अब डायल 112 की सुविधा ग्रामीण क्षेत्रों में मिलेगी, 40 नए वाहनों को आईजी-एसएसपी ने हरी झंडी दिखाकर किए रवाना

गया। बिहार के गया में जिले के लोगों के लिए बड़े ही खुशखबरी है। खुशखबरी यह है कि पहले डायल 112 की सुविधा शहरी क्षेत्र में मिल रही थी, लेकिन अब ग्रामीण क्षेत्रों में सोमवार से मिलने लगीं।

सोमवार को पुलिस लाइन केंद्र में 40 नए डायल 112 वाहन को आईजी मगध प्रक्षेत्र छत्रनील सिंह एवं एसएसपी आशीष भारती ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। एसएसपी आशीष भारती ने बताया कि पहले डायल 112 की सुविधा शहरी क्षेत्र में दी जा रही थी, लेकिन 40 और नए वाहन आ जाने के बाद यह सुविधा ग्रामीणों क्षेत्र में भी मिलेगी।

अब जिले के लगभग सभी थाना क्षेत्र में इसकी सुविधा मिलेगी। वही सक्रीण गली में पुलिस के गश्ती के लिए 25 नए डायल, 112 बाइक भी जल्द आएगा। एसएसपी आशीष भारती ने आगे बताया कि जनवरी 2024 में गया जिला डायल 112 के रिस्पांस मामले में दूसरे स्थान पर राजभर में रहा है। डायल 112 के वाहनों के द्वारा औसत 9 मिनट 23 सेकंड में आम लोगों को सेवा प्रदान की गई थी। इसे और कम करना है और 7 मिनट में पुलिस सुविधा लोगों को मिले इसका प्रयास किया जा रहा है। हम लोगों का प्रयास है की न सिर्फ पुलिस सुविधा मिले बल्कि आग लगने या किसी व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाने के लिए एंबुलेंस सुविधा की जरूरत भी पूरा किया जाएगा।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

चमकी बुखार से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग मुस्तैद, जिला के सभी स्वास्थ्य केंद्रों में हो रही जरूरी तैयारी

गया : जिला में चमकी बुखार से बचाव के लिए प्रशासन तथा स्वास्थ्य विभाग द्वारा हर प्रकार की तैयारी की जा रही है। चमकी बुखार को लेकर स्वास्थ्य विभाग मुस्तैद है। जिलाधिकारी डॉ त्यागराजन एसएम के निर्देश पर सिविल सर्जन डॉ रंजन कुमार सिंह की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार में सोमवार को एईएस-जेई की तैयारियों पर मीटिंग की गयी।

इस मीटिंग में डीपीएम नीलेश कुमार, विश्व स्वास्थ्य संगठन से डॉ कुणाल, जेपीएन अस्पताल के डीएस डॉ चंद्रशेखर, मगध मेडिकल के सुप्रीटेंडेंट डॉ विनोद कुमार, पेडियाट्रिक विभाग के प्रोफेसर डॉ रविंद्र कुमार, जिला पशुपालन पदाधिकारी निर्मल कुमार, डीआईओ डॉ राजीव अंबष्ट, डीवीबीडीसीओ डॉ एमई हक, युनिसेफ प्रतिनिधि, सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं हेल्थ मैनेजर तथा विभिन्न विभागों के वरीय पदाधिकारी मौजूद रहें।

सिविल सर्जन द्वारा सभी प्रखंडों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को चमकी बुखार से बचाव और इलाज से संबंधित तैयारियों को लेकर आवश्यक निर्देश दिये गये हैं। एईएस एसओपी के मुताबिक एईएस किट का वितरण सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर अप्रैल माह के अंत तक हो जायेगा। इसके अलावा अप्रैल माह में ही सभी आशा स्वास्थ्यकर्मियों को आशा किट प्रदान किया जायेगा।

मगध मेडिकल सुप्रीटेंडेंट ने बताया कि मगध मेडिकल अस्पताल में 15 बेड का पेडियाट्रिक इंटेसिव केयर यूनिट तैयार है। यहां पर 20 बेड का इंनसेफलाटिस वार्ड भी है। इसके अलावा 100 बेड का एमसीएच वार्ड होगा। सीएस ने बताया कि सदर अस्पताल में पांच बेड वाला आइसीयू होगा। इसके अलावा सभी अनुमंडलीय तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर पांच बेड तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर दो बेड वाले इंसेफलाइटिस वार्ड होंगे। वहीं चमकी बुखार के किसी भी मामले की जानकारी देने या आवश्यक सलाह लेने के लिए 104 स्टेट हेल्पलाइन पर फोन किया जा सकता है। 

