*सीआरसी ने पुलिस ट्रेनिंग स्कूल में दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम 2016 के संदर्भ में आयोजित किया एक दिवसीय जन-जागरूकता कार्यक्रम*
गोरखपुर। सीआरसी द्वारा पुलिस ट्रेनिंग स्कूल गोरखपुर में एकदिवसीय जन-जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में श्रीमती किरण यादव, आईपीएस, डीआईजी, पीटीएस गोरखपुर ने अपने वक्तव्य में कहा कि जो भी पुलिसकर्मी प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं आने वाले समय में आप विभिन्न कार्य-क्षेत्रों में अपने आप को पदस्थापित पाएंगे और समाज के बीच रह रहे दिव्यांगजनों से आप का सामना होगा।
उन्हें उनके अधिकारों के प्रति उनके साथ बातचीत के क्रम में आप सभी को दिव्यांगजनों के अधिकारों का संरक्षण करना तथा उसे सुनिश्चित करना निश्चित रूप से एक जिम्मेदारी होगी। इसलिए आज का कार्यक्रम आप सभी के लिए विशेष है कि आप दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम 2016 के बारे में विस्तार से समझे और अपने कर्तव्य में दिव्यांगजनों की सेवा एवं पुनर्वास को जोड़ने का कार्य करें। विशिष्ट अतिथि के रूप में अभिनव कुमार सिंह, डीएसपी ने कहा कि जिस तरीके से पुलिस व्यवस्था में आईपीसी, सीआरपीसी का महत्व है।
उसी तरीके से आपके अपने कर्तव्यों में दिव्यांगजनों के अधिकारों का संरक्षण भी काफी ज्यादा महत्व रखता है और दिव्यांगजनों के साथ जब भी आप जुड़े उनके साथ मृदुभाषी होकर उनकी समस्याओं को सुने और उनका निस्तारण करने में मदद करें।
यदि उन्हें अन्य पुनर्वास सेवाओं की आवश्यकता हो तो नजदीकी सीआरसी या अन्य दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान में रेफर करने का भी काम अपने कर्तव्यों में आप जोड़ सकते हैं। इस कार्यक्रम में सीआरसी गोरखपुर से नैदानिक मनोविज्ञान विभाग के सहायक प्राध्यापक राजेश कुमार ने मानसिक तनाव को कम करने के प्राकृतिक उपायों पर चर्चा करते हुए कहा कि लोगों को अपने दैनिक दिनचर्या की क्रियाकलापों में संतुलित आहार, अच्छे विचार, अध्यात्म, योग और लाफ्टर थेरेपी का प्रयोग करना चाहिए।
अन्य वक्ता के क्रम में विजय कुमार गुप्ता प्रवक्ता भौतिक चिकित्सा ने दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम में विनिर्दिष्ट गत्यात्मक दिव्यांगता को विस्तार पूर्वक बताते हुए मस्कुलर डिस्ट्रॉफी और सेरेब्रल पाल्सी जैसे विषय पर अपने विचारों को रखा।
राजेश कुमार यादव, पुनर्वास अधिकारी ने दिव्यांगजनों के लिए भारत सरकार द्वारा संचालित विभिन्न सरकारी योजनाओं जैसे निरामया स्वास्थ्य बीमा योजना, एनडीएफडीसी ऋण योजना, पीएम दक्ष योजना, डाटा एंट्री ऑपरेटर प्रशिक्षण कार्यक्रम, स्वावलंबन योजना, यूडीआईडी योजना, सहायक उपकरण वितरण संबंधित एडिप योजना के बारे में विस्तार से प्रशिक्षु उप-निरीक्षकों को समझाया।
नागेंद्र पांडेय ओरियंटेशन एंड मोबिलिटी इंस्ट्रक्टर ने विशेष रूप से दृष्टिबाधित बच्चों को किस तरीके से प्रशिक्षित किया जा सकता है ब्रेल लिपि के माध्यम से और उनके लिए विभिन्न प्रकार के जो उपयोगी सॉफ्टवेयर, विभिन्न मल्टीमीडिया फोन, लैपटॉप में उपलब्ध कराया जा सकते हैं उसके बारे में विस्तार से चर्चा की। 0 से 6 वर्ष के बच्चों के लिए संजय प्रताप सिंह ने उनके विभिन्न ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा करते हुए उनका चिकित्सकीय प्रबंधन कैसे किया जा सकता है। उनके आहार-विहार का प्रबंध कैसे किया जा सकता है इस पर चर्चा की।
कार्यक्रम के अंत में उपस्थित सभी 555 प्रशिक्षु उप निरीक्षकों को धन्यवाद ज्ञापन देते हुए वी डी मिश्रा ने कार्यक्रम का समापन किया। कार्यक्रम में पीटीएस गोरखपुर के सभी वरिष्ठ अधिकारी, कर्मचारी गण उपस्थित रहे। कार्यक्रम का समन्वय एवं संचालन हरेंद्र कुमार आरआई गोरखपुर ने किया।
Feb 06 2024, 17:42