*2021 बैच की आईपीएस अंशिका वर्मा बनी सीओ कोतवाली, पदभार किया ग्रहण*

गोरखपुर। उत्तर प्रदेश कैडर की 2021 बैंच की आईपीएस अंशिका शर्मा को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ गौरव ग्रोवर ने कोतवाली का सीओ बनाया अंशिका वर्मा अपने नौकरी की ट्रेनिंग आगरा से शुरू की थी।

जिन्हें एसएसपी ने कोतवाली सर्किल का प्रभार सौंपा आईपीएस अंशिका वर्मा ने बताया कि कोतवाली सर्कल को अपराध मुक्त बनाना पहली प्राथमिकता होगी अपने उच्च अधिकारियों द्वारा दिए गए निर्देशों का अनुपालन करते हुए अपराध व अपराधियों पर पूर्ण रूप से अंकुश लगाएगी जिससे कोतवाली सर्कल अपराध मुक्त रहे ।

आईपीएस अंशिका वर्मा उत्तर प्रदेश के प्रयागराज की रहने वाली हैं।अंशिका ने अपनी प्राथमिक शिक्षा नोएडा में की और वर्ष 2014 से 2018 तक गलगोटिया कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, नोएडा से इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग में बी.टेक की डिग्री के साथ स्नातक की उपाधि प्राप्त की।

यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की ओर उनकी यात्रा उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में शुरू हुई, जहां उन्होंने खुद को कठोर तैयारी के लिए समर्पित कर दिया। सभी चुनौतियों को पार करते हुए, अंशिका ने अपने दूसरे प्रयास में यूपीएससी परीक्षा में 136 वी उल्लेखनीय रैंक हासिल की, यह सब बिना किसी औपचारिक कोचिंग के हासिल किया ।

अंशिका एक सहायक पारिवारिक पृष्ठभूमि से आती हैं। उनके पिता उत्तर प्रदेश विद्युत निगम लिमिटेड (यूपीईएल) से सेवानिवृत्त कर्मचारी हैं, जबकि उनकी मां एक गृहिणी हैं। उनके अटूट प्रोत्साहन ने उनकी सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

आईपीएस अंशिका वर्मा का इंजीनियर से आईपीएस अधिकारी बनने तक का सफर दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत की शक्ति का उदाहरण है। उनकी सफलता की कहानी महत्वाकांक्षी सिविल सेवकों के लिए प्रेरणा का काम करती है, जो दर्शाती है कि दृढ़ता और आत्म-विश्वास के साथ सपनों को हकीकत में बदला जा सकता है।

अपनी पेशेवर उपलब्धियों के अलावा, अंशिका अपनी सोशल मीडिया उपस्थिति के लिए भी जानी जाती हैं। इंस्टाग्राम पर लगभग 147K फॉलोअर्स के साथ, उन्होंने एक बड़ा प्रशंसक आधार तैयार कर लिया है, जो उनके व्यापक प्रभाव को दर्शाता है।

*अपहरण और दुष्कर्म का आरोपी जेल भेजा गया*

खजनी/ गोरखपुर ।पुलिस ने आज अपहरण तथा जबरन विवाह और दुष्कर्म के आरोपी वांछित अभियुक्त को मुखबिर की सूचना पर कटघर तिराहे से गिरफ्तार कर लिया तथा थानाध्यक्ष गौरव राय कनौजिया के निर्देश पर विधिक कार्यवाही के बाद न्यायालय से जेल भेज दिया गया है।

थाने में दर्ज मु.अ.सं. 184/2022 की धारा 363,366, 376डी, 120बी भादवि व 5/6 पाक्सो एक्ट मे वांछित रुद्रपुर खजनी के निवासी अभियुक्त अंगद यादव पुत्र रामप्रीत यादव 20 वर्ष को कटघर तिराहे से दोपहर 12.30 बजे एसआई रवि राय कांस्टेबल अमलेश यादव और हर्षवर्धन वर्मा ने गिरफ्तार किया।

*पद्म भूषण प्रोफेसर कपिल कपूर होंगे प्रशिक्षण कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि*

गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय गोरखपुर के पंडित मदन मोहन मालवीय टीचर्स ट्रेनिंग सेंटर, जो पूर्व में एचआरडीसी के नाम से जाना जाता था, आगामी 4 जनवरी से लेकर 12 जनवरी तक नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2020 के विषय में एक जागरूकता एवं प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित करने जा रहा है। केंद्र की निदेशक प्रोफेसर सुनीता मुर्मू एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम के संयोजक डॉ अमोद कुमार राय ने बताया कि इस आठ दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में 12 व्याख्यान आयोजित किए जाएंगे। इन 12 व्याख्यानों के मूल में भारतीय ज्ञान परंपरा इस विषय को लेकर विभिन्न रिसोर्स पर्सन्स अपने-अपने संबंधित विषय में कैसे हम पारंपरिक भारतीय ज्ञान का समावेश और समायोजन कर सकते हैं इस पर प्रकाश डालेंगे । यह प्रशिक्षण कार्यक्रम विश्विद्यालय एवं महाविद्यालय के प्रत्येक शिक्षक के लिए वांछनीय है। देश भर के 15 लाख शिक्षकों को प्रशिक्षित करना है।

इस कार्यक्रम का उद्घाटन 4 जनवरी दिन 2 बजे प्रस्तावित है और इस कार्यक्रम में संरक्षिका के तौर पर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर पूनम टंडन, मुख्य वक्ता के तौर पर पद्मभूषण सम्मान से सम्मानित प्रोफेसर कपिल कपूर जो जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के रेक्टर एवं भाषा विज्ञान एवं अंग्रेजी विभाग के प्रोफेसर भी रह चुके हैं, महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी वि वि, वर्धा के चांसलर, भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान शिमला के चेयरपर्सन भी रह चुके हैं और देश-विदेश में सैकड़ो उनके व्याख्यान भारतीय ज्ञान परंपरा पर हो चुके हैं। भारतीय ज्ञान परंपरा को उन्होंने जे एन यू के पाठ्यक्रम में पहली बार समायोजित किया था। सेंटर की निर्देशिका प्रो सुनीता मुर्मू जी अपनी प्रस्ताविकी प्रस्तुत करेंगी।

कार्यक्रम का समापन 12 जनवरी को प्रो ईश्वर शरण विश्वकर्मा, चेयरमैन उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा चयन आयोग, प्रयागराज, एवं प्रो प्राचीन इतिहास विभाग के मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थिति के साथ होगी। इनके अलावा देश के विभिन्न राज्यों में स्थित विश्वविद्यालयों से रिसोर्स पर्सन को आमंत्रित किया गया है। जैसे प्रोफेसर धनंजय सिंह जेएनयू, प्रोफेसर रजनीश मिश्रा जेएनयू,प्रो सौगात भादुड़ी,प्रोफेसर राजकुमार बी एच यू, प्रोफेसर हितेंद्र मिश्र नेहू, प्रोफेसर रविंद्र सिंह डी यू, प्रो राज शरण शाही, लखनऊ, प्रो हेमेंद्र चंडालिया उदयपुर, प्रोफेसर आलोक कुमार एवं प्रोफेसर सुधीर श्रीवास्तव आदि अपना व्याख्यान देंगे।

कार्यक्रम के संयोजक डॉक्टर अमोद कुमार राय ने बताया कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में इतने सुधी वक्ताओं को देखते हुए प्रतिभागियों की संख्या ने भी एक रिकॉर्ड बनाया है। यह पहली बार हो रहा है कि जब किसी शॉर्ट टर्म कोर्स अथवा प्रशिक्षण कार्यक्रम में लगभग 176 की संख्या में प्रतिभागी प्रतिभागी कर रहे हैं । इस कार्यक्रम के दो सहसंयोजक भी हैं समाजशास्त्र विभाग के डॉक्टर पवन कुमार और भूगोल विभाग की डॉक्टर स्वर्णिमा सिंह।पवन कुमार और स्वर्णिम सिंह सम्पूर्ण कार्यक्रम के कुशल संचलन की पूर्ण देखरेख करेंगे। कार्यक्रम पूर्ण रूप से ज़ूम प्लेटफार्म के जरिए ऑनलाइन मोड में आयोजित किया जाएगा।

*नए वर्ष में गोरखपुर विश्वविद्यालय ने शुरू की नई शैक्षणिक यात्रा*

गोरखपुर।दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय और लुंबिनी बौद्ध विश्वविद्यालय, नेपाल ने आज एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया है।

गोरखपुर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर पूनम टंडन के नेतृत्व में विश्वविद्यालय का प्रतिनिधिमंडल लुंबिनी गया। लुंबिनी बौद्ध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो सुबरन लाल बज्राचार्य ने गर्मजोशी से प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया।

समझौता ज्ञापन (एमओयू) के अंतर्गत दोनों विश्वविद्यालय बौद्ध धर्म, विधि, प्रबंधन, कृषि वानिकी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डेटा साइंस और सतत विकास में ट्विन एवं डुअल डिग्री कार्यक्रम के शुरुआत करने पर सहमति हुई।

एमओयू का उद्देश्य दोनों विश्वविद्यालयों के पाठ्यक्रम के अनुरूप छात्र इंटर्नशिप के साथ-साथ छात्र और संकाय सदस्यों के आदान-प्रदान की सुविधा प्रदान करना है।

दोनों विश्वविद्यालय करुणा, ज्ञान और जागरूकता के सिद्धांतों द्वारा निर्देशित एक गतिशील अंतरराष्ट्रीय समुदाय को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

अपने उद्बोधन में कुलपति प्रो पूनम टंडन ने कहा कि यह एमओयू दोनों विश्वविद्यालयों का अंतरराष्ट्रीय सहयोग के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक है। प्रोफेसर पूनम टंडन ने अकादमिक अनुसंधान में विश्वविद्यालयों की साझी भूमिका पर प्रकाश डाला तथा राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के अनुसार आगे बढ़ने के लिए विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता की बात कही। कुलपति ने जोर देते हुए कहा कि इस सहयोग का प्राथमिक लक्ष्य क्षमता निर्माण में नेपाल और भारत के बीच अंतर को पाटना है।

इस अवसर पर प्रोफेसर बज्राचार्य ने अकादमिक मोर्चे पर दोनों विश्वविद्यालयों को एकसाथ आने पर उत्साह व्यक्त करते हुए शिक्षा एवं अनुसंधान में साझा हितों को आगे बढ़ाने पर जोर दिया।

कार्यक्रम में लुंबिनी बौद्ध विश्वविद्यालय के डॉ. तिलक राम आचार्य, रजिस्ट्रार; डॉ. माणिक रत्न शाक्य, डीन, बौद्ध अध्ययन संकाय; डॉ. हरि शरण चन्खू, डीन, मानविकी और सामाजिक विज्ञान संकाय; प्रोफेसर डॉ. बिमलेंद्र कुमार, आईसीसीआर के अध्यक्ष प्रोफेसर; और डॉ. कुमार खड़का, समन्वयक, सेंटर फॉर इंटरनेशनल रिलेशन्स मौजूद रहे।

इस कार्यक्रम में गोरखपुर विश्वविद्यालय के प्रतिनिधियों में प्रोफेसर मनीष श्रीवास्तव, निदेशक रैंकिंग सेल; डॉ. रामवंत गुप्ता, निदेशक इंटरनेशनल सेल; और प्रोफेसर राजर्षि कुमार गौड़, प्रमुख, जैव प्रौद्योगिकी विभाग ने सहभागिता की।

*ट्रांसपोर्ट ऑपरेटर और अधिकारी की बैठक में नहीं बनी कोई बात*

गोरखपुर। दो दिनों से पूरे प्रदेश में ड्राइवर द्वारा हड़ताल किया गया है हड़ताल के बाद यात्रियों को भारी मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है प्रशासनिक अधिकारी ट्रांसपोर्टर संगठन से लगातार बैठक करके वाहनों को चलाने के लिए अपील करते नजर आ रहे हैं।

वही ट्रांसपोर्टर संगठन के लोगों का कहना है कि हमारी हड़ताल नहीं है यह ड्राइवर की हड़ताल है ड्राइवर अपने हड़ताल कैसे खत्म करेंगे यह ड्राइवर ही जाने ड्राइवर कैसे हड़ताल खत्म करेंगे ड्राइवर सीधा हम लोगों को मना कर दे रहे हैं हमारी गाड़ियां रोड पर नहीं चलेगी तो हमारी कमाई नहीं होगी ऐसे में जींन ड्राइवर को हम लोग गाड़ियों को चलाने की बात कर रहे हैं ।

ड्राइवर सीधे मना कर दे रहे हैं आज गोरखपुर का जिला प्रशासन ट्रांसपोर्टर के साथ बैठक किया था और हड़ताल खत्म करने की अपील की इस बैठक में टेंपो संगठन ट्रक एसोसिएशन ऑटो रिक्शा संगठन ई-रिक्शा संगठन के पदाधिकारी मौजूद रहे लेकिन सभी ने अपने हाथ खड़े कर दिए अगर हड़ताल कुछ दिन और चला तो महंगाई आसमान छूएगी आवागमन बाधित होगा।

*पीपीएन सेरेमनी में मानुष पारीक को एडीजी आईजी एसएसपी एसपी सिटी ने लगाया अशोक चक्र*

गोरखपुर। आईपीएस मानुष पारीक सहायक पुलिस अधीक्षक(ASP) के रूप में कैंट सर्किल का प्रभार देख रहे आज पदोन्नति हुए पुलिस अधीक्षक(SP) बन गए मानुष पारीक को पीपीएन सेरेमनी ( कंधे पर अशोक) एडीजी जोन अखिल कुमार आईजी रेंज गोरखपुर परिक्षेत्र गोरखपुर जे रविंद्र गौड़ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉक्टर गौरव ग्रोवर पुलिस अधीक्षक नगर कृष्ण बिश्नोई द्वारा एडीजी जोन कार्यालय पर लगाया गया इस दौरान सहायक पुलिस अधीक्षक अंशिका वर्मा और मिसेज मानुष पारीक भी रही मौजूद।

*नए साल पर जवान बेटे की मौत की सूचना पर बिलख उठा परिवार, सड़क हादसे में भाजपा नेता के पुत्र की दर्दनाक मौत*

गोरखपुर- थाना क्षेत्र के केवटली गांव के निवासी भाजपा नेता नागेन्द्र पान्डेय के पुत्र इंजीनियर अभय पान्डेय (26 वर्ष) बीटेक क्वालीफाई करने के बाद बेंगलूरू में स्थित एक प्राॅइवेट कंपनी में जाॅब कर रहे थे। कम्पनी से काम करके वह कैब गाड़ी से वापस लौट रहे थे। इस दौरान बंगलुरू शहर में ही सड़क दुघर्टना में उनकी मौके पर ही मौत हो गई।

जवान बेटे के मौत की सूचना मिलते ही गाँव और परिवार में कोहराम मच गया। पिता नागेंद्र पांडेय ने बिलखते हुए बताया कि मेरा बेटा बहुत ही होनहार तथा सीधा सरल था। पढ़ाई पूरी करते ही उसे अच्छी नौकरी भी मिल गई थी।

*भोज में शामिल होने गए सफाईकर्मी की बाइक चोरी*

गोरखपुर- ब्लॉक में पंचायत राज विभाग के सफाई कर्मचारी विजय कुमार रविवार को देर शाम अपने सहकर्मी सफाई कर्मचारी रामबचन की माता के निधन पर आयोजित भोज में शामिल होने सेमरडांड़ी गांव में अपनी हीरो डिलक्स बाइक यूपी 53 डीएम 3585 से पहुंचे थे।

वापस जाने के लिए पहुंचे तो जिस स्थान पर बाइक खड़ी की थी, वहां पर नहीं मिली। बदहवास विजय कुमार ने देर तक आसपास तलाश की लेकिन उन्हें अपनी बाइक का कोई पता नहीं चला।

विजय कुमार ने घटना की सूचना 112 नंबर पर पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुट गई है।

*गरीब के घर उम्मीद की किरण लेकर पहुंच रहा है मोदी के गारंटी का रथ: सांसद रविकिशन*

गोरखपुर- कैम्पियरगंज क्षेत्र के चन्दीपुर और मोहनाग में आयोजित विकसित भारत संकल्प यात्रा में मुख्य अतिथि के तौर पर सांसद रविकिशन पहुंचे। रविकिशन ने कहा कि सरकार का उद्देश्य सभी पात्र परिवारों तक योजनाओं को पहुंचाना है। विकास की सोच से कार्य कर रही केन्द्र और प्रदेश की सरकार आमजन तक तक योजनाओं को पहुंचाने के लिए विकसित भारत संकल्प यात्रा लेकर गांव गांव तक जा रही है।

किसान सम्मान निधि, प्रधानमंत्री आवास योजना, आयुष्मान भारत योजना, जन‌धन योजना सहित अलग-अलग योजनाओं पर विस्तार में चर्चा करते हुए रविकिशन ने कहा कि भाजपा सरकार में डिजिटल माध्यम से सभी योजनाओं का लाभ सीधे लाभार्थियों के खाते में बिना किसी बिचौलिए के पहुंच रहा है।रविकिशन ने कहा कि प्रदेश सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति से उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए अवसर बढा है। लगातार उत्तर प्रदेश व देश की अर्थव्यवस्था में सुधार होता नजर आ रहा है।

इस मौके पर मौजूद वरिष्ठ भाजपा नेता संगम द्विवेदी ने विकसित भारत संकल्प यात्रा के उद्देश्य पर विस्तार से चर्चा किया। साथ ही हर घर केसीसी योजना के तहत हर किसान जिनके खाते में किसान सम्मान निधि जाती है उनसे बैंक कर्मचारी द्वारा सम्पर्क कर किसान क्रेडिट कार्ड बनवाया जाएगा। खंड विकास अधिकारी कार्तिकेय मिश्र,एडी ओ ए जी सन्तोष सिंह, स्वास्थ्य ने लोगों को योजनाओं के बारे में जानकारी दी।

इस अवसर पर विधायक प्रतिनिधि गणेश दत्त त्रिपाठी, पूर्वांचल विकास बोर्ड के सदस्य विजय शंकर यादव, मंडल महामंत्री अंजनी मिश्र, संगम द्विवेदी, अनिल अग्रहरी, अजय गिरी, त्रिपुरेश्वर छेदी जायसवाल, अमरनाथ यादव, यात्रा की अध्यक्षता मंडल अध्यक्ष धीरज त्रिपाठी, संचालन मंडल महामंत्री त्रिभुवन पासवान ने किया।

*अमेरिका से वापसी के बाद लोकगायक डॉ राकेश श्रीवास्तव ने मुख्यमंत्री से लिया आशीर्वाद*

गोरखपुर- भोजपुरी अवधी एसोसिएशन ऑफ़ नार्थ अमेरिका द्वारा आयोजित ग्लोबल विदेशिया कांक्लेव में पूर्वांचल के ख्याति प्राप्त लोकगायक डॉ राकेश श्रीवास्तव को आमंत्रित किया गया था। राकेश श्रीवास्तव ने अपने टीम के कलाकार पवन पक्षी, त्रिपुरारी मिश्र, हासिम, सुनील रॉब्सन एवं मो शकील के साथ ह्युस्टन एवं डेलास में पारंपरिक भोजपुरी गायन प्रस्तुत कर प्रवासी भारतीयों को मंत्र मुग्ध कर दिया।

अमेरिका में भारत के कान्स्युलेट जनरल ए मंजूनाथ ने अपने आवास पर भारत से गए कलाकारों के सम्मान में रात्रि भोज भी आयोजित कर कलाकारों का सम्मान किया। इन सभी कलाकारों ने सोमवार को मुख्य मंत्री से मिलकर आशीर्वाद लिया। डॉ राकेश ने पूरे कार्यक्रम से मुख्यमंत्री को अवगत कराया। मुख्यमन्त्री ने सभी कलाकारों को बधाई देते हुए लोक संस्कृति के संरक्षण हेतु किए जा रहे प्रयास की सराहना की। यह कार्यक्रम भारत सरकार के विदेश मंत्रालय के अधीन आईसीसीआर द्वारा प्रायोजित किया गया था ।