2 साल से बंद दानी स्कूल का पिछला गेट शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने खुलवाया

रायपुर-   करीब दो सालों से बंद रायपुर के एक सरकारी स्कूल गेट का ताला मंत्री ने बच्चियों के साथ मिलकर खोल दिया। दानी गर्ल्स स्कूल का पिछला गेट बूढ़ातालाब गार्डन की वजह से बंद कर दिया गया था। जब मंत्री स्कूल के कार्यक्रम में पहुंचे, बच्चियों से कहा मेरे साथ आओ। फिर जय श्री राम का नारा लगाकर गेट खोला। बच्चियां इस गेट से सड़क शुरू करने की मांग पर आंदोलन कर चुकी हैं। सड़क शुरू करने के निर्देश भी बृजमोहन ने दिए हैं।

दरअसल स्कूल शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल राष्ट्रीय युवा दिवस के मौके पर राजधानी रायपुर के जे आर दानी स्कूल के कार्यक्रम में पहुंचे थे और छात्राओं को बड़ी सौगात दी। प्रतिभा सम्मान समारोह में दानी स्कूल पहुंचे मंत्री अग्रवाल ने स्वामी विवेकानंद सरोवर की तरफ जाने वाले रास्ते की बाधा को दूर कर दिया।

गेट का ताला खुलते ही छात्राओं के चेहरे खिल गए। मौके पर खुशी का माहौल छा गया। माहौल जय श्री राम के नारों से गूंज उठा। बता दें पिछली कांग्रेस सरकार ने बूढ़ातालाब का सौंदर्गीकरण होने के बाद से दानी गर्ल्स स्कूल और डिग्री गर्ल्स कॉलेज के पीछे वाली बायपास सड़क को बंद करवा दिया था। यहां दानी स्कूल गेट बंद कर वहां दीवार खड़ी कर दी थी।

जिसके कारण दानी स्कूल, डिग्री गर्ल्स कॉलेज, काली बाड़ी स्कूल, एससी-एसटी हॉस्टल के विद्यार्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ता था। निगम वहां चौपाटी विकसित करने जा रही थी। जिसको लेकर छात्राओं में नाराजगी थी। और इस मुद्दे पर छात्राओं ने कई बार प्रदर्शन भी किया था। बृजमोहन अग्रवाल ने चुनाव के दौरान उस रास्ते को शुरू करवाने और स्कूल गेट खुलवाने का वादा किया था ।

रायपुर नालंदा परिसर में फ्री इंटरनेट की स्पीड बढ़ाई गई

रायपुर-   राजधानी रायपुर के एनआईटी कैम्पस में बनाए गए प्रदेश के पहले नालंदा परिसर (डिजिटल लाईब्रेरी) में पढ़ने आने वाले छात्र-छात्राओं की सुविधा के लिए फ्री-इंटरनेट की स्पीड डबल कर दी गई है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की घोषणा के अनुरूप राष्ट्रीय युवा दिवस के दिन से इंटरनेट की स्पीड बढ़ाई गई है। इंटरनेट की स्पीड बढ़ जाने से छात्र-छात्राएं अब दुगुनी स्पीड से पढ़ाई कर सकेंगे। इंटरनेट की स्पीड बढ़ाने के लिए छात्र-छात्राओं ने मुख्यमंत्री के प्रति आभार जताया है।

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने विगत 25 दिसंबर को सुशासन दिवस के मौके पर नालंदा परिसर का भ्रमण किया था। उस वक्त छात्र-छात्राओं ने इंटरनेट की स्पीड कम होने की समस्या बताई थी। मुख्यमंत्री ने छात्र-छात्राओं की समस्या को त्वरित संज्ञान लेते हुए इंटरनेट की स्पीड बढ़ाने की घोषणा की थी। नालंदा परिसर के प्रबंधन और संचालन के लिए कलेक्टर रायपुर के अध्यक्षता में नालन्दा परिसर प्रबंधन सोसायटी गठित की गई है। इस सोसायटी की बैठक में मुख्यमंत्री की घोषणा पर त्वरित कार्यवाही करते हुए लाईब्रेरी में इंटरनेट की स्पीड 12 जनवरी से दुगुना का निर्णय लिया गया। नालन्दा परिसर के नोडल अधिकारी केदार पटेल ने बताया कि लाईब्रेरी में पहले 100 एमबीपीएस की स्पीड से फ्री इंटरनेट की सुविधा थी जिसे बढ़ाकर अब 200 एमबीपीएस कर दिया गया है।

