छत्तीसगढ़ में पीएम योजना से 211 स्कूल संचालित, स्कूल शिक्षा विभाग ने स्कूलों के लिए जारी की प्रशासकीय एवं वित्तीय स्वीकृति,

रायपुर-  छत्तीसगढ़ में पीएम श्री योजना के तहत संचालित किए जा रहे 211 स्कूलों के लिए बजट की प्रशासकीय और वित्तीय स्वीकृति प्रदान कर दी गई है. स्कूल शिक्षा सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेशी ने योजना के क्रियान्वयन की समीक्षा करते हुए कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा शुरू की गई पीएम श्री योजना राज्य सरकार की उच्च प्राथमिकता में शामिल है. पीएम श्री योजना के लिए चयनित शालाओं में सभी जरूरी इंतजाम किया जाए. भवन निर्माण के लिए जिला स्तर पर निर्माण एजेंसी निर्धारित कर निर्माण एजेंसियों को राशि हस्तांतरित की जाए. उन्होंने अधिकारियों को इन स्कूलों की लगातार मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए.

गौरतलब है कि पीएम श्री (प्रधानमंत्री स्कूल फॉर राईजिंग इंडिया) योजना के तहत चयनित स्कूलों को अपग्रेड किया जाएगा, जिसके तहत स्मार्ट क्लास, पुस्तकालए, खेल उपकरण, प्रयोगशाला आदि सुविधाएं विकसित की जाएगी. छत्तीसगढ़ में पीएम श्री योजना के तहत 211 स्कूलों का चयन किया गया है. इनमें प्रारंभिक स्तर पर 193, सेकेण्डरी और हायर सेकेण्डरी स्तर पर 18 शालाएं शामिल हैं ये स्कूल आस-पास के स्कूलों में मेंटरशिप भी प्रदान करेंगे.

स्कूल शिक्षा सचिव परदेशी ने कहा कि पीएम श्री योजना के गुणवत्तापूर्ण क्रियान्वयन के लिए 15 दिनों के भीतर आवश्यक राशि जारी करें और एक सप्ताह के भीतर प्राचार्यों की बैठक कर प्रबंध संचालक समग्र शिक्षा को अवगत कराएं. उन्होंने कहा कि जिला शिक्षा अधिकारी व जिला मिशन समन्वयक आपसी सामंजस्य बनाकर काम करें। आकांक्षी जिलों को प्राथमिकता देते हुए सभी स्कूलों का स्वयं मॉनिटरिंग करें. उन्होंने बालवाड़ी में अध्यापन कर रहे शिक्षकों के मानदेय तत्काल भुगतान किए जाने के निर्देश भी दिए.

स्कूल शिक्षा सचिव परदेशी ने पीएम श्री योजना के तहत शुरू किए गए स्कूलों में वेंडिंग मशीन, सेनेटरी पैड, आत्मरक्षा प्रशिक्षण, किशोरावस्था के कार्यक्रम, कैरियर काउंसलिंग, वार्षिक शाला अनुदान, ग्रीन स्कूल, स्पोर्टस, योग, खेल शिक्षक प्रशिक्षण, सोशल एजुकेटर, समावेशी शिक्षा जैसी गतिविधियों के क्रियान्वयन के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए.

भाजपा ने लोकसभा चुनाव के लिए झूठ और नफरत की दुकान शुरू की, वादों से जनता का ध्यान भटकने का होगा काम

रायपुर-  लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा के द्वारा कार्यालय खोलने पर तंज करते हुए प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा ने लोकसभा चुनाव के लिए झूठ नफरत की दुकान की शुरुआत की है. अब इस दुकान के माध्यम से प्रदेश की जनता को मोदी सरकार की वादा खिलाफी और जनता की मूल मुद्दों से भटकने के लिए सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से झूठ प्रोपेगेंडा प्रचार किया जाएगा. भाजपा लोकसभा चुनाव में जनता की मुद्दों पर चर्चा करना नहीं चाहती है देश की जनता मोदी सरकार की 10 साल की नाकामी वादाखिलाफी से हताश और परेशान है हर तरफ बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी दिख रहीं है.देश पर कर्ज बढ़ रहा है सरकारी कंपनियां बिक रही है अच्छे दिन का सपना दिखाकर सत्ता हासिल करने वाली भाजपा ने जनता के सच्चे दिनों को भी छीन लिया है.

