पटना महावीर मंदिर में धूमधाम से मना श्री रामचन्द्र और जनक नंदनी किशोरी जी का विवाहोत्सव
पटना - राजधानी पटना में बीते रविवार को अगहन शुक्ल पंचमी 9 (विवाह पंचमी) के मौके पर दशरथ नंदन श्री रामचन्द्र और जनक नंदनी किशोरी(सीता) जी का विवाहोत्सव धूमधाम से मनाया गया। शहर के मंदिरों के अलावा रामदरबार स्थापित श्रद्धालुओं के घरों में भी विवाहोत्सव की धूम देखने को मिली। राम-सीता के विवाह गीतों से माहौल भक्तिमय बना रहा।
हनुमान मंदिर में विवाह पंचमी (रविवार) के मौके पर श्रीराम और किशोरी के विवाहोत्सव पर मिथिला से आयी कलाकारों की टीम ने जनकपुर परंपरा पर आधारित संगीतमय नाट्य प्रस्तुति की।
शिवधनुष भंग करने के बाद जयमाला डालने पहुंची सीता अपने से ऊंचे रामचन्द्र के गले में माला नहीं डाल पाने पर वहां मौजूद सीता की सहेलियों ने श्रीराम से कहा ‘तनि झुक जइओ ए राघव जी, लली मेरी छोटी है’। फिर भी राघव नहीं झूके तो मिथिलावासी कहते हैं। ‘कौना गुमान में फुलइल हो राघव जी, कौना गुमान में फुलइल’। राघव झुकते हैं और जानकी जी उनके गले में वरमाला डाल देती हैं। कई दशकों से महावीर मन्दिर में श्रीराम विवाह का आयोजन होता आ रहा है।
इस अवसर पर महावीर मन्दिर प्रांगण में बड़ी संख्या में भक्तजन उपस्थित थे। त्रेता युग में भगवान विष्णु स्वरूप श्रीराम और माता लक्ष्मी स्वरूपा जानकी जी के विवाह की झांकी देखकर भक्तों के उल्लास का ठिकाना नहीं था। भक्तजन इतने आह्लादित दिखे मानो वे भारतीय जनमानस के आदर्श राम-सीता विवाह के हर पल को अपनी नजरों में कैद कर लेना चाहते हों।
राम की भूमिका मधुबनी जिले के सोनू कुमार ने निभाई जबकि सीता की भूमिका में कृष्ण कुमार थे। नाट्यमंडली में राम पदारथ शर्मा, गणेश ठाकुर, सरोजन चौधरी, विपिन ठाकुर, देवेन्द्र पांडेय, गोपालजी मिश्रा,रोहित, श्रीधर, सुभाष पांडेय, शिवचंद्र जी विभिन्न भूमिकाओं में थे। मिथिला परंपरा के विवाह गीतों की संगीतमय प्रस्तुति ने उपस्थित भक्तों और श्रोताओं को जनकपुर सा एहसास कराया।
वहीं आज सोमवार को राम-कलेबा का आयोजन होगा। इसमें दशरथनंदन श्रीराम पहली बार अपने ससुराल जनकपुर में भोजन करेंगे। मिथिला में यह परंपरा सदियों से चली आ रही है।
पटना से मनीष प्रसाद
Dec 18 2023, 17:31