*'खो गए हम कहां' एक्टर्स अनन्या पांडे, सिद्धांत चतुवेर्दी और आदर्श गौरव ने एनएच7 वीकेंडर में 'होने दो जो होता है' पर लाइव परफॉर्मेंस से किया ऑडि

एक्सेल एंटरटेनमेंट अपनी अगली फिल्म 'खो गए हम कहां' के साथ दर्शकों को नए जमाने की दोस्ती के जोश से सराबोर करने के लिए पूरी तरह तैयार है, जिसमें अनन्या पांडे, सिद्धांत चतुवेर्दी और आदर्श गौरव मुख्य भूमिका में हैं। ऐसे में जहां दर्शक इस दिलचस्प कहानी को देखने के लिए बेहद उत्साहित हैं, वहीं अब मेकर्स 'होने दो जो होता है' का पहला लुक भी जारी कर चुके है, जो फिल्म में होने वाली मस्ती दर्शाता है। हाल ही में इस फिल्म का ट्रेलर रिलीज हुआ है जिसे दर्शकों ने खूब पसंद किया और अब वे फिल्म से जुड़ी और ज्यादा जानकारी के लिए एक्साइटेड है।
     इस फिल्म की प्रमोशनल यात्रा के दौरान इसकी लीड कास्ट अनन्या पांडे, सिद्धांत चतुवेर्दी और आदर्श गौरव ने अपने फैंस को एनएच7 वीकेंडर 2023, हैप्पीएस्ट म्यूजिक फेस्टिवल में पहुंच कर एक जबरदस्त सरप्राइज दिया और उनका उत्साह बढ़ाया। यहां फिल्म की कास्ट ओएएफएफ और सवेरा के साथ 'होने दो जो होता है' गुनगुनाते भी दिखें। इस फेस्ट में फिल्म के निर्माता अर्जुन वरियान सिंह संग पूरी टीम शामिल हुई और सभी ने लोगों के सामने धमाकेदार लाइव परफॉर्मेंस दी।       'होने दो जो होता है' अपने दर्शकों के लिए वॉर्म इमोशन्स से भरा प्याला पेश करता है जो युवाओं की केयरफ्री भावना को सलाम है। ओएएफएफ और सवेरा का संगीत लोथिका की गायकी के जादू के साथ खूबसूरत ढंग से मेल खाता है और सवेरा की मधुर आवाज को कॉम्प्लीमेंट करता है। गीत को इस गाने के बोल मशहूर जावेद अख्तर साहब द्वारा लिखे गए हैं। ऐसे में जब संगीतकार जोड़ी और कलाकार- सिद्धांत चतुवेर्दी, अनन्या पांडे और आदर्श गौरव- मंच पर आए तो वीकेंडर दर्शक का दिल खूशी से झूम उठा।

        फिल्म का निर्देशन डेब्यूटेंट निर्देशक अर्जुन वरैन सिंह ने किया हैं, जिसे एक्सेल एंटरटेनमेंट के रितेश सिधवानी और फरहान अख्तर ने टाइगर बेबी की रीमा कागती और जोया अख्तर के सहयोग से बनाया हैं।
बिहार के 25 जिलों में पीने लायक पानी नहीं, केंद्र सरकार की रिपोर्ट ने किया खुलासा
बिहार: केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय ने राज्य की डायनेमिक भूजल संसाधन रिपोर्ट जारी की हैं. रिपोर्ट में बिहार के 25 जिलों के 141 प्रखंडों का भूजल फ्लोराइड युक्त बताया गया. वहीं 64 प्रखंड का भूजल आर्सेनिक युक्त हैं.
       गया जिले के सर्वाधिक 24 प्रखंडों में फ्लोराइड की मात्रा मिली हैं. वहीं, बेगूसराय के सर्वाधिक सात प्रखंडों के भूजल में आर्सेनिक मिली हैं. कुछ जिले ऐसे हैं जहां फ्लोराइड और आर्सेनिक दोनों की मात्रा पाई गई हैं. इसमें भागलपुर, लखीसराय और मुंगेर हैं. चंपारण जिला इस हिसाब से बेहतर हैं. बिहार के लगभग 534 प्रखंड का भूजल खतरनाक फ्लोराइड एवं आर्सेनिक से युक्त हैं. राज्य के गंगा किनारे के अधिकतर शहरों एवं प्रखंडों के भूजल में आर्सेनिक हैं तो वहीं एक तिहाई प्रखंडों के भूजल में फ्लोराइड हैं.
