Bhadohi

Feb 06 2024, 15:21

*भदोही को वेटनरी कॉलेज के लिए मिले 50 करोड़*


नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिले में वेटनरी कॉलेज के निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। इसका इसकी घोषणा वर्ष 2018 में मुख्यमंत्री ने की थी। जोरईं और वेदपुर गांव में 15 एकड़ जमीन चिह्नित कर ली गई थी।

प्रदेश के बजट में इसके निर्माण के लिए 50 करोड़ का बजट स्वीकृत हो गया। कॉलेज एवं कांप्लेक्स निर्माण के लेकर मथुरा वेटनरी विश्वविद्यालय से कई विशेषज्ञ पूर्व में आकर हरी झंडी दे चुके हैं।मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने 2018 में जनसभा में यहां वेटनरी काॅलेज खोलने की घोषणा की थी। तब से जमीन की तलाश की जा रही थी।

एक साथ 15 एकड़ जमीन मिल ही नहीं रही थी। राजस्व विभाग के अफसरों ने मुख्यालय से सटे कई गांव में जमीन देखी लेकिन काम भर की भूमि नहीं मिल पाई।

शासन के बार-बार पत्राचार के बाद जिला प्रशासन ने केएनपीजी कालेज प्रशासन से बात कर उसकी जोरईं स्थित हास्टल क्षेत्र में खाली पड़ी जमीन का प्रस्ताव शासन को भेजा।

करीब दो महीने पूर्व मथुरा वेटनरी विश्वविद्यालय के विशेषज्ञ भी आकर जायजा लेकर गए।

प्रदेश सरकार की ओर से जारी बजट में भदोही और गोरखुपर में वेटनरी कॉलेज के लिए 100 करोड़ बजट का आवंटन किया गया। जिससे जिले में पांच साल से फाइलों में फंसी योजना को मूर्तरूप देने का रास्ता साफ हो गया।

बताते चलें कि सीएम की घोषणा के बाद मथुरा पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय से काॅलेज को संबद्धता मिल चुकी है।आवंटित जमीन के 10 एकड़ क्षेत्रफल में कालेज भवन का एकेडमिक कक्ष, प्रयोगशाला और हास्टल का निर्माण होगा। पांच एकड़ में ब्लाॅक लेबल कोर्ट कांप्लेक्स का निर्माण होना है।

उच्च शिक्षा से भी इसके निर्माण को एनओसी मिल चुकी है। काॅलेज में स्नातक, स्नातकोत्तर और पशु चिकित्सा से संबंधित पढ़ाई होगी। कालेज के बनने से पूर्वांचल के दस जिलों के युवाओं को इसका लाभ मिलेगा।

Bhadohi

Feb 05 2024, 16:22

*पौधरोपण कर भूले जिम्मेदार, सूख गए हजारों पौधे*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। पर्यावरण संरक्षण की मुहिम कालीन नगरी में कागजों में सिमटती नजर आ रही है। साल दर साल जुलाई-अगस्त में आठ से 12 लाख पौधे रोपे जा रहे हैं, लेकिन हरियाली गायब है। ट्रीगार्ड से लेकर निगरानी न होने से 50 फीसदी से अधिक पौधे या तो सूख गए या गायब हो गए।

धरा को हरा भरा बनाने के लिए सरकार हर साल लाखों पौधों का रोपण कराती है। जिले में भी जुलाई-अगस्त और सितंबर में चरणबद्ध तरीके से पौधे रोपे जाते हैं। जिसमें लिप्टस, चिलबिल, पीपल, बरगद आदि पौधों को अधिक मात्रा में रोपा जाता जाता है। गुजरे तीन साल में 30 लाख पौधे गए, लेकिन निगरानी न होने से ज्यादातर विकसित होने से पहले ही सूख गए। इसमें अकेले वन विभाग की भूमिका नहीं है बल्कि, ग्राम पंचायत, स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग संग अन्य विभाग भी सिर्फ लक्ष्य को पूरा कराने के बाद इतिश्री कर लेते हैं।

रविववार को अमर उजाला की टीम ने पड़ताल किया तो अभियान का सच सामने आया। हास्टल चौराहा, काशी नरेश राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, जीआईसी मैदान, ज्ञानपुर के वार्ड एक में लगे अधिकतर पौधे सूखे मिले। कमोबश यही हालत अधिकतर स्थानों पर ही है। वन विभाग के औराई, भदोही रेंज में रोपे गए पौधों की हालत सबसे अधिक खराब है। क्योंकि इन दोनों रेंज के पौधों की संरक्षण करने मौके पर जाते ही नहीं है।