रेफरल ट्रांसपोर्ट की होगी सुविधा

बताया गया कि बुखार के रोगी को बड़े अस्पताल रेफर करने के लिए एंबुलेंस मौजूद होगी। जिला में कुल 27 एडवांस लाइफ सपोर्ट तथा 44 बेसिक लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस मौजूद हैं। सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर एक एंबुलेंस हर समय मौजूद रहेंगे। किसी विशेष परिस्थिति में एक प्रखंड के एंबुलेंस को दूसरे प्रखंड भेजे जाने की व्यवस्था होगी। मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना के तहत प्राइवेट वाहनों को भी रोगियों को रेफर करने के लिए टैग किया जायेगा। सभी टैग वाहनों पर आशा वर्करों के फोन नंबर मौजूद होंगे। 

विभागीय समन्वय बनाने पर दिया बल

चमकी बुखार से बचाव के लिए सभी विभागों के साथ समन्व्य बनाते हुए काम किया जाना है। चमकी बुखार से बचाव के लिए स्कूलों में वॉल पेटिंग कराया जाना है। पैमफलेट, माइकिंग आदि के माध्यम से आमजन को चमकी बुखार से बचाव के बारे में जागरूक करना है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को विलेज हेल्थ, सेनिटेशन एंड न्यूट्रिशन कमिटी में सक्रिय रूप से भाग लेना सुनिश्चित कराना है। जीविका दीदी द्वारा सामुदायिक स्तर पर चमकी बुखार पर जागरूकता लानी है। मुखिया तथा वार्ड पार्षद चमकी बुखार के लक्षणों के दिखने पर अस्पताल ले जाने में रोगी को आवश्यक मदद पहुंचायेंगे।पशुपालन विभाग द्वारा सुअर पालन क्षेत्र में सर्विलांस किया जाना है।  

इन बातों का रखें ध्यान

 

बच्चों को रात में सोने से पहले खाना जरूर खिलायें। सुबह उठते ही बच्चों को जगायें। देखें कहीं बेहोशी या चमक तो नहीं है। बेहोशी या चमक दिखते ही तुरंत एंबुलेंस या नजदीकी गाड़ी से अस्पताल ले जायें।

रिपोर्ट: मनीष कुमार

गया एसएसपी के निर्देश पर महिला पुलिस के द्वारा विभिन्न कॉलेज और कोचिंग संस्थानों में की गई गश्ती

गया। गया के एसएसपी आशीष भारती के निर्देश पर सोमवार को छात्राओं की सुरक्षा को लेकर महिला पुलिस के द्वारा विभिन्न कॉलेज और कोचिंग संस्थानों में जाकर गश्ती किया गया।

इसी दौरान महिला थाना की पुलिस के द्वारा टी. मॉडल इंटर विद्यालय गया सहित विभिन्न कॉलेज और कोचिंग संस्थानों में गश्ती की गई और छात्राओं से मिलकर हाल-चाल जाना गया और उसका हौसला को बढ़ाया गया।

जीबीएम कॉलेज में कल एमयू के कुलपति करेंगे गौतम बुद्ध की प्रतिमा का अनावरण व नवनिर्मित भवनों का उद्घाटन

गया शहर के गौतम बुद्ध महिला कॉलेज में कल मुख्य अतिथि मगध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. शशि प्रताप शाही द्वारा कॉलेज परिसर में स्थापित गौतम बुद्ध की नवनिर्मित प्रतिमा का अनावरण तथा विभिन्न नवनिर्मित भवनों का उद्घाटन किया जायेगा।

मूर्ति-अनावरण के उपरांत कुलपति द्वारा कॉलेज के प्रशासनिक भवन, विज्ञान भवन, शैक्षणिक भवन तथा सावित्री महाजन सभागार का उद्घाटन किया जाना है। समारोह में प्रधानाचार्य प्रो. डॉ. जावैद अशरफ़, बतौर स्वागतकर्त्ता, मगध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एस. पी. शाही, एमयू से शामिल हो रहे सम्मानित अधिकारियों तथा विभिन्न कॉलेजों के प्रधानाचार्यों, जीबीएम कॉलेज के पूर्व प्रधानाचार्यों एवं सेवानिवृत्त प्रोफेसरों का समस्त महाविद्यालय परिवार के साथ अभिनंदन करेंगे।

