नक्सलवाद पर मुख्यमंत्री का पूर्व सरकार पर बड़ा हमला, बोले, पिछली सरकार ने नक्सलवाद के खिलाफ गंभीरता से नहीं लड़ी लड़ाई

रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बुधवार को महानदी भवन (मंत्रालय) में पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारियों की हाई लेवल बैठक लेकर राज्य में नक्सल उन्मूलन अभियान की गहन समीक्षा की। बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि जब से हमारी सरकार आई है, नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई मजबूत हुई है। नक्सलियों के विरूद्ध हमारे पुलिस जवान मजबूती से लड़ाई लड़ रहे हैं। नक्सलियों के खिलाफ अभियान तेज हो रहे हैं, लगातार कैम्प स्थापित हो रहे हैं. पिछली सरकार ने नक्सलवाद के खिलाफ गम्भीरता से लड़ाई नहीं लड़ी लेकिन हमारे सुरक्षा बल के जवानों ने माओवादी-आतंकियों के खात्मे की कार्यवाही की शुरूआत की है । छत्तीसगढ़ से हम न सिर्फ इन्हें खदेड़ेंगे बल्कि इनका नामो निशान मिटा देंगे। यह हमारी सरकार की प्राथमिकता है। बैठक में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सुरक्षा कैम्प के आसपास लोगों को बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध करायी जाएं।

मुख्यमंत्री सुकमा जिले के जगरगुण्डा थाना क्षेत्र के ग्राम टेकलगुड़ेम में 30 जनवरी को नक्सल मुठभेड़ में शहीद हुए जवानों को श्रृद्धांजलि देने जगदलपुर गए थे वहां से लौटकर शाम को मंत्रालय में अधिकारियों की हाई लेवल बैठक लेकर कड़े शब्दों में कहा कि राज्य से नक्सलियों के खात्में के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है, इसके लिए ठोस रणनीति के साथ प्रभावी कार्यवाही की जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में माओवाद-आतंक के खात्मे के लिए बीते एक डेढ़ माह से संचालित अभियान के चलते नक्सली बौखला गए हैं और इसी के चलते हमारे सुरक्षा बलों के जवानों पर घात लगाकर कायराना हमला कर रहे हैं। नक्सलियों की यह हरकत बेहद घृणित है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमे नक्सलियों को हर हाल में मुंहतोड़ जबाव देना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि फोर्स के लगातार आगे बढ़ते जाने से पहुंचविहीन इलाकों में भी कैम्प लगाने से माओवादी आतंकी बौखला गए हैं। अपने अस्तित्व के बचाव में नक्सली कायराना हमला कर रहे हैं। इस बात को हमें भली-भांति समझना होगा। मुख्यमंत्री ने पुलिस के आलाअधिकारियों को अपने सूचना तंत्र को और अधिक प्रभावी बनाने तथा नक्सलियों के खिलाफ कार्यवाही में तेजी लाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें प्रभावित इलाकों में सर्चिंग के दौरान बेहद सर्तक रहने की जरूरत है ताकि हम नक्सलियों के मनसूबों को बेनकाब और उन्हें नेस्तनाबूद कर सकें।

बैठक में उप मुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री विजय शर्मा, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, अपर मुख्य सचिव गृह मनोज पिंगुआ, पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा, एडीजी नक्सल ऑपरेशन विवेकानंद सिन्हा, एडीजी अमित कुमार, सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव पी.दयानंद, डॉ. बसवराजू एस. उपस्थित थे।

राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा 11 फरवरी को, समय-सारिणी जारी

रायपुर- राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा-2023 की लिखित परीक्षा दिनांक 11 फरवरी 2024 (रविवार) को दो सत्रों में 28 जिलों में आयोजित की जाएगी। इन जिलों में अम्बिकापुर, बैकुण्ठपुर (कोरिया), बिलासपुर, धमतरी, दुर्ग-भिलाई, दन्तेवाड़ा, जगदलपुर, जांजगीर-चांपा, जशपुर, कबीरधाम (कवर्धा), कांकेर, कोरबा, महासमुंद, रायपुर, रायगढ़, राजनांदगांव, बलौदाबाजार, बलरामपुर, सूरजपुर, गरियाबंद, नारायणपुर, कोण्डागांव, बीजापुर, सुकमा, बेमेतरा, बालोद, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही एवं मुंगेली के निर्धारित परीक्षा केन्द्रों पर आयोजित की जाएगी।

छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग द्वारा राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा-2023 के लिए जारी की गई समय सारिणी के अनुसार यह परीक्षा 11 फरवरी को पहली पाली में सुबह 10 से 12 बजे तक विषय सामान्य अध्ययन (जनरल स्टडी) और द्वितीय पाली में अपरान्ह 3 से 5 बजे तक रुचि परीक्षा (एप्टीट्यूट टेस्ट) विषय की होगी। छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग द्वारा प्रवेश पत्र 30 जनवरी 2024 को जारी कर दिया गया है। अभ्यर्थी आयोग की वेबसाईट www.psc.cg.gov.in से प्रवेश पत्र डाउनलोड कर सकते हैं। आयोग द्वारा किसी भी अभ्यर्थी को पृथक से प्रवेश पत्र व्यक्तिशः नहीं भेजा जायेगा।

किसानों के हित में लिया बड़ा फैसला 4 फरवरी तक होगी समर्थन मूल्य और लिंकिंग पर धान खरीदी

रायपुर-  राज्य के किसानों के हित में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने एक बड़ा फैसला लेते हुए समर्थन मूल्य पर नगद और लिंकिंग के आधार पर धान खरीदी अब 4 फरवरी रविवार तक की जाएगी। मुख्यमंत्री ने राज्य में रिकार्ड धान खरीदी के बावजूद किसानों को धान बेचने में किसी तरह की परेशानी न हो इसको ध्यान में रखते हुए यह संवेदनशील निर्णय लिया है।

ज्ञातव्य है कि खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की अंतिम तिथि 31 जनवरी निर्धारित है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने धान बेचने से शेष रह गये किसान भी आसानी से अपना धान सोसायटी के धान उपार्जन केन्द्रों में बेच सकें, इसको ध्यान में रखते हुए समर्थन मूल्य पर नगद और लिंकिंग के आधार पर धान खरीदी 4 फरवरी तक किए जाने के निर्देश संबंधित विभाग के अधिकारियों को दिए हैं। मुख्यमंत्री ने राज्य में शनिवार 03 फरवरी एवं रविवार 04 फरवरी को भी उपार्जन केन्द्रों में धान की खरीदी सामान्य दिनों की तरह करने को कहा है।

यहां यह उल्लेखनीय है ऐसा पहली बार होगा कि 03 फरवरी शनिवार और 04 फरवरी रविवार को भी किसान उपार्जन केन्द्रों में अपना धान बेच सकेंगे। राज्य के किसान प्रतिनिधियों एवं किसान संगठनों ने मुख्यमंत्री के इस फैसले का स्वागत किया है और कहा है कि किसानों के हित में मुख्यमंत्री श्री साय का यह संवेदनशील निर्णय से किसान उत्साहित हैं। खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में राज्य में 31 जनवरी तक 142.23 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हो चुकी है। धान खरीदी के एवज में उन्हें 29 हजार 318 करोड़ रूपए से अधिक का भुगतान भी किया जा चुका है।

*मुख्यमंत्री करेंगे 74 करोड़ रुपए के विकास कार्यों का लोकार्पण -भूमिपूजन*

रायपुर-     विष्णु देव साय मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार कोरिया पहुंचेंगे। कोरिया जिले में जिला प्रशासन द्वारा 01 व 02 फरवरी को झुमका जल महोत्सव का आयोजन किया गया है। विष्णु देव साय इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता, छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह करेंगे। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय इस अवसर पर लगभग 74 करोड़ रुपए के विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन करेंगे। इनमें लगभग 58 करोड़ रुपए के विकास कार्यों का भूमिपूजन और 16 करोड़ रुपए के विकास कार्यों का लोकार्पण शामिल है।

