युवक का शव घर से पांच किलोमीटर दूर शुकुलपुर नहर के पास पाए जाने पर गांव में हड़कंप

लालगंज, मीरजापुर। स्थानीय क्षेत्र के बनवारी गांव निवासी 22 वर्षीय युवक का शव घर से पांच किलोमीटर दूर शुकुलपुर नहर के पास पाए जाने पर गांव में हड़कंप मच गया। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंचे परिजनों ने पहचान करके पुलिस को सूचित किया। पुलिस मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया ।

लालगंज थाना क्षेत्र के बनवारी गांव निवासी मंगला पुत्र राम नारायण उम्र लगभग 22 वर्ष का शव बनवारी गांव स्थित घर से 5 किलोमीटर दूर प्रयागराज जिले के मांडा थाना क्षेत्र के शुकुलपुर नहर के पास पाया गया। बुधवार सुबह सरसों की कटाई के लिए गए किसानों ने डेड बॉडी को देखकर शोर मचाया तो गांव के लोगों ने मौके पर पहुंचकर शव का पहचान कर बताया कि यह बनवारी गांव निवासी मंगला है। चूंकि घटनास्थल मांडा थाना क्षेत्र में पड़ने के कारण वहां की पुलिस मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर जांच पड़ताल में जुट गई।

घर वालों ने बताया कि मंगलवार को मंगला हाटा अपने साथी के साथ गया था। सूचना के आधार पर पुलिस डॉग स्क्वॉड के साथ स्थल जांच किया। वही पुलिस के डेड बॉडी ले जाने के बाद गांव के लोग आक्रोशित हो गए और शव लाने की मांग करने लगे । किसी तरह समझाने बुझाने पर शांत हुए। घर वालों का कहना है कि हत्या किया गया है।

2800 करोड़ की लागत से 650 पर्यटन विकास परियोजनाओं का लखनऊ से मुख्यमंत्री द्वारा किया गया लोकार्पण व शिलान्यास

मीरजापुर। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज लखनऊ लोकभवन सभागार से सांय लगभग 04 बजे प्रदेश की 2800 करोड़ की लागत से 650 पर्यटन विकास परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण किया गया। लोकार्पण/शिलान्यास के क्रम में जनपद मीरजापुर की चार परियोनाए भी शामिल हैं।

मां विन्ध्यवासिनी देवी धाम के पक्काघाट, न्यू0वी0आई0वी0रोड ओल्ड वी0आई0पी0 रोड एवं भूमिगत विद्युत कार्य 1196.59 लाख तथा विन्ध्यवासिनी देवी मन्दिर को जाने वाले मार्गो को जोड़ने वाले पहंुच मार्गो का सुन्दरीकरण एवं निर्माण 4018.53 लाख की लागत व मीरजापुर के गंगा नदी दाहिने तट पर पक्का घाट एवं दीवान घाट 700.95 लाख एवं मुख्यमंत्री के घोषणान्तर्गत जनपद मीरजापुर के विधानसभा चुनार में अदलपुरा शीतला माता मन्दिर, चुनार के गंगा किनारे पक्का घाट का 638.01 लाख की लागत से निर्मित परियोजनाओं को लोकार्पण किया गया।

काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के मिर्ज़ापुर स्थित साउथ कैंपस बरकछा के वेटनरी छात्रों ने शुरू किया अनिश्चितकालीन धरना

मीरजापुर। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के मिर्ज़ापुर स्थित साउथ कैंपस बरकछा के छात्रों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल प्रारंभ कर दिया है।

सोमवार की सुबह 6:00 से वेटरनरी साइंस के छात्र धरने पर बैठे हुए हैं। उनका आरोप है कि बीएचयू प्रशासन उनके साथ भेदभाव कर रहा है और तानाशाही पूर्ण रवैया अपनाते हुए है। छात्रों का आरोप रहा है की इंटर्नशिप कमेटी की तरफ से उन्हें शेड्यूल नहीं मिला है, छात्रों को बगैर सूचित किये ही फीस में भी वृद्धि कर दी गई है।

