जिला विधिक सेवा प्राधिकार सरायकेला के तत्वाधान मे चलाया गया आत्मनिर्भर और कानूनी जागरूकता कार्यक्रम


सरायकेला : जिला विधिक सेवा प्राधिकार सरायकेला के तत्वाधान मे अनुमण्डलीय विधिक सेवा समिति चाण्डील की ओर से PLV कार्तिक गोप द्वारा चलाया गया जागरूकता अभियान।

 ईचागढ प्रखण्ड़ क्षेत्र के ग्राम बाखलतोडया एवं गौरांगकोचा साथ ही दाल ग्राम गाँव मे महिलाओं को आत्म निर्भर बनाने के लिए रोजगार हेतु रांची कार्यालय से मधुमख्खी पालन के लिए ग्रामीण महिलाओं के बीच 7 महिला समुह को मधु पालन के लिए 90 बाक्सा दिया ।

 साथ ही ग्रामीण महिलाओं को यौन शोषण तथा बाल विवाह डायन प्रथा एवं घरेलू हिंसा के बारे में ग्रामीण महिलाओं को कानुनी जानकारी दिया गया।

आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र स्थित आरएसबी ट्रांसमिशन प्राइवेट लिमिटेड के प्लाट संख्या 1 में पाया गया तेंदुआ


सरायकेला : कोल्हान के आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र स्थित आरएसबी ट्रांसमिशन प्राइवेट लिमिटेड के प्लाट संख्या 1 में रविवार सुबह एक तेंदुआ प्लांट के भीतर घूमता हुआ पाया गया है, जिससे प्लांट में हड़कंप मच गया है.

प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार को प्लांट बंद होने के चलते काफी कम संख्या में कर्मचारी और मजदूर प्लांट में मौजूद थे, इस बीच सुबह 9:29 पर प्लांट में एक तेंदुआ घूमता हुआ देखा गया, जिसके बाद मौके पर मौजूद एक कर्मचारी वहां से भाग खड़ा हुआ, बाद में इसकी सूचना कंपनी के वरीय अधिकारियों को दी गई है ,मौके पर पहुंचे अधिकारियों द्वारा सीसीटीवी फुटेज चेक किया गया जिसमें पाया गया कि एक तेंदुआ कंपनी के अंदर है. घटना के बाद वन विभाग को सूचित किया गया है. 

जिसके बाद मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम तेंदुए को रेस्क्यू करने में जुट गई है ,इस संबंध में जानकारी देते हुए कंपनी की अधिकारी जया सिंह ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज में भी तेंदुआ देखा गया है और वन विभाग रेस्क्यू करने में जुटा है। आदित्यपुर एवं गम्हरिया औद्योगिक क्षेत्र में पहली बार किसी कंपनी के भीतर तेंदुए को देखा गया है. 

इस घटना को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है। जबकि यह घटना पूरे औद्योगिक क्षेत्र समेत आदित्यपुर में जंगल में आग लगी की तरह फैल गई है। फिलहाल वन विभाग के अधिकारी मौके पर तैनात हैं.

होलाष्टक आज से होंगे शुरू,8 दिन तक नहीं होंगे मांगलिक कार्य।

सरायकेला : होली से 8 दिन पहले होलाष्टक लगते हैं। होलाष्टक में सभी मांगलिक कार्य पर रोक लग जाती है। 

होलाष्टक शब्द होली और अष्टक दो शब्दों से मिलकर बना है, जिसका अर्थ होता है होली के आठ दिन। होलाष्टक होली से 8 दिन पहले शुरू हो जाते हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार इन आठ दिनों में कोई भी मांगलिक कार्यक्रम जैसे शादी, ब्याह, मुंडन, गृह प्रवेश आदि वर्जित माने जाते हैं।

होलाष्टक के दौरान सभी ग्रह उग्र स्वभाव में रहते हैं, जिसके कारण शुभ कार्यों का अच्छा फल नहीं मिल पाता है।

होलाष्टक की तिथि...