उक्त समारोह की सूचना जीबीएम कॉलेज की पीआरओ-सह-मीडिया प्रभारी एवं कार्यक्रम समन्वयक डॉ. कुमारी रश्मि प्रियदर्शनी ने दी।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

दिल्ली में नमाजियों के अपमान और हिंसा के खिलाफ भाकपा माले का विरोध प्रदर्शन, दोषी पुलिसकर्मी को बर्खास्त करें सरकार

गया शहर के दिग्घी तालाब पार्क से भाकपा माले ने दिल्ली में नमाजियों के अपमान और हिंसा के खिलाफ विरोध मार्च निकाल कर प्रदर्शन किया गया। इस दौरान दोषी पुलिस कर्मियों को बर्खास्त करने की मांग की है। 

विरोध मार्च प्रदर्शन दिग्घी तालाब पार्क से निकली जो जीबी रोड होते हुए टावर चौक पहुंच कर सभा में तब्दील हो गया। इस विरोध मार्च प्रदर्शन में शामिल लोग नफरत और पुलिसिया बर्बरता पर रोक लगाओ, मानवाधिकार का हनन नहीं चलेगा, संविधान-लोकतंत्र को कुचलना बंद करो, नफरत फैलाने वाला पुलिस नहीं चाहिए, सांप्रदायिक नफरत का एक जवाब, इंकलाब जिंदाबाद, नफरत फैलाने वाले होशियार भाकपा माले है तैयार के नारे लगा रहे थे। इस मौके पर विरोध मार्च प्रदर्शन का नेतृत्व जिला सचिव निरंजन कुमार, नगर प्रभारी तारिक अनवर, ऐपवा जिला सचिव रीता वर्णवाल, मानपुर प्रखंड सचिव सुदामा राम व आइसा नेता मो. शेरजहां ने किया। भाकपा माले के जिला सचिव निरंजन कुमार ने कहा कि 8 मार्च को राजधानी दिल्ली के इंद्रलोक में जुम्मे की नमाज पढ़ रहे मुस्लिमों को पुलिस ने सरेआम अपमानित किया। नमाज में झुके लोगों को लात मारी, धक्के दिए और पिटाई की।

पूरी दुनिया में इस घटना से देश शर्मशार हुआ है। देश में मुस्लिमों के खिलाफ भाजपा लगातार साम्प्रदायिक घृणा व हिंसा फैला रही है। उसने सुरक्षा बलों के साम्प्रदायिकीकरण का भी अभियान चला रखा है। दिल्ली की घटना इसी का नतीजा है। उन्होंने कहा की दोषी पुलिसकर्मी को सस्पेंड करने से काम नहीं चलेगा। ऐसे लोगों को सेवा से बर्खास्त कर कड़ा संदेश देना चाहिए। कार्यक्रम में खिजरसराय प्रखंड सचिव बच्चू सिंह, पारो देवी, रघुनंदन शर्मा, रामानंद सिंह, मो. साकिब, तौसीफ़ आलम, मो. तनवीर, मो. शमशेर आलम, नाजिश अनवर, मो. अरशद, बिनेश मांझी, नवल किशोर यादव, मो. नासिर, इक़बाल आलम, बबिता देवी, ईश्वर चौधरी, घनश्याम प्रसाद, तेतरी देवी समेत दर्जनों लोग शामिल थे।

एसएसपी के निर्देश पर अवैध शराब की बिक्री पर रोक लगाने के लिए चलाया गया छापामारी अभियान

गया : एसएसपी आशीष भारती के निर्देश पर गया जिले में अवैध शराब की बिक्री पर रोक लगाने के लिए लगातार छापामारी अभियान चलाई जा रही है और शराब को बरामद कर कार्रवाई भी की जा रही है।

आज को गया पुलिस के द्वारा विभिन्न थाना क्षेत्र में अवैध शराब की बिक्री पर रोक लगाने के लिए छापामारी अभियान चलाया गया। इसकी जानकारी गया के एसएसपी आशीष भारती ने दी है।