विभागीय मानक है कि पौध रोपण करने के बाद तीन सालों तक पौधों की निगरानी विभाग स्वयं करे। वहां सूखने पर दूसरे पौधे लगाए जाने का प्रावधान है। लेकिन कालीन नगरी में उल्टी गंगा बह रही है, यहां पौधरोपण के बाद अधिकारी कर्मचारी दोबारा पौधों को देखने तक नहीं जाते ही नहीं है।

केस-एक- ज्ञानपुर नगर पंचायत की ओर से कल्याणीवीर पर तीन दर्जन पौधा अगस्त में लगाया गया। वर्तमान में सभी पौधे सूख गए हैं। नगर के अन्य वार्ड में भी यही हालत है। निगरानी न होने से पौधे बेकार हो गए।

केस-दो- जिला मुख्यालय स्थित सीएमओ कार्यालय में भी पौधे गायब हो गए हैं। जहां अमरुद के छह पौधे लगाए गये थे, सभी सूख कर गायब हो गए। ग्राम पंचायत विभाग की तरफ से केएनपीजी मैदान, जीआईसी मैदान पर पौधों लगाया गया था। यहां भी कोईपौधा नहीं बचा है।

तीन साल में कितने रोंपे गये पौधे:

वर्ष- पौधे की संख्या

2023 - 11 लाख 79 हजार

2022 - 10 लाख 50 हजार

2021 - 9 लाख 40 हजार

बीते साल वन विभाग करीब साढ़े तीन लाख पौधारोपण किया था जबकि सभी विभागों कोमिलाकर 11 लाख 79 हजार पौधे रोपे गए। विभागीय पौधे शत प्रतिशत सुरक्षित है, जिनकी देखरेख निरंतर की जाती है। यदि कहीं पौधा सुखता है, तो उसके स्थान पर दूसरा पौधा लगा दिया जाता है। - नीरज आर्य, डीएफओ भदोही

पौधों का ध्यान रखना जरूरी

पर्यावरण प्रेमी अशोक कुमार गुप्ता ने कहा कि वह गुजरे छह साल से प्रतिदिन पौधरोपण कर रहे हैं। जो पौधे लगाते हैं उसे हर तीसरे दिन देखने जाते हैं। उसकी बराबर निगरानी की जाती है। सिर्फ पौधरोपण से ही इतिश्री नहीं करना चाहिए। बिना देखरेख उनका बचना मुश्किल होता है।

Bhadohi

Feb 05 2024, 16:21

*समीक्षा अधिकारी की परीक्षा के लिए बने 19 केंद्र*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के जरिए सहायक समीक्षा अधिकारी और समीक्षा अधिकारी प्रारंभिक परीक्षा के लिए जिले में 19 केंद्र बनाए गए है। 11 फरवरी को दो पालियों में होने वाली परीक्षा में आठ हजार 394 अभ्यर्थी शामिल होंगे। पारदर्शी एवं सुचितापूर्ण परीक्षा कराने के लिए हर केंद्र पर एक-एक मजिस्ट्रेट लगाए जाएंगे। इसके अलावा पर्यवेक्षक भी तैनात रहेंगे।

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग से जुड़ी परीक्षा होने के नाते इस पर शासन से लेकर प्रशासन की नजर रहेगी। जिला विद्यालय निरीक्षक विकायल भारती ने बताया कि चयनित 19 केंद्रो की हर स्तर से निगरानी होगी। तीनों को, तहसीलदार, एडीएम के अलावा कई जिला स्तरीय अधिकारी केंद्रो पर मौजूद रहेंगे।

