गोविंदपुर में चाचा-भतीजे का गिरोह बना रहा था मिलावटी शराब


धनबाद : उत्पाद विभाग की टीम ने छापेमारी कर गोविंदपुर में निरसा बॉर्डर के पास स्थित जोधाडीह बस्ती में छापेमारी कर भारी मात्रा में मिलावटी शराब बरामद की। यहां मिलावटी शराब बनाने का खेल चाचा-भतीजे का गिरोह कर रहा था।

चाचा और भतीजा पहले से ही इस अवैध धंधे में संलिप्त है।  गुप्त सूचना पर शुक्रवार की अल सुबह तीन बजे ही एक टीम गठित कर जोधाडीह में विकास साहनी के गोदाम में दबिश दी गई। मौके से 20 पेटी मिलावटी शराब बरामद हुई, जिसे विभिन्न ब्रांडेड कंपनियों की बोतल में पैक किया गया था, जो देखने में बिल्कुल असली की तरह प्रतीत होती है।

मौके से 30 लीटर कच्चा स्प्रिट व शराब बनाने की अन्य सामग्री भी बरामद की गई। जब्त की गई शराब की कीमत लगभग 82 हजार रुपए आंकी गई है। 

उत्पाद विभाग के अधिकारी ने बताया कि यह शराब फिलहाल होली में खपाने की तैयारी थी। 

उत्पाद विभाग लगातार मिलावटखोरों के खिलाफ अभियान चला रहा है। एक सप्ताह के अंदर ही लगभग 10 लाख मूल्य की मिलावटी शराब बरामद की जा चुकी है। फिलहाल मामला दर्ज कर चाचा-भतीजा के खिलाफ अग्रतर कार्रवाई की जा रही है। बरामद मिलावटी शराब को जांच के लिए रांची प्रयोगशाला भेजा जाएगा।धनबाद

विदेशी इंजीनियर की टीम ने ब्लॉक दो में कार्य कर रहे हाइवाल माइनिंग मशीन से हो रहे उत्पादन का लिया जायजा


धनबाद,(बाघमारा):  ब्लॉक दो में सर्वप्रथम हाइवाल माइनिंग विधि से हो रहे कोयला उत्पादन कार्य का निरीक्षण करने गुरुवार को गैनवेल इंडिया की आठ सदस्यीय विदेशी टीम जमुनिया माइंस पहुंची।

कोयला भवन मुख्यालय के अधिकारियों के साथ पहुंची तकनीक विशेषज्ञ टीम ने मशीन से कोयले के उत्पादन कार्य का जायजा लिया। टीम में आस्ट्रेलिया व इंग्लैंड के इंजीनियर शामिल थे।

बता दें कि पूरे बीसीसीएल में कैटरपिलर कंपनी द्वारा निर्मित उक्त मशीन से सिर्फ जमुनिया माइंस में ही कोयले का उत्पादन किया जा रहा है। 

करोड़ों रुपए की लागत से निर्मित मशीन द्वारा बगैर ओबी हटाए करीब 30 मीटर चट्टानों के बीच दबे कोयले की परत को कटर के माध्यम से कटिंग कर कन्वेयर बेल्ट से लोडिंग प्वाइंट तक लाया जाता है। डेको कंपनी द्वारा माइंस में आउटसोर्सिंग के तहत कोयले का उत्पादन कर रही है। उच्च तकनीक से लैस उक्त मशीन की कीमत सौ करोड़ बताई जाती है।

 कोयला उत्पादन कार्य का मॉनेटरिंग क्षेत्रीय अधिकारी कर रहे हैं। बताया जाता है कि पूरी तरह ऑटोमेटिक विधि से उक्त मशीन कोयले का उत्पादन करती है। टीम में पाउल मुले, स्टिव कोक्स, स्टिवर्स मैइयरस, मथ्यू इवरट्स, जॉन विलसन, क्लिनेट मिल्लर, जयंत भटाचार्य, सीकेत बनर्जी थे। 

मौके पर ब्लॉक दो के एजीएम एसबी कुमार, पीओ केके सिंह, प्लानिंग ऑफिसर टीएस चौहान, डेको कंपनी के अभिनव झा आदि थे।

क्या धनबाद और चतरा का सस्पेंस अब होगा खत्म..?