होलाष्टक फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि 17 मार्च 2024 से शुरू होंगे और फाल्गुन पूर्णिमा 24 मार्च 2024 पर समाप्त होंगे। इस दिन होलिका दहन होगा और 25 मार्च 2024 को रंगवाली होली खेली जाएगी।

होलाष्टक का महत्व...

होलाष्टक के दिनों में वातावरण में नकारात्मकता ऊर्जा का प्रवाह बढ़ जाता है। यही वजह है कि इस दौरान शुभ कार्य पर रोक लग जाती है। अष्टमी तिथि को चन्द्रमा,नवमी को सूर्य, दशमी को शनि, एकादशी को शुक्र, द्वादशी को गुरु, त्रयोदशी को बुध,चतुर्दशी को मंगल और पूर्णिमा को राहु उग्र अवस्था में रहते हैं। हिंदू मान्यताओं के अनुसार अगर कोई व्यक्ति होलाष्टक के दौरान कोई मांगलिक काम करता है तो उसे कई तरह की परेशानियां आती है, या फिर वह अधूर रह जाता है।

होलाष्टक से जुड़ी कथा ..

पौराणिक कथा के अनुसार होलिका दहन से 8 दिन पहले यानी कि भगवान विष्णु के परम भक्त प्रहलाद को उनके पिता हिरण्यकश्यप ने बहुत प्रताड़ित किया था। प्रहलाद को श्रीहरि की भक्ति से दूर करने के लिए हिरण्यकश्यप ने सात दिनों तक कई यातनाएं दी थी। आठवें दिन हिरण्यकश्यप की बहन होलिका ने अपनी गोद में बिठाकर प्रहलाद को भस्म करने की कोशिश लेकिन वह नाकाम हुई।

आदित्यपुर थाना क्षेत्र में चोरों ने लाखो के सामान की चोरी कर घर किया खाली

सरायकेला: आदित्यपुर थाना क्षेत्र आदित्यपुर पथ संख्या -5 के रहनेवाले अभिषेक कौशल के घर मे बीती रात चोरों ने लाखो की सामानों की चोरी कर घर मे हाथ साफ कर दिया।

 जिसकी शिकायत गृह स्वामी ने स्थानीय थाना आदित्यपुर को दी है वही घर मे चोरी की घटना के सम्बंध बता की पास में एक शादी की रिशेप्सन पार्टी थी जहाँ घर के सभी लोग गए हुए थे।

 उस दिन चोरो ने घर के पीछे गली के रास्ते दीवार फांद कर छत से घर मे घुसे ओर छत पर रखे स्टोर रूम से सामान चोरी कर ले उड़े फिर आज बीती रात चोरों ने फिर से छत के ऊपर से घर मे प्रवेश किया और छत पर रखी समान जैसे जेट पम्प ,घर के अंदर रखी समान के साथ कई सामनो को ले उड़े ओर जो उनके उपयोग उक्त नही थे उन्हें बिखेर दिया जब तक गृह स्वामी की नीद खुली तो चोर भाग चुके थे नही तो जिस तरह से चोरो द्वारा चोरी की घटना को दुबारा एक ही घर मे चोरी की घटना को अंजाम दिया है।

जिससे साफ लग रहा कि चोरो द्वारा कोई बड़ी चोरी की घटना को अंजाम देने की साजिश थी हालकि गृह स्वामी ने चोरी की घटना के बारे में स्थानीय थाना को लिखित सूचना दी है पर कहना है कि चोरी की जिस तरह से घटना आए दिन आदित्यपुर थाना क्षेत्र में घट रही वह चोरो द्वारा नही बल्कि नशे के जो भी आदि है उनके द्वारा 100 से 200 रुपये का नशा करने के लिए चोरी कर रहे हालकि आदित्यपुर थाना क्षेत्र में बढ़ता ब्राउन शुगर के चलते चोरी की घटना बढ़ रही और कोई एक दो घर नही बल्कि हर मुहल्ले में लगातार चोरो द्वारा चोरी की घटना को अंजाम दिया जा रहा है ।।

सरायकेला : टाउन हॉल सभगार मे एफएसटी, एसएसटी, वीएसटी, एटीएस सहित अन्य व्यय निरीक्षण के लिए गठित टीमों को प्रशिक्षण सम्पन्न