छात्रों ने आरोप लगाया है कि अपनी मांगों को लेकर वह लेटर के माध्यम से तथा रिमाइंडर भी भेजते आए हैं, लेकिन अभी तक कोई उपयुक्त जवाब देना उचित नहीं समझ गया है।

अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे छात्रों ने इस दौरान जमकर बीएचयू प्रशासन के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए, लंबे समय से मांगों की अनदेखी किए जाने से भारी आक्रोश में है छात्र। छात्रों के समर्थन में काफी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहें हैं।

छात्रों का कहना रहा है कि यह हड़ताल शौक नहीं बल्कि मजबूरी है। भेदभाव और तानाशाही का खुला आरोप लगाते हुए छात्रोंने कहा है जब तक उनकी मांगों पर विचार नहीं किया जाएगा तब तक वह पीछे हटने वाले नहीं है।

महेशपुर गांव में हाइवा की चपेट में आने से बालिका की मौत, परिजनों में कोहराम

ड्रमंडगज मिर्जापुर ।ड्रमंडगंज थाना क्षेत्र के मीरजापुर रीवा राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित महेशपुर गांव में सोमवार दोपहर सड़क पार करने के दौरान हाइवा ट्रक की चपेट में आने से 10 वर्षीया बालिका की घटना स्थल पर ही दर्दनाक मौत हो गई।

महेशपुर गांव निवासी शाह मोहम्मद की दस वर्षीया पुत्री साजरीन अपने घर से सड़क पार कर अपने नाना अमीर शाह के घर जा रही थी।उसी दौरान ड्रमंडगंज की ओर से तेज गति से आ रहे हाइवा ने अनियंत्रित होकर बालिका को टक्कर मार दिया जिससे गंभीर रूप से घायल बालिका की घटना स्थल पर ही मौत हो गई।

वहीं घटना के बाद ग्रामीणों की भीड़ जुटती देख हाइवा चालक कुछ दूर पर सड़क किनारे हाइवा खड़ा कर मौके से भाग निकला। सूचना पर पहुंचे थानाध्यक्ष ड्रमंडगंज अरविन्द सरोज ने घटना की जांच पड़ताल करते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।मृत बालिका के पिता शाह मोहम्मद मूल रूप से भदोही जिले के गोपीगंज के निवासी हैं करीब बीस वर्षों से अपनी ससुराल महेशपुर में जमीन लेकर यहीं बस गए हैं।

मृत बालिका पांच बहनों और तीन भाइयों में सबसे छोटी थी क्षेत्र के दुर्जनीपुर गांव स्थित कंपोजिट विद्यालय में कक्षा चार की छात्रा थी। घटना से परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है।इस संबंध में थानाध्यक्ष अरविन्द कुमार सरोज ने बताया कि महेशपुर गांव में हाइवा की चपेट में आने से दस वर्षीया बालिका की मौत हो गई है।

शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। हाइवा को कब्जे में लेकर फरार चालक की तलाश की जा रही है।

बस्ती में चहलकदमी करते हुए पहुंचा दस फीट का मगरमच्छ, ग्रामीणों में मची अफरातफरी

मीरजापुर। जिले के हलिया थाना क्षेत्र के भटवारी गांव की पहाड़ी बस्ती में सोमवार की भोर में करीब दस फीट लंबा मगरमच्छ शपथमुनि कोल के घर के सामने चहलकदमी करते हुए पहुंच गया।

कुत्तों के लगातार भौंकने और अगल बगल बांधे गए मवेशियों के छटपटाने पर गृहस्वामी शपथमुनि की नींद खुली तो देखा कि दस फीट लंबा मगरमच्छ घर के भीतर की ओर बढ़ता चला आ रहा है। मगरमच्छ को घर के भीतर आते देख गृहस्वामी के हाथ पांव फूल गए। परिजनों को जगाते हुए शोरगुल मचाते हुए घर से बाहर निकला। शोरगुल सुनकर बस्ती के लोग लाठी डंडा लेकर मौके पर पहुंच गए ग्रामीणों ने मगरमच्छ के ऊपर बोरा फेंककर उसे घेर लिया।

