एसडीएम के नेतृत्व में हटाए बैनर रूट मार्च किया,आचार संहिता लगते ही ऐक्शन में आया प्रशासन

खजनी गोरखपुर।आगामी 17 वीं लोकसभा चुनावों को सकुशल संपन्न कराने के लिए निर्वाचन आयोग द्वारा चुनाव की तिथियों की घोषणा करते ही आदर्श चुनाव आचार संहिता के अनुपालन में प्रशासन ने त्वरित सक्रियता दिखाई।

उप जिलाधिकारी खजनी शिवम सिंह के नेतृत्व में खजनी थाने की पुलिस टीम और तहसील के अधिकारियों ने खजनी कस्बे तथा उनवल नगर पंचायत में लगे राजनैतिक दलों के पोस्टर,बैनर और होर्डिंग हटवाए। इस दौरान एसडीएम के नेतृत्व में टीम ने कस्बों में रूट मार्च किया, और स्थानीय लोगों को चुनावों के दौरान शांति सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने में स्थानीय प्रशासन के सहयोग की अपील की गई।

एसडीएम ने बताया कि लोगों के घरों पर लगे पोस्टर बैनर और दीवारों पर बनी राजनेताओं की तस्वीरें और निष्पक्ष चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित करने वाले सभी प्रतीकों को हटाने के निर्देश दिए गए हैं, साथ ही चुनाव संपन्न होने तक बिना पूर्व सूचना और अनुमति के धारा 144 प्रभावी रहेगी।

इस दौरान न्यायिक मजिस्ट्रेट दीपक कुमार गुप्ता कानूनगो डीएन मिश्रा नायब तहसीलदार राम सूरज प्रसाद थानाध्यक्ष गौरव आर कन्नौजिया चौकी इंचार्ज उनवल सोनेंद्र सिंह एस आई विवेक चतुर्वेदी समेत अन्य पुलिसकर्मी एवं तहसील के अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।

*शप्रेम प्रपंच में दबंगों ने दी पिता को धमकी, आहत किशोरी ने खाया जहर

खजनी गोरखपुर।तहसील क्षेत्र के थाना बेलघाट के छितौनी गांव के निवासी बिन्दे निषाद की नाबालिग बेटी के साथ गांव में अपने ननिहाल में रहने वाले युवक के साथ प्रेम संबंध चल रहा था। बीते दिनों अपने ही घर में किशोरी को जबरन रोक कर युवक ने जब शादी का दबाव बनाया तो भयभीत किशोरी ने अपनी सहमति दे दी किन्तु घर पहुंचने के बाद किशोरी के पिता ने थाने में घटना की शिकायत कर दी जिसके बाद दोनों पक्षों को थाने पर बुला कर समझौता करा दिया गया था।

शुक्रवार को अपरान्ह 3 बजे बिन्दे निषाद बैंक से पैसा निकालने जैती बाजार गया था। जहां पर युवक के भाई ने उसे घेर लिया और तमंचा निकाल कर जान से मारने की धमकी देने लगा। भयभीत बिन्दे निषाद भाग कर अपने घर पहुंचा तो लाठी डंडे से लैस होकर उसके घर पहुंच कर पूरे परिवार को मारने की धमकी दी गई।

घटना से आहत किशोरी ने आज सबेरे जहर खा लिया, परिजनों ने उसे अस्पताल पहुंचाया जहां इलाज के बाद किशोरी की हालत खतरे से बाहर बताई गई है। इस बीच बेलघाट थाने में तहरीर देकर बिंन्दे निषाद ने पुलिस को घटना से अवगत कराया है।

शिकायत मिलते ही बेलघाट पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।

आचार संहिता लगते ही पोस्टरों में लगे राजनेताओं के चेहरे ढंके गए

खजनी गोरखपुर।भारतीय केंद्रीय निर्वाचन आयोग के द्वारा 17 वीं लोकसभा चुनाव की तिथियों की घोषणा करते ही आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू हो गई।

तहसील मुख्यालय में लगे केंद्र और प्रदेश सरकार के बड़े और मंहगे बैनरों पर लगे राजनेताओं के फोटो आचार संहिता लगते ही निर्वाचन आयोग के निर्देशों का उल्लंघन करते नजर आए। जिससे फौरी तौर पर योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए लिखे गए शब्दों को खुला छोड़ कर नेताओं के चेहरों पर सफेद कागज चिपका दिए गए।