सरायकेला : आगामी लोकसभा निर्वाचन 2024 के परिपे्रक्ष्य में जिले में तैयारियां शुरू कर दी गई है। इसके तहत विभिन्न कार्यों के संपादन के लिए एक ओर जहां विभिन्न कोषांग का गठन किया गया है, वहीं दूसरी ओर निर्वाचन संबंधी सभी कार्यों के संपादन के लिए प्रतिदिन उन टीमों को प्रशिक्षित भी किया जा रहा है। इसी तारतम्य में आज टाउन हॉल सरायकेला सभगार मे जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त श्री रवि शंकर शुक्ला तथा पुलिस अधीक्षक श्री मनीष टोप्पो की उपस्थिति में एफएसटी, एसएसटी, वीएसटी, एटीएस सहित अन्य व्यय निरीक्षण के लिए गठित टीमों को प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान उपायुक्त ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग के मार्गदर्शी निर्देशों एवं मंशा के अनुरूप सभी टीमें लोकसभा निर्वाचन 2024 के संपादन में कार्य करेंगी।

  प्रशिक्षण में जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि हर टीमें अपने-अपने तय कार्य प्रणाली के अनुसार कार्य करते हुए अभ्यर्थियों के व्यय का निरीक्षण करेंगे। उन्होंने कहा कि इस कार्य के लिए अभ्यर्थी द्वारा किए जा रहे सभी प्रकार के खर्चों का बारीकी से अवलोकन करना और उन्हें रजिस्टर में विधिवत अंकित करना है। इसमें किसी भी प्रकार की त्रुटि नहीं होना चाहिए। उन्होंने सभी टीमों को तकनीकी आधार पर संपूर्ण कार्यों के निष्पादन पर भी जोर दिया। उपायुक्त ने कहा कि व्यय से संबंधित सभी प्रकार के खर्च साक्ष्य आधारित होने के साथ-साथ नियमों के अनुरूप होना चाहिए और अधिकारीगण इसका विधिवत पालन करना सुनिश्चित करेंगे। इस दौरान पुलिस अधीक्षक श्री मनीष टोप्पो नें सभी प्रतिनियुक्त पदाधिकारी, पुलिस पदाधिकारियों को निर्वाचन सम्बन्धित शौपी गई जिम्मेदारियों को पूरी लगन एवं ईमानदारी से निर्वाहन करने के सम्बन्ध मे आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी प्रतिनियुक्त पदाधिकारी आपसी तालमेल स्थापित कर निर्वाचन के दायित्वो का निर्वाहन करें ताकि आगामी लोक सभा निर्वाचन 2024 मे किसइ भी प्रकार की व्यधान उतपन्न ना हो। मुख्य प्रशिक्षणकर्ता के रूप में अपर नगर आयुक्त आदित्यपुर नगर निगम श्री आलोक दूबे के द्वारा ppt के माध्यम से बिंदुवार प्रशिक्षण दिया गया। 

प्रशिक्षण के कर मे मुख्य प्रशिक्षक कर्ता के साथ तरुण कुमार सिंह, नयन मनी दास, जयदेव चंद्र त्रिपाठी, अविनाश कुमार, दिनेश दास, प्रभाशंकर तिवारी, मनोज सिंह एवं अन्य उपस्थित रहें।

सरायकेला : क्रांतिवीर वीर शहीद रघुनाथ महतो के मूर्ति स्थापना के लिए समिति द्वारा झिमड़ी में की गई भूमि पूजन


सरायकेला : नीमडीह प्रखंड स्थित सोनाडुंगरी (झिमड़ी) में क्रांतिवीर वीर शहीद रघुनाथ महतो मूर्ति स्थापना संकल्प समिति झिमड़ी के तत्वावधान में मूर्ति स्थापित करने के लिए समिति के संयोजक प्रभात कुमार महतो की अध्यक्षता में नारियल फोड़कर भूमि पूजन किया गया। पूजा में पंचायत समिति पद्मलोचन महतो एवं पारगामा ग्राम प्रधान बासुदेव महतो ने मुख्य रूप से हिस्सा लिया। 

पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत समिति द्वारा निर्णय लिया गया कि भारत के प्रथम स्वतंत्रता सेनानी क्रांतिवीर वीर शहीद रघुनाथ महतो के जन्म दिवस के उपलक्ष्य में 21 मार्च को जयंती मनाने एवं 5 अप्रैल शहादत दिवस को एक आदमकद 6 फीट का मूर्ति झिमड़ी के समीप स्थित सोनाडुंगरी में स्थापित करने के लिए पहले से संकल्प लिया गया है। इसके लिए आज से कार्यक्रम को प्रारंभ किया गया। 

शहादत दिवस से पांच दिन पूर्व 81शहीद-मिट्टी कलश पदयात्रियों का एक समुह सिल्ली प्रखंड अंतर्गत लोटा के "गढ़तैंतेइर" शहीद स्थल से झिमड़ी के लिए रवाना होगी।इन सभी शहीद-मिट्टी कलश पदयात्रियों को भव्य स्वागत मिलन चौक, तिरुलडीह, कुकड़ु एवं सिरुम आदि जगहों पर भव्य रूप से पारंपरिक गाजे-बाजे के साथ किया जाएगा । 

कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए विशेष रूप से पश्चिम बंगाल, ओडिशा, झारखंड आदि जगहों से हजारों देशभक्त लोग शामिल होंगे। इस कार्यक्रम को ऐतिहासिक रूप से सफल बनाने के लिए स्थानीय स्तर पर जगह-जगह बैठक किया जा रहा है। 

जिसमें मुख्य रूप से समिति के संयोजक प्रभात कुमार महतो, सह-संयोजक कृष्णपद महतो, अध्यक्ष बासुदेव महतो, उपाध्यक्ष गणेश महतो, सचिव पद्मलोचन महतो, सह-सचिव गुहीराम महतो, कोषाध्यक्ष विजय कुमार महतो सह-कोषाध्यक्ष बुका महतो एवं समिति के सदस्य चिनिवास, अनादि ,विकास, गोपेश्वर, लक्ष्मण, वरुण, आकाश, भजोहरि, नूनीगोपाल, शंभूनाथ, सहदेव,आदि ने अहम योगदान दे रहे हैं ।

सरायकेला : संगीतमय श्रीमद् भागवत सप्ताह प्रवचन ज्ञान यज्ञ हेतु निकाली गई कलश यात्रा।


सरायकेला : नीमडीह प्रखंड अंतर्गत केतुंगा गांव में ग्रामवासियों द्वारा संगीतमय श्रीमद् भागवत सप्ताह प्रवचन ज्ञान यज्ञ हेतु शनिवार सुबह नीमडीह नदी से ज्ञान यज्ञ स्थल तक 251 युवती एवं महिलाओं द्वारा कलश यात्रा निकाली गई। इस दौरान श्री राधे कृष्ण नाम से वातावरण भक्तिमय हो गया। 

नदी में पंडित द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार से कलश में जल भरकर प्रवचन ज्ञान यज्ञ स्थल तक पहुंचने के बाद विधि पूर्वक कलश स्थापना किया गया। रविवार से प्रात: श्रीमद् भागवत पूजा अर्चना एवं बंदना, सियाराम कुटीर श्री बृंदाबन धाम निवासी श्री सनातन दास जी महाराज द्वारा नौ बजे से 12 बजे तक श्रीमद् भागवत मूल पाठ, अपराह्न तीन से बजे एवं रात्रि आठ बजे से 10 बजे तक धार्मिक प्रवचन का अमृत वर्षा करेंगे।

