2022 में कमेरावादी से गठबंधन था, 2024 में नहीं : अखिलेश

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मीडिया के प्रश्नों का उत्तर देते हुए अपना दल कमेरावादी से गठबंधन चलने की बात को नकार दिया। अखिलेश यादव ने दो टूक कहा कि 2022 में कमेरावादी से गठबंधन था, 2024 में नहीं है। अखिलेश यादव के बयान के कुछ मिनटों पहले ही अपना दल कमेरावादी की नेता व विधायक पल्लवी पटेल ने कुछ लोकसभा सीटों पर उम्मीदवार खड़े करने की घोषणा कर दी। पल्लवी पटेल के गठबंधन से बागी चेहरे को देखकर अखिलेश यादव पहले से नाराज रहे।

इसी दौरान प्रेसवार्ता में अखिलेश से किये गये प्रश्न के उत्तर में उनकी ओर से गठबंधन टूटा हुआ बता दिया गया। उत्तर प्रदेश की फूलपुर लोकसभा सीट, कौशांबी लोकसभा सीट और मिजार्पुर लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ने की घोषणा करने के बाद पल्लवी पटेल ने कांग्रेस से सम्पर्क साधा हुआ है। कांग्रेस के नेतृत्व में बनाये गये आईएनडीआईए गठबंधन में अपना दल कमेरावादी शामिल है, जिसे पल्लवी अपना गठबंधन बता रही है। साथ ही पीडीए के दम पर सीटें जीतने का दावा भी कर रही है।

बदायूं में बड़े भाई ने फावड़े से काटकर की छोटे भाई की हत्या

लखनऊ । बदायूं जिले के हजरतपुर थाना क्षेत्र के नगरिया खनू गांव में शराब के नशे में बड़े भाई ने अपने छोटे भाई की बुधवार रात फावड़े से गला काटकर हत्या कर दी। गुरुवार को पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेजकर पड़ताल शुरू कर दी है।नगरिया खनू गांव के रहने वाले नरसिंह का बड़ा बेटा रामस्वरूप शराब पीने का आदि था।

रामस्वरूप बुधवार रात को भी घर में शराब पीकर आया और उसने उत्पात मचा तो उसके छोटे भाई पप्पू ने उसे समझा कर शांत करा दिया, लेकिन रामस्वरूप किसी बात से पप्पू से चिढ़ गया और वह बाद में घर लौट कर आया और पप्पू की फावड़े से काटकर हत्या कर दी। हत्या की घटना को अंजाम देकर मौके से फरार हो गया।

पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे मृतक पप्पू के भाई हरिओम यादव ने बताया कि वह चार भाई हैं और रामस्वरूप सबसे बड़ा है। रामस्वरूप ने अपने से छोटे पप्पू की हत्या कर दी। इस मामले में हजरतपुर थाना अध्यक्ष ब्रजेश कुमार ने बताया कि शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। हत्या आरोपी की तलाश की जा रही है।

बदायूं हत्याकांड का दूसरा आरोपित जावेद बरेली से गिरफ्तार

लखनऊ । बदायूं जिले में सगे भाइयों की हत्या करने वाले दूसरे आरोपित 25 हजार के इनामी जावेद को भीड़ ने बरेली जिले के बारादरी थाना क्षेत्र के पास से पकड़ लिया। भीड़ द्वारा पकड़े गए हत्या आरोपित जावेद का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसके बाद पुलिस ने जावेद को गिरफ्तार कर लिया।

एसएसपी आलोक प्रियदर्शी ने पत्रकारों को बताया कि दो बच्चों की हत्या का आरोपित 25 हजार के इनामी जावेद को बरेली की बारादरी थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस टीम जावेद से पूछताछ कर रही है। पुलिस टीम जावेद को बरेली से कुछ घंटे में बदायूं लेकर पहुंचेगी।

