ठंड का सितम : पूरे प्रदेश में आज रहेगी कड़ाके की ठंड, मौसम विभाग ने जारी किया भीषण शीत दिवस का अलर्ट

डेस्क : पिछले कई दिनों से राजधानी पटना सहित पूरा प्रदेश भीषण ठंड की चपेट में है। कड़कड़ाती ठंड ने पूरा जन-जीवन अस्तवयस्त कर डाला है। वहीं आज शनिवार को भी मौसम विभाग ने कड़ाके की ठंड रहने की चेतावनी दी है। मौसम विभाग ने भीषण शीत दिवस का अलर्ट जारी किया है। साथ ही सूबे उत्तर-पूर्व एवं दक्षिणी भागों के कुछ स्थानों पर घना कोहरा छाए रहने की संभावना है।

शुक्रवार को पटना, गया, डेहरी, बक्सर, औरंगाबाद, जीरादेई, कैमूर एवं मोतिहारी भीषण शीत दिवस और छपरा एवं फारबिसगंज शीत दिवस की चपेट में रहे। हालांकि, ज्यादातर शहरों के अधिकतम और न्यूनतम तापमान में वृद्धि से लोगों को ठंड से हल्की राहत मिली। प्रदेश का सबसे ठंडा शहर 7.6 डिग्री सेल्सियस के साथ बक्सर और सबसे गर्म शहर 19.8 डिग्री सेल्सियस के साथ नवादा रहा।

मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को अधिकतर शहरों के अधिकतम तापमान में वृद्धि दर्ज की गई। नवादा में सबसे अधिक 5.7 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हुई। जमुई में 4, शेखपुरा में 5.3, गया में 4.6, औरंगाबाद में 3.3, कैमूर में 3.8, मोतिहारी में 3.5, वैशाली में 4.3, पूसा में 3 डिग्री सेल्सियस तापमान बढ़ा। अन्य शहरों के तापमान में 3 डिग्री सेल्सियस से कम की वृद्धि हुई। इससे कई जिलो में लोगों को दिन में ठंड से हल्की राहत मिली।

पटना में लगातार दूसरे दिन भीषण शीत दिवस रहा। वहीं गया में हल्के से मध्यम स्तर की बारिश हुई। सुबह पूर्णिया समेत कई शहरों में कोहरा छाया रहा। पटना में कई दिनों के बाद धूप निकलने से राहत मिली। पटना का अधिकतम तापमान 4.7 डिग्री वृद्धि के साथ 18.4 रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य से 4 डिग्री कम है। वहीं न्यूनतम तापमान गिरने से सुबह-शाम कनकनी का एहसास हुआ। पटना सहित सात शहरों के न्यूनतम तापमान में गिरावट आई है। औरंगाबाद में 2.3,बक्सर में 2.1 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई।

संविदा पर बहाल स्वास्थ्यकर्मियों के लिए खुशखबरी, मानदेय में इतने प्रतिशत की हुई बढ़ोत्तरी

डेस्क : राज्य में संविदा पर बहाल स्वास्थ्यकर्मियों के लिए बड़ी खुशखबरी है। एनएचएम (राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन) के तहत कार्यरत स्वास्थ्यकर्मियों को प्रतिमाह मानदेय में 10 से 25 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की गई है। विकास आयुक्त विवेक कुमार सिंह की अध्यक्षता में शुक्रवार को शासी निकाय की बैठक में मानदेय बढ़ाने का निर्णय लिया गया। इस फैसले से लगभग 8 हजार एएनएम सहित विभिन्न विभिन्न पदों के 17 हजार कर्मियों को लाभ होगा।

जिन कर्मियों का मानदेय कम था, उसके मानदेय में 25 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हुई है, जबकि पहले से जिनका अधिक मानदेय था, उन्हें 10 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी दी गई है। संविदा वाले कर्मियों को न्यूनतम मानदेय 15 हजार होगा। बैठक में स्वास्थ्य विभाग के सचिव सह राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक पदाधिकारी संजय कुमार सिंह सहित वित्त और विभिन्न विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे। 

