सोनपुर मेला में आम्रपाली कालजत्था ने किया प्रदर्शन: सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुती दी गई, दर्शकों ने कार्यक्रम की सराहना की
हाजीपुर: विश्व प्रसिद्ध हरिहर क्षेत्र सोनपुर में सारण जिला प्रशासन की ओर से पर्यटन विभाग के मुख्य मंच पर पटना की सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुति की गई . जिसमें आम्रपाली कालजत्था हाजीपुर, कला कुंज बिहार हाजीपुर और रनार्ट फाउंडेशन मनेर पटना द्वारा दी गई हैं. सांस्कृतिक मंच के कलाकारों ने बिहार के कई पारंपरिक लोकनृत्यों की प्रस्तुति कर दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया. काला जत्था के कलाकारों ने कार्यक्रम की शुरूआत बिहार की सुप्रसिद्ध पारंपरिक गीत और नृत्य से की हैं. इस दौरान मेला में गीत और नृत्य की दर्शकों ने कार्यक्रम की सराहना की हैं.         सोनपुर मेला क्षेत्र में अब लोगों की भीड़ भी जुटने लगी हैं. सोनपुर मेला परिसर में अलग-अलग सरकारी और गैर सरकारी विभागों द्वारा प्रदर्शनी स्टॉल लगाया गया हैं. जो दूर- दूर से पहुंच रहे लोग प्रदर्शनी स्टॉल के माध्यम से प्रेरित हो रहे हैं. यह सोनपुर मेला 32 दिनों तक लगाया जायगा. वहीं कार्यक्रम को लेकर काफी दूर- दूर से भी लोग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुति को देखने के लिए पहुंच रहे हैं. जो आकर्षण का केंद्र बना हुआ हैं. कार्यक्रम देखने के लिए देर शाम तक मुख्य पंडाल में दर्शकों की भीड़ लगी रही.
54वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (IFFI) में हुआ नागा चैतन्य की तेलुगु ओरिजिनल सीरीज 'धूथा' का जोरदार प्रदर्शन !
प्राइम वीडियो ने अपनी मच अवेटेड पहली लॉंग फॉर्मेट तेलुगु ओरिजिनल सीरीज 'धूथा' को 54वें इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (IFFI) में शोकेस किया। इस ग्रैंड प्रीमियर में सीरीज की लीड कास्ट, नागा चैतन्य अक्किनेनी और पार्वती थिरुवोथु, नॉर्थस्टार एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड के निर्माता शरथ मारार और निदेशक विक्रम के. कुमार ने हिस्सा लिया। इस दौरान प्राइम वीडियो इंडिया के कंट्री डायरेक्टर सुशांत श्रीराम भी मौजूद थे। प्रीमियर में श्री पृथुल कुमार, निदेशक - आईएफएफआई, एमडी, एनएफडीसी लिमिटेड, संयुक्त सचिव (फिल्म), सूचना और प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार और एंटरटेनमेंट सोसाइटी ऑफ गोवा की उपाध्यक्ष श्रीमती. डेलिलाह एम. लोबो भी उपस्थित थीं। 
          इस सुपरनैचुरल सस्पेंस थ्रिलर में एक शानदार कलाकारों की टोली है, जिसमें प्रिया भवानी शंकर और प्राची देसाई भी अहम भूमिकाओं में हैं। धूथा नागा चैतन्य अक्किनेनी का ओटीटी डेब्यू हो जा रहा हैं और यह तेलुगु सिनेमा में पार्वती थिरुवोथु की भी शुरुआत हैं।        