जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला सड़क सुरक्षा समिति की हुई मासिक समीक्षात्मक बैठक, डीएम ने दिए कई दिशा-निर्देश
पूर्णिया - कुन्दन कुमार (भा०प्र०से०) जिला पदाधिकारी पूर्णिया की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में जिला सड़क सुरक्षा समिति की मासिक समीक्षात्मक बैठक आयोजित किया गया।
बैठक में सड़क दुर्घटनाओं में घायलों और मृतकों के आंकड़ों का विश्लेषण,निर्धारित दिवस को हेलमेट एवं सीट बेल्ट विशेष जांच अभियान, हाईवे पेट्रोलिंग, ब्लैक स्पॉट और उसके परिमार्जन की स्थिति, प्रचार-प्रसार एवं जागरूकता कार्यक्रम, सड़क दुर्घटनाओं में मृत्यु एवं उससे संबंधित मुआवजा की स्थिति की गहन समीक्षा की गई।
जिला परिवहन पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि सड़क वाहन दुर्घटना हिट एण्ड रन से संबंधित कुल 45 आवेदन प्राप्त हुए हैं। 40 आवेदनों को स्वीकृति प्रदान कर जीआईसी से भुगतान हेतु प्रेषित किया गया है। जीआईसी द्वारा अभी तक छ: पीड़ित लाभुकों को भुगतान किया जा चुका है। पांच दावेदारों द्वारा आवश्यक कागजात नहीं देने के फल स्वरुप लंबित है।
आगे उन्होंने बताया कि उच्च पथ के कुल 27 दुर्घटना स्थलों को चिन्हित किया गया है जहां पर दो और दो से अधिक दुर्घटनाएं हुई हैं।
बैठक को संबोधित करते हुए जिला पदाधिकारी महोदय द्वारा सड़क दुर्घटनाओं में कमी एवं नियंत्रण को लेकर संबंधित पदाधिकारी को कई जरूरी कारगर कार्रवाई करने का दिया-निर्देश दिया गया। उच्च पथ पर स्पीड ब्रेकर एवं साईनेज अधिक से अधिक अधिष्ठापन करने का निर्देश संबंधित कार्यपालक अभियंता एवं संबंधित विभागीय पदाधिकारियों को दिया गया।
ब्लैक स्पॉट एवं उसके परिमार्जन की स्थिति की समीक्षा के क्रम में संबंधित पदाधिकारी को निर्देशित किया गया कि वाहनों के परिचालन में किसी प्रकार का व्यवधान न हो और सड़क की खराब स्थिति के कारण कोई दुर्घटना नहीं हो इसके लिए आवश्यकता अनुसार अपने-अपने क्षेत्राधिकार में पढ़ने वाले सड़कों की मरम्मती का कार्य समय-समय पर नियमित रूप से कराने एवं सड़कों को मोटरेबुल रखने तथा वाहनों की जांच नियमित रूप से करें।
शहर के अंदर स्थापित मुख्य सरकारी एवं निजी विद्यालयों के आस-पास एवं हरदा बाजार स्थित जेब्रा काॅसिंग एवं सुदीन चौंक से गुण्डा चौक के पास स्पीड ब्रेकर के निर्माण तथा बरसौनी एवं पेट्रोल पम्प तथा कसबा के पास साईनेज की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया।
समीक्षा के दौरान कार्यपालक अभियंता एन एच आई अनुपस्थित पाए जाने के कारण उनके विरुद्ध स्पष्टीकरण की मांग करने का निर्देश दिया गया।
हरदा में काफी जाम की समस्या बनी रहती है। ट्राफिक नियमों के तहत अग्रेतर कार्रवाई निर्धारित समय-सीमा में कराने का निर्देश दिया गया।
जिलाधिकारी महोदय द्वारा संबंधित पदाधिकारी को नियमित रूप से हेलमेट एवं सीट बेल्ट विशेष जांच अभियान, स्कूलों में संचालित बसों का नियमित जांच,एनएच पर अधिक दुर्घटना होने वाले कटिंग को बंद करने, ड्राइवर जागरूकता कार्यक्रम एवं विभिन्न माध्यमों से सड़क सुरक्षा के संबंध में लोगों को जागरूक करने का निर्देश दिया गया है।
सड़क दुर्घटनाओं में घायल व्यक्तियों को उचित इलाज के लिए समय पर अस्पताल पहुंचने वाले को गुड सेमेरिटन बनने हेतु प्रोत्साहन करने के लिए व्यापक प्रचार प्रसार कराने का निर्देश जिला परिवहन पदाधिकारी एवं संबंधित पदाधिकारी को दी गई है।
सड़क दुर्घटनाओं की स्थिति में घायलों की मदद करें। उन्होंने कहा कि किसी भी परिस्थिति में जख्मी व्यक्ति को निकटवर्ती सरकारी एवं निजी अस्पताल में ले कर जाने वाले कोई भी व्यक्ति गुड सेमेरिटन हो सकता है। उनसे किसी भी प्रकार के रजिस्ट्रेशन या अन्य इलाज से संबंधित पैसे की मांग नहीं की जाएगी।
गुड़ सेमेरिटन (अच्छे मददगार) को उनके कार्यों के लिए अब सरकार द्वारा दस हजार रुपए प्रोत्साहन राशि के रूप में देने का प्रावधान किया गया।
जिलाधिकारी महोदय द्वारा कहा गया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी अस्पतालों को निर्देशित किया गया है कि जख्मी व्यक्ति का इलाज करना अस्पताल की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसलिए कि इलाज समय पर हो जाने से जख्मी व्यक्ति की बहुमूल्य जीवन को बचाया जा सकता है।
संबंधित कार्यपालक अभियंता को पोल सेफ्टी के तहत सड़कों से पोलों को यथाशीघ्र नियमानुसार हटाने का निर्देश दिया गया। ताकि पोल से होने वाली सड़क दुर्घटना को नियंत्रित किया जा सके।
बैठक में सहायक समाहर्ता,उप विकास आयुक्त,जिला परिवहन पदाधिकारी, प्रभारी पदाधिकारी स्थापना निदेशक डीआरडीए, अनुमंडल पदाधिकारी सदर, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी,कार्यपालक अभियंता आरसीडी,आरडब्लूडी एवं विद्युत तथा अनुमंडल पदाधिकारी यातायात,पुलिस पदाधिकारी एवं संबंधित पदाधिकारिगण उपस्थिति थे।
पूर्णिया से जेपी मिश्र
Nov 27 2023, 20:45