उन्होंने बताया कि परीक्षा ज्ञानपुर के विभूति नारायण राजकीय इंटर कॉलेज, जिला पंचायत बालिका इंटर कॉलेज, काशी नरेश राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय ज्ञानपुर प्रथम और द्वितीय ब्लॉक, गुलाबधर मिश्र इंटर कॉलेज गोपीगंज, जिला पंचायत बालिका इंटर कॉलेज गोपीगंज, रामसजीवन इंटर कॉलेज खमरिया, काशीराज महाविद्यालय इंटर कॉलेज औराई, बाबूसराय इंटर कॉलेज, इंद्र बहादुर सिंह नेशनल इंटर कॉलेज, ज्ञानदेवी बालिका इंटर कॉलेज, एमएसमद इंटर कॉलेज, भदोही गर्ल्स इंटर कॉलेज, केशव प्रसाद मिश्र राजकीय महाविद्यालय, श्यामा प्रसाद मुखर्जी महाविद्यालय भदोही, रामदेव पीजी कॉलेज जंगीगंज ब्लॉक ए और बी, मदर हलीमा स्कूल और वुडवर्ड पब्लिक स्कूल को केंद्र बनाया गया है। कहा कि परीक्षा को सकुशल संपन्न कराने के लिए तैयारी पूर्ण कर ली गई है। हर केंद्र पर पर्याप्त सुरक्षा के जवान तैनात रहेंगे। परीक्षा केंद्र के अंदर अभ्यर्थी सिर्फ प्रवेश पत्र और पेन लेकर ही जा सकेंगे। पहली पाली में सुबह साढ़े नौ से 11.30 बजे और दूसरी पाली में दोपहर ढाई से साढ़े तीन बजे तक होगी।

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Feb 05 2024, 16:20

*मौसम में उतार - चढ़ाव से सेहत पर असर, बुखार के बढ़े मरीज*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिले में बीते दो से तीन दिनों से मौसम में उतार - चढ़ाव का असर बना हुआ है। जिसका असर लोगों की सेहत पर भी देखा जा रहा है। इन दिनों लोगों में बुखार की शिकायत मिल रही है। जिला अस्पताल में हर दिन करीब 600 से 700 मरीजों की ओपीडी हो रही है। जिसमें 125 से 150 मरीज बुखार से पीड़ित पहुंच रहे हैं।

चिकित्सक मरीजों की बदलते मौसम में सतर्क रहने की सलाह दे रहे हैं। मौसम में बीते दिनों से मौसम का मिजाज बदला हुआ है। सुबह और शाम जहां गलन भरी ठंड का अहसास हो रहा है। वहीं दोपहर में चटख धूप खिल रही है। इसमें सबसे अधिक मरीज वायरल बुखार के पहुंच। इन दिनों जो मरीज पहुंच रहें हैं। उनमें से ज्यादातर मरीज वायरल फीवर, सर्दी-जुकाम,बदन दर्द,आदि के मरीज पहुंचे रहे हैं।

जिला चिकित्सालय के डाॅ आशुतोष सिंह ने बताया पिछले एक सप्ताह से मौसम में बदलाव देखा गया है। जिससे सुबह शाम ठंड हवा चल रही है, जो सेहत के लिए नुकसानदेह है। ऐसे में स्वास्थ्य को लेकर सतर्कता जरूरी है।

मौसमी से बचाव के लिए चाहिए कि सुबह शाम कान बांध कर रखें,गर्म कपड़ा पहनें, गुनगुना पानी पीयें इससे बीमारी से बचाव संभव है।

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Feb 05 2024, 16:19

*आयुर्वेदिक अस्पताल पर बनेंगे हर्बल गार्डेन*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिले के नौ आयुर्वेदिक अस्पतालों काे हेल्थ एंड वेलनेस का दर्जा मिला है। इनमें हर्बल गार्डेन बनाए जाएंगे। इससे मरीजों को स्वच्छ वातावरण भी मिलेगा। उनको औषधीय गुणों के पौधों की जानकारी भी दी जाएगी।जिले में कुल 26 आयुर्वेदिक अस्पताल हैं।

प्रचार-प्रसार न होने के कारण इन अस्पताल पर मरीजों की संख्या काफी कम होती है। आयुर्वेदिक अस्पतालों पर सुविधाएं बढ़ाई जाएं तो मरीजों को इसका लाभ भी मिलेगा। इन अस्पतालों पर हेल्थ एंड वेलनेस का दर्जा मिलने के बाद भी संसाधन व सुविधाओं का अभाव है।

अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही जरूरी सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। आयुर्वेदिक हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर सोनैचा, मोढ, चौरी, कोईरौना सहित कई स्वास्थ्य केंद्रों में हर्बल गार्डेन बनाया जाना है। कई बीमारियों के उपचार इन औषधीय पौधों में छुपी रहती है। वाराणसी क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉ. सरोज शंकर राम ने बताया कि जो आयुर्वेदिक अस्पताल हेल्थ एंड वेलनेस में शामिल हुए है, वहां पर हर्बल गार्डन बनाया जाएगा।