झुमका जल महोत्सव में पर्यटन, संस्कृति, धार्मिक न्यास और धर्मस्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, लोकसभा सांसद ज्योत्सना चरण दास महंत, बैकुंठपुर विधायक भईया लाल राजवाड़े, भरतपुर-सोनहत विधायक रेणुका सिंह कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगी। इसी प्रकार झुमका जल महोत्सव में जिला पंचायत अध्यक्ष कोरिया रेणुका सिंह, जनपद अध्यक्ष बैकुंठपुर सौभाग्यवती सिंह, जनपद अध्यक्ष सोनहत लल्ली सिंह, नगर पालिका परिषद अध्यक्ष बैकुंठपुर नविता शिवहरे, नगर पालिका परिषद अध्यक्ष शिवपुर-चरचा लालमुनि यादव, ग्राम पंचायत ओड़गी की सरपंच बाबी अगरिया भी अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगी। झुमका जल महोत्सव का समापन 2 फरवरी को पर्यटन, संस्कृति, धार्मिक न्यास और धर्मस्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल मुख्य अतिथि और स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल की अध्यक्षता में होगा।

*उज्जैन और काशी की तर्ज पर बनेगा राजिम कॉरीडोर, केंद्र से मांगा सहयोग*

नई दिल्ली-    छत्तीसगढ़ के पर्यटन व संस्कृति मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने आज नई दिल्ली में केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी. किशन रेड्डी से मुलाक़ात की। इस दौरान उन्होंने छत्तीसगढ़ की पर्यटन विकास की संभावनाओं पर चर्चा करते हुये छत्तीसगढ़ की ऐतिहासिक धरोहरों के संरक्षण और विकास के लिए राशि केंद्रीय बजट से स्वीकृत करने का आग्रह किया। इसके साथ ही उन्होंने शक्तिपीठ परियोजना के अंतर्गत प्रदेश के पाँच शक्तिपीठों को जोड़ने एवं विकसित करने, राजिम कॉरीडोर के निर्माण सहित पुरखौती मुक्तांगन में कन्वेन्शन सेंटर बनाने के लिए केंद्र से सहयोग मांगा।

केंद्रीय मंत्री से उनके कार्यालय में मुलाक़ात के दौरान संस्कृति मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने बताया कि छत्तीसगढ़ में वर्तमान में कुल 63 राज्य संरक्षित स्मारक हैं। संरक्षित स्मारकों, अवशेषों, पुरास्थलों और संग्रहालयोंके अनुरक्षण और विकास कार्य सहित पुरातात्विक गतिविधियों के संचालन के लिए 1965 लाख की राशि का प्रस्ताव तैयार किया गया है। उन्होंने केंद्रीय बजट से स्वीकृति का अनुरोध किया।

बृजमोहन अग्रवाल ने उज्जैन और काशी में बनाये गए भव्य कॉरीडोर की तरह राजिम मंदिर परिसर को विकसित करने विकास कार्यों व जीर्णोंद्धार की आवश्यकता बताई। उन्होंने केंद्रीय मंत्री से राजिम मंदिर परिसर के भव्य आकर्षक और गरिमामय ढंग से विकसित करने के लिए कॉरीडोर बनाने हेतु 75 करोड़ की राशि स्वीकृत करने की मांग की।

बृजमोहन अग्रवाल ने बताया कि चार धाम के तर्ज पर छत्तीसगढ़ के महत्वपूर्ण धार्मिक आस्था के केन्द्रों को शक्तिपीठ परियोजना के तहत विकसित किया जाएगा। छत्तीसगढ़ के पाँच शक्तिपीठ सूरजपुर के कुदरगढ़, चन्द्रपुर के चन्द्रहासिनी मंदिर, रतनपुर के महामाया मंदिर, डोंगरगढ़ के बम्लेश्वरी मंदिर और दंतेवाड़ा के दंतेश्वरी मंदिर में चरणबद्ध ढंग से सुविधाएं विकसित की जाएगी। उन्होंने इसे पर्यटन मंत्रालय की योजना में शामिल कर स्वीकृति प्रदान करने का आग्रह किया.

मंत्री श्री अग्रवाल ने बताया कि छत्तीसगढ़ की कला और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए 2006 में तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम ने पुरखौती मुक्तांगन का लोकार्पण किया था। देश-विदेश से आने वाले लोक कलाकारों और अतिथियों के साथ संवाद स्थापित करने के लिए एक कन्वेन्शन सेंटर की आवश्यकता लंबे समय से महसूस हो रही है। उन्होंने इसके लिए 50 करोड़ की राशि स्वीकृत करने का आग्रह किया.