क्या चतरा से सत्यानंद भोक्ता और धनबाद से पूणिमा सिंह हो सकती है भाजपा की उम्मीदवार...?

भाजपा ने झारखंड के 11 सीटों पर 2024 लोकसभा के लिए प्रत्याशी की घोषणा कर दी है।लेकिन चतरा और धनबाद सीट पर अभी भी सस्पेन्स बरकरार हैं। इन दो सीटों पर अभी तक किसी प्रत्याशी के नामो की घोषणा नही की गई है। वैसे एक गिरिडीह सीट भी बाकी है लेकिन गिरिडीह आजसू के हिस्से का है जो एनडीए के एलाइंस है।

वैसे धनबाद सीट पर लगातार भाजपा से पीएन सिंह जीत कर लोकसभा जाते रहे हैं। इस बार पीएन सिंह की उम्र आड़े आ रही है। दूसरी ओर भाजपा के अंदरूनी सर्वे के अनुसार जानता भाजपा के पक्ष में तो है लेकिन उम्मीदवार में बदलाव चाहती है।इसी को नज़र में रखते हुए भाजपा आलाकमान एक ऐसे उम्मीदवार की तलाश में हैं जो पीएन सिंह के जातीय वोटर को भी नाराज ना करे और इंडिया गठबंधन को कड़ा टककर दे। ऐसे नामों में झरिया से कांग्रेस विधायक पूर्णिमा सिंह को लेकर सियासी गलियारों में जबरदस्त चर्चा है।

कयास लगाया जा रहा है कि पूर्णिमा सिंह भाजपा में शामिल हो सकती है और भाजपा धनबाद सीट से पूर्णिमा सिंह पर दांव लगा सकती है। वैसे इस रेस में बाघमारा विधायक ढुलू महतो,धनबाद विधायक राज सिन्हा, और भजपा नेत्री और झरिया के पूर्व विधायक संजीव सिंह की पत्नी रागनी सिंह भी प्रबल दाबेदार है।

लेकिन अंदरखाने की चर्चा है ,कि भाजपा आलाकमान कांग्रेस की झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह और चतरा के राजद विधायक व मंत्री सत्यानंद भोक्ता को अपने पाले में करने और दोनों को लोकसभा के मैदान में उतारने के लिए जी तोड़ कोशिश कर रहे हैं। इससे से एनडीए को दो फायदे होंगे। झारखंड में एनडीए कमजोर होगी और भाजपा को एक ऐसा उम्मीदवार भी मिलेगा जो जीतने में सफल होंगे।

इस बीच कांग्रेस की नीति और झारखंड में कांग्रेसी मठाधीशों के उपेक्षा से नाराज होकर गीता कोड़ा, भाजपा में शामिल हो गयी वहीं झमुमो कि विधायक तथा शिबू सोरेन परिवार की महत्वपूर्ण सदस्य सीता सोरेन भी भाजपा में शामिल हो गयी। दोनों की नाराजगी से इंडिया के दो मज़बूत चेहरा एनडीए की हिस्सा बन गयी। पिछले दिन कांग्रेस कोटे से मंत्री बनाने में भी जिस रणनीति का प्रयोग किया गया कांग्रेस के कई विधायक नाराज चल रहे हैं।

इधर सत्यानंद भोक्ता और पूर्णिमा सिंह को दिल्ली में डटे रहने से राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज हो गयी है कि ये भाजपा में शामिल हो सकते हैं।

इस बीच भाजपा द्वारा धनबाद और चतरा लोकसभा सीट को होल्ड पर रखे जाने से दावेदारी जताने वाले नेताओं की धड़कनें काफी तेज हो गई है। राजनीति के भविष्यवक्ता अपनी जोड़ घटाव कर अनुमान लगाने लगे हैं कि हो सकता है कि भाजपा इन दोनों सीटों पर नया चेहरा चस्पां करने की फिराक में लगी हो , क्योंकि भाजपा इस बार कोई रिस्क लेना नहीं चाहती है। झारखंड सरकार में मंत्री सत्यानंद भोक्ता दिल्ली में मौजूद हैं और कांग्रेस की पूर्णिमा नीरज सिंह भी हैं और किसी भी समय व दोनों भाजपा में शामिल हो सकते हैं।