जिला चिकित्सालय परिसर में हर्बल गार्डेन बनाया गया है, जहां शाम या दोपहर के वक्त मरीज, तीमरदार जाकर बैठते हैं। हर्बल गार्डन के पास बैठने से मन शांति होता है, टेंशन दूर होता है।

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Feb 05 2024, 15:17

*पहाड़ों पर बर्फ गिरी, यहां लुढ़का दो डिग्री पारा*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। पहाड़ों क्षेत्रों में बर्फबारी और पश्चिमी विक्षोभ का असर कालीन नगरी में दिखने लगा है। करीब एक सप्ताह तक धूप से मिली राहत के बाद गलन एक बार फिर बढ़ गई। मौसम विभाग ने सात फरवरी तक तेज हवा संग बूंदाबांदी की आशंका जताई है।

न‌ए साल के पहले ही दिन से कोहरे और गलन का प्रभाव करीब 25 दिनों तक रहा। 26 जनवरी से मौसम बदलना शुरू हुआ। तीन से चार दिनों तक सुबह तक कोहरा के बाद धूप निकल जाती थी। कृषि विज्ञान केन्द्र के मौसम विशेषज्ञ सर्वेश कुमार बरनवाल ने बताया 5 से 7 फरवरी के बीच बादल युक्त मौसम होगा, इसके साथ ही तेज हवाएं चलेंगी।

गरज चमक के साथ हल्की बारिश के आसार बन रहे हैं।‌ हालांकि यह बारिश खेती किसानी के लिहाज से नुकसानदेह नहीं होगा। लेकिन लोगों की सेहत पर इसका प्रभाव पड़ेगा, ऐसे मौसम में चिकित्सक लोगों को सतर्क रहने की सलाह दे रहे हैं।

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Feb 05 2024, 15:16

*चार केंद्रों पर होगी मदरसा बोर्ड की परीक्षाएं*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। माध्यमिक शिक्षा परिषद की यूपी बोर्ड की तरह अब मदरसा बोर्ड की परीक्षाएं भी सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में होंगी। 13 फरवरी से शुरू हो रही परीक्षा के लिए चार केंद्र बनाए गए हैं। अल्पसंख्यक कल्याण विभाग परीक्षा को सकुशन संपन्न कराने की व्यवस्था सुनिश्चित कराने में लग गया है। इसके साथ ही नकलविहीन परीक्षा को लेकर केंद्र व्यवस्थापकों के साथ पर्यवेक्षण के लिए भी अधिकारी लगाए जाएंगे।

जिले में यूपी बोर्ड परीक्षा के साथ ही मदरसा बोर्ड के अंतर्गत संचालित कक्षाओं मुंशी-मौलवी (हाईस्कूल), आलिम (इंटरमीडिएट), कामिल (स्नातक) व फाजिल (परास्नातक) के समकक्ष की परीक्षा को लेकर भी तिथि घोषित कर दी गई है। मदरसा बोर्ड की परीक्षा 13 फरवरी से शुरू होगी।

जिले में परीक्षा संपन्न कराने के लिए चार केंद्र बनाए गए हैं। इसमें संचालित कुल 26 मदरसों में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के समकक्ष कक्षाओं में अध्ययनरत 1461 परीक्षार्थी परीक्षा में प्रतिभाग करेंगे। मदरसा बोर्ड की परीक्षा में भी नकल की कोई गुंजाइश न रहे और पूरी तरह पारदर्शिता के साथ परीक्षा हो, इसके लिए प्रत्येक कक्ष में सीसीटीवी कैमरे लगाने व उसे पूरी परीक्षा समय तक क्रियाशील रखने का निर्देश दिया गया है।

जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी रमेशचंद्र ने बताया कि सभी केंद्रों पर व्यवस्था कराई जा रही है। निगरानी के जिलाधिकारी के निर्देशन में पर्यवेक्षण की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।बने परीक्षा केंद्रज्ञानपुर। मदरसा बोर्ड की परीक्षा के लिए मदरसा मदीनतुल इल्म, पीरखांपुर भदोही, मदरसा दारूल उलूम हबीबिया रिजविया गोपीगंज, मदरसा प्राइमरी इस्लाह पंचभैया भदोही व मदरसा जामिया साबिरा गर्ल्स गोपीगंज को केंद्र बनाया गया है।