इस दौरान पंडित जी ने कहा कि मध्ययुग में विकसित धर्म एवं दर्शन के परम्परागत स्वरूप एवं धारणाओं के प्रति आज के व्यक्ति की आस्था कम होती जा रही है। मध्ययुगीन धर्म एवं दर्शन के प्रमुख प्रतिमान थे स्वर्ग की कल्पना, सृष्टि एवं जीवों के कर्ता रूप में ईश्वर की कल्पना, वर्तमान जीवन की निरर्थकता का बोध, अपने देश एवं काल की माया और प्रपंचों से परिपूर्ण अवधारणा। उस युग में व्यक्ति का ध्यान अपने श्रेष्ठ आचरण, श्रम एवं पुरुषार्थ द्वारा अपने वर्तमान जीवन की समस्याओं का समाधान करने की ओर कम था, अपने आराध्य की स्तुति एवं जय गान करने में अधिक था। 

उन्होंने कहा कि धर्म के व्याख्याताओं ने संसार के प्रत्येक क्रियाकलाप को ईश्वर की इच्छा माना तथा मनुष्य को ईश्वर के हाथों की कठपुतली के रूप में स्वीकार किया। दार्शनिकों ने व्यक्ति के वर्तमान जीवन की विपन्नता का हेतु 'कर्म-सिद्धान्त' के सूत्र में प्रतिपादित किया। इसकी परिणति मध्ययुग में यह हुई कि वर्तमान की सारी मुसीबतों का कारण 'भाग्य' अथवा ईश्वर की मर्जी को मान लिया गया। 

समाज या देश की विपन्नता को उसकी नियति मान लिया गया। समाज स्वयं भी भाग्यवादी बनकर अपनी सुख-दुःखात्मक स्थितियों से सन्तोष करता रहा। लेकिन वर्तमान समय में सनातन धर्म को और जागृत करने की आवश्यकता है।

कोल्हान में मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने पश्चिमी सिंहभूम जिले के बंदगांव और हाटगम्हरिया में डिग्री कॉलेज की रखी आधारशिला


चाईबासा: कोल्हान में मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने टाटा कॉलेज मैदान में आयोजित समारोह में पश्चिमी सिंहभूम जिले के बंदगांव और हाटगम्हरिया में डिग्री कॉलेज की आधारशिल रखा।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने विभिन्न विकास योजनाओं का उद्घाटन- शिलान्यास एवं लाभुकों के बीच परिसंपत्ति का भी किया वितरण।वहीं समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन नें भाजपा पर जमकर हमला करते हुए कहा की भाजपायों से सावधान रहें झारखंडी भाईयों ये लोग आदिवासी मुलवासियों का कभी भला नहीं कर सकते।

भाजपा वालों की नजर है यहां के खनिज संपदा पर नजर हे। जिस पर राज करना चाहतें है, भाजपा वालों नें पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को झूठा केश में फसा कर जेल भेजा है।जबकी पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन नें राज्य में विकास कार्यों का ब्यार लगा दी।

ये लोग जब राजनीति में नहीं सका तो सीबीआई और ईडी का सहारा लेकर झारखंड नेताओं पर दबिश बनाना शुरू किया है,लेकिन हम लोग सीबीआई और ईडी से डरने वाले नहीं है हम डटकर मुकाबला करेगें।

सरायकेला:कोंकादासा गांव के ग्रामीण,रोजगार के लिए घर से बाहर रहने को मजबूर,DWLS की तराई में जाकर बसे,इस गांव में नही पहुंची सरकारी योजना।


सरायकेला : झारखंड राज्य के कोल्हान के पूर्वी सिंहभूम जिला की बोड़ाम प्रखण्ड के अधीन बोटा पंचायत अंतर्गत बहुल आदिवासी भूमिज मुंडा परिवार के साथ एक परिवार सवताल माझी परगना परिवार से बिलम करते है।देश आज़ादी के साथ झारखंड राज्य बने 24 वर्ष हो गया फिर भी इस गांव में विकास की रोशनी से सैकडो दूर रहे।

रोजगार के ग्रामीणों दूसरे राज्य में पलायन किया,इस गांव में बूढ़े और घरेलू महिलाए रहते हे।भय की जीवन जीने पर मजबूर हे लोग हाथी और जंगली जानवर के साथ।संघर्ष ही जीवन कहलाते हे।

इस गांव में विकास की बाते करने वाले नेता मंत्री निकले मतलबी, मिठ्ठे बाते करके बहुमत मतदान को चुनाव के दौरों ठंगने की कमा करते हे।इन गरीब की दिल से उठते हाय से केसे बचेगा मंत्री ,इस गांव में सरकारी विभिन्न प्रकार योजना से वांछित रहें जाने क्या हे..खास रिपोर्ट...