इस पर प्राइम वीडियो इंडिया के कंट्री डायरेक्टर, सुशांत श्रीराम ने कहा,“हम धूथा को आईएफएफआई जैसे प्रतिष्ठित मंच पर लाकर सम्मानित और गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। प्राइम वीडियो में, हमारा सबसे अहम मिशन विभिन्न भौगोलिक, एज ग्रुप और भाषाओं के हर एक ग्राहक का मनोरंजन करना है। इसलिए, हम जानते थे कि यह तेलुगु लॉन्ग फॉर्मेट कंटेंट स्पेस में हमारी एंट्री के लिए एकदम परफेक्ट है। ” उन्होंने आगे कहा, “यह सुपरनैचुरल सस्पेंस-थ्रिलर अप्रत्याशित, इंटेंस और बेहद मनोरंजक है। चाहे आप इस शैली के जबरा फैन हों या सिर्फ थिलिंग कहानियों, सुपरनैचुरल और असाधारण विषयों को देखने पसंद करते हो, धूथा आपको लुभाने करने का वादा करती है।      वहीं अपने स्ट्रीमिंग डेब्यू के बारे में बात करते हुए, नागा चैतन्य अक्किनेनी ने कहा, “मैं अपने स्ट्रीमिंग डेब्यू के लिए इससे बेहतर सीरीज़ की उम्मीद नहीं कर सकता था। एक अभिनेता के रूप में मैं ओटीटी पर बहुत सारे कंटेंट देखता हूं और हमेशा इस स्पेस को एक्सप्लोर करना चाहता हूं। एक ही किरदार और साथी कलाकारों के साथ अधिक विस्तारित जुड़ाव के साथ एक सीरीज में काम करने का कोलैबोरेटिव पहलू दिलचस्प और ताज़ा है। प्राइम वीडियो की पहुंच के कारण, पूरे देश और विभिन्न क्षेत्रों और भाषाओं की कहानियां ग्लोबल दर्शकों तक पहुंच रही हैं, जो किसी भी कलाकार के लिए एक अच्छा मौका है।
        धूथा का हिस्सा बनने के अपने फैसले के बारे में बात करते हुए, पार्वती थिरुवोथु ने कहा, “मैं सस्पेंस थ्रिलर की फैन हूं, लेकिन धूथा का हिस्सा बनने का फैसला मेरे द्वारा इसे चुनने से ज्यादा स्क्रिप्ट को चुनने का था। धूथा मेरे द्वारा अतीत में किए गए किसी भी काम से अलग है और मैं इतना अनोखा कुछ करने के लिए उत्सुक और उत्साहित था। न केवल कहानी बल्कि हल किरदार के प्रति विक्रम का नजरिया किसी भी अभिनेता के लिए इस परियोजना का हिस्सा बनना बेहद आकर्षक बनाता है। तेलुगु मनोरंजन में अपनी शुरुआत करने में मुझे 17 साल लग गए, और मुझे खुशी है कि यह धूथा के साथ ये हुआ।   निर्देशक विक्रम कुमार ने कहा, “धूथा की कहानी पर काम करते समय मैंने अपने इंस्टिंक्ट को आगे बढ़ने दिया और सिर्फ एक सस्पेंस-थ्रिलर से, यह कुछ गहरी और अधिक सार्थक में विकसित हुई, जैसे-जैसे हीरो यात्रा करता है, हमने भी ऐसा किया। और किरदारों को सोचते और लिखते समय मुझे पता था कि मैं उन भूमिकाओं में किसे देखना चाहता हूं। मैं समान रूप से रोमांचित और आभारी हूं कि नागा, पार्वती, प्रिया और प्राची के साथ सब कुछ उसी तरह से हुआ जैसा मैंने आशा की थी।
       निर्माता शरथ मरार ने कहा, “जब विक्रम ने धूथा का कॉन्सेप्ट सुनाया, तो नॉर्थस्टार में हम जानते थे कि यह निश्चित रूप से तेलुगु सिनेमा में एक मील का पत्थर साबित होगी। इसके लिए उनका दृष्टिकोण बेहद महत्वाकांक्षी था लेकिन हमने उनकी प्रक्रिया पर पूरा भरोसा किया और एक कॉन्सेप्ट और कहानी की वास्तविक क्षमता पर भरोसा किया जो इतनी सूक्ष्म और विस्तृत थी। धूथा अब तक की सबसे महत्वाकांक्षी तेलुगु सीरीज में से एक है, और यह अनगिनत घंटों की तैयारी, समर्पण और एक जबरदस्त टीम के अथक प्रयासों का नतीजा है।
         'धूथा' 1 दिसंबर को तेलुगु, हिंदी, तमिल, कन्नड़ और मलयालम में भारत और दुनिया भर के 240 से अधिक देशों और क्षेत्रों में प्राइम वीडियो पर प्रीमियर के लिए तैयार है।
कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर आस्था की डुबकी लगाने उमड़ी भक्तों का जनसैलाब
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विशेष राज्य का दर्जा का फिर से राग अलापना सीएम की राजनीतिक मजबूरी: मंत्री पारस
हाजीपुर: केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने कहा बिहार को विशेष राज्य का दर्जा का फिर से राग अलापना सीएम नीतीश की राजनीतिक मजबूरी हैं. यह पॉलिटिकल व इलेक्शन स्टंट के अलावा कुछ नहीं हैं. उन्हें भलीभांति मालूम हैं कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिया जा सकता हैं. विशेष राज्य का दर्जा के लिए मानक तय हैं. उनमें प्रमुख हैं वह राज्य अंतराष्ट्रीय सीमा से लगा हो वह सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हो, अथवा पर्वतीय प्रदेश हो जिसका अपेक्षित विकास न हो पाया हो वगैरह. बिहार के साथ एसा कुछ नहीं हैं. अपने गिने-चुने दिन देखकर ऐसे मुद्दों को हवा दी जा रही‌ हैं. हाजीपुर के एक होटल सभागार में खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय द्वारा आयोजित प्रेस ब्रीफिंग के दौरान वे मीडियाकर्मियों के सवालों का जवाब दे रहे थे.
     मोदी सरकार बिहार के विकास के लिए दे रही हैं फंड प्रेसवार्ता के दौरान मंत्री पारस ने बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के आए बयानों पर पलटवार किया. बता दें कि सोनपुर मेला के उद्धाटन के दौरान डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा था कि कोई तलवार बांटकर देश में नफ़रत फैलाता हैं पर वे कलम व रोजगार बांट रहे हैं. डेढ़ लाख शिक्षकों बहाली के साथ कुल पांच लाख युवाओं को नौकरी देने की दिशा देने में काम होने की उन्होंने बात कही थी. उनके बयान पर पलटवार करते हुए मंत्री पारस ने कहा कि डिप्टी सीएम अपने पिता के तेल पिलावन-लाठी घुमावन रैली शायद भूल गए हैं अथवा बच्चा रहे हो शायद इसलिए याद नहीं हैं. मंत्री ने कहा कि बिना भेदभाव किए केंद्र की मोदी सरकार बिहार के विकास के लिए दिल खोलकर फंड व मदद दे रही हैं.
शहर के मैरिज हॉल व होटल मालिकों के साथ नगर थानाध्यक्ष ने हर्ष फायरिंग पर की बैठक.
हाजीपुर: शादी-विवाह, अॉकेस्ट्रा समेत सांस्कृतिक एवं सामाजिक समारोह तथा किसी भी खुशी के माहौल में रूतबा दिखाने को लेकर हर्ष फायरिंग करना अब महंगा पड़ जाएगा. पुलिस मुख्यालय पटना से निर्देश प्राप्त होते ही एसपी रवि रंजन कुमार काफी सख्त हो चुके हैं. जिले के सभी थाना अंतर्गत मैरिज हॉल, होटल एवं चौकीदारों की जवाबदेही तय करते हुए कार्रवाई करने का निर्देश दिया हैं.
    उन्होंने बताया कि अवैध हथियार से फायरिंग करने वाले तो सीधे जेल जाएंगे साथ ही लाइसेंसी हथियार से इस तरह की घटना करने वालों की अनुज्ञप्ति रद्द होगी और उन्हें 2  साल की जेल और एक लाख का जुर्माना लगेगा. एसपी ने इस बाबत आदेश जारी करते हुए सभी थानों को अलर्ट किया हैं और ऐसे मामलों में तत्काल गिरफ्तारी का भी आदेश दिया हैं. सभी थानों को होने वाले किसी आयोजन पर नजर रखने के साथ इसके आयोजन स्थल होटल आदि का थानावार लिस्ट बनाने का भी आदेश दिया हैं.
