नीतीश कुमार संयोजक बनना चाहते थे तो बना देते लेकिन,बिहार के CM पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कसा तंज

बिहार के सीएम नीतीश कुमार एवं गृह मंत्री अमित शाह को मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने आड़े हाथों लिया। वे रविवार को इंदौर आए थे। उन्होंने कहा कि कुछ नेताओं की कथनी एवं करनी में अंतर होता है। उन्होंने कहा- हमें कभी उम्मीद नहीं थी कि नीतीश कुमार ऐसा कदम उठाएंगे। वे पहले ही बोल चुके थे कि किसी हालत में मरते दम तक बीजेपी के साथ नहीं जाएंगे। 

वे संयोजक बनना चाहते थे तो बना देते, इसमें किसी को कोई परेशानी नहीं थी। उन्हीं के द्वारा विपक्षी गठबंधन का प्रयास किया गया था। 

उन्होंने कहा- सभी ने मिलकर उन्हें संयोजक बनने का आफर भी दिया था जिसे उन्होंने ही मना कर दिया। फिर इस प्रकार का कदम उठाने का क्या मतलब है। वे स्वयं डेढ़ साल से भारतीय जनता पार्टी का सामूहिक विरोध करने की पहल कर रहे थे। 

यह कैसा नेता जो कहे कुछ और करे कुछ। दिग्विजय सिंह ने कहा कि अमित शाह ने कहा था कि नीतीश आना भी चाहेंगे तो नहीं लेंगे, लेकिन वे उनके साथ हो लिए। दिग्विजय ने कहा कि इन नेताओं की कथनी और करनी में अंतर है। 

वहीं दिग्विजय ने राजगढ़ जिले के खिलचीपुर में कार्यकर्ताओं से कहा कि मेरे लोकसभा चुनाव लड़ने का सवाल ही नहीं उठता क्योंकि मैं राज्यसभा सदस्य हूं तथा अभी मेरा सवा दो साल का कार्यकाल बचा है। दिग्विजय सिंह इन दिनों राजगढ़ जिले की प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में जाकर पार्टीजन से बातचीत कर रहे हैं।

बिहार मे लोगों को अभी दो दिन ठंड से नही मिलेगी निजात, मौसम विभाग ने इन जिलों मे शीतलहर का जारी किया अलर्ट

डेस्क: बिहार मे लोगों को अभी ठंड से दो दिन और निजात नही मिलने वाली है। मौसम विभाग ने प्रदेश के कई जिलों मे शीतलहर का अलर्ट जारी किया है।

पटना में सोमवार को धूप निकले से दिन में लोगों को ठंड से कुछ राहत मिली लेकिन शाम होते होते पारा लुढ़ना शुरु हो गया। मौसम विभाग के अनुसार बिहार के  कई जिलो मे आगामी 15 फरवरी, 2024 तक मोतिहारी , बेतिया गोपालगंज, सीवान, सारण, सीतामढ़ी, शिवहर, मुज़फ्फरपुर, वैशाली, दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर, सहरसा, पूर्णिया, कटिहार, सुपौल, मधेपुरा, अररिया और किशनगंज जिले में भीषण कुहासा और शीतलहर का प्रकोप जारी रह सकता है।

मौसम विभाग के अनुसार 29 से 31 जनवरी तक कई जिलों में कोल्ड डे से लेकर अति शीत दिवस की स्थिति बनी रहने की संभावना है। 

मौसम विभाग ने भी चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण अगले 31 जनवरी तक घने कोहरे के साथ शीतलहर की आशंका है। विभाग के अनुसार अगले 30 जनवरी तक राज्य के लोगों को ठंड की मार सहनी पड़ सकती है। मौसम विभाग ने चेतावनी देते हुए कहा है कि राज्य के लगभग सभी जिलों में में बर्फीली उत्तर पछुआ हवा से लोगों की परेशानी बढ़ेगी। 31 जनवरी के बाद हीं ठंड से राहत मिलने का अनुमान है। बिहार के कुछ हिस्सों में शीत दिवस से लेकर गंभीर शीत दिवस की स्थिति उत्पन्न हुई। 31 जनवरी से एक पश्चिमी विक्षोभ के पश्चिमी हिमालय क्षेत्र को प्रभावित करने की संभावना है।