जिन एएनएम का मानदेय अभी 12500 रुपए है उन्हें अब 15 हजार रुपए मिलेंगे। संविदाकर्मियों के मानदेय में ढाई हजार से पांच हजार तकरीबन की वृद्धि की गई है। स्वास्थ्य संविदा कर्मियों के मूल बेसिक इंट्री लेवेल मानदेय में बढ़ोतरी की गई है। बेसिक इंट्री लेवेल मानदेय मंं बढ़ोतरी के लिए संविदा स्वास्यकर्मी लगातार सरकार से मांग कर रहे थे। 

स्वास्थ्य सचिव के अनुसार किसी भी स्वास्थ्य संविदा कर्मियों का मानदेय न्यूनतम मजदूरी से कम नहीं होगा। संविदाकर्मियों को उनकी योग्यता और कार्य प्रगति के आधार पर भी मानदेय में बढ़ोतरी होगी। प्रखंड से लेकर राज्य स्तर तक के कर्मियों को लाभ होगा। 

राज्य स्वास्थ्य समिति के तहत राज्य प्रबंधक इकाई से लेकर उप केंद्र स्तर तक के संविदा के आधार पर नियोजित कर्मियों के वार्षिक वेतन वृद्धि का प्रावधान है। नियम प्रावधान के अनुसार संविदा कर्मियों को वार्षिक मूल्यांकन कर 10 प्रतिशत तक वार्षिक वृद्धि दी जा सकती है। किसी कारण यदि वार्षिक मूल्यांकन नहीं होता है तो कर्मियों को न्यूनतम 5 प्रतिशत तक वार्षिक वृद्धि देने का प्रावधान है।

लालू परिवार की बढ़ी मुश्किलें, रेलवे में नौकरी के बदले जमीन मामले में राबड़ी आवास पहुंचे ईडी ने दिया नया नोटिस

डेस्क : रेलवे में नौकरी के बदले जमीन घोटाले में आरोपों को झेल रहे लालू परिवार के लिए लगातार मुश्किलें बढ़ रही हैं. पहले ही इस मामले में लालू यादव, राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव, मीसा भारती सहित कई अन्य के नाम आरोप पत्र में दायर किए हैं. 

इस मामले में अब नए ईडी ने तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद और बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को तीसरा समन जारी किया है। 

ईडी के अधिकारी शुक्रवार की दोपहर अचानक राबड़ी आवास पहुंचे और लालू-तेजस्वी को समन देकर पूछताछ के लिए बुलाया है। ईडी ने आगामी 29 और 30 जनवरी को दोनों पूछताछ के लिए बुलाया है।

सीएम से मुलाकात के बाद तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार के महागठबंधन से अलग होने की खबर को किया सिरे से खारिज, विपक्ष का बताया एजेंड़ा

डेस्क : आज अचानक दिन में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने पहुंचे. जिसके बाद प्रदेश की राजनीति गरम हो गई और कई तरह के कयास लगाए जाने लगे. हालांकि मुख्यमंत्री से मुलकात के बाद तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार के महागठबंधन से अलग होने की खबरों का खंडन किया है. तेजस्वी ने इन बातों को बेबुनियाद बताया. उन्होंने कहा कि कोई चिंता की बात नहीं है. यह सब विपक्षी दलों का एजेंडा है जिसे मीडिया का एक वर्ग चलाता है. ऐसी भ्रामक बातों में कोई सत्यता नहीं है. 

उन्होंने कहा कि काम को लेकर मुलाकात होती रहती है. महागठबंधन बनने के बाद भाजपा में डर है.. हम लोग जदयू के साथ हैं जेडीयू हम लोगों के साथ है. इसके पहले बिहार में सियासी उलटफेर की अटकलबाजियों के बीच शुक्रवार सुबह एक बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम देखने को मिला. राजद सुप्रीमो लालू यादव और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश से मुलाकात की है. लालू पिता-पुत्र ने मुख्यमंत्री आवास पहुंचकर सीएम नीतीश से मुलाकात की है. तीनों नेताओं की करीब 1 घंटे तक मुलाकात हुई. 