     हर्ष फायरिंग करने पर जाना होगा जेल, एक लाख का जुर्माना
       जिला से प्राप्त आदेश के अनुसार हर्ष फायरिंग की तो जेल तो जाना ही पड़ेगा. दरअसल बीते कुछ दिनों से हर्ष फायरिंग के मामले में काफी तेजी आई हैं वैध हो या अवैध लोग हर एक खुशी के मौके पर हर्ष फायरिंग करने से बाज नहीं आ रहे हैं. इसे कुछ लोग शान समझ बैठे हैं. इसके लिए शहरी इलाकों में थाने और ग्रामीण इलाकों में चौकीदार के माध्यम से संबंधित थाने को जानकारी देनी होगी. हालांकि अब हर्ष फायरिंग की जांच में जिस स्तर पर लापरवाही पाई जाएगी, उन पर कार्रवाई होगी.
  धार्मिक आयोजन पर भी रहेगी नजर
पुलिस मुख्यालय के आदेश के बाद इस जिले में कड़ाई से लागू करने के लिए पुलिस अधीक्षक ने भी आदेश जारी किया हैं. हर्ष फायरिंग को लेकर नई एसओपी लागू की गई हैं. जिसके दायरे में शादी, तिलक, मुंडन, जनेऊ आदि‌‌ सभी कार्यक्रम आ जाएंगे. इसके साथ ही सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजन को लेकर भी पुलिस को सूचना देनी है. एक घोषणा पत्र स्थानीय चौकीदार के माध्यम से थाने को भेज देना हैं. अगर आपके गेस्ट लिस्ट में लाइसेंस धारी मेहमान हैं जिनको आपने निमंत्रण दिया हैं
साक्षात्कार के बाद 58 अभ्यथिंयों का हुआ चयन
हाजीपुर: श्रम संसाधन विभाग, बिहार सरकार के निर्देशानुसार जिला नियोजनालय वैशाली के तत्वाधान में एक दिवसीय जॉब सह व्यवसायिक मार्गदर्शन कैम्प का आयोजन किया गया. कैम्प शहर के बागमल्ली हाजीपुर स्थित जन शिक्षण संस्थान परिसर में लगाया गया जहां सुबह से ही अभ्यर्थिंयों की भीड़ उमड़ पड़ी. कैंप में निजी क्षेत्र की कम्पनी न्यू जील फैशन प्राइवेट लिमिटेड द्वारा टेलरिंग पद पर अभ्यर्थियों को उनके योग्यता के अनुसार चयनित किया गया. जॉब कैम्प में कुल 58 अभ्यर्थी  ने भाग लिया. जिसमें साक्षात्कार के बाद सफल 15 अभ्यर्थियों का चयन किया गया. इस मौके पर जिला नियोजन पदाधिकारी प्रणव प्रतीक, जन शिक्षण संस्थान अजीत कुमार, जिला नियोजनालय कर्मी सत्येन्द्र कुमार पासवान के अलावा जिला कौशल प्रबंधक कुमार अभिषेक, जिला कौशल विशेषझ एस्ट्रोनॉट समेत अन्य अभ्यर्थी उपस्थित थे.
सोनपुर का गुलजार हुआ घोड़ा बाजार: बड़े पैमाने पर पहुंचे व्यापारी, 50 हजार से 50 लाख तक का कीमत
सोनपुर: एशिया के प्रसिद्ध सोनपुर मेला का उद्धाटन आज शनिवार को शाम 4:00 बजे होने वाला हैं. घोड़ा बाजार सज धज कर तैयार हैं. घोड़ा बाजार में राज्य ही नहीं बल्कि अलग-अलग राज्यों के घोड़ा व्यापारी उसकी खरीद बिक्री करने पहुंचते हैं.इसको लेकर सोनपुर मेला में तकरीबन 1 हजार से अधिक घोड़े अलग-अलग व्यापारी लेकर पहुंचते है. समय के साथ-साथ मेला का स्वरूप भी बदल गया हैं लेकिन घोड़ा का स्वरूप अभी भी कायम हैं.
