*पद्म भूषण प्रोफेसर कपिल कपूर होंगे प्रशिक्षण कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि*
गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय गोरखपुर के पंडित मदन मोहन मालवीय टीचर्स ट्रेनिंग सेंटर, जो पूर्व में एचआरडीसी के नाम से जाना जाता था, आगामी 4 जनवरी से लेकर 12 जनवरी तक नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2020 के विषय में एक जागरूकता एवं प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित करने जा रहा है। केंद्र की निदेशक प्रोफेसर सुनीता मुर्मू एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम के संयोजक डॉ अमोद कुमार राय ने बताया कि इस आठ दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में 12 व्याख्यान आयोजित किए जाएंगे। इन 12 व्याख्यानों के मूल में भारतीय ज्ञान परंपरा इस विषय को लेकर विभिन्न रिसोर्स पर्सन्स अपने-अपने संबंधित विषय में कैसे हम पारंपरिक भारतीय ज्ञान का समावेश और समायोजन कर सकते हैं इस पर प्रकाश डालेंगे । यह प्रशिक्षण कार्यक्रम विश्विद्यालय एवं महाविद्यालय के प्रत्येक शिक्षक के लिए वांछनीय है। देश भर के 15 लाख शिक्षकों को प्रशिक्षित करना है।
इस कार्यक्रम का उद्घाटन 4 जनवरी दिन 2 बजे प्रस्तावित है और इस कार्यक्रम में संरक्षिका के तौर पर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर पूनम टंडन, मुख्य वक्ता के तौर पर पद्मभूषण सम्मान से सम्मानित प्रोफेसर कपिल कपूर जो जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के रेक्टर एवं भाषा विज्ञान एवं अंग्रेजी विभाग के प्रोफेसर भी रह चुके हैं, महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी वि वि, वर्धा के चांसलर, भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान शिमला के चेयरपर्सन भी रह चुके हैं और देश-विदेश में सैकड़ो उनके व्याख्यान भारतीय ज्ञान परंपरा पर हो चुके हैं। भारतीय ज्ञान परंपरा को उन्होंने जे एन यू के पाठ्यक्रम में पहली बार समायोजित किया था। सेंटर की निर्देशिका प्रो सुनीता मुर्मू जी अपनी प्रस्ताविकी प्रस्तुत करेंगी।
कार्यक्रम का समापन 12 जनवरी को प्रो ईश्वर शरण विश्वकर्मा, चेयरमैन उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा चयन आयोग, प्रयागराज, एवं प्रो प्राचीन इतिहास विभाग के मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थिति के साथ होगी। इनके अलावा देश के विभिन्न राज्यों में स्थित विश्वविद्यालयों से रिसोर्स पर्सन को आमंत्रित किया गया है। जैसे प्रोफेसर धनंजय सिंह जेएनयू, प्रोफेसर रजनीश मिश्रा जेएनयू,प्रो सौगात भादुड़ी,प्रोफेसर राजकुमार बी एच यू, प्रोफेसर हितेंद्र मिश्र नेहू, प्रोफेसर रविंद्र सिंह डी यू, प्रो राज शरण शाही, लखनऊ, प्रो हेमेंद्र चंडालिया उदयपुर, प्रोफेसर आलोक कुमार एवं प्रोफेसर सुधीर श्रीवास्तव आदि अपना व्याख्यान देंगे।
कार्यक्रम के संयोजक डॉक्टर अमोद कुमार राय ने बताया कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में इतने सुधी वक्ताओं को देखते हुए प्रतिभागियों की संख्या ने भी एक रिकॉर्ड बनाया है। यह पहली बार हो रहा है कि जब किसी शॉर्ट टर्म कोर्स अथवा प्रशिक्षण कार्यक्रम में लगभग 176 की संख्या में प्रतिभागी प्रतिभागी कर रहे हैं । इस कार्यक्रम के दो सहसंयोजक भी हैं समाजशास्त्र विभाग के डॉक्टर पवन कुमार और भूगोल विभाग की डॉक्टर स्वर्णिमा सिंह।पवन कुमार और स्वर्णिम सिंह सम्पूर्ण कार्यक्रम के कुशल संचलन की पूर्ण देखरेख करेंगे। कार्यक्रम पूर्ण रूप से ज़ूम प्लेटफार्म के जरिए ऑनलाइन मोड में आयोजित किया जाएगा।
Jan 03 2024, 11:23