इसके साथ ही उन्होंने प्रशाद योजनांतर्गत माँ बाघेश्वरी मंदिर, कुदरगढ़, सिरपुर के विकास कार्यों की स्वीकृति तथा स्वदेश दर्शन योजना 2.0 के अंतर्गत चयनित जगदलपुर एवं बिलासपुर डेस्टिनेशन के लिए पीडीएमसी (प्रोजेक्ट डेव्लपमेंट एंड मैनेजमेंट कंसल्टेंट) चयन कर क्रियान्वयन के लिए राशि स्वीकृति का आग्रह किया। इसके साथ ही उन्होंने केंद्रीय मंत्री को लोकार्पण कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ आने का निमंत्रण भी दिया। इसके साथ ही उन्होंने केंद्रीय मंत्री को मां बम्लेश्वरी देवी प्रशाद योजना के उद्घाटन कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ आने का निमंत्रण भी दिया। जिस पर उन्होंने 15 फरवरी के बाद छत्तीसगढ़ आने की बात कही है। विभिन्न प्रस्तावों पर केंद्रीय मंत्री ने सकारात्मक पहल का आश्वासन दिया है।

*कैबिनेट मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने की दिल्ली में केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी से मुलाकात*

रायपुर- छत्तीसगढ़ के पर्यटन व संस्कृति मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने आज नई दिल्ली में केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी. किशन रेड्डी से मुलाक़ात की और छत्तीसगढ़ में पर्यटन को बढ़ावा देने के संबंध में विभिन्न मुद्दों पर उनसे चर्चा की।

राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा कांकेर जिले के संक्षिप्त प्रवास पर रहे, निजी कार्यालय का किया उद्घाटन

कांकेर- प्रदेश के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन, खेलकूद एवं युवा कल्याण मंत्री टंकराम वर्मा आज जिले के एक दिवसीय प्रवास पर रहे। इस दौरान राजस्व मंत्री श्री वर्मा ने सिविल लाइन माहुरबंदपारा में एक निजी कार्यालय का शुभारंभ किया।

कार्यक्रम में उपस्थित जनप्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए मंत्री श्री वर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में विकसित भारत संकल्प यात्रा के माध्यम से प्रदेश के गांव-गांव में हर वर्ग के लोगों तक केन्द्र सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की पहुंच सुगम हुई है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में सरकार की पहली केबिनेट की बैठक में प्रदेश के नागरिकों के हित में पक्का आवास बनाने का निर्णय लिया गया। जल जीवन मिशन के तहत हर गांव में घर-घर में शुद्ध पेयजल पहुंच रही है, वहीं आयुष्मान भारत योजना के तहत आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को मुफ्त में इलाज की सुविधा मिल रही है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना, किसान सम्मान निधि सहित अन्य कई योजनाओं की निचले स्तर तक पहुंच से पिछड़े एवं ग्रामीणों के जीवन स्तर में काफी सुधार आया है। इस अवसर पर पूर्व मंत्री एवं कोण्डागांव विधायक लता उसेण्डी, कांकेर विधायक आशाराम नेताम, केशकाल विधायक नीलकंठ टेकाम, पूर्व विधायक अंतागढ़ भोजराम नाग, पूर्व विधायक सिहावा श्रवण मरकाम एवं पिंकी शाह सहित सतीश लाटिया, भरत मटियारा सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थे।

*रविशंकर यूनिवर्सिटी में ब्लास्ट, NIT के छात्र ने खुद को उड़ाया*

रायपुर-     छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में खौफनाक मामला सामने आया है. एनआईटी (NIT) के मेटलर्जी विभाग के एक छात्र ने रविशंकर विश्वविद्यालय में विस्फोटक से खुद को उड़ाने की कोशिश की. जिसमें वह बुरी तरह से घायल हो गया है. घायल का अस्पताल में इलाज जारी है. यह मामला सरस्वती नगर थाना क्षेत्र का है.

जानकारी के अनुसार, बीते मंगलवार की दोपहर पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के सूखे तालाब ज्ञान सरोवर में एनआईटी (NIT) के मेटलर्जी विभाग के एक छात्र ने विस्फोटक से खुद को उड़ाने की कोशिश की. इस घटना में छात्र बुरी तरह घायल हो गया. घायल छात्र को एम्स में भर्ती कराया गया है. मामले में पुलिस ने बताया कि छात्र ने अपनी बहन और डॉक्टर से चर्चा में सुसाइड की कोशिश करने की बात कही है. मामले में जांच की जा रही है. पुलिस को घटनास्थल से बारूद, बम में इस्तेमाल होने वाले स्पिलिंटर मिले हैं. सुसाइड की कोशिश के लिए छात्र ने बारूद पटाखों का इस्तेमाल किया होगा ऐसा अंदेशा लगाया जा रहा है।

जिस समय सूखे तालाब ज्ञान सरोवर में छात्र ने खुदकुशी की कोशिश की. उस समय विस्फोट होने से दूर तक इसकी गुंज सुनाई दी, जिससे वहां अफरा-तफरी मच गई. आवाज सुनकर बड़ी संख्या में छात्र वहां पहुंचे तो छात्र को घायल अवस्था में देख उसे एंबुलेंस की मदद से अस्पताल में भर्ती कराया गया. जानकारी के मुताबिक घायल छात्र के बैग से एनआईटी के छात्र होने की जानकारी मिली. जिसके बाद इसकी सूचना पुलिस को दी गई. अब पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है. इस मामले में पुलिस घायल छात्र के मोबाइल से भी जानकारी खंगाल रही है.

नक्सल हमले को लेकर मुख्यमंत्री के तेवर तीखे, सभी कार्यक्रम रद्द कर बुलायी हाईलेवल मीटिंग, दे सकते हैं कड़े निर्देश

रायपुर- सुकमा नक्सली हमले को लेकर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय एक्शन में है। मुख्यमंत्री ने नक्सल मामले को लेकर आज हाईलेवल मीटिंग बुलायी है। शाम 5 बजे होने वाली कैबिनेट की बैठक के तुरंत बाद मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय हाईलेवल मीटिंग लेंगे। मुख्यमंत्री ने अपने तमाम कार्यक्रमों को हाईलेवल मीटिंग के लिए फिलहाल रद्द कर दिया है। बैठक में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के अलावे गृहमंत्री विजय शर्मा, डीजीपी अशोक जुनेजा, चीफ सेकरेट्री अमिताभ जैन, एसीएस होम के अलावे इंटेलिजेंस चीफ भी होंगे। बैठक में नक्सल आपरेशंस से जुड़े कई आला अधिकारी भी मौजूद रहेंगे।

आपको बता दें कि घटना से मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय काफी मर्माहत हैं। मुठभेड़ में घायल जवानों के रायपुर पहुंचने से पहले ही मुख्यमंत्री ने तमाम आला अधिकारियों को उनके इलाज के बेहतर प्रबंध के निर्देश दिये थे। वहीं खुद भी देर रात मुख्यमंत्री अस्पताल पहुंचे थे। उन्होंने घायल एक-एक जवानों का हाल जाना और जवानों से बात कर उन्हें ढांढस बंधाया। इसके बाद सुबह-सुबह ही मुख्यमंत्री बस्तर के लिए निकल गये, जहां सीआरपीएफ के हेड क्वार्टर में शहीद तीनों जवानों को उन्होंने श्रद्धांजलि दी। हमले के बाद से ही मुख्यमंत्री के तेवर से साफ था कि वो इस घटना को लेकर अब एक्शन के मूड में हैं।

मुख्यमंत्री ने मीडिया को दिये बयान में भी दो टूक कह दिया था कि नक्सलियों का बहादूर जवानों ने मजबूती से लोहा लिया है। नक्सलियों के गढ़ में घुसकर जवानों ने कैंप बनाया है। आपरेशंस और तेज होंगे और नक्सलवाद का छत्तीसगढ़ से पूरी तरह से खात्मा कर दिया जायेगा। आज की बैठक नक्सल आपरेशंस के मद्देनजर काफी अहम होगी। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री आज नक्सल क्षेत्र में नक्सलियों के खिलाफ आपरेशंस को तेज करने के सख्त निर्देश दे सकते हैं।

*छत्तीसगढ़ बीजेपी ने की इन जिलों में नए जिलाध्यक्ष की नियुक्ति*

रायपुर- भारतीय जनता पार्टी छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव ने विभिन्न जिलों के जिलाध्यक्ष की नियुक्ति की है जो निम्नानुसार है.