मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने ख्वाजा गरीब नवाज के आसताने पर भेजी चादर

रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से आज यहां राज्य अतिथि गृह ‘पहुना’ में जयंती भाई पटेल और मदरसा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष मिर्जा एजाज बेग ने सौजन्य मुलाकात की. इस दौरान मुख्यमंत्री साय ने हिन्दल वली अताए रसूल हजरत ख्वाजा गरीब नवाज रहमत उल्लाह अलेह के 802 उर्स मुबारक के मौके पर ख्वाजा गरीब नवाज के आसताने पर चादर भेजी और छत्तीसगढ़ की सुख, समृद्धि, खुशहाली और अमन चैन की दुआएं की.

इस खास मौके पर नासीर खान, इमरान अशरफी, अकबर अली सहित साजीद पठान, मोबीन अहमद, मौजम मेमन, सूफी इल्यास चिस्ती, सलमान अशरफी, मो. कासीम और आमीर बेग मौजुद थे.

हज़रत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती का 812वां उर्स

गौरतलब है कि, ख्वाजा गरीब नवाज का 812वां उर्स शुरू हो चुका है. शुक्रवार को चांद दिखने की हिलाल कमेटी की घोषणा के बाद उर्स की विधिवत शुरुआत हो चुकी है. दरगाह के निजाम गेट से आगे नौबत खाने में उर्स के आगाज को लेकर परंपरा के अनुसार शादियाने बजाए गए. उर्स के आगाज के साथ ही दरगाह में उर्स की रस्में शुरू हो गई हैं. इसके तहत ख्वाजा गरीब नवाज के उर्स की पहली महफिल दरगाह परिसर में महफिल खाने में दरगाह दीवान की सदारत में हुई. महफिल में शाही कव्वालों की ओर से परंपरागत कव्वालियां पेश की गईं. इस दौरान बड़ी संख्या में जायरीन महफिल खाने में जायरीन जुटे हुए हैं. वहीं दरगाह में उर्स के पहले दिन जन्नती दरवाजे से होकर आस्ताने में हाजरी लगाने के लिए बड़ी संख्या में जायरीन की आवक भी बनी हुई है.

 ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह का जन्नती दरवाज़ा खोला गया 

बता दें कि, उर्स की शुरुआत के साथ ही ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह का जन्नती दरवाज़ा खोला दिया गया है. ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह का जन्नती दरवाज़ा साल में सिर्फ चार बार खोला जाता है. ख्वाजा गरीब नवाज के उर्स में 6 रोज़, ख्वाजा गरीब नवाज के पीरो मुर्शिद के उर्स के मौके पर एक रोज़, ईद उल फित्र ओर ईद उल अज़हा के मौके पर एक रोज़ के लिए ये दरवाज़ा खोला जाता है. क्योंकि उर्स में ज़ायरीन की भीड़ काफी रहती है इसलिए जिला इंतेजामिया ओर पुलिस की जानिब से माकूल इंतेज़ामात किए जाते है. जन्नती दरवाज़े से गुज़रने के लिए ज़ायरीन में होड़ लगी रहती है कहि भगदड़ न हो इसलिए हिफाज़त के लिहाज से मजबूत मोटी रस्सियां बांधकर पब्लिक को रोका जाता है.

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को स्काउट्स एवं गाइड्स के सदस्यों ने संरक्षक बैज पहना कर अलंकृत किया

