आस्था या अंधविश्वास, जांच का विषय : गया में रामसागर तालाब में अचानक तैरते नजर आए चार पत्थर, श्री राम का आशीर्वाद मान दर्शन के लिए उमड़ी भीड़
गया : बिहार के गया में स्थित अति प्राचीन रामसागर तालाब में चार पत्थर तैरते नजर आए। पत्थरों को तैरता देख लोगों की भी जुटनी शुरू हो गई। देखते ही देखते हजारों की संख्या में लोग मौके पर जुट गए। सभी उसे चमत्कारी पत्थर बता दर्शन करना चाह रहे थे। वहीं इस दौरान जय श्री राम के जयकारे भी लगने शुरू हो गए।
कुछ लोगों ने बताया कि पत्थर में जय श्री राम लिखा हुआ है, तो कुछ ने बताया कि भगवान राम, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न के रूप में यह चारों पत्थर अचानक रामसागर तालाब में आए हैं, जिसका दर्शन करके धन्य हो गए हैं। यह तैरता पत्थर लोगों के बीच आस्था और कौतूहल का विषय बना हुआ है और इसकी चर्चा दूर-दूर तक हो रही है। वैसे यह आस्था है या अंधविश्वास यह जांच का विषय है, लेकिन फिलहाल इसे लेकर लोगों की आस्था इसे भगवान राम और उनके चमत्कार से जोड़कर देखने को मिल रही है।
तालाब में तैरते दिखे चार पत्थर
गया स्थित रामसागर तालाब में चार पत्थर तैरते दिखे। पत्थरों को तैरता देख लोगों की भी भीङ जुटनी शुरू हो गई। काफी संख्या में लोग मौके पर अभी जुटे हुए हैं। पत्थरों को बार-बार रामसागर तालाब में डाला जा रहा है, लेकिन वह डूबने के बजे तैर रहा है। इसे लोग आस्था के रूप में देख रहे हैं। लोगों का कहना है, कि यह प्रभु श्री राम का आशीर्वाद है।
2 किलो का पत्थर तैर रहा पानी में
बताया जा रहा कि करीब दो किलो के वजन के चार पत्थर पानी में तैर रहे हैं। सीमेंट नुमा रंग में दिख रहे यह पत्थर को देखने वालों का हुजूम उमङ पड़ा है। जैसे-जैसे खबर फैल रही है, वैसे-वैसे लोगों की भीड़ दूर-दराज से भी यहां पहुंचनी शुरू हो गई है। लोगों का कहना है कि घंटों से यहां रहकर इस पत्थर के दर्शन कर रहे हैं। उपस्थित लोगों का यह भी करना है कि कुछ पत्थर में जय श्री राम भी लिखा हुआ है। यह रामसागर तालाब है। यहां राम जी आ गए, हम लोगों को यही प्रतीत हो रहा है।
पहली बार ऐसा चमत्कार, राम लक्ष्मण भरत शत्रुघ्न के रूप में है पत्थर
वही, यहां पर पहुंचे जितेंद्र कुमार ने बताया कि सुबह में 9:00 बजे यहां पत्थर देखे गए। इसके बाद लोग छलांग लग रहे हैं और पत्थर को डूबा कर देख रहे हैं, लेकिन पत्थर पानी की ऊपरी सतह पर तैर रहा है। पहली बार ऐसा हम लोगों ने देखा है। यह 2 किलोग्राम का है। उठाकर इसे फिर से डालते हैं, तो पानी में तैरने लगता है। रामसागर तालाब में पहले कभी ऐसा नहीं हुआ। गया भगवान विष्णु, श्री राम की धरती है। यहां भगवान रूपी दर्शन हमें हुए हैं। भगवान राम, भगवान लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न चारों भाई के रूप में यह चार पत्थर हमें दर्शन हो रहे हैं। वैसे ऐसी स्थापना विश्वास रखने वाले कुछ लोगों ने बताया कि पत्थर के अंदर कोई 'तैरने वाली वस्तु रही हो' संभवत: हो सकती है।
गया से मनीष कुमार
Mar 05 2024, 22:00