        केंद्रीय भूमि जल बोर्ड के क्षेत्रीय निदेशक राजीव रंजन शुक्ला ने सभी जिलों के डीएम को रिपोर्ट भेजी हैं. इस आधार पर भूजल संसाधनों की योजना तैयार करने का आग्रह किया गया हैं
         फ्लोराइड और आर्सेनिक तत्व पहुंचाते हैं स्वास्थ्य हानियां
   
     लंबे समय तक आर्सेनिक प्रदूषित युक्त पानी पीने से त्वचा एवं अन्य आंतरिक अंगों का कैंसर हो सकता हैं. इसमें फेफड़ा, किडनी, अमाशय आदि का कैंसर हो सकता हैं.
      वहीं, फ्लोराइड प्रदूषित पानी से फ्लोरोसिस नामक बीमारी होती हैं. इसमें पहले दांत खराब होता हैं.  फिर हड्डियां टेड़ी होने लगती हैं. इसके अलावा स्मरण शक्ति कमजोर होना, किडनी की बीमारी एवं कैंसर भी हो सकता हैं
        आर्सेनिक की मात्रा प्रति लीटर 0.1 मिलीग्राम से अधिक होने पर स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता हैं.
       इसी तरह फ्लोराइड की मात्रा 1.5 मिलीग्राम प्रति लीटर तक रहना चाहिए.
गांधी सेतु पर रूक रूक कर चल रहे थे वाहन
हाजीपुर: राजधानी पटना और उत्तर बिहार को जोड़ने वाली मुख्य सड़क महात्मा गांधी सेतु पुल शुक्रवार को दिनभर जाम रहा. घंटों के जाम से यात्रियों को काफी परेशानी हुई. सेतु पुल पर सुबह-सुबह ही भीषण हादसा हो जाने के कारण सेतु पुल से लेकर रामाशीष चौक तक भीषण जाम हो गया. वहां ट्रैफिक पुलिस समेत सदर व गंगा ब्रिज थाना की पुलिस तथा सदर एसडीपीओ ओमप्रकाश जाम छुड़ाने में लगे रहे. लेकिन वाहनों का दबाव काफी बढ़ गया और भीषण जाम हो गया. बाईक सवारों के ओवर टेक और आगे-पीछे करने के चक्कर जाम बढ़ता गया. वाहनों की लंबी कतार पासवान चौक, रामाशीष चौक तक पहुंच गई. गंगा ब्रिज थाना की पुलिस एक-एक करके वाहनों को आगे बढ़ा रही थी. यात्रियों को पुल क्रास करने में घंटों का समय लगा.
प्रशांत किशोर के जन सुराज से जुड़ी अभिनेत्री अक्षरा सिंह, कहा- राज्य का भविष्य उज्जवल देखना चाहती हूं.
भोजपुरी फिल्म अभिनेत्री अक्षरा सिंह सोमवार को चर्चित चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के जन सुराज अभियान से जुड़ गई. जन सुराज अभियान से जुड़ने के बाद अक्षरा सिंह ने कहा कि हर घर को संवारने वाला एक बेटा नहीं, एक बेटी होती हैं. बिहार की बेटी हूं और भविष्य में कल्पना करती हूं कि बिहार सही मायने में शिक्षित बने और खूब तरक्की करे.
        जन सुराज की सदस्यता ग्रहण करने के बाद लोकसभा चुनाव लड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि प्रशांत किशोर की बीते 15 महीने से जन सुराज यात्रा से बेहद प्रभावित हूं.
      राजनीति में आने के सवाल पर जवाब देते हुए अक्षरा सिंह ने कहा कि मैं चाहूं तो किसी भी पार्टी में जा सकती हूं , लेकिन प्रशांत किशोर की सोच से प्रभावित होकर ही जन सुराज परिवार में शामिल हुई हूं और बिहार की जनता की भलाई के लिए जो भी करना होगा , वो करूंगी.
    राजनीति में आने की जल्दबाजी के सवाल पर कहा कि बिल्कुल भी जल्दबाजी नहीं कर रही हूं. यही सोच बदलनी  हैं कि राजनीति में युवाओं को आने की जरूरत हैं. इस दौरान अक्षरा को विधान पार्षद अफाक अहमद ने अंगवस्त्र और अभियान का प्रतीक चिन्ह भेंट करके विधिवत शामिल कराया. इस दौरान अक्षरा के पिता इंद्रजीत सिंह को जन सुराज एनके मंडल ने सदस्यता दिलाई.
