Bhadohi

Dec 15 2023, 13:49

*दिसंबर में बढ़ी ठिठुरन, शुरुआती 14 दिन पांच साल में सबसे गर्म, सर्द भरी हवा ने बढ़ाई सिहरन, अस्पताल पहुंच रहे मरीज, बदलते मौसम में सतर्कता जरू

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। पश्चिमी विक्षोभ और मिचौंग चक्रवाती तूफान के कारण कड़कड़ाती दिसंबर माह के शुरुआती दिनों ही लोगों को ठंड का एहसास होने लगा है। सुबह शाम चल रही सर्द भरी हवाओं ने हर किसी को ठिठुरन को विवश कर दिया। इसके बाद भी पिछले पांच साल में दिसंबर के 14 दिन सबसे गर्म रहा। क्योंकि दिसंबर में न्यूनतम तापमान निरंतर लुढ़कता चला गया। फिर भी अधिकतम तापमान में वृद्धि हुई है।

इस महीने में अभी तक न्यूनतम तापमान 9.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया जा चुका है, जबकि अधिकतम तापमान 29 डिग्री तक पहुंच गया है। जिले में ठंड का असर भले ही बढ़ गया है। रात में तापमान लगातार गिर रहा है। वहीं दिन का तापमान अधिक रह रहा है। 2019 से अब तक दिन का तापमान गर्म रहा है, लेकिन रात को न्यूनतम पारा में गिरावट देखी गई है। जिसके कारण रात का ठंड बढ़ी है।

मौसम में हो रहे उतार - चढ़ाव के कारण इसका असर लोगों की सेहत पर पड़ रहा है। पिछले साल दिसंबर के शुरुआती माह में कोहरे का प्रभाव नहीं देखा गया था, लेकिन इस साल दिसंबर की शुरुआत कोहरे के साथ ही हुई है। पिछले तीन दिनों से गलन कि बात साल के मुताबिक इस साल ठंड अधिक पड़ेगी।‌ हालांकि यह ठंड खेती किसानी के दल से उत्तम हैं। मौसम विभाग ने बताया कि अन्य सालों की अपेक्षा इस साल मौसम गर्म है, लेकिन रात के तापमान में गिरावट देखी जा रही है।

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Dec 15 2023, 13:48

*40 फीसदी करें फसल की सिंचाई, बेहतर होगी आलू की पैदावार*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिले में बढ़े ठंड और बेमौसम हुई बारिश के बाद किसानों को खास सावधानी बरतने की आवश्यकता है। खासकर आलू की खेती करने वाले किसानों को विशेष सतर्कता बरतनी होगी। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार आलू की खेती करने वाले किसान अपने फसलों की सिंचाई 40 फीसदी से अधिक न करें। खेत में इतना ही पानी छोड़े कि वह मेड़ के ऊपर न आ पाएं। इससे पैदावार बेहतर होगी।

जिले के किसान रवि सीजन में फसलों की बोआई कर चुके हैं। अब वे फसलों की सिंचाई के कार्य में लगे हुए है। दूसरी तरफ किसानों का एक तबका अभी भी गेंहू के बोआई कार्य में जुटा है। हालांकि समय से आलू, चना, मटर और सरसों की बोआई कर चुके किसान फिलहाल फसल की पहली सिंचाई में व्यस्त हैं। ऐसे में फसलों की सिंचाई को लेकर विशेष सतर्कता बरते जाने की आवश्यकता है।

कृषि केंद्र बेजवां के फल, सब्जी विशेषज्ञ डॉ. एके चतुर्वेदी ने बताया कि आलू की सिंचाई में विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है। अधिकांश किसान फसल को पानी से लबालब भर देते हैं। ऐसे में फसल को नुकसान होने का डर रहता है। अधिक पानी लगने से फसलों में रोग लगने की संभावना बढ़ जाती है। जिससे पैदावार पर असर पड़ता है।

फसल की अच्छी पैदावार के लिए केवल 40 फीसदी ही सिंचाई की जरूरत है। किसान ऐसी सिंचाई करें कि पानी से फसल न डूबे। आलू के मेड़ के ऊपर तक न जाये। पानी मेड़ के उपर जाने से मिट्टी गल जाती है, मेड़ बिगड़ जाता है। इससे फसल की पैदावार अच्छी नहीं होती है।