सत्यानंद भोक्ता चतरा से लोकसभा उम्मीदवार हो सकते हैं। सत्यानंद भोक्ता चतरा सीट से अब तक तीन बार विधायक चुने जा चुके हैं और तीन बार मंत्री भी बने हैं।

पति की हत्या कर शव को छुपाने के मामले में जिला एवं सत्र न्यायाधीश की अदालत में मिली उम्रकैद की सजा


धनबाद : पति की हत्या कर शव को छुपाने के मामले में जिला एवं सत्र न्यायाधीश अखिलेश कुमार की अदालत ने सजा की बिंदु पर फैसला सुनाया. 

अदालत ने राजगंज थाना क्षेत्र के दलदली निवासी जेल में बंद मालती देवी को भादवि की धारा 201 में तीन वर्ष कैद, भादवि की धारा 302 में उम्रकैद व दस हजार रुपए जुर्माना की सजा सुनाई. दोनों सजा एक साथ चलेगी.अभियोजन का संचालन सहायक लोक अभियोजक समित प्रकाश ने किया.

क्या है मामला ..?

 मालती देवी ने 25 अगस्त 2020 को तलवार से कई टुकड़ों में काटकर अपने पति चंद्रकांत टुडू की हत्या कर दी थी. इससे पहले उसने चंद्रकांत को शराब भी पिलायी थी और कमरे में उसे बंद कर उसकी हत्या कर दी थी. इसके बाद रात 12 बजे पति के सिर को स्कूटी में रखा और धड व पैरों को टोकरी में रख अलग-अलग कुओं में फेंक दिया था. साक्ष्य छुपाने मे लिए रात में ही घर को धोकर साफ कर दिया था.

 दूसरे दिन स्कूटी में रखे पति के सर को तिलाटांड़ पहाड़ी तेतुलमारी ले जाकर झाड़ियों में फेंक दिया और थाना में अपने पति की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी थी. छह सितंबर 2020 को कांड के अनुसंधानकर्ता ने जब मालती देवी के मोबाइल फोन का सीडीआर निकाला तो पता चला कि मालती देवी चंदन चौहान, महेंद्र चौहान और सुभाष कुमार गोप के साथ घटना से पहले और बाद भी लगातार संपर्क में थी और बात कर रही थी. जब पुलिस ने इन तीनों को पकड़ा तो तीनों ने हत्या की बात उगल दी. बाद में पुलिस की सख्ती पर मालती ने भी अपना दोष स्वीकार कर लिया था. उसकी निशानदेही पर पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल तलवार, टोकरी व स्कूटी, मृतक के कपड़े व चप्पल बरामद किये थे. घटना की प्राथमिकी राजगंज थाना में मृतक चंद्रकांत टुडू के बड़े भाई विनोद टुडू की लिखित शिकायत पर 28 अगस्त 2020 को दर्ज की गई थी. मामले में अभियोजन ने कुल 12 गवाहों का परीक्षण कराया था. बचाव पक्ष से एलएडीसीएस के चीफ कुमार विमलेंदू अभियोजन के आरोपों का खंडन नही कर सके. न ही साक्ष्यों पर संदेह उत्पन्न कर पाये.

ब्रेकिंग : धनबाद पुलिस ने मैथन चेकपोस्ट में चैकिंग के दौरान कार से बरामद किया 2.91 लाख रुपए, पुलिस कर रही है जांच


धनबाद :लोकसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही पूरे देश में आचार संहिता लागू हो गई है. जगह-जगह पुलिस चौकस है. धनबाद पुलिस भी सजग है और जांच अभियान तेज कर दिया है.परिणाम है के वाहनों से लगातार नगदी बरामद हो रहे है.

 साथ में नगद ले जाने वाले की जांच पड़ताल की जा रही है.वाहनों की सख्त जांच की जा रही है. पूछताछ की जा रही है. पश्चिम बंगाल के बॉर्डर पर स्थित धनबाद के मैथन चेक पोस्ट पर लगातार नगदी बरामद हो रहे हैं.