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Feb 05 2024, 15:14

*नवोदय के तर्ज पर श्रमिक के बच्चों को मिलेगा निशुल्क आवासीय शिक्षा, नए सत्र के लिए प्रवेश परीक्षा 15 को, 242 ने किया आवेदन*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिले में श्रम विभाग द्वारा विभाग में पंजीयन श्रमिकों के बच्चों एवं कोरोना काल में अनाथ हुए बच्चों के लिए निशुल्क आवासीय शिक्षा दिलाने की तैयारी में जुट गया है। श्रमिकों के बच्चों से आवेदन माना गया था जिसमें कक्षा 6 व कक्षा 9 के लिए 242 बच्चों ने आवेदन किया है। जिसका 15 फरवरी को ज्ञानपुर नगर के विभूति नारायण इंटर कॉलेज में प्रवेश परीक्षा कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच कराई जाएगी।

भदोही जनपद में नवोदय विद्यालय में आवासीय निशुल्क शिक्षा की व्यवस्था की गई है। जिसमें बच्चों को सिर्फ प्रवेश परीक्षा देकर उत्तीर्ण रहना है और पास हुए बच्चों को नवोदय विद्यालय में हाईटेक की शिक्षा सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जाती है।

ऐसे में गरीब मजदूर परिवार के बच्चों के लिए शासन ने अटल आवासीय विद्यालय योजना के तहत श्रमिक के बच्चों को भी हाईटेक शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए कटिबद्ध है।शासन ने मंडल स्तर पर एक विद्यालय की स्थापना की है ।जहां पर मंडल के जनपदों में श्रम विभाग में पंजीकृत श्रमिकों के बच्चों के आए आवेदन में उती॔ण बच्चों को प्रवेश दिया जाएगा और उन्हें आधुनिक मॉडल हाईटेक शिक्षा उपलब्ध कराया जाएगा ।

जिससे गरीब मजदूर के बच्चे भी समाज के मुख्य धारा में जुड़कर देश व समाज के विकास में अपना अहम योगदान दे सके। जिले में कुल 1लाख 24 हजार श्रमिक पंजीकृत हैं । जिनके बच्चों से शिक्षा के लिए आवेदन माना गया था। विभाग द्वारा 12 जनवरी से 31 जनवरी तक मांगे गए आवेदन पर कक्षा 6 के 132 छात्राओं एवं कक्षा 9 के 110 आवेदन पत्र आए जिसमें कुल 242 छात्राओं ने आवेदन किया है ।

जिनका प्रवेश परीक्षा 15 फरवरी को ज्ञानपुर नगर स्थित विभूति नारायण राजकीय इंटर कॉलेज में आयोजित किया गया है। जिसकी तैयारी में विभाग जुट गई है।इस संबंध में सहायक श्रम अधिकारी जेपी सिंह ने बताया कि श्रम विभाग में पंजीकृत श्रमिकों में जिन श्रमिकों का 3 वर्ष पंजीकृत हो चुका है। ऐसे श्रमिकों के बच्चों को शासन द्वारा नवोदय विद्यालय के तर्ज पर आवासीय विद्यालय में शिक्षा देने की सुविधा उपलब्ध कराई है । जिनके लिए जनपद से कक्षा 6 के लिए 132 एवं कक्षा 9 के लिए 110 छात्राओं ने आवेदन किया है। विगत वर्ष सिर्फ कक्षा 6 के लिए प्रवेश परीक्षा कराई गई थी।

किंतु नए सत्र 2024- 25 के लिए कक्षा 9 व कक्षा 6 के लिए प्रवेश परीक्षा 15 फरवरी को विभूति नारायण इंटर कॉलेज में कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रवेश से लेकर बच्चों को खाने-पीने रहने ड्रेस, कॉपी किताब एवं शिक्षा पूरी तरह निशुल्क रहेगा।

Bhadohi

Feb 04 2024, 16:16

*फेलोशिप की डिग्री पाकर डॉ वीके दुबे ने बढ़ाया भदोही का मान*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। कालीन नगरी भदोही स्थित जयदीप हॉस्पिटल के निदेशक जनरल एवं लैप्रोस्कोपिक सर्जन डॉ वी के दूबे ने इण्डियन एसोसिएशन ऑफ गैस्ट्रो इंटेसटीनल ईंडोसर्जन की फेलोशिप डिग्री की उपाधि प्राप्त कर जिले का मान बढ़ाया।