ग्रामीणों ने घटना की सूचना स्थानीय पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पीआरवी और स्थानीय पुलिस ने बस्ती में मगरमच्छ के आने की वनविभाग को सूचना दी। सूचना पाकर मौके पर पहुंचे वन दरोगा अजय प्रकाश,वन रक्षक अरविन्द कुमार, नीटू शर्मा, शीतला बख्श सिंह, रामदास आदिवासी ने ग्रामीणों के सहयोग से कड़ी मशक्कत के बाद सोमवार सुबह सात बजे के करीब मगरमच्छ को पकड़कर ट्रैक्टर ट्राली पर लादकर मेजा ददरी जलाशय में सुरक्षित छोड़ दिया है।

वन विभाग द्वारा मगरमच्छ को पकड़कर ले जाने पर ग्रामीणों ने राहत की सांस ली। वन दरोगा अजय प्रकाश ने बताया कि मगरमच्छ संभवतः समीप स्थित अदवा नदी से निकलकर भटकते हुए बस्ती में पहुंच गया था। वन रेंजर हलिया अवध नारायण मिश्र ने बताया कि मगरमच्छ को वनविभाग की टीम ने सुरक्षित पकड़कर मेजा ददरी बांध में छोड़ दिया है।

मीरजापुर : कटर प्लांट पर पत्थर के नीचे दब कर युवक की हुई मौत

मीरजापुर। जिले के अहरौरा थाना क्षेत्र अंतर्गत बाराडीह में संचालित पत्थर कटर प्लांट पर बीती रात्रि में पत्थर की फारी टूट कर युवक के ऊपर गिरने से युवक की मौत हो गई। जानकारी के अनुसार क्षेत्र के कन्हईपुर निवासी शिव कुमार पुत्र स्वर्गीय रामधनी 28 वर्ष उक्त कटर प्लांट पर रात्रि ड्यूटी के दौरान कार्य कर रहा था। जहां वह कई वर्षो से कार्य कर रहा था।

युवक के रिश्तेदारों ने बताया कि प्लांट संचालक को कई बार युवक ने बताया की प्लांट में जहां पत्थर को काटा जाता है वहां पत्थर को रोकने हेतु लॉक टूट गया है, जिसको प्लांट संचालक के द्वारा नही लगाया गया परिणामस्वरूप रात्रि में हादसा हो ही गया।

वही रिश्तेदारों ने बताया कि बिना परिजनों व पुलिस को सूचना दिए बगैर शव को प्लांट संचालकों के द्वारा शव को लेकर वाराणसी चले गए और सुबह तक शव को न तो परिजनों को साफ साफ कुछ जवाब नहीं दिया गया कि शव को कहां रखा गया है।

वही रिश्तेदारो द्वारा थाने में जाकर प्रार्थना पत्र देकर प्राथमिकी रिपोर्ट दर्ज करते हुए कार्यवाही की मांग की।

प्रभारी निरीक्षक बृजेश सिंह ने बताया की घटना की जानकारी प्राप्त हुई है। तहरीर मिली है विधिक कार्यवाही में पुलिस जुटी है। युवक की शादी लगभग 8 वर्ष पूर्व वैनी जिला सोनभद्र में हुवा था जिसके बाद युवक को एक पुत्र और एक पुत्री क्रमशः 6,4 वर्ष की हुई पत्नी गृहणी है।

परिवार का जीवकोपार्जन इसी नौकरी के सहारे चलता था।

ग्राम प्रधान ने गांव में पानी का भुगतान कर दिया अपनी मां के खाते में


मिर्जापुर।विकासखंड राजगढ़ 2023 - 24 के दौरान ग्राम पंचायत में पेयजल की समस्या को देखते हुए पानी उपलब्ध कराने के लिए टैंकर की व्यवस्था की गई थी। गांव गांव में टैंकर से पानी की आपूर्ति भी हुई लेकिन इस पानी के भुगतान को लेकर के मनमानी भी सामने आई है। 

मामला ग्राम पंचायत राजगढ़ का है जहां पर ग्राम प्रधान आशीष जायसवाल ने 2023 - 24 के गांव में किए गए टैंकर से पानी की आपूर्ति का पैसा पंचम वित्त संख्या 74773482 के माध्यम से बैंक खाता संख्या 22169493852 गीता देवी पत्नी ठाकुर प्रसाद के खाते में 23 नवंबर 2023 को 1 लाख रुपए का भुगतान कर दिया है।

