भगवान श्री राम के स्वागत में जुटा पूरा देश, ‘श्रीराम, जय राम, जय जय राम’ के जाप से गूंजयान राजधानी पटना

डेस्क : आज अयोध्या में एकबार फिर भगवान श्रीराम का आगमन होने जा रहा है। अयोध्या के नवनिर्मित मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पूरा देश राममय हो गया है। इधर राजधानी पटना भी रामधुन में रम गया है। शहर के मंदिरों से लेकर घरों तक में श्रीराम के स्वागत की तैयारियां चल रही हैं। मंदिरों में अखंड कीर्तन, अष्टयाम शुरू हो गया है। ‘श्रीराम, जय राम, जय जय राम’ के जाप से पूरा शहर गूंजने लगे हैं।

डाकबंगला चौराहा पर स्थापित श्रीराम जन्मभूमि मंदिर की प्रतिकृति देखने वालों का तांता बीते रविवार की देर शाम तक लगा रहा। मंत्रोच्चार एवं पूजा पाठ के साथ बांकीपुर विधायक नितिन नवीन व पूजा कमेटी के अध्यक्ष जगजीवन बबलू की मौजूदगी में डाकबंगला चौराहा पर रविवार को 24 घंटा तक चलने वाले अष्टयाम की शुरुआत की। अभिनंदन समिति के बैनर तले सवा लाख दीपकों का वितरण कार्यक्रम देर शाम तक हुआ। शहर में प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर भंडारा से लेकर भोग प्रसाद बांटने की तैयारियां की जा रही है। इस्कॉन मंदिर, पटना जंक्शन स्थित महावीर मंदिर, विजय नगर मानस मंदिर सहित शहर के तमाम मंदिरों में प्राण प्रतिष्ठा के पूर्व विशेष आयोजन के साथ-साथ प्रसाद वितरण की व्यवस्था की गई है।

एलईडी पर सीधा प्रसारण 

शहर के मठ-मंदिरों के साथ-साथ मोहल्लों के अपार्टमेंट भी बड़े एलईडी स्क्रीन के माध्यम से अयोध्या में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोहों से जुड़ेंगे। इसके लिए अपार्टमेंटों के बेसमेंट और छतों पर बडे़ एलईडी स्क्रीन लगाया जा रहा है। अभय अमन सेवा संस्थान के जगत नंदन प्रसाद कहते हैं कि उनके मानसरोवर कॉलोनी स्थित दुर्गा पूजा स्थल पर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का सीधा प्रसारण प्रोजेक्टर के माध्यम से बड़े स्क्रीन पर दिखाया जाएगा। इसी तरह राजीव नगर के घुड़दौड़ रोड के अशोक कुमार बताते हैं कि प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर वनशक्ति मंदिर में दीप जलाया जाएगा और भंडारा का आयोजन होगा।

पंचरुपी हनुमान मंदिर में अखंड कीर्तन राजवंशीनगर स्थित पंचरूपी हनुमान मंदिर में 24 घंटे का अष्टजाम सह अखंड कीर्तन रविवार से शुरू हो गया। मनेर(पटना) से आए सुशील व्यास एवं सुपन राय के नेतृत्व में कीर्तन मंडली ने राम नाम कीर्तन शुरु किया। मंदिर के मुख्य पुजारी सुरेन्द्र दुबे एवं उपमुख्य पुजारी संतोष तिवारी ने बताया कि अष्टजाम के पहले मंदिर में महावीर जी की विशेष पूजा अर्चना की गयी। सोमवार सुबह में अष्टजाम की पूर्णाहूति होगी। सोमवार शाम को मंदिर में 11 सौ दीया जलाया जाएगा। इस मौके पर ओम प्रकाश शर्मा, पुजारी बिरजू मिश्रा, राजेश झा, अजय झा, श्रीकांत झा सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे। राजवंशीनगर शिवशक्ति हनुमान मंदिर में रविवार कीर्तन हुआ। मंदिर से जुड़े अशोक सिंह ने बताया कि गुंबद पूजन पर विशाल भंडारा का आयोजन होगा।

