*फाइलेरिया मुक्त होने के राह पर कालीन नगरी*
नितेश श्रीवास्तव
कालीन नगरी फाइलेरिया मुक्त होने के राह पर आगे बढ़ गई है। नवंबर 2023 में चलाए गए अभियान में एक फीसदी से कम फाइलेरिया के मरीज मिले। यह जिले के लिए बड़ी उपलब्धि रही। स्वास्थ्य विभाग की ओर से अब अप्रैल केपहले सप्ताह में फाइलेरिया को लेकर 14 गांव में प्री टॉस अभियान चलाया जाएगा। इसके बाद रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी।
रिपोर्ट के आधार पर जनपद को फाइलेरिया मुक्त किया जाएगा।जिले की आबादी करीब 20 लाख के आस-पास है, जो 546 ग्राम पंचायतों निवास करती है। नवंबर 2023 में फाइलेरिया मरीजों की खोज के लिए विभाग की तरफ से सर्वे अभियान चलाया गया। जिसमें भदोही में दो और औराई एवं गोपीगंज में एक एक व्यक्तियों में फाइलेरिया का लक्षण मिला था।
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने फाइलेरिया बीमारी की जांच की। लेकिन किसी व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव नहीं आई है, हालांकि 2022 या उससे पूर्व मिले दो मरीजों का उपचार चल रहा है। जिनके मार्च तक स्वस्थ होने की उम्मीद है। जिला मलेरिया अधिकारी राम आसरे पाल ने बताया कि 2023 में कोई मरीज नहीं मिले हैं। पूर्व में जिन गांव में मरीज या संदिग्ध मिले ऐसे 14 गांव को चिन्हित किया गया है। प्री टॉस को लेकर अप्रैल के पहले सप्ताह में अभियान चलाया जाएगा।
यदि मरीज मिलते हैं, तो उन्हे दवा खिलाई जाएंगी। रात्रि कालीन अभियान के दौरान लक्षण मिलने पर व्यक्ति की जांच की जाएगी। जांच दो मिनट की होती है। रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर मरीज को दवा खिलाई जाएगी। ऐसे भी प्रदेश में सात जिले ऐसे है, जो फाइलेरिया मुक्त के राह पर है। जिसमें जनपद का नाम भी शामिल है। संभवत मई तक जनपद फाइलेरिया मुक्त घोषित कर दिया जाएगा।
Jan 28 2024, 17:56