बदायूं पुलिस इस मामले के मुख्य आरोपित साजिद को घटना के कुछ घंटे बाद ही एनकाउंटर में ढेर कर चुकी है। हत्या के दूसरे आरोपित जावेद को लोगों के द्वारा पकड़े जाने पर बच्चों के पिता विनोद ने कहा है कि पुलिस जावेद का एनकाउंटर न करे। क्योंकि जावेद का एनकाउंटर हो गया तो उनके बच्चों की हत्या का राज खत्म हो जाएगा। विनोद ने जिला प्रशासन से अपील की है कि वह जावेद से पूछताछ करे और उनके बच्चों की हत्या का कारण पूछे।

बुधवार रात में जावेद छिपते छुपाते बरेली पुलिस के पास सरेंडर करने जा रहा था। इसी दौरान सैटलाइट बस अड्डे के पास से भीड़ ने पकड़ लिया। वायरल वीडियो में भीड़ जावेद से उसका आधार कार्ड वगैरह भी देखती दिखाई दे रही है। जावेद वायरल वीडियो में यह भी बता रहा है कि उसके पीड़ित परिवार से अच्छे संबंध थे, लेकिन साजिद ने उनके दोनों बच्चों की हत्या क्यों की इसकी वजह उसे भी नहीं पता है।

बदायूं में डबल मर्डर: सगे भाइयों का हत्या आरोपी जावेद पर 25 हजार का ईनाम घोषित

लखनऊ । बदायूं जिले में दो सगे भाइयों की निर्मम हत्या करने वाले मुख्य आरोपी साजिद को पुलिस ने पहले ही एनकाउंटर में मार गिराया है, जबकि फरार अभियुक्त जावेद पर 25000 का इनाम घोषित किया है। पुलिस की चार टीम में जावेद की तलाश में लगी हुई हैं लेकिन 36 घंटे से अधिक बीतने के बाद भी अभी तक पुलिस को जावेद का कोई सुराग नहीं मिला है और ना ही पुलिस अब तक दोनों बच्चों की हत्या के पीछे की वजह तलाश पाई है।

उधर, पुलिस आगजनी व उपद्रव करने वाले अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की तैयारी कर रही है। फिहलाल पुलिस के अधिकारियों ने अभी तक कितने लोग अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज हुआ है इस बात की पुष्टि नहीं की है। एसएसपी आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि उपद्रव करने वाली भीड़ पर भी मुकदमा दर्ज किया जाएगा। उधर, साजिद के एनकाउंटर के बाद उसकी मां नसरीन का भी बयान आया है। मां का कहना है कि साजिद ने ही घटना को अंजाम दिया है। जिस दिन घटना हुई उस दिन उनका बेटा जावेद घर पर था। मां का कहना है कि उनका बेटा जावेद बेकसूर है उसके साथ पुलिस इस तरह का व्यवहार ना करें। साजिद ने जैसा किया उसे उसके कर्म की सजा मिली है इसका उन्हें कोई अफसोस नहीं है।

उधर, मासूमों की हत्या में फरार आरोपी जावेद की तलाश में पुलिस ने जिले भर में सघन चेकिंग अभियान चलाया और संदिग्ध वाहनों की चेकिंग भी की ताकि जावेद जिले से बाहर न भाग पाए। हालांकि जावेद अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर है। पुलिस की चार टीमें में उसका सुराग नहीं लगा पाई हैं। जब तक जावेद की गिरफ्तारी नहीं होगी तब तक दोनों सगे भाइयों की हत्या के पीछे की वजह स्पष्ट नहीं हो पाएगी।

बदायूं जिलाधिकारी ने साजिद एनकाउंटर की मजिस्ट्रियल जांच के दिए आदेश

लखनऊ । बदायूं जनपद में मंगलवार देरशाम दो सगे भाइयों के हत्या के बाद आरोपित साजिद की मुठभेड़ में हुई मौत के मामले की जिलाधिकारी मनोज कुमार ने बुधवार को मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं।

