*हरे पेड़ों की कटाई रोकने में वन विभाग असफल,उठ रहे सवाल*
नितेश श्रीवास्तव
भदोही । हरे पेड़ों की कटाई नहीं रुक रही है। आरा मिल संचालक, ठेकेदार अवैध रूप से लकड़ी का भंडारण कर रहे हैं। इनका सुध लेने वाले जिम्मेदार अधिकारी भी अनभिज्ञ बने हैं। वन विभाग की उड़न दस्ता प्रभावी कार्रवाई नहीं कर पा रहा है। जनपद में 32 आरा मशीनें पंजीकृत हैं। आधा दर्जन आरा मशीनों का अवैध रूप से संचालन किया जा रहा है। 60 से 65 स्थानों पर अवैध रूप से लकड़ी का भंडारण किया गया है।
एक ओर सरकार जनपद को हरियाली युक्त बनाने में जुटी है। दूसरी ओर वन विभाग के अफसरों की मिली भगत से हरे पेड़ों पर आरी चलाई जा रही है। ज्ञानपुर, भदोही, गोपीगंज, औराई, खमरिया, घोसिया, चौरी, लालानगर, मोढ़, सुरियावां, दुर्गागंज, ऊंज, कोईरौना आदि सहित विभिन्न क्षेत्रों में अवैध रुप से लकड़ी का भंडारण किया गया है। तमाम लकड़ी अवैध रुप से सड़क किनारे रखी गई है। इससे हादसा होने का डर भी बना रहता है।
ऊंज कोईरौना मार्ग पर लकड़ी का भंडार किया गया है। यही स्थिति घोसिया, खमरिया, लालानगर, सुरियावां की है। बबूल, चिलबिल, लिपटस और जलौनी लकड़ी के भंडारण पर विभाग जुर्माना नहीं लगाता है। यदि छह से सात फिट तक की लकड़िया भंडारण की गई है, तो जुर्माना लगाया जाता है।
अवैध रूप से कहा पर लकड़ी का भंडारण की गई यह जानकारी फिल्ड ऑफिसर से लेकर वाचर ही उच्चाधिकारियों को भेजते हैं। इसके बाद उच्चाधिकारियों के निर्देश पर कार्रवाही की जाती है।डीएफओ नीरज आर्य ने बताया कि कहीं पर अवैध लकड़ी भंडारण किया गया है, तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। बबूल, चीलबिल ये सब छूट प्रजाति की लकड़ी है, जुर्माना नहीं लगाया जाता है।
यदि कहीं भी छह से सात फीट की लकड़ी भंडारण किया गया है, तो जुर्माना एमआरपी के अनुसार निश्चित रुप से लगाई जाएगी।
Jan 29 2024, 13:40