 इसके पहले भी एक वाहन से 10 लाख रुपए बरामद किए गए थे. फिर रविवार की रात मैथन पुलिस ने एक कार से 2.91 लाख रुपए बरामद किए हैं .यह बरामदगी वाहन जांच के दौरान की गई है. कार से बरामद रुपए किसी भोला प्रसाद विश्वकर्मा के बताए गए हैं. वह कतरास के रहने वाले हैं.

 उन्होंने पुलिस को बताया कि पश्चिम बंगाल में उन्होंने अपनी जमीन बेची थी. उसी का नगद भुगतान लेकर कतरास जा रहे थे. 14 मार्च को वाहन जांच के दौरान मैथन पुलिस ने हुंडई कार से 10 लाख रुपए और रविवार की दोपहर में एक इनोवा कार से 1.28 लाख रुपए और रविवार की रात को 2.91 लाख रुपए बरामद किया है. बरामद रूपयो की जांच पड़ताल चल रही है.

होली से पहले यातायात की सुविधा के लिए बिहार झारखंड में कई स्टेशन पर होगा ठहराव, रेल विभाग ने जारी किया सर्कुलर


होली से पहले यात्रियों की सहूलियत को देखते हुए कई ट्रेनों का स्टोपेज बिहार-झारखंड के अलग-अलग स्टेशनों पर दिया गया है। मौर्य एक्सप्रेस पाटलीपुत्र एक्सप्रेस समेत कई ट्रेनें शामिल हैं जिसका स्टोपेज अलग-अलग स्टेशनों पर दिया गया है। 

इन ट्रेनों के स्टोपेज मिलने से यात्रा करने वाले यात्रियों में सहूलियत होगी। आचार संहिता से पहले ही ठहराव के आदेश जारी कर तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है।

संबलपुर-गोरखपुर मौर्य एक्सप्रेस का नामकोम में मिला स्टोपेज

हटिया-पूर्णिया कोर्ट कोशी एक्सप्रेस अथमलगोला में मिला ठहराव

धनबाद होकर गुजरने वाली संबलपुर-गोरखपुर मौर्य एक्सप्रेस, रांची-दुमका इंटरसिटी और पाटलिपुत्र एक्सप्रेस समेत कई ट्रेनों को अलग-अलग स्टेशन पर ठहराव दिया गया है।

 लोकसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही आचार संहिता लागू हो चुका है। ऐसे में अब सांसद, विधायक या अन्य जनप्रतिनिधि ठहराव वाले स्टेशन पर हरी झंडी नहीं दिखा सकेंगे। आचार संहिता से पहले ही ठहराव के आदेश जारी कर उसे तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है।

इन स्टेशन पर मिला ठहराव

दुमका-रांची इंटरसिटी झालिदा दिन के 11:10-11:11 बजे

रांची-दुमका इंटरसिटी झालिदा दोपहर 2:45-2:46 बजे

संबलपुर-गोरखपुर मौर्य एक्सप्रेस नामकोम शाम 5:36-5:37 व टाटीसिल्वे शाम 5:41-5:42 बजे

गोरखपुर-संबलपुर मौर्य एक्सप्रेस नामकोम सुबह 6:47-6:48 व टाटीसिल्वे सुबह 6:42-6:43 बजे

