*21 सेक्टर मजिस्ट्रेट की निगरानी में होगी प्रायोगिक परीक्षा,107 केंद्रों पर किया जाएगा आयोजन,18 हजार परीक्षार्थी होंगे शामिल*
नितेश श्रीवास्तव
भदोही। जिले में यूपी बोर्ड की प्रयोगात्मक परीक्षाएं अबकी बार सेक्टर मजिस्ट्रेट की निगरानी में होंगी। डीएम गौरांग राठी की संस्तुति पर 21 जिला स्तरीय अधिकारियों को सेक्टर मजिस्ट्रेट बनाया गया है।
दो फरवरी से 107 केंद्रो पर होने वाली परीक्षा में करीब 18 हजार परीक्षार्थी शामिल होंगे। प्रायोगिक परीक्षा के लिए जीआईसी में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है।उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की इंटरमीडिएट की प्रयोगात्मक परीक्षाएं दूसरे चरण में दो से नौ फरवरी तक होनी है। इसके लिए परिषद की ओर से 107 केंद्र बनाए गए हैं।
राजकीय, वित्तपोषित और वित्तविहीन विद्यालयों में होने वाली प्रायोगिक परीक्षा को पारदर्शी एवं सकुशल संपन्न कराने के लिए प्रशासन की तरफ से हर स्तर का इंतजाम किया जा रहा है। 107 परीक्षा केंद्रों पर इंटरमीडिएट के 18044 परीक्षार्थी प्रयोगात्मक परीक्षा देंगे। इस बार सेक्टर मजिस्ट्रेट भी लगाए गए हैं।
एक-एक मजिस्ट्रेट पांच-पांच केंद्रो की निगरानी करेंगे। जिन अधिकारियों को मजिस्ट्रेट बनाया गया है उसमें सहायक श्रमायुक्त कमलेश कुमार, डीपीआरओ राकेश कुमार यादव, डीसी एनआरएलएम श्यामजी, डीडी कृषि अश्वनी सिंह, डीडीओ ज्ञान प्रकाश, एआर सहकारिता समेत अन्य अफसर शामिल हैं।
डीआईओएस विकायल भारती ने बताया कि परीक्षाएं सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में होंगी। साथ ही कंट्रोल रूम से प्रयोगात्मक परीक्षाओं की पर नजर रखी जाएगी। पहली बार प्रयोगात्मक परीक्षा के लिए सेक्टर मजिस्ट्रेट भी तैनात किए गए हैं।
21 सेक्टर मजिस्ट्रेट प्रयोगात्मक परीक्षा के दौरान केंद्रों का निरीक्षण करेंगे। बताते चलें कि हाईस्कूल और इंटरमीडिएट में कुल 56 हजार परीक्षार्थी पंजीकृत हैं, जिसमें इंटर के करीब 26 हजार छात्र-छात्राएं शामिल है। इसमें प्रायोगिक विषय के करीब 18 हजार परीक्षार्थी ही रहेंगे।
Jan 30 2024, 14:18