हालांकि तजस्वी ने यह नहीं स्पष्ट किया कि आज कि मुलाकात में किन एजेंडों पर तीनों नेताओं में बात हुई. उन्होंने नीतीश कुमार के साथ किसी प्रकार का मतभेद होने, नीतीश के महागठबंधन से अलग होने और बिहार में सियासी उलटफेर को भ्रामकता से भरपूर कहा. उन्होंने कहा कि इन खबरों में कोई सच्चाई नहीं है. हमारे बीच काम को लेकर ऐसी मुलाकात होते रहती है. इसे किसी प्रकार के उलटफेर से जोड़ना भ्रम फ़ैलाने की भांति है. इन खबरों में कोई सच्चाई नहीं है.

एमपी के सीएम मोहन यादव के बिहार दौरे पर बिहार सरकार के मंत्री मदन सहनी ने किया कटाक्ष, कही यह बात

डेस्क : बीते गुरुवार को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव पटना दौरे पर आए थे। जहां उन्होंने बिना किसी नेता और पार्टी का नाम लिए प्रदेश की सत्ताधारी सरकार पर जमकर कटाक्ष किया था। उन्होंने कहा कि बिहार हर क्षेत्र के अंदर अपनी पहचान बनाई हुई है। नेतृत्व क्षमता की कमी से यह राज्य पिछड़ा हुआ है। मोहन यादव के इस दौरे को लेकर यह कयास लगाए जा रहे है कि बिहार का यादव बीजेपी के पक्ष में जायेगा।

इधर मोहन यादव के बिहार दौरे को लेकर जदयू नेता व बिहार सरकार के समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी ने कटाक्ष किया है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव जिस राजनीतिक उद्देश्य से बिहार आ रहे हैं, उसकी पूर्ति कभी नहीं होगी। बिहार का यादव समाज राजनीतिक रूप से जागरूक है। वो कभी भाजपा के बहकावे में नहीं आएगा।

मदन सहनी ने आरोप लगाया कि भाजपा एक तरफ हिन्दू एकता की बात करती है, वहीं दूसरी तरफ कभी लव-कुश यात्रा निकालती है तो कभी यादवों को अपने पक्ष में करने के लिए नए-नए हथकंडे अपनाती है। यही भाजपा का दोहरा चरित्र है। 

कहा कि इंडिया गठबंधन में सीट बंटवारे की कहीं कोई दिक्कत नहीं है। हम लोग राज्य की सभी 40 सीटें जीतने की तैयारी में हैं।

5 फरवरी से 29 फरवरी तक चलेगा बिहार विधानमंडल का बजट सत्र, पहले दिन राज्यपाल दोनो सदनों की संयुक्त बैठक को करेंगे संबोधित

डेस्क : पांच फरवरी से बिहार विधानमंडल के बजट सत्र की शुरूआत होगी। यह सत्र 29 फरवरी तक चलेगा। इस दौरान 17 बैठकें होंगी। राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर द्वारा बजट सत्र आहूत करने के बाद गुरुवार को संसदीय कार्य विभाग ने अधिसूचना जारी कर दी।

पहले दिन पांच फरवरी को राज्यपाल दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगे। उसके बाद बिहार आर्थिक सर्वेक्षण 2023-24 पेश होगा। 6 फरवरी को वर्ष 2024-25 का बजट पेश होगा। 7 फरवरी को बजट विमर्श एवं सरकार का उत्तर होगा। 

22 फरवरी को तृतीय अनुपूरक बजट पेश होगा। 23 फरवरी को इस पर वाद-विवाद और सरकार का उत्तर होगा। फिर विनियोग विधेयक पेश किए जाएंगे। 28 फरवरी को राजकीय विधेयक पेश किए जाएंगे। 29 फरवरी को गैर सरकारी संकल्प लिए जाएंगे।

अभी ठंड से नहीं मिलेगी निजात, राजधानी पटना समेत कई शहरों के लिए कोल्ड डे को लेकर अलर्ट जारी

डेस्क : पटना में गुरुवार को लगातार कोल्ड-डे की स्थिति बनी रही।सर्द हवाओं ने गुरुवार को पूरे राज्य को लोगों कांपने पर मजबूर कर दिया।लोगों को गलन से खासी परेशानी हुई। तो पूरे दिन सूरज के दर्शन नहीं हुए।पटना समेत पूरे बिहार में कनकनी से अभी राहत मिलने की फिलहाल उम्मीद नहीं है। मौसम विभाग ने 24 जनवरी तक के लिए कोल्ड डे को लेकर अलर्ट किया है।