पूर्णिया कोर्ट-हटिया कोशी एक्सप्रेस अथमलगोला सुबह 8:24-8:26 बजे

हटिया-पूर्णिया कोर्ट कोशी एक्सप्रेस अथमलगोला शाम 4:50-4:52 बजे

पटना-हटिया पाटलिपुत्र एक्सप्रेस अथमलगोला शाम 4:27-4:29 बजे

हटिया-पटना पाटलिपुत्र एक्सप्रेस अथमलगोला सुबह 10:58 -11:00 बजे

इस्लामपुर-हटिया एक्सप्रेस पुंदाग सुबह 5:09-5:10 बजे

हटिया-इस्लामपुर एक्सप्रेस पुंदाग रात 9:51-9:52 बजे

संबलपुर-जम्मूतवी एक्सप्रेस

 नामकोम शाम 5:52-5:53 

8 बजे टाटीसिल्वे शाम 5:57-5:58 बजे

जम्मूतवी-संबलपुर एक्सप्रेस नामकोम सुबह 8:36-8:37 व टाटीसिल्वे सुबह 8:27-8:28 बजे

लोकसभा चुनाव को लेकर झरिया में कांग्रेस समन्वय समिति की हुई आवश्यक बैठक

धनबाद। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर गुरुवार को धनबाद जिला कांग्रेस की झरिया आरएस गार्डन, फुलारी बाग में एक आवश्यक बैठक आयोजित की गई.बैठक में जिला प्रभारी चंद्रशेखर शुक्ला उपस्थित थे।

कांग्रेस पदाधिकारियों कार्यकर्ताओं द्वारा उन्हें बुके देकर सम्मानित किया गया।

बैठक को संबोधित करते हुए जिला प्रभारी चंद्रशेखर शुक्ला ने कहा कि धनबाद कांग्रेस की ऐतिहासिक धरती हैं। यहां के कांग्रेसजनों में लोकसभा चुनाव को लेकर काफी उत्सुकता हैं जिसे मजबूती एकजुटता के साथ जगाएं रखना हैं।

केंद्रीय कांग्रेस का एजेंडा है कि लोकसभा चुनाव में प्रखण्ड स्त़र पर समिति, बुथ कमेटी पार्टी की योजना, बिचार धारा को मजबूती से आम जनता के बीच रखना है ताकि हम अपने कांग्रेस प्रत्याशी को भारी से भारी मतों से जिता सकें।

बैठक को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष संतोष सिंह ने कहा कि 2024 का धनबाद लोकसभा का चुनाव कांग्रेस पार्टी मजबूती से लड़ेगी। हमारे कांग्रेस पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं के सहयोग से हमलोगों ने जिला से प्रखण्ड स्तर, गांव -पंचायत तक बीएलए सहित सभी बुथों पर तटस्थ कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ चुनावी तैयारी पूरी कर ली हैं। हमारे सेवादल के कार्यकर्ता भी जमीनी स्तर पर डटे हुए हैं।

बैठक में पुर्व मंत्री मन्नान मल्लिक, प्रदेश कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष जलेश्वर महतो, लक्षमण तिवारी, काली चरण यादव, मुख्तार खान, शमशेर आलम, राम गोपाल भुवानियां, ललन चौबे, कांग्रेस महिला जिलाध्यक्ष सिता राणा, माला झा, राजेश्वर यादव, नवनीत नीरज, योगेन्द्र सिंह योगी, मंटु दास, अशोक लाल, सहित अन्य करीब दो सौ जिला कांग्रेस प्रदेश कांग्रेस के पदाधिकारीगण शामिल थे।

100 स्वयं सहायता समूह की बहनों के बीच सिलाई मशीन का किया वितरण


धनबाद। गुरुवार को विधायक राज सिन्हा ने 100 स्वयं सहायता समूह की बहनों के बिच सिलाई मशीन का वितरण किया।विधायक राज सिन्हा ने कहा कि हम भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता सेवा करना हमारा प्राथमिकता है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए कार्य किया है। महिलाओं के कई स्वयं सहायता समूह काफ़ी उपयोगी साबित हो रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मातृ वंदना योजना, स्टैंडअप इंडिया योजना, उज्जवला योजना, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, महिला शक्ति केंद्र योजना, सुकन्या समृद्धि योजना जैसी कई महत्वपूर्ण योजनाओं महिलाओं को सम्मान देते हुए सख्त बनाने का प्रयास किया हैं।

मौके पर श्रवण राय, रीता प्रसाद, अर्चना सिंह, बॉबी पाण्डेय, विभा रानी, मानस प्रसून, निर्मल प्रधान, रवि सिन्हा, पुरषोत्तम रंजन, कपिल पासवान, राजा राम दत्ता, राजेश गुप्ता, टुन्नू यादव, रिंकू सिन्हा, मनोज मालाकार, छोटू कुमार दास, विशाल सिन्हा, गुड्डू वर्मा, मिथुन ठाकुर एवं सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।