मोदी सरकार की गलत नीतियों के चलते किसान नौजवान महिलाएं छोटे व्यापारी वाहन चालक सरकारी अधिकारी कर्मचारी सभी पीड़ित और प्रताड़ित है. और जनता से किये वादे को अब तक पूरा नहीं की है अच्छे दिन आएंगे, 2 करोड़ रोजगार प्रतिवर्ष मिलेगा,15-15 लाख रुपए खाता में आएंगे,100 दिन में महंगाई खत्म होगा, किसानो की आय बढ़ेगी, हवाई चपल्ल वाले हवाई यात्रा करेंगे, जैसे अनेक लोक लुभाने वादे किया था इन्हीं मुद्दों से ध्यान भटकने के लिए भाजपा ने झूठ की दुकान की शुरुआत की है प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश ने भाजपा को 9 सांसद दिए हैं लेकिन उन सांसदों ने जनता के प्रति अपने उत्तरदायित्व का कभी निर्वहन नहीं किया है केंद्र के द्वारा हमेशा छत्तीसगढ़ के साथ भेदभाव सौतेला व्यवहार किया गया.समय पर लोगों को ट्रेन नहीं मिला. किसानो को खाद बीज बारदाना नहीं मिला.राज्य सरकार के हिस्से की राशि नहीं मिला. कोविड काल के दौरान भी केंद्र ने छत्तीसगढ़ को पर्याप्त मदद नहीं किया. इस दौरान भी भाजपा के संसद मौन रहे हैं. आने वाले लोकसभा चुनाव में भाजपा के निष्क्रिय सांसदों को बदलकर जनता कांग्रेस के सांसद चुनेगी. और भाजपा को सबक सिखाएगी।

मुख्यमंत्री ने तिरंगे में लिपटे शहीद जवानों को दी श्रद्धांजलि, गृहमंत्री, डीजीपी सहित आला अधिकारी भी मौजूद

जगदलपुर-  सुकमा में शहीद हुए तीन जवानों को मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने श्रद्धांजलि दी। बस्तर के करणपुर सीआरपीएफ 201वीं बटालियन के हेड क्वार्टर पहुंचे मुख्यमंत्री ने शहीद जवानों के तिरंगे में लिपटे पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित की।

इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ गृहमंत्री विजय शर्मा, वन मंत्री केदार कश्यप, डीजीपी अशोक जुनेजा सहित सीआरपीएफ और जिला पुलिस के आला अधिकारी मौजूद थे। गॉड ऑफ़ ऑनर के बाद शहीद जवानों के पार्थिव शरीर को उनके गृह ग्राम के लिए रवाना किया जाएगा। मंगलवार को सुकमा जिले के टैकलगुड़ा में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में तीन जवान शहीद हो गए थे, वहीं 15 जवान घायल हो गए थे।

शहीद जवानों में दो कोबरा बटालियन के और एक सीआरपीएफ के 150वीं बटालियन का जवान था। घटना के बाद आठ जवानों को रायपुर में बेहतर इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। देर रात ही मुख्यमंत्री विष्णु देव साय अस्पताल पहुंचे और घायल जवानों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने घायल जवानों के बेहतर इलाज के भी निर्देश दिए। मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि जवानों के साथ हुए इस हरकत का बदला लिया जाएगा। जवानों की बहादुरी की तारीफ करते हुए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि नक्सली इलाकों में ऑपरेशंस और तेज होंगे। नक्सलवाद को छत्तीसगढ़ में पूरी तरह से खत्म कर दिया जाएगा।