एक गांव ऐसा भी जहां सरकारी रोशनी नही पहुंच पाया । राज्य सरकार और केंद्र सरकार द्वारा बड़े बड़े दावा करते हे।परंतु क्यू नही इस गांव में विकास की रोशनी नही पहुंचे इस के लिए आपको इन दुखियारी के तक पहुंचना पड़ेगा,आपको जनकर हैरान होगा ।स्वर्ग जैसा जगह को बड़ावा क्यू नही मिला।

आज देखा जाए तो पुरुलिया जिला के पश्चिम बंगाल के अयोध्या पहाड़ 1010 वर्ग किलोमीटर में फैले हे ।देखा जाए उस पहाड़ी के ऊपर हजारों परिवार को मकान ,स्कूल पानी ,बिजली,स्वास्थ्य केंद्र सड़क ,आदि सुविधा उपलब्ध कराया गया। उसके अपेक्षा दलमा सेंचुरी में बसे इन परिवार को आज तक बिजली ,पानी ,सड़क ,स्वास्थ्य, शिक्षा जेसे मूलभूत सुविधा मुहैया नाही कराया गया। जिसे लोगो स्वास्थ्य केंद्र पटमदा ,बोड़ाम प्रखण्ड मुख्यालय पहुंचने के लिए पहाड़ी की रास्ता से लोगो को चलना पड़ता है।

बोड़ाम प्रखण्ड मुखालय पहुंचने के लिए 15 से 20 किलोमीटर चलकर पहुंचते है। किसी की तवियत बिगड़ जाने पर रात्रि में उसका मृत्यु भी हो जाते हे। साथ ही गर्ववती महिलाए को भी खतरा उठाना पड़ता हे। झोला छप डाक्टर को बुलाया जाता हे।उसे से इलाज कराते हैं।

सरकारी योजना से: कोंकादासा गांव के ग्रामीणों को राशन कार्ड पर नाम नही चढ़ा ,न राशन नमिलता , आधार कार्ड, वृद्धा पेंशन,उज्जला गैस कनेक्शन, पीएम आवास,अबुआ आवास जेसे मूलभूत सुविधा से देश आजादी की अच्छे दिन इन परिवार को देखने को मिल रहा हे।

आज भी इन परिवार के लोगो टूटे हुए मकान में रहने पर मजबूर , घर के छत हे परंतु दरवाजा नही इस प्रकार प्रत्येक परिवार में देखने को मिलेगा। आज भी घरेलू महिलाए खाना लकड़ी जलाकर आपने परिवार के लिए भोजन पकाते है।

इन परिवार के लोगो को 365 दिन रात की डर समा रहता , गर्मी और बरसता के मौसम सांप,बिच्छू, जहरली चीजों के साथ वन्य जीव जंतु जेसे हाथी,भालू, लकड़बाघा ,रॉयल बंगाल टाईगर आदि जीव जंतु की सामना करते रहते हे, घायल भी होते है, एब जान भी चले जाते हे।

दलमा वन्य प्राणी आश्र्यानी के गज परियोजना में 193 .22 वर्ग किलाेमीटर क्षेत्र फल में फैले 28 रेविन्यु विलेजर है, ओर जंगल से घेरे हुए यह गांव में लगभग 28 परिवार बसबास करते हे, निजी स्तर से बकरी पालन के साथ , मूलभूत सुविधा जंगल की सूखे लेकड़ी,पत्ता ,कंद मूल,दांतुन,आदि सामग्री बोड़ाम मार्केट में ले जाकर बेच कर अपना और आपने परिवार की जीवन यापन करते हे। निजी जमीन में खेती करने के लिए कोई उपकरण उपलब्ध नहीं ही जिसे बारो महीना खेती कर पाए , साल में एक ही बार ईश्वर की भोरोसे में धान की खेती करता है।परंतु इसके लिए बड़ी चुनौती है, खेत से लेकर खलियान तक गजराजो से बचा पाना मुस्किल होता, हाथी द्वारा गरीब किसान के फसलों को अपना निवाला बना लेता है।