और पुनः 29 नवंबर 2023 को गीता देवी पत्नी ठाकुर प्रसाद के खाते में 50000 रुपए का भुगतान किया गया है। गीता देवी पत्नी ठाकुर प्रसाद ग्राम प्रधान आशीष जायसवाल के माता-पिता है। 

इस संबंध में सहायक विकास अधिकारी पंचायत पूर्णेन्दु चंद ने बताया कि शासनादेश के मुताबिक ग्राम प्रधान अपने परिजनों के खाते में पैसे का भुगतान नहीं कर सकते हैं।

 इस संबंध में खंड विकास अधिकारी रमाकांत ने बताया कि उन्हें इस शासनादेश के बारे में कोई जानकारी नहीं है। खंड विकास अधिकारी का यह हास्यास्पद बयान इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है ऐसे जिम्मेदार खंड विकास अधिकारी की मानसिकता शासन के प्रति क्या है? आसानी से समझी जा सकती है।

नाबालिक को बहला फुसलाकर भगाने और दुष्कर्म करने का आरोपी गिरफ्तार

मिर्जापुर- राजगढ़ थाना पुलिस द्वारा शनिवार को नाबालिग को बहला फुसला कर भगाने व दुष्कर्म करने का आरोपी गिरफ्तार किया गया। बीते 16 जनवरी को थाना राजगढ़ क्षेत्रांतर्गत निवासी एक व्यक्ति द्वारा नामजद अभियुक्तों के विरूद्ध अपनी नाबालिग पुत्री को बहला फुसला कर भगाने के सम्बन्ध में लिखित तहरीर दी गई थी। थाना राजगढ़ पर विभिन्न धाराओं में मुकदमा पंजीकृत करते हुए विवेचना प्रारम्भ की गई।

इस संबंध में राजगढ़ थाना प्रभारी विजय शंकर सिंह पटेल ने बताया कि मुखबिर सूचना के आधार पर थाना राजगढ़ क्षेत्र से अभियुक्त जितेन्द्र कुमार मौर्या पुत्र होरी लाल मौर्या निवासी ग्राम धुरकर को गिरफ्तार किया गया है। अभियुक्त को जेल भेजा गया।

महिलाओं के सशक्त होने से भारत बनेगा विकसित देश: राज्यपाल

मिर्जापुर- प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने शनिवार को यहां जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि स्वतंत्रता आन्दोलन में जिसने अपना सर्वस्व जीवन बबार्द कर दिया ऐसे स्वतंत्रता संग्राम सेनानी झूरी बिन्द के भव्य व सुन्दर प्रतिमा को एक चौराहे पर अनावरण करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। उन्होंने कहा कि आजादी के आन्दोलन में ऐसे कई वीर शहीद हुये व कई जेल गये तथा जीवन भर जेल में ही रहें। उन्होंने अण्डमान निकोबार के जेल में रहे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का जिक्र करते हुये कहा कि वे इस जेल में अनेक कठिनाईयों का सामना करते हुये जीते रहे और जेल से ही आजादी आन्दोलन में हिस्सा लेते रहें।

राज्यपाल ने कहा कि किसी एक समाज के द्वारा भारत की आजादी नही मिली, बल्कि सभी समाज के लोगों ने हिस्सा लेकर देश को आजाद कराया है। चाहे वे पहाड़ियों में रहे हो चाहे जंगल के क्षेत्र में रहे हो। भी क्षेत्रों के रहने वाले लोग एकजुट होकर भारत की आजादी के लिये कार्य करते थे। इन्ही सब के प्रयासों से आज हम सब आजाद भारत में जी रहे हैं।