पटना में चिराग तो हाजीपुर में चाचा पारस की हुंकार : आज लोजपा के 23 साल पूरे, स्थापना दिवस के बहाने दोनों कर रहे हैं शक्ति प्रदर्शन
हाजीपुर: दिवगंत नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की बनाई हुई लोक जनशक्ति पार्टी ने आज अपने 23 साल का सफर पूरा कर लिया हैं. चाचा-भतीजा के बीच हुए बंटवारे के बावजूद पार्टी अब अपने स्थापना के 24वें साल में प्रवेश कर रही‌ हैं
   जमुई सांसद और लोजपा( रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान मंगलवार को पटना के बापू सभागार में अपने पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ लोजपा का स्थापना दिवस मनाने जा रहे हैं  
     जबकि, केन्द्रीय मंत्री चाचा और राष्ट्रीय लोजपा प्रमुख पशुपति कुमार पारस हाजीपुर में नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ जुट रहे हैं.
  लोजपा के स्थापना दिवस के बहाने दोनों ही अपनी शक्ति प्रदर्शन कर रहे हैं. क्योंकि, चंद महीनों में ही लोकसभा का चुनाव होना हैं. नई नीतियां और ताकत की बात कर रहे हैं चिराग पासवान लोकसभा चुनाव को लेकर अपनी मंशा पहले जता चुके हैं.  हाजीपुर लोकसभा सीट के साथ वो NDA के अंदर 2019 के तर्ज पर हिस्सेदारी चाहते हैं.  इस बात को पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं. पार्टी की स्थापना से ठीक एक दिन पहले चिराग ने अपना एक वीडियो संदेश जारी किया था.
जिसमें वो बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट के विजन के साथ नई नीतियों और ताकत की बात कर रहे थे. चिराग ने वीडियो में दावा किया कि उनकी पार्टी नई उर्जा के साथ लोकसभा चुनाव में उतरेगी.
       पहली बार हाजीपुर को चुना
  लोजपा ने अपने अब तक के सफर में हाजीपुर में कई कार्यक्रम किए, लेकिन कभी पार्टी का स्थापना दिवस नहीं मनाया था. यह पहली बार हैं जब वहां आज स्थापना दिवस मनाया जा रहा हैं.
   इस जगह को केन्द्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने चुना हैं. क्योंकि, हाजीपुर संसदीय सीट पर उनके भतीजे चिराग पासवान पहले ही दावा ठोक चुके हैं. जबकि, उनके चाचा इस सीट से वर्तमान सांसद हैं. अलग-अलग होते हुए भी दोनों ही NDA गठबंधन में है. पशुपति कुमार पारस इस सीट को अपने हाथों से किसी कीमत पर जाने नहीं देना चाहते हैं. इसीलिए उन्होंने पार्टी का स्थापना दिवस मनाने के लिए हाजीपुर को इस बार चुना हैं.
      2020 में पार्टी के संस्थापक रामविलास पासवान का निधन हुआ था और उसके बाद से ही चाचा- भतीजे की राह अलग हो गई. परिवार के साथ-साथ पार्टी भी दो भागों में बंट गई थी.
डा० प्रभुनाथ पंडित को नेपाल में मिला सम्मान
लालगंज: नेपाल के जनकपुर में होटल राजदरबार में इंटरनेशनल होम्योपैथिक सेमिनार का आयोजन किया गया. जिसमें भारत और नेपाल के करीब तीन सौ चिकित्सकों ने भाग लिया. चिकित्सा के क्षेत्र में सराहनीय कार्य को लेकर चिकित्सकों को सम्मानित किया गया. इस क्रम में लालगंज के करताहां निवासी होम्योपैथी एसोसिएशन अॉफ इंडिया के वैशाली जिला अध्यक्ष सह होम्यो जागृति मंच के जिला उपाध्यक्ष डॉक्टर प्रभुनाथ पंडित को सम्मानित किया गया. यह सम्मान उन्हें नेपाल के अॉल नेपाल होम्योपैथिक मेडिकल एसोसिएशन अॉफ इंडिया के वैशाली जिला अध्यक्ष सह उपाध्यक्ष डॉक्टर आरपी सिंह के द्वारा दिया गया हैं. इस दो दिवसीय सेमिनार का विषय था बदलते लाइफ स्टाइल में तेजी से बढ़ती बीमारियां. जिसे प्रदेश के अलग-अलग राज्यों से पहुंचे चिकित्सकों ने दिन प्रतिदिन तेजी से फ़ैल रही बीमारी के उपचार और बचाव के बारें में जानकारी दी .इसमें डॉक्टर प्रभुनाथ पंडित ने बताया कि आजकल सुगर, तनाव, अनिद्रा, मोटापा, कुपोषण आदि का लोग तेजी से शिकार हो रहे हैं.
