मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से पुलिस भर्ती में शामिल हो रहे अभ्यर्थियों ने की सौजन्य मुलाकात

रायपुर-    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से आज यहाँ राज्य अतिथि गृह पहुना में पुलिस भर्ती में शामिल हो रहे अभ्यर्थियों ने सौजन्य मुलाकात की। उन्होंने मुख्यमंत्री को पुष्प भेंटकर राज्य शासन द्वारा शासकीय नौकरी भर्ती में छत्तीसगढ़ के स्थानीय निवासियों को निर्धारित अधिकतम आयु सीमा में पांच वर्ष की छूट की अवधि को पांच साल के लिए बढ़ाने के फैसले के लिए उनके प्रति आभार प्रकट किया। गौरतलब है कि मंत्रिपरिषद की बैठक में प्रदेश के शिक्षित बेेरोजगारों के हित में एक बड़ा फैसला लेते हुए छत्तीसगढ़ के स्थानीय निवासियों को निर्धारित अधिकतम आयु सीमा में पांच वर्ष की छूट की अवधि को पांच साल के लिए और बढ़ा दिया गया है। अभ्यर्थियों को आयु सीमा में पांच वर्ष की छूट का लाभ 31 दिसम्बर 2028 तक मिलेगा। छत्तीसगढ़ राज्य के स्थानीय निवासियों को अधिकतम आयु सीमा 35 वर्ष में दी गई, पांच वर्ष की छूट अवधि को 01 जनवरी 2024 से 31 दिसम्बर 2028 तक अर्थात् पांच वर्ष तक बढ़ाए जाने एवं अन्य विशेष वर्गों के लिए अधिकतम आयु सीमा में देय छूट को यथावत रखते हुए सभी छूटों को मिलाकर अधिकतम आयु सीमा 45 वर्ष यथावत निर्धारित रहेगी। यह छूट गृह (पुलिस) विभाग के लिए लागू नहीं होगी। छत्तीसगढ़ पुलिस के जिला पुलिस आरक्षक संवर्ग में भर्ती के लिए वर्ष 2018 में 2259 रिक्त पदों पर भर्ती हेतु विज्ञापन जारी किया गया था। इसके पश्चात लगभग 5 वर्ष उपरांत दिनांक 04/10/2023 को जिला पुलिस बल के आरक्षक संवर्ग के 5967 रिक्त पदों पर भर्ती हेतु विज्ञापन जारी किया गया है। ऑनलाईन आवेदन लेने की प्रक्रिया जारी है। अभ्यर्थियों के हितों को ध्यान में रखते हुए मंत्रिपरिषद द्वारा पुरूष अभ्यर्थियों को उच्चतर आयु सीमा में 5 वर्ष की छूट देने का निर्णय लिया गया है। मुख्यमंत्री श्री साय ने सभी अभ्यर्थियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि इस निर्णय से आप सभी को भर्ती में भाग लेने का मौका मिलेगा। मुख्यमंत्री से चर्चा के दौरान अंगद भारद्वाज ने बताया कि उम्र सीमा अधिक हो जाने के कारण वे भर्ती परीक्षाओं में शामिल नहीं हो पा रहे थे। उन पर दो बहनों की जिम्मेदारी है और रोजगार नहीं मिलने से चिंतित थे। ऐसे में आयु सीमा में छूट मिलने पर वे फिर से भर्ती परीक्षाओं की तैयारी कर पाएंगे। अभ्यर्थियों द्वारा आयु सीमा में छूट के विचार के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने बताया कि वे ग्रामीण परिवेश से जुड़े व्यक्ति हैं। उन्हें लोगों से मुलाकात के दौरान सभी की समस्याओं से रूबरू होने का मौका मिलता है। इस अवसर पर मनोज बघेल, सैलू कश्यप, आलोक शर्मा, सालिक सिन्हा एवं अभ्यर्थीगण उपस्थित थे।
छत्तीसगढ़ में नागपंचमी, पोला और महानवमी पर रहेगी छुट्टी, राज्य सरकार ने जारी किया आदेश

रायपुर- सामान्य प्रशासन विभाग छग शासन ने नागपंचमी, पोला और महानवमी के लिए छुट्टी का आदेश जारी कर दिया है. इन त्याहरों में नवा रायपुर अटल नगर एवं रायपुर शहर में स्थित सभी सरकारी कार्यालय संस्थाओं में छुट्टी रहेगी. अवर सचिव छत्तीसगढ़ शासन सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से जारी आदेश में नागपंचमी 9 अगस्त दिन शुक्रवार, पोला दो सितंबर दिन सोमवार और महानवमी 11 अक्टूबर दिन शुक्रवार को छुट्टी घोषित की गई है.