चुनाव में भड़काऊ संदेश व चुनाव में बाधा पहुंचाने वालों के खिलाफ पुलिस सख्ती से करेगी कार्रवाई

धनबाद। आगामी लोकसभा चुनाव को निष्पक्षपूर्ण और शांतिपूर्ण संपन्न कराने हेतु वरीय पुलिस अधीक्षक हृदीप पी जनार्दनन के निर्देशानुसार धनबाद पुलिस लगातार अपनी तैयारियों को मुकम्मल करने में जुटी है। चुनाव को भयमुक्त व निष्पक्षता से संपन्न कराने के लिए धनबाद पुलिस व्यवस्था को लगातार मजबूत करने में प्रयासरत है। इसी अभियान के तहत धनबाद पुलिस विभाग की तरफ से चुनाव से संबंधित शिकायत एवं निगरानी हेतु एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है।

वरीय पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर धनबाद जिले में स्वतंत्र निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव संपन्न कराने के लिए पुलिस विभाग द्वारा हेल्पलाइन नंबर 0326 -2311217 एवं मोबाइल नंबर 8210840901 जारी किया गया है। विभाग द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबर पर चुनाव से संबंधित गड़बड़ी की किसी भी तरह की सूचना अथवा शिकायत को आमजन फोन / व्हाट्सअप के जरिए सीधे पुलिस तक पहुंचा सकते हैं। हेल्पलाइन नंबर पर पुलिस को सूचना देने वाले व्यक्ति की पहचान गुप्त रखी जाएगी।

हेल्पलाइन नंबर जारी करने के साथ साथ धनबाद पुलिस ने अपनी चौकसी बढ़ा दी है। जिले के विभिन्न क्षत्रों में वाहन जांच अभियान चलाया जा रहा है । सड़क, रेलवे स्टेशन व बस पड़ाव पर विशेष चौकसी बरती जा रही है। पश्चिम बंगाल के सीमावर्ती क्षेत्र मैथन में इंटर स्टेट पुलिस चेकपोस्ट भी स्थापित किया गया है जहाँ बंगाल से आने वाले सभी वाहनों की गहनता से जांच की जा रही है।

इसके अलावा धनबाद पुलिस द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर चुनाव से संबंधित किसी भी तरह के आपत्तिजनक पोस्ट करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर आपत्तिजनक संदेश पोस्ट करने के साथ-साथ लाइक, कमेंट व शेयर करने वालो के खिलाफ भी वैधानिक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।

वाट्सएप पर भ्रामक वीडियो, तस्वीर, झूठी खबर अथवा किसी भी तरह के असत्यापित, आपत्तिजनक एवं भ्रामक कंटेंट शेयर करने वाले शख्स के साथ ग्रुप एडमिन को भी दोषी माना जाएगा। धनबाद पुलिस जिलावासियों से अपील करती है कि किसी भी तरह के भ्रामक व आपत्तिजनक सूचना के प्रसार को रोकने में पुलिस की मदद करें और मामले की जानकारी अवलंब जारी हेल्पलाइन नबर पर पुलिस को दें।

धनबाद लोकसभा:मज़दूर बहुल कोलनगरी में 1952 से 1977 तक था कांग्रेस का वर्चस्व,1977 में ए के राय ने लगाया सेंध,1999 में रीता वर्मा ने लहराया केसरिया

देश की कोयला राजधानी का जिक्र आते ही धनबाद का नाम जेहन में आता है। यही वजह है कि धनबाद लोकसभा क्षेत्र में कोयला मज़दूरों की वोट एक बड़ी ताकत मानी जाती है, लेकिन शहरी क्षेत्र के मतदाता धनबाद लोकसभा क्षेत्र में निर्णायक फैक्टर माने जाते हैं।