पटना, गया, औरंगाबाद, भागलपुर, नालंदा, मुंगेर, खगड़िया, बांका, लखीसराय, जमुई, नवादा सहित कई जिलों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। मौसम विभाग के अनुसार 31 जनवरी तक ठंड और शीतलहर से लोगों को राहत मिलने वाली नहीं है.पश्चिमी विक्षोभ के बारंबार आने की संभावना के कारण पिछले साल के मुकाबले कोल्ड डे अधिक रहेगा।

गया में छेड़छाड़ करने के मामले में एक आरोपी को पुलिस ने पकड़ा, युवती ने छेड़खानी करने का थाने में दर्ज कराई थी प्राथमिकी

गया। बिहार के गया में अलीपुर थाना की पुलिस ने छेड़छाड़ करने के मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी अलीपुर थाना क्षेत्र के ग्राम सादोपुर का रहने वाला पिंटू कुमार उर्फ कुणाल कुमार, पिता अमरजीत चौधरी है। 

इसकी खुलासा गया के एसएसपी आशीष भारती ने प्रेस रिलीज जारी कर की है। एसएसपी आशीष भारती ने जानकारी देते हुए बताया कि 13 जनवरी 2024 को अलीपुर थाना में वादिनी के द्वारा एक लिखित आवेदन दिया गया था कि यह पॉलिटेक्निक कॉलेज की छात्रा है।

प्रतिदिन कॉलेज आने के क्रम में रास्ते में पिंटू कुमार उर्फ कुणाल कुमार के द्वारा रास्ते में छेड़छाड़ एवं अश्लील बातें करता है और जबरदस्ती शादी करने की बात करता है। इसी बात को लेकर उनकी माताजी घर पर समझाने के लिए गयी तो पिंटू कुमार उर्फ कुणाल कुमार के भाई के द्वारा गाली-गलौज कर मारपीट की घटना की गई थी। लिखित आवेदन के आधार पर अलीपुर थाना में कांड संख्या 07/2024 दर्ज कर मामले का अनुसंधान प्रारंभ किया गया

और इस कांड में संलिप्त आरोपी की गिरफ्तारी के लिए थानाध्यक्ष को निर्देशित किया गया, जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए इस कांड के आरोपी पिंटू कुमार उर्फ़ कुणाल कुमार को उसका घर से गिरफ्तार किया गया। जिसे पूछताछ के बाद जेल भेज दिया गया है। वही, इस कांड में अन्य आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापामारी कर रही है। जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सुनाई गई सजा, कोतवाली थाना अंतर्गत झीलगंज का रहने वाला अभियुक्त

गया। गया शहर के कोतवाली थाना से संबंधित हत्या के एक मामले में सोमवार को अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश तृतीय रंजीत कुमार की अदालत ने दोषी अभियुक्त को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। 

हत्या के मामले में धारा 302 व 27 आर्म्स एक्ट के तहत अभियुक्त बालेश्वर यादव को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। अभियुक्त बालेश्वर यादव कोतवाली थाना क्षेत्र के झीलगंज का रहने वाला है। इस मामले के अपर लोक अभियोजक राजीव नारायण ने बताया कि इस मामले में डेल्हा थाना क्षेत्र के रहने वाले राजीव कुमार ने प्राथमिकी दर्ज करवाई थी।

उन्होंने अपनी प्राथमिकी में कहा कि फरवरी 2020 को जब मैं अपने घर पर था उस समय मेरे पिताजी राजकुमार प्रसाद बाहर से घर आए थे। उसी समय पीछे से बालेश्वर यादव ने देसी कट्टा से मेरे पिताजी को पीछे से गोली मार दी। गोली लगते ही मेरे पिताजी जख्मी होकर गिर गए और बाद में क्रम में उनकी मृत्यु हो गई। अदालत ने इस मामले में सजा के बिंदु पर दोनों पक्षों को सुनने के बाद धारा 302 के तहत आजीवन कारावास व पचास हजार रुपये जुर्माना तथा 27 आर्म्स एक्ट के तहत पांच साल की सजा व दस हजार रुपये जुर्माना, जुर्माना अदा ना करने की सूरत में पांच महीने की साधारण कारावास की सजा सुनाई गई है।