राज्यपाल ने कहा कि हम सभी कर्तव्य बनता है आजादी तो हमे मिली, लेकिन उनके जो सपने थे हमारे स्वतंत्रता वीरों का कि भारत विकास की तरफ बढ़े, सभ्य समाज की तरफ जाए देश शिक्षित हो। उन्होंने कहा कि आज आजादी के 75 वें वर्ष में ऐसे सभी शहीद वीरो को याद करने हम सभी जिम्मेदारी बनती है। उन्होंने कहा कि उन सभी सपना देखा था कि भारत में राम राज्य होना चाहिये। इन्हीं सब सपनों के साथ हमारे शहीद वीरो ने अपने परिवार की चिन्ता न करते हुये देश को आजाद कराने का कार्य किया। उन्होंने कहा कि जब 25 वर्षो बाद के आजादी के 100 वर्ष पूर्ण होंगी तो हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व भारत की 140 करोड़ आबादी भी चाहती है कि हमारा भारत देश विकसित देश हों। उन्होंने कहा कि विकसित भारत बनाने के लिये प्रत्येक योजनाओं का लाभ देश के कोने में बैठे प्रत्येक लाभार्थियों को मिले अभी तक जिन्हें प्रत्येक योजना का लाभ नहीं मिल पाया है वह योजना उनके घर तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि अभी तक जहां पानी नहीं पहुंचा है, रेल नही पहुंची है ऐसे क्षेत्रों में कार्य करने की आवश्यकता हैं। राज्यपाल ने कहा कि भ्रष्टाचार मुक्त समाज तभी होगा जब जिसके लिये बनती है एक-एक लाभार्थियों को योजना का लाभ उनके द्वारा तक पहुंचे और उसमें बिचैलियो की भागीदारी न हो तभी देश विकसित देश के मार्ग पर आगे बढ़ेगा।

उन्होंने कहा कि आज मुझे खुशी है कि इस कार्यक्रम के तहत ऐसे-ऐसे बच्चों, लाभार्थियो को जनपद के कोने-कोने से लाकर उन्हे लाभान्वित किया जा रहा हैं। उन्होंने बेटियो की शिक्षा पर बल देते हुये कहा कि प्रायः देखने में आता है कि लड़कियों को अधिकांश सरकारी स्कूलों में तथा बेटो को प्राईवेट कान्वेंट स्कूलों में भेजा जाता है किन्तु यही सरकारी स्कूल के बच्चे जब इण्टर कालेज व विश्वविद्यालय में पहुंचते है तो वहां पर सरकारी स्कूल बच्चों को जब गोल्ड मेडलिस्ट की श्रेणी में सम्मानित किया जाता है तो उनमें से 80 प्रतिशत गोल्डमेडलिस्ट लड़किया ही होती हैं।

राज्यपाल ने कहा जब लड़कियां, महिलाए आत्मनिर्भर होगी, शिक्षित होगी, स्वस्थ्य होगी तभी भारत विकसित होगा। उन्होंने आंगनबाड़ी केन्द्रों को सशक्त बनाने पर बल देते हुये कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां आज बच्चों को प्राथमिक शिक्षा प्रदान करने के साथ ही अनेक क्षेत्रों में कार्य कर रही हैं। आंगनबाड़ी के बच्चों को स्वास्थ्य व शिक्षा के विकास के लिये प्रयास करने की आवश्यकता है क्योंकि यही आंगनबाड़ी व प्राइमरी स्कूल के बच्चें आगे 25 वर्षो के बाद भारत को पूर्ण रूप से विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान देंगे। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी से लेकर प्राथमिक विद्यालय, माध्यमिक व इण्टर तथा विश्वविद्यालय स्तर तक एक चैनल बनाने की आवश्यकता है विश्वविद्यालय के प्रोफेसरो, अध्यापकों को कभी-कभी आंगनबाड़ी केन्द्रों में आकर पढ़ाना होगा तथा उन बच्चों को विश्वविद्यालय में ले जाकर भ्रमण कर शिक्षा के महत्व के बारे में बताने के दृष्टिगत कार्य करना होगा। उन्होंने कक्षा एक, कक्षा 6 तथा कक्षा 10 अध्यापकों का आह्वान करते हुये कहा कि 6 वर्ष आयु तक के सभी बच्चों को कक्षा एक में दाखिला होना चाहिये तथा कक्षा 5 तक इस पर विशेष ध्यान देना चाहिये कि कोई भी बच्चा बीच में ड्राप आउट होकर घर न बैठ जाये इसी प्रकार कक्षा 6 से कक्षा 10 तक अध्यापक यह ध्यान दे कि कोई भी ड्राप आउट न हो यह हम सबकी जिम्मेदारी हैं।