एसएसपी आशीष भारती ने जानकारी देते हुए बताया कि जिले के सभी थाना अध्यक्षों को अपने-अपने थाना क्षेत्रों में अवैध शराब की बिक्री पर रोक लगाने के लिए निर्देशित किया गया। 

जिसके बाद जिले के सभी थाना क्षेत्र में छापामारी अभियान चलाया गया और महुआ शराब को बरामद किया गया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

फुटबॉल टूर्नामेंट के फाइनल मुकाबला में मदनपुर के टीम ने आमस को पराजित कर कप जमाया कब्जा

गया/आमस। जिले के हाई स्कूल खेल मैदान में रविवार को फुटबॉल टूर्नामेंट का फाइनल मुकाबला खेला गया जो काफी रोमांचक भरा रहा। आखरी सेकेंड तक यह मैच चला। जिसमें दोनो टीमों ने 2-2 की बराबरी पर रही।इस दौरान दोनो टीमों ने दर्शकों का खूब मनोरंजन कर तालियां बटोरी।

आखिरी समय तक गोल करने को लेकर काफी संघर्षी रही और गोल करने को लेकर लालायित रहें लेकिन आखिरी समय तक कोई भी गोल नहीं हुआ। जिसके बाद अंत में प्लांटी शूट आउट से निर्णत निकाला गया।जहां मदनपुर के टीम ने 5-3 के अंतर से आमस के टीम को पराजित कर कप पर कब्जा जमाया लिया।वहीं रेफरी की भूमिका मो बालों एवं रंजय सिंह ने निभाई तो लाइन्स मैन राजू और उज्ज्वल और पोल जज प्रमोद सिंह, तपेश्वर सिंह, शंकर सिंह एवं महेंद्र रिकियाशन ने निभाई।

इस मैच में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित प्रखंड प्रमुख मसीहुज्जमा खान उर्फ लड्डन खान, झरी मुखिया प्रतिनिधि एवं पैक्स अध्यक्ष दीपक कुमार सिंह,रामस्वरूप सिंह, एसआई धन्नू कुमार सिंह, हम प्रखंड अध्यक्ष उदित सिंह भोक्ता, दीपक यादव, भाजपा प्रखंड अध्यक्ष रौशन गुप्ता के हाथो संयुक्त रूप से विजेता एवं उपविजेता टीम को कप एवं मेडल दिया गया। इस मौके पर धर्मेंद्र सिंह ,कन्हैया सिंह,शंकर सिंह,लक्की खान, निसार, जैद, मनोज, दिनेश कुमार मेहता, तनवीर आलम, गुड्डू, पप्पू कुमार सहित हजारों लोग उपस्थित थें।

रिपोर्ट: धनंजय कुमार।

बड़ी खबर: नर्सिंग कॉलेज के प्रिंसिपल को अपराधियों ने मारी गोली, पीठ पर मारी गोली, एमएमसीएच में भर्ती

गया। बिहार के गया से एक बड़ी खबर सामने आ रही है जहां नर्सिंग कॉलेज के प्रिंसिपल को अपराधियों ने गोली मार दी है। दरअसल यह मामला मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल परिसर में संचालित नर्सिंग कॉलेज के प्रिंसिपल दीपक कुमार को अपराधियों ने गोली मारी है।

गोली मारे जाने की घटना मेडिकल थाना क्षेत्र के मगध कॉलोनी रोड नंबर 6 में हुई है। खास बात यह है कि यह घटना जिस मकान में प्रिंसिपल दीपक रहते हैं उसी मकान के नीचे यह घटना हुई है। मकान मालिक गोली चलने की आवाज पर घर से बाहर निकले और उन्हें तड़पता हुआ देखा तो आनन-फानन में मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में उन्हें भर्ती कराया। गोली अपराधियों ने दीपक कुमार की पीठ पर मारी है जो कि सीने से बाहर निकल गई है।

घटना की सूचना पर बड़ी संख्या में नर्सिंग कॉलेज के स्टूडेंट मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंच गए हैं। अस्पताल परिसर में ही अपने प्रिंसिपल के बेहतरी की कामना को लेकर बैठे हुए हैं। मकान मालिक राजीव कुमार ने बताया कि प्रिंसिपल दीपक अपनी बुलेट से बाजार जा रहे थे। मुख्य रूप से पटना के रहने वाले हैं। हालांकि इनका पैतृक घर सासाराम में है। उन्होंने बताया कि घर के सभी लोग टीवी देख रहे थे। इस दौरान अचानक से गोली चलने की आवाज आई।

इस पर जब हम लोग बाहर निकले तो देखा की प्रिंसिपल दीपक तड़प रहे हैं। चिल्ला रहे हैं तो पूछा कि क्या हुआ तो कहा कि मुझे किसी ने गोली मार दी है। यह बात सुनते ही पूरा परिवार सदमे में आ गया। आनन-फानन में अस्पताल में उन्हें भर्ती कराया। वही, सर्जरी डिपार्टमेंट के विभाग अध्यक्ष केके सिन्हा ने बताया की गोली निकाल दी गई है। स्थिति काबू में है। लेकिन मेडिकल सिचुएशन को देखते हुए फिलहाल बेहतर नहीं कहा जा सकता है। डॉक्टर दीपक फिलहाल सीरियस कंडीशन में है। इलाज चल रहा है। घटना का कारण फिलहाल स्पष्ट नही हो सका है। अपराधी को थे कितनी संख्या में थे। इस बात जानकारी किसीको नहीं लग सकी है।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

विवाहित युवक ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, पारिवारिक कलह सामने आया

गया/शेरघाटी। गया जिले के शेरघाटी थाना क्षेत्र के बीटी बीघा गांव में प्रेम कुमार उर्फ भोला उम्र लगभग 30 वर्ष का विवाहित युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया।

शव को कब्जे में लेकर पुलिस पोस्टमार्टम के लिए मगध मेडिकल अस्पताल गया भेज दिया गया है। आत्म हत्या का कारण पारिवारिक कलह बताया जा रहा है।

चर्चा के मुताबिक वह अपने ससुराल चौगाईं से कल शाम में ही घर से लौटा था। उसका लगभग 5 वर्ष का एक पुत्र है। पत्नी मायके में है। शादी समारोह में गई हुई है।

रिपोर्ट: अरविंद कुमार सिंह।

2000 में राज्य का बंटवारा होने के बाद बिहार में मात्र 7% वन भूमि बची, मंत्री ने आगामी वर्षाकाल में वृक्षारोपण पर की समीक्षा बैठक


गया। पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग मंत्री डॉ प्रेम कुमार की अध्यक्षता में समाहरणालय सभाकक्ष में बिहार के सभी जिलों के वन प्रमंडल पदाधिकारी सहित वन विभाग के पदाधिकारी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण, जलवायु परिवर्तन तथा आगामी वर्षाकाल में वृक्षारोपण विषय पर समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। बैठक को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा कि 15 अक्टूबर, 2000 में राज्य का बंटवारा होने के बाद बिहार में मात्र 7% वन भूमि बची है।

कृषि रोड मैप के अनुसार काम करना शुरू किया एवं बिहार के हरित आवरण को बढ़ाकर लगभग 15% पहुंचा दिया गया है। यह कार्य सिर्फ वन भूमि पर पौधारोपण से सम्भव नहीं था। यह लक्ष्य सिर्फ वन विभाग के प्रयास से भी संभव नहीं था। हमने वन भूमि से बाहर सडक, नहर, नदी के किनारे पौधारोपण का प्रयास किया। हमने किसानों के द्वारा खेत में किनारे-किनारे पौधारोपण के लिए योजना चलाई। किसानो को पौधा आस-पास मिल जाय, इसके लिए किसान और जीविका दीदी की पौधशाला का सृजन किया। पॉपलर प्रजाति को बिहार में पहचान किया गया, जो 5-6 वर्ष में तैयार हो जाता है।

जल जीवन हरियाली अभियान 02 अक्टूबर 2019 को शुरू किया गया है और उसका जोर हरियाली के साथ जल संचयन और संरक्षण पर भी है। वन विभाग के द्वारा वन क्षेत्रों में भू-जल संरक्षण के लिए चेकडैम, जल संचयन टैंक, तालाब आदि बनाये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री बिहार की सोच के अनुरूप गारलैंड ट्रेंच के आधार पर काम किया जा रहा है। यह तकनीक जल संरक्षण का सर्वोत्तम उपाय है और पहाड़ी तथा सुखे क्षेत्रों में वेहद प्रभावी है। अगर हर व्यक्ति थोड़ा-थोडा जल को बचाना शुरू कर दे तो हम कल्पना नहीं कर सकते कि कितना अच्छा परिणाम होगा। ऐसे बिजली के बर्बादी रोकना, पॉलीथीन का उपयोग नहीं करना, साफ-सफाई रखना वैसे तो छोटी बात लगती है लेकिन इसका प्रभाव मिलकर बहुत ही बड़ा होगा। यह संदेश हमे घर-घर तक पहुंचना है। स्कूल में जागरूकता कार्यक्रम की बहुत ही जरूरत है, जिससे ये बच्चों की आदत में शामिल हो जाये।