मुख्यमंत्री साय ने मुठभेड़ में 3 जवानों की शहादत को किया नमन

रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सुकमा जिले के जगरगुंडा थाने के टेकलगुड़ेम में नक्सलियों और सुरक्षा बल के जवानों के बीच हुए मुठभेड़ में 3 जवानों की शहादत को नमन किया है। मुख्यमंत्री ने शहीद जवानों के परिवारजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने इस घटना में घायल जवानों के बेहतर इलाज के निर्देश अधिकारियों को दिये हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आम जनता तक बुनियादी सुविधाएं पहुंचाने के लिए शासन द्वारा सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने नये कैंप बनाये जा रहे हैं।

जिससे नक्सली बौखलाये हुए हैं और कायराना हरकत कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम हर स्थिति में अपने जवानों के साथ मजबूती से खड़े हैं। हम माओवादी आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई दृढ़ता से जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि पूरा प्रदेश शहीद जवानों के परिवारजनों के साथ है। ज्ञात हो कि सुकमा जिले के टेकलगुड़ेम में नया कैंप स्थापित किया गया था। कैंप के नजदीक जोनागुडा-अलीगुडा की ओर गश्त के लिए कोबरा, एसटीएफ और डीआरजी के जवान निकले थे।

वित्त मंत्री ओपी चौधरी से नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक ने की सौजन्य भेंट

रायपुर-   वित्त मंत्री ओपी चौधरी से आज उनके शंकर नगर स्थित शासकीय निवास कार्यालय में नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक डॉ ज्ञानेंद्र मणि ने सौजन्य मुलाकात की।

डॉ. मणि ने वित्त मंत्री से चर्चा करते हुए उन्हें राज्य में नाबार्ड के द्वारा किए जा रहे कार्यों की जानकारी देते हुए भविष्य की योजनाओं पर चर्चा की । नाबार्ड की तरफ से श्री चौधरी को 2024-25 के स्टेट फोकस पेपर रिलीज के लिए आमंत्रित किया गया।

डॉ मणि ने जानकारी देते हुए कहा की नाबार्ड पहले जिला और फिर राज्य का क्रेडिट पोटेंशियल बताता है। इससे कृषि, लघु एवं मध्यम उद्योग समेत अन्य प्रायोरिटी सेक्टर के प्रयोजनों के लिए राज्य को नाबार्ड से ऋण मिलने में मदद मिलती है।

वित्त मंत्री श्री चौधरी ने नाबार्ड के अधिकारियों से चर्चा करते हुए कहा कि वो विकसित भारत के संबंध में एक विस्तृत योजना बनाएं तथा उन्नत कृषि के लिए प्रत्येक जिले की ग्राउंड लेवल प्लानिंग करे ताकि किसानों को ज्यादा से ज्यादा फायदा हो सके और युवाओं का कृषि के प्रति रुझान बढ़े ।

पुरातत्व धरोहर को सहेज कर रखने के लिए आरंग में 25 लाख रुपए लागत से संग्रहालय बनेगा: बृजमोहन अग्रवाल

रायपुर-  दान, दया, धर्म और अध्यात्म की नगरी आरंग अब राजा मोरध्वज नगरी के नाम से जानी जायेगी। ये घोषणा धर्मस्व एवं संस्कृति बृजमोहन अग्रवाल ने दो दिवसीय राजा मोरध्वज महोत्सव के समापन के अवसर पर की। बृजमोहन अग्रवाल कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे।

उन्होंने महोत्सव में शामिल लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि, राजा मोरध्वज एक न्यायप्रिय और धर्मपरायण राजा थे। जिन्होंने अपना वचन निभाने के लिए अपने बेटे को आरी से कटवा दिया था। जिस कारण आरंग को यह नाम मिला। राजा मोरध्वज का जीवन हमें बहुत कुछ सबक देता है। अगर हम धर्म के रास्ते पर चलेंगे और वादों के पक्के रहेंगे तो भगवान भी हमारा साथ देंगे।

