बार बार पाला बदलने वाले नीतीश 9वीं बार बने सीएम, जानें कब कब मारी पलटी?

#nitishkumarnewndagovernment_bihar

बिहार में पिछले एक दशक की सियासत पर गौर करें तो देखेंगे कि राज्य में हर साल डेढ़ साल में सरकार बदल जाती है, लेकिन मुख्यमंत्री नहीं बदलता। सत्ता के केन्द्र में नीतीशे कुमार का ही नाम होता हैं। इसकी वजह है कि नीतीश एक दशक से कम वक्त में अबतक पांच बार पाला बदल चुके हैं। रविवार को नीतीश कुमार ने ‘महागठबंधन’ के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और दोबारा एनडीए के मुख्यमंत्री के रूप में पद की शपथ ली।अब तक पांच पर गठबंधन बदल चुके नीतीश नौवीं बार सीएम बने हैं।

1985 में पहली बार विधायक बने

नीतीश ने 1974 के छात्र आंदोलन के जरिये राजनीति में कदम रखा, 1985 में पहली बार विधायक बने। इसके बाद नीतीश कुमार ने पलटकर नहीं देखा और सियासत में आगे बढ़ते चले गए। लालू प्रसाद यादव 1990 में बिहार के मुख्यमंत्री बने, लेकिन 1994 में नीतीश ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया। नीतीश और लालू एक साथ जनता दल में थे, लेकिन राजनीतिक महत्वकांक्षा में दोनों के रिश्ते एक दूसरे से अलग हो गए।साल 1994 में नीतीश ने जनता दल छोड़कर जार्ज फर्नांडीस के साथ मिलकर समता पार्टी का गठन किया। इसके बाद साल 1995 में वामदलों के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़े, लेकिन नतीजे पक्ष में नहीं आए। नीतीश ने लेफ्ट से गठबंधन तोड़ लिया और 1996 में बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए का हिस्सा बन गए। नीतीश कुमार की राजनीतिक प्रसिद्धि तब बढ़ी जब उन्हें एनडीए सरकार में रेल मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया।

यहां से नीतीश का 'पलटी' फार्मूला गूंजा

इसके बाद नीतीश कुमार बिहार में बीजेपी के साथ 2013 तक साथ मिलकर चुनाव लड़ते रहे और बिहार में सरकार बनाते रहे। इस दौरान राजनीतिक घटनाक्रम तेजी से बदल रहा था। यह बात साल 2012 की जब बीजेपी में नरेंद्र मोदी का कद बढ़ने लगा था। मोदी के बढ़ते हुए कद को देखकर नीतीश कुमार एनडीए के अंदर असहज महसूस करने लगे। यही वजह रही कि 2014 के लोकसभा चुनाव में नीतीश कुमार ने अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया। इस लोकसभा चुनाव का यह परिणाम हुआ कि नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। क्योंकि जेडीयू को केवल दो सीट ही हासिल हुई थी। इसके बाद नीतीश कुमार ने लालू प्रसाद यादव के साथ मिलकर महागठबंधन बनाया और 2015 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले मुख्यमंत्री बने। विधानसभा चुनाव में इस गठबंधन को बड़ी जीत हासिल हुई।

करीब ढाई साल बाद 2017 में नीतीश कुमार ने फिर से चौंकाया। डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव का आईआरसीटीसी घोटाले में नाम आया। इस घटना के बाद नीतीश कुमार ने महागठबंधन समाप्त कर दिया और मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। सीएम पद छोड़ने के तुरंत बाद वो भाजपा में शामिल हो गए। साथ ही गठबंधन करके सरकार बना ली। इसके बाद 2020 में बिहार में विधानसभा चुनाव हुए। नीतीश कुमार ने भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ा और जीत भी हासिल की। इस चुनाव में नीतीश की पार्टी जेडीयू को सिर्फ 43 सीटें हासिल हुईं। भाजपा को 74 और आरजेडी को 75 सीटें हासिल हुईं, लेकिन इन सबके बावजूद मुख्यमंत्री के सिंहासन पर नीतीश कुमार ही विराजमान हुए।