     इस बार घोड़ा बाजार में हेमा, माधुरी, रानी, बादल जैसे कई नाम शामिल हैं. जिसका कीमत 50 हजार रूपये से लेकर 50 लाख रूपये तक बताया गया हैं. घोड़ा बाजार में पंजाब, राजस्थान, यूपी, बलिया के अलावा दानापुर, आरा, सारण जिले के अमनौर, डोलाही, बनियापुर आदि जगहों से घोड़े पहुंचे हैं.         आरा से पहुंचे घोड़ा व्यापारी तूफानी सिंह ने कहा मेरे दादा और पिता पशु प्रेमी थे. वह लोग सोनपुर के पशु बाजार में पहले आते थे. उनके साथ में भी आता रहा हूं. लेकिन उन लोगों के गुजर जाने से मैं पिछले 40 साल से आ रहा हूं. घोड़ा से उन्हें ज्यादा लगाव हैं, इसलिए हर साल आते हैं. 
जबकि दूसरे घोड़ा व्यापारी इमाम खान ने बताया कि 26 साल के उम्र से ही शेखपुरा जिला के घोड़ा की खरीद बिक्री करने आते हैं अभी उनकी उम्र 82 साल की हो गई हैं.उन्होंने कहा कि वह हर साल आते हैं लेकिन यहां सही से बिजली आपूर्ति, पानी और ना ही शौच जाने की सुविधा उपलब्ध हैं. जिसको लेकर दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा हैं.
वैशाली ने मुझे अपूरणीय सम्मान दिया हैं: पूर्व सांसद
वैशाली: गोरौल चौक पर वैशाली संसदीय क्षेत्र के पूर्व सांसद रामकिशोर सिंह उर्फ रामा सिंह का समर्थकों ने भव्य स्वागत किया. पूर्व सांसद रामा विचार संकल्प सभा में जा रहे थे. इस क्रम में उन्हें गोरौल चौक पर समर्थक द्वारा फूल-माला से सम्मानित किया गया. उन्होंने ने कहा कि 4 दिसंबर को पटना में रामा विचार मंच की ओर से अधिकार के संकल्प को लेकर हुंकार के लिए यह महासम्मेलन आयोजित हैं.     उन्होंने ने कहा कि आगामी 4 दिसंबर को पटना के मिलर हाईस्कूल में रामा विचार मंच द्वारा आयोजित हुंकार महासम्मेलन मुख्य रूप से संवैधानिक अधिकार मांगना मुख्य एजेंडा होगा. उक्त तिथि को वैशाली, मुजफ्फरपुर, शिवहर सहित अन्य जिलों के समर्थक को हुंकार रैली में शामिल होने के न्योता के लिए कार्यक्रम महासम्मेलन चलाया जा रहा हैं. मौके पर प्रखंड मुखिया संघ के अध्यक्ष प्रमोद कुमार सिंह के कार्यकर्ताओं द्वारा किए गए स्वागत के क्रम में पूर्व सांसद ने कहा कि वैशाली संसदीय क्षेत्र ने उन्हें सांसद चुनकर जो सम्मान दिया वह अपूरणीय हैं जिसकी भरपाई असंभव है और मैं वैशाली संसदीय क्षेत्र के प्रति कृतज्ञता प्रकट करता हूं.
      इस क्रम में मुखिया संघ के अध्यक्ष प्रमोद कुमार सिंह एवं सामाजिक कार्यकर्ता पंकज कुमार सिंह ने कहा कि अधिकार के लिए इस संकल्प रैली में भारी संख्या में रामा समर्थकों का जुटान होगा. पूर्व सांसद का राजद नेता बैजू सहनी, पूर्व मुखिया, हरिवंश पासवान, सामाजिक कार्यकर्ता पंकज कुमार सहित भारी संख्या में जुटे समर्थकों ने स्वागत किया.
25 नवंबर को होगा सोनपुर मेला का उद्धाटन : देश-विदेश से पहुंचते हैं पर्यटक, 32 दिन तक होगा आयोजन
हाजीपुर: वैशाली का विश्व प्रसिद्ध हरिहरक्षेत्र सोनपुर मेला की तैयारी युद्धस्तर पर शुरू हो गया हैं. सभी सरकारी एवं गैर-सरकारी विभागों की प्रदर्शनियों के स्थल पर स्टॉल लगाने की तैयारियां में मजदूर दिन रात मेहनत कर उद्धाटन से पूर्व इसे पूरा कर लेने में लगे हैं. सारण जिले के सोनपुर नगर पंचायत क्षेत्र में लगने वाला यह मेला एशिया के सुप्रसिद्ध पशु मेले के नाम से ख्याति अर्जित कर चुका हैं.