 6 विधानसभा क्षेत्र में झरिया, धनबाद, सिंदरी, निरसा, चंदनकियारी और बोकारो विधानसभा क्षेत्र आते हैं। अगर बोकारो विधानसभा क्षेत्र को छोड़ दें तो सभी विधानसभा में कोयला मज़दूर वोटरों की तादात अच्छी है। इनका असर वोटों पर भी साफ दिखता है। एक दो लोकसभा चुनावों को अगर छोड़ दें तो 1952 से लेकर 1977 तक यहां कांग्रेस का ही वर्चस्व रहा है।

1977 में ए.के. राय ने तोड़ी थी कांग्रेस की बादशाहत

1977 में पहली बार जयप्रकाश नारायण की संपूर्ण क्रांति आंदोलन से उपजी जनता पार्टी ने अपना उम्मीदवार एक साधारण से कोयला मजदूरों के मशीहा के नाम से मशहूर कॉमरेड एके रॉय को जनता पार्टी ने अपना उम्मीदवार बनाया था। यही समय था जब आज़ादी के बाद पहली बार जनता ने अपना मत जनता पार्टी को देकर धनबाद की राजनीति पलट दी थी। 

पहली बार देश की कोयला राजधानी धनबाद लोकसभा क्षेत्र में कोयला मजदूर संगठन के वर्चस्व वाले इलाके में शहरी क्षेत्र के वोटर निर्णायक साबित हुए।

1952 से 1977 तक चला यहां कांग्रेस का सिक्का

6 विधानसभा क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करने वाले धनबाद लोकसभा क्षेत्र में धनबाद, झरिया, निरसा, सिंदरी, चंदनकियारी और बोकारो विधानसभा क्षेत्र आते हैं। अगर बोकारो विधानसभा क्षेत्र को छोड़ दे तो बाकी विधानसभा क्षेत्रों में कोयला मजदूर वोटरों का ही वर्चस्व रहा है। 1952 से लेकर 1977 तक धनबाद लोकसभा क्षेत्र में कांग्रेस की पकड़ काफी मजबूत रही है। 

यहां से कांग्रेस को हार का मुंह 1977 में देखना पड़ा था। जब जेपी आंदोलन के बाद जनता पार्टी सतीत्व में आयी थी।

1980 में हुए मध्यावधि चुनाव में भी धनबाद की जनता ने एके रॉय को ही अपना मत देकर विजयी बनाया था, वह इस चुनाव में मासस पार्टी के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था।1984 में इंदिरा गांधी की हुई हत्या के बाद हुए चुनाव में कांग्रेस के शंकर दयाल सिंह को सहानभूति की लहर का फायदा मिला और एक बार फिर कांग्रेस ने ये सीट हासिल कर ली। लेकिन 1989 के हुए चुनाव में मजदूर नेता मासस के एके रॉय ने एकबार फिर बाजी मारी।

 1991 में लहराया यहां केसरिया

 1991 के मध्यावधि चुनाव में बीजेपी ने यहां से एक रणनीति के तहत धनबाद के शहीद रणधीर वर्मा की पत्नी रीता वर्मा को अपना उम्मीदवार बनाया। रणधीर वर्मा डियूटी के दौरान धनबाद में ही पंजाब के आतंकवादियों के गोली का शिकार हो शहीद हुए थे। 

रीता वर्मा के नॉमिनेशन में तत्कालीन अविभाजित बिहार के बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष कैलाशपति मिश्र ने खुद शिरकत कर बीजेपी कार्यकर्ताओं में इस सीट की अहमियत समझा दी थी।

बीजेपी की ये रणनीति कामयाब रही और पहलीबार कांग्रेस के गढ़ में केसरिया लहराया था। तब से लेकर 1999 तक बीजेपी इस सीट पर कब्ज़ा जमाए रखा। 

1999 में बीजेपी की गुटबंदी बनी घातक,फिर कांग्रेस के पाले में सीट

लेकिन इस दौरान बीजेपी के कई गुट बन गए थे और उसका असर दिखा 2004 के लोकसभा चुनाव में जब मजदूर संगठन से जुड़े कांग्रेस नेता चंद्रशेखर दुबे ने कांग्रेस के परंपरागत सीट पर फिर एकबार कांग्रेस का परचम लहराने में कामयाब रहे।