एक बार फिर एनडीए के साथ

इसके दो साल बाद 2022 में नीतीश कुमार ने एक बार फिर पलटी मारी। नीतीश को अब बीजेपी से दिक्कत होने लगी थी। नीतीश कुमार ने कई कारण बताते हुए मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया साथ ही भाजपा से अपना रिश्ता खत्म कर लिया। इसके साथ नीतीश कुमार ने आरजेडी, कांग्रेस और लेफ्ट के साथ मिलकर सरकार बना ली और राज्य का डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को बनाया। डेढ़ साल के बाद नीतीश कुमार का मन फिर से बदल गया है और अब फिर से बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बना ली।

बिहार की नई नीतीश सरकार की पहली कैबिनेट की बैठक आज, महाधिवक्ता के मनोनयन के साथ विधानमंडल के बजट सत्र की संभावित तिथि पर होगी चर्चा

डेस्क : बिहार के लिए बीता रविवार अहम दिन रहा। जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सुबह जाकर राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपा। फिर शाम में एनडीए के साथ गठबंधन कर नई सरकार का गठन करते हुए एकबार फिर सीएम पद की शपथ ली। 

नई सरकार गठन के बाद उसी दिन मंत्रिमंडल की पहली बैठक होती रही है पर अपरिहार्य कारणों से बीते रविवार को बैठक नहीं हो सकी। वहीं आज सोमवार को नीतीश सरकार की पहली कैबिनेट बैठक 11.30 बजे से प्रस्तावित है। 

नई एनडीए सरकार की कैबिनेट की इस पहली बैठक में महाधिवक्ता के मनोनयन के साथ विधानमंडल के बजट सत्र की संभावित तिथि व अन्य प्रस्ताव पर चर्चा होगी और निर्णय लिए जाएंगे। बैठक की अध्यक्षता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करेंगे। नई सरकार बनने से 5 फरवरी से होने वाले बजट सत्र का मामला खत्म हो गया है। इसके लिए अब नयी तिथि घोषित होगी।

नीतीश कुमार के पाला बदलकर एनडीए के साथ जाने पर बोलें पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, 2024 में खत्म हो जायेगा जदयू

डेस्क : बीता रविवार बिहार के लिए बड़ा दिन रहा। पिछले कई दिनों से चल रही राजनीतिक उथल-पुथल के बीच महागठबंधन की सरकार का पतन हुआ और एकबार नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही बिहार में एनडीए की सरकार भी बन गई। नीतीश कुमार ने रिकॉर्ड 9 वीं बार मुख्यमंत्री पद का शपथ लिया।

इधर नीतीश कुमार के एकबार फिर पाला बदलने पर राजद नेता व पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी प्रसाद यादव ने बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि हम अभी पूरे पत्ते नहीं खोलेंगे। हम जो कहते हैं, वह करके दिखाएंगे। 

तेजस्वी यादव ने कहा कि जनता दल यूनाइटेड 2024 में खत्म हो जाएगा। जनता हमारा साथ देगी। भाजपा को मेरी शुभकामनाएं हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हम अलग नहीं हुए, वो यहां से गए हैं। जो गठबंधन बनाया है उसकी हत्या नहीं कर सकते। अब हम जनता के बीच जाएंगे।

उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य नौकरी, रोजगार, आर्थिक न्याय, बेहतर चिकित्सा व शिक्षा रहा है। बिहार का विकास हो, ज्यादा से ज्यादा निवेशक यहां आएं ये लक्ष्य लेकर चले। उन्होंने भाजपा से अपनी तुलना करते हुए कहा कि आप भाजपा के 17 साल और 17 महीने का हमारा काम देखिए। हमने ऐतिहासिक काम करके दिखाया है। बिहार में जाति आधारित गणना हुई, आरक्षण बढ़ाया गया, शिक्षा विभाग ने दो लाख से ज्यादा नियुक्ति पत्र बांटा, साढ़े चार लाख नियोजित शिक्षकों को राजकीय दर्जा दिलाया गया, उनका मानदेय दोगुना किया गया, आईटी नीति, पर्यटन व खेल नीति लाने काम किया। इतना काम किसी सरकार ने अबतक नहीं किया था। 