राम की बनाई रंगोली राम लला की प्राण प्रतिष्ठा की पूर्व संध्या पर रविवार को पाटलिपुत्र सर्राफा संघ के बैनर तले सांस्कृतिक चेतना जागृत करने के उद्देश्य से चित्र कला व रंगोली कार्यक्रम आयोजित की गयी। इसमें 22 बच्चों ने भाग लिया। इस अवसर पर अध्यक्ष बिनोद कुमार, महासचिव शशि कुमार, राजेश कुमार जाडिया, मनोज कुमार, अजय कुमार, राजीव कुमार, आलोक कुमार, संजय सर्राफ सहित कई लोग मौजूद रहे।

अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान को लेकर पटना जिले में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद, चप्पे-चप्पे पर पुलिस की पैनी नजर

डेस्क : आज देश के लिए बड़ा दिन है। अयोध्या में एकबार फिर भगवान श्रीराम का आगमन होने जा रहा है। अयोध्या के नवनिर्मित मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पूरा देश राममय हो गया है। अयोध्या में बड़ी संख्या में लोग श्री राम की प्राण-प्रतिष्ठा में शामिल होने के लिए पहुंच गए है।

अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान को देखते हुए पूरे देश में सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किये गये है। इधर पटना जिले में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी गई है। महत्वपूर्ण जगहों पर रविवार से ही चौकसी बढ़ा दी गई। वहीं जिला में बिहार पुलिस के अतिरिक्त जवानों की तैनाती के अलावा रैपिड एक्शन फोर्स (रैफ) की एक कंपनी भी प्रतिनियुक्त की गई है।

रैफ की तैनाती सर्वाधिक संवेदनशील इलाकों में की गई है। शहर के प्रमुख मंदिर और चौक-चौराहों पर 70 मजिस्ट्रेट की भी तैनाती रहेगी। सात सौ पुलिसकर्मी भी जगह-जगह मुस्तैद रहेंगे। राजधानी में खाजपुरा शिव मंदिर और डाकबंगला से ये शोभायात्राएं निकाली जाएंगी।

अधिकारियों के मुताबिक अयोध्या में होनेवाले समारोह को लेकर जिले में अलर्ट है। सभी थाना प्रभारी, सीओ, बीडीओ, डीएसपी, एसडीएम और जिले के वरीय अधिकारियों को डीएम और एसएसपी की ओर से सतर्क रहने को कहा गया है। जिला नियंत्रण कक्ष से जिले के प्रत्येक हिस्से से रिपोर्ट ली जा रही है। खासकर फुलवारीशरीफ, पटना सिटी और पटना सदर अनुमंडल के कई संवेदनशील इलाके पर विशेष नजर है। रैफ जवानों ने भी कई इलाकों में फ्लैग मार्च किया है। 

पटना के महत्वपूर्ण मंदिर गर्दनीबाग ठाकुरबाड़ी, भिखमदास ठाकुरबाड़ी कदमकुआं, रामचौरा मंदिर मीठापुर, पटना जंक्शन स्थित महावीर मंदिर, राजवंशीनगर बेली रोड स्थित हनुमान मंदिर, खाजपुरा शिवमंदिर पर विशेष तौर पर सुरक्षा की व्यवस्था की गई है।

डाकबंगला, एक्जीविशन रोड, स्टेशन, आर ब्लॉक चौराहा, आयकर गोलंबर, सगुना मोड, हड़ताली मोड़ आदि जगहों पर मजिस्ट्रेट तैनात रहेंगे। सिटी मजिस्ट्रेट राजेश रौशन ने बताया कि थानाध्यक्ष क्षेत्र में गश्त करेंगे। जिला नियंत्रण कक्ष में भी मजिस्ट्रेट रहेंगे ताकि जरूरत पड़ने पर उन्हें गंतव्य स्थान पर भेजा जा सके। सभी अस्पतालों को भी अलर्ट पर रखा गया। प्रमुख अस्पतालों में जिला प्रशासन ने 10-10 बेड सुरक्षित रखने को कहा गया है।

समस्तीपुर में 592 करोड़ रुपये की लागत से बने 500 बेड के श्रीराम जानकी मेडिकल कॉलेज अस्पताल का सीएम नीतीश कुमार ने किया उद्घाटन, मौके पर किया एलान