घर की चारो ओर सुरक्षा के लिए बाहर में लड़की बड़े बड़े रोला लगाया गया ,जिसे हाथी की झुंड की आगमन साथ प्रवेश करने पर उसका आवाज से ग्रामीण आपने को सुरक्षित करने की कोशिश करता है , कोई बार जान जोखिम में खेलकर लोगो ने अपना परिवार का जीवन बचा पाता है।

वन एवम पर्यावरण विभाग द्वारा ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने की दावा धरातल में नही पहुंचा ,ईको टूरिज्म क्षेत्र में लोगो को रोजगारों से जोड़ना साथ ही गांव को विकास कर सेके जैसे:-चेकडेम ,शुद्धपानी ,सिंचाई ,तलाव की निर्माण ईको विकास समिति बनाकर लोगो जोड़ना यह प्राथमिक हे ,इसके माध्यम से लोगो जोड़ना चाहिए परंतु इस गांव के लोगो को अबतक वन विभाग द्वारा कोई कार्य उपलब्ध नहीं कराया गया ।

दुर्भाग्य है इस गांव के लोगो को बन भूमि चलता हे परंतु ,सरकार द्वारा गांव में दो से चार किलोमीटर पक्की सड़क का निर्माण मुखिया फंड ,विधायक ,संसद ,या फिर जिला परिषद स्तर व राज्य स्तर से अबतक कोई कार्य नहीं हुआ है, इस क्षेत्र में विधायक ,मंत्री,संसद आज तक इस गांव में शुद्धि लेने नही पहुंचे ।जब जब चुनाव नजदीक पहुंचते हे उस समय कार्यकर्ता द्वारा भोले वाले ग्रामीणों को अपनी मीठी मीठी बाते करके लोगो से बहुमत ,मतदान लेते रहते हे। 

इन परिवार के लोग 15 किलोमीटर दूरी तय करके पहाड़ी क्षेत्र होते हुए मतदान केंद्र पहुंच कर दलालों की चक्कर में मतदान केंद्र में वोट देकर आपने घर चले आते हे और अच्छे दिन का आश लेकर आपने नृत्य कार्य में लग जाते हे। कोई विधायक ,पांच बर्ष के बीच कोई संसद आए और गए परंतु आज भी आदिवासी टूटीफुटी घर में रहने पर मजबूर हे।राज्य सरकार और केंद्र सरकार की सबसे बड़ी हार माना जाते । आदिवासी झारखंड राज्य ,इस गांव के विकास के बारे में पंचायत स्तर के जन प्रतिनिधि और विधायक से पूछे जाने पर मौन बना लिया ।

रांची:मौसम में एक बार फिर बदलाव की संभावना 16 से 18 मार्च के बीच राज्य के कई इलाकों में वज्रपात के साथ हल्की बारिश की संभावना


रांची :- झारखंड मौसम में एक बार फिर बदलाव की संभावना है, आज 16 मार्च से 18 मार्च के बिच राज्य के कई इलाकों में वज्रपात के साथ हल्की बारिश हो सकती है, लेकिन गर्मी बढ़ेगी।

वहीं, दक्षिणी हिस्से में आंशिक बादल छा सकते हैं । इस समय अधिकतम तापमान में चार से पांच डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हो सकती है. वहीं, राज्य के कई इलाकों में 16 से 18 मार्च तक राज्य के कई हिस्सों में वज्रपात के साथ हल्की बारिश हो सकती है. इसे देखते हुए मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है।

मौसम विभाग वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया की चकुलिया में 24 घंटे में 12.4 मिमी बारिश हुई. इस बार मौसम में बदलाव बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव वाला क्षेत्र बनने के कारण हो रहा है, हालांकि, इसकी दिशा ओडिशा व आंध्र प्रदेश की तरफ है. लेकिन, इसका आंशिक असर झारखंड पर भी पड़ेगा ।