          रेलवे प्लेटफार्म के लिए भी सोनपुर प्रसिद्ध है जो भारत में लंबाई में अपना विशिष्ट स्थान रखता हैं. सोनपुर मेला धार्मिक दृष्टि से भी विख्यात हैं. बाबा हरिहरनाथ मंदिर, श्री गजेन्द्रमोक्ष देवस्थानम दिव्य देश नौलखा मंदिर मेला पर्यटकों व तीर्थयात्रियों के लिए दर्शनीय स्थल हैं.       25 नवंबर को होगा मेला का उद्धाटन
     यह हर साल कार्तिक पूर्णिमा(नवंबर-दिसंबर) में लगता है. इस मेले को हरिहरक्षेत्र मेला के नाम से भी पुकारते हैं. क्योंकि सोनपुर में प्रसिद्ध एतिहासिक हरिहरनाथ जी का मन्दिर यहीं पर अवस्थित हैं. आगामी 25 नवंबर को मेला उद्धाटन की तिथि तय हैं. उद्धाटन के 2 दिन के बाद कार्तिक पुर्णिमा के दिन राज्य की तीर्थ यात्री स्नान कर पहलेजा घाट दक्षिणी वाहिनी गंगा नदी में स्नान करेंगें. मेलार्थियों की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. यह 32 दिनों तक चलने वाला सरकारी स्तर पर मेला जो विगत तीन माह तक चलती हैं. यहां राज्य के ही नहीं बल्कि अन्य राज्य के व्यापारी पहुंचकर अपने दुकान सजाते हैं और करोड़ रूपये की सामान की खरीद-बिक्री होती हैं
      यहां विदेशी सैलानियों का आगमन होता हैं जहां उनके ठहरने खाने-पीने का एवं घूमने की पुख्ता इंतजाम किया जाता हैं. रेलवे विभाग के द्वारा रेल से संबंधित विकास कार्य और होने वाले कार्य की भी जानकारी मेलार्थियों को देने के लिए रेलवे विभाग भी युद्धस्तर पर कार्य करना शुरू कर दिया हैं.         32 दिनों तक होगा आयोजन
      मेला में लोगों और स्नार्थियों को किसी प्रकार की कठिनाई न हो इसके लेकर जिला प्रशासन से लेकर स्थानीय प्रशासन तक हर गतिविधियों पर लगी हुई हैं. इतना ही नहीं मेले में मेलार्थियों की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किया गया हैं. यह 32 दिनों तक चलने वाली सरकारी स्तर पर मेला जो विगत तीन माह तक चलती हैं.
    मेलार्थियों की सुविधा और सुरक्षा की ध्यान 32 दिनों तक खूब रहती हैं यहां राज्य के ही नहीं बल्कि अन्य राज्य के व्यापारी पहुंचकर अपने दुकान सजाते हैं और करोड़ रूपये की सामान की खरीद-बिक्री होती हैं.यहां विदेशी सैलानियों का आगमन होता हैं जहां उनके ठहरने खाने-पीने एवं घूमने की पुख्ता इंतजाम किया जाता हैं.       आकर्षक लुक पर बनाया जा रहा पंडाल
         मेले के मुख्य पंडाल का आकर्षक लुक बनाने युद्ध स्तर पर दिन रात मजदूर लगे हुए हैं. इस बार मेले में आकर्षण का केंद्र पुस्तक मेला व सरकारी स्तर पर प्रदर्शनी लगाई जा रही है. रेलवे विभाग के द्वारा रेल से संबंधित विकास कार्य और होने वाले कार्य की भी जानकारी मेलार्थियों को देने के लिए रेलवे विभाग भी युद्धस्तर पर कार्य करना शुरू कर दिया हैं. सोनपुर मेला के विषय में पूछे जाने पर जनप्रतिनिधियों समाजसेवियों बुद्धिजीवियों ने बताया कि मेला का प्रदर्शनी जो सरकारी स्तर पर लगाई जाती हैं , समय से उद्धाटन नहीं होती हैं