राहुल गांधी पूर्णिया के सिकंदरपुर पंचायत स्थित शीशाबाड़ी में किसानों के साथ किया चौपाल, समस्यायों से हुए अवगत

पूर्णिया : राहुल गांधी पूर्णिया पहुंचे। जहां उन्होंने सिकंदरपुर पंचायत स्थित शीशाबाड़ी में किसानों के साथ चौपाल किया। इस मौके पर किसानों ने अपनी समस्या रखी। 

वहीं राहुल गांधी ने किसानों के भूमि अधिग्रहण मामले पर कहा कि वे लोकसभा में इस मुद्दे को उठाएंगे और जब उनकी सरकार बनेगी तो किसानों के हित में काम किए जाएंगे। 

इस मौके पर सुरक्षा की चाक चौबंद व्यवस्था की गई थी। वही राहुल गांधी ने गांधी जी के पुण्यतिथि पर किसानों के साथ मौन भी रखा।

राहुल गांधी के सामने अपनी बात रखने वाले किसानों ने कहा कि वे ऋण के बोझ तले डूबे है लेकिन सरकार उनकी सुधि नही लेती । 

पूर्णिया से जेपी मिश्र

बेगूसराय में नए एसपी मनीष ने पदभार ग्रहण किया:बोले- अपराध और अपराधी के खिलाफ अभियान जारी रहेगा

बेगूसराय के नए एसपी मनीष ने पदभार ग्रहण कर लिया है। 2013 बैच के आईपीएस अधिकारी मनीष इससे पहले अपराध अनुसंधान विभाग पटना में कार्यरत थे। उन्होंने निर्वतमान एसपी योगेंद्र कुमार से चार्ज लिया। इस मौके पर सभी प्रमुख पुलिस पदाधिकारी मौजूद रहे।

एसपी मनीष ने कहा कि अपराध और अपराधी के खिलाफ उनका अभियान लगातार जारी रहेगा। शराब कारोबार पर अंकुश लगाने के लिए टीम पूरी तत्परता से काम करेगी। वाहन चेकिंग लगातार चलता रहेगा। फरार बदमाशों को पकड़ने के लिए विशेष अभियान चलाए जाएंगे। अपराधी चाहे कोई भी हो, उसे किसी हालत में रियायत नहीं दी जाएगी। मनीष जहानाबाद और वैशाली जिला के भी एसपी रह चुके हैं। जहां उन्होंने अपराध और अपराधी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है।

प्रभार सौंपते हुए निवर्तमान एसपी योगेंद्र कुमार ने कहा कि बेगूसराय में बहुत कुछ सीखने का मौका मिला है। करीब दो साल पहले मधेपुरा से बेगूसराय ट्रांसफर हुआ था तो साथियों ने बहुत तरह की बातें कही थी। मुझे भी लगा था क्या हो गया है। लेकिन जब यहां आया तो जो सुना था, उससे बहुत अलग महसूस हुआ। एसपी को अगर कुछ सीखना है तो एक बार बेगूसराय जरुर आना चाहिए।

बता दें कि योगेंद्र कुमार को बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस बल-5 पटना का समादेष्टा बनाया गया है। उनके पास बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस बल-10 के भी समादेष्टा का अतिरिक्त प्रभार भी रहेगा।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

पैनल अधिवक्ता एवं पारा विधिक स्वयं सेवकों को बिहार पीड़ित प्रतिकर स्कीम एवं आगामी राष्ट्रीय लोक अदालत के संदर्भ में दिशा निर्देश

पूर्णियां : बिहार राज्य विधिक सेवा प्राधिकार पटना के निर्देशानुसार मानीटरी और परामर्शदात्री समिति द्वारा सभी पैनल अधिवक्ता एवं पारा विधिक स्वयं सेवकों के साथ बैठक सह प्रशिक्षण का आयोजन किया जाना है। 

इसी कड़ी में जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार पूर्णिया सुजीत कुमार सिंह के निर्देश पर 29 जनवरी 2024 को अपराह्न 01:30 बजे विधिक सेवा सदन में नवम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश गौरव सिंह की आध्यक्षता में सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकार डॉ० एन० के० प्रियदर्शी एवं मानीटरी और परामर्शदात्री समिति के सदस्य संजय कुमार मिश्रा अधिवक्ता की उपस्थिति में मानीटरी और परामर्शदात्री समिति द्वारा उपस्थित सभी पैनल अधिवक्ता एवं पारा विधिक स्वयं सेवकों के साथ बिहार पीड़ित प्रतिकर स्कीम एवं आगामी 09 मार्च को आयोजित होने वाले राष्ट्रीय लोक अदालत के संदर्भ में बैठक सह प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। 

इस अवसर पर बिहार पीड़ित प्रतिकर स्कीम 2014, बिहार पीड़ित प्रतिकर (संशोधन) स्कीम, 2018 एवं बिहार पीड़ित प्रतिकर (संशोधन) स्कीम, 2019 के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गयी। इन सभी स्कीमों से किनको, कब, क्या और कैसे लाभ मिल सकता है, इन सब प्रावधानों के बारे में जानकारी दी गई। 

साथ ही आगामी 09 मार्च को व्यवहार न्यायालय, पूर्णिया के साथ-साथ अनुमंडलीय व्यवहार न्यायालय बनमनखी, धमदाहा एवं बायसी में आयोजित होने वाले राष्ट्रीय लोक अदालत के संबंध में में भी जानकारी दी गयी। 

आगामी लोक अदालत में अधिक से अधिक मामलों के निष्पादन में सहयोग प्रदान करने हेतु पैनल अधिवक्ताओं से अनुरोध किया गया। 

पारा विधिक स्वयं सेवकों को यह भी निर्देश दिया गया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में जाकर वादकारियों एवम पक्षकारों के बीच समझौता के बिन्दु पर मध्यस्थता करायें। लोक अदालत में वाद के निपटारा कराने के फायदे से अवगत कराएं।

पूर्णिया से जेपी मिश्र

भारत जोड़ो यात्रा के तहत कल 30 जनवरी को पूर्णिया पहुँचेंगे राहुल गांधी, पोस्टर-बैनर से पटा शहर

पूर्णिया : कल मंगलवार 30 जनवरी को पूर्णिया में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा होनी है। इसको लेकर पूरा पूर्णिया बैनर और पोस्टर से सज गया है। 

कांग्रेस के जिला अध्यक्ष नीरज कुमार और छोटू सिंह ने कहा कि राहुल गांधी 10:00 बजे अररिया से निकलकर पूर्णिया में प्रवेश करेंगे। 

वह गुलाबबाग जीरो माइल के पास किसानों से मिलेंगे। उनकी समस्याओं को सुनेंगे। इसके बाद 12:00 बजे रंगभूमि मैदान में विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे। इसमें लाखों की संख्या में लोग पहुंचेंगे। 

उन्होंने कहा कि इस जनसभा में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के अलावा कई केंद्रीय नेता और इंडिया एलाइंस और राजद के भी कई बड़े नेता शामिल होंगे। 

हालांकि तेजस्वी यादव या लालू यादव के शामिल होने पर संशय बना हुआ है। फिलहाल राहुल गांधी की इस यात्रा पर सब की निगाहें टिकी है । 

देखना है कि कल की यात्रा में क्या खास होता है। कांग्रेस की माने तो राहुल गांधी पूर्णिया से देश को एक नया मैसेज देंगे। 

पूर्णिया से जेपी मिश्र

कल 30 जनवरी को रंगभूमि मैदान मे राहुल गांधी का है कार्यक्रम, जिला प्रशासन ने स्थल का किया निरीक्षण

पूर्णिया : कल मंगलवार 30 जनवरी को कांग्रेस नेता राहुल गांधी का रंगभूमि मैदान पूर्णिया में कार्यक्रम निर्धारित है। उनके कार्यक्रम को लेकर दल द्वारा सभी स्तरों पर तैयारी किया जा रहा है।