डाॅ वीके दुबे ,जो एमबीबीएस व एमएस की डिग्री हासिल करने के बाद मरीजों की सेवा में लगे हुए हैं। दिनांक 01 फरवरी से 04 फरवरी तक चेन्नई में आयोजित कान्फ्रेंस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डा. सतीश मिढा व डॉ ईश्वर मुरथी के द्वारा उन्हें फेलोशिप की उपाधि से सम्मानित किए।

डॉ वी के दुबे ऐसे पहले भदोही के चिकित्सक हैं जिन्हें एमबीबीएस व एमएस के बाद फेलोशिप की उपाधि मिली है। वे जिले युवा सर्जन के रूप मे समाज की स्वास्थ्य सेवा मे अग्रसर रहते हैं।

डॉ दुबे ने बताया कि पिछले वर्ष बी एच यु वाराणासी मे इन्टर ब्यु मे सफल होने पर फेलोशिप डिग्री मिली है।ज्ञात हो कि पिछले वर्षो मे कई हजार सफल आपरेशन कर चुके डॉ दुबे इन्टरनेशनल कालेज आफ सर्जन की फेलोशिप डिग्री पुर्व मे ही प्राप्त कर लिए हैं, व वर्तमान समय मे एन एम ओ काशीप्रान्त के सचिव के रूप कार्य कर रहे हैं।

अपनी प्रतिभा के बल पर उन्होंने फेलोशिप की उपाधि हासिल की। डॉ दूबे समय-समय पर नि: शुल्क स्वास्थ्य शिविर कैंप लगाकर मरीजों को परामर्श देने के साथ ही साथ मुफ्त दवाएं भी वितरण करते हैं। डॉ दूबे अत्याधुनिक मशीनों के द्वारा इलाज करने मे एक्सपर्ट हैं। अस्पताल में अत्याधुनिक तकनीक के मशीनों से ही लोंगो का इलाज करते हैं।

Bhadohi

Feb 04 2024, 16:05

*चारा के पैसे में गोलमाल, रजिस्टर से कम मिले गोवंश*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। दो गोशालाओं की जांच में 33 गोवंशों कम पाए गए हैं जबकि उनके खानपान का पैसा लिया जा रहा था। मामला उजागर होने के बाद ग्राम प्रधान से लेकर गोशाला संचालक तक परेशान हैं।

जिले में तीन स्थायी और 28 अस्थायी गोशालाएं हैं। इनमें 7700 गोवंश संरक्षित हैं। गोवंशों के चारे के लिए रोजाना 50 रुपये प्रति गोवंश की दर से गोशालाओं को दिया जाता है। गोवंशों की संख्या गलत बताकर चारे के पैसे का गदोलमाल किया जा रहा है। यह मामला तब खुला जब सीवीओ डॉ. डीपी सिंह गोशालाओं की जांच की।

औराई ब्लॉक के अमीरपट्टी और डीघ ब्लॉक के नारेपार गोशाला में 700 की जगह 680 गोवंश और नारेपार में 78 की जगह 65 गोवंश मिले। दोनों गोशालाओं में 33 गोवंश कम मिले हैं। इस तरह हर महीने 49500 रुपये की चपत सरकार को गोशाला संचालक और विभागीय मिलीभगत से लगाया जा रहा है।

क्षेत्रीय पशु चिकित्सक, बीडीओ और संबंधित गांव के सचिव गोशालाओं में पशुओं की संख्या का हर महीने सत्यापन करते हैं। किसी गोवंश की मौत होती है या पशुपालक के गोद लेने पर उसका विवरण दर्ज करना होता है। मगर दोनों गोशालाओं की पंजिका में ऐसी कोई बत नहीं दर्ज थी।

गोवंशों को हरा चारा, भूसा और चून्नी-चोकर देने का प्रावधान है लेकिन जानकारों का कहना है कि गोशाला संचालक पशुओं को पुआल खिला रहे हैं।

सीवीओ डॉ डीपी सिंह ने बताया कि अमरपट्टी और नारेपार गोशाला में रजिस्टर के अनुसार गोवंश कम मिले थे। गोशाला संचालकों को सख्त हिदायत दी गई है। आंकड़े को दुरूस्त कराया गया है। उसी आधार पर भुगतान किया जाएगा। पशुओं को पुआल खिलाने की भी जांच होगी।