संविधान के मौलिक अधिकार का संकल्प ले- एसडीएम प्रीती तिवारी
अमेठी। तहसील सभागार में उप जिलाधिकारी प्रीती तिवारी ने संविधान दिवस पर कर्मचारियों को पाठन कराया गया और मौलिक कर्तव्यो की शपथ दिलाई गई। एसडीएम प्रीती तिवारी ने सभागार में आयोजित कार्यक्रम के दौरान कर्मचारियों को संविधान की प्रस्तावना का पाठन कराया।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि "हम, भारत के लोग, भारत को एक संपूर्ण प्रभुत्व-संपन्न समाजवादी, पंथ निरपेक्ष, लोकतंत्रात्मक गणराज्य बनाने के लिए तथा उसके समस्त नागरिकों को, सामाजिक, आर्थिक और राजनैतिक न्याय, विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास, धर्म और उपासना की स्वतंत्रता, प्रतिष्ठा और अवसर की समता प्राप्त कराने के लिए तथा उन सब में व्यक्ति की गरिमा और राष्ट्र की एकता और अखंडता सुनिश्चित करने वाली बंधुता बढ़ाने के लिए, दृढ़ संकल्प होकर अपनी इस संविधान सभा में आज तारीख, 26 नवंबर 1949 ई0 (मिति मार्गशीर्ष शुक्ला सप्तमी, संवत् दो हजार छह विक्रमी) को एतद्द्वारा इस संविधान को अंगीकृत, अधिनियमित और आत्मार्पित करते हैं"।
उन्होंने कहा कि आजादी मिलते ही देश को चलाने के लिए संविधान बनाने की दिशा में काम शुरू कर दिया गया। इसी कड़ी में 29 अगस्त 1947 को भारतीय संविधान के निर्माण के लिए प्रारूप समिति की स्थापना की गई और इसके अध्यक्ष के रूप में डॉ. भीमराव अंबेडकर को जिम्मेदारी सौंपी गई।
दुनिया भर के तमाम संविधानों को बारीकी से देखने-परखने के बाद डॉ. अंबेडकर ने भारतीय संविधान का मसौदा तैयार कर लिया। 26 नवंबर 1949 को इसे भारतीय संविधान सभा के समक्ष लाया गया, इसी दिन संविधान सभा ने इसे अपना लिया।
यही वजह है कि देश में हर साल 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि एनेकता में एकता की मिशाल है भारत का संविधान, हमें संवैधानिक व्यवस्था के साथ चलते हुए अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए।
Nov 26 2023, 19:32