इस जीत ने जहां कांग्रेसियों में उत्साह भरा वहीं बीजेपी की गुटबंदी भी खुलकर सामने आ गई। यही वो वक्त था जब कोयला मज़दूर सूदखोरों का दंश झेल रहे थे। यही वजह थी कि कोयला मज़दूरों ने ज़मकर वोट किया। 

दूसरी ओर बीजेपी का शहरी वोट पार्टी की गुटबंदी का शिकार हो गया। इस तरहा यहां से बीजेपी को हार का मुंह देखना पड़ा। 

2009 था बीजेपी के लिए चुनौती,तब पीएन सिंह को किया आगे

2009 में बीजेपी के सामने सबसे बड़ी चुनौती थी एक ऐसे नेता को सामने लाना जो इन सबपर भारी पड़ता हो, तभी बीजेपी में पशुपतिनाथ सिंह के नाम को बीजेपी ने आगे किया।

पशुपतिनाथ सिंह बीजेपी के एक ऐसे नेता रहे हैं कि पार्षद से लेकर धनबाद विधानसभा का तीन बार नेतृत्व कर चुके थे और प्रदेश सरकार में मंत्री पद भी संभाल चुके थे। 

इस निर्विवाद नेता ने किसी भी चुनाव में हार का मुंह नहीं देखा था। बीजेपी ने इन्हें अपना उम्मीदवार बनाया और इसी चुनाव में पार्टी ने अपनी खोई ज़मीन वापस पा ली। 

बीजेपी ने चुनावी राजनीति के अजातशत्रु माने जाने वाले पशुपतिनाथ सिंह को 2014 और 2019 में भी अपना उम्मीदवार बनाया। धनबाद की जनता ने भी साबित किया कि सच में पशुपतिनाथ सिंह चुनावी मैदान के अजातशत्रु हैं। उन्होंने 2019 के चुनाव में कीर्ति आजाद को 5 लाख से अधिक मतों से पराजित किया था।

2024 में भाजपा है असमंजस में चल रहा मंथन

2024 के आगामी चुनाव में बीजेपी ने अभी तक धनबाद सीट से अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया है। इस बार के चुनाव में अजातशत्रु के चुनाव लड़ने में उनकी सबसे बड़ी बाधा उनकी उम्र साबित हो रही है।

इधर, बीजेपी के कई दिग्गज़ नेता दिल्ली की दौड़ लगा रहे हैं सभी अपने अपने संपर्क सूत्र के सहारे टिकट की जुगाड़ में जुटे हैं, अब देखना है कि बीजेपी इस बार किसी बाहरी को चुनावी मैदान में उतरती है या फिर धनबाद के ही किसी पार्टी कार्यकर्ता पर अपना भरोसा जताती है।वहीं धनबाद सीट से अभी तक कांग्रेस सहित किसी दल ने अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया है, आने वाले समय में यह पता चलेगा कि धनबाद लोकसभा सीट पर मामला कितना रोचक होने वाला है।

धनबाद लोकसभा सीट का इतिहास

साल       विजेता   पार्टी

1952  पीसी बोस    कांग्रेस

1957  पीसी बोस    कांग्रेस

1962 पीआर चक्रवर्ती

1967 रानी ललिता राज्यलक्ष्मी निर्दलीय

1971 राम नारायण शर्मा कांग्रेस

1977 एके रॉय      मासस, (जनतापार्टी समर्थित)

1984 शंकर दयाल शर्मा- कांग्रेस

1989 एके रॉय    मासस

1991 रीता वर्मा    बीजेपी

1996 रीता वर्मा    बीजेपी

1998 रीता वर्मा    बीजेपी

1999 रीता वर्मा     बीजेपी

2004 चंद्रशेखर दुबे   कांग्रेस

2009 पीएन सिंह    बीजेपी

2014 पीएन सिंह     बीजेपी

2019 पीएन सिंह    बीजेपी

2019 पीएन सिंह बीजेपी

2019 में पीएन सिंह को कुल वोट 827234, वोटों का प्रतिशत 66.03%

कृति आज़ाद कांग्रेस को मिली वोट, 341040, वोट का प्रतिशत 27.22 (प्रतिशत डाले गए वोट के अनुपात में)