भारतीय मौसम विज्ञान केंद्र के अनुमान के अनुसार बिहार में अगले दो-तीन दिन कड़ाके की ठंड पड़ने की आशंका है।तो भोजपुर,रोहतास,भभुआ और औरंगाबाद में कड़ाके की ठंड पड़ रही है।किशनगंज में भी कोल्ड-डे जैसी स्थिति रही। फिरबिसगंज दूसरे दिन भी सबसे सर्द दर्ज किया गया।

मौसम विभाग के मुताबिक पिछले 25 वर्षों में 18 जनवरी को इतनी ठंड कभी नहीं पड़ी। वर्ष 2000 से लेकर 2023 तक इस दिन अधिकतम तापमान 13।1 के ऊपर ही रहा। 1999 में 18 जनवरी को अधिकतम तापमान 12।1 डिग्री रिकार्ड किया गया था।

अधिकतम और न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। पिछले 24 घंटे में अधिकतम तापमान में 2.8 डिग्री की गिरावट हुई। वहीं न्यूनतम तापमान में 1.4 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। अधिकतम तापमान 13.1 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं न्यूनतम तापमान 8.2 डिग्री सेल्सियस पर रहा। अधिकतम तापमान सामान्य की तुलना में 9.3 डिग्री कम रिकार्ड किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान सामान्य से 1.1 डिग्री अधिक ही रहा। अधिकतम और न्यूनतम तापमान के बीच 4.9 डिग्री का अंतर रहा, जिसके कारण दिन में अधिक ठंड महसूस हुई।

MP के सीएम मोहन यादव का बड़ा बयान : कोई ऐसा राज्य ऐसा नहीं जहां बिहार के आईएएस-आईपीएस नहीं, नेतृत्व क्षमता की कमी से पिछड़ा हुआ है राज्य

डेस्क : मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि बिहार में किस बात की कमी है? कोई ऐसा राज्य ऐसा नहीं जहां बिहार के आईएएस-आईपीएस नहीं हैं। एकमात्र राज्य बिहार है जिसे यह सौभाग्य मिला है। गुजरात उद्योग में भले ही आगे है, लेकिन पसीने के रूप में जो बूंदें गिरती हैं वह बिहार का ही है। बिहार हर क्षेत्र के अंदर अपनी पहचान बनाई हुई है। नेतृत्व क्षमता की कमी से यह राज्य पिछड़ा हुआ है।

दरअसल मध्य-प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव आज एक दिवसीय दौरे पर पटना आए। इस दौरान एसकेएम हॉल में यादव समाज की तरफ से सम्मानित किया गया। इसके बाद मोहन यादव बिहार भाजपा कार्यालय पहुंचे। प्रदेश कार्यालय में भी मप्र के मुख्यमंत्री को पार्टी नेताओं की तरफ से सम्मानित किया गया। 

पार्टी कार्यालय में भाजपा नेताओं-कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मोहन यादव ने कहा कि बिहार में किस बात की कमी है ? कोई ऐसा राज्य ऐसा नहीं जहां बिहार के आईएएस-आईपीएस नहीं हैं। एकमात्र राज्य बिहार है जिसे यह सौभाग्य मिला है। गुजरात उद्योग में भले ही आगे है, लेकिन पसीने के रूप में जो बूंदें गिरती हैं वह बिहार का ही है। बिहार हर क्षेत्र के अंदर अपनी पहचान बनाई हुई है। सभी क्षेत्रों में बिहार के लोगों की अपनी पहचान है। आपातकाल के समय बिहार ही आगे आया और लोकतंत्र को बचाने का काम किया।

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि बिहार और आगे जा सकता था। भारत में पांच बीमारू राज्य थे, चार राज्य निकल गए लेकिन बिहार वहीं ठहरा हुआ है। यहां कमी है तो सिर्फ लीडरशिप की। समाज में कमी नहीं है। नेतृत्व क्षमता की कमी से बिहार पिछड़ा हुआ है। आने वाले समय में बिहार काफी आगे बढ़ेगा। मध्य प्रदेश भी मदद करेगा। बिहार पूरे देश में नंबर वन हो यह मेरी शुभकामना है।