 इसी क्रम में आज सोमवार को जिला पदाधिकारी कुन्दन कुमार (भा०प्र०से०) द्वारा पुलिस अधीक्षक उपेंद्र वर्मा एवं अनुमंडल पदाधिकारी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सदर पूर्णिया तथा संबंधित पदाधिकारी के साथ सांसद राहुल गांधी के कार्यक्रम स्थल की विधि व्यवस्था तथा उनके आने वाले मार्ग की यातायात व्यवस्था को लेकर फोर्ड कंपनी चौक, गिरजा चौक तथा रंगभूमि मैदान का जायजा लिया गया। 

मौके पर उपस्थित वरीय पुलिस पदाधिकारी तथा अनुमंडल पदाधिकारी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सदर पूर्णिया तथा संबंधित पदाधिकारी को विधि व्यवस्था एवं यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने तथा पार्किंग एवं ड्राप गेट निर्माण को लेकर कई आवश्यक निर्देश दिए।

कार्यक्रम में भाग लेने वाले वी वीआईपी एवं सामान्य लोगों के वाहन मार्ग पार्किंग स्थल तथा ड्रॉप गेट चिन्हित कर निर्माण करने का निर्देश दिया गया। ताकि कार्यक्रम में आने वाले लोगों को किसी प्रकार कि असुविधा नहीं हो।

कार्यक्रम स्थल रंगभूमि मैदान के बगल में अवस्थित ऊंचे भवन एवं टावर के पास पुलिस बल एवं दंडाधिकारी की प्रतिनियुक्ति करने का निर्देश दिए ।

कार्यक्रम स्थल तथा मंच की जांच बम निरोधक दस्ता तथा डॉग स्कॉर्ट से करने का निर्देश संबंधित पदाधिकारी को दी गई।

मौके पर उपस्थिति कार्यक्रम के आयोजन कर्ता को सभी तैयारियां ससमय पूर्ण करने तथा मंच पर बैठने वाले जनप्रतिनिधिगण की सूची समर्पित करने तथा डी एरिया को और ऊंचा एवं मजबूत जाली लगाने का निर्देश दिया गया।

मौके पर वरीय पुलिस पदाधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सदर पूर्णिया तथा संबंधित पदाधिकारिगण मौजूद थे।

*न्याय के साथ विकास के साथ -साथ होगा सबका साथ और सबका विकास: संतोष कुशवाहा*

पूर्णिया : सूबे में एनडीए सरकार की वापसी जनहित मे है और सुखद भविष्य का संकेत है।भाजपा और जेडीयू पूर्व से स्वाभाविक सहयोगी रहे हैं ।पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में सूबे का चहुमुखी विकास होगा।न केवल न्याय के साथ विकास होगा बल्कि सबका साथ और सबका विकास होगा।उम्मीद है नीतीश के नेतृत्व विकसित भारत का सपना भी पूरा होगा।उक्त बातें सांसद संतोष कुशवाहा ने सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को नौंवी बार मुख्यमंत्री बनने की बधाई मिलकर देने की बाद कही है।

सांसद मुख्यमंत्री श्री कुमार से उनके सरकारी आवास पर मिले और बुके देकर उन्हें शुभकामनाएं दिया।

     

सांसद श्री कुशवाहा ने कहा कि नीतीश जी अपने काम के लिए जाने जाते हैं। बीते डेढ़ वर्षों में 04 लाख से अधिक सरकारी नौकरियां, जाति आधारित गणना इसका उदाहरण है।इस अवधि में शिक्षा और इंफ्रास्ट्रक्टर के क्षेत्र में अभतपूर्व काम हुए हैं। फर्क सिर्फ इतना है कि नीतीश कुमार क्रेडिट लेने के लिए कोई काम नही करते हैं, वे प्रचार से दूर रहते हैं।