नालंदा परिसर में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्र-छात्राओं के लिए डिजिटल लाईब्रेरी भी संचालित की जा रही है। यह लाईब्रेरी 24 घंटे संचालित रहती है। रात और दिन 24 घंटे चलने वाले इस डिजिटल लाईब्रेरी में यूपीएससी, स्टेट पीएससी के साथ ही विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्र-छात्राओं का बड़ी संख्या में यहां आना-जाना लगा रहता है। परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्र-छात्राओं की सुविधा के लिए यहां फ्री इंटरनेट की सुविधा दी जा रही है। इसके अलावा यहां ऑफलाईन पढ़ाई के लिए पुस्तकें भी उपलब्ध है। इसके अलावा परिसर के आस-पास कैफेटेरिया तथा अन्य सुविधाएं भी विकसित की गई है।

गणतंत्र दिवस पर “मुरिया दरबार” झांकी के लिए बेटियों का दल रवाना, CM ने दी शुभकामनाएं, जनसंपर्क आयुक्त ने मुख्यमंत्री को बतायी झांकी की खासियत

रायपुर-  गणतंत्र दिवस पर इस साल राजपथ पर छत्तीसगढ़ की बस्तरिया परंपरा की झलक दिखेगी। बस्तर की मुरिया दरबार की झांकी 26 जनवरी को प्रस्त्तुत की जायेगी। झांकी में भाग लेने के लिए बस्तर की बेटियां आज दिल्ली रवाना हुई। दिल्ली रवानगी के पूर्व मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने झांकी की अगुवाई करने वाली बेटियों को अपनी शुभकामनाएं दी। उन्होंने बच्चियों से परिचय भी पूछा और आगे बढ़ने की प्रेरणा दी।

इससे पहले जनसंपर्क आयुक्त मयंक श्रीवास्तव ने गणतंत्र दिवस पर प्रदर्शित होने वाली छत्तीसगढ़ की झांकी की विशेषता और चयन प्रक्रिया के सबंध में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को जानकारी दी। मयंक श्रीवास्तव ने बताया कि पहली बार मौका है, जब मुरिया दरबार की विशेषता से पूरा देश परिचित होगा। जो बच्चियां दिल्ली रवाना हो रही है, वो सभी पारंपरिक वेशभूषा में मुरिया जनजाति का नृत्य “परब”करते हुए झांकी के आगे-आगे चलेंगी।

मुख्यमंत्री ने दिल्ली रवाना हो रही बच्चियों को संबोधित करते हुए कहा कि ये गौरव की बात है कि छत्तीसगढ़ की परंपरा का नेतृत्व करने का आपसभी को मौका मिला है। छत्तीसगढ़ की उच्च विरासत और परंपरा को पूरे देश के सामने प्रदर्शित कर आप प्रदेश का मान-सम्मान बढ़ाईये, यही कामना है।

 “बस्तर की आदिम जनसंसद- मुरिया दरबार” 

देश के 28 राज्यों के बीच कड़ी प्रतियोगिता के बाद छत्तीसगढ़ की झांकी “बस्तर की आदिम जनसंसद- मुरिया दरबार” का चयन हुआ है। छत्तीसगढ़ की झांकी भारत सरकार की थीम ‘भारत लोकतंत्र की जननी’ पर आधारित है। यह झांकी जनजातीय समाज में आदि-काल से उपस्थित लोकतांत्रिक चेतना और परंपराओं को दर्शाती है, जो आजादी के 75 साल बाद भी राज्य के बस्तर संभाग में जीवंत और प्रचलित है। इस झांकी में केंद्रीय विषय “आदिम जन-संसद” के अंतर्गत जगदलपुर के मुरिया दरबार और उसके उद्गम-सूत्र लिमऊ-राजा को दर्शाया गया है। मुरिया दरबार विश्व-प्रसिद्ध बस्तर दशहरे की एक परंपरा है, जो 600 सालों से चली आ रही है। इस परंपरा के उद्गम के सूत्र कोंडागांव जिले के बड़े-डोंगर के लिमऊ-राजा नामक स्थान पर मिलते हैं। इस स्थान से जुड़ी लोककथा के अनुसार आदिम-काल में जब कोई राजा नहीं था, तब आदिम-समाज एक नीबू को राजा का प्रतीक मानकर आपस में ही निर्णय ले लिया करता था। 

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने की मुलाकात


रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से आज यहां राज्य अतिथि गृह पहुना में केन्द्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह ने सौजन्य मुलाक़ात की। मुख्यमंत्री ने मंत्री गिरिराज सिंह का स्वागत कर उन्हें स्मृति चिन्ह भेंट किया। उन्होंने छत्तीसगढ़ राज्य की भौगोलिक, सांस्कृतिक विशेषताओं, विकसित भारत संकल्प यात्रा एवं शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन के संबंध में संक्षिप्त चर्चा की, इस दौरान उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा, विधायक ईश्वर साहू और विधायक सुशांत शुक्ला भी उपस्थित थे।

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर दिया बड़ा बयान, कहा- राहुल गांधी को करनी चाहिए ज्ञान यात्रा, कांग्रेस ने किया पलटवार

रायपुर-   केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह अपने तीन दिवसीय छत्तीसगढ़ दौरे पर पहुंचे. रायपुर पहुंचते ही एयरपोर्ट पर डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने समेत बीजेपी नेता और कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया. इस दौरान गिरिराज सिंह ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए 14 जनवरी से शुरू हो रही राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को न्याय यात्रा की जगह ज्ञान यात्रा करनी चाहिए. किसी न किसी गांव में उन्हें किसी से ज्ञान जरूर मिलेगा.

इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने पंचायत विभाग में हुए घोटालों की जांच की बात पर कहा कि भूपेश काल में सिर्फ घोटाला हुआ. कहा-कहा हुआ है उसी के लिए तो आया हूं. खासकर पंचायतों में एक गौठान निर्माण में जमकर भ्रष्टाचार किया गया है. मनरेगा के कार्यों में अंकेक्षण विभाग में करोड़ों की रिकवरी कार्रवाई नहीं होने पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अभी पूछता हूं कि वो रिकवरी नहीं किया गया है. मामले की जांच होगी और दोषियों को जेल भेजेंगे।

गिरिराज सिंह ने छत्तीसगढ़ दौरे पर कहा कि पंचायती राज को कांग्रेस ने लूटा है. इसलिए गौठानों को ठीक करने आया हूं. छग सरकार कैसे बेहतरी से काम करे, उसके लिए एक बैठक करेंगे.

कांग्रेस के अयोध्या ना जाने पर गिरिराज सिंह ने तंज कसा है. उन्होंने कहा, मंदिर संस्थान ने सोनिया गांधी को भी निमंत्रण भेजा है. लेकिन यह नहीं जा रहे हैं. कांग्रेस हिंदू विरोधी रही है. कांग्रेस के डीएनए में हिंदू विरोधी है. कोई सूरज पर थूक फेके तो थूक आदमी पर पड़ता है. कांग्रेस ने 70 साल तक लटकाने और भटकाने का काम किया. सनातन हिंदुओं के जागरण का समय है जो जाएगा उसका किस्मत अच्छा है.

कांग्रेस की लोकसभा तैयारियों पर गिरिराज सिंह ने कहा. पूरे देश में इस बार कांग्रेस ने जो काम किया. पूरे देश में उन्हें उम्मीदवार नहीं मिलेंगे. क्योंकि इस देश की पहचान सनातन हिंदुओं से है. क्योंकि कांग्रेस हिंदू विरोधी है. जो शिव, राम और कृष्ण का विरोधी हो उन्हें चुनाव में कहां जगह मिलेगी.

 गिरिराज सिंह के बयान पर पूर्व मंत्री शिव डहरिया का पलटवार 

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के “ज्ञान यात्रा“ बयान पर पूर्व मंत्री शिव कुमार डहरिया ने बयान दिया है. उन्होंने कहा कि गिरिराज सिंह तो मोदी जी से ज्ञान ले रहे हैं. बीजेपी का धर्म और जाति के नाम पर प्रोपेगेंडा चल रहा है. ऐसा लग रहा है कुछ दिनों में मोदी जी को अपनी मूर्ति लगाना पड़ेगा. धर्म व्यक्तिगत आस्था का विषय है. कौन और कब मंदिर में जाएगा, वह जानता तय करेगी.

योजनाओं पर कार्रवाई करने वाले सवाल पर शिव डहरिया ने कहा कि जो जांच करनी है, करवा लें. कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में संचालित योजनाओं का लाभ सभी को मिला है.

गिरिराज सिंह के “डीएनए में हिंदू विरोधी“ वाले बयान पर पूर्व मंत्री शिव डहरिया ने कहा कि आरएसएस और बीजेपी जाति और धर्म की राजनीति करते है. ऐसी राजनीति पहले अंग्रेज करते थे. यही राजनीतिक आज आरएसएस और बीजेपी कर रही है. महात्मा गांधी ने अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी.

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने ख्वाजा गरीब नवाज के आसताने पर भेजी चादर

रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से आज यहां राज्य अतिथि गृह ‘पहुना’ में जयंती भाई पटेल और मदरसा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष मिर्जा एजाज बेग ने सौजन्य मुलाकात की. इस दौरान मुख्यमंत्री साय ने हिन्दल वली अताए रसूल हजरत ख्वाजा गरीब नवाज रहमत उल्लाह अलेह के 802 उर्स मुबारक के मौके पर ख्वाजा गरीब नवाज के आसताने पर चादर भेजी और छत्तीसगढ़ की सुख, समृद्धि, खुशहाली और अमन चैन की दुआएं की.

इस खास मौके पर नासीर खान, इमरान अशरफी, अकबर अली सहित साजीद पठान, मोबीन अहमद, मौजम मेमन, सूफी इल्यास चिस्ती, सलमान अशरफी, मो. कासीम और आमीर बेग मौजुद थे.

हज़रत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती का 812वां उर्स

गौरतलब है कि, ख्वाजा गरीब नवाज का 812वां उर्स शुरू हो चुका है. शुक्रवार को चांद दिखने की हिलाल कमेटी की घोषणा के बाद उर्स की विधिवत शुरुआत हो चुकी है. दरगाह के निजाम गेट से आगे नौबत खाने में उर्स के आगाज को लेकर परंपरा के अनुसार शादियाने बजाए गए. उर्स के आगाज के साथ ही दरगाह में उर्स की रस्में शुरू हो गई हैं. इसके तहत ख्वाजा गरीब नवाज के उर्स की पहली महफिल दरगाह परिसर में महफिल खाने में दरगाह दीवान की सदारत में हुई. महफिल में शाही कव्वालों की ओर से परंपरागत कव्वालियां पेश की गईं. इस दौरान बड़ी संख्या में जायरीन महफिल खाने में जायरीन जुटे हुए हैं. वहीं दरगाह में उर्स के पहले दिन जन्नती दरवाजे से होकर आस्ताने में हाजरी लगाने के लिए बड़ी संख्या में जायरीन की आवक भी बनी हुई है.

 ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह का जन्नती दरवाज़ा खोला गया 

बता दें कि, उर्स की शुरुआत के साथ ही ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह का जन्नती दरवाज़ा खोला दिया गया है. ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह का जन्नती दरवाज़ा साल में सिर्फ चार बार खोला जाता है. ख्वाजा गरीब नवाज के उर्स में 6 रोज़, ख्वाजा गरीब नवाज के पीरो मुर्शिद के उर्स के मौके पर एक रोज़, ईद उल फित्र ओर ईद उल अज़हा के मौके पर एक रोज़ के लिए ये दरवाज़ा खोला जाता है. क्योंकि उर्स में ज़ायरीन की भीड़ काफी रहती है इसलिए जिला इंतेजामिया ओर पुलिस की जानिब से माकूल इंतेज़ामात किए जाते है. जन्नती दरवाज़े से गुज़रने के लिए ज़ायरीन में होड़ लगी रहती है कहि भगदड़ न हो इसलिए हिफाज़त के लिहाज से मजबूत मोटी रस्सियां बांधकर पब्लिक को रोका जाता है.

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को स्काउट्स एवं गाइड्स के सदस्यों ने संरक्षक बैज पहना कर अलंकृत किया

रायपुर- मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से 12 जनवरी की शाम भारत स्काउट्स एवं गाइड्स छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के नेतृत्व में स्काउट्स एवं गाइड्स के सदस्यों ने मुलाकात की। इस मौके पर मुख्यमंत्री श्री साय को स्काउट्स एवं गाइड्स की टीम ने संरक्षक बैज पहना कर अलंकृत किया। इस दौरान उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा एवं अरुण साव और स्काउट्स एवं गाइड्स के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश अग्रवाल मौजूद थे। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने स्काउट्स एवं गाइड्स के द्वारा चलाए जा रहे कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि आपदा के समय जिस तरह से आप लोगों के द्वारा सेवा कार्य किया जाता है वह प्रेरणादायी है। उल्लेखनीय है कि राज्य के राज्यपाल इसके मुख्य संरक्षक, मुख्यमंत्री संरक्षक एवं शिक्षा मंत्री राज्य अध्यक्ष होते हैं । इस अवसर पर शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने प्लेटिनियम जुबली वर्ष 2025 में राष्ट्रीय जम्बूरी छत्तीसगढ़ में किए जाने के लिए किए जा रहे प्रयासों के बारे में बताया। स्काउट्स एवं गाइड्स की टीम के द्वारा मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन भी सौंपा गया। इस अवसर पर पूर्व राज्य मुख्य आयुक्त जी. स्वामी, राज्य सचिव कैलाश सोनी, सरिता पाण्डे, विकास तिवारी एवं दिलीप पटेल उपस्थित थे।
HNLU में स्वामी विवेकानंद स्मृति व्याख्यान में उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने साझा किए विचार, कहा – समावेशी शासन से दुनिया में बढ़ रही भारत की ताकत

रायपुर- उप मुख्यमंत्री तथा विधि एवं विधाई कार्य मंत्री अरूण साव ने नवा रायपुर स्थित हिदायतुल्ला राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय (HNLU) में स्वामी विवेकानंद स्मृति व्याख्यान में अपने विचार साझा किए. विश्वविद्यालय द्वारा स्वामी विवेकानंद की जयंती पर हर वर्ष 12 जनवरी को आयोजित होने वाले व्याख्यान में इस बार का विषय ‘स्वामी विवेकानन्द के समावेशी शासन के दृष्टिकोण’ था. उप मुख्यमंत्री साव ने सालाना व्याख्यान माला के इस तीसरे आयोजन में विस्तारपूर्वक अपने विचार रखे. उन्होंने विश्वविद्यालय में स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया. कुलपति प्रो. (डॉ.) वी.सी. विवेकानंदन ने कार्यक्रम में उद्घाटन भाषण और छात्र कल्याण के डीन डॉ. अविनाश सामल ने स्वागत भाषण दिया। उप मुख्यमंत्री अरूण साव ने विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि स्वामी विवेकानंद ने समावेशी शासन को अपनाते हुए सामाजिक असमानता को दूर करने पर जोर दिया था. देश और देशवासियों को साथ लेकर चलना ही समावेशी शासन है, जो आज भारत में हो रहा है. उन्होंने कहा कि 21वीं सदी भारत की सदी है. हमारा देश दुनिया का नेतृत्व करने को तैयार है. भारत एक बार फिर विश्व गुरू बनने की दिशा में अग्रसर है. समावेशी शासन और समावेशी विकास से पूरी दुनिया में भारत की ताकत बढ़ रही है. जरूरतमंदों के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना, उज्जवला योजना, स्वच्छ भारत मिशन जो आज जन आंदोलन बन गए हैं, ये सब समावेशी शासन की मिसाल हैं. साव ने स्वामी विवेकानंद के विचारों और दर्शन को रेखांकित करते हुए कहा कि जब वंचित और जरूरतमंद लोगों के लिए सरकार योजना बनाती है, तो उनके जीवन में बदलाव आता है. उन्होंने स्वामी विवेकानंद के कथन ‘नर सेवा ही नारायण सेवा है’ का उल्लेख करते हुए कहा कि कमजोरों को सशक्त बनाए बिना समाज और देश सशक्त नहीं बन सकता है. इसके लिए समावेशी शासन जरूरी है. उन्होंने दुनिया के लोगों को ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ का सूत्र दिया. साव ने स्वामी विवेकानंद द्वारा शिकागो धर्म संसद में दिए गए व्याख्यान का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने हमारी सोच, जीवन पद्धति, दर्शन, सामाजिक व्यवस्था और परिवार की अवधारणा से पूरी दुनिया को रू-ब-रू कराया. साव ने कहा, पाश्चात्य संस्कृति के अंधानुकरण के कारण हमारी आध्यात्मिक संस्कृति जो कुछ ओझल हो गई थी, उसे पुनर्प्रतिष्ठित किया. उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने नैतिकता, संस्कार और आध्यात्म से परिपूर्ण शिक्षा व्यवस्था पर जोर दिया था. उन्होंने सबके लिए एक समान शिक्षा व्यवस्था की वकालत की थी. वे चाहते थे कि लोकतंत्र में सबकी भागीदारी हो और सबकी सलाह से समावेशन हो. उप मुख्यमंत्री साव ने अपने व्याख्यान में कहा कि स्वामी विवेकानंद ने 39 वर्ष के अल्प जीवन काल में भारतीय दर्शन, संस्कृति और आध्यात्म की प्रतिष्ठा व वैभव को लौटाने का जो काम किया है, वह बेमिसाल है. उन्होंने अपने दर्शन से समावेशी शासन का मार्ग स्पष्ट किया. साव ने छात्र-छात्राओं से आव्हान किया कि वे स्वामी विवेकानंद को अपना आदर्श बनाएं, उन्हें पढ़कर नई दृष्टि और नई दिशा मिलेगी, आपके व्यक्तित्व में निखार आएगा, आपकी दशा और दिशा में बदलाव आएगा. कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के प्राध्यापक, अधिकारी-कर्मचारी एवं विद्यार्थी बड़ी संख्या में मौजूद थे. अंत में रजिस्ट्रार डॉ. विपन कुमार ने आभार प्रदर्शन किया.
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को रायपुर में आयोजित अनिरुद्धाचार्य जी महाराज की श्रीमद् भागवत कथा का निमंत्रण दिया गया

रायपुर- छत्तीसगढ़ की धर्म नगरी गुढ़ियारी रायपुर में 19 से 25 जनवरी तक आयोजक श्री कृष्णा ( कान्हा बाज़ारी ), श्रीमद् भागवत कथा समिति व श्री हनुमान मंदिर ट्रस्ट द्वारा आयोजित अनिरुधाचार्य महाराज जी के मुखारविंद से होने वाली श्रीमद् भागवत कथा का निमंत्रण भारत देश के यशस्वी केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को भी दिया गया है। श्री कृष्णा ( कान्हा ) बाज़ारी ने उनसे कथा में सम्मिलित व रायपुर प्रदेश के सारे भक्तों को आशीर्वाद देने के लिए कथा आगमन के लिए अनुरोध किया। श्री कृष्णा ( कान्हा ) बाज़ारी व आयोजक समिति को उन्होंने कथा के लिये शुभकामनाएँ दी। नितिन गडकरी के कथा में आने की अनुमान है। उनका आना तय होते ही समिति द्वारा आगमन तारीक व कार्यक्रम की रूप रेखा साझा की जाएगी।
भारत जोड़ो न्याय यात्रा के लिए पूर्व मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया को मिली बड़ी जिम्मेदारी


रायपुर- राहुल गांधी के भारत जोड़ो न्याय यात्रा के लिए पूर्व मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ऑब्जर्वर बनाए गए हैं. जानकारी के अनुसार, मणिपुर से शुरू होने वाली यात्रा के लिए ऑब्जर्वर बनाए गए हैं. बता दें कि, मणिपुर कांग्रेस कमेटी के साथ मिलकर काम करने के निर्देश दिए गए हैं. जिसका आदेश कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने जारी किया है. *जानिए कहां से शुरू होकर खत्म होगी यात्रा* 14 जनवरी से भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुरू करने जा रहे हैं. राहुल गांधी के नेतृत्व में यह यात्रा मणिपुर के इंफाल से शुरू होगी और मुंबई में समाप्त होने से पहले देश के 15 राज्यों से होकर गुजरेगी. यह यात्रा 110 जिलों, 100 लोकसभा सीटों और 337 विधानसभा सीटों को कवर करेगी. इस यात्रा के रूट में अब अरुणाचल प्रदेश को भी शामिल किया गया है.