जिलाधिकारी ने नगर मजिस्ट्रेट को जांच के लिए नामित करते हुए 15 दिन में मजिस्ट्रियल जांच पूरी कर उसकी रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। उल्लेखनीय है कि थाना सिविल लाइन के मंडी समिति पुलिस चौकी के पास स्थित बाबा कॉलोनी में हत्या आरोपित साजिद ने दो सगे भाइयों अहान और आयुष की गला रेतकर हत्या कर दी थी। इस घटना के बाद पुलिस आरोपित साजिद को एनकाउंटर में मार गिराया। वहीं, उसके फरार भाई जावेद की तलाश में टीम जुटी हुई है। हालांकि पुलिस ने साजिद के चाचा और पिता का हिरासत में लिया है।

हत्यारे की पत्नी ने गर्भवती होने से किया इनकार

दो बच्चों की हत्या करने वाले मुठभेड़ में मारे गए साजिद की पत्नी सना के बयान आया है। उसने कहा कि वह 15 दिन से मायके में है। उसने गर्भवती होने की बात से भी इनकार करते हुए कहा कि पता नहीं साजिद ऐसा क्यों किया।

बेटे के मरने का गम नहीं

हत्यारोपित साजिद की मां नाजिमा इस घटना से काफी दुखी है। उसने कहा कि एनकाउंटर में बेटे के मरने की गम नहीं है। दुख इस बात का है कि साजिद ने मासूम बच्चों का कत्ल किया। गलत काम का ऐसा ही परिणाम होता है।

घटना के बाद सियासत शुरू

जिले में हुई दो मासूम बच्चों की हत्या और आरोपित के एनकाउंटर में मारे जाने के बाद सियासत शुरू हो गई है। गठबंधन दल सपा-कांग्रेस जहां भाजपा को घेरा है। वहीं, भाजपा ने भी पलटवार किया है। पीड़ित परिवार को ढांढस बंधाने के लिए सत्ता और विपक्षी दल के तमाम नेता पीड़ित परिवार से मिल रहे हैं।

लोस चुनाव : सपा ने उत्तर प्रदेश की छह सीटों पर उम्मीदवार घोषित किए


लखनऊ । समाजवादी पार्टी (सपा) ने बुधवार को उत्तर प्रदेश में गठबंधन के बाद सपा के हिस्से में आई सीटों में छह पर उम्मीदवार घोषित कर दिए। इसमें खास बात यह है कि उनके साथ सहयोगी अपना दल कमेरावादी के मीरजापुर सीट पर दावेदारी के बाद भी अखिलेश यादव ने सपा का उम्मीदवार घोषित कर गठबंधन में नाराजगी को गर्मा दिया है।

सपा ने आज प्रथम चरण के लिए लोकसभा चुनाव को लेकर नामांकन के पहले दिन की शुरूआत के बाद शाम को छह सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दिया। पार्टी ने संभल सीट से हाल ही में दिवगंत हुए सपा सांसद शफीकुर रहमान बर्क के पोते जियाउर्रहमान बर्क को उम्मीदवार बनाया है। जबकि बागपत से मनोज चौधरी, गौतमबुद्धनगर से राहुल अवाना, पीलीभीत से भगवत सरन गंगवार को टिकट दिया है। वहीं घोसी सीट पर एनडीए गठबंधन में चुनाव मैदान में उतारे गए सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रत्याशी अरविंद राजभर के सामने सपा ने राजीव राय को चुनाव मैदान में उतारा है। वहीं सबसे रोचक सियासी हलचल अपनी ही पार्टी में सहयोगी अपना दल कमेरावादी के मीरजापुर सीट पर दावा किए जाने के बावजूद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने वहां से राजेंद्र एस. बिंद को उम्मीदवार बनाया है।

उल्लेखनीय है कि आज ही अपना दल कमेरावादी की राष्ट्रीय अध्यक्ष कृष्णा पटेल और विधायक पल्लवी पटेल ने केन्द्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद मीरजापुर, फूलपुर और कौशाम्बी सुरक्षित सीट पर उम्मीदवार उतारने का दावा किया था। सहयोगी दल के इस दावे के बाद सपा ने छह सीटों पर उम्मीदवारों का एलान किया, जिसमें मीरजापुर से पार्टी ने अपना उम्मीदवार उतार दिया है। सपा के इस सीट पर उम्मीदवार उतारने के बाद माना जा रहा है कि सहयोगी दल की विधायक पल्लवी पटेल की अखिलेश यादव से तल्खी और बढ़ सकती है और लोकसभा चुनाव के बीच बड़ा ऐलान अपना दल कमेरावादी पार्टी की ओर से लिया जा सकता है।

लोकसभा चुनाव : यूपी के आठ लोक सभा निर्वाचन क्षेत्रों में पहले दिन नहीं हुआ एक भी नामांकन

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2024 के प्रथम चरण में 08 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों के लिए 20 मार्च बुधवार को निर्वाचन की अधिसूचना जारी हो गई। इसके साथ ही इन निर्वाचन क्षेत्रों में नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गयी है। अधिसूचना के पहले दिन प्रथम चरण के निर्वाचन क्षेत्रों में कहीं से भी नामांकन पत्र दाखिल नहीं किया गया। नामांकन का समय पूर्वाह्न 11 बजे से अपराह्न 03 बजे के मध्य निर्धारित है।

पहले चरण में नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 27 मार्च, 19 अप्रैल को होगा मतदान

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि पहले चरण के अंतर्गत जिन 08 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों के लिए चुनाव सम्पन्न किया जाना है। उनमें सहारनपुर-01, कैराना-02, मुजफ्फरनगर-03, बिजनौर-04, नगीना-05 (सुरक्षित), मुरादाबाद-06, रामपुर-07 व पीलीभीत-26 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र शामिल हैं। पहले चरण की 08 लोकसभा सीटों में 07 सीटें सामान्य श्रेणी की हैं और 01 सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है।

नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 27 मार्च

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा चुनाव के निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार प्रदेश में लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2024 के प्रथम चरण की 08 लोकसभा सीटों के लिए नामांकन भरने की अंतिम तिथि 27 मार्च है। नामांकन पत्रों की जांच 28 मार्च को की जायेगी। 30 मार्च को नाम वापसी की अंतिम तिथि है। पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल को सम्पन्न होगा। उत्तर प्रदेश की सभी निवार्चन क्षेत्रों की 04 जून को मतगणना की जायेगी। 06 जून से पूर्व निर्वाचन की प्रक्रिया पूर्ण करा ली जायेगी।उन्होंने बताया कि प्रथम चरण की 08 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में 1.43 करोड़ मतदाता हैं। उनमें 76.23 लाख पुरुष, 67.14 लाख महिला तथा 824 थर्ड जेन्डर हैं। इन निर्वाचन क्षेत्रों में कुल 7693 मतदान केन्द्र तथा 14844 मतदेय स्थल हैं।

नामांकन के वक्त की जरूरी बातें

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2024 हेतु प्रत्येक सामान्य श्रेणी के प्रत्याशी को 25000 रुपये तथा अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के प्रत्याशी को 12,500 रुपये जमानत धनराशि जमा करनी होगी। राष्ट्रीय, राज्यीय दलों के प्रत्याशियों को निर्वाचन क्षेत्र का एक निर्वाचक प्रस्तावक के रूप में तथा रजिस्ट्रीकृत अमान्यता प्राप्त राजनैतिक दल एवं निर्दलीय प्रत्याशियों को 10 प्रस्तावक की आवश्यकता होगी। लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में व्यय की अधिकतम सीमा 95 लाख रुपये निर्धारित है। नामांकन के समय रिटर्निंग ऑफिसर/सहायक रिटर्निंग ऑफिसर के कार्यालय के 100 मीटर की परिधि के भीतर अधिकतम 03 वाहन तथा प्रत्याशी सहित अधिकतम 05 व्यक्तियों के प्रवेश की अनुमति होगी। राजनैतिक दलों द्वारा खड़े किये गये उम्मीदवारों को फार्म-ए तथा फार्म-बी दाखिल करना होगा।