हमें अपने देश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत पर गर्व करना चाहिए : श्री हरिचंदन

रायपुर- राजभवन में आज राज्यपाल विश्व भूषण हरिचंदन के मुख्य आतिथ्य में उत्तर प्रदेश, मेघालय, मणिपुर, त्रिपुरा राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश दादर एवं नगर हवेली तथा दमन दीव का स्थापना दिवस रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ मनाया गया। राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने इस अवसर पर कहा कि हमें अपने देश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का सम्मान करना चाहिए और इस पर गर्व करना चाहिए। केन्द्र सरकार के “एक भारत-श्रेष्ठ भारत” कार्यक्रम के तहत विविधता में एकता की भावना को बढ़ावा देने के लिए सभी राज्य एक दूसरे का स्थापना दिवस मनाते है। इसी कड़ी में राजभवन में उत्तर प्रदेश, मेघालय, में मणिपुर, त्रिपुरा राज्यों और केंद्र शासित दादर एवं नगर हवेली तथा दमन दीव का स्थापना दिवस हर्षाेल्लास के साथ मनाया गया। राज्यपाल ने स्थापना दिवस के अवसर पर इन राज्यों के लोगों को बधाई दी। राज्यपाल श्री हरिचंदन ने अपने उद्बोधन में कहा कि विभिन्न राज्यों की भाषा, संस्कृति, परंपराओं और प्रथाओं का ज्ञान साझा करने से आपसी समझ और जुड़ाव बढ़ेगा, जिससे भारत की एकता और अखंडता मजबूत होगी। हमारी सांस्कृतिक विरासत, अद्वितीय इतिहास और खान-पान की परंपराए ही हमारी पहचान, स्वाभिमान और समृद्धि का आधार हैं। स्थापना दिवस न केवल हमें किसी राज्य की प्रगति की यात्रा की याद दिलाता है, बल्कि हमारे भविष्य की राह तैयार करने का अवसर भी प्रदान करता है। राज्यपाल ने इन राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशो के इतिहास, संस्कृति, परंपराओं और महत्वपूर्ण विशेषताओं को रेखांकित किया। हमारा देश ‘‘वसुधैव कुटुम्बकम‘‘ की अवधारणा पर आगे बढ़ रहा है। देश में रामराज्य प्रतिष्ठित करना है। सबको एक करके, सबके सुख शांति के लिए प्रधानमंत्री श्री मोदी ने समन्वित रूप से प्रयास किया। भारत नेे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में विश्व के राजनीतिक पटल पर एक महत्वपूर्ण मुकाम हासिल किया है। हमारी संस्कृति, परंपरा, इतिहास को स्मरण करके भारत कोे सारी दुनिया में श्रेष्ठ देश के रूप में प्रतिस्थापित करने का कार्य उन्होंने किया है। कार्यक्रम को उत्तप्रदेश के प्रतिनिधि के रूप में पं. रविशंकर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सच्चिदानंद शुक्ला और मेघालय के प्रतिनिधि के रूप में ऑफ्ट विश्वविद्यालय के डीन संतोष स्वर्णकार, मणिपुर के प्रतिनिधि के रूप में डेनियल एल, डिप्टी कमांडेंट सीआरपीएफ और त्रिपुरा के प्रतिनिधि के रूप में बी. पी. जमालिया असिस्टेंट कमांडेट सीआरपीएफ ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर उत्तप्रदेश के कत्थक नृत्य सहित चारो राज्यों एवं दोनो केंद्र शासित प्रदेशों के लोकनृत्यों की रंगारंग प्रस्तुति विभिन्न विश्वविद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने की। सीआरपीएफ के जवानों के लोकनृत्य ने अतिथियों को भाव विभोर कर दिया। इन राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के प्रतिनिधियों को राज्यपाल ने राजकीय गमछा पहनाकर और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। उन्होंने भी राज्यपाल को शाल पहनाकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में राज्यपाल के सचिव अमृत खलखो, विधिक सलाहकार राजेश श्रीवास्तव, संबंधित राज्यों के प्रतिनिधि, विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति, प्राध्यापक एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा लघु फिल्म महोत्सव में शामिल हुए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय

रायपुर-    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज राजधानी रायपुर में आयोजित राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा लघु फिल्म महोत्सव में शामिल हुए।
दो दिवसीय राष्ट्रीय लघु फिल्म महोत्सव का आयोजन रायपुर के मेडिकल कॉलेज स्थित अटल बिहारी वाजपेयी ऑडिटोरियम में किया गया है। मुख्यमंत्री ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।


मुख्यमंत्री ने इस मौके पर सड़क सुरक्षा पर बनी लघु फिल्म ’फाइनल्स’ तथा ’गलती मोर सजा तोर’ भी देखी। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आज राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा लघु फिल्म महोत्सव में लघु फिल्मों के माध्यम से बताया गया कि छोटी-छोटी लापरवाहियों से एक अनमोल जीवन चला जाता है। इसे बचाया जा सकता है, यदि ट्रैफिक के नियमों का पूरी तरह से पालन किया जाए। मैंने यह फिल्में देखी और यातायात विभाग ने क्रिएटिव माध्यम से इन लापरवाहियों को बताया है, जिसका बहुत अच्छा असर दर्शकों पर पड़ेगा और वे ट्रैफिक से संबंधित सावधानियां बरतेंगे। यातायात के नियमों का पालन नहीं करने के कारण लोग असमय ही काल के ग्रास में चले जाते है। यातायात विभाग और पुलिस विभाग यातायात नियमों के पालन सड़क सुरक्षा के उपायों के प्रति लोगों को जागरूक करने का कार्य तो लगातार करते ही रहते हैं, अभियान भी चलाते हैं। लेकिन हमें स्वयं भी सड़क सुरक्षा के उपाय का कड़ाई के साथ पालन करना चाहिए। सभी का जीवन बहुत कीमती हैं, छोटी-छोटी लापरवाही से सड़क दुर्घटनाएं होती हैं और इसमें कई लोगों की मृत्यु हो जाती है। कई परिवार उजड़ जाते हैं। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री अरूण साव, सांसद सुनील सोनी, विधायक पुरंदर मिश्रा, अनुज शर्मा और विधायक मोतीलाल साहू, परिवहन विभाग के सचिव एस. प्रकाश, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक द्वय प्रदीप गुप्ता और दीपांशु काबरा, जनसंपर्क आयुक्त मयंक श्रीवास्तव भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने सड़क सुरक्षा जागरूकता के उद्देश्य से छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में राष्ट्रीय लघु फिल्म महोत्सव के आयोजन के लिए यातायात विभाग की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह फिल्म महोत्सव लोगों को यातायात के नियमों का पालन करने के लिए जागरूक करने में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि जनजागरूकता के ऐसे ही कार्यक्रम होते रहने चाहिए। आज कार्यक्रम के दौरान दिखाई गई लघु फिल्मों की क्लिपिंग में बड़े प्रभावित तरीकों से छोटी-छोटी लापरवाहियों के दर्दनाक परिणाम को दिखाया गया है। यह फिल्में लोगों को यातायात और सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित करेंगी। मुख्यमंत्री ने ड्राइविंग के दौरान हेलमेट लगाने, मोबाइल का उपयोग न करने और नशा करके गाड़ी न चलाने की आवश्यकता पर जोर दिया है। उपमुख्यमंत्री अरूण साव ने कहा कि आज गाड़ियों की संख्या में वृद्धि हुई है। सड़क दुर्घटनाएं भी बढ़ी है। सड़क दुर्घटनाओं में वृद्धि आज दुनिया में चिंता का बड़ा विषय है। उन्होंने कहा कि छोटी-छोटी लापरवाही के परिणाम बहुत गंभीर होते हैं। कई बार दुर्घटना पीड़ित का जीवन बोझ बन जाता है। उन्होंने कहा कि देशभक्ति के लिए सीमा पर जाकर लड़ने की ही आवश्यकता नहीं है, यातायात नियमों का पालन करें और दूसरे लोगों को भी इसके लिए जागरूक करें। हम सब मिलकर सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करें और आदर्श तथा देशभक्त नागरिक होने का परिचय दें। मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर यातायात संदर्शिका और पोस्टर का विमोचन किया। मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय लघु फिल्म महोत्सव में छत्तीसगढ़ी और छत्तीसगढ़ की विभिन्न भाषाओं तथा भारतीय भाषाओं की लघु कैटेगरी की श्रेष्ठ फिल्मों, सर्वश्रेष्ठ कहानी और सर्वश्रेष्ठ कलाकार को पुरस्कार राशि का चेक और स्मृति चिन्ह देकर पुरस्कृत किया। छत्तीसगढ़ी फिल्मों की श्रेणी में लघु फिल्म ’गलती मोर सजा तोर’ को प्रथम, ’द टेल ऑफ नेगलिजेन्स’ को द्वितीय और हेलमेट लघु फिल्म को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया। इस श्रेणी में बेस्ट स्टोरी के लिए ’गलती मोर सजा तोर’ फिल्म के लिए लिमेश कुमार साहू, बेस्ट सिनेमेटोग्राफी का पुरस्कार द टेल ऑफ नेगलिजेन्स के रिशिल थवारे और सर्वश्रेष्ठ कलाकार का पुरस्कार हेलमेट के बिन्नी पाल को दिया गया। इसी तरह भारतीय भाषाओं की लघु फिल्म की श्रेणी में फाइनल्स को प्रथम, रक्षासूत्र को द्वितीय और द ग्रेट गैम्बलर को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया। बेस्ट स्टोरी के लिए फाइनल्स फिल्म के विवेक विजेयन, बेस्ट सिनेमेटोग्राफी का पुरस्कार ट्रैफिक रूल्स के शैलेष अनिखिंडी, सर्वश्रेष्ठ कलाकार का पुरस्कार हड़बड़ी में गड़बड़ी फिल्म के अभिनेता तुलेन्द्र पटेल को प्रदान किया गया। बेस्ट मूवी इन एप्रिसिएशन का पुरस्कार गंगुआ फिल्म डायरेक्टर देवेन्द्र जांगड़े को प्रदान किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने जुरी के सदस्यों मनोज वर्मा, हीरा मानिकपुरी और योग मिश्रा को सम्मानित किया। उन्होंने यातायात विभाग में उत्कृष्ट कार्य करने वाले रायपुर के पुलिस उपनिरीक्षक टी.के. लाल भोई, मुंगेली के मुकेश यादव, जशपुर के बेलचंदन एक्का और दंतेवाड़ा के वीरेन्द्र वर्मा को भी सम्मानित किया गया। स्वागत भाषण परिवहन विभाग के सचिव एस. प्रकाश ने दिया। उन्होंने कहा कि यातायात नियमों और सड़क सुरक्षा के उपायों के प्रति जनजागरूकता लाने के लिए हर साल रोड सेफ्टी सप्ताह मनाया जाता था। भारत सरकार के निर्देश पर इस वर्ष रोड सेफ्टी माह मनाया जा रहा है। उन्होंने विभाग के कार्यों की जानकारी दी। यातायात विभाग के अतिरिक्त पुलिस महानिरीक्षक प्रदीप गुप्ता ने कहा कि वर्ष 2023 तक संयुक्त राष्ट्र संघ ने सड़क दुर्घटनाओं में होने वाले मृत्यु की घटना में 50 प्रतिशत तक कमी लाने का लक्ष्य दिया गया है। उन्होंने कहा कि वाहन चलाते समय हेलमेट पहनने में लापरवाही, कार ड्राइविंग के समय सीट बेल्ट न लगाने, ओवर स्पीड ड्राइविंग और नशे में गाड़ी चलाना दुर्घटना का मुख्य कारण है, इससे बचना चाहिए। उन्होंने बताया कि इस राष्ट्रीय लघु फिल्म महोत्सव में 19 राज्यों से 6 भाषाओं की 650 से ज्यादा फिल्मों की प्रविष्टियां आई, जिनमें से 450 फिल्मों का चयन किया गया है। इसके पहले मुख्यमंत्री ने अतिथियों के साथ सड़क सुरक्षा पर परिवहन विभाग द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया। उन्होंने प्रदर्शनी स्टॉल में पावर हाउस और भिलाई लेन में ट्रैफिक दबाव के नियंत्रण के लिए बनाए गए ओव्हरब्रिज मॉडल और परिवहन विभाग द्वारा आम लोगों-युवाओं के लर्निंग लाईसेंस के लिए परिवहन सुविधा केन्द्र का अवलोकन कर प्रक्रिया की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने वाहन चालकों को वाहन चलाने की ट्रेनिंग व्यवस्था का अवलोकन किया।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने प्रदेशवासियों को राष्ट्रीय मतदाता दिवस की दी बधाई

रायपुर-    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने 25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर प्रदेशवासियों को बधाई दी है। मुख्यमंत्री ने अपने बधाई संदेश में कहा है कि राष्ट्रीय मतदाता दिवस हमें प्रजातांत्रिक मूल्यों और परम्पराओं को मजबूत बनाने के लिए जागरूक करता है। यह दिन लोकतांत्रिक व्यवस्था को बनाए रखने के लिए अधिकारों और कर्तव्यों का बोध कराता है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि भारत अपनी लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए दुनिया भर में जाना जाता है। हम सबकी प्राथमिक जिम्मेदारी है कि हम अपने लोकतंत्र को मजबूत करने में अपनी भागीदारी निभाएं। मताधिकार और इसके प्रति नागरिकों की जागरुकता से ही लोकतंत्र मजबूत होगा। प्रत्येक मत राष्ट्र के नवनिर्माण का सबसे बड़ा आधार है,सभी नागरिकों को अपने बहुमूल्य मताधिकार का प्रयोग पूरी जिम्मेदारी और निर्भीकता से करना चाहिए। लोकतंत्र की आत्मा की रक्षा के लिए मतदान के प्रति स्वयं के साथ दूसरों को भी जागरुक करने का संकल्प लें। मुख्यमंत्री ने 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके सभी युवाओं से मतदाता सूची में अपना नाम जुड़वाने और मतदान प्रक्रिया में शामिल होकर गौरवशाली परंपरा का हिस्सा बनने का आह्वान किया है।
दिल्ली में गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होंगे छत्तीसगढ़ के 15 योग प्रशिक्षक
रायपुर- आयुष मंत्रालय भारत सरकार की योजना के तहत प्रदेश में संचालित आयुष्मान आरोग्य मंदिर (आयुष हेल्थ एन्ड वेलनेस सेंटर्स) के योग प्रशिक्षकों को दिल्ली में 26 जनवरी गणतंत्र दिवस समारोह में विशेष के रूप में आमन्त्रित किया गया है। इस कार्यक्रम में विभिन्न प्रदेशों के योग प्रशिक्षकों को बुलाया गया है ,जिसमें छत्तीसगढ़ केे 15 योग प्रशिक्षक भी शामिल हैं । आयुष्मान आरोग्य मंदिर में योगाभ्यास कराने वाले 15 योग प्रशिक्षकों को गणतंत्र दिवस समारोह में अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है। राजधानी दिल्ली में आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने का आमंत्रण मिलने के बाद आयुष्मान आरोग्य मंदिर के योग प्रशिक्षकों मे हर्ष व्याप्त है। गणतंत्र दिवस समारोह में देश भर के चुनिंदा योग शिक्षक शामिल होंगे। इस दौरान भारत सरकार की ओर से अतिथि के रूप में शामिल इन योग शिक्षकों को सम्मानित भी किया जाएगा। आयुष विभाग द्वारा चयनित सभी 15 योग प्रशिक्षकों को सपरिवार आयुष विभाग की ओर से डॉ. परमानंद सोनकर (सहायक संचालक) बतौर नोडल अधिकारी गणतंत्र दिवस समारोह में हिस्सा लेंगे। डॉ. सोनकर ने बताया कि वे सभी 15 योग प्रशिक्षक उत्साहित है जिन्हें अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है। शेष सभी योग प्रशिक्षक भी इस बात से हर्षित है कि उन्हें भी भविष्य मे उन्हें भी यह सुअवसर प्राप्त होगा। गणतंत्र दिवस समारोह में अतिथि के रूप में प्राप्त आमंत्रण से विभाग के समस्त अधिकारी कर्मचारियों को प्रोत्साहन मिला है। इस दौरान देश भर के आमंत्रित योग प्रशिक्षकों को नई दिल्ली स्थित भारत सरकार आयुष मंत्रालय के उत्कृष्ट संस्थानों का भ्रमण भी कराया जाएगा साथ ही केंद्रीय मंत्री (आयुष मंत्रालय) तथा सचिव भारत सरकार आयुष मंत्रालय के साथ रात्रि भोज एवं संवाद की व्यवस्था भी की जा रही है।
कार्टून वॉच के “प्राण प्रतिष्ठा अंक” का संस्कृति मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने किया विमोचन

रायपुर-    कार्टून वॉच के “प्राण प्रतिष्ठा” अंक का विमोचन छत्तीसगढ़ के पर्यटन, संस्कृति और धर्मस्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने किया. श्री अग्रवाल ने कार्टून वॉच के संपादक त्र्यम्बक शर्मा के इस रोचक प्रयास की प्रशंसा करते हुए कहा कि देश के विभिन्न हिस्सों से राम आयेंगे विषय पर आए इन कार्टूनों से पता चलता है कि राम के प्रति लोगों की कितनी आस्था है. इस विशेष अंक के अतिथि संपादक एवं वरिष्ठ पत्रकार प्रदीप पंडित ने इस मौक़े पर कहा मुझे इस अंक का अतिथि संपादक बन कर बहुत संतोष का अनुभव हो रहा है क्योंकि यह राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा पर आधारित है। इस अवसर पर कार्टून वॉच के संपादक त्र्यम्बक शर्मा ,मनोज शुक्ला, देवेन्द्र गुप्ता सहित , कमल नारायण शर्मा, मनीष अग्रवालसहित कार्टून वॉच के मेहूल कुमार, यश टिकनायत, अंजलि शर्मा, आरती शर्मा, अक्षत सिंह, अदिति शर्मा, गरिमा जोशी सहितअनेक गणमान्य उपस्थित थे.
महिला कांग्रेस की नवनियुक्त अध्यक्ष अलका लांबा का दो दिवसीय छत्तीसगढ़ प्रवास 28 जनवरी को

रायपुर- महिला कांग्रेस की नवनियुक्त राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका लांबा दिनांक 28 जनवरी को नियमित विमान से दो दिवसीय प्रवास पर छत्तीसगढ़ आ रही हैं। लोकसभा चुनाव के पूर्व उनका यह दौरा महिला कांग्रेस की कार्यकर्ताओं में सक्रियता तथा नई ऊर्जा संचारित करने हेतु रहेगा। महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष तथा राज्यसभा सांसद फूलोदेवी नेताम ने बताया कि 29 जनवरी को धमतरी में महिला कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। प्रदेश प्रवक्ता प्रीति उपाध्याय ने प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष के भव्य स्वागत की तैयारियां जोरशोर से चल रही हैं इसके लिए प्रदेश अध्यक्ष ने मीटिंग ले कर पदाधिकारियों को महत्वपूर्ण निर्देश दिए हैं। तथा कांग्रेस की महिला कार्यकर्ताओं से अपील की है कि वे बड़ी संख्या में राजधानी में होने वाले उनके स्वागत समारोह में उपस्थित रहें।
रामसेवकों के दल को सीएम साय ने किया अयोध्या रवाना

रायपुर-    राम के ननिहाल के रामभक्तों का दल अयोध्या रवाना हुआ है। अयोध्या में छत्तीसगढ़ के रामभक्त लंगर चलायेंगे। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज रायपुर के राममंदिर से कार्यकर्ताओं के दल को रवाना किया। छत्तीसगढ़ की तरफ से अयोध्या में 60 दिनों तक भंडारा का आयोजन किया जायेगा, जिसमें दर्शनार्थियों के भोजन पानी का प्रबंध किया जायेगा। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अयोध्या में भंडारे के आयोजन के लिए रामलला के ननिहाल से कार्यकर्ताओं की टीम को रवाना किया। छत्तीसगढ़ की 6 समितियां भंडारे का आयोजन करेगी। विधायक धरमलाल कौशिक को समिति का समन्वयक बनाया गया है। आपको बता दें कि अयोध्या में छत्तीसगढ़ की तरफ से कई बार अलग-अलग खेप में सामिग्री पहुंचायी गयी है। ट्रकों में भरकर जहां सुगंधित चावाल और हरी सब्जियों के अलावे चिकित्सकों और पारा मेडिकल की टीमें भी छत्तीसगढ़ से अयोध्या भेजी गयी है। वहीं अब छत्तीसगढ़ की तरफ से 60 दिन के भंडारे का भी प्रबंध किया जा रहा है।
किसान नेताओं ने की धान खरीदी की समय सीमा बढ़ाने की मांग

रायपुर- खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान खरीदी 01 नवंबर 2023 से प्रारंभ हुई है जो 31 जनवरी 2024 को समाप्त हो जाएगी. छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार बनने के बाद प्रति एकड़ 20 क्विंटल से बढ़ाकर 21 क्विंटल किया गया है. अलग-अलग समितियों में कृषि भूमि की रकबा अनुसार प्रतिदिन खरीदी की मात्रा तय की गई. इस मात्रा में बढ़ोतरी भी जा रही है परंतु खरीदी केंद्रों में उठाव नहीं होने के कारण जगह का अभाव भी होते जा रहा है, मात्रा बढ़ने के कारण हमलों के लिए तौलाई, सिलाई, संग्रहण में कठिनाई हो रही है जिससे सभी किसानों का धान तय अवधि में खरीदी हो पाने में संशय है और किसान खासे चिंतित है. इस कारण धान खरीदी अवधि को कम से कम 15 फरवरी तक बढ़ाया जाना चाहिए. इस पर भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के प्रदेश महासचिव तेजराम विद्रोही ने कहा कि अलग अलग किसानों से जानकारी मिल रही है कि वर्तमान में 31 जनवरी तक किसानों को टोकन जारी किया गया है जबकि कई सारे किसान अभी तक टोकन और अपने बारी के इंतजार में है. धमतरी जिला के कुरूद ब्लॉक के बंजारी निवासी किसान नुतेश चंद्राकर पिता पुरुषोत्तम चंद्राकर ने बताया कि उन्होंने अब तक 400 बोरी धान बेचा है और 200 बोरी धान बेचना बाकी है. जब उन्होंने थुहा खरीदी केंद्र में टोकन कटाने गया तब पता चला कि 31 जनवरी तक का टोकन काटा जा चुका है लेकिन उसका बारी अभी नहीं आया है ऐसे परिस्थिति में वह किसान चिंतित है कि 200 बोरी धान समर्थन मूल्य पर बेच नहीं पायेगा. उन्होंने कहा कि वह अकेले ऐसे किसान नहीं है जो धान बेचने से वंचित हो रहे हैं यदि अवधि नहीं बढ़ाया गया तो करीब 10 हजार क्विंटल धान इस समिति अंतर्गत नहीं बिक पायेगा. तेजराम विद्रोही ने आगे कहा कि प्रदेश में यदि एक भी किसान अपने उपज बेचने से वंचित होता है तो यह कृषि प्रधान छत्तीसगढ़ राज्य में भाजपा सरकार की बहुत बड़ी नाकामी होगी इसलिए शीघ्र ही अवधि बढ़ाया जाए जिससे खरीदी और उठाव में भी सुविधा हो. वहीं किसान नेता पारस नाथ साहू, पुरुषोत्तम चंद्राकर ने छत्तीसगढ़ शासन से धान खरीदी की अवधि कम से कम 10 दिन बढ़ाने की मांग की है. क्योंकि अनेक खरीदी केन्द्रों में निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप धान खरीदी पूरा नहीं हुआ है. निर्धारित अवधि 31 जनवरी तक खरीदी किए जाने के बाद भी अनेक खरीदी केंद्रों में पंजीकृत किसानों का 15 से 20000 बोरी धान खरीदना बाकी है. किसानों को समितियां के माध्यम से मिल रही जानकारी के अनुसार धान खरीदी सिर्फ 31 जनवरी तक किया जाना है. जिससे किसानों में भ्रम की स्थिति निर्मित हो गई है. हालांकि मुख्यमंत्री ने जरूरत पड़ने पर धान खरीदी की अवधि बढ़ाए जाने का आश्वासन दिया है पर अभी तक अधिकृत घोषणा नहीं की गई है. अनेक क्षेत्र के किसानों ने शासन प्रशासन से धान खरीदी की तिथि बढ़ाने की शीघ्र आदेश जारी करने की मांग किया है ताकि कोई भी किसान अपना उपज बेचने से वंचित न रहे. धान खरीदी की अवधि न बढ़ने पर किसान उग्र प्रदर्शन की तैयारी भी कर चुके हैं.