श्री कुशवाहा ने कहा कि विहार को अभी विकास की जरूरत है जो जरूरत डबल इंजन सरकार में ही सम्भव है। श्री कुशवाहा ने उम्मीद जताया कि पूर्णिया समेत सीमांचल क्षेत्र की रेल,हवाई सेवा और इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़ी जो परियोजनाएं लंबित है वह शीघ्र पूरा होगा। 

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बधाई देने वालों में जदयू के जिला अध्यक्ष राकेश कुमार, हरि प्रसाद मंडल,प्रो प्रवेज शाहीन ,अविनाश सिंह, राजेश राय, संजय राय , रतेश यादव,महेश्वरी मेहता,तल्हा सलीम ,राजू मंडल, अविनाश सिंह कुशवाहा ,राजेश गोस्वामी,सुशांत कुशवाहा, शैलेंद्र मंडल, राकेश कुमार, मुकेश कुमार दिनकर, संजय मंडल, सुनील मेहता,चंदन पटेल,शिव कुमार सिंह,नवल राय चंदन मजूमदार आदि शामिल रहे।

पूर्णिया से जेपी मिश्र

एनडीए सरकार की पहली कैबिनेट की बैठक खत्म, इन चार एजेंडों पर लगी मुहर

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डेस्क : बिहार में एनडीए की सरकार बनने का बाद आज पहली कैबिनेट की बैठक हुई। इस पहली कैबिनेट की बैठक में चार एजेंडों पर मुहर लगी। 

वहीं, कैबिनेट बैठक शुरू होने से पहले डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने सीएम नीतीश के ऑफिस पहुंचकर बात की। सचिवालय में लगे RJD-कांग्रेस के मंत्रियों के नेम प्लेट उखाड़ दी गई है। जेडीयू के पुराने मंत्रियों के नेम प्लेट को ढंक दिया गया है। तेजस्वी के बंगले के बाहर लगी डिप्टी सीएम की नेम प्लेट को भी ढंका गया है।

बिहार विधानमंडल के बजट सत्र की जो तारीख थी उसे रद्द कर दिया गया है और अब नए सिरे से इसकी तारीख तय की जाएगी।

बैठक के चार एजेंडों में संसदीय कार्य से दो और वित्त विभाग के दो एजेंडे थे। सदन की कार्यवाही बुलाए जाने के लिए सीएम नीतीश को अधिकृत किया गया है। कोई डेट तय नहीं किया गया है। बजट सत्र 5 फरवरी को आगे बढ़ाया गया है। 

बैठक खत्म होने के बाद नीतीश सीएम हाउस पहुंच गए हैं। जेडीयू सांसदों के साथ बैठक कर रहे हैं। आज मंत्रिमंडल का विस्तार और विभागों का बंटवारा हो सकता है।

बार बार पाला बदलने वाले नीतीश 9वीं बार बने सीएम, जानें कब कब मारी पलटी?

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बिहार में पिछले एक दशक की सियासत पर गौर करें तो देखेंगे कि राज्य में हर साल डेढ़ साल में सरकार बदल जाती है, लेकिन मुख्यमंत्री नहीं बदलता। सत्ता के केन्द्र में नीतीशे कुमार का ही नाम होता हैं। इसकी वजह है कि नीतीश एक दशक से कम वक्त में अबतक पांच बार पाला बदल चुके हैं। रविवार को नीतीश कुमार ने ‘महागठबंधन’ के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और दोबारा एनडीए के मुख्यमंत्री के रूप में पद की शपथ ली।अब तक पांच पर गठबंधन बदल चुके नीतीश नौवीं बार सीएम बने हैं।