श्री अग्रवाल ने राजा मोरध्वज महोत्सव को भव्य रूप देने के लिए प्रत्येक वर्ष 5 लाख रूपए देने की घोषणा की। इतना ही नहीं इलाके में मिलने वाली पुरातत्व धरोहर को सहेज कर रखने के लिए 25 लाख रुपए लागत से संग्रहालय के निर्माण की घोषणा भी की । महोत्सव का आयोजन विधायक गुरु खुशवंत साहेब ने किया था कार्यक्रम में विधायक अनुज शर्मा, कृष्ण कुमार भारद्वाज, राजेंद्र चंद्राकर, लक्ष्मी वर्मा, श्री नारंग, श्री किरण, पर्यटन विभाग के अधिकारी समेत बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद रहे। इस अवसर पर स्थानीय कलाकारों ने नाटक का मंचन कर राजा मोरध्वज और भगवान कृष्ण के संवाद को जीवंत किया जिसने सभी का दिल जीत लिया।

छत्तीसगढ़ की 11 लोकसभा सीटें भारी मतों से जीतेगी बीजेपी : सीएम विष्णुदेव साय

रायपुर- सीएम विष्णुदेव साय ने आज सिविल लाइन रायपुर में भारतीय जनता पार्टी रायपुर लोकसभा क्षेत्र के केंद्रीय कार्यालय का शुभारंभ किया। शुभारंभ कार्यक्रम में सीएम साय ने कहा यह कार्यालय जन अपेक्षाओं एवं जन आकांक्षाओं की पूर्ति का सर्वसुलभ केंद्र होगा। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी, पं. दीनदयाल उपाध्याय एवं अटल बिहारी वाजपेयी के आदर्शों पर चलते हुए प्रधानमंत्री मोदी के सशक्त एवं कुशल नेतृत्व में भारत आज पुनः वैभवशाली हुआ है।

विकास के नित नए सोपान चढ़ रहा है। आगामी लोकसभा चुनाव में हम सभी का दायित्व है कि छत्तीसगढ़ की 11 सीटों में हम भाजपा प्रत्याशियों को भारी मतों से विजयी बनावें, ताकि हम विकासपुरुष नरेंद्र मोदी को पुनः प्रधानमंत्री के रूप में देख सकें।

सरगुजा को मेडिकल हब के रूप में विकसित किया जाएगा: स्वास्थ्य मंत्री श्री जायसवाल

रायपुर- स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा है कि जिला मुख्यालय अंबिकापुर को मेडिकल हब के रूप में विकसित करने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण कर वहां जल्द ही एमआरआई मशीन स्थापित करने के निर्देश दिए। मेडिकल कॉलेज के डीन तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उन्होंने वहां अन्य जरूरी व्यवस्थाओं के संबंध में बैठक ली और आवश्यक निर्देश दिए।

समीक्षा बैठक में श्री जायसवाल ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में एमआरआई की सुविधा के लिए 10.24 करोड़ की राशि स्वीकृत कर दी गई है। साथ ही मेडिकल कॉलेज में प्राध्यापकों की पदस्थापना और अन्य कार्यों को पूर्ण करने के लिए लगभग 110 करोड़ रूपए का अतिरिक्त बजट उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने जिला चिकित्सालय परिसर में बनाए गए मातृ-शिशु स्वास्थ्य अस्पताल का निरीक्षण किया और महिलाओं से सीधे चर्चा कर अस्पताल में मिल रही सुविधाओं पर भी फीडबैक लिया। चिकित्सकों को लोगों के इलाज के दौरान संवेदनशीलता बरतने के निर्देश दिए।

समीक्षा बैठक में अम्बिकापुर विधायक राजेश अग्रवाल, कलेक्टर विलास भोस्कर, मेडिकल कॉलेज डीन डॉ. रमणेश मूर्ति, वरिष्ठ अधिकारियों सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