वहीं तेजस्वी ने सवाल किया कि क्रेडिट लेने की बात कही जा रही है तो इसका मतलब यही है कि वे भाजपा को चेता रहे हैं, भाजपा सरकार में आयी है, काम करेगी तो क्रेडिट नहीं लेगी क्या? पीड़ा हो रही है तो हम जिम्मेवार नहीं हैं। जनता ने बड़ी पार्टी बनायी थी। हमने ईमानदारी से काम किया। पिछले दो कैबिनेट की बैठक से पब्लिक हेल्थ कैडर की फाइल रोककर रखी गई है। 

उन्होंने सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि कर्पूरी जी के सिद्धांतों की बात करते हैं। आरक्षण बढ़ाये जाने पर कर्पूरी जी की सरकार जनसंघ व भाजपा ने ही गिरायी थी और आज वे उन्हीं के साथ जाकर बैठ गए हैं।

सीएम पद का शपथ लेने के बाद बोलें नीतीश कुमार : बीजेपी के साथ पहले भी थे, और आज भी हैं, हम विकास को आगे बढ़ाएंगे

डेस्क : बिहार में एकबार फिर नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बन गई है। आज नीतीश कुमार रिकॉर्ड नौंवी बार बिहार के मुख्यमंत्री पद का शपथ ग्रहण किये। जदयू, बीजेपी, हम और एक निर्दलिय विधायक ने मंत्री पद का शपथ लिए। शपथ ग्रहण समारोह मे बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ भाजपा के कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। 

वहीं नौवीं बार मुख्यमंत्री की शपथ लेने के बाद राजभवन से बाहर निकलने नीतीश कुमार ने मीडिया से कहा कि बीजेपी के साथ पहले भी थे, और आज भी हैं। हम विकास को आगे बढ़ाएंगे। हम बिहार के हित में काम करते रहेंगे। बिहार में बहुत जल्द मंत्रीमंडल का विस्तार करेंगे। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि हम एनडीए के साथ पहले भी थे, बीच में कुछ समय के लिए दूसरे के साथ चले गए थे। अब फिर से वहीं आ गए हैं। अब इधर उधर जाने का सवाल ही नहीं है। मेरे साथ दो डिप्टी सीएम बने हैं। 

बता दें आज नई सरकार के रुप में जहां नीतीश कुमार ने सीएम पद का शपथ ग्रहण किया। वहीं भाजपा के तरफ से सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा उपमुख्यमंत्री पद का शपथ ग्रहण किया है। इसके साथ ही साथ कुल 8 मंत्री को आज शपथ ग्रहण करवाया गया है। जिनमे जदयू के वरिष्ठ नेता विजय कुमार चौधरी, श्रवण कुमार, विजेन्द्र यादव शामिल है। 

वहीं बीजेपी से सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा के साथ-साथ डॉ. प्रेम कुमार और हम के संतोष कुमार सुमन, जबकि निर्दलिये विधायक , सुमीत कुमार सिंह शामिल है।

बिहार मे एनडीए सरकार बनने के बाद बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा ने मीडिया को किया संबोधित, कहा-अब बिहार का विकास तेजी से होगा

डेस्क : बिहार में एकबार फिर नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बन गई है। आज नीतीश कुमार रिकॉर्ड नौंवी बार बिहार के मुख्यमंत्री पद का शपथ ग्रहण किये। जदयू, बीजेपी, हम और एक निर्दलिय विधायक ने मंत्री पद का शपथ लिए। शपथ ग्रहण समारोह मे बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ भाजपा के कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। 