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Dec 15 2023, 13:35

*पछुआ हवा से तापमान में हो रही गिरावट, बढ़ी गलन,आगामी सप्ताह में शुष्क व साफ रहेगा मौसम*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। पछुआ हवा चलने से मौसम हवा चलने से मौसम सर्द होता है जा रहा है। चल रही सर्द हवा से दिन - रात के तापमान में काफी अंतर आ रहा है। मौसम विभाग की मानें तो आगामी सप्ताह मौसम शुरू व साफ रहेगा। लेकिन पछुआ हवा से पारा लुढ़कता जाएगा। अतिकतम तापमान 23 से न्यूनतम दस डिग्री सेल्सियस से भी डिग्री हो सकता है।

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Dec 15 2023, 13:33

*बीता आधा दिसंबर, नहीं बंटे कंबल ,शहर व सुदुर गांवों में ठंड से ठिठुरते देखे जा रहे बस्ती के लोग*



नितेश श्रीवास्तव

भदोही। गरीबों व जरुरतमंदों को ठंड से बचाने के लिए प्रदेश सरकार भले ही कृत संकल्पित हो, लेकिन जिला प्रशासन नहीं। दिसंबर माह आधा बीत गया,अभी तक शहरों नगरों व ग्रामीण अंचलों न तो अलाव दिख रहा है और न ही कंबल का विवरण किया गया। इसे लेकर आमजन में रोष देखा जा रहा है। उधर समाजसेवी भी अभी तक खामोश देखे जा रहे हैं।

बात दें कि मैदानी इलाके में बसी कालीन नगरी में दिसंबर व जनवरी महीने में जबरदस्त ठंड पड़ती है। हालांकि इस साल अभी तक कोहरे की आमदनी नहीं हुई है। लेकिन गत दिनों हुई दो दिनों बारिश व आसमान में काले मेघों के कारण गलन व ठिठुरन बढ़ गई है।

शहर में बहुतायत तादाद में गरीब, बुनकर, मजदूर व छत विहीन लोग निवास करते हैं। जिनकी जाड़े की रातें अलाव के आगे तथा सरकारी कंबल के सहारे गुजरती है। कुछ ऐसा ही मंजर गांवों में भी देखने को मिलता है। आदिवासी, दलित बस्तियों के साथ ही गरीब तबका झाड़ झंखाड़ जलाकर रातें गुजार रहे हैं।

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Dec 14 2023, 16:08

*जिओ टैगिंग होती तो पता चलता गड्ढा मुक्ति की हकीकत*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिले की सड़कों के हाल बदतर हैं। गढ्ढा मुक्ति के लिए दो बार अभियान चलाए गए। इसके बाद तमाम सड़कों पर गड्ढे हैं। गड्ढा मुक्ति अभियान के दौरान कितनी सड़कें दुरुस्त हुईं, इसका कोई रिकार्ड नहीं रखा जाता है।

जिस तरह आवास की जिओ टैगिंग कराई जाती है, उसी तरह सड़कों की भी हो तो शायद हालात सुधरेें। वाराणसी-प्रयागराज हाईवे राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के पास है। शेष सड़कों का जिम्मा लोक निर्माण विभाग,ग्राम पंचायत और आरईएस का है। गड्ढा मुक्ति अभियान में भी गांव की सड़कों का कोई पुरसाहाल नहीं था।

मगर ज्यादातर संपर्क मार्गों की भी हालत खस्ता है।अक्तूबर से नवंबर माह के बीच चले गढ्ढा मुक्ति अभियान में 245.5 किमी सड़कों की मरम्मत की जानी थी। इसके लिए 291.05 लाख रुपये जारी किए गए थे। लोक निर्माण विभाग का दावा है कि सभी सड़कों को गड्ढा मुक्त किया जा चुका है। मगर हकीकत कुछ और ही है।

तमाम सड़कों पर गड्ढों के चलते आवागमन दूभर है। एक आंकड़े के मुताबिक जिले की 80 किमी सड़कों की हालत बदतर है।

सात किमी मार्ग में पर 34 गढ्ढे

सुरियावां-अभिया मार्ग पर कई सालों से गड्ढे हैं। यह सात किमी मार्ग प्रतापगढ़, जौनपुर, मछलीशहर, मीरगंज आदि इलाकों को जोड़ता है। हर दिन इस मार्ग से रोजना हजारों लोगों का आना-जाना होता है। एक साल पहले गड्ढा मुक्ति अभियान के दौरान गिट्टी डालकर छोड़ दी गई।

अब गिट्टियां बिखर गई है। इस मार्ग पर 34 से अधिक गड्ढे हैं।

भदोही को वाराणसी को जोड़ने वाला लक्षापूर-अमवा मार्ग भी गड्ढों में तब्दील हो गया है। दो किमी की इस सड़क पर दर्जन भर गड्ढे हैं। बनारस जाने का मुख्य मार्ग होने के कारण इस रोड पर हर दिन हजारों लोगों का आना-जाना होता है। चौरी क्षेत्र माधोराम-कंतापुर मार्ग, रोटहा-अनेगपुर, चौरी बाजार स्टेशन रोड, गोधना से दरवासी, नवधन से कुरमैचा, सदलूबीर-सरायहोला, गोपपुर-गोपीगंज, ऊंज से कुरमैचा, कैड़ा-सुरियावां मार्ग की हालत भी खस्ता है।

गड्ढा मुक्ति अभियान के तहत लगभग 90 फीसदी सड़कें दुरुस्त कर दी गई हैं। कुछ सड़कें जो शेष बची हैं। उनकी भी जल्द मरम्मत करा दी

जाएगी। - जैनू राम, अधीशासी अभियंता, पीडब्ल्यूडी।

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Dec 14 2023, 16:06

*सेहत का रखें ख्याल*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही।मौसम बदलने के साथ सेहत पर भी असर दिख रहा है। जिला चिकित्सालय में बृहस्पतिवार को 796 मरीजों की ओपीडी रही जबकि इमरजेंसी में 40-45 मरीज पहुंचे।

जिन्हें जांच - पड़ताल कर चिकित्सकों ने दवा उपलब्ध कराई। डॉ प्रदीप ने बताया कि मदलते मौसम में सतर्क रहने की आवाज है। गर्म भोजन करें, बच्चों को गुनगुना दूध पिलाएं, गुनगुना पानी पीएं।‌

सुबह तापमान में गिरावट ज्यादा होती। देर से और ऐसे में सिर ढंककर घर से बाहर निकलें।

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Dec 14 2023, 16:05

*डेंगू का एक और मरीज मिला*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। डेंगू संक्रमण पर अभी नियंत्रण नहीं हो पाया एक और व्यक्ति रिपोर्ट डेंगू पाॅजिटिव आई है। अब तक मरीजों की संख्या 280 तक पहुंच गई है।

जिला मलेरिया अधिकारी राम आसरे पाल ने बताया कि एक रिपोर्ट डेंगू पाॅजिटिव आई है।

गांव में दवा के छिड़काव के लिए टीम को कहा गया है। पीड़ित पास के घरों में छिड़काव कराया जाएगा।

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Dec 14 2023, 13:03

*मांगों को लेकर ग्रामीण डाक सेवक ने किया हड़ताल, डाक सेवा बाधित होने पर परेशान हो रहे उपभोक्ता*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। ज्ञानपुर नगर स्थित पोस्ट ऑफिस पर पहुंचे ग्रामीण डाक सेवक ने अपनी आवाज बुलंद करते हुए हड़ताल शुरू कर दिया । हड़ताल कर रहे ग्रामीण डाक सेवक ने कहा कि हमारे विभिन्न मांगों को जब तक पूरा नहीं किया जाएगा हम सभी ग्रामीण डाक सेवक अनिश्चितकालीन तक हड़ताल पर रहेंगे । ग्रामीण डाक सेवक के हड़ताल पर चले जाने के कारण उपभोक्ता परेशान हो रहे हैं।

बता दें की प्रदेश यूनियन के निर्देश पर आज ग्रामीण डाक सेवक पोस्ट ऑफिस ज्ञानपुर पहुंचकर नारेबाजी के साथ अपनी आवाज बुलंद किया। और अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए। डाक सेवक के हड़ताल पर चले जाने के कारण ग्रामीण डाक सेवा कार्य बाधित हो गया है और उपभोक्ता काफी परेशान हैं। ज्ञानपुर क्षेत्र के 10 ग्रामीण डाक शाखा के कर्मचारी हड़ताल में शामिल है।

हड़ताल कर रहे कर्मचारी नितिन श्रीवास्तव ने बताया कि हम सभी ग्रामीण डाक सेवक से 8 घंटे कार्य कराया जाता है और 4 घंटे का पैसा दिया जाता है। हम सभी को 8 घंटे का पैसा दिया जाए ,ग्रेजुएटी 5 लाख किया जाए,180 दिन की छुट्टी दी जाय एवं डाक सेवक को लैपटॉप, प्रिंटर समेत अन्य सुविधाएं दी जाए ।जिससे ग्राहकों को सही समय पर सेवा प्रदान किया जा सके। अपने विभिन्न मांगों को लेकर ग्रामीण डाक सेवक पोस्ट ऑफिस ज्ञानपुर पर अपनी आवाज बुलंद करते हुए अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए।

हड़ताल में यह ग्रामीण डाक सेवा के कर्मचारी हैं शामिल

विभिन्न मांगों को लेकर ग्रामीण डाक सेवक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं । जिसमें ग्रामीण शाखा रामपुर, नत्थईपुर ,पाली ,अच्वर ,चक किशनदास ,चक सुंदर ,दशरथपुर, लक्ष्मण पट्टी एवं सदौपुर शाखा के कर्मी अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं । जिससे ग्रामीण डाक सेवा प्रभावित हो रहा है और उपभोक्ता परेशान है।

Bhadohi

Dec 13 2023, 13:43

*जलाए जाने लगे अलाव*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। ठंड बढ़ते ही प्रशासन ने अलाव जलवाने के प्रयास तेज कर दिए हैं। बुधवार को ज्ञानपुर के दुर्गागंज त्रिमुहानी पर अलाव की व्यवस्था नगर प्रशासन की ओर से की गई। ईओ राजेंद्र दूबे ने बताया कि दुर्गागंज त्रिमुहानी अलावा भी कई जगहों पर अलाव जलने लगे हैं। कही अलाव नहीं जल रहे हैं तो सूचना मिलने पर वहां भी व्यवस्था की जाएगी।

Bhadohi

Dec 13 2023, 13:42

*100 करोड़ की परियोजना, सालभर में 10 फीसदी भी कम नहीं,रिवैंप योजना की रफ्तार धीमी, बिजली के जर्जर तार बने मुसीबत*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। रिवैंप योजना के तहत 100 करोड़ की लागत विद्युत वितरण व्यवस्था दुरुस्त की जा रही है। जर्जर तार और पोल गिरने के अक्सर परेशानी होती है। योजना शुरू होने से लेकर अब तक रफ्तार ही नहीं पकड़ सकी। पहले अधिकारी बारिश का हवाला देकर काम रोके हुए थे लेकिन बारिश बीतने के बाद भी गति नहीं बढ़ी।

आए दिन पुराने ट्रांसफार्मर जलने और तार टूटते रहते रहते जिससे आपूर्ति प्रभावित होते हैं। डीघ, सुरियावां, अभोली, दुर्गागंज, चौरी और भदोही के इलाकों में अक्सर जर्जर तार और पोल टूटने की घटनाएं सामने आ रही है। क‌ई बार जर्जर तार लोगों की जान के दुश्मन भी बने जाते हैं। जिले में क‌ई ऐसी घटनाएं हो चुकी है। 19 अक्टूबर को औराई कोतवाली के बाबूसराय के पास खेत में काम कर रही एक महिला पर जर्जर तार गिर गया।

उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी। सितंबर में गोपीगंज के पास स्थित एक गांव में वृद्धि पर तार टूटकर गिर गया और उसकी मौत हो गई। एक सप्ताह पहले महाराजगंज में विद्युत पोल गिर गया। 24 घंटे तक विद्युत आपूर्ति ठप रही। ये कुछ ऐसे उदाहरण है जो रिवैंप योजना की धीमी गति पर सवाल उठा रहे हैं। बताया कि रिवैंप योजना की प्रगति काफी धीमी है। जिस पर कार्यदायी संस्था से स्पष्टीकरण मांगा है।

ये होने हैं कार्य

जर्जर व तारों को बदलना,पूराने पोलों को बदलना,न‌ए ट्रांसफार्मर लगाना,तीन न‌ए कृषि फीडर बनाना,दो पोल की दूरी कम करना।