डेस्क : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने समस्तीपुर के सरायरंजन में 592 करोड़ रुपये की लागत से बने 500 बेड के श्रीराम जानकी मेडिकल कॉलेज अस्पताल का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि यहां इलाज की सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं। उन्होंने घोषणा की कि श्रीराम जानकी मेडिकल कॉलेज अस्पताल को एक हजार बेड की क्षमता का बनाया जाएगा। आगे और सुविधाएं विकसित की जाएंगी।

सीएम ने कहा कि यह तो शुरुआत है, अभी और बहुत कुछ देंगे। यहां सौ छात्र-छात्राओं के दाखिले की व्यवस्था है, इसकी संख्या भी बढ़ाई जाएगी। उन्होंने नरघोघी में जनसभा में कहा कि यह अस्पताल बहुत बड़ा और सुंदर बना है। यहां इलाज की सुविधा शुरू हो गई है। अब इस क्षेत्र के लोगों को इलाज के लिए अन्य कहीं जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। 

उन्होंने कहा कि श्रीराम जानकी मठ द्वारा इस अस्पताल के निर्माण के लिए जमीन दान दी गई थी, इसलिए अस्पताल का नाम श्रीराम जानकी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल रखा गया है। इसके निर्माण में केंद्र सरकार ने भी सहयोग दिया है।

इससे पहले उन्होंने मेडिकल कॉलेज अस्पताल में उपलब्ध हर सुविधा का जायजा लिया। ओपीडी व इमरजेंसी समेत अन्य जगहों का निरीक्षण किया। मेडिकल कॉलेज सभागार में जिले के विधायकों व अफसरों संग अनौपचारिक रूप से बैठक भी की।

जननायक कर्पूरी ठाकुर के सिद्धांतों पर चलते हुए समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति के हितों और उनके उन्नति के लिए दृढ़ संकल्पित है मोदी सरकार : बीजेपी


डेस्क : बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जननायक कर्पूरी ठाकुर के सिद्धांतों पर चलते हुए समाज के अंतिम पायदान पर खड़े पिछड़े, अतिपिछड़े एवं दलित समाज के व्यक्ति के हितों और उनके उन्नति के लिए केन्द्र की मोदी सरकार दृढ़ संकल्पित है। उक्त बातें भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अरविन्द कुमार सिंह ने कही है। 

अरविंद सिंह ने कहा है कि कर्पूरी ठाकुर 1952 में पहली बार विधानसभा चुनाव में जीते। जननायक कर्पूरी ठाकुर बिहार के पहले गैर- कांग्रेसी मुख्यमंत्री थे। 1971 में मुख्यमंत्री बनने पर ठाकुर ने किसानों को बड़ी राहत देते हुए गैर- लाभकारी जमीन पर मालगुजारी टैक्स को खत्म कर दिया था। 24 जनवरी को भारतीय जनता पार्टी पटना के मिलर स्कूल ग्राउंड में कर्पूरी जयंती मनाने का काम कर रही है।

कांग्रेस-राजद ने कभी पिछड़ों का सम्मान नहीं किया। 2001 में राबड़ी देवी की सरकार ने पिछड़ों को आरक्षण दिये बिना पंचायत चुनाव करा लिये थे। कांग्रेस का पिछड़ा-विरोधी इतिहास 60 साल पुराना रहा है। जब कांग्रेस केंद्र और राज्यों की सत्ता में होती थी, तब इसने काका कालेलकर समिति की रिपोर्ट को कूड़ेदान में डाला, मंडल आयोग की रिपोर्ट दबायी और आरक्षण का विरोध किया। आज लालू प्रसाद और नीतीश कुमार अपने राजनीतिक स्वार्थ में अंधे होकर पिछड़ा विरोधी कांग्रेस की गोद में बैठ गए हैं।

श्री अरविन्द ने कहा कि नरेन्द्र मोदी के सरकार ने वर्ष 2018 में राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा देकर सामाजिक न्याय को सशक्त करने का काम किया। श्रमिक समाज को सशक्त, सबल और आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से पीएम विश्वकर्म योजना की शुरुआत की है जिससे देश के करोड़ों कुशल कामगर इस योजना के माध्यम से आत्मनिर्भर एवं सशक्त बनेंगे।

मोदी सरकार में 51 करोड़ लोगों के बैंक खाता खोलें गए हैं, 4 करोड़ गरीबों को उनका पक्का घर मिला, 11 करोड़ घरों में पानी पहुंचाने का काम किया गया, 10 करोड़ महिलाओं को उज्जवला योजना के जरिए मुफ्त गैस सिलेंडर दिया गया, 11 करोड़ से अधिक शौचालय का निर्माण हुआ है। 

श्री अरविन्द ने कहा कि मोदी सरकार में आयुष्मान भारत के तहत 5 लाख रुपये तक के मुफ्त इलाज की सुविधा है, डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) के माध्यम से बिचौलियों पर अंकुश लगाते हुए सरकार के योजनाओं का रुपया सीधे गरीब के खातों में पहुंचाना हो या 80 करोड़ से अधिक लोगों को मुफ्त अनाज दिया जा रहा है। किसान सम्मान निधि योजना के माध्यम से सीधा किसानों के बैंक खाते में सलाना 6000 रुपए देने का काम मोदी सरकार कर रही है। वहीं जन औषधि केन्द्र के माध्यम से गरीबों को सस्ती दवाएँ उपलब्ध करा रही है मोदी सरकार।

भाजपा जनसंघ काल से आरक्षण की पक्षधर रही है और समाज के कमजोर तबको को आरक्षण देने का काम किया है। फिर चाहे कर्पूरी जी की सरकार में पंचायत एवं नगर निकाय में आरक्षण के सीमा को 37 फ़ीसदी करने की बात हो, या फिर मण्डल आयोग को अपना सर्मथन देना हो, भाजपा इससे कभी पीछे नहीं हटी है। लेकिन आरक्षण का राग अलापने वाले लालू जी ने अपने पूरे शासन काल में समाज के किसी भी वर्ग को आरक्षण देने का काम नहीं किया। आज सत्ता के लोभ में जो लालू और नीतीश जी कांग्रेस की गोद में जाकर बैठे हुए हैं वह कांग्रेस भी कभी आरक्षण की हितैसी नहीं रही है।

रामलला प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर राममय हुई राजधानी पटना : पूरा शहर सज-धजकर तैयार, हर ओर सिर्फ प्रभु राम ही राम

डेस्क :- कल सोमवार 22 जनवरी को अयोध्या में बने भव्य मंदिर में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा होने जा रही है। इस समारोह के पुण्य अवसर को लेकर पूरे देश में हर्ष का वातावरण बना हुआ है। मंदिरों को सजाया संवारा गया है। इधर राजधानी पटना सज-धज कर तैयार है। राजधानी राममय हो चुकी है। हर घर में उत्सव का माहौल है। राजधानी के गली-मोहल्ले में भगवान राम का ध्वज लहरा रहा है।

प्रभु राम के प्रति आस्था और उत्साह इतना है कि घर से लेकर मोबाइल के स्टेटस में प्रभु राम ही राम नजर आ रहे हैं। कॉलर ट्यून में भी प्रभु राम के गीत लगाने वालों की संख्या बढ़ गई है। सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म एक्स, फेसबुक, वाट्सएप व इंस्टाग्राम भी राममय हो गए हैं। इस वक्त सर्च इंजन गूगल पर अयोध्या, राम जन्मभूमि, और राम जैसे शब्द सबसे ज्यादा सर्च किए जा रहे हैं। भारतीय ही नहीं, फेसबुक व एक्स पर विदेशी भी जय श्रीराम लिख रहे हैं।कई घरों में पूजनोत्सव और अखंड पाठ की तैयारी है। पटना जंक्शन के महावीर मंदिर, इस्कॉन और राजवंशी नगर हनुमान मंदिर सहित प्रमुख मंदिरों में विशेष उत्सव मनाया जाने लगा है।

अयोध्या राम मंदिर के लिए पटना के हनुमान मंदिर न्यास की तरफ से 10 करोड़ और अयोध्या में संचालित हनुमान मंदिर न्यास की अमावा राम मंदिर की तरफ से सोने का तीर-धनुष प्रदान किया गया है। 2.5 किलो वजन का तीर-धनुष तांबे के बेस पर स्वर्ण जड़ित है। 10 हजार किलोग्राम नैवेद्यम तैयार किया जा रहा है। 2 करोड़ की अंतिम किश्त श्रीराम जन्म भूमि मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेन्द्र मिश्र को सौंपी गई।

22 जनवरी को पटना में सबसे बड़ा उत्सव डाकबंगला चौराहे पर मनाया जाएगा। यहां 51 हजार दीप प्रज्वलित किए जाएंगे। श्रीरामनवमी शोभायात्रा अभिनंदन समिति के संयोजक जगजीवन सिंह बब्लू ने बताया कि दीपोत्सव को भव्यता देने की विशेष तैयारी है। वहीं महावीर मंदिर में अष्टायाम होगा।

*राजधानी पटना समेत दक्षिण बिहार में शीतलहर का ऑरेजन अलर्ट, जम्मू और शिमला से भी ठंडा रहा गया*

डेस्क : पिछले कई दिनों से राजधानी पटना सहित पूरा प्रदेश भीषण ठंड की चपेट में है। कड़कड़ाती ठंड ने पूरा जन-जीवन अस्तवयस्त कर डाला है। पछुआ के कारण लोगों को कनकनी का एहसास हो रहा है। गया में भीषण शीतलहर की स्थिति बनी हुई है। वहीं मौसम विभाग की ओर से राजधानी पटना सहित दक्षिण बिहार में सोमवार को शीतलहर का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। 

जम्मू और शिमला से भी ठंडा रहा गया

शनिवार को प्रदेश में गया शहर जम्मू और शिमला से भी ठंडा रहा। गया का न्यूनतम तापमान 4 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं शिमला और जम्मू के कटरा का न्यूनतम तापमान 5 डिग्री रिकार्ड किया गया। पटना सहित 27 शहरों के अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी हुई है।

वहीं दरभंगा, बक्सर, बांका भीषण शीत दिवस और छपरा, फारबिसगंज, जीरादेई, पूसा, अगवानपुर, भागलपुर, पूर्णिया, कैमूर, डेहरी शीत दिवस की चपेट में रहा। पूर्णिया में अति घना कोहरा और पटना व गया में घना कोहरा सुबह के समय छाया रहा। पटना सहित सूबे के 23 शहरों का न्यूनतम तापमान 10 डिग्री के नीचे है। वहीं राजधानी सहित 27 शहरों का अधिकतम तापमान बढ़ा है। 

प्रदेश का सबसे ठंडा शहर 4 डिग्री के साथ गया और गर्म शहर 21.5 डिग्री के साथ सबौर रहा। शनिवार को प्रदेश के 28 शहरों का न्यूनतम तापमान गिरा है। इस दौरान नवादा का पारा 7 डिग्री गिरा। गया सबसे ठंडा शहर रहा, यहां के तापमान में 6.4 डिग्री की गिरावट हुई। पटना के न्यूनतम तापमान में 1.7 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई। कई शहरों में न्यूनतम पारा दस डिग्री से नीचे रहा। गया में 4, बांका व नवादा में 5.5, औरंगाबाद में 5.8, कैमूर, बक्सर मे छह डिग्री रहा।

*बिहार मंत्रिमंडल में बड़ा फेरबदल : शिक्षा मंत्री समेत दो कैबिनेट मंत्रियों का बदला विभाग, अधिसूचना जारी*

डेस्क : बिहार की नीतीश सरकार ने मंत्रिमंडल में बड़ा फेरबदल किया है। शनिवार की देर रात दो कैबिनेट मंत्रियों के विभाग बदल दिये गये, जबकि एक मंत्री को अतिरिक्त विभाग का प्रभार दिया गया। 

रामचरित मानस पर टिप्पणी और विभाग के अपर सचिव के.के पाठक के साथ तनातनी को लेकर विवादों में रहने वाले डॉ चंद्रशेखर की शिक्षा मंत्री पद से छुट्टी कर दी गई है। उनकी जगह नीतीश सरकार में अबतक भूमि एवं राजस्व विभाग संभाल रहे आलोक कुमार मेहता राज्य के नए शिक्षा मंत्री बनाए गए हैं। चंद्रशेखर को गन्ना उद्योग मंत्री बनाया गया है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सलाह पर बिहार के राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने इस पर सहमति दे दी। इसके बाद मंत्रिमंडल विभाग ने अधिसूचना जारी कर दी है।

कैबिनेट द्वारा शनिवार को देर रात जारी अधिसूचना के मुताबिक राज्य मंत्रिमंडल में कुल तीन फेरबदल किये गये हैं। ललित कुमार यादव को लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के अलावा राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग का प्रभार अगले आदेश तक सौंपा गया है।

बता दें डॉ. चन्द्रशेखर के कई विवादास्पद बयानों से सरकार में शामिल दलों में भी कई बार तनातनी की स्थिति उत्पन्न हुई। रामचरित मानस पर उनके बयानों पर जदयू ने खुलकर नाराजगी जाहिर की। खुद तेजस्वी यादव ने सार्वजनिक तौर पर चन्द्रशेखर को विभागीय कामकाज में ध्यान लगाने की नसीहत दी थी।

गौरतलब है कि दो दिन पहले ही राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की थी। माना जा रहा है कि इसी दौरान राजद कोटे के तीनों मंत्रियों के विभागों में फेरबदल पर सहमति बनी।

जदयू के नये राष्ट्रीय अध्यक्ष सीएम नीतीश कुमार ने पार्टी की नई टीम का किया गठन, जानिए पूरा डिटेल

डेस्क : जदयू का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद सीएम नीतीश कुमार ने नए पार्टी पाधाधिकारियों की गठन की है। नीतीश कुमार ने नई टीम की घोषणा कर दी है। 

इस नई टीम में वशिष्ठ नारायण सिंह को नीतीश कुमार ने पार्टी के उपाध्यक्ष बनाया है। वहीं के.सी त्यागी राजनीतिक सलाहकार और प्रवक्ता बने हैं। आलोक कुमार सुमन जदयू के कोषाध्यक्ष बने।

पार्टी के नए राष्ट्रीय महासचिव 

रामनाथ ठाकुर, मंगनी लाल मंडल, संजय झा, मोहम्मद अली अशरफ फातमी, आफाक अहमद, श्रीभगवान सिंह कुशवाहा, रामसेवक सिंह, कहकशा परवीन,कपिल हरिश्चंद्र पाटिल, राज सिंह मान, इंजीनियर सुनील कुमार बनें हैं।

पार्टी के प्रवक्ता, राजीव रंजन वहीं सचिव -विद्या सागर निषाद, राजीव रंजन प्रसाद, अनुप पटेल, दयानंद राय,संजय कुमार और मो. निसार बनें हैं।

ठंड का सितम : पूरे प्रदेश में आज रहेगी कड़ाके की ठंड, मौसम विभाग ने जारी किया भीषण शीत दिवस का अलर्ट

डेस्क : पिछले कई दिनों से राजधानी पटना सहित पूरा प्रदेश भीषण ठंड की चपेट में है। कड़कड़ाती ठंड ने पूरा जन-जीवन अस्तवयस्त कर डाला है। वहीं आज शनिवार को भी मौसम विभाग ने कड़ाके की ठंड रहने की चेतावनी दी है। मौसम विभाग ने भीषण शीत दिवस का अलर्ट जारी किया है। साथ ही सूबे उत्तर-पूर्व एवं दक्षिणी भागों के कुछ स्थानों पर घना कोहरा छाए रहने की संभावना है।

शुक्रवार को पटना, गया, डेहरी, बक्सर, औरंगाबाद, जीरादेई, कैमूर एवं मोतिहारी भीषण शीत दिवस और छपरा एवं फारबिसगंज शीत दिवस की चपेट में रहे। हालांकि, ज्यादातर शहरों के अधिकतम और न्यूनतम तापमान में वृद्धि से लोगों को ठंड से हल्की राहत मिली। प्रदेश का सबसे ठंडा शहर 7.6 डिग्री सेल्सियस के साथ बक्सर और सबसे गर्म शहर 19.8 डिग्री सेल्सियस के साथ नवादा रहा।

मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को अधिकतर शहरों के अधिकतम तापमान में वृद्धि दर्ज की गई। नवादा में सबसे अधिक 5.7 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हुई। जमुई में 4, शेखपुरा में 5.3, गया में 4.6, औरंगाबाद में 3.3, कैमूर में 3.8, मोतिहारी में 3.5, वैशाली में 4.3, पूसा में 3 डिग्री सेल्सियस तापमान बढ़ा। अन्य शहरों के तापमान में 3 डिग्री सेल्सियस से कम की वृद्धि हुई। इससे कई जिलो में लोगों को दिन में ठंड से हल्की राहत मिली।

पटना में लगातार दूसरे दिन भीषण शीत दिवस रहा। वहीं गया में हल्के से मध्यम स्तर की बारिश हुई। सुबह पूर्णिया समेत कई शहरों में कोहरा छाया रहा। पटना में कई दिनों के बाद धूप निकलने से राहत मिली। पटना का अधिकतम तापमान 4.7 डिग्री वृद्धि के साथ 18.4 रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य से 4 डिग्री कम है। वहीं न्यूनतम तापमान गिरने से सुबह-शाम कनकनी का एहसास हुआ। पटना सहित सात शहरों के न्यूनतम तापमान में गिरावट आई है। औरंगाबाद में 2.3,बक्सर में 2.1 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई।

संविदा पर बहाल स्वास्थ्यकर्मियों के लिए खुशखबरी, मानदेय में इतने प्रतिशत की हुई बढ़ोत्तरी

डेस्क : राज्य में संविदा पर बहाल स्वास्थ्यकर्मियों के लिए बड़ी खुशखबरी है। एनएचएम (राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन) के तहत कार्यरत स्वास्थ्यकर्मियों को प्रतिमाह मानदेय में 10 से 25 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की गई है। विकास आयुक्त विवेक कुमार सिंह की अध्यक्षता में शुक्रवार को शासी निकाय की बैठक में मानदेय बढ़ाने का निर्णय लिया गया। इस फैसले से लगभग 8 हजार एएनएम सहित विभिन्न विभिन्न पदों के 17 हजार कर्मियों को लाभ होगा।

जिन कर्मियों का मानदेय कम था, उसके मानदेय में 25 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हुई है, जबकि पहले से जिनका अधिक मानदेय था, उन्हें 10 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी दी गई है। संविदा वाले कर्मियों को न्यूनतम मानदेय 15 हजार होगा। बैठक में स्वास्थ्य विभाग के सचिव सह राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक पदाधिकारी संजय कुमार सिंह सहित वित्त और विभिन्न विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे। 

जिन एएनएम का मानदेय अभी 12500 रुपए है उन्हें अब 15 हजार रुपए मिलेंगे। संविदाकर्मियों के मानदेय में ढाई हजार से पांच हजार तकरीबन की वृद्धि की गई है। स्वास्थ्य संविदा कर्मियों के मूल बेसिक इंट्री लेवेल मानदेय में बढ़ोतरी की गई है। बेसिक इंट्री लेवेल मानदेय मंं बढ़ोतरी के लिए संविदा स्वास्यकर्मी लगातार सरकार से मांग कर रहे थे। 

स्वास्थ्य सचिव के अनुसार किसी भी स्वास्थ्य संविदा कर्मियों का मानदेय न्यूनतम मजदूरी से कम नहीं होगा। संविदाकर्मियों को उनकी योग्यता और कार्य प्रगति के आधार पर भी मानदेय में बढ़ोतरी होगी। प्रखंड से लेकर राज्य स्तर तक के कर्मियों को लाभ होगा। 

राज्य स्वास्थ्य समिति के तहत राज्य प्रबंधक इकाई से लेकर उप केंद्र स्तर तक के संविदा के आधार पर नियोजित कर्मियों के वार्षिक वेतन वृद्धि का प्रावधान है। नियम प्रावधान के अनुसार संविदा कर्मियों को वार्षिक मूल्यांकन कर 10 प्रतिशत तक वार्षिक वृद्धि दी जा सकती है। किसी कारण यदि वार्षिक मूल्यांकन नहीं होता है तो कर्मियों को न्यूनतम 5 प्रतिशत तक वार्षिक वृद्धि देने का प्रावधान है।