तीन बैगा आदिवासियों की मौत मामले में PCC चीफ दीपक बैज ने CM साय को लिखा पत्र

रायपुर- कवर्धा के नागडबरा गांव में तीन बैगा आदिवासियों की मौत के मामले में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को पत्र लिखा है. उन्होंने इस मामले की न्यायिक जांच की मांग की है. दीपक बैज ने पत्र में कहा, तीन बैगा आदिवासियों की मौत संदिग्ध परिस्थियों में हुई है. परिजनों का पुलिस-प्रशासन पर गंभीर आरोप है. बैगा आदिवासी विशेष संरक्षित जनजाति है. बैगा आदिवासी राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र हैं. मामले की गम्भीरता से लेकर न्यायिक जांच करानी चाहिए. दरअसल एक झोपड़ी में आग लगने से एक ही परिवार के तीन बैगा आदिवासियों की मौत हुई थी. घटना की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस मर्ग कायम कर जांच में जुट गई है. कुकदुर थाना से मिली जानकारी के अनुसार, ग्राम पंचायत माठपुर अंतर्गत आने वाले नागाडबरा बस्ती में बीती रात बुधराम पिता भोपसिंह 35, हिरमतीन बाई पति बुधराम 32 वर्ष और उनके आठ वर्षीय पुत्र जोन्हू की अज्ञात कारणों से झोपड़ी में आग लगने से जलकर मृत्यु हो गई. बताया जा रहा है कि कल ये तीनों किसी परिजन के घर आयोजित छठी कार्यक्रम में गए हुए थे, जहां से रात लगभग 12 बजे लौटे थे. गांव वालों ने जब आज सुबह ये मंजर देखा तो घटना की सूचना कुकदुर पुलिस को दी. वहीं मौके पर पहुंची पुलिस ने घटना स्थल का मुआयना किया और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा. घटना स्थल पर शवों के करीब एक गैस सिलेंडर के अलावा चूल्हा को देखने के बाद प्रथमदृष्टया यह मामला गैस सिलेंडर में आग लगने के कारण हुई दुर्घटना का लगता है. फिलहाल इस पूरे मामले में पुलिस जांच कर रही है.
CM साय ने दिए धान खरीदी की अवधि बढ़ाने के संकेत, आज शाम तक जारी हो सकता है आदेश

रायपुर- छत्तीसगढ़ में एक नवंबर से शुरू हुई धान खरीदी का 31 जनवरी को अंतिम दिन है. इसके बाद किसान 15 फ़रवरी तक लिंकिंग में धान बेच सकते हैं. इसी बीच सीएम विष्णु देव साय ने आज रायपुर में भाजपा के केंद्रीय कार्यालय के उद्घाटन के दौरान राज्य में धान खरीदी की अवधि को बढ़ाने के संकेत दिए है. जिसका आदेश आज शाम तक जारी हो सकता है. अगर ऐसा होता है तो राज्य के किसान फरवरी महीने के मध्य तक खरीदी केन्द्रों में धान बेच पाएंगे. जानकारी के लिए बता दें कि, बीते साल राज्य में हुई 1 लाख 8 हजार मीट्रिक टन धान की खरीदी का रिकार्ड इस साल टूट चूका है. राज्य में किसानों को चालू विपणन वर्ष में 29 जनवरी तक 1 लाख 34 हजार मीट्रिक टन धान खरीदी के एवज में 28 हजार 104 करोड़ रूपए का भुगतान किया जा चुका है. अब तक बीते साल की तुलना में लगभग 27 लाख मीट्रिक टन अधिक धान की खरीदी हुई है. बताया जा रहा है कि, प्रतिदिन औसतन साढ़े तीन लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हो रही है. इसको देखते हुए 31 जनवरी तक धान खरीदी की मात्रा 140 लाख टन के पार होने की उम्मीद है. गौरतलब है कि राज्य में इस साल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी का परिपालन सुनिश्चित करते हुए किसानों से प्रति एकड़ के मान से 21 क्विंटल धान की खरीदी की जा रही है। राज्य में समर्थन मूल्य पर अब तक 23 लाख 68 हजार 810 किसान धान बेच चुके हैं. उल्लेखनीय है कि 26 लाख 85 हजार किसानों ने अपना पंजीयन कराया है. राज्य में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के साथ-साथ कस्टम मिलिंग भी समांतर रूप से जारी है. मिलर्स द्वारा खरीदी केन्द्रों से धान का उठाव लगातार किया जा रहा है. अब तक 101 लाख 85 हजार 181 टन धान के उठाव के लिए डीओ जारी किया गया है, जिसके विरूद्ध मिलर्स द्वारा 91 लाख 13 हजार टन धान का उठाव किया जा चुका है.