रायपुर- मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से 12 जनवरी की शाम भारत स्काउट्स एवं गाइड्स छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के नेतृत्व में स्काउट्स एवं गाइड्स के सदस्यों ने मुलाकात की। इस मौके पर मुख्यमंत्री श्री साय को स्काउट्स एवं गाइड्स की टीम ने संरक्षक बैज पहना कर अलंकृत किया। इस दौरान उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा एवं अरुण साव और स्काउट्स एवं गाइड्स के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश अग्रवाल मौजूद थे। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने स्काउट्स एवं गाइड्स के द्वारा चलाए जा रहे कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि आपदा के समय जिस तरह से आप लोगों के द्वारा सेवा कार्य किया जाता है वह प्रेरणादायी है। उल्लेखनीय है कि राज्य के राज्यपाल इसके मुख्य संरक्षक, मुख्यमंत्री संरक्षक एवं शिक्षा मंत्री राज्य अध्यक्ष होते हैं । इस अवसर पर शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने प्लेटिनियम जुबली वर्ष 2025 में राष्ट्रीय जम्बूरी छत्तीसगढ़ में किए जाने के लिए किए जा रहे प्रयासों के बारे में बताया। स्काउट्स एवं गाइड्स की टीम के द्वारा मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन भी सौंपा गया। इस अवसर पर पूर्व राज्य मुख्य आयुक्त जी. स्वामी, राज्य सचिव कैलाश सोनी, सरिता पाण्डे, विकास तिवारी एवं दिलीप पटेल उपस्थित थे।
HNLU में स्वामी विवेकानंद स्मृति व्याख्यान में उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने साझा किए विचार, कहा – समावेशी शासन से दुनिया में बढ़ रही भारत की ताकत

रायपुर- उप मुख्यमंत्री तथा विधि एवं विधाई कार्य मंत्री अरूण साव ने नवा रायपुर स्थित हिदायतुल्ला राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय (HNLU) में स्वामी विवेकानंद स्मृति व्याख्यान में अपने विचार साझा किए. विश्वविद्यालय द्वारा स्वामी विवेकानंद की जयंती पर हर वर्ष 12 जनवरी को आयोजित होने वाले व्याख्यान में इस बार का विषय ‘स्वामी विवेकानन्द के समावेशी शासन के दृष्टिकोण’ था. उप मुख्यमंत्री साव ने सालाना व्याख्यान माला के इस तीसरे आयोजन में विस्तारपूर्वक अपने विचार रखे. उन्होंने विश्वविद्यालय में स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया. कुलपति प्रो. (डॉ.) वी.सी. विवेकानंदन ने कार्यक्रम में उद्घाटन भाषण और छात्र कल्याण के डीन डॉ. अविनाश सामल ने स्वागत भाषण दिया। उप मुख्यमंत्री अरूण साव ने विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि स्वामी विवेकानंद ने समावेशी शासन को अपनाते हुए सामाजिक असमानता को दूर करने पर जोर दिया था. देश और देशवासियों को साथ लेकर चलना ही समावेशी शासन है, जो आज भारत में हो रहा है. उन्होंने कहा कि 21वीं सदी भारत की सदी है. हमारा देश दुनिया का नेतृत्व करने को तैयार है. भारत एक बार फिर विश्व गुरू बनने की दिशा में अग्रसर है. समावेशी शासन और समावेशी विकास से पूरी दुनिया में भारत की ताकत बढ़ रही है. जरूरतमंदों के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना, उज्जवला योजना, स्वच्छ भारत मिशन जो आज जन आंदोलन बन गए हैं, ये सब समावेशी शासन की मिसाल हैं. साव ने स्वामी विवेकानंद के विचारों और दर्शन को रेखांकित करते हुए कहा कि जब वंचित और जरूरतमंद लोगों के लिए सरकार योजना बनाती है, तो उनके जीवन में बदलाव आता है. उन्होंने स्वामी विवेकानंद के कथन ‘नर सेवा ही नारायण सेवा है’ का उल्लेख करते हुए कहा कि कमजोरों को सशक्त बनाए बिना समाज और देश सशक्त नहीं बन सकता है. इसके लिए समावेशी शासन जरूरी है. उन्होंने दुनिया के लोगों को ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ का सूत्र दिया. साव ने स्वामी विवेकानंद द्वारा शिकागो धर्म संसद में दिए गए व्याख्यान का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने हमारी सोच, जीवन पद्धति, दर्शन, सामाजिक व्यवस्था और परिवार की अवधारणा से पूरी दुनिया को रू-ब-रू कराया. साव ने कहा, पाश्चात्य संस्कृति के अंधानुकरण के कारण हमारी आध्यात्मिक संस्कृति जो कुछ ओझल हो गई थी, उसे पुनर्प्रतिष्ठित किया. उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने नैतिकता, संस्कार और आध्यात्म से परिपूर्ण शिक्षा व्यवस्था पर जोर दिया था. उन्होंने सबके लिए एक समान शिक्षा व्यवस्था की वकालत की थी. वे चाहते थे कि लोकतंत्र में सबकी भागीदारी हो और सबकी सलाह से समावेशन हो. उप मुख्यमंत्री साव ने अपने व्याख्यान में कहा कि स्वामी विवेकानंद ने 39 वर्ष के अल्प जीवन काल में भारतीय दर्शन, संस्कृति और आध्यात्म की प्रतिष्ठा व वैभव को लौटाने का जो काम किया है, वह बेमिसाल है. उन्होंने अपने दर्शन से समावेशी शासन का मार्ग स्पष्ट किया. साव ने छात्र-छात्राओं से आव्हान किया कि वे स्वामी विवेकानंद को अपना आदर्श बनाएं, उन्हें पढ़कर नई दृष्टि और नई दिशा मिलेगी, आपके व्यक्तित्व में निखार आएगा, आपकी दशा और दिशा में बदलाव आएगा. कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के प्राध्यापक, अधिकारी-कर्मचारी एवं विद्यार्थी बड़ी संख्या में मौजूद थे. अंत में रजिस्ट्रार डॉ. विपन कुमार ने आभार प्रदर्शन किया.
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को रायपुर में आयोजित अनिरुद्धाचार्य जी महाराज की श्रीमद् भागवत कथा का निमंत्रण दिया गया

रायपुर- छत्तीसगढ़ की धर्म नगरी गुढ़ियारी रायपुर में 19 से 25 जनवरी तक आयोजक श्री कृष्णा ( कान्हा बाज़ारी ), श्रीमद् भागवत कथा समिति व श्री हनुमान मंदिर ट्रस्ट द्वारा आयोजित अनिरुधाचार्य महाराज जी के मुखारविंद से होने वाली श्रीमद् भागवत कथा का निमंत्रण भारत देश के यशस्वी केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को भी दिया गया है। श्री कृष्णा ( कान्हा ) बाज़ारी ने उनसे कथा में सम्मिलित व रायपुर प्रदेश के सारे भक्तों को आशीर्वाद देने के लिए कथा आगमन के लिए अनुरोध किया। श्री कृष्णा ( कान्हा ) बाज़ारी व आयोजक समिति को उन्होंने कथा के लिये शुभकामनाएँ दी। नितिन गडकरी के कथा में आने की अनुमान है। उनका आना तय होते ही समिति द्वारा आगमन तारीक व कार्यक्रम की रूप रेखा साझा की जाएगी।
भारत जोड़ो न्याय यात्रा के लिए पूर्व मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया को मिली बड़ी जिम्मेदारी


रायपुर- राहुल गांधी के भारत जोड़ो न्याय यात्रा के लिए पूर्व मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ऑब्जर्वर बनाए गए हैं. जानकारी के अनुसार, मणिपुर से शुरू होने वाली यात्रा के लिए ऑब्जर्वर बनाए गए हैं. बता दें कि, मणिपुर कांग्रेस कमेटी के साथ मिलकर काम करने के निर्देश दिए गए हैं. जिसका आदेश कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने जारी किया है. *जानिए कहां से शुरू होकर खत्म होगी यात्रा* 14 जनवरी से भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुरू करने जा रहे हैं. राहुल गांधी के नेतृत्व में यह यात्रा मणिपुर के इंफाल से शुरू होगी और मुंबई में समाप्त होने से पहले देश के 15 राज्यों से होकर गुजरेगी. यह यात्रा 110 जिलों, 100 लोकसभा सीटों और 337 विधानसभा सीटों को कवर करेगी. इस यात्रा के रूट में अब अरुणाचल प्रदेश को भी शामिल किया गया है.
विधानसभा चुनाव में मिली हार पर छलका पूर्व मंत्री भगत का दर्द, कहा- नहीं थी ऐसे परिणाम की उम्मीद, सभी लोग इससे डिप्रेस हैं

रायपुर-  विधानसभा चुनाव में करारी हार अब तक कांग्रेस नेताओं को पीड़ा दे रही है. इस संबंध में नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत के नेताओं के एक-दूसरे से मुंह चुराने वाले बयान पर पूर्व अमरजीत भगत ने कहा कि बड़े नेताओं के बारे में हमारा बोलना उचित नहीं है. लेकिन किसी को भी इस परिणाम की उम्मीद नहीं थी. परिणाम कांग्रेस के विपरीत आया. सभी लोग इससे डिप्रेस हैं.  मंत्री अमरजीत भगत ने लोकसभा चुनाव लड़ने को लेकर कहा कि खुद से टिकट नहीं मांगेंगे. पार्टी चुनाव लड़ने बोलेगी तो विचार करेंगे. वहीं भाजपा नेता धरमलाल कौशिक के कांग्रेस की हालत खराब वाले बयान पर कहा कि कांग्रेस की छोड़िए, कौशिक जी के प्रति मेरी पूरी सहानुभूति है. उन्होंने कहा कि धरमलाल कौशिक, अजय चंद्राकर, अमर अग्रवाल, रेणुका सिंह के साथ ठीक नहीं हुआ. इनके साथ केंद्रीय नेतृत्व ने बहुत गलत किया है. इनके सामने खाना रखकर उठा लिया गया. सभी नेताओं ने सूट सिला लिया था, पर धरा ही रह गया. मैं उम्मीद करता हूं कि इनके साथ न्याय होगा. हसदेव अरण्य को लेकर आल इंडिया आदिवासी की ओर से दिए निर्देश पर पूर्व मंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने हसदेव की कटाई पर रोक लग गई थी. कांग्रेस ने सीमित क्षेत्र में बांधकर रखा. इनकी सरकार आते ही हसदेव में कटाई शुरू हो गई. अखिल कांग्रेस आदिवासी की ओर से निर्देश मिले हैं, तो अमल होगा. हसदेव को बचाना जरूरी है. पूर्व मंत्री अमरजीत भगत ने उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा के नक्सल पर दिए बयान पर कांग्रेस का पक्ष रखा है. उन्होंने कहा कि नक्सलवाद को लेकर जितनी भी सरकारें रहीं सभी ने शांति की अपील की. हमारी सरकार ने भी शांति को लेकर बातचीत करने की कोशिश की. शांति होनी भी चाहिए, लेकिन इनकी कथनी और करनी में अंतर नहीं आना चाहिए.
सांसद सोनी का कांग्रेस पर तंज : बोले- कांग्रेस की सोच आज भी राष्ट्र, धर्म और सनातन विरोधी, अपने राजनीतिक वजूद को वेंटिलेटर पर जाने से नहीं रोक

रायपुर-  भारतीय जनता पार्टी के सांसद सुनील सोनी ने कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट के प्रदेश दौरे को लेकर कांग्रेस पर तंज कसा है. उन्होंने कहा कि, कांग्रेस की सोच आज भी राष्ट्र विरोधी, धर्म विरोधी और सनातन विरोधी है. पहले वह यह सोच बदले फिर जनता के बीच जाए. उन्होंने कहा, सचिन पायलट लाख दावे कर लें कि कांग्रेस लोकसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ में बेहतर प्रदर्शन करेगी पर कांग्रेस का यह सच पायलट भी भली-भांति जानते हैं कि छत्तीसगढ़ की जनता अब पूरी तरह भाजपा के साथ खड़ी है और कांग्रेस अपने राजनीतिक वजूद को वेंटिलेटर पर जाने से नहीं रोक पाएगी. सांसद सोनी ने कहा कि प्रदेश में भारी हार के बाद भी अगर कांग्रेस प्रभारी पायलट कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकार की नीतियों और कार्यक्रमों की तारीफ कर रहे हैं तो इस पर सिर्फ इतना ही कहा जा सकता है कि दिल बहलाने को गालिब ख्याल अच्छा है.