सम्पूर्ण निर्वाचन प्रक्रिया की होगी वीडियोग्राफी

उन्होंने कहा कि प्रथम चरण के 08 लोक सभा निर्वाचन क्षेत्रों के रिटर्निंग आफिसर, सहायक रिटर्निंग आफिसर तथा उक्त चरण में सम्मिलित सभी 09 जनपदों के जिला निर्वाचन अधिकारियों को मतदान प्रक्रिया का विस्तृत प्रशिक्षण दिया जा चुका है। नामांकन के दौरान सुरक्षा की व्यापक व्यवस्था की गयी है। सम्पूर्ण नामांकन प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी करायी जा रही है। सभी निर्वाचन अधिकारियों को नामांकन प्रक्रिया को सफलतापूर्वक संचालित करने हेतु विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं।

यूपी में अब-तक हटायी गई करीब 21 लाख प्रचार-प्रसार सामग्री : मुख्य निर्वाचन अधिकारी

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि आदर्श आचार संहिता का अनुपालन सुनिश्चित कराने में अब तक सार्वजनिक एवं निजी स्थानों से कुल 20,86,614 प्रचार-प्रसार सामग्री हटायी गयी। इसमें सार्वजनिक स्थानों से 12,40,658 तथा निजी स्थानों से 8,45,956 प्रचार-प्रसार सामग्री हटायी गयी। इस दौरान सार्वजनिक स्थानों से वालराइटिंग के 1,45,075, पोस्टर के 6,19,739, बैनर के 3,99,221 एवं अन्य 1,75,623 मामलों में कार्यवाही की गयी। इसी प्रकार निजी स्थानों में से वालराइटिंग के 97,702, पोस्टर के 3,95,284, बैनर के 2,42,866 एवं अन्य 1,19,104 मामलों में कार्यवाही की गयी। इसी प्रकार वाहनों के दुरूपयोग पर 98 कार्यवाही, लाउडस्पीकर के दुरूपयोग पर 285 कार्यवाही की गयी। गैर कानूनी सभा, भाषण एवं अन्य मामलों में 04 एफआईआर दर्ज की गयी।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि आदर्श आचार संहिता के प्रभावी अनुपालन में पुलिस, आयकर, आबकारी एवं नार्काटिक्स व अन्य विभागों द्वारा कार्यवाही की जा रही है। सघन जॉच के लिए 508 इंटरस्टेट नाके तथा 1653 इंट्रास्टेट नाके संचालित हैं। पुलिस विभाग द्वारा 19 मार्च तक 2,23,902 लाइसेंसी शस्त्र जमा कराये गये। इसके अलावा 271 लाइसेंस भी जब्त किये गये। 3,391 लाइसेंस निरस्त किये गये।इसी प्रकार सीआरपीसी के तहत निरोधात्मक कार्यवाही करते हुए 3,68,471 लोगों को पाबन्द किया गया। इसके अतिरिक्त पुलिस विभाग द्वारा 748 शस्त्र, 767 कारतूस, 04 किग्रा0 विस्फोटक व 62 बम बरामद किये गये। पुलिस द्वारा रेड डालकर अवैध शस्त्र बनाने वाले 135 केन्द्रों को सीज़ किया गया।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि आबकारी, आयकर, पुलिस एवं नार्कोटिक्स विभाग एवं विभिन्न एजेंसियों द्वारा 19 मार्च तक लगभग 1314.81 लाख रूपये कैश जब्त किया गया। 19 मार्च को जनपद बदायूं में 130 लाख रूपये कीमत की 12 हजार ग्राम ड्रग्स पकड़ी गई।जनपद मीरजापुर के विधानसभा मनिहारन से 49.07 लाख रूपये कीमत की 8410 ली0 शराब पकड़ी गयी। इसी प्रकार जनपद मैनपुरी की भोगांव विधानसभा से 79.50 लाख रूपये कीमत की 318000 ग्राम ड्रग्स पकड़ी गई। प्रदेश स्तर पर 1904 फ्लाइंग स्कॉट टीमें और प्रवर्तन एजेन्सियों की कुल 732 टीमें निगरानी कार्य कर रहीं हैं।