गया में अच्छी धूप से ठंड से मिली राहत, सोमवार का दिन इस सीजन में सबसे रहा गर्म दिन, शाम से सुबह तक रहेगी ठंड

गया। बिहार के गया में हल्का कोहरा के बाद सुबह में धूप निकल रही है. सोमवार की सुबह से अच्छी धूप खिली और दिनभर मौसम साफ रहा।

सूर्य की रोशनी में थोड़ी गर्माहट की वजह से सोमवार का दिन इस सीजन में सबसे गर्म रहा। 17 दिनों के बाद न्यूनतम सामान्य हुआ और रात की सर्दी में भी लगातार कमी आ रही है। 

सोमवार को अधिकतम सामान 24.9 और न्यूनतम नॉर्मल से 2 डिग्री कम 8.0 डिग्री रहा। सोमवार से पहले 11 जनवरी को अधिकतम तापमान सामान्य रहा था। मौसम वैज्ञानिक एसके पटेल ने बताया कि अगले दो दिनों में मौसम का मिजाज कुछ इसी तरह रहेगा और तापमान में वृद्धि का ही अनुमान है। 

सुबह में हल्का कोहरा छाए रह सकता है और दिन भर धूप खिलेगी शाम से सुबह तक ठंड रहेगी। न्यूनतम तापमान भी बढ़ता रहेगा। साथ उन्होंने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के असर से रविवार को हिमालय पर्वतीय इलाके में बर्फबारी हुई है। 

सोमवार को मैदानी क्षेत्रों में बारिश हो सकती है. ऐसी स्थिति में गया में 3 या 4 फरवरी को बादल छा सकता है। हालांकि अब शीतलहर या कोल्ड जैसी स्थिति नहीं रहेगी।

मारपीट करने के आरोप में शेरघाटी थाना में 2 लोगों के खिलाफ कराया गया मुकदमा दर्ज

गया : जिले के शेरघाटी थाना में दो लोगों के खिलाफ थाना में मुकदमा दर्ज कराया गया है। 

दरअसल यह मामला स्थानीय शहर के मुहल्ला बढ़ी टोला से जुड़ा है। 

जहां के रहने वाले जय व्दीप कुमार नामक शख्स ने आक्रमण और मारपीट करने का आरोप पड़ोस के मुहल्ले के रहने वाले राजा पाण्डेय के अलावा एक अन्य शख्स पर मारपीट करने का आरोप लगाते हुए थाने में रिपोर्ट दर्ज कराया है।

वहीं, शेरघाटी थाना के पुलिस मामला दर्ज करते हुए अग्रेतर कारवाई शुरू कर दी है।

रिपोर्ट: अरविंद कुमार सिंह।

एसएसबी के द्वारा 30 दिवसीय कंप्यूटर प्रशिक्षण पाठ्यक्रम का दीप प्रज्वलित कर किया गया शुभारंभ

गया : 32वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल डोभी के कमांडेंट ललित कुमार के दिशा-निर्देशन में नागरिक कल्याण कार्यक्रम के अंतर्गत 30 दिवसीय बेसिक कंप्यूटर प्रशिक्षण पाठ्यक्रम का आयोजन सोमवार को G.S मैरिज हॉल सोभ बाराचट्टी में होना प्रस्तावित है। जिसमें 25 प्रशिक्षुओ का प्रशिक्षण होना है। 

इस प्रशिक्षण का शुभारम्भ 32 वीं वाहिनी के द्वितीय कमांड अधिकारी चंद्रजीत की उपस्थिति में 30 दिवसीय बेसिक कंप्यूटर प्रशिक्षण पाठ्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। 

जिसमें ‘ए’ समवाय SSB के सहायक कमांडेंट आयुष मिश्रा, निरीक्षक सामान्य बिशपाल लाल, आरजेडी प्रखंड अध्यक्ष के०डी यादव, रोही पंचायत के मुखिया विजय प्रसाद सिन्हा, मजदूर किसान विकास संस्थान के सचिव रामदेव प्रसाद, बेसिक कंप्यूटर प्रशिक्षण के अध्यापक प्रमोद कुमार आदि मौजूद रहे।