जिसे देखकर तहसील के वकीलों और वादकारियों ने कई मुहावरे सुनाए और आपस में खूब हंसी ठहाके लगाए।

एक ने कहा कि इसे कहते हैं कि 'सांप भी मर जाए और लाठी भी न टूटे' वहीं दूसरे ने कहा कि नहीं यह तो 'आम तो आम गुठलियों के दाम' वाली बात हुई। वहीं तीसरे व्यक्ति ने कहा कि 'आम खाओ गुठलियों को मत गिनो' और इसी बात पर सभी मिलकर ठहाके लगाने लगे।

रोज़ेदारों ने रोज़ा रखकर अल्लाह का हुक्म पूरा किया

गोरखपुर। रोज़ेदार बंदों ने मुकद्दस रमज़ान का पांचवां रोज़ा रखकर अल्लाह के हुक्म को पूरा किया। मस्जिद व घरों में रौनक है। चारों तरफ कुरआन-ए-पाक पढ़ा जा रहा है।

पैग़ंबरे इस्लाम हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम व उनकी आल पर दरूदो सलाम का नज़राना पेश किया जा रहा है। मस्जिदों में बच्चे, नौजवान व बुजुर्ग नमाज़ अदा कर रहे हैं। वहीं घरों में आधी आबादी इबादत, तिलावत के साथ खुद रोज़ा रखकर सहरी-इफ्तारी व खाना भी पका रही है और बाजार से खरीदारी भी कर रही है। दर्जियों की दुकानों पर लोग ईद का कपड़ा सिलवाने पहुंच रहे हैं। बाजार गुलज़ार है।

सेवई, खजूर, टोपी, इस्लामी किताब, तस्बीह, इत्र की मांग बढ़ गई है। रमज़ान की सुबह-शाम नूरानी है। इफ्तार के समय का नज़ारा तो बहुत ही प्यारा है, जब एक दस्तरख्वान पर अमीर-गरीब एक होकर अल्लाह की हम्द बयां कर रोज़ा खोल रहे हैं। मस्जिदों में रमज़ान पर दर्स दिया जा रहा है। तरावीह की नमाज़ में भीड़ उमड़ रही है। तरावीह की नमाज़ में कहीं दस तो कहीं पंद्रह पारे मुकम्मल हो चुके हैं।

रहमत के अशरे में चंद दिन और बचे हुए हैं जिसके बाद मग़फिरत का अशरा शुरू होगा। रमज़ानुल मुबारक का हर पल हर लम्हा कीमती है।

माह-ए-रमज़ान में नाज़िल हुआ क़ुरआन-ए-पाक : कारी शराफत

बेलाल मस्जिद अलहदादपुर के इमाम कारी शराफत हुसैन कादरी ने बताया कि रमज़ान के इस मुकद्दस महीने में कुरआन-ए-पाक नाज़िल हुआ। कुरआन-ए-पाक का पढ़ना देखना, छूना, सुनना सब इबादत में शामिल है। कुरआन-ए-पाक पूरी दुनिया के लिए हिदायत है। हमें कुरआन-ए-पाक के मुताबिक बताए उसूलों पर ज़िदंगी गुजारनी चाहिए। अल्लाह के रसूल हजरत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम पर कुरआन-ए-पाक 23 साल में नाज़िल हुआ।

कुरआन-ए-पाक पर अमल करके ही पूरी दुनिया में अमन और शांति कायम की जा सकती है। पूरा कुरआन-ए-पाक एक दफा इकट्ठा नहीं नाज़िल हुआ बल्कि जरूरत के मुताबिक 23 वर्षों में थोड़ा-थोड़ा नाज़िल हुआ। क़ुरआन-ए-पाक के किसी एक हर्फ़ लफ्ज़ या नुक्ते को कोई बदलने की कोशिश करे तो बदलना मुमकिन नहीं। अगली किताबें नबियों को ही जुबानी याद होती लेकिन कुरआन-ए-पाक का यह मोजजा है कि मुसलमानों का बच्चा-बच्चा उसको याद कर लेता है।

माह-ए-रमज़ान में हज़रत इब्राहीम अलैहिस्सलाम पर सहीफे 3 तारीख़ को उतारे गए। हज़रत दाऊद अलैहिस्सलाम को जबूर 18 या 21 रमज़ान को मिली और हजरत मूसा अलैहिस्सलाम को तौरेत 6 रमज़ान को मिली। हजरत ईसा अलैहिस्सलाम को इंजील 12 रमज़ान को मिली।

मुसलमान भाईयों की जरूरतों का भी ख्याल रखिए : मौलाना फिरोज

मुकीम शाह जामा मस्जिद बुलाकीपुर के इमाम मौलाना मो. फिरोज निजामी ने कहा कि रमज़ान का महीना हर साल रहमत, बरकत, और मग़फिरत का न मिटने वाला खज़ाना लेकर हमारे बीच आता है। इस महीने का एक खास मकसद यह है कि हम परहेजगार बन जाएं। इस मुबारक महीने की कुछ ऐसी अहम जिम्मेदारियां हैं जिसे पूरा करना हर खासो आम मुसलमान का दीनी फरीजा है।

रोज़े की हालत में भूख व प्यास के एहसास के जरिया हमें अपने आस-पास के मुसलमान भाईयों की जरूरतों का भी ख्याल करना चाहिए। रोज़ा हमें यह तालीम देता है कि हम खुद ही लजीज खानों और ठंडे शर्बतों से पेट न भरें बल्कि अपने गरीब मुफलिस, भूखे और खाली हाथ मुसलमान भाईयों की जरूरतों का भी ख्याल रखते हुए उनकी हरसंभव मदद करें।

सेहत को नुकसान पहुंचने का खतरा हो तो रोज़ा छोड़ सकती है गर्भवती महिला : उलमा किराम

उलमा-ए-अहले सुन्नत द्वारा जारी रमज़ान हेल्प लाइन नंबरों पर शनिवार को सवाल-जवाब का सिलसिला जारी रहा। उलमा किराम ने क़ुरआन व हदीस की रोशनी में जवाब दिया।

1. सवाल : हामिला (गर्भवती) महिला के लिए रोज़े का क्या हुक्म है? (शाइस्ता, रसूलपुर)

जवाब : अगर हामिला (गर्भवती) महिला को रोज़ा रखने की वजह से खुद की या बच्चे की सेहत को नुकसान पहुंचने का खतरा हो तो रोज़ा छोड़ने की इजाज़त है। हां बाद में इनकी क़ज़ा करना ज़रूरी है। (मुफ्ती अख़्तर हुसैन)

2. सवाल : रोजे की हालत में आंख में दवा डालना कैसा? (दानिश, मियां बाजार)

जवाब : रोज़े की हालत में आंख में दवा डालना जायज़ है, इससे रोजा नहीं टूटेगा, अगरचे उसका जायका हलक में महसूस हो। (मुफ्ती अजहर)

3. सवाल : रोज़े की हालत में जख्म पर मरहम या दवा लगा सकते हैं? (नदीम, सूरजकुण्ड)

जवाब : हां। लगा सकते हैं। (मौलाना जहांगीर)

4. सवाल : इंजेक्शन के ज़रिए खून निकाला या चढ़ाया गया तो वुजू टूट जाएगा? (मेहताब, खूनीपुर)

जवाब : हां। वुजू टूट जाएगा। (मौलाना मोहम्मद अहमद)

बेटे ने नम आंखों से दी पिता को मुखाग्नि

पूर्व मंत्री रामपाल सिंह के अंतिम दर्शन में पहुंचे नामचीन लोग

गोरखपुर- उनवल राजघराने के वंशज पूर्व मंत्री रामपाल सिंह को शनिवार को बड़हलगंज मुक्तिपथ सरयू तट पर उनके पुत्र सहजनवां विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक राजेंद्र उर्फ बृजेश सिंह ने नम आंखों के साथ मुखाग्नि दी।

इससे पूर्व उनकी अंतिम यात्रा में लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। निधन की सूचना मिलते ही श्रद्धांजलि देने और अंतिम दर्शन के लिए बड़ी संख्या में पहुंची नामचीन हस्तियों ने शोक संतप्त परिजनों को धैर्य बंधाया।

बता दें कि इलाके में बबुआ के नाम से पुकारे जाने वाले रामपाल सिंह उनवल राजघराने के होकर भी लोगों से बेहद सरल सहज भाव से मिलते थे। रामपाल सिंह की लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उनके निधन की सूचना मिलते ही नगर पंचायत उनवल के दर्जनों घरों में चुल्हा नहीं जला।

सभी के सुख-दुख में शरीक होने वाले रामपाल सिंह के निधन की सूचना मिलते ही नगर पंचायत उनवल समेत आसपास के इलाके में शोक की लहर दौड़ गई।

उनके निधन पर सदर सांसद रवि किशन शुक्ला विधायक प्रदीप शुक्ला, भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कामेश्वर सिंह, उपाध्यक्ष बंधू उपेंद्र सिंह,जिलाध्यक्ष युद्धिष्ठिर सिंह,अरुणेश शाही, किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष विनय सिंह,पुर्व विधायक शीतल पाण्डेय,अजय कुमार सिंह पप्पू,भाजपा के क्षेत्रिय मंत्री जनार्दन तिवारी,नगर पंचायत अध्यक्ष महेश दुबे, बड़हलगंज नगर पंचायत चैयरमैन प्रतिनिधि महेश उमर,सांसद प्रतिनिधि शिव कुमार शाह,हियुवा के जिला संयोजक रामपाल सिंह,पुर्व सभासद संतोष तिवारी,राम प्रताप सिंह, नरेन्द्र शुक्ला,शिव सागर तिवारी,फणिन्द्र सिंह, पुर्व चैयरमैन उमाशंकर निषाद,घनश्याम मिश्रा, विजय कुमार सिंह, मनोज सिंह, अभय प्रताप सिंह, विष्णु सिंह चौहान नगर पंचायत के सभासद विनोद कुमार यादव,योगेश वर्मा,श्रीप्रकाश गुप्ता,प्रभुनाथ यादव समेत दर्जनों लोग सम्मिलित हुए।

सीडीओ संजय कुमार मीना की अध्यक्षता में तहसील दिवस का आयोजन

गोरखपुर- आगामी लोकसभा चुनाव का बिगुल बजने से पहले अंतिम संपूर्ण समाधान तहसील सदर की अध्यक्षता सीडीओ संजय कुमार मीना सदर तहसील सभागार में आए हुए फरियादियों की समस्याओं का किया निराकरण अब लोकसभा चुनाव की मतगणना 4 जून 2024 को समाप्त होने के बाद तहसील दिवस का आयोजन किया जाएगा।

सदर तहसील में आए हुए फरियादियों की फरियाद एसडीओ संजय कुमार मीना द्वारा सुना गया आए हुए समस्त फरियादियों के समस्याओं को त्वरित न्याय देने का संबंधित अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया एसडीओ ने कहा कि किसी भी फरियादी को बार-बार परेशान ना किया जाए अगर परेशान करने की शिकायत किसी भी अधिकारी के खिलाफ सूचना मिलती है तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी शासन स्तर पर दिए गए निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित करें शत प्रतिशत फरियादियों को न्याय संगत न्याय देने का कार्य करे।

तहसील दिवस में अधिकतर जमीनी विवाद और पारिवारिक विवाद या न्यायालयों में चल रहे मुकदमे जैसे मामलों के फरियादी आए हुए थे। इस दौरान ज्वाइंट मजिस्ट्रेट/ एसडीएम सदर मृणाली अविनाश जोशी

तहसीलदार सदर विकास कुमार सिंह तहसीलदार न्यायिक विकास कुमार एसओसी शशिकांत सी ओ चकबंदी दीवान बाजार विनोद जैसल नायब तहसीलदार देवेंद्र यादव नायब तहसीलदार प्रमोद कुमार श्रीवास्तव नायब तहसीलदार अरविंद नाथ पांडेय नायब तहसीलदार आकांक्षा पासवान सहित कानूनगो लेखपाल व जनपद स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।

*फिर काला-गंदा-बदबूदार प्रदूषित हुआ आमी नदी का पानी, आस-पास के लोगों को जीना हुआ मुहाल*

गोरखपुर- क्षेत्र के दर्जनों गांवों के लिए वरदान मानी जाने वाली आमी नदी का पानी एक बार फिर प्रदूषित हो चुका है। नदी के किनारे बसे गांवों के लोगों के लिए पानी से उठती गंदी दुर्गंध ने जीना मुहाल कर दिया है। गंदे पानी के कारण इलाके में मच्छरों का प्रकोप भी तेजी बढ़ रहा है। स्थानीय लोगों ने बताया कि बीते कुछ वर्षों में नदी का पानी पूरी तरह से साफ हो गया था। पशुओं ने नदी का पानी पीना शुरू कर दिया था किन्तु एक बार फिर गीडा की कंपनियों के गंदे पानी ने नदी के पानी को प्रदूषित कर दिया है। जिससे प्रशासन को कोसते हुए गांव के लोग नदी के गंदे पानी को देख कर भयभीत हैं।

संत कबीर दास की जन्मस्थली मगहर और जिले की सहजनवां खजनी बांसगांव तहसील क्षेत्र के दर्जनों गांवों के लिए जीवनदायिनी और किसानों के लिए वरदान मानी जाने वाली गांव की गंगा आमी नदी प्रदूषित हो गई है। नदी का काला गंदा और बदबूदार पानी उसके किनारे बसे दर्जनों गांवों के लोगों के लिए अभिशाप बनता जा रहा है।

मिली जानकारी के अनुसार 4 वर्ष पहले कटकां गांव के लक्ष्मी सिंह तथा छताईं गांव के विजय कुमार सिंह ने सीएम योगी आदित्यनाथ से मिल कर उन्हें इस गंभीर समस्या से अवगत कराया था। सीएम ने मामले की गंभीरता को देखते हुए सख्ती दिखाई थी, जिसके बाद प्रशासनिक सक्रियता बढ़ी थी और नदी का पानी पूरी तरह से साफ हो गया था। किंतु अब एक बार फिर से नदी का पानी पूरी तरह से गंदा हो गया है।

पुलिस उपाधीक्षक यातायात ने चौकीदारों को सम्मानित किया

खजनी गोरखपुर।जिले के पुलिस कप्तान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) डाॅक्टर गौरव ग्रोवर के निर्देशानुसारआज अपराह्न खजनी थाने में पहुंचे पुलिस उपाधीक्षक यातायात (एएसपी) संजय कुमार की अध्यक्षता में थाना क्षेत्र के सभी ग्राम पुलिस चौकीदारों के साथ बैठक की गई।

इस दौरान थानाध्यक्ष गौरव आर कन्नौजिया एवं एएसपी के द्वारा आगामी होली के त्यौहार होली तथा लोकसभा चुनाव के संबंध में विस्तृत चर्चा की गई। चौकीदारों को चौकन्ना रहने का निर्देश देते हुए उनसे क्षेत्र में शांति और सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग की अपील करते हुए आवश्यक विभागीय दिशा-निर्देश दिए गए। इस दौरान अच्छे कार्य करने वाले कुल 11 चौकीदारों को नगद पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।पुरस्कार पाने वाले चौकीदारों को सहकर्मी चौकीदारों तथा थाने के पुलिसकर्मियों ने बधाई दी।

*दलित बस्ती के 50 घरों को रास्ते की तलाश,कच्चे चकरोड पर आवागमन में दुश्वारियां झेलने की विवशता*

खजनी गोरखपुर।ब्लॉक क्षेत्र के रूद्रपुर ग्रामसभा की दलित बस्ती में रहने वाले लगभग 50 परिवार के लोगों को आवागमन में दुश्वारियों का सामना करना पड़ता है। विशेषकर बारिश के मौसम में मिट्टी और कीचड़ से भरे मार्ग पर आवागमन दूभर हो जाता है। लगभग 20 वर्ष पहले गांव के काली मंदिर स्थान से दलित बस्ती तक जाने के लिए बनाया गया सीसी रोड संपर्क मार्ग भी टूट फूट कर क्षतिग्रस्त हो गया है।

रास्ते की समस्या के कारण छोटे बच्चे स्कूलों में पढ़ने नहीं जा पाते हैं। बरसात के दिनों में घर से बाहर निकलना भी मुश्किल हो जाता है।

गांव के निवासी रामपलट, अमन, मोतीलाल, सत्येंद्र चंद,उपेंद्र,राहुल, जितेंद्र, मनीष, प्रेमशंकर, विनोद आशीष सहित दर्जनों लोगों ने बताया कि रास्ते की समस्या से ग्रामप्रधान,स्थानीय जनप्रतिनिधियों ब्लॉक और तहसील पर स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों को भी अवगत कराया जा चुका है, किंतु किसी ने भी ध्यान नहीं दिया।

आजादी के 76 वर्ष बाद भी हमें आने जाने के लिए रास्ता नहीं मिल पा रहा है।

तीसरा रोज़ा : अल्लाह को महबूब है माह-ए-रमज़ान

गोरखपुर। रोज़ेदार बंदों ने गुरुवार का दिन अल्लाह की रज़ा में गुजारा। भूख प्यास के बीच रोज़ेदार अल्लाह का शुक्र अदा कर रहे हैं। खुशनसीब मुसलमान एक साथ तीन फ़र्ज़ अदा कर रहे हैं, नमाज़ भी पढ़ रहे हैं, रोज़ा भी रख रहे हैं और जो मालिके निसाब हैं वह ज़कात भी अदा कर रहे हैं।

मस्जिदों व दरगाहों पर सामूहिक रूप से इफ्तार हो रही है। माह-ए-रमज़ान का तीसरा रोज़ा भी अल्लाह की इबादत में बीता। चारों तरफ रमज़ान का नूर छाया हुआ है। अल्लाह के बंदे दिन में रोज़ा रखकर व रात में तरावीह की नमाज़ अदा कर अल्लाह को राज़ी करने में लगे हुए हैं। क़ुरआन-ए-पाक की तिलावत जारी है। नफ्ल नमाज़ें सलातुल तस्बीह, चाश्त, तहज्जुद, इशराक, सलातुल अव्वाबीन आदि पढ़ी जा रही हैं। नबी व आले नबी पर दरूदो-सलाम का नज़राना पेश किया जा रहा है।

सुबह सहरी के लिए मस्जिद से रोज़ेदारों को जगाने के लिए सदाएं दी जा रही हैं। इफ्तार के वक्त मस्जिदों से रोज़ा खोलने का डंका बज रहा है। मस्जिदों की सफें नौजवानों, बुजुर्गों व बच्चों से भरी नज़र आ रही हैं। घरों में महिलाएं इबादत के साथ किचन व बाज़ार से खरीदारी की जिम्मेदारियां उठा रही हैं।बाजारों में खूब चहल पहल है। हर तरफ रमज़ान का फैज़ान जारी है।

हज़रत फातिमा ज़हरा को शिद्दत से किया गया याद

मस्जिदों में चल रहे दर्स में रमज़ान के फजाइल के साथ हज़रत सैयदा फातिमा ज़हरा रदियल्लाहु अन्हा की ज़िंदगी पर रोशनी डाली गई। फातिहा ख्वानी हुई। मरकजी मदीना जामा मस्जिद रेती चौक में मुफ्ती मेराज अहमद कादरी कादरी व मकतब इस्लामियात तुर्कमानपुर में हाफिज सैफ अली इस्माईली ने बताया कि पैग़ंबरे इस्लाम हज़रत मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की बेटी, हज़रत अली की बीवी हज़रत सैयदा फातिमा ज़हरा रदियल्लाहु अन्हा का विसाल (निधन) 3 रमज़ानुल मुबारक को हुआ था। आपकी ज़िंदगी हम सभी खासकर औरतों के लिए ऐसी नज़ीर है, जिस पर अमल करते हुए अपनी ज़िंदगी को खूबसूरत बनाया जा सकता है।

हज़रत फातिमा ने अपनी पूरी ज़िंदगी अल्लाह की इबादत में गुजार दी। वालिद, शौहर, बेटों के साथ उनका जो सुलूक रहा, वह आज भी एक नमूना-ए-हयात बना हुआ है। आपने जिस तरह ज़िंदगी गुजारी, बच्चों की परवरिश, पड़ोसियों का ख्याल रखा वह एक मिसाल है।

सदका-ए-फित्र एक आदमी की तरफ से 60 रुपया है : मुफ्ती अजहर

नायब काजी मुफ्ती मो. अजहर शम्सी ने बताया कि माह-ए-रमज़ान में सदका-ए-फित्र निकाला जाता है। सदका-ए-फित्र हर मालिके निसाब पर अपनी और अपनी नाबालिग औलाद की जानिब से अदा करना ईद के दिन वाजिब होता है लेकिन ज़कात की तरह इसमें माल पर साल गुजरना जरुरी नहीं है, बल्कि ईद के दिन फ़ज्र तुलू होने से पहले भी अगर निसाब भर माल का मालिक हो गया तो उस पर सदका-ए-फित्र वाजिब है। जो गरीबों, यतीमों व बेसहारा मुसलमानों को दिया जाता है।

इसको निकालने में जल्दी करें ताकि ग़रीब भी खुशियों में शामिल हो सकें। जितनी जल्दी आप सदका-ए-फित्र निकालेंगे उतने जल्दी ही वह ग़रीबों के लिए फायदामंद होगा। गोरखपुर के मुसलमानों के लिए गेहूं की कीमत के ऐतबार से सदका-ए-फित्र की मिकदार एक आदमी की तरफ से 60 रुपया है, आप अपनी ताकत और तौफीक के मुताबिक जौ, खजूर या मुनक्का की कीमत भी 4 किलो 94 ग्राम का लिहाज़ करते हुए सदका-ए-फित्र निकाल सकते हैं।

रोज़े से गफलत दूर होती है : हाफिज आफताब

शाही मस्जिद तकिया कवलदह के इमाम हाफिज आफताब आलम ने बताया कि रोज़े से गफलत दूर होती है इसलिए बंदा अल्लाह का करीबी हो जाता है। हदीस शरीफ में है कि रमज़ान और कुरआन रोज़ेदार की शफाअत करेंगे।

अल्लाह तआला ने फरमाया कि बंदा रोज़ा मेरे लिए रखता है और उसकी जजा मैं दूंगा। बंदा अपनी ख्वाहिश और खाने को मेरी वजह से तर्क करता है। रोज़ेदार के लिए दो खुशियां है एक इफ्तार के वक्त और एक अल्लाह से मिलने के वक्त। रोज़ा रखने से बंदा अल्लाह का करीबी बन जाता है। सहरी करना पैगंबरे इस्लाम हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की सुन्नत है लिहाजा सहरी जरूर करें।

माह-ए-रमज़ान का पहला जुमा आज

जुमा को हफ्ते की ईद कहते हैं। माह-ए-रमज़ान में पड़ने वाले पहले जुमा के लिए मस्जिदों में तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। दो सौ से अधिक मस्जिदों में जुमा का खुत्बा पढ़ा जाएगा और जुमा की नमाज़ अदा कर मुल्क में अमनो शांति की दुआ मांगी जाएगी। महिलाएं घरों में इबादत कर दुआ मांगेंगीं।

इंजेक्शन लगवाने से रोज़ा नहीं टूटता : उलमा किराम

उलमा-ए-अहले सुन्नत द्वारा जारी रमज़ान हेल्पलाइन नंबरों पर गुरुवार को सवाल-जवाब का सिलसिला जारी रहा। लोगों ने नमाज़, रोज़ा, जकात, फित्रा आदि के बारे में सवाल किए। उलमा किराम ने क़ुरआन व हदीस की रोशनी में जवाब दिया।

1. रोज़े की हालत में अगर खांसते समय मुंह से खून या बलगम आ जाए तो क्या हुक्म है? (अब्दुल, अलीनगर)

जवाब : अगर खून हल्क से नीचे नहीं उतरा तो रोज़ा नहीं टूटेगा। (मुफ्ती अख़्तर हुसैन)

2. सवाल : क्या इंजेक्शन लगवाने से रोज़ा टूट जाता है? (नदीम अहमद, तकिया कवलदह)

जवाब : नहीं। इंजेक्शन गोश्त में लगवाया जाए या नस में इससे रोज़ा नहीं टूटता। (मौलाना जहांगीर)