वहीं शपथग्रहण समारोह के बाद जेपी नड्डा पटना स्थित बीजेपी प्रदेश कार्यालय पहुंचे। जहां उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बधाई दी। साथ ही मंत्री बने बीजेपी नेताओं को भी बधाई थी। 

मीडिया को संबोधित करते हुए जेपी नड्डा ने कहा कि बिहार में फिर से एनडीए की सरकार बन गयी है। एनडीए की नई सरकार में नीतीश कुमार की वापसी बिहार के लिए सुखद है। अब एनडीए की सरकार में बिहार का विकास तेजी से होगा। उन्होंने कहा कि हमारा गठबंधन बिहार के लिए बेहद जरूरी था। 

भारत की जनता पीएम मोदी के नेतृत्व में आगे बढ़ रही है। अब बिहार की जनता नीतीश जी के नेतृत्व में आगे बढ़ेंगी। बिहार में नई एनडीए की सरकार बन गई है। डबल इंजन की सरकार में बिहार को आगे बढ़ाने का पूरजोर प्रयास किया जाएगा। अब बिहार में सबका-साथ सबका-विकास होगा। उज्जवल बिहार को बनाने में एनडीए गठबंधन सफल होगी। जेपी नड्डा ने दावा किया कि लोकसभा चुनाव में बिहार की सभी सीटे हम जीतेंगे।

बिहार में बनी एनडीए की सरकार, सीएम के रुप में नीतीश कुमार के साथ इनलोगों ने मंत्री पद का लिया शपथ

डेस्क : बिहार मे एकबार फिर एनडीए की सरकार बन गई है। नीतीश कुमार ने रिकॉर्ड 9 वीं बार मुख्यमंत्री पद का शपथ लिया है। इन्हें राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर ने शपथ ग्रहण करवाया है। 

इसके साथ ही भाजपा के तरफ से सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा उपमुख्यमंत्री पद का शपथ ग्रहण किया है। इसके साथ ही साथ कुल 8 मंत्री को आज शपथ ग्रहण करवाया गया है। जिनमे जदयू के वरिष्ठ नेता विजय कुमार चौधरी, श्रवण कुमार, विजेन्द्र यादव शामिल है। 

वहीं बीजेपी से सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा के साथ-साथ डॉ. प्रेम कुमार और हम के संतोष कुमार सुमन, जबकि निर्दलिये विधायक , सुमीत कुमार सिंह शामिल है।

बता दें आज सीएम नीतीश कुमार ने सुबह राज्यपाल भवन पहुंच अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप कर महागठबंधन से अलग होने का फैसला लिया था। वहीं एनडीए के साथ एकबार सरकार बनाने का दावा पेश किया था।

बड़ी खबर : रिकॉर्ड नौंवी बार बिहार के सीएम बने नीतीश कुमार, राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर ने शपथ ग्रहण करवाया

डेस्क : अभी-अभी बिहार की राजधानी पटना से एक बड़ी खबर सामने आई है। जहां नीतीश कुमार ने रिकॉर्ड 9 वीं बार मुख्यमंत्री पद का शपथ लिया। इन्हें राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर ने शपथ ग्रहण करवाया है। 

इसके साथ ही भाजपा के तरफ से सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा उपमुख्यमंत्री पद का शपथ ग्रहण किया है। इसके साथ ही साथ कुल 8 मंत्री को आज शपथ ग्रहण करवाया गया।

बता दें आज सीएम नीतीश कुमार ने सुबह राज्यपाल भवन पहुंच अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप कर महागठबंधन से अलग होने का फैसला लिया था। वहीं एनडीए के साथ एकबार सरकार बनाने का दावा पेश किया था।

NDA के साथ जाकर नीतीश कुमार के नेतृत्व में बनाने जा रही नई सरकार में मंत्री पद देने मे सभी जाति का रखा गया है पूरा ख्याल, जानिए पूरा डिटेल

पटना : बिहार में एकबार फिर नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनने जा रही है। आज शाम नीतीश कुमार रिकॉर्ड नौंवी बार बिहार के मुख्यमंत्री पद का शपथ ग्रहण करेंगे। वहीं उनके साथ 8 और नेता मंत्री पद की शपथ लेंगे। 

जो खबर निकल कर सामने आ रही है उसके अनुसार नये मंत्रिमंडल में जातियों का पूरा ख्याल रखा गया है। 

अभी जो खबर सामने आ रही उसके अनुसार जो मंत्री पद की शपथ लेंगे उसके अनुसार उनका पद और जाति निम्न है। 

1. नीतीश कुमार (मुख्यमंत्री) कुर्मी - JDU

2. सम्राट चौधरी, ;(उपमुख्यमंत्री) कोइरी - BJP

3. विजय सिन्हा, (उपमुख्यमंत्री) भूमिहार - BJP

4. प्रेम कुमार, , कहार - BJP

5. विजय चौधरी, भूमिहार - JDU

6. विजेंद्र यादव - JDU

7. श्रवण कुमार, ,कुर्मी -JDU

8. संतोष सुमन, दलित - HAM

9. सुमित सिंह, राजपूत – INDEPENDENT

बता दें इससे पहले एनडीए की बैठक हुई। जिसमे सर्वसम्मति से नीतीश कुमार को एनडीए विधायक दल का नेता चुना गया। इसके साथ ही नीतीश कुमार के नेतृत्व मे बिहार में एनडीए की सरकार बनने का रास्ता साफ हो गया। 

ऐसी खबर सामने आ रही है कि नीतीश कुमार आज शाम पांच बजे सीएम पद की शपथ लेंगे। वहीं उनके साथ दो और नेता डिप्टी सीएम पद की शपथ लेंगे। डिप्टी सीएम के तौर पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा का नाम सामने आ रहा है।  

पटना से मनीष प्रसाद

बिहार में घमासान के बीच लालू यादव की बेटी ने किसे बताया कूड़ा? जानें बाकी भाई-बहनों ने क्या कहा

डेस्क: बिहार में आरजेडी के साथ चल रही सरकार से अपना दामन छुड़ाते हुए नीतीश कुमार ने अब अपना पाला बदल लिया है। एक बार फिर से नीतीश कुमार एनडीए गठबंधन के साथ आ गए हैं। एक तरफ जहां नीतीश कुमार ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपा, उसके साथ ही दूसरी तरफ उनके शपथ ग्रहण की तैयारियां भी तेज हो गई हैं। नीतीश कुमार अब भाजपा और अन्य सहयोगी दलों के साथ एक बार फिर से बिहार के सीएम पद की शपथ लेने जा रहे हैं। वहीं नीतीश कुमार के पाला बदलने पर पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव के बच्चों की प्रतिक्रिया भी सामने आ रही है।

तेजस्वी यादव ने कहा- 'खेला बाकी'

सबसे पहले तो इस पूरे घटनाक्रम पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार आदरणीय थे और हैं। कई चीजें उनके (नीतीश कुमार) नियंत्रण में नहीं हैं। उन्होंने कहा कि 'महागठबंधन' में राजद के सहयोगी दलों ने हमेशा मुख्यमंत्री का सम्मान किया। वह मुख्यमंत्री के तौर पर मेरे साथ मंच पर बैठते थे और पूछते थे, "2005 से पहले बिहार में क्या था?" मैंने कभी प्रतिक्रिया नहीं दी... अब, अधिक लोग हमारे साथ हैं। जो काम दो दशकों में नहीं हुआ, वह हमने बहुत कम समय में कर दिखाया है, चाहे वह नौकरी हो, जातिगत जनगणना हो, आरक्षण बढ़ाना हो आदि। साथ ही तेजस्वी ने कहा कि ''बिहार में अभी खेला होना बाकी है।

तेज प्रताप यादव ने लिखी कविता

वहीं लालू प्रसाद यादव के बेटे तेज प्रताप यादव ने भी एक्स पर पोस्ट करके अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने एक्स पर एक कविता लिखी है, इसमें उन्होंने 'भाव' शब्द के जरिए नीतीश कुमार के 'मूल्यों' और उनके 'विचारों' के बात की है। तेज प्रताप यादव ने एक्स पर लिखा है-

जब भाव न जागा भावों में, 

उस भावों का कोई भाव नहीं,

ऐसी भावों का कोई स्थान नहीं,

जिनका भाव नहीं अपनों की भावों में,

कहाँ रखी है भाव तेरी, जिनका ख़्याल तेरी भावों में,

बस सत्ता का ख़्याल है तेरी भावों में,

अपनों के भावों का क्या हुआ। 

तेरा अंत होगा और अंत होगा तेरी भावों का, कोई स्थान नहीं होगा तेरा, जब बात होगी तेरी भावों का॥

रोहिणी आचार्य ने कूड़े से की तुलना

इनके अलावा लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने भी अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है। रोहिणी आचार्य ने कचरे वाली गाड़ी की एक तस्वीर के साथ लिखा है कि 'कूड़ा गया फिर से कूड़ेदानी में, कूड़ा-मंडली को बदबूदार कूड़ा मुबारक'। रोहिणी आचार्य के इस पोस्ट का भी सीधा संबंध नीतीश कुमार के इस्तीफे से एनडीए में शामिल होने के साथ लगाया जा रहा है।

बिहार में एक CM और 2 डिप्टी सीएम का फॉर्मूला तय, BJP कोटे से सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा को अहम जिम्मेदारी

डेस्क: कई दिनों से बिहार की राजनीति में चल रहा उठा-पटक अब शांत हो गई है। आरजेडी के साथ गठबंधन समाप्त करते हुए नीतीश कुमार ने आज दोपहर में राज्यपाल को इस्तीफा सौंप दिया है। वहीं नीतीश कुमार के इस्तीफे के साथ ही बीजेपी के साथ नई सरकार के गठन का भी ऐलान कर दिया गया है। बिहार की इस नई सरकार में एक सीएम और दो डिप्टी सीएम का फार्मूला अपनाया गया है। इसमें नीतीश कुमार फिर से सीएम बनाए जाएंगे तो वहीं दोनों डिप्टी सीएम बीजेपी के होंगे। डिप्टी सीएम पद के लिए सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा का नाम सामने आया है।

जातिगत समीकरण साधने में जुटी बीजेपी

बता दें कि बिहार में दो डिप्टी सीएम के फार्मूले के साथ ही भाजपा ने लोकसभा चुनाव के लिए जातिगत समीकरण साधने की भी तैयार कर ली है। दोनों डिप्टी सीएम में एक तरफ जहां सम्राट चौधरी कुशवाहा समाज से आते हैं तो वहीं विजय सिन्हा भूमिहार समाज से आते हैं। ऐसे में बीजेपी ने ना सिर्फ ओबीसी समाज को बल्कि सामान्य वर्ग के वोटर्स को भी साधने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। वहीं अब कयास लगाए जा रहे हैं कि आज शाम तक ही बिहार में नई सरकार के तहत नीतीश कुमार सीएम पद की शपथ भी ले लेंगे। इसको लेकर भी पूरी तैयारियां चल रही हैं। 

INDIA का दामन छोड़ NDA में गए नीतीश

बता दें कि आरजेडी के साथ गठबंधन तोड़ते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि मैंने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा कि मैंने राज्यपाल से राज्य में सरकार भंग करने के लिए भी कहा है। मैंने इंडी अलायंस बनवाया लेकिन काम नहीं हो रहा था। लालू की पार्टी का व्यवहार ठीक नहीं है। मैंने सभी से राय लेकर इस्तीफा दिया। इसके अलावा नीतीश कुमार ने कहा कि महागठबंधन की स्थिति ठीक नहीं है। अब मैं नए गठबंधन में जा रहा हूं और अब मैं बीजेपी के साथ वापस लौटूंगा। वहीं अब बिहार में हुई इस सियासी हलचल का लोकसभा चुनाव पर भी सीधा असर देखने को मिलेगा।