श्रीकृष्ण जन्मभूमि मथुरा के पक्षकार को बम से उड़ाने की धमकी

लखनऊ। इलाहाबाद हाईकोर्ट से मथुरा जा रहे श्री कृष्ण जन्मभूमि मथुरा के मुख्य पक्षकार आशुतोष पांडेय को बम से उड़ाने की धमकी दी गई है। पीड़ित पक्षकार ने सैनी थाना पुलिस में तहरीर देकर अज्ञात के खिलाफ धमकी दिए जाने की धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने मुकद्दमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। श्रीगढ़ महेश्वर धाम सुनरख रोड वृंदावन मथुरा के रहने वाले आशुतोष पांडेय पुत्र राजेंद्र कुमार जो पीठा माता शाकुंभरी पीठाधीश्वर भृगुवंशी के संचालक एवं अध्यक्ष श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्ति धाम निर्माण ट्रस्ट मथुरा के पद पर है। आशुतोष पांडेय मथुरा के श्रीकृष्ण जन्म भूमि बनाम शाही मस्जिद ईदगाह केस सुप्रीम कोर्ट के मुख्य पक्षकार है।

 आशुतोष पांडेय ने बताया कि बीती रात वह मथुरा से इलाहाबाद हाई कोर्ट श्री कृष्ण जन्मभूमि केस की पैरवी के लिए प्रयागराज सड़क मार्ग से आ रहे थे। कौशांबी के रास्ते वह जब सैनी थाना क्षेत्र से होकर गुजर रहे थे। इसी दौरान रात करीब 12 बजकर 10 मिनट पर उनके मोबाइल पर 923029854231 से व्हाट्स एप काल आई। जिसमें उन्हें मुकदमे की पैरवी से हटने को कहा गया। ऐसा न करने पर उन्हें बम से उड़ाने की धमकी दी गई। आरोपी शख्स लगातार हिंदू देवी-देवताओं व श्रीकृष्ण को गाली-गलौच कर रहा था। जिसकी शिकायत उन्होंने स्थानीय थाना पुलिस को तहरीर देकर की है। थाना प्रभारी जयचंद्र शर्मा ने बताया कि बीती रात मिली तहरीर के मुताबिक मामले को उच्चाधिकारियों के संज्ञान में लाया गया। निर्देश के क्रम में क्राइम नंबर 92/24 में धारा 504,506 के तहत मुकद्दमा दर्ज कर जांच कराई जा रही है।

होली पर साधु-संतों ने रामलला व हनुमंत लला संग खेली होली

लखनऊ । रंगभरी एकादशी पर बुधवार को रामनगरी के साधु-संत अपने इष्ट देव भगवान राम व उनके परम भक्त हनुमंत लला के साथ होली के रंग में रंग गए हैं। इस बार रंगोत्सव के उल्लास में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की खुशी भी बयां हो रही है। मंदिरों में साधु-संतों ने अबीर-गुलाल उड़ाकर आराध्य संग होली खेलकर रंगोत्सव की मुनादी की।

रंगभरी एकादशी पर्व पर परंपरागत रूप से सिद्धपीठ हनुमानगढ़ी में सर्वप्रथम हनुमान जी महाराज का विधिवत पूजन-अर्चन व शृंगार के बाद अबीर-गुलाल लगाया गया फिर हनुमान जी के निशान व छड़ी की पूजा-आरती की गई। नागा साधुओं ने अपने आराध्य हनुमंतलला को अबीर-गुलाल चढ़ाकर श्रद्धा निवेदित करने के बाद शोभायात्रा निकाली।

संतों ने हनुमंतलला को अबीरगुलाल अर्पित कर रामनगरी में रंगोत्सव के आगाज की अनुमति मांगी। इस दौरान मंदिर में मौजूद श्रद्धालु आराध्य की भक्ति में लीन नजर आए। जमकर अबीर-गुलाल उड़ा तो संतों के संग भक्त भी आस्था में मग्न होकर नृत्य करते दिखे। उसके बाद नागा साधुओं की टोली सड़कों पर निकली, संतों ने ढोल की थाप पर जमकर नृत्य किया, विभिन्न करतब भी दिखाए। रास्ते में जो मिला उसे अबीर-गुलाल लगाया इसे लोग हनुमान जी का प्रसाद समझकर आनंदित होते रहे।