गया जिले के गुरुआ प्रखंड का आयुष 477 नंबर लाकर बना जिला टॉपर, डाक्टर बनकर करना चाहता है लोगों की सेवा
गया : बिहार बोर्ड मैट्रिक परीक्षा के परिणाम का इंतजार कर रहे छात्र-छात्राओं के लिए आज बड़ा दिन रहा। बोर्ड द्वारा आज रिजल्ट जारी किया गया। जिसमें सफलता हासिल करने वाले छात्र-छात्राओं और उनके परिजनों की खुशी ठिकाना नहीं रहा। वहीं टॉप करने वाले छात्र-छात्राओं के घर बधाई देने वालों का तांता लगना शुरु हो गया। साथ ही उनके सपनों के पंख भी लगने शुरु हो गए। सभी अपने-अपने आगे के भविष्य को लेकर अभी से भावनाएं व्यक्त कर रहे है।
इधर जिले के गुरुआ प्रखंड के उत्क्रमित उच्च विद्यालय रघुनाथपुर खाप के आयुष कुमार ने मैट्रिक की परीक्षा में जिले भर में टॉप किया है। उसने 477 अंक लाकर नाम रोशन किया है। वह गुरुआ के सीमारू गांव का रहने वाला है।
आयुष का कहना है कि वह एक डाक्टर बनना बनकर समाज और लोगों की सेवा करना चाहता है। आगे चल कर मेडिकल की तैयारी करेगा और उसमें भी बेहतर अंक से सफलता हासिल करेगा।
आयुष के पिता नागेंद्र कुमार वर्मा एक किसान हैं। जबकि मां कुमारी अनुपमा सिन्हा एक गृहणी हैं। आयुष अपनी इस सफलता का श्रेय अपने मां पिता व मामा और स्कूल के टीचर को देता है। उसका कहना है कि मां ने स्कूल टीचर हमेशा से हमें बेहतर गाइड किया और वहीं पिता जी ने पिता धर्म को निभाते हुए हमारी हर स्थिति परिस्थिति को भांप कर एक फ्रेंड के माफिक भी व्यवहार किया। इससे मुझे काफी बल मिला। वहीं टीचर ने भी कभी मुझे इग्नोर नहीं किया। यही, वजह है कि मुझे मेरी मेहनत का फल जो मिलना चाहिए था वह मिला। अब आगे और भी कठिन मेहनत कर आगे बढूंगा।
वहीं, नागेंद्र वर्मा का कहना है कि हम लोग किसान है। हमारे पास है ही क्या। बेटा बेटी ही मूल-पूंजी है। ये पढ़ लिख कर कुछ मुकाम हासिल कर लेते हैं इससे बड़ी बात और क्या हो सकती है। वहीं आयुष की मां अनुपमा सिन्हा ने कहा कि हमें अपने बेटे पर गर्व हो रहा है। उन्होंने कहा कि इसकी आगे की पढाई में जो खर्च होगा वह हम करेंगे। चाहे कर्जा ही क्यों न लेना पड़े पर पढ़ाएंगे।
गया से मनीष कुमार
Mar 31 2024, 21:17