भाजपा सांसद सोनी ने कहा कि, भ्रष्टाचार में आकंठ डूबकर प्रदेश के खजाने की लूट-खसोट में लगी कांग्रेस सरकार को जनता ने उखाड़ फेंका है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व उनके नेतृत्व वाली केंद्र सरकार और ‘मोदी की गारंटी’ पर पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा पर विश्वास जताया है. आगामी लोकसभा चुनाव में प्रदेश की सभी 11 सीटों पर ‘कमल खिलाने’ के लिए संकल्पित है. उन्होंने कहा, भाजपा की प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में ‘मोदी की गारंटी’ पर तेजी से अमल करना शुरू कर दिया है और पायलट इस फिक्र में कतई दुबले न हों कि भाजपा की प्रदेश सरकार अपने संकल्पों को कैसे पूरा करेगी? 18 लाख प्रधानमंत्री आवास की स्वीकृति, दो वर्ष के बकाया धान बोनस के भुगतान के साथ ही 21 क्विंटल प्रति एकड़ धान की खरीदी करके वह रामलला दर्शन यात्रा प्रारंभ कर प्रदेश सरकार ने जन-विश्वास को जीतने का काम किया है. बहुत शीघ्र ही अन्य संकल्पों पर भी सकारात्मक पहल भाजपा की सरकार करने जा रही है.

सुनील सोनी ने कांग्रेस की अंतर्कलह को महज मतभेद बताने और मनभेद नहीं होने के पायलट के दावे पर कटाक्ष करते हुए कहा कि, जिस तरह की सिर-फुटौव्वल कांग्रेस में चल रही है, उसे महज मतभेद बताकर कांग्रेस प्रभारी शुतुरमुर्ग की तरह सच्चाई से मुंह छिपा रहे हैं. विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद कांग्रेस में चहुंओर हाहाकार का आलम है और अगर कांग्रेस इसे मनभेद नहीं मान रही है तो कांग्रेस की राजनीतिक संस्कृति यही है. सांसद सोनी ने कहा कि जिन लोगों को अपनी हार की समीक्षा करके उससे सबक लेना था, वे कांग्रेसी आपसी जूतमपैजार में लगे हैं. आरोप-प्रत्यारोप से लेकर इस्तीफों और निष्कासन का जैसा दौर कांग्रेस में हाल के दिनों में चला है. उससे यह तो साफ है कि कांग्रेस जनादेश के मर्म को समझने को तैयार ही नहीं है. विधानसभा चुनाव में हार के बाद जिस तरह कांग्रेस के पदाधिकारियों पर अभद्र टिप्पणियां की गई हैं, पैसे लेकर पदों की रेवड़ी बांटने से लेकर चुनाव की टिकट बेचने तक के आरोप लगाए गए हैं, उससे कांग्रेस की राजनीतिक संस्कृति में रचे-बसे भ्रष्टाचार की पोल खुली है.

भाजपा सांसद ने कहा कि भाजपा शुरू से कहती रही है कि कांग्रेस की भूपेश सरकार ने छत्तीसगढ़ को कांग्रेस का एटीएम बना रखा था. यही बात कांग्रेस के एक महामंत्री ने केंद्रीय नेतृत्व को भेजी अपनी एक चिठ्ठी में भी कही कि ‘दिल्ली के लिए’ छत्तीसगढ़ मौज-मस्ती का अड्डा बन गया था. चुनाव में हारने के बाद कांग्रेस के पूर्व विधायक बृहस्पत सिंह ने कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी शैलजा के खिलाफ बेहद विवादित टिप्पणी कर चरित्र हनन की घिनौनी मिसाल पेश की. इससे पहले सिंह अपनी ही प्रदेश सरकार के वरिष्ठ मंत्री टीएस सिंहदेव पर हत्या के षड्यंत्र का आरोप मढ़ चुके हैं. कांग्रेस की राजनीतिक संस्कृति और चरित्र का इससे अधिक भद्दा प्रदर्शन शायद ही कभी देखने-सुनने में आया हो. कांग्रेस में टिकटों की खरीद-फरोख्त तक का आरोप लगाने वाले विनय जायसवाल कांग्रेस से निकाले जा चुके हैं।