उन्होंने स्वयं सहायता समूह के गठन के महत्व पर प्रकाश डालते हुये कहा कि महिलाओं के समूह गठन से उनमें शिक्षा के प्रति चेतना जाग्रत हुयी है सभी माताओं का कर्तव्य है कि वे अपने बच्चियों को स्कूल अवश्य भेजे। कहा सरकार की प्राथमिकता है तथा अध्यापकों की जिम्मेदारी है कि बच्चों में शिक्षा व्यवस्था में सुधार लाने के साथ ही उनके खेल में तथा रहने की भी अच्छी व्यवस्था होनी चाहिये। उन्होंने कहा कि पहले यह पता नहीं चलता था कि आंगनबाड़ी केन्द्र कहा चल रहे है कौन चला रहा है परन्तु जब मैं स्वंय गुजरात महिला एवं बाल विकास कल्याण मंत्री पद पर कार्यभार संभाली तो आंगनबाड़ी केन्द्रो सशक्त बनाने तथा उन्हें सुविधा उपलब्ध कराने का कार्य किया और उत्तर प्रदेश के राज्यपाल के रूप में आंगनबाड़ी केन्द्रों को मजबूत बनाने का कार्य हमारे द्वारा प्रत्येक जनपद में भ्रमण के द्वारा किया जा रहा हैं। आंगनबाड़ी केन्द्रों में तीन से छः वर्ष आयु के बच्चें वहां आते है खाना पीना भी वहीं होता है तथा आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के द्वारा अनेक कार्य किया जा रहा हैं। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के द्वारा हमारी किशोरियों को स्वस्थ्य बनाने, गर्भवती महिलाओं की देखभाल सहित अन्य कार्य कर रही है जिसकी वजह से कुपोषित बच्चों की संख्या में काफी कमी आयी है, जो कुपोषित बच्चें हो रहे है उनको आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के द्वारा देखभाल कर स्वस्थ्य करने का कार्य किया जा रहा हैं।

राज्यपाल ने कहा कि सरकार को बड़े-बड़े विभागो के साथ आंगनबाड़ी केन्द्रों पर प्राथमिकता पर ध्यान देने तथा सुविधाए उपलब्ध कराने की आवश्यकता हैं। टीवी मुक्त भारत बनाने तथा आंगनबाड़ी केन्द्रों को सशक्त बनाने की दिशा में बल देते हुये राज्यपाल ने कहा कि पूरे देश टीबी मुक्त बनाने के लिये हम लोगों अभियान चलाया और आज पूरे उत्तर प्रदेश में तीन लाख से अधिक टीबी मरीज स्वस्थ्य हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि आगे भी यह कार्य चलता रहेगा। उन्होंने कहा कि यहां के लोगो का भी कर्तव्य बनता है कि प्रत्येक सक्षम व्यक्ति कम से कम एक-एक टीबी मरीजों को गोद लेकर मिर्जापुर को टीबी मुक्त बनायें। धीरे-धीरे करके कई एजेंसिया भी आगे आ रही है और टीबी मुक्त भारत तथा शिक्षा के क्षेत्र में अपना योगदान दे रही हैं। उन्होंने कहा कि आज हमने उत्तर प्रदेश की राज्यपाल होते हुये आंगनबाड़ी केन्द्रों में 30000 किट पहुंचाया गया है और सरकार की मद्द से नहीं विभिन्न लोगों के स्पॉन्सरशिप के माध्यम से किया गया हैं।