उन्होंने कहा कि मानसून आने वाला है। ये सही समय है जब हम जागृत हो और पौधारोपण के लिए कमर कस लें। मैं तो कहता हूँ कि पौधा लगाना जितना जरूरी है उतना ही जरूरी है पौधा बचाना। पौधा लगाने के बाद कम-से-कम 03 साल तक उसको खाद पानी और सुरक्षा देनी है तभी पौधा पेड़ बनेगा। हम चाहते हैं कि राज्य का हर परिसर हरा परिसर हो। हमने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि सभी परिसरों की सूची बनाई जाये। इसमे हम सभी का सहयोग चाहेंगें। यहीं जितने भी लोग जुड़े हैं उन सब से आग्रह है कि उनकी जानकारी में जो भी परिसर है उनकी सूची वन प्रमण्डल पदाधिकारी को उपलब्ध करवायें। हम सभी परिसर को हरा परिसर बनायेंगें।

हमने बिहार में नर्सरी की क्षमता को बढ़ा कर 05 करोड़ प्रति वर्ष किया है। इस साल वन विभाग का लक्ष्य 2.00 करोड़ पौधे लगाने का था। मुझे बहुत खुशी हो रही है ये बताते हुए कि विभाग में वो लक्ष्य प्राप्त कर लिया है। ग्रामीण विकास विभाग और हॉर्टिकल्चर विभाग को मिला दे तो इस साल लगभग 4.00 करोड़ पौधा लगाये गए है। अगर हम 10 करोड़ पौधा लगवाये और 60% पौधे बचा लें तो 6.00 करोड़ पेड बनेगा। इससे हरित आवरण 1% बढ़ेगा। इससे ही अंदाज लगा लें कि हरित आवरण बढ़ाना कितना कठिन कार्य है।

जलवायु परिवर्तन एक ऐसा विषय है जिसकी चर्चा शहर में, गांव में, हर वर्ग में, हर देश में समान रूप से है। इसका समाधान है कि हम कम-से-कम कार्बन का उत्खर्जन करें। कार्बन एब्जॉर्ब करने का सबसे सरल तरीका है कि अधिक से अधिक पेड़ लगावें। पौधारोपण जब तक जन अभियान या जन आंदोलन नहीं बनता है तब तक इस समस्या का समाधान सम्भव नहीं है। मंत्री ने बताया कि गया शहर स्थित कंडी नवादा में बायोडायवर्सिटी पार्क, ब्रह्मयोनि तथा प्रेतशिला में चेकडैम का निर्माण, बाराचट्टी में जू सफारी का निर्माण, क्लीन गया ग्रीन गया (CLEAN GAYA GREEN GAYA) ke tahat आगामी वर्षाकाल में पौधारोपण की योजना बनाकर कार्य करने हेतु सभी पदाधिकारियों को निदेशित किया गया है। 

बैठक में उप विकास आयुक्त विनोद दूहन ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में विभाग द्वारा गया जिला को पौधारोपण के लिए 6 लाख 40 हजार लक्ष्य दिया गया, जिसके आलोक में मनरेगा से लगभग 9 लाख 52 हजार पौधारोपण किया गया, जो निर्धारित लक्ष्य का 149 प्रतिशत है। 

उन्होंने बताया कि पिछले 5 सालों में गया जिला द्वारा 33 लाख 12 हजार 63 पौधे लगाए गए हैं। साथ ही वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए जिले में 2 लाख 16 हजार पौधे लगाने का लक्ष्य है, जो नदी के किनारे लगाया जाएगा। बैठक में जिला स्तर पर वन प्रमंडल पदाधिकारी, नगर आयुक्त, उप विकास आयुक्त, वन संरक्षण पदाधिकारी, जिला जन संपर्क पदाधिकारी, जिला कृषि पदाधिकारी सहित अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे।