बोकारो के ललपनिया में पहुंचा हाथियों का झुंड, घरों को किया क्षतिग्रस्त,क्षेत्र में दहशत


बोकारो के ललपनिया में 36 हाथियों का झुंड पहुंचा है. हाथियों के झुंड ने नया बस्ती में दो से तीन घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया, जिसके बाद ग्रामीणों में जान माल की क्षति का भय व्याप्त है.

बोकारो में स्कूली बच्चों से भरा ऑटो पलटा, आधा दर्जन बच्चे अस्पताल में भर्ती


बोकारो: बोकारो थर्मल स्थित कंजकीरों नई बस्ती की समीप मुख्य सड़क पर स्कूली बच्चों को ले जा रही है ऑटो पलट गई. जिससे ऑटो में सवार लगभग आधा दर्जन बच्चे घायल हो गए. सभी घायल बच्चों को तत्काल डीवीसी अस्पताल लाया गया, जहां डाक्टरों की देख रेख में इलाज किया जा रहा है. बता दें कि ऑटो में इंडियन स्कूल, कार्मल स्कूल और संत पाल मॉडर्न स्कूल के छात्र व छात्राएं बैठे हुए थे. छुट्टी होने पर सभी बच्चे ऑटो में घर आ रहे थे. इसी दौरान यह घटना घटी।

वहीं ऑटो चालक ने बताया कि तेज रफ्तार से आ रही मोटरसाइकिल को बचाने के क्रम में यह घटना घटी है. इस घटना से ऑटो चालक को भी चोट आई है।घटना की सूचना मिलने के बाद बोकारो थर्मल पुलिस दलबल के साथ डीवीसी अस्पताल पहुंची. घटना की सूचना मिलते ही बच्चों के परिजन भी अस्पताल पहुंच गए. 

वहीं महिला नेत्री सीमा देवी, मंजूर आलम, लालमोहन पुरी, पिंटू अग्रवाल व स्थानीय मुखिया सहित काफी संख्या में लोग डीवीसी अस्पताल में पहुंचकर घायलों का हाल-चाल जाना।

रांची के लोकसभा सांसद संजय सेठ को दादा साहेब फाल्के आइकॉन गोल्ड अवार्ड से आज किया जाएगा सम्मानित


रांची :रांची के लोकसभा सांसद संजय सेठ को दादासाहेब फाल्के आइकन गोल्ड अवार्ड के लिए चयन किया गया उन्हें सर्वश्रेष्ठ आइकन संसद के लिए लिए चयनित किया गया सांसद सेठ को यह अवार्ड आज को नई दिल्ली में दिया जाएगा। दादासाहब फाल्के संस्थान के द्वारा संसद को बेस्ट आइकॉन एमपी झारखंड के रूप में चुना गया है। 

सांसद का यह चुनाव क्षेत्र में आम जनता के बीच सक्रियता, लोकसभा में उपस्थित, सत्र में सवाल जवाब, क्षेत्र में विकास कार्यों , सोशल मीडिया पर सक्रियता सहित सामाजिक क्षेत्र में किए जाने वाले किए गए कार्यों को लेकर हुआ है।

उक्त संस्था ने एक सर्वे के बाद सांसद को इस अवार्ड के लिए नामित किया है। विगत वर्षों में सांसद ने लोकसभा में अपनी सत्र प्रतिशत उपस्थिति दर्ज कराई है। सवालों के मामले में भी सांसद सक्रिय रहे हैं। क्षेत्र के मुद्दे को उन्होंने मुखरता से लोकसभा में रखा है। 3 वर्षों से बुक बैंक के माध्यम से लाखों पुस्तकों का वितरण किया गया। टॉय बैंक के माध्यम से हजारों खिलौने का वितरण किया गया।

इसके अतिरिक्त सेठ ने सांसद खेल महोत्सव, सांसद सांस्कृतिक महोत्सव, परीक्षा पर चर्चा को लेकर ड्राइविंग कंपटीशन जैसे कई ऐसे कार्य किए हैं, जिनकी चर्चा राष्ट्रीय पटल पर हुई है। सोशल मीडिया पर भी सांसद की सक्रियता बहुत अच्छी रहती है। उनके इन्हीं कार्यों को लेकर दादासाहब फाल्के संस्थान ने उन्हें गोल्ड अवार्ड के लिए चुना है। अपने चुनाव पर सांसद संजय सेठ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी , भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित तमाम वरिष्ठ नेताओं के मार्गदर्शन में मैं कार्य कर रहा हूं। उसी का परिणाम आज इस रूप में सामने आया है।

सांसद ने कहा की क्षेत्र के सभी भाजपा कार्यकर्ताओं की अनथक मेहनत, उनके सुझाव, आम जनता का आशीर्वाद और विश्वास के परिणाम स्वरूप आज वह राष्ट्रीय पटल पर चर्चा में है और उन्हें यह सम्मान मिल रहा है। सांसद ने कहा कि यह पुरस्कार क्षेत्र की जनता को समर्पित है क्योंकि क्षेत्र की जनता के स्नेह प्यार और विश्वास ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचा है। 

यह सम्मान उन्हें आज नई दिल्ली में दिया जाएगा। इस सम्मान के लिए संसद ने दादा साहबफाल्के संस्थान के प्रति भी कृतज्ञता प्रकट की है।

34 साल के सिविल कोर्ट के आदेश पाल ने पंखे से लटककर की जीवन लीला समाप्त


Dhanbad :- सोमवार को भाड़े के मकान में रह रहे सिविल कोर्ट के 34 वर्षीय आदेश पालक मुकेश कुमार मिश्रा ने पंखे के सहारे फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली. जानकारी तब हुई जब सिविल कोर्ट से खोजने उनके कर्मी आए. जैसा की मकान मालकिन ने बताया की ऑफिस से आता था और रूम में बंद हो जाता था. 

किसी से कोई मतलब नहीं था फोन से बात करता रहता था. सोमवार को उनके साथ काम करने वालें कर्मी खोजने आए और दरवाजा बंद था , कई बार आवाज दिया गया लेकर दरवाजा नही खुला, जिसके बाद दरवाजा तोड़ दिया गया. 

दरवाजा टूटने के बाद देखा की गमझा के सहारे पंखा से झूला हुआ है. इसकी सूचना सदर थाने को दी गई, जिसके बाद सदर थाने की पुलिस मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल में जुड़ गई.

बताया जाता है की मुकेश भिस्तीपाड़ काली मंदिर के पास पांच सालो से रह रहा है. वही सिविल कोर्ट के कर्मियों ने बताया की 2019 में सिविल कोर्ट में आदेश पालक के पद पर ज्वाइन किया था.घटना स्थल से उनके पॉकेट से पर्स मिला जिसमे कुछ कागजात और पैसे थे. भोटर आईडी कार्ड में पिता का नाम प्रेमचंद्र मिश्र, पता जिला मधुबनी, गांव मंझौली, अंचल अंधराठाड़ी का रहने वाला है. वही थाना प्रभारी संतोष गुप्ता ने बताया की दो दिनों से वह ऑफिस नही जा रहे थे. मकान मालिक के सूचना पर पहचे, जहा देखा की गमछा और पंखे के सहारे झूलता हुआ मिला.

 जांच किया जा रहा है. वही उसके बाद मौके पर मृतक के बड़े भाई कमलेश मिश्रा ने बताया की अगल बगल पड़ोसियों से पता चला की फोन पर गाली गलौज करते थे. उन्होंने कहा की एक छोटा मोबाइल भी खरीदा था जो नही है. रूम खोला तो दो तीन कागजात है जिसपर मुझे सक है.यह जांच का विषय है.कहा की उनकी मृतक मुकेश का पत्नी और एक बच्चा भी है, जो गांव पर रहते है. उन्होंने कहा की यह अनुसंधान का विषय पुलिस जांच करे और दोषी को पकड़े.