पटना नगर निगम क्षेत्र में आने वाली नाली-गली, सड़क, पार्क आदि की स्थित जल्द सुधरेगी, पार्षदों को एक-एक करोड़ रुपये मिलेंगे

डेस्क : पटना नगर निगम क्षेत्र में आने वाली नाली-गली, सड़क, पार्क आदि की स्थित जल्द सुधरेगी। इसके लिए पार्षदों को एक-एक करोड़ रुपये मिलेंगे। 20 जनवरी को निगम की सशक्त स्थायी समिति की बैठक में सभी पार्षदों द्वारा निगम को भेजी गई योजनाओं की स्वीकृति मिलने वाली है।

वार्ड पार्षदों को दूसरी बार एक-एक करोड़ की राशि दी जा रही है। नगर निगम क्षेत्र में कुल 75 वार्ड हैं। ऐसे में निगम 75 करोड़ रुपये जारी करेगा। जिसके माध्यम से प्रत्येक वार्ड में पार्षद अपने क्षेत्र के विकास के लिए योजना बनाएंगे। वायु प्रदूषण के रोकथाम के लिए फुटपाथों का पक्कीकरण करने की योजना इसमें शामिल है। 

योजनाओं का चयन होने के बाद तकनीकी और प्रशासनिक स्वीकृति मिलने पर पहले चरण में 40 फीसदी राशि ही जारी की जाएगी। योजनाओं के पूरा होने तक सौ फीसदी राशि उपलब्ध करायी जाएगी। यह राशि निगम मद में होल्डिंग टैक्स, स्टाम्प ड्यूटी आदि स्त्रत्तेतों से प्राप्त राशि से योजनाओं के लिए दी जाएगी।

अभी ठंड से नही मिलेगी निजात : 21 जनवरी तक राजधानी पटना समेत कई शहरों में शीतलहर या शीतदिवस का अलर्ट

डेस्क : राजधानी पटना समेत प्रदेश के कई जिले भीषण ठंड की चपेट में है। हाड़ कंपा देनेवाली ठंड ने लोगों का जीना मुहाल कर रखा है। पूरा जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। पटना में आज गुरुवार को लगातार छठे दिन शीत दिवस जैसी स्थिति देखने को मिल रही है। प्रदेश के अधिकतम और न्यूनतम तापमान में पिछले कई दिनों से लगातार उतार-चढ़ाव होने के कारण लोगों को ठंड से राहत नहीं मिल रही है। वहीं मौसम विभाग के अनुसार सूबे में कड़ाके की ठंड से अभी निजात नहीं मिलेगी। 

मौसम विभाग के अनुसार 21 जनवरी तक पटना सहित कुछ जगहों पर शीतलहर या शीतदिवस की स्थिति बनी रहेगी। पटना में धूप नहीं निकलने से अधिकतम और न्यूनतम तापमान का फासला कम होता जा रहा है। गुरुवार को यहां गंभीर शीत दिवस के आसार हैं। लगातार शुष्क पछुआ हवा से अन्य शहरों की भी ऐसी ही स्थिति है।

बुधवार को छपरा, फारबिसगंज, सबौर, मोतिहारी, पूसा, बक्सर, अगवानपुर, कैमूर और जीरादेई में भीषण शीत दिवस की स्थिति रही। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार गुरुवार भी को पटना, भागलपुर, गया और पूर्णिया में भीषण शीत दिवस जैसी स्थिति बनी रहेगी। अन्य शहरों में भी शीत दिवस जैसे हालात बने रहने के आसार हैं। राज्य में सबसे ठंडा फारबिसगंज रहा जहां न्यूनतम तापमान 6 डिग्री दर्ज किया गया। बुधवार को पटना का अधिकतम तापमान सामान्य से आठ डिग्री नीचे दर्ज किया गया। उत्तरप्रदेश व आसपास चक्रवाती परिसंचरण की स्थिति बनी रहने से बांका, जमुई और नवादा में बूंदाबांदी के आसार हैं।