1985 में पहली बार विधायक बने

नीतीश ने 1974 के छात्र आंदोलन के जरिये राजनीति में कदम रखा, 1985 में पहली बार विधायक बने। इसके बाद नीतीश कुमार ने पलटकर नहीं देखा और सियासत में आगे बढ़ते चले गए। लालू प्रसाद यादव 1990 में बिहार के मुख्यमंत्री बने, लेकिन 1994 में नीतीश ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया। नीतीश और लालू एक साथ जनता दल में थे, लेकिन राजनीतिक महत्वकांक्षा में दोनों के रिश्ते एक दूसरे से अलग हो गए।साल 1994 में नीतीश ने जनता दल छोड़कर जार्ज फर्नांडीस के साथ मिलकर समता पार्टी का गठन किया। इसके बाद साल 1995 में वामदलों के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़े, लेकिन नतीजे पक्ष में नहीं आए। नीतीश ने लेफ्ट से गठबंधन तोड़ लिया और 1996 में बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए का हिस्सा बन गए। नीतीश कुमार की राजनीतिक प्रसिद्धि तब बढ़ी जब उन्हें एनडीए सरकार में रेल मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया।

यहां से नीतीश का 'पलटी' फार्मूला गूंजा

इसके बाद नीतीश कुमार बिहार में बीजेपी के साथ 2013 तक साथ मिलकर चुनाव लड़ते रहे और बिहार में सरकार बनाते रहे। इस दौरान राजनीतिक घटनाक्रम तेजी से बदल रहा था। यह बात साल 2012 की जब बीजेपी में नरेंद्र मोदी का कद बढ़ने लगा था। मोदी के बढ़ते हुए कद को देखकर नीतीश कुमार एनडीए के अंदर असहज महसूस करने लगे। यही वजह रही कि 2014 के लोकसभा चुनाव में नीतीश कुमार ने अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया। इस लोकसभा चुनाव का यह परिणाम हुआ कि नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। क्योंकि जेडीयू को केवल दो सीट ही हासिल हुई थी। इसके बाद नीतीश कुमार ने लालू प्रसाद यादव के साथ मिलकर महागठबंधन बनाया और 2015 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले मुख्यमंत्री बने। विधानसभा चुनाव में इस गठबंधन को बड़ी जीत हासिल हुई।

करीब ढाई साल बाद 2017 में नीतीश कुमार ने फिर से चौंकाया। डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव का आईआरसीटीसी घोटाले में नाम आया। इस घटना के बाद नीतीश कुमार ने महागठबंधन समाप्त कर दिया और मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। सीएम पद छोड़ने के तुरंत बाद वो भाजपा में शामिल हो गए। साथ ही गठबंधन करके सरकार बना ली। इसके बाद 2020 में बिहार में विधानसभा चुनाव हुए। नीतीश कुमार ने भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ा और जीत भी हासिल की। इस चुनाव में नीतीश की पार्टी जेडीयू को सिर्फ 43 सीटें हासिल हुईं। भाजपा को 74 और आरजेडी को 75 सीटें हासिल हुईं, लेकिन इन सबके बावजूद मुख्यमंत्री के सिंहासन पर नीतीश कुमार ही विराजमान हुए।

एक बार फिर एनडीए के साथ

इसके दो साल बाद 2022 में नीतीश कुमार ने एक बार फिर पलटी मारी। नीतीश को अब बीजेपी से दिक्कत होने लगी थी। नीतीश कुमार ने कई कारण बताते हुए मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया साथ ही भाजपा से अपना रिश्ता खत्म कर लिया। इसके साथ नीतीश कुमार ने आरजेडी, कांग्रेस और लेफ्ट के साथ मिलकर सरकार बना ली और राज्य का डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को बनाया। डेढ़ साल के बाद नीतीश कुमार का मन फिर से बदल गया है और अब फिर से बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बना ली।

कल सत्ता से हुए बाहर, आज ईडी ने घेरा, नीतीश के पलटते ही बढ़ी लालू-तेजस्वी की मुश्किलें

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बिहार में एक बार फिर बड़ा उलटफेर हुआ है। नीतीश कुमार पलटी मारते हुए एनडीए खेमे में वापस हो गए हैं। इस बीच लालू यादव और उनके बेटे तेजस्वी की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं। लैंड फॉर जॉब्स केस में आज ईडी लालू यादव से पूछताछ कर सकती है। इसके लिए दिल्ली से भी ईडी के अफसर आए हैं। लालू समर्थकों का ईडी ऑफिस और राबड़ी आवास के बाहर जुटना शुरू हो गया है। पटना ईडी ऑफिस में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इसके पहले ये खबर थी कि अधिकारी राबड़ी आवास जाकर लालू से पूछताछ करेंगे। हालांकि अभी स्थिति साफ नहीं है कि लालू ईडी ऑफिस आएंगे या अफसर राबड़ी आवास जाएंगे।

जांच एजेंसी के सूत्र के मुताबिक जमीन के बदले नौकरी देने वाले घोटाला मामले में ये पूछताछ की कार्रवाई करेगी। पूछताछ की प्रक्रिया को अंजाम देने से पहले शनिवार 27 जनवरी की देर शाम तक जांच एजेंसी के दिल्ली स्थित मुख्यालय में तैयारी की जा रही थी। इस केस के तफ्तीशकर्ताओं के द्वारा सवालों की फेहरिस्त तैयार की गई है। सवालों की फेहरिस्त के साथ ही अगर एक अन्य महत्वपूर्ण बात करें तो इस मामले में एक चार्जशीट भी दायर हो चुका है और दायर चार्जशीट पर दिल्ली स्थित राउज एवेन्यू कोर्ट ने 27 जनवरी को संज्ञान ले लिया गया है। हालांकि इस मामले में 9 फरवरी को अगली सुनवाई होगी। 9 फरवरी को उन तमाम आरोपियों को कोर्ट में पेश होना है जिनके खिलाफ जांच एजेंसी ईडी के द्वारा चार्जशीट दाखिल की गई थी।

बता दें कि रविवार को जब बिहार में सियासी उठापटक तेज था तभी दिल्ली हाईकोर्ट ने भी जमीन के बदले नौकरी घोटाले में लालू परिवार के कुछ सदस्यों को समन जारी कर दिया। दिल्ली उच्च न्यायालय ने लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी राबड़ी यादव और बेटी हेमा यादव के अलावा कुछ दूसरे लोगों को भी समन जारी किया है। समन में कहा गया है कि वे कोर्ट के सामन अगले महीने की 9 तारीख को मौजूद रहें।

यूपीए की पहली सरकार में हुआ था घोटाला

गौरतलब है कि यह घोटाला तक का है जब लालू प्रसाद यूपीए की पहली सरकार में रेल मंत्री थे। इस दौरान ईडी ने रेलवे में नौकरी के लिए जमीन से जुड़े धन शोधन मामले में आरोपपत्र दाखिल करते हुए लालू यादव की पत्‍नी राबड़ी देवी, उनकी बेटियों राजद सांसद मीसा भारती और हेमा यादव सहित लालू प्रसाद के परिवार के अन्य लोगों को नामजद किया था।

बिहार की नई नीतीश सरकार की पहली कैबिनेट की बैठक आज, महाधिवक्ता के मनोनयन के साथ विधानमंडल के बजट सत्र की संभावित तिथि पर होगी चर्चा

डेस्क : बिहार के लिए बीता रविवार अहम दिन रहा। जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सुबह जाकर राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपा। फिर शाम में एनडीए के साथ गठबंधन कर नई सरकार का गठन करते हुए एकबार फिर सीएम पद की शपथ ली। 

नई सरकार गठन के बाद उसी दिन मंत्रिमंडल की पहली बैठक होती रही है पर अपरिहार्य कारणों से बीते रविवार को बैठक नहीं हो सकी। वहीं आज सोमवार को नीतीश सरकार की पहली कैबिनेट बैठक 11.30 बजे से प्रस्तावित है। 

नई एनडीए सरकार की कैबिनेट की इस पहली बैठक में महाधिवक्ता के मनोनयन के साथ विधानमंडल के बजट सत्र की संभावित तिथि व अन्य प्रस्ताव पर चर्चा होगी और निर्णय लिए जाएंगे। बैठक की अध्यक्षता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करेंगे। नई सरकार बनने से 5 फरवरी से होने वाले बजट सत्र का मामला खत्म हो गया है। इसके लिए अब नयी तिथि घोषित होगी।