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अयोध्या में उमड़ा सैलाब, दर्शन के लिए मंदिर के बाहर जुटी श्रद्धालुओं की भारी भीड़


प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद पहली सुबह अयोध्या के राम मंदिर में रामलला के दर्शन के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है। आज वो पहली सुबह है, जब रामभक्त मंदिर में जाकर अपने आराध्य का दर्शन-पूजन कर सकेंगे। रामलला की पूजा करने और दर्शन करने के लिए श्री राम मंदिर के मुख्य द्वार पर भक्त सुबह तीन बजे से ही बड़ी संख्या में जुटने शुरू हो गए थे। रामलला आज से आम श्रद्धालुओं को दर्शन दे रहे हैं। सभी भक्तों के लिए नव्य राम मंदिर के द्वार खुल गए हैं।

सोमवार, 22 जनवरी को शुभ मुहूर्त में पूरे विधि विधान से रामलला की प्राण प्रतिष्ठा संपन्न होते ही रामभक्तों का बरसों का इंतजार खत्म हो गया और आज से हर आम श्रद्धालु रामलला के दर्शन कर सकेगा। रामलला के दर्शन सुबह 8 से रात 10 बजे तक होंगे। नए मंदिर में सुबह 3:30 से 4:00 बजे पुजारी मंत्र से रामलला को जगाएंगे, फिर मंगला आरती होगी। 5:30 बजे शृंगार आरती व 6 बजे से दर्शन शुरू होंगे। दोपहर में मध्याह्न भोग आरती होगी। फिर उत्थापन, संध्या आरती व भगवान को सुलाते वक्त शयन आरती होगी। पहला मौका होगा जब रामलला की भोग-सेवा सभी मानक पद्धतियों से होगी। 40 दिन तक रोज रामलला का शेष अभिषेक होगा। 60 दिन तक कलाकार स्वरांजलि देंगे।

बता दें कि राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम 22 जनवरी को संपन्न हुआ। प्राण प्रतिष्ठा में 7000 से ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया। राम मंदिर करोड़ों रामभक्तों की आस्था का प्रतीक है। मंदिर में भगवान राम की 51 इंच की मूर्ति स्थापित की गई है, जिसे मैसूर के शिल्पकार अरुण योगीराज में तैयार किया है। मूर्ति में भगवान विष्णु के सभी दस अवतारों, भगवान हनुमान जैसे हिंदू देवताओं और अन्य प्रमुख हिंदू धार्मिक प्रतीकों की नक्काशी भी शामिल है।

दिल की सेहत का रखना चाहते है ख्याल तो अपने डायट में शामिल करे ये चार चीजे


आज कल के बेतरतीब जीवनशैली में हार्ट की बीमारी आम हो गई है। इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में लोगो को बस काम की चिंता होती है, काम के प्रेशर के कारण लोग अपनी सेहत को नजर अंदाज कर देते है। अपने खान पान का ठीक से ख्याल नहीं रखते। जिस कारण कम आयु के युवा वर्ग को भी हार्ट अटैक,हार्ट फेल का खतरा बढ़ गया हैं।

दिल को हेल्दी रखने के लिए वर्कआउट के साथ-साथ सही डाइट का भी अहम रोल होता है. हेल्दी डाइट शरीर को मजबूत बनाने के साथ-साथ रोगों से लड़ने की क्षमता देता है।

रिसर्च के मुताबिक जो लोग हेल्दी डाइट फॉलो करते हैं, उनमें दिल की बीमारियों का खतरा 31 फीसदी तक कम होता है.आइए जानते है,दिल की सेहत को स्वस्थ रखने के लिए कौन-कौन से फूड खाने चाहिए।

अखरोट

अखरोट में ओमेगा 3 फैटी एसिड पाया जाता है. ये हमारे शरीर का कोलेस्ट्रॉल लेवल कम करता है. रोजाना अखरोट खाने से धमनियों की सूजन को कम किया जा सकता है. अखरोट के हेल्दी फैट्स से दिल भी स्वस्थ रहता है.

संतरा

हाई ब्लड प्रेशर भी दिल की बीमारियों का संकेत हो सकता है. हाई बीपी की शिकायत रहने पर संतरा काफी फायदेमंद साबित हो सकता है. इसमें विटामिन सी के अलावा पेक्टिन फाइबर होता है, जो कोलेस्ट्रॉल को कम करता है. इसे नियमित खाने से हाई बीपी की समस्या भी दूर रहती है.

अलसी

अलसी भी एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है. अलसी को डाइट में शामिल करने ब्लड का फ्लो ठीक रहता है. बॉडी में फाइबर और फाइटोकेमिकल्स की कमी को पूरा करने वाली अलसी को भून कर और दूसरी रेसिपीज में एड करके खा सकते हैं.

हरे रंग की सब्जियां

हरे रंग की सब्जियों में विटामिन्स और मिनरल्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. इसके अलावा, इनमें नाइट्रेट भी पाया जाता है. दिल को स्वस्थ रखने के लिए पालक, बीन्स, सरसों का सार और मेथी को डाइट में शामिल करना चाहिए. इन्हें खाने से शरीर में आयरन की कमी भी दूर होती है. हरी सब्जियां खाने से ऑक्सीजन रिच ब्लड आपके हार्ट तक आसानी से पहुंच पाता है।

प्रभु श्रीराम के रंग में रंगा धनबाद , कहीं मंदिरों में विशेष अनुष्ठान, कहीं श्रृंगार आरती,


धनबाद : अयोध्या में आज, सोमवार 22 जनवरी को श्रीराम लला प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर धनबाद राममय हो गया है. गली-गली में राम पताकाएं लहरा रही हैं. राम नाम की गूंज से शहर का कोना-कोना भक्ति में डूबा हुआ है। जिले का चप्पा-चप्पा भगवा रंग से पूरी तरह सराबोर हो चुका है। 

प्रभु श्रीराम के स्वागत में लोग दीपोत्सव की तैयारी में जुटे हुए हैं. घर-आंगन सजाये जा रहे हैं. प्रभु श्रीराम के स्वागत को धनबाद आतुर दिख रहा है. अनायास ही यह शहर खुद अयोध्या नगरी सा नजर आने लगा है. उधर, मंदिरों में विशेष अनुष्ठान की तैयारियां चल रही हैं. मंदिरों को रंग-बिरंगे फूलों से सजाया गया है. 

जगह-जगह भव्य तोरण द्वार भक्तों का स्वागत कर रहे हैं. विद्युत सज्जा भक्ति के फिजां को सतरंगी बना रही है. मंदिरों में सुबह से ही विशेष अनुष्ठान शुरू हो जायेंगे. कहीं शृंगार आरती, तो कहीं महाआरती की तैयारी है. कई मंदिरों में सुंदरकांड पाठ सुबह से ही भक्ति का रस घोलेंगे. मंदिरों से उठनेवाली हवन और धूप-धुवन की खुशबू से चारों तरफ फैलेगी. रविवार को बैंक मोड़ शांति भवन स्थित श्री राधा कृष्ण मंदिर से भव्य राम ध्वजा शोभा यात्रा निकाली गयी. 

इस्कॉन धैया सोमवार को स्टील गेट से श्रीराम रथ यात्रा महामहोत्सव का आयोजन करेगा. राजकमल सरहस्वती विद्या मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह का लाइव प्रसारण होगा.

बाघमारा के चिटाहीधाम स्थित राम राज मंदिर को गेंदा के फूल एवं लाइट से आकर्षक ढंग से सजाया गया है. यहां भारी भीड़ उमड़ने की संभावना है. शहर के राजेंद्र सरोवर (बेकारबांध) में श्री राम महोत्सव की बड़ी तैयारी है. यहां 1.51 लाख दीए जलाये जायेंगे. साथ ही भजन संध्या एवं सामूहिक भंडारा होगा. मानस मंदिर जगजीवन नगर में 151 किलो लड्डू का भोग लगाया जायेगा. शक्ति मंदिर में विशेष लड्डू बनाया गया है. 

कई शिव मंदिरों में बाबा भोले का विशेष शृंगार होगा. जिनकी अराधना कर भगवान श्रीराम ने लंका पर विजय पायी, उन शिवशंकर की उपासना रामभक्त करेंगे. मंदिरों में हनुमान पाठ की तैयारी है. कई मंदिरों व गली-गली में भोग व खीर के वितरण की तैयारी है.

जेबीवीएनएल को बिजली नहीं काटने का आदेश

धनबाद उपायुक्त ने सोमवार को अयोध्या में श्री राम प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के कार्यक्रम के दौरान जेबीवीएनएल के जीएम को धनबाद जिला में निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित कराने को कहा है. ताकि पावर कट का लाभ असामाजिक तत्व नहीं उठा सकें.

सीएम ने दिया आदेश : सरकारी दफ्तरों में आधे दिन की छुट्टी, स्कूल रहेंगे बंद

अयोध्या में प्रभु श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर राज्य सरकार ने 22 जनवरी को सभी कार्यालय, प्रतिष्ठान व सार्वजनिक बैंकों को दिन के 2:30 बजे तक बंद करने का फैसला किया है. वहीं, सरकारी स्कूलों में पूरे दिन की छुट्टी घोषित की गयी है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के संबंधित निर्देश पर कार्मिक विभाग ने एनआइ एक्ट के तहत अवकाश की अधिसूचना जारी कर दी है.इधर, धनबाद में सरकारी स्कूलों के साथ कई निजी स्कूलों ने भी बंदी की घोषणा की.

पुलिस-प्रशासन हाई अलर्ट पर

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर धनबाद सहित पूरे राज्य में धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. इस दौरान विधि व्यवस्था दुरुस्त रखने के लिए राज्य के सभी 24 जिलों की पुलिस को अलर्ट पर रखा गया है. धनबाद में पुलिस सतर्कता बरत रही है. गलियों तक में पेट्रोलिंग हो रही है. जगह-जगह पुलिस बल तैनात किये गये हैं. दंडाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गयी है. उपायुक्त, एसएसपी ने रविवार को जिले के कई थानों का निरीक्षण किया. अतिरिक्त पुलिस बल की भी तैनाती की गयी है. ड्रोन, सीसीटीवी और वीडियोग्राफी के माध्यम से भी पुलिस विधि व्यवस्था पर नजर रखेगी. इस सिलसिले में शांति समिति की बैठक भी हुई. पूरे जिले के मंदिर सजे - धजे हैं । हर जगह अनुष्ठान हो रहे हैं कहीं खिचड़ी का भोग तो कहीं खीर का भोग तो कहीं हलवा पूरी का भोग लगा।

धनबाद में बिजली उपभोक्ता तो बढ़े जिसके कारण डिमांड 600 मेगावाट की है, पर मिल रही मात्र 440 मेगावाट


धनबाद : धनबाद में बिजली उपभोक्ता काफी तेजी से बढ़ रहे है. उसी अनुसार साल दर साल बिजली की खपत में भी इजाफा हो रहा है. यह इस बा तसे समझा जा सकता है कि वर्तमान में झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (जेबीवीएनएल) एरिया बोर्ड अंतर्गत धनबाद व चास सर्किल में उपभोक्ताओं की संख्या पांच लाख के करीब पहुंच गयी है.

जबकि, तीन सालों में बिजली की मांग में लगभग 40 प्रतिशत से ज्यादा का इजाफा दर्ज किया गया है. 

जेबीवीएनएल के अधिकारियों क अनुसार एरिया बोर्ड अंतर्गत धनबाद व चास सर्किल में लगभग पांच लाख उपभोक्ता है. इसमें धनबाद में लगभग चार लाख व चास सर्किल में उपभोक्ताओं की संख्या लगभग डेढ़ लाख के करीब है. दोनों सर्किलों में सप्लाई के लिए जेबीवीएनएल को लगभग 440 मेगावाट बिजली डीवीसी से मिलती है.

 जेबीवीएनएल के अधिकारियों के अनुसार उपभोक्ताओं की बढ़ती संख्या और बिजली की मांग के अनुसार सप्लाई नहीं है. मांग और आपूर्ति में लगभग 160 मेगावाट का अंतर होने के कारण आज भी लोगों को बिजली संकट का सामना करना पड़ रहा है.

तीन साल में उपभोक्ता बढ़कर पांच लाख हुए

पिछले कुछ सालों में उपभोक्ताओं की संख्या लगातार बढ़ रही है. पिछले तीन सालों के आंकड़ाें पर नजर डाले, तो उपभोक्ताओं की संख्या लगभग डेढ़ लाख तक बढ़ी है. वहीं बिजली की खपत में 40 प्रतिशत तक का इजाफा दर्ज किया गया है. तीन साल पहले धनबाद एरिया बोर्ड में उपभोक्ताओं की संख्या साढ़े तीन लाख थी. जबकि, बिजली की खपत लगभग 96 मेगावाट बढ़ी है. मांग ज्यादा होने से वर्तमान में डीवीसी से सप्लाई के लिए मिलने वाली 440 मेगावाट बिजली भी कम पड़ रही है. 

जेबीवीएनएल के अधिकारियों के अनुसार मांग के अनुसार धनबाद में वर्तमान में करीब 550 से 600 मेगावाट बिजली की जरूरत है.

अब, दूसरे स्रोत से बिजली लेने की कवायद

इधर, बिजली की मांग में लगातार हो रही इजाफा को देखते हुए जेबीवीएनएल ने दूसरे विकल्प तलाशने की कवायद शुरू कर दी है. इसके लिए धनबाद को चंदनकियारी नेशनल ग्रिड से जोड़ा गया है. ट्रांसमिशन लाइन बिछाने का कार्य भी पूरा कर लिया गया है. चंदनकियारी नेशनल ग्रिड को एनटीपीसी से बिजली मिलेगी. इसमें से लगभग 50 से 60 मेगावाट बिजली धनबाद में सप्लाई के लिए लेने की तैयारी है. चंदनकियारी ग्रेड से बिजली मिलने से धनबाद के पास दूसरा विकल्प तैयार हो जायेगा.

यह भी जानें : 

आज भी मुख्य बिजली सप्लायर है डीवीसी जेबीवीएनएल एरिया बोर्ड अंतर्गत धनबाद और चास सर्किल में डीवीसी की बिजली सप्लाई होती है. धनबाद सर्कल में डीवीसी की ओर से सप्लाई के लिए 210 से 240 मेगावाट बिजली प्रदान की जाती है. वहीं चास सर्किल में सप्लाई के लिए 180 से 200 मेगावाट बिजली डीवीसी देती है. हाल के दिनों में धनबाद सर्किल के पास कांड्रा ग्रिड दूसरा विकल्प के रूप में उभरा है. कांड्रा ग्रिड से धनबाद को 40 से 60 मेगावाट बिजली मिल रही है. जबकि, चास सर्किल अब भी डीवीसी से मिलने वाली बिजली पर पूरी तरह निर्भर है. ऐसे में बकाया की मांग को लेकर डीवीसी द्वारा कटौती किए जाने का सबसे ज्यादा असर एरिया बोर्ड के चास सर्किल पर ही पड़ता है.

उपायुक्त, एसएसपी ने किया टुंडी, झरिया, सिंदरी सहित जिले के अन्य थाना क्षेत्रों का दौरा, सभी थाना क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था का लिया जायजा


धनबाद : उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी वरुण रंजन तथा वरीय पुलिस अधीक्षक हृदीप पी जनार्दनन ने जिले में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए टुंडी, गोविंदपुर, झरिया, जोड़ापोखर, पाथरडीह, चासनाला, गौशाला, सिंदरी, सहरपुरा, बलियापुर सहित अन्य थाना क्षेत्र का दौरा किया।

इस अवसर पर उपायुक्त ने कहा कि राम लला प्राण प्रतिष्ठा को लेकर जिले में विधि व्यवस्था के संधारण के लिए आज अलग-अलग थाना क्षेत्र का भ्रमण किया है और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया है।

उन्होंने लोगों से अपील की कि सामाजिक सौहार्द को बनाए रखें। किसी प्रकार की सूचना तुरंत जिला कंट्रोल रूम को उपलब्ध कराए।

वहीं वरीय पुलिस अधीक्षक ने कहा कि अयोध्या में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर धनबाद में भी विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान आयोजित किए जा रहे हैं। सभी समारोह को शांतिपूर्ण संपन्न करने के लिए जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन पूरी तरह से तैयार है। 

उन्होंने लोगों से शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण वातावरण में और भाईचारे के साथ समारोह मनाने की अपील की। 

इस दौरान उपायुक्त वरुण रंजन, वरीय पुलिस अधीक्षक हृदीप पी जनार्दनन, एडीएम लॉ एंड ऑर्डर कमलाकांत गुप्ता, अनुमंडल पदाधिकारी उदय रजक, विशेष कार्य पदाधिकारी सुशांत मुखर्जी के अलावा संबंधित अंचल के अंचल अधिकारी, थाना प्रभारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी मौजूद थे।

सदियों की प्रतिक्षा के बाद हमारे राम आ गए, प्राण प्रतिष्ठा के बाद बोले पीएम मोदी


अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पूरी हो गई है। इसी के साथ रामभक्तों का 500 साल का लंबा इंतजार खत्म हो गया है।रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पीएम मोदी ने समारोह में मौजूद लोगों को संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा कि सदियों के इंतजार के बाद हमारे प्रभु राम आ गए हैं। वो अब टेंट में नहीं रहेंगे। वो भव्य मंदिर में रहेंगे।पीएम मोदी ने कहा कि गर्भगृह में साक्षी बनकर आपके सामने खड़ा हूं। ये क्षण आलौकिक है। उन्होंने कहा कि ये क्षण पवित्र है। प्रभु राम का हम सबपर आर्शीवाद है।

पीएम मोदी ने कहा कि यह सामान्य समय नहीं है। यह काल के चक्र पर सर्वकालिक स्याही से अंकित हो रही अमिट स्मृति रेखाएं हैं। साथियों हम सब जानते हैं कि जहां राम का काम होता है, वहां पवनपुत्र हनुमान अवश्य विराजमान होते हैं। मैं रामभक्त हनुमान को प्रणाम करता हूं। मैं माता जानकी, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न को प्रणाम करता हूं। मैं सबको प्रणाम करता हूं। मैं इस पल दैवीय अनुभव कर रहा हूं। वे दिव्य आत्माएं, वे दैवीय विभूतियां भी हमारे आसपास उपस्थित हैं। मैं इन सबको नमन करता हूं। मैं प्रभु श्रीराम से क्षमा याचना भी करता हूं। हमारे पुरुषार्थ, हमारे त्याग और तपस्या में कुछ तो कमी रह गई होगी कि हम इतनी सदियों तक यह कार्य नहीं कर पाए।

हजार साल बाद भी लोग आज की इस तारीख की चर्चा करेंगे-पीएम मोदी

अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज से हजार साल बाद भी लोग आज की इस तारीख की, आज के इस पल की चर्चा करेंगे। ये कितनी बड़ी राम कृपा है कि हम सब इस पल को जी रहे हैं और इसे साक्षात घटित होते देख रहे हैं। मैं आज प्रभु श्री राम से क्षमा याचना भी करता हूं। हमारे पुरुषार्थ, त्याग, तपस्या में कुछ तो कमी रह गई होगी कि हम इतनी सदियों तक यह कार्य कर नहीं पाए। आज वह कमी पूरी हुई है। मुझे विश्वास है कि प्रभु श्री राम आज हमें अवश्य क्षमा करेंगे।

अयोध्या और देशवासियों ने सैकड़ों वर्षों का वियोग सहा-पीएम मोदी

लंबे वियोग से आई आपत्ति का अंत हो गया। त्रेता युग में तो वह वियोग केवल 14 वर्षों का था, तब भी इतना असह्य था। इस युग में तो अयोध्या और देशवासियों ने सैकड़ों वर्षों का वियोग सहा है। हमारी कई-कई पीढ़ियों ने वियोग सहा है। भारत के तो संविधान की पहली प्रति में भगवान राम विराजमान है। संविधान के अस्तित्व में आने के बाद भी दशकों तक प्रभु राम के अस्तित्व को लेकर कानूनी लड़ाई चली। मैं भारत की न्यायपालिका का आभार व्यक्त करूंगा, जिसने न्याय की लाज रख ली। न्याय के पर्याय प्रभु राम का मंदिर भी न्यायबद्ध तरीके से ही बना।