कार्यक्रम से पूर्व हेलीपैड स्थल पर राज्यपाल को पुष्प गुच्छ देकर स्वागत व अभिनन्दन किया गया। राजकीय पालीटेक्निक परिसर में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में पहुंचकर विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के विभिन्न श्रेणी के 400 लाभार्थियों को टूल वितरण कार्यक्रम में प्रतीकात्मक रूप से 5 लाभार्थियों को महामहिम के कर कमलों द्वारा टूल वितरण प्रदान किया गया। आयोजित कार्यक्रम के तहत 125 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियो को आंगनबाड़ी किट, क्षय रोग उन्मूलन के तहत गोद लिये जाने वाले 151 क्षय रोगियों को पोषण की पोटली, लगभग 100 से अधिक स्वंय सहायक समूह में उत्कृष्ठ कार्य करने वाली महिलाओं को साइकिल वितरण तथा हाईस्कूल व इण्टरमीडियट में जनपद में अच्छे अंक प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को साइकिल वितरण, प्राथमिक विद्यालयों के 10 दिव्यांग बच्चों को लो विजन किट का वितरण तथा प्राथमिक विद्यालयो में एमडीएम के तहत छात्र-छात्राओं को खाना खाने के लिये जिलाधिकारी के प्रयास से सीएसआर फंड के माध्यम से थाली एवं गिलास, बर्तन का वितरण, उद्यान विभाग द्वारा किसानों के जीवन स्तर को ऊपर उठाने तथा उनकी आमदनी को बढ़ाने के लिये जनपद में नया प्रयास कर 10 कृषकों को खजूर की खेती करने के लिये खजूर का पौध का वितरण, जिला प्रोबेशन कार्यालय के द्वारा स्पांरशिप योजना के 10 बच्चो को रूपया चार हजार मासिक आर्थिक सहायता के प्रमाण पत्र वितरण, दिव्यांग जन एवं सशक्तिीकरण विभाग के लाभार्थियो को स्मार्ट केन, कृत्रिम अंग व सहायक उपकरण का वितरण कार्यक्रम के तहत प्रत्येक योजनाओं के 5-5 लाभार्थियों को राज्यपाल के द्वारा प्रतीकात्मक रूप से वितरण कर उन्हे प्रोत्साहित किया गया।

73 लोकसभा जौनपुर 2024 में पार्टी नहीं व्यक्तित्व को हम मतदाता करेंगे मतदान : जीतबहादुर सिंह

जौनपुर। लोकसभा चुनाव की भले ही अभी अधिकारिक तौर पर घोषणा नहीं हुई है लेकिन राजनीति दलों की बेचैनियां, चुनाव लड़ने की जद्दोजहद साफ तौर पर देखी जा सकती है। बात करे जौनपुर संसदीय सीट की तो यहां से दावेदारी ठोंकने वालों की संख्या में इजाफा होता जा रहा है।

जौनपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की इच्छा जताने वालो में एक और नाम जुड़ गया है। यह कोई और नहीं बल्कि जिले के केराकत तहसील क्षेत्र के कनुवानी गांव निवासी जीत बहादुर सिंह हैं जो 30 सितंबर 2023 में इण्डियन नेवी में लेफ्टिनेंट के पद से 37 वर्ष सेवा करके अवकाश ग्रहण कर चुके हैं।

इण्डियन नेवी से सेवानिवृत्त के बाद अब देश व समाजसेवा के कार्य में लग राजनीति में भी भाग्य आजमाने को आतुर हैं। चुनाव लड़ने की अपनी मंशा को स्पष्ट करते हुए जीत बहादुर सिंह बताते हैं कि समाजसेवा से जुड़े होने के नाते लोकसभा क्षेत्र 73 जौनपुर के कई इलाकों का भ्रमण और जनसंपर्क किया तो कई बातें उभर कर सामने आई हैं।

ऐसे में लोगों सम्भ्रांन्त मतदाताओं के आग्रह पर 73 लोकसभा जौनपुर से 2024 में जन-सेवा के भाव से चुनाव लड़ने का निर्णय लिया हूं। क्षेत्र के मतदाताओं का कहना है कि 73 लोकसभा क्षेत्र नेता विहीन हो चुका है, चुनाव जीतने के बाद कोई प्रत्याशी क्षेत्र में कभी आता ही नहीं।

भारत सरकार के सभी जनकल्याणकारी योजनाओं से क्षेत्र कोसों दूर है, 73 लोकसभा जौनपुर के विभिन्न जनहित की समस्यायों को देखते हुए चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है। किन मुद्दों को लेकर तथा किस तैयारी के साथ चुनाव मैदान में उतरने की योजना बनाई है के सवाल पर उन्होंने बड़े ही साफगोई से कहा कि इसका जल्द ही खुलासा किया जाएगा। इस मौके पर उनके साथ तमाम गणमान्य जन मौजूद रहे हैं।