सोनपुर मेला में आम्रपाली कालजत्था ने किया प्रदर्शन: सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुती दी गई, दर्शकों ने कार्यक्रम की सराहना की
हाजीपुर: विश्व प्रसिद्ध हरिहर क्षेत्र सोनपुर में सारण जिला प्रशासन की ओर से पर्यटन विभाग के मुख्य मंच पर पटना की सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुति की गई . जिसमें आम्रपाली कालजत्था हाजीपुर, कला कुंज बिहार हाजीपुर और रनार्ट फाउंडेशन मनेर पटना द्वारा दी गई हैं. सांस्कृतिक मंच के कलाकारों ने बिहार के कई पारंपरिक लोकनृत्यों की प्रस्तुति कर दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया. काला जत्था के कलाकारों ने कार्यक्रम की शुरूआत बिहार की सुप्रसिद्ध पारंपरिक गीत और नृत्य से की हैं. इस दौरान मेला में गीत और नृत्य की दर्शकों ने कार्यक्रम की सराहना की हैं.         सोनपुर मेला क्षेत्र में अब लोगों की भीड़ भी जुटने लगी हैं. सोनपुर मेला परिसर में अलग-अलग सरकारी और गैर सरकारी विभागों द्वारा प्रदर्शनी स्टॉल लगाया गया हैं. जो दूर- दूर से पहुंच रहे लोग प्रदर्शनी स्टॉल के माध्यम से प्रेरित हो रहे हैं. यह सोनपुर मेला 32 दिनों तक लगाया जायगा. वहीं कार्यक्रम को लेकर काफी दूर- दूर से भी लोग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुति को देखने के लिए पहुंच रहे हैं. जो आकर्षण का केंद्र बना हुआ हैं. कार्यक्रम देखने के लिए देर शाम तक मुख्य पंडाल में दर्शकों की भीड़ लगी रही.
54वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (IFFI) में हुआ नागा चैतन्य की तेलुगु ओरिजिनल सीरीज 'धूथा' का जोरदार प्रदर्शन !
प्राइम वीडियो ने अपनी मच अवेटेड पहली लॉंग फॉर्मेट तेलुगु ओरिजिनल सीरीज 'धूथा' को 54वें इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (IFFI) में शोकेस किया। इस ग्रैंड प्रीमियर में सीरीज की लीड कास्ट, नागा चैतन्य अक्किनेनी और पार्वती थिरुवोथु, नॉर्थस्टार एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड के निर्माता शरथ मारार और निदेशक विक्रम के. कुमार ने हिस्सा लिया। इस दौरान प्राइम वीडियो इंडिया के कंट्री डायरेक्टर सुशांत श्रीराम भी मौजूद थे। प्रीमियर में श्री पृथुल कुमार, निदेशक - आईएफएफआई, एमडी, एनएफडीसी लिमिटेड, संयुक्त सचिव (फिल्म), सूचना और प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार और एंटरटेनमेंट सोसाइटी ऑफ गोवा की उपाध्यक्ष श्रीमती. डेलिलाह एम. लोबो भी उपस्थित थीं। 
          इस सुपरनैचुरल सस्पेंस थ्रिलर में एक शानदार कलाकारों की टोली है, जिसमें प्रिया भवानी शंकर और प्राची देसाई भी अहम भूमिकाओं में हैं। धूथा नागा चैतन्य अक्किनेनी का ओटीटी डेब्यू हो जा रहा हैं और यह तेलुगु सिनेमा में पार्वती थिरुवोथु की भी शुरुआत हैं।        इस पर प्राइम वीडियो इंडिया के कंट्री डायरेक्टर, सुशांत श्रीराम ने कहा,“हम धूथा को आईएफएफआई जैसे प्रतिष्ठित मंच पर लाकर सम्मानित और गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। प्राइम वीडियो में, हमारा सबसे अहम मिशन विभिन्न भौगोलिक, एज ग्रुप और भाषाओं के हर एक ग्राहक का मनोरंजन करना है। इसलिए, हम जानते थे कि यह तेलुगु लॉन्ग फॉर्मेट कंटेंट स्पेस में हमारी एंट्री के लिए एकदम परफेक्ट है। ” उन्होंने आगे कहा, “यह सुपरनैचुरल सस्पेंस-थ्रिलर अप्रत्याशित, इंटेंस और बेहद मनोरंजक है। चाहे आप इस शैली के जबरा फैन हों या सिर्फ थिलिंग कहानियों, सुपरनैचुरल और असाधारण विषयों को देखने पसंद करते हो, धूथा आपको लुभाने करने का वादा करती है।      वहीं अपने स्ट्रीमिंग डेब्यू के बारे में बात करते हुए, नागा चैतन्य अक्किनेनी ने कहा, “मैं अपने स्ट्रीमिंग डेब्यू के लिए इससे बेहतर सीरीज़ की उम्मीद नहीं कर सकता था। एक अभिनेता के रूप में मैं ओटीटी पर बहुत सारे कंटेंट देखता हूं और हमेशा इस स्पेस को एक्सप्लोर करना चाहता हूं। एक ही किरदार और साथी कलाकारों के साथ अधिक विस्तारित जुड़ाव के साथ एक सीरीज में काम करने का कोलैबोरेटिव पहलू दिलचस्प और ताज़ा है। प्राइम वीडियो की पहुंच के कारण, पूरे देश और विभिन्न क्षेत्रों और भाषाओं की कहानियां ग्लोबल दर्शकों तक पहुंच रही हैं, जो किसी भी कलाकार के लिए एक अच्छा मौका है।
        धूथा का हिस्सा बनने के अपने फैसले के बारे में बात करते हुए, पार्वती थिरुवोथु ने कहा, “मैं सस्पेंस थ्रिलर की फैन हूं, लेकिन धूथा का हिस्सा बनने का फैसला मेरे द्वारा इसे चुनने से ज्यादा स्क्रिप्ट को चुनने का था। धूथा मेरे द्वारा अतीत में किए गए किसी भी काम से अलग है और मैं इतना अनोखा कुछ करने के लिए उत्सुक और उत्साहित था। न केवल कहानी बल्कि हल किरदार के प्रति विक्रम का नजरिया किसी भी अभिनेता के लिए इस परियोजना का हिस्सा बनना बेहद आकर्षक बनाता है। तेलुगु मनोरंजन में अपनी शुरुआत करने में मुझे 17 साल लग गए, और मुझे खुशी है कि यह धूथा के साथ ये हुआ।   निर्देशक विक्रम कुमार ने कहा, “धूथा की कहानी पर काम करते समय मैंने अपने इंस्टिंक्ट को आगे बढ़ने दिया और सिर्फ एक सस्पेंस-थ्रिलर से, यह कुछ गहरी और अधिक सार्थक में विकसित हुई, जैसे-जैसे हीरो यात्रा करता है, हमने भी ऐसा किया। और किरदारों को सोचते और लिखते समय मुझे पता था कि मैं उन भूमिकाओं में किसे देखना चाहता हूं। मैं समान रूप से रोमांचित और आभारी हूं कि नागा, पार्वती, प्रिया और प्राची के साथ सब कुछ उसी तरह से हुआ जैसा मैंने आशा की थी।
       निर्माता शरथ मरार ने कहा, “जब विक्रम ने धूथा का कॉन्सेप्ट सुनाया, तो नॉर्थस्टार में हम जानते थे कि यह निश्चित रूप से तेलुगु सिनेमा में एक मील का पत्थर साबित होगी। इसके लिए उनका दृष्टिकोण बेहद महत्वाकांक्षी था लेकिन हमने उनकी प्रक्रिया पर पूरा भरोसा किया और एक कॉन्सेप्ट और कहानी की वास्तविक क्षमता पर भरोसा किया जो इतनी सूक्ष्म और विस्तृत थी। धूथा अब तक की सबसे महत्वाकांक्षी तेलुगु सीरीज में से एक है, और यह अनगिनत घंटों की तैयारी, समर्पण और एक जबरदस्त टीम के अथक प्रयासों का नतीजा है।
         'धूथा' 1 दिसंबर को तेलुगु, हिंदी, तमिल, कन्नड़ और मलयालम में भारत और दुनिया भर के 240 से अधिक देशों और क्षेत्रों में प्राइम वीडियो पर प्रीमियर के लिए तैयार है।
कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर आस्था की डुबकी लगाने उमड़ी भक्तों का जनसैलाब
कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर आस्था की डुबकी लगाने उमड़ी भक्तों का जनसैलाब