गारंटी के अनुसार प्रतिवर्ष 60 लाख लोगों को रामलला के दर्शन करायें,लेकिन अब साल में 20 हजार लोग दर्शन की बात,पूरी आबादी को दर्शन में लगेंगे 1500

रायपुर-  राम के नाम पर जनता को ठगने का भाजपा का पुराना शगल है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि विधानसभा चुनाव में मोदी की गारंटी में वायदा किया था छत्तीसगढ़ की हर नागरिक को रामलला के दर्शन करायेंगे। मंत्रिमंडल में निर्णय लिया है कि 1 साल में सिर्फ 20 हजार लोगों को दर्शन करायेंगे। इस निर्णय के अनुसार भाजपा की सरकार अपने पूरे कार्यकाल में आने वाले 5 साल में मात्र 1 लाख लोगों को दर्शन करायेगी। छत्तीसगढ़ की पौने 3 करोड़ आबादी है। हर साल 20 हजार के अनुसार पूरी आबादी को रामलला का दर्शन कराने में 1500 साल लगेंगे।प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि बड़े-बड़े वायदे कर जनता का वोट लेना फिर उनको ठगना भाजपा की पुरानी आदत है।

भाजपा ने मोदी की गारंटी के नाम पर जनता से बड़े-बड़े वायदे किये थे। सरकार बनने के बाद उन वायदों से मुकरने के लिये कार्ययोजना बनाई जा रही। महतारी वंदन के नाम पर महिलाओं का वोट हासिल किया, अब महिलाओं को पैसे नहीं दिये, किसानों को धान की कीमत 3100 रू. देने और एकमुश्त भुगतान का वायदा किया था, धान खरीदी का अंतिम दौर आ गया लेकिन अभी तक धान के भुगतान का कोई निर्णय नहीं, 500 रू. सिलेंडर भी भाजपा सरकार भूल गयी, किसानों को 2 लाख कर्जा माफ पर भी मुकर गये।प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने मांग किया कि प्रतिवर्ष कम से कम 60 लाख लोगों को रामलला दर्शन की योजना बनाई जाये ताकि पांच सालों में सभी लोग दर्शन कर पाये।

वित्त मंत्री चौधरी ने ली अफसराें की बैठक, स्वास्थ्य विभाग के बजट की समीक्षा की

रायपुर-  वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल की उपस्थिति में महानदी भवन, मंत्रालय में वित्त एवं स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. बैठक में चौधरी ने स्वास्थ्य विभाग के बजट की समीक्षा करते हुए कई महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तृत चर्चा की और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए.

बैठक में अपर मुख्य सचिव रेणु पिल्लई, वित्त सचिव अंकित आनंद, संचालक बजट शारदा वर्मा, संचालक आयुष इफ्फत आरा, संचालक स्वास्थ्य सेवाएं ऋतुराज रघुवंशी समेत विभागीय अधिकारी उपस्थित थे.

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मिनी गिरौदपुरी धाम को दी लाखों की सौगात

रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज दुर्ग जिले के मिनी गिरौदपुरी धाम ग्राम गिरहोला में आयोजित संत समागम में बतौर मुख्य अतिथि सम्मलित हुए. कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि आस्था के इस केंद्र पर आयोजित संत समागम में सम्मिलित होने का सुअवसर मिला. उन्होंने कहा कि बाबा गुरु घासीदास जी एक महान संत थे, जिन्होंने ‘मनखे-मनखे एक समान’ का संदेश दिया. गुरू घासीदास बाबा जी का संदेश एकता और शांति का मूलमंत्र है. बहुत सरल शब्दों में उनके द्वारा कहे गए इन शब्दों को यदि व्यक्ति आत्मसात कर ले तो फिर उससे बड़ा सुखी व्यक्ति कोई नहीं हो सकता.

मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा गुरू घासीदास ऐसे महापुरूष थे, जिन्होंने अपने गांव, समाज, राज्य और देश में बदलाव लाने की पहल की. मुख्यमंत्री ने समाज के लोगों की मांग पर ग्राम गिरहोला में आडिटोरियम निर्माण के लिए 50 लाख रूपए और तालाब सौन्दर्यीकरण के लिए 25 लाख रूपए की मंजूरी की घोषणा की. मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कार्यक्रम स्थल पर मंदिर में गुरूगद्दी का दर्शन कर पूजा अर्चना की और जैतखाम में श्वेत ध्वजा फहराया. कार्यक्रम में खाद्य मंत्री दयालदास बघेल, कृषि मंत्री रामविचार नेताम भी उनके साथ मौजूद थे.

मुख्यमंत्री साय ने कहा कि संत बाबा गुरू घासीदास जी ने तप किया और सिद्धि प्राप्त की और फिर वे समाज के उद्धार के लिए निकल पड़े. उन्होंने जनता के कष्टों का निवारण किया. बाबा गुरू घासीदास के संदेश हमें मानवता से जोड़ते हैं. दुनिया में आज इतनी गैर बराबरी है कि स्त्रियों और पुरूषों के बीच भी बहुत भेदभाव होता है, लेकिन बाबा गुरू घासीदास जी ने सैकड़ों वर्ष पहले बेटी और बेटे को समान मानने का उपदेश देकर स्त्री और पुरूष के बीच समानता का संदेश दिया था. जिस तरह गुरू घासीदास जी ने समाज के सबसे अंतिम व्यक्ति के उत्थान को अपना लक्ष्य बनाया, उसी तरह सरकार ने भी अंत्योदय को अपना लक्ष्य बनाया है.

मुख्यमंत्री साय ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने छत्तीसगढ़ को फिर से खुशहाल बनाने की गारंटी दी है. आप लोगों ने मोदी जी की गारंटियों पर विश्वास जताया है. इसके लिए मैं आप सभी को बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूं. मुख्यमंत्री साय ने कहा कि मोदी जी की गारंटियों को हम क्रमशः पूरा कर रहे हैं. सरकार बनने के बाद कैबिनेट की पहली बैठक में इस पर अमल भी शुरू कर दिया गया है. गारंटी के अनुरूप हमने 18 लाख लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत पक्के घर स्वीकृत करने का निर्णय लिया. पूर्व प्रधानमंत्री और छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माता स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन, सुशासन दिवस पर छत्तीसगढ़ के किसानों को 2 साल का बकाया धान बोनस देने का वादा भी हमने पूरा कर दिया है.

सीएम ने कहा, सुशासन दिवस पर किसानों के खातों में 3716 करोड़ रूपए की बोनस अंतरित की गई. मोदी जी की गारंटी के अनुरूप हमारी सरकार ने किसानों से 3100 रूपए क्विंटल के भाव से प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान खरीदी का निर्णय भी लिया है, जो किसान धान बेच चुके हैं उन्हें भी इसका लाभ मिलेगा. मोदी जी की गारंटियों को पूरा करने के साथ-साथ हम केंद्र सरकार की योजनाओं को भी छत्तीसगढ़ में प्रभावी तरीके से लागू करेंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि विकसित भारत संकल्प यात्रा गांवों और शहरों में पहुंच रही है. उन्होंने कहा कि विकसित भारत के साथ-साथ हमें विकसित छत्तीसगढ़ का निर्माण भी करना है.

कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने लोगों को सम्बोधित करते हुए सतनाम के रास्ते पर चल कर प्रदेश और देश को विकास की नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए सभी से सहयोग का आह्वान किया. खाद्य मंत्री दयालदास बघेल ने अपने उद्बोधन में लोगों से बाबा गुरु घासीदास जी के बताए मार्ग का अनुकरण कर समाज को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने का आह्वान किया. पूर्व विधायक सांवला राम डहरे ने स्वागत उद्बोधन में गांव के मिनी गिरौदपुरी स्वरूप पर प्रकाश डाला. उन्होंने आस्था के इस केंद्र को विकसित कराने की जरूरत पर बल दिया. इस अवसर पर समाज के पदाधिकारी और सदस्य तथा बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे.