बच्ची पर गिरा टूटा बिजली का पोल, गंभीर रुप से घायल, ट्रामा सेंटर रेफर

रायबरेली- थाना क्षेत्र के जलालपुर धई में एक ठेकेदार नीम का पेड़ काटवा रहा था। इसी समय नीम के पेड़ की डाल बिजली के पोल पर गिर गई।जिससे से बिजली का पोल टूट गया। यह टूटा पोल नीम की डाल सहित मासूम बच्ची के ऊपर गिर गया। जिससे बिजली के पोल के नीचे दबने से मासूम बच्ची गंभीर रूप घायल हो गई। जिसे परिजनों ने सी एच सी गौरा पहुंचाया जहां से उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।मामला गदागंज थाना क्षेत्र के जलालपुर धई गांव का है। जहां 12 वर्षीय राबिया पुत्री सब्बन अपने ननिहाल में नाना के यहां रहतीं थी। वह शनिवार को पढ़ने के लिए मदरसा स्कूल गई थी। वही पर बाहर खेलते वक्त सीढ़ी पर चढ़ रही थी। तभी ठेकेदार द्वारा नीम का पेड़ जो कटवाया जा रहा था। उसकी डाल अचानक नीम के पेड़ पर गिर गई। यह डाल बिजली के पोल के ऊपर गिर गई और बिजली का पोल पेड़ की डाल सहित वहीं पर खेल रही मासूम बच्ची के ऊपर गिर पड़ा। जिसके नीचे दबकर मासूम बच्ची गंभीर रूप से घायल हो गई। घटना से पूरे गांव में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में ग्रामीणों की मदद से पेड़ की डाल और पोल के नीचे दबी बच्ची को बाहर निकाल लिया गया। बच्ची को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया।जहां उसकी हालत गंभीर होने पर उसे जिला अस्पताल ले जाया गया। जिला अस्पताल में इलाज के बाद जब हालत में अधिक सुधार नही हुआ तो डॉक्टर ने बच्ची की हालत नाजुक देखते हुए उसे लखनऊ ट्रामा सेंटर के लिए रेफर कर दिया गया। वहीं इस सम्बन्ध में मासूम बच्ची की मां नाजमा बानो ने मामले की तहरीर थाने में दी है।

बिन परमिट काटा जा रहा था पेड़

बच्ची की मां ने थाने में दी तहरीर में बताया की ठेकेदार जो नीम का हरा पेड़ काट रहा था। उसका विभाग से परमिट नही लिया था। अगर पेड़ सावधानी से काटा जाता तो यह घटना न होती।

मन बढ़ लकड़कटो की आई बाढ़

क्षेत्र में इस तरह के मनबढ़ लकड़ कटो की बाढ़ सी आ गई है। हर जगह ये लकड़कटे अपने हिसाब से बिन परमिट के पेड़ काटते रहते हैं। कही कोई कार्रवाई नही होती इसीलिए इनके मन बढ़े हुए हैं।

प्रति पेड़ देते हैं कमीशन

एक ठेकेदार ने नाम न छपने की शर्त पर बताया की थाने और बन विभाग और कुछ स्थानीय अखबार के लोगो को पर पेड़ के हिसाब से भुगतान दे दिया जाता है इसीलिए सब मैनेज हो रहा है।

आखिर किसके संरक्षण में लगातार चल रहा हरियाली पर आरा

आखिर किस के संरक्षण में क्षेत्र की हरियाली पर आरा चलाया जा रहा है। यह यक्ष प्रश्न है जिसका जवाब तो सभी जानते हैं लेकिन बताना कोई नही चाहता है। आरोप है की इस लकड़ी के खेल में चाहे थाना हो या वन विभाग सब अपनी तरह से सेट रहते हैं। इसके चलते सब आंख मूंद लेते हैं और यह खेल बदस्तूर चलता रहता है। जब इस तरह की कोई घटना होती है तो कुछ समय के लिए कुछ ठीक रहता है बाकी सब फिर वैसे ही ढाक के तीन पात।

क्या बोले जिम्मेदार

गदागंज थाना प्रभारी संतोष कुमार सिंह ने बताया की ठेकेदार पेड़ काट रहा था जिससे उसकी डाल खंभे पर गिरी और इससे खंभा टूट कर बालिका पर गिर गया है। जो गंभीर रुप से घायल है।मामले की तहरीर मिली हैं मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।

बच्चों ने दी श्रद्धांजलि

रायबरेली।छात्र छात्राओं ने हेलीकॉप्टर हादसे में शहीद सीडीएस मेजर जनरल बिपिन रावत को विनम्र श्रद्धांजलि दी गई।

नगर के जवाहर विहार कॉलोनी स्थित दुर्गा इंटरमीडिएट कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने देश के प्रथम चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ मेजर जनरल बिपिन रावत को दूसरी पुण्यतिथि पर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। ठीक 2 वर्ष पूर्व हेलीकॉप्टर हादसे में मेजर जनरल समेत 12 अन्य ऑफिसर्स शहीद हुए थे।

विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने मेजर जनरल के छायाचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। विद्यालय की प्रबंधिका ऋतु शुक्ला ने बताया कि 8 दिसंबर को हुआ हादसा भारतीयों के लिए काला दिन था जिसमें हमने पहले सीडीएस को और अन्य अधिकारियों को खोया।

विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने जनरल बिपिन रावत पर अपने व्यक्तव्य दिए। विद्यालय के समस्त अध्यापक अध्यापको ने भी छायाचित्र पर माल्यार्पण कर अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए। को आर्डिनेटर किरन बाला ने मेजर जनरल बिपिन रावत का सम्पूर्ण जीवन हम सभी के लिए प्रेरणादायक है और उनके जीवन पर प्रकाश डाला।

यूपी बोर्ड की हाईस्‍कूल और इंटरमीड‍िएट परीक्षाओं का कार्यक्रम जारी,जिले में 70793 परीक्षार्थी होंगे शामिल

रायबरेली। हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षाएं कराने के लिए यूपी बोर्ड ने तिथियां घोषित कर दी है।इसके साथ ही परीक्षा की हलचल तेज हो गई है। बोर्ड परीक्षाएं 22 फरवरी से नौ मार्च तक कराई जाएंंगी। इस बार 70793 विद्यार्थी परीक्षा में बैठेंगे।

बोर्ड की ओर से अभी तक 100 परीक्षा केंद्रों की अनंतिम सूची जारी हो गई है।नवंबर के आखिरी सप्ताह में बोर्ड परीक्षा कराने के लिए 100 केंद्रों की अनंतिम सूची जारी की गई थी। इन सेंटरों पर आपत्तियां मांगने के साथ ही उनके निस्तारण की प्रक्रिया चल रही। डीएम ने सभी एसडीएम को अपने-अपने क्षेत्रों के परीक्षा केंद्रों का सत्यापन करने का निर्देश दिए है। इसमें केंद्र काटने से विद्यालय संचालक परेशान हैं।

परीक्षा कार्यक्रम घोषित होने के बाद विभागीय गतिविधियां तेज हो गई हैं।

घोषित स्कीम में प्रथम पाली की परीक्षाएं सुबह 8.30 से 11.45 बजे तक और दूसरी पाली की परीक्षाएं दोपहर दो से शाम 5.15 बजे तक होंगी। 22 फरवरी को प्रथम पाली में हाईस्कूल की हिंदी और दूसरी पाली में वाणिज्य विषय की परीक्षा होगी। वहीं इंटर के सैन्य विज्ञान की परीक्षा प्रथम पाली और हिंदी की परीक्षा द्वितीय पाली में होगी। नौ मार्च को परीक्षाएं समाप्त हाेंगी।

यूपी बोर्ड परीक्षा 2024

जिले की स्थिति

अभी तक परीक्षा केंद्र -100

70793 - कुल परीक्षार्थी

30710 - इंटर के परीक्षार्थी

40083 - हाईस्कूल के परीक्षार्थी

माध्यमिक शिक्षा परिषद हाईस्कूल-इंटर परीक्षा 2023 पर एक नजर

परीक्षा केंद्र- 118

हाईस्कूल में पंजीकृत परीक्षार्थी- 41,833

इंटर में पंजीकृत परीक्षार्थी- 32,052

कुल परीक्षार्थी -73935

इस वर्ष घटे परीक्षार्थी-3142

घटे परीक्षा केंद्र-18

क्या बोले जिम्मेदार

जिले में परीक्षा की हो रही तैयारियों के विषय में जिला विद्यालय निरीक्षक ओमकार सिंह राणा से बात करने का प्रयास किया गया पर बात नही हो सकी। उनके किसी सहकर्मी ने फोन उठाया कहा साहब बाहर गए हैं अभी बात नही हो सकती।

विभागीय बाबू नही उठा रहे फोन

कई वर्षो से परीक्षा विभाग में डटे बाबू भी उदासीन हो गए हैं। परीक्षा विभाग देख रहे बाबू जयेंदु मिश्र से कई बार फोन पर बात करने का प्रयास किया गया पर फोन नही उठा।

*बेटी, बेटा, पत्नी की हत्या कर फांसी के फंदे से झूला डॉक्टर*

रायबरेली। लालगंज स्थित आधुनिक रेल कोच कारखाना के आवासीय परिसर में उस समय हड़कम्प मच गया जब डॉक्टर, उसकी पत्नी एक बेटे व बेटी का शव उनके आवास के अंदर बरामद हुआ, सूचना पर पहुची आरपीएफ और पुलिस ने दरवाजा तोड़ कर शवों को बाहर निकाला।

चिकित्सक का शव फांसी के फंदे पर था ज‍बकि, उनकी पत्नी, पुत्र और पुत्री बेड पर पड़े हुए थे। सूचना पर पहुची आरपीएफ और पुलिस ने दरवाजा तोड़ कर शवों को बाहर निकाला। चिकित्सक के परिवार को अंतिम बार रविवार को देखा गया था।

कल देर रात उनके सहयोगी उनका हालचाल जानने के लिए जब उनके आवास पहुंचे तो घटना की जानकारी हुई। सूचना पर पुलिस अधीक्षक फरेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंचे और शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया।

फारेंसिक टीम मौके से साक्ष्य संकलन में जुटी हुई है। लालगंज में संचालित आधुनिक रेल डिब्बा कारखाना है जो कि देश मे चलने वाली ट्रेनों के लिए आधुनिक डिब्बों का निर्माण करता है। इसी कारखाने में 2017 में डीएमओ के पद पर कार्यरत डॉ अरुण सिंह, जो कि नेत्र सर्जन विशेषज्ञ थे, तैनात थे।

कारखाना के आवासीय परिसर में उनकी पत्नी अर्चना (40), बेटे आरव (चार) और बेटी अरीबा (12) के साथ रहते थे।

डॉ अरुण सिंह को अंतिम बार रविवार को देखा गया। उसके बाद उनके घर के किसी भी सदस्य को परिसर में रहने वाले व्यक्ति ने नहीं देखा।सूचना पर पहुंची पुलिस ने इसकी सूचना आलाधिकारी को दी तो पुलिस अधीक्षक फरेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंचे और घर का दरवाजा तुड़वा कर कमरे में दाखिल हुआ गया।

चिकित्सक फांसी के फंदे पर लटक रहे थे और उनका पूरा परिवार मृत अवस्था में बेड पर पड़ा था। शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया और मामले की तहकीकात शुरू कर दी गई।

मिर्जापुर के निवासी थे डॉक्टर अरुण

मिर्जापुर के निवासी अरुण कुमार सिंह (45) आधुनिक रेल कोच कारखाना स्थित अस्पताल में 2017 से नेत्र रोग विशेषज्ञ के पद पर तैनात थे। वह कारखाना परिसर स्थित आवास में परिवार के साथ रहते थे।

योजनाबद्ध तरीके से की खुदकुशी

एसपी पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि डॉक्टर साहब 2017 से कारखाने में नौकरी कर रहे है। वह नेत्र सर्जन थे। उन्होंने कई तरह के इंजेक्शनों का प्रयोग किया और पहले बच्चों को बेहोश किया फिर उनके सिर पर वार कर उन्हें मौत के घाट उतार दिया।

खुद के हाथों की नस काटी जब सफल नहीं हुए तो कुर्सी रखकर फांसी लगा ली। रविवार को उनको अंतिम बार देखा गया था।आज उनके सहयोगी जब उनके आवास पर पहुचे तो दरवाजा तोड़ा गया और ये मंजर दिखाई दिया।

शवों को कब्जे में ले लिया गया है। डॉक्टर साहब के एक पुत्र, पुत्री और पत्नी भी मृत अवस्था में मिले हैं। मामले की जांच की जा रही है। पोस्टमॉर्टम के बाद मौत का सही कारण स्पष्ट होगा। पुलिस ने कहा कि शुरुआती जांच में यह पता चला कि चिकित्सक अवसाद से ग्रसित था।

आसपास रह रहे लोगों के अनुसार परिवार को दो दिन पहले रविवार को देखा गया। पुलिस ने कहा कि मामले में गहन छानबीन की जा रही है।

बस की टक्कर से बाइक सवार दो युवकों की मौत

रायबरेली।भदोखर थाना क्षेत्र के मुंशीगंज डलमऊ मार्ग पर मनेहरू गांव के निकट बस की टक्कर से बाइक सवार दो युवको की मौत गई। गंभीर रूप से घायल एक युवक को लखनऊ रेफर कर दिया गया।सोमवार की देर रात लगभग बारह बजे बस व बाइक की टक्कर हो गई ।

जिसमें बाइक सवार दो युवकों की मौत एक गंभीर रूप से घायल हो गया । अभिषेक 24 वर्ष पुत्र रंजीत निवासी सिद्धार्थ थाना जगतपुर, अनिल कुमार 25 वर्ष पुत्र राम आसरे, शनि 17 वर्ष पुत्र कन्हैया निवासी मिश्रन का पुरवा मजरे सुलखियापुर तीनों एक ही बाइक पर सवार होकर डलमऊ की तरफ से वापस घर आ रहे थे।

मनेहरू गांव के निकट पहुंचते ही सामने से आ रही बस से टक्कर हो गई। बस की टक्कर होते ही बाइक सवार तीनों युवक गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गए। टक्कर होते ही रात के अंधेरे में आसपास के स्थानीय व राहगीर घटनास्थल की तरफ दौड़ पड़े ।

गंभीर रूप से घायल खून से लतपत बाइक सवार तीनों युवाओं को सूचना पर पहुंची पुलिस ने आनन फानन जिला अस्पताल पहुंचाया। जहां पर डॉक्टरों ने अभिषेक व अनिल कुमार को मृत घोषित कर दिया ।

गंभीर रूप से घायल शनि का इलाज करते हुए लखनऊ रेफर कर दिया। मौत की खबर परिजनों को मिलते ही परिजनों में चीज पुकार मच गई। एम्स चौकी प्रभारी कपिल ने बताया कि दोनों शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।बस को हिरासत में ले लिया गया है।तहरीर मिलने पर मामला दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।

अतिक्रमण पर चला बुलडोजर और हटाया अवैध कब्जा

रायबरेली। कस्बा महराजगंज में जाम के झाम की समस्या से निदान हेतु कस्बे के प्रमुख मार्गों पर उच्चाअधिकारियों की मौजूदगी में बुलडोजर चला और अतिक्रमण हटाया गया पूर्व नियोजित क्रम के तहत बिगत तीन दिनों से अधिशासी अधिकारी अपर्णा मिश्रा द्वारा नगर पंचायत की ओर से संपूर्ण कस्बे में माइक के माध्यम से अलाउंस करा कर व्यापारियों को सूचित किया जा रहा था कि, जो व्यक्ति रोड के बगल में व नाले के ऊपर अतिक्रमण किए हैं।

 वह स्वत: अपना आतिक्रमण हटा लें अन्यथा तीन दिसंबर को प्रशासन की मौजूदगी में व भारी पुलिस बल के साथ आतिक्रमण हटाया जाएगा। जिसके तहत रविवार की दोपहर 2 बजे उप जिलाधिकारी राजित राम गुप्ता, क्षेत्राधिकारी यादवेंद्र पाल, व अधिशासी अधिकारी अपर्णा मिश्रा, व कोतवाली प्रभारी बालेन्दु गौतम तथा नगर पंचायत के कर्मचारी व भारी मात्रा में पुलिस बल की मौजूदगी में कस्बे के पुलिस चौकी से लेकर कोतवाली परिसर तक अतिक्रमण हटाया गया। तथा नाली पर किए गए अतिक्रमण को जेसीबी मशीन द्वारा हटवाया गया। 

अतिक्रमण हटाओ अभियान शुरू होते ही संपूर्ण कस्बे के व्यापारियों में अफरा तफरी का माहौल व्याप्त है तो वही कस्बे में इस बात की भी चर्चा है कि, पूर्व में भी कई बार आतिक्रमण हटाओ अभियान शुरू तो किया गया था लेकिन दूसरे दिन टांय - टांय फिस हो जाता है।

 ऐसे में क्या इस बार उपजिलाधिकारी क्षेत्राधिकारी व अधिशासी अधिकारी की मौजूदगी में संपूर्ण कस्बे से पूरा आतिक्रमण हट पायगा य फिर राजनीति की भेंट आतिक्रमण हटाओ अभियान चढ़ेगा। इस मौके पर एसआई अनिल यादव, एसआई संजय पांडे, एसआई दिनेश गोस्वामी, एसआई मुन्नालाल मिश्रा, एसआई शार्वेस यादव, एसआई देवेश यादव, नगर पंचायत के लिपिक रामचंद्र बाबू, जमुना प्रसाद, भारत लाल, चंद्रकेश मौर्य, आदि अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।

धरने में जा रहे शिक्षक नेता रहे दिन भर नजर बंद

रायबरेली।उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष समेत कई शिक्षक नेता पुलिस अभिरक्षा में दिनभर नजर बंद रहे। लखनऊ विधानसभा घेराव में जिले के शिक्षक नही पहुंच सके।

एक दिसंबर को उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ चन्देल गुट के प्रांतीय नेतृत्व के आवाहन पर पुरानी पेंशन की बहाली एवं एनपीएस में हुए घोटाले को लेकर तथा तदर्थ शिक्षकों के विनियमितीकरण एवं 9 नवंबर के सेवा समाप्ति के आदेश के खिलाफ शिक्षकों को विधानसभा का घेराव करना था। जिले से कई शिक्षक नेताओं को एक दिसंबर को विधानसभा का घेराव करने लखनऊ जाना जाना था। इसकी भनक पुलिस प्रशासन को लग गई, जिससे जिले की पुलिस हरकत में आ गई। जिले की पुलिस सुबह से ही शिक्षक नेताओं की तलाश करती रही। जिला अध्यक्ष अशोक कुमार शुक्ला को गिरफ्तार कर लेने से शिक्षक नेताओं की योजना धरी की धरी रह गई। इसके बावजूद भी कुछ शिक्षक नेता पुलिस को चकमा देकर लखनऊ पहुंचने में कामयाब रहे।

इस प्रकार उत्तर प्रदेश सरकार की दमनकारी नीतियों से शिक्षकों में काफी आक्रोश है। शिक्षक नेताओं का कहना है कि अभिव्यक्ति की आजादी पर पाबंदी लगाना सरकार की निरंकुशता का परिचायक है, जबकि शिक्षक कानून के दायरे में रहकर ही अपनी मांगों के समर्थन में प्रदर्शन करने के लिए लखनऊ जा रहे थे। प्रदेश सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।

जिला अध्यक्ष अशोक कुमार शुक्ला ने कहा है कि इस तरह शिक्षकों को लखनऊ जाने से रोके जाने से यह स्पष्ट होता है कि सरकार शिक्षकों की लामबंदी से घबरा गई है। उसे खतरे की घंटी महसूस होने लगी है। अब इस आंदोलन को और तेज किया जाएगा।

एकमुश्त समाधान योजना पंजीकरण में ऊंचाहार डिविजन रहा सबसे आगे

रायबरेली। बिजली विभाग की ओर से बकाया बिल की वसूली के लिए एकमुश्त समाधान योजना शुरू की गई। जो तीन चरणों में 8 नवंबर से 31 दिसंबर तक चलाई जा रही है। 22 दिनों में अभी तक दोनों मंडलों में 41445 उपभोक्ताओं ने पंजीकरण कराया।

जबकि बिजली बिल में 50रूपये से अधिक ब्याज वाले साढें लाख से अधिक उपभोक्ता हैं जिन पर 1115 करोड रुपए बकाया है।एक मुश्त समाधान योजना तीन चरणों में संचालित की जा रही है इस योजना का पहला चरण 8 नवंबर से 30नवम्बर तक था।

इस चरण में पंजीकरण करने वाले उपभोक्ताओं को अधिक लाभ मिलेगा जबकि अन्य दो चरणों में ब्याज दर पर मिलने वाली छूट का 10 और 20 प्रतिशत कम मिलेगा ।

जिले में 5.35 लाख उपभोक्ताओं में लगभग 4.38 लाख उपभोक्ताओं बिजली बिल का कुल 1115.38 करोड़ रुपये बकाया है। इसमें ब्याज की धनराशि लगभग 468.24 करोड़ है।8 नवम्बर से 30 नवम्बर के मध्य 41445 उपभोक्ताओ ने पंजीकरण कराया। पंजीकरण में ऊंचाहार वितरण खण्ड सबसे आगे हैं। बिजली चोरी के उपभोक्ताओं को भी पंजीकरण करने पर लाभ मिलेगा।

बिजली चोरी में पकड़े गये उपभोक्ताओं को भी लाभ

एकमुश्त समाधान योजना में पहली बार बिजली चोरी में पकड़े गये उपभोक्ताओं को शामिल किया गया है। ऐसे मामलों को शामिल कर पंजीकरण कराया कर जुर्माना से बचने के साथ ही लीगल कनेक्शन के हकदार होंगे।

नलकूप उपभोक्ताओं को राहत

निजी नलकूप के उपभोक्ताओं को मार्च तक के बिल में लगे ब्याज पर पंजीकरण कराने पर छूट मिलेगी

पंजीकरण बढ़ाने पर जोर बिजली विभाग पंजीकरण की संख्या बढ़ाने के लिए उपकेद्रों के अलावा गांवों और कस्बों में जगह-जगह कैम्प लगाकर उपभोक्ताओं के पंजीकरण कर रहा है।

पहले चरण के अंतिम दिन पंजीकरण के लिए उमड़ी भीड़ 8 नवंबर से 30 नवम्बर तक पंजीकरण कराने पर ब्याज दर में 100 प्रतिशत की छूट होने के कारण अंतिम दिन बकायेदारों की भीड़ उमड़ी खबर लिखे जाने तक पंजीकरण चल रहा है।

जिले का टारगेट 37 करोड़

कुल पंजीकरण 41445

कुल राजस्व 37.85 करोड़

बिजली चोरी के पंजीकरण -296

बिजली चोरी राजस्व -85.75

क्या बोले जिम्मेदार

अधीक्षण अभियंता मंडल द्वितीय रामकुमार ने बताया कि अधिक से अधिक उपभोक्ता पंजीकरण करा कर एकमुश्त समाधान योजना का लाभ ले कर ब्याज में छूट का लाभ पा सकते हैं। बिजली चोरी करने वाले उपभोक्ताओं को पंजीकरण कराने पर छूट मिलेगी।

प्रेमी को दूसरे से बात करना नही आया रास,नेकलेस देने के बहाने प्रेमिका की बेल्ट से गला दबा कर की हत्या

रायबरेली।क्या प्यार ऐसा ही होता है ऐसा होता है तो फिर ये प्यार नही कुछ और ही है। प्यार में जहां एक दूसरे की खुशी के लिए सब कुछ कुर्बान कर दिया जाता है। वहां एक प्रेमी दूसरे की जान कैसे ले सकता है। ऐसा एक मामला प्रकाश में आया है।

नसीराबाद थाना क्षेत्र में मिले किशोरी के शव मामले का खुलासा पुलिस ने दो दिन में बाद कर दिया है। किशोरी के प्रेमी ने ही उसकी हत्या की थी। प्रेमी ने उसको नेकलेस गिफ्ट करने की बात कह कर बाग में बुलाया और बेल्ट से गला दबाकर उसको मौत के घाट उतार दिया।नसीराबाद थाना क्षेत्र में छतोह गांधी नगर मार्ग पर पूरे खारिन मजरे कांटा के रहने वाले छोटेलाल पासी की पुत्री कविता का शव बीते सोमवार की सुबह गांव के किनारे बाग में पेड़ के नीचे मिला था। वो कक्षा 8 की छात्रा थी।

सीओ सलोन वंदना सिंह ने इस मामले को लेकर जाँच शुरू की तो रहस्य परत दर परत खुलता गया। दरअसल मृतका के मोबाइल की जाँच की गई तो उसमें चार से पांच ऐसे लड़कों के नंबर मिले जिस पर लगातार बात होती थी। उनमें से मृतका की बिरादरी के ही आदित्य नाम के लड़के से उसकी ज्यादा बात हुई थी। पुलिस ने आदित्य पासवान को उठाकर पूछताक्ष की तो वह टूट गया।उसने बताया कि उसके और मृतका के दो साल से प्रेम संबंध थे। कुछ माह पहले वह रोजी रोटी की तलाश में पंजाब चला गया था। मृतका और उसके बीच पंजाब से भी लगातार फोन पर बात होती थी। आदित्य ने बताया कि कुछ दिन से उसकी प्रेमिका का मोबाइल नंबर बिजी मिलने लगा था। पूछने पर वह कोई न कोई बहाना बना देती थी। इसी बीच आदित्य के एक दोस्त ने फोन कर बताया कि उसकी प्रेमिका को उसने जायस के एक रेस्टोरेंट में खाना खाते हुए देखा है। इसके अलावा गांव के दोस्तों ने फोन पर आदित्य को बताया कि किशोरी कई अन्य लोगों से भी बात करती है जिससे आदित्य काफी गुस्से में आ गया। वो पंजाब में ही प्रेमिका को ठिकाने लगाने का फैसला कर दीपावली पर गांव पहुंचा। उसने नेकलेस गिफ्ट करने के बहाने किशोरी को बाग में बुलाया और बेल्ट के फंदे से गला कस कर मौत के घाट उतार दिया। सीओ सलोन वंदना सिंह ने बताया कि आरोपी आदित्य को हिरासत में लेकर उसके कब्जे से हत्या में प्रयुक्त बेल्ट बरामद कर जेल भेज दिया गया है।

एसपी साहब नही चेते तो और भी हालत होगी खराब ,ग्रामीणों में आक्रोश

सरेनी के कोतवाल

रायबरेली।मुख्यमंत्री हर मंच पर कानून व्यवस्था और सुरक्षा की बात करते है होना भी चाहिए प्रदेश की जनता मुख्यमंत्री के शासनकाल से खुश भी है मगर मुख्यमंत्री की शाख पर बट्टा कुछ पुलिसकर्मियों के द्वारा लगाई जा रही है।

मामला जिले के सरेनी थाना क्षेत्र का है जहां पुलिस ने महज शक के आधार पर एक युवक को लॉकप में बंद करके थर्ड डिग्री टार्चर दिया गया युवक खुद को बेकसूर बताकर पुलिस से मनुहार करता रहा साथ पुलिस को 50 हजार रुपए भी दिए।

रुपये लेने के बाद भी खाकी वाले नहीं पिघले। और पूरी रात उसे पीटते रहे,जब खाकी ने जाना कि युवक के प्राण पखेरू उड़ जायेगे तो उसे छोड़ते हुए धमकी दी कि इस कस्बे को छोड़कर चले जाओ,वही जब परिवार के लोगों ने युवक की हालत देखी तो उनका सब्र जवाब दे गया, और सैकड़ो की संख्या में नाराज ग्रामीणों ने सड़क जाम कर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करनी शुरू कर दी।ग्रामीणों के हंगामे की खबर सुनते ही पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया,वही मौके पर पहुचे पुलिस कर्मी ग्रामीणों को समझाने का काफी प्रयास किया लेकिन ग्रामीण कार्यवाही।की मांग पर अड़ गए है।

महज शक पर सरेनी पुलिस ने उधेड़ दी खाल

सरेनी कस्बे में गुलाम अहमद नाम का युवक कबाब पराठे की दुकान चलाता है,पीड़ित के भाई ने बताया कि उसकी दुकान पर उसका मोबाइल नम्बर लिखा था ,जो ग्राहकों की सेवा के लिए था,लेकिन क्षेत्र की एक लड़की उसी नम्बर पर उसके भाई से बात करने लगी,जब गुलाम को पता चला तो उसने अपने भाई और युवती दोनों को फटकार लगाई,जिसके कुछ महिने बाद युवती किसी दूसरे लड़के के साथ भाग गई,युवती के परिजनों ने थाने में तहरीर दी,जब पुलिस ने मोबाइल नेटवर्क के जरिये तलाशी शुरू की तो गुलाम का नम्बर आया,जिसके बाद पुलिस ने गुलाम और उसके भाई और दोस्त को थाने में पूछताछ के लिए बुलाया,और अपनी बर्बरता दिखाते हुए गुलाम को जमकर पीटा,यही नही पीड़ित से 50 हजार रुपये भी लिए लेकिन रुपये लेने के बाद भी खाकी नही पसीजी और अपनी आखरी हद तक उसे पिटती रही और उसे अधमरा कर वापस छोड़ दिया।

लॉ एंड ऑर्डर को संभालने में नाकामयाब संजय कुमार

सरेनी थाने की कमान संभाल रहे संजय कुमार ला एंड ऑर्डर को संभालने में नाकामयाब साबित हो रहे हैं लोगों के द्वारा राजमार्ग पर जाम लगा दिया गया और जमकर सरेनी पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की गई। संजय कुमार के और बहुत सारी किस्से है जिसमें उनके द्वारा रायबरेली पुलिस और मुख्यमंत्री की साख पर बट्टा लगाने का काम किया जा रहा है कुछ दिन पहले ही अवैध पटाखे बनाते हुए एक ही परिवार के तीन बच्चे काल के गाल में समा गए जो कहीं ना कहीं स्थानीय पुलिस की मिली भगत की वजह से अवैध पटाखे का कारोबार चल रहा था यही नहीं बीते कुछ महीनो में सरेनी थाना क्षेत्र में चोरी की बाढ़ आ गई जिसे संभालने में सरेनी थाना प्रभारी नाकामयाब साबित हो रहे हैं।