल्मीकि बनकर घर-घर जाना होगा: सीएम

मुख्यमंत्री ने वर्तमान सांसद राजवीर सिंह दिलेर की भी मंच से तारीफ की। बोले कि उनका आशीर्वाद भी अनूप वाल्मीकि के साथ है। पार्टी ने आदेश दिया कि वहां नया प्रत्याशी आएगा तो राजवीर सिंह पार्टी के कार्यकर्ता के रूप में निष्ठा के साथ लग गए। पार्टी ने अनूप वाल्मीकि को प्रत्याशी बनाया है। प्रदेश सरकार में मंत्री होने के कारण मैं उन्हें पूरे प्रदेश में दौड़ाता था। वे पूरी ईमानदारी से कार्य करते रहे। विकास की एक-एक रिपोर्ट हमें उपलब्ध करवाते रहे। योगी ने आह्वान किया कि आप सभी को नरेंद्र मोदी व अनूप वाल्मीकि बनकर घर-घर जाकर वोट मांगना पड़ेगा। बूथों को संभालना पड़ेगा। यहां तीसरे चरण में चुनाव होंगे तो गर्मी भी चढ़ चुकी होगी। हमें मोदी के नेतृत्व में विश्वास करते हुए एनडीए प्रत्याशियों के पक्ष में वोट देने के लिए एक-एक मतदाता को तैयार करना है।

भाजपा है तो सुरक्षा है : सीएम योगी

मुख्यमंत्री ने कहा कि विधानसभा चुनाव में भी यहां आया था। आपने सभी सीटों पर कमल खिलाया। प्रदेश में भाजपा सरकार है तो सुरक्षा है, विकास है, गरीब कल्याणकारी योजनाएं धरातल पर उतरती दिख रही है। लोगों के मन में अपनत्व का भाव है। धर्माचार्यों की मंशा भी पूरी हो गई। जिसके लिए पीढ़ियां तरस रही थीं, वह कार्य बढ़ा और रामलला अयोध्या में विराजमान हो गए। प्रभु राम के साथ संवाद बनाने का कार्य त्रिकालदर्शी महर्षि वाल्मीकि ने किया। अयोध्या एयरपोर्ट का नाम भी महर्षि वाल्मीकि के नाम पर रखा गया।इस मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष शरद माहेश्वरी, प्रदेश सरकार के मंत्री असीम अरुण, हाथरस के वर्तमान सांसद राजवीर सिंह दिलेर, विधायक अंजुला सिंह माहौर, वीरेंद्र राणा, रवींद्र पाल सिंह, राजकुमार सहयोगी, प्रदीप सिंह गुड्डू, विधान परिषद सदस्य चौधरी ऋषिपाल सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष सीमा उपाध्याय, नगर पालिका परिषद अध्यक्ष श्वेता चौधरी आदि उपस्थित रहीं।