सशस्त्र सीमा बल भारत-नेपाल व भारत-भूटान सीमा की ड्यूटी भी करती है। इसके अलावा नागरिकों के कल्याण के लिए भारत सरकार कई कार्यकर्मों का संचालन भी कर रही है जिसमें बेसिक कंप्यूटर प्रशिक्षण पाठ्यक्रम भी शामिल है।

इस प्रशिक्षण का उद्देश्य ग्रामीण व नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के स्कूली विद्यार्थियों को कंप्यूटर का ज्ञान देना है और गरीब बच्चों को कंप्यूटर तकनीक से संपन्न करवाना है ताकि ग्रामीण इलाकों में बेरोजगार युवक प्रशिक्षण लेकर रोजगार से जुड़ सके।

रिपोर्ट : गणेश गुप्ता

पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से की मुलाकात, कहा-राज्य के विकास के लिए करेंगे मिलकर काम

गया : हम पार्टी के संरक्षक और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी और राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ संतोष मांझी ने विधायक अनिल सिंह,बाराचट्टी विधायक ज्योति मांझी, सिकंदरा विधायक प्रफुल्ल मांझी सभी हम पार्टी के विधायको के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की।

साथ में ही पार्टी के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव राजेश पांडेय, राष्ट्रीय प्रवक्ता ई. नंदलाल मांझी, राष्ट्रीय सचिव दिलीप यादव ,कमलेश सिंह भी शामिल रहे। 

पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता नंदलाल मांझी ने बताया कि राज्य की बेहतरी के लिए नई ऊर्जा सकारात्मक सोच के साथ हमारे नेता जीतन राम मांझी और डॉ संतोष मांझी ने सरकार के साथ मिलकर काम करने का निर्णय लिया है। 

गरीबों के हितों के साथ किसी तरह का समझौता नहीं किया जाएगा। उनकी आवाज को सरकार में रहकर भी पुरजोर तरीके से उठाते रहेंगे।

रिपोर्ट: मनीष कुमार

एनडीए सरकार की पहली कैबिनेट की बैठक खत्म, इन चार एजेंडों पर लगी मुहर

डेस्क : बिहार में एनडीए की सरकार बनने का बाद आज पहली कैबिनेट की बैठक हुई। इस पहली कैबिनेट की बैठक में चार एजेंडों पर मुहर लगी। 

वहीं, कैबिनेट बैठक शुरू होने से पहले डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने सीएम नीतीश के ऑफिस पहुंचकर बात की। सचिवालय में लगे RJD-कांग्रेस के मंत्रियों के नेम प्लेट उखाड़ दी गई है। जेडीयू के पुराने मंत्रियों के नेम प्लेट को ढंक दिया गया है। तेजस्वी के बंगले के बाहर लगी डिप्टी सीएम की नेम प्लेट को भी ढंका गया है।

बिहार विधानमंडल के बजट सत्र की जो तारीख थी उसे रद्द कर दिया गया है और अब नए सिरे से इसकी तारीख तय की जाएगी।

बैठक के चार एजेंडों में संसदीय कार्य से दो और वित्त विभाग के दो एजेंडे थे। सदन की कार्यवाही बुलाए जाने के लिए सीएम नीतीश को अधिकृत किया गया है। कोई डेट तय नहीं किया गया है। बजट सत्र 5 फरवरी को आगे बढ़ाया गया है। 

बैठक खत्म होने के बाद नीतीश सीएम हाउस पहुंच गए हैं। जेडीयू सांसदों के साथ बैठक कर रहे हैं। आज मंत्रिमंडल का विस्तार और विभागों का बंटवारा हो सकता है।

बार बार पाला बदलने वाले नीतीश 9वीं बार बने सीएम, जानें कब कब मारी पलटी?

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बिहार में पिछले एक दशक की सियासत पर गौर करें तो देखेंगे कि राज्य में हर साल डेढ़ साल में सरकार बदल जाती है, लेकिन मुख्यमंत्री नहीं बदलता। सत्ता के केन्द्र में नीतीशे कुमार का ही नाम होता हैं। इसकी वजह है कि नीतीश एक दशक से कम वक्त में अबतक पांच बार पाला बदल चुके हैं। रविवार को नीतीश कुमार ने ‘महागठबंधन’ के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और दोबारा एनडीए के मुख्यमंत्री के रूप में पद की शपथ ली।अब तक पांच पर गठबंधन बदल चुके नीतीश नौवीं बार सीएम बने हैं।

1985 में पहली बार विधायक बने

नीतीश ने 1974 के छात्र आंदोलन के जरिये राजनीति में कदम रखा, 1985 में पहली बार विधायक बने। इसके बाद नीतीश कुमार ने पलटकर नहीं देखा और सियासत में आगे बढ़ते चले गए। लालू प्रसाद यादव 1990 में बिहार के मुख्यमंत्री बने, लेकिन 1994 में नीतीश ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया। नीतीश और लालू एक साथ जनता दल में थे, लेकिन राजनीतिक महत्वकांक्षा में दोनों के रिश्ते एक दूसरे से अलग हो गए।साल 1994 में नीतीश ने जनता दल छोड़कर जार्ज फर्नांडीस के साथ मिलकर समता पार्टी का गठन किया। इसके बाद साल 1995 में वामदलों के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़े, लेकिन नतीजे पक्ष में नहीं आए। नीतीश ने लेफ्ट से गठबंधन तोड़ लिया और 1996 में बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए का हिस्सा बन गए। नीतीश कुमार की राजनीतिक प्रसिद्धि तब बढ़ी जब उन्हें एनडीए सरकार में रेल मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया।

यहां से नीतीश का 'पलटी' फार्मूला गूंजा

इसके बाद नीतीश कुमार बिहार में बीजेपी के साथ 2013 तक साथ मिलकर चुनाव लड़ते रहे और बिहार में सरकार बनाते रहे। इस दौरान राजनीतिक घटनाक्रम तेजी से बदल रहा था। यह बात साल 2012 की जब बीजेपी में नरेंद्र मोदी का कद बढ़ने लगा था। मोदी के बढ़ते हुए कद को देखकर नीतीश कुमार एनडीए के अंदर असहज महसूस करने लगे। यही वजह रही कि 2014 के लोकसभा चुनाव में नीतीश कुमार ने अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया। इस लोकसभा चुनाव का यह परिणाम हुआ कि नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। क्योंकि जेडीयू को केवल दो सीट ही हासिल हुई थी। इसके बाद नीतीश कुमार ने लालू प्रसाद यादव के साथ मिलकर महागठबंधन बनाया और 2015 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले मुख्यमंत्री बने। विधानसभा चुनाव में इस गठबंधन को बड़ी जीत हासिल हुई।

करीब ढाई साल बाद 2017 में नीतीश कुमार ने फिर से चौंकाया। डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव का आईआरसीटीसी घोटाले में नाम आया। इस घटना के बाद नीतीश कुमार ने महागठबंधन समाप्त कर दिया और मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। सीएम पद छोड़ने के तुरंत बाद वो भाजपा में शामिल हो गए। साथ ही गठबंधन करके सरकार बना ली। इसके बाद 2020 में बिहार में विधानसभा चुनाव हुए। नीतीश कुमार ने भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ा और जीत भी हासिल की। इस चुनाव में नीतीश की पार्टी जेडीयू को सिर्फ 43 सीटें हासिल हुईं। भाजपा को 74 और आरजेडी को 75 सीटें हासिल हुईं, लेकिन इन सबके बावजूद मुख्यमंत्री के सिंहासन पर नीतीश कुमार ही विराजमान हुए।

एक बार फिर एनडीए के साथ

इसके दो साल बाद 2022 में नीतीश कुमार ने एक बार फिर पलटी मारी। नीतीश को अब बीजेपी से दिक्कत होने लगी थी। नीतीश कुमार ने कई कारण बताते हुए मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया साथ ही भाजपा से अपना रिश्ता खत्म कर लिया। इसके साथ नीतीश कुमार ने आरजेडी, कांग्रेस और लेफ्ट के साथ मिलकर सरकार बना ली और राज्य का डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को बनाया। डेढ़ साल के बाद नीतीश कुमार का मन फिर से बदल गया है और अब फिर से बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बना ली।