अपने साथ हुई भयावह घटना से सदमे में है, दुष्कर्म पीड़िता छात्रा

खजनी गोरखपुर।छठ पूजा के दिन देर शाम बांसगांव थाना क्षेत्र के बदरां गांव में हाईस्कूल की छात्रा के साथ हुई गैंगरेप की घटना से पीड़ित छात्रा की हालत में सुधार नहीं हो रहा है।

हादसे को याद करते हुए सदमे में पड़ी छात्र रहरह कर चीख उठती है। रोने लगती है कहीं आत्महत्या न करे यह सोच कर परिवारिजन लगातार उसके समीप बने हुए हैं।

हादसे के बाद अत्यधिक रक्तस्राव के कारण बेहोश हो जा रही गैंगरेप पीड़िता छात्रा को गंभीर हालत में जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया था। अस्पताल में मीडिया वालों के हस्तक्षेप और पीड़िता को मानसिक पीड़ा से बचाने के लिए उसके स्वास्थ्य में सुधार होता देख कर उसे दवाएं और चिकित्सकीय परामर्श देकर घर भेज दिया गया था। बता दें कि हाईस्कूल में पढ़ने वाली किशोरी छात्रा के साथ गांव के ही सगे चचेरे भाइयों ने उसे एक सुनसान खाली पड़े मकान में ले जाकर जबरन सामूहिक दुष्कर्म किया था।

छात्रा चीखती चिल्लाती रही और अपने बचाव में छटपटाती हुई हवस के दरिंदों से छोड़ने के लिए हांथ जोड़ कर गुहार लगाती रही। इस बीच अपनी बहन को तलाश करता हुआ उसका छोटा नाबालिग भाई भी घटना स्थल पर पहुंच गया था। जिसे मारपीट कर दोनों दरिंदे घटना स्थल से फरार हो गए थे। गांव में चीख पुकार मची तो कुछ लोग लोकलाज और रेप पीड़िता बिटिया की शादी में आने वाली समस्याओं का हवाला देते हुए उसे मुआवजा दिलाने और घटना को दबाने में जुट गए।

इस बीच जब दर्द से कराहती छात्रा बेहोश हो गई तो उसकी चाची ने आगे बढ़कर पुलिस को सूचना देने और इलाज के लिए निकट स्थित हरनहीं सीएचसी पर ले जाने की सलाह दी थी। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे बांसगांव के क्षेत्राधिकारी, थानाध्यक्ष और हरनहीं के चौकी इंचार्ज ने पीड़िता को उपचार के लिए भेजा जहां से उसे जिले पर रेफर कर दिया गया था।

मामले में बांसगांव पुलिस ने सूझबूझ का परिचय देते हुए पूरी तत्परता दिखाई और संगीन धाराओं में केस दर्ज कर दोनों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया।मिली जानकारी के अनुसार पीड़िता छात्रा के सर से पिता का साया पहले ही उठ चुका था। वक्त से पहले छात्रा ने विधवा मां की परेशानियों को देखते हुए अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी पहचान लिया था।

घर और बाहर मां के काम में हांथ बंटाना और छोटे भाई की जरूरतों का ध्यान रखने के साथ ही अपनी हाईस्कूल की पढ़ाई के लिए वक्त निकालना। समय से पहले ही छात्रा ने जीवन की कठिनाईयों से लड़ने का हौसला बढ़ा लिया था। जवानी की दहलीज पर पहुंचते ही उसने अपने कर्तव्यों का एहसास कर लिया था।

गांव के लोग भी छात्रा के स्वभाव और उसकी मेहनत लगन की तारीफ करते हैं। मेहनत मजदूरी करके विधवा मां अपनी होनहार बिटिया और बेटे की परवरिश कर रही थी।गरीबी के बावजूद उन्हें अपने परिवार के सम्मान और स्वाभिमान की चिंता हमेशा लगी रहती थी।

घर आने के बाद छात्रा की तबीयत आज एक बार फिर बिगड़ने लगी। पीड़िता ने जिला अस्पताल में अपने बयान में बताया था कि दीपक और उपेंद्र ने उसकी जिंदगी बर्बाद कर दी है। दरिंदों के चंगुल से मुक्त होने के लिए छात्रा परकटे पंक्षी की तरह छटपटाती रही लेकिन हवस के अंधे दोनों दरिंदों ने उसे कसकर दबोच रखा था।

छात्रा अब तक सदमे से उबर नहीं पाई है परिवारीजन उसे दिलासा देने में लगे हुए हैं। बिलखती मां अस्पताल में बिटिया को दिलाशा देती नजर आई, किंतु अपनी लाड़ली से कुछ दूर हटते ही फफक-फफक कर रो पड़ी पीड़िता की मां की जुबान पर ताला लगा हुआ है। उसे अपने बच्चों के भविष्य और उनकी परवरिश की चिंताएं भी सता रही हैं।

बिना चीरे और टांके के होने वाली पुरूष नसबंदी 99.5 फीसदी प्रभावी है: डा. एके चौधरी

गोरखपुर।परिवार नियोजन में पुरूष नसबंदी की भागीदारी के स्थायी साधन का चुनाव उच्च रक्तचाप (बीपी) और शुगर (मधुमेह) के मरीज भी कर सकते हैं । चिकित्सक की सलाह पर उन्हें भी यह सेवा दी जाती है और सामान्य लोगों की तरह वह भी खुशहाल जीवन जी सकते हैं । कई ऐसे लाभार्थी भी हैं जिन्होंने इन बीमारियों के साथ सेवा का चुनाव किया और नसबंदी सफल रही ।तमाम बाधाओं के बावजूद भी गोरखपुर मंडल में पिछले साढ़े तीन वर्षों में 554 पुरूषों ने इस साधन का चुनाव किया है ।

गोरखपुर जनपद के अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी आरसीएच डॉ एके चौधरी का कहना है कि बिना चीरे और टांके के होने वाली पुरूष नसबंदी 99.5 फीसदी प्रभावी है लेकिन कई भ्रांतियों के कारण भी पुरूष इससे बचते रहे हैं ।

डॉ चौधरी का कहना है कि स्वास्थ्य इकाइयों पर परामर्श के दौरान पुरूष नसबंदी के योग्य कई लाभार्थी इस कारण से भी मना करते हैं कि उन्हें उच्च रक्तचाप, शुगर या बढ़े हुए कोलेस्ट्राल की समस्या है । उन्हें इस भ्रांति के प्रति जागरूक किया जाता है और बताया जाता है कि नसबंदी की सेवा चिकित्सक की सलाह पर ही दी जाती है । इन बीमारियों के साथ भी चिकित्सक की निगरानी में सेवा अपनाई जा सकती है ।

गोरखपुर जिले के पिपराइच सीएचसी पर स्वास्थ्यकर्मी दिलीप (45) के मन में भी यह भ्रांति थी कि मधुमेह और रक्तचाप की बीमारी के साथ वह नसबंदी नहीं करा सकते । खून की कमी से पत्नी की तबीयत अक्सर खराब रहती थी, इसलिए पत्नी की नसबंदी से चिकित्सकों ने पहले ही मना कर दिया था । दिलीप बताते हैं कि उनकी शादी सोलह वर्ष पहले हुई थी । एनीमिया के कारण गर्भावस्था की जटिलताओं से उनके कई बच्चे पत्नी की गर्भ में ही नुकसान हो गये । उनकी पांच साल की केवल एक बच्ची ही बच पाई । डेढ़ साल पहले पत्नी की तबीयत काफी खराब हो गई और उनका हीमोग्लोबिन पांच तक आ गया था । बार बार गर्भपात के कारण पत्नी सीवियर एनीमिया की श्रेणी में चली गयी थीं। परिवार नियोजन का कोई साधन न अपनाना भी इसका प्रमुख कारण रहा । दिलीप कहते हैं कि सीएचसी के चिकित्सा अधीक्षक डॉ मणि शेखर, फार्माशिस्ट सुरेश यादव, बीपी सिंह और परिवार नियोजन काउंसलर रीना ने उन्हें पुरूष नसबंदी अपनाने की सलाह दी ।

दिलीप नसबंदी करवाने के लिए तो तैयार हो गये लेकिन उन्हें और उनकी पत्नी को डर था कि कहीं बीपी और शुगर के कारण दिक्कत न बढ़ जाए। उन्हें चीफ फार्माशिस्ट सुरेश ने समझाया कि नसबंदी से पहले बीपी और शुगर की जांच की जाएगी और जब चिकित्सक सलाह देंगे तभी नसबंदी होगी । दिलीप ने बताया कि सहकर्मियों के समझाने के बाद नसबंदी का निर्णय लिया और इसी साल जुलाई माह में नसबंदी करवा लिया । डॉक्टर की सलाह के अनुसार चार दिन दवाई ली और इस बीच अपनी नौकरी भी करते रहे । अब वह पूरी तरह से स्वस्थ हैं ।

छोटी सी प्रक्रिया है

डॉ एके चौधरी ने बताया कि पुरूष नसबंदी में शुक्राणुवाहक नलिकाओं को बांध दिया जाता है । यह एक छोटी सी प्रक्रिया है जिसके बाद यौन इच्छा या क्षमता पर कोई बुरा असर नहीं पड़ता है। इस सेवा के लिए उन्हीं पुरूषों का चयन किया जाता है जो विवाहित हों और उनकी आयु 60 वर्ष या इससे कम हो । दंपति के पास कम से कम एक बच्चा हो जिसकी उम्र एक साल की हो चुकी हो । बीपी, शुगर, कोलेस्ट्राल जैसी बीमारियों के साथ चिकित्सक की निगरानी में इस सेवा को अपना सकते हैं ।

बढ़ानी होगी रूचि

मंडलीय परिवार नियोजन लॉजिस्टिक मैनेजर अवनीश चंद्र ने बताया कि इस सेवा के प्रति पुरूषों की रूचि बढ़ाने के लिए प्रयास हो रहे हैं । गोरखपुर मंडल में वर्ष 2020-21 में 105 पुरूषों ने, 2021-22 में 202 पुरूषों ने, 2022-23 में 139 पुरूषों ने और इस वित्तीय वर्ष में अक्टूबर माह तक 108 पुरूषों ने इस सेवा का चुनाव किया है । इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश टेक्निकल सपोर्ट यूनिट (यूपीटीएसयू) मंडल के सभी जिलों में सहयोग कर रही है ।

मिथकों से ऊपर उठना होगा

एडी हेल्थ गोरखपुर मंडल डॉ आईबी विश्वकर्मा का कहना है कि केवल वही पुरूष नसबंदी नहीं करवा सकते हैं जिन्हें यौन रोग जैसे एचआईवी, सिफलिस आदि हो या जो अति गंभीर बीमारी जैसे ह्रदय रोग, कैंसर आदि से ग्रसित हों। यौन संक्रमण रोगी पुरूष भी ठीक होने के बाद इस सेवा को चुन सकते हैं । पुरूष नसबंदी सुरक्षित है और अगर कोई दिक्कत होती है तो चिकित्सकीय सहायता सदैव उपलब्ध रहती है।

ऑपरेशन के कुछ घंटों बाद जननांगों में सूजन, तीन दिन के भीतर बुखार और घाव के आसपास दर्द, जलन, पकने या खून आने की दिक्कत हो तो तुरंत चिकित्सक से सम्पर्क करना चाहिए। पुरूष नसबंदी के तीन माह तक दंपति को अस्थायी साधन का इस्तेमाल करना होता है और जब शुक्राणु जांच हो जाए तभी नसबंदी को सफल माना जाता है ।

*छठ पूजा में चैन स्नैचिंग,तीन संदिग्ध महिलाओं को पुलिस ने हिरासत में लिया*


खजनी गोरखपुर।छठ पूजा के लिए खजनी कस्बे के निकट अकटहवा बाबा मंदिर के पास पहुंची जमुरा नाला के छठ घाट पर पहुंची महिला गीता देवी गुप्ता के गले से कीमती सोने की चैन को चोरी की नीयत से पहुंची गिरोह बंद महिलाओं ने चुरा लिया। पीड़ित महिला के द्वारा घटना की जानकारी मौके पर मौजूद थानाध्यक्ष गौरव आर कन्नौजिया को दी।

पुलिस ने तीन संदिग्ध महिलाओं को हिरासत में ले लिया और जांच पड़ताल तथा पूछताछ के लिए थाने में ले गई। बता दें कि भीड़ का फायदा उठाते हुए दो महिलाएं मौके से भाग गईं, पकड़ी गई 3 महिलाएं सहजनवां क्षेत्र की बताईं गईं हैं, महिलाएं अपने साथ छोटे बच्चों को भी लिए हुए थीं।

थानाध्यक्ष ने बताया कि केस दर्ज कर लिया गया है और विधिक कार्रवाई की जा रही है।

*फिल्म नीति और निखरे लोकेशन से फिल्मकारों को भाया गोरखपुर*


गोरखपुर। योगी सरकार की भरपूर अनुदान वाली फिल्म नीति और निखरे लोकेशंस के चलते गोरखपुर फिल्मकारों को खूब भा रहा है। गोरखपुर में पिछले डेढ़ साल 31 फिल्मों की शूटिंग इसका प्रमाण है। लोकेशन की बात करें तो रामगढ़ताल फिल्म बनाने वालों का पसंदीदा स्थान बन गया है।

शूटिंग के लिए सर्वाधिक संख्या भोजपुरी फिल्मों की होने से गोरखपुर क्षेत्रीय सिनेमा के हब के रूप में उभर रहा है।प्रदेश की फिल्म नीति में भोजपुरी समेत अन्य क्षेत्रीय बोलियों (अवधी, ब्रज, बुंदेली आदि) में फिल्म निर्माण के लिए लागत का 50 प्रतिशत अनुदान देने की व्यवस्था की गई है।

अन्य भाषाओं की फिल्मों के लिए यह अनुदान 25 प्रतिशत है। क्षेत्रीय बोलियों की फिल्मों में यदि कुल शूटिंग दिवसों में से आधे दिवसों की शूटिंग प्रदेश में हुई तो अनुदान की अधिकतम सीमा एक करोड़ और अगर दो तिहाई दिवसों की शूटिंग हुई तो यह सीमा दो करोड़ रुपये होगी।

योगी सरकार की इस नीति में रंग भरने का काम खूबसूरत लोकेशंस ने किया है। मिसाल के रूप में गोरखपुर के रामगढ़ताल को लिया जा सकता है।

एक लंबे दौर तक रामगढ़ताल और इसके आसपास के क्षेत्र की पहचान गंदगी और अपराध के अड्डे बनी हुई थी जबकि आज निखरे स्वरूप में यह फिल्मों की शूटिंग का बड़ा केंद्र बन गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपना ड्रीम प्रोजेक्ट बनाकर रामगढ़ताल का कायाकल्प कराया तो यह न केवल पूर्वी उत्तर प्रदेश का प्रमुख पर्यटन केंद्र बन गया है बल्कि फिल्मकारों को इसके रूप में एक नायाब शूटिंग लोकेशन भी मिल गया है।

उत्तर प्रदेश फिल्म बंधु के पास उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक 6 मई 2022 से 20 अक्टूबर 2023 तक गोरखपुर में रामगढ़ताल को केंद्र में रखते हुए फिल्म शूटिंग के लिए 38 आवेदन आए। इनमें से 32 को शूटिंग की अनुमति दी गई। 31 की शूटिंग पर काम हो चुका है या जारी है जबकि एक फिल्म की शूटिंग अभी जल्द मिली है। इनमें भोजपुरी के साथ ही हिंदी और नेपाली फिल्मों की शूटिंग शामिल है।

फिल्म शूटिंग के लिए रामगढ़ताल का नौकायन सबसे पसंदीदा क्षेत्र बना हुआ है। गोरखपुर में रामगढ़ताल के अलावा राप्ती नदी के गुरु गोरखनाथ घाट और श्रीराम घाट, कुसम्ही जंगल और व्ही पार्क का लोकेशन भी फिल्मकारों को भा रहा है।

बता दें कि बमुश्किल छह साल पहले रामगढ़ताल गंदगी का पर्याय बना हुआ था। आज यह शहर की नई पहचान है। सीएम योगी की निजी दिलचस्पी से इस विशाल नैसर्गिक ताल का कायाकल्प हो चुका है। झील के दो किनारों पर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लग जाने से अब इसमें शहर का गंदा पानी शोधित होकर पहुंचता है।

सही मायने में रामगढ़ताल अब खूबसूरत पर्यटन केंद्र बन गया है। बोटिंग, पानी में साउंड एंड लाइट शो से इसमें चार चांद लग गया है। इसकी खूबसूरती देख कोई इसे चौपाटी कहता है तो कोई मरीन ड्राइव।

*हाईस्कूल की छात्रा से गैंगरेप,गंभीर हालत पीड़िता का जिले पर उपचार*

खजनी गोरखपुर।क्षेत्र के बांसगांव थाने की हरनहीं चौकी क्षेत्र के एक गांव के दलित बस्ती की निवासी हाईस्कूल की छात्रा के साथ बीती रात दो सगे चचेरे भाइयों ने सामुहिक दुष्कर्म किया और बेहोशी की हालत में उसे छोड़कर फरार हो गए। केस दर्ज कर बांसगांव पुलिस कार्रवाई में जुट गई है।

मिली जानकारी के अनुसार बीती रात लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा की गहमागहमी के बीच एक गांव की दलित बस्ती की निवासी हाईस्कूल की 16 वर्षीय छात्रा माधुरी (काल्पनिक नाम) के साथ गांव के ही रहने वाले दो चचेरे भाईयों दिनेश के पुत्र दीपक 23 वर्ष और गणेश के पुत्र उपेंद्र 27 वर्ष ने बीती शाम लगभग 8 बजे के बाद छात्रा को उसके घर से कुछ दूर ले जा कर एक सूनसान गली में स्थित खाली मकान के बरामदे में ले जाकर जबरन दुष्कर्म किया।

घटना के बाद बेहोशी के हाल में छात्रा को छोड़ कर दोनों आरोपी युवक फरार हो गए। अपनी बहन की तलाश में निकलें उसके 12 वर्षीय भाई बंटी (काल्पनिक) को आरोपितों ने मारा-पीटा और फरार हो गए। पीड़िता की विधवा मां के द्वारा घटना की सूचना 112 नंबर पर पुलिस को दी गई।

मौके पर पहुंचे प्रभारी निरीक्षक बांसगांव चंद्रभान सिंह क्षेत्राधिकारी बांसगांव चौकी इंचार्ज हरनहीं विकासनाथ व पुलिस टीम ने तत्काल एंबुलेंस बुलाकर छात्रा को अर्द्धबेहोशी की हालत में हरनहीं सीएचसी में इलाज के लिए भेजा, जहां से गंभीर हालत में छात्रा को जिले पर सदर अस्पताल में रेफर कर दिया गया।

वहीं पीड़िता की मां की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा अपराध संख्या 721/2023 की धाराओं (323,376डी,5जी और 6) दुष्कर्म,मारपीट और पाॅक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज कर अभियुक्तों की तलाश और कार्रवाई शुरू कर दी है।

*बांसगांव थाने में 4 बीएलओ के खिलाफ एफआईआर के निर्देश*

बांसगांव गोरखपुर।विधानसभा क्षेत्र 327 के सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी नरेंद्र कुमार ने बांसगांव थाने के प्रभारी निरीक्षक को 4 महिला बूथ लेवल अधिकारियों (बीएलओ) के खिलाफ लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1950 तथा भारतीय दण्ड संहिता की सुसंगत धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कर आवश्यक कार्यवाही करने का निर्देश दिया है।

थाने में प्राथमिकी दर्ज करने के लिए भेजे गए पत्र में बताया गया है कि सुपरवाइजरों से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार बांसगांव विधानसभा क्षेत्र 327 के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण अर्हता दिनांक 01.01.2024 के निर्वाचक नामावली पुनरीक्षण कार्य हेतु सुमित्रा,शिक्षा मित्र, कार्यालय बीईओ कौडीराम को विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र की मतदेय स्थल संख्या 37 प्राथमिक पाठशाला बिस्टौली बुजुर्ग पर बूथ लेवल अधिकारी,तथा राजकुमारी, आंगनवाडी कार्यकत्री कार्यालय सीडीपीओ बांसगांव को मतदेय स्थल संख्या 61 प्राथमिक पाठशाला धनौडा खुर्द पर बूथ लेवल अधिकारी, तथा अनिता गुप्ता, आंगनवाड़ी कार्यकत्री कार्यालय सीडीपीओ बांसगांव को मतदेय स्थल संख्या 60 प्राथमिक पाठशाला धनौडा खुर्द पर बूथ लेवल अधिकारी तथा राजदुलारी, आंगनवाड़ी कार्यकत्री कार्यालय सीडीपीओ बांसगांव को मतदेय स्थल संख्या 65 आचार्य हनुमान कुल इण्टर काॅलेज धनौड़ा बुजुर्ग पर बूथ लेवल अधिकारी नियुक्त किया गया था। 

उक्त सभी बूथ लेवल अधिकारी के कार्य की समीक्षा के उपरान्त संबंधित सुपरवाइजरों द्वारा आख्या दी गई कि उक्त सभी बूथ लेवल अधिकारियों के द्वारा उनके सौंपे गए निर्वाचक नामावली संक्षिप्त पुनरीक्षण के कार्य में अपने कर्तव्य का निर्वहन नहीं किया गया है।

*छठ घाटों पर उमडी व्रती महिलाओं की भीड़,उगते सूर्य को अर्घ्य देकर व्रत का समापन*


खजनी गोरखपुर।क्षेत्र के जमुरा पुल अकटहवा बाबा स्थान, भरोहियां जयश्वरनाथ शिव मंदिर, सरयां तिवारी पुण्यहवां पोखरा, बसडीला गांव, घईसरा गांव, सतुआभार अमृत सरोवर, भैंसा बाजार, मुरदेवां बाजार, बढनी हरनहीं, रकौली, खजुरी बाजार, छताईं, पल्हीपार हनुमान मंदिर, आशापार, कटयां बाजार आदि सभी स्थानों पर पोखरों और जलाशयों में बनाए गए छठ घाटों और पूजा की वेदियों के समीप माताओं ने आज सबेरे सूर्योदय से पहले पहुंचकर उदय होते सूर्यदेव की पूजा अर्चना की दीप जलाए और अर्घ्य आरती करते हुए अपने पुत्रों के स्वस्थ लंबे जीवन और सुख समृद्धि की कामना की।

इस दौरान सभी छठ घाटों को आकर्षक ढंग से सजाया गया था। ग्रामप्रधानों और समाजसेवियों के द्वारा श्रद्धालुओं के लिए मुफ्त चाय प्रसाद आदि की व्यवस्था की गई। इससे पूर्व सूर्योदय से पहले ही गाजे बाजे के साथ छठ पर्व के मंगल गीत गाते हुए महिलाएं और श्रद्धालुओं ने छठ घाटों पर पहुंच कर जल में खड़े रहकर सूर्योदय की प्रतीक्षा की और श्रद्धा पूर्वक पूजा अर्चना की पूजा के दौरान मध्यरात्री के बाद से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड घाटों तक पहुंचती रही। लोक आस्था के महापर्व को सकुशल संपन्न कराने के लिए थानाध्यक्ष खजनी गौरव आर कन्नौजिया के साथ घाटों पर शांति सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस टीम लगाई गई थी।

व्यवस्था में ग्रामप्रधान खुटभार अर्जुन जायसवाल, बसडीला के ग्रामप्रधान प्रदीप शर्मा, सरयां तिवारी ग्रामसभा के ग्रामप्रधान प्रतिनिधि एड.धरणीधर राम त्रिपाठी विश्वनाथपुर गांव के ग्रामप्रधान राम अशीष बेलदार घईसरा गांव के ग्रामप्रधान चंद्र कुमार सिंह उर्फ सोनू पूर्वांचल व्यापार मंडल जिला अध्यक्ष दीनानाथ मोदनवाल खजनी के अध्यक्ष रामवृक्ष वर्मा, पदाधिकारियों में अनिल वर्मा, रामजी मद्धेशिया, मनोज पटवा, राजेश जायसवाल, त्रिलोकीनाथ गुप्ता, गौरीशंकर वर्मा, दिनेश जायसवाल, रामव्यास गुप्ता, अजय जायसवाल, शिवम, भीम जायसवाल, सत्यम जायसवाल समेत दर्जनों लोगों सहयोग किया।

*उगते सूर्य देव को अर्घ्य देकर छठ पर्व का हुआ समापन, घाटों पर सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद रहा*

गोरखपुर।सूर्य देव की उपासना का महापर्व छठ पर्व अत्यंत धूमधाम के साथ मनाया गया। उगते हुए सूर्य देव को अर्घ्य देकर 36 घंटे व्रत रखी व्रती महिलाओ पारण किया।

इस दौरान यहां के राजघाट राप्ती नदी के रामघाट गोरखनाथ घाट मानसरोवर गोरखनाथ मंदिर के भीम सरोवर तारामंडल मीरपुर राप्ती नदी जंगल बाकी सहित सभी धाटो 

 पर व्रतियों श्रद्धालुओं की हजारों की संख्या में भीड़ जुटी हुई थी। सभी तालाबों नदियों पर मेले की तरह नजर आ रहा था जहां चारों तरफ श्रद्धा और भक्ति मय सागर नजर आ रहा था।

महापर्व छठ पूजा के समापन के अवसर पर तालाब घाटों में उगते हुए सूर्य देव को अर्थ देने के लिए भोर में 3 बजे से ही तलाब नदी के घाटों में श्रद्धालुओं की भीड़ लगने लगी थी जहां कोसी भरने के लिए रात भर नदी तट पर जमी रहीं महिलाओं के लिए सुरक्षा व्यवस्था का पुख्ता इंतजाम किया गया था  एनडीआरएफ और एसडीआरएफ गोताखोर पुलिस के जवान बराबर नदी और धाटो पर निगरानी बनाए रहे । 

इस दौरान एडीजी जोन अखिल कुमार आईजी रेंज जे रविंद्र गौड़ मंडलायुक्त अनिल ढींगरा जिला अधिकारी कृष्ण करुणेश वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉक्टर गौरव ग्रोवर नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल जीडीए उपाध्यक्ष आनंद वर्धन पुलिस अधीक्षक नगर कृष्ण बिश्नोई अपर आयुक्त दुर्गेश मिश्रा निरंकार सिंह शिवपूजन यादव एसपी दक्षिणी अरुण कुमार सिंह एसपी उत्तरी मनोज कुमार अवस्थी लगे रहे घाटों पर महिलाओं ने परंपराओं के अनुसार व्रती, श्रद्धालु पैदल चलते हुए नंगे पैर तालाब घाटों पर पहुंचने लगे थे।

 उगते सूरज को अर्ध्य देकर सुख समृद्धि की कामना की गई।छठ का ये पर्व संतान की सुख समृद्धि, अच्छे सौभाग्य और सुखी जीवन के लिए रखा जाता है साथ ही यह व्रत पति की लंबी उम्र की कामना के लिए भी रखा जाता है ऐसी मान्यता है कि सूर्य देव की पूजा करने से तेज, आरोग्यता और आत्मविशवास की प्राप्ति होती है दरअसल, ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सूर्य ग्रह को पिता, पूर्वज, सम्मान का कारक माना जाता है साथ ही छठी माता की अराधना से संतान और सुखी जीवन की प्राप्ति होती है. इस पर्व की सबसे बड़ी विशेषता है कि यह पर्व पवित्रता का प्रतीक है।

छठ महा पर्व पर भक्तों की उमड़ी भीड़, कराह उठा जानीपुर व गोला पश्चमी चौराहा, जिम्मेदार बने मुखदर्शक

गोलाबाजार, गोरखपुर। छठ महा पर्व के प्रथम दिन ब्रती महिलाओं ने बाजार में रविवार की सुबह पहुच कर भगवान भाष्कर को प्रसन्न करने के लिए विभिन्न प्रकार के फलों व सामग्रियों की खरीददारी किया। श्रद्धालु भक्त जनों की उमड़ी भीड़ से गोला पश्चमी चौराहा व जानीपुर की सड़कें कराहने लगी।

भीड़ के आलम से चौराहा जाम हो गया। जाम हटाने के लिए लगाई गई पुलिस की ब्यवस्था ऊंट के मुह में जीरा दिखाई पड़ा ।सुबह से लेकर अपरान्ह तक भीड़ खचा खच भरा रहा। उसके बाद भीड़ कुछ कम दिखी। दुकानदारों ने सामानों का मुंह मांगा दाम लिया ।गोला पश्चमी चौराहे पर केला तीस रुपये किलो बिका।

रविवार को महाछठ पर्व पर अस्ताचल सूर्य भगवान को खुश करने के लिए व्रती महिलाओं ने निर्जल व्रत रखकर बाजारों में महा प्रसाद के लिए सामग्री खरीदने भारी संख्या में अपने संरक्षकों के साथ पहुची । बाजार में उमड़ी भीड़ से एक तरफ तो चौराहे पर जाम लग गया दूसरी तरफ सड़क कराहने लगी।

गोला क्षेत्र के प्रमुख चौराहा जानीपुर डांडी बाजार पडौली बाजार गोपालपुर देईडीह गोला पश्चमी चौराहा गोला पूर्वी चौराहा भर्रोह आदि चौराहों पर ब्रती महिलाओं ने खूब ख़रीददारी किया। बाजार में सामान बेचने वालों का पूरी तरह बल्ला बल्ला बना रहा । अपरान्ह तक बाजारों में भीड़ बनी रही। उसके बाद ब्रत रखने वाले अपने घरों के तरफ चल पड़े।

रविवार की शाम को ही नदी पोखरों तालाबो के किनारे बने घाटों पर पहुच कर ब्रती महिलाएं अपने अपने बेदी के सामने जल में खड़ी होकर अस्ताचल हो रहे सूर्य भगवान को अर्घ देकर मंगल की कामना हेतु उपस्थित रहेंगी।

सड़क पर उमड़ी भीड़ को नियंत्रण करने के लिए स्थानीय प्रशासन द्वारा पुलिस की ब्यवस्था की गई थी ।लेकिन भीड़ पुलिसिया ब्यवस्था पर भारी पड़ी दिखाई दिया।

महानगर कांग्रेस कमेटी ने संयुक्त तत्वाधान में इंदिरा गांधी की प्रतिमा पर किया गया माल्यार्पण व नमन

गोरखपुर। जिला कांग्रेस कमेटी एवं महानगर कांग्रेस कमेटी के संयुक्त तत्वाधान में अध्यक्ष आशुतोष तिवारी के नेतृत्व में भारत रत्न भारत की प्रथम महिला पूर्व प्रधानमन्त्री का जन्मदिवस गोलघर स्थित इन्दिरा तिराहा पर स्व0 इन्दिरा गांधी जी की प्रतीमा पर माल्यार्पन कर उनकी जयन्ती धूमधाम से मनाई गयी।

इस दौरान नेतागणों ने उनके जन्मदिवस के अवसर पर उनकी याद में नारे लगायेे, जब तक सूरज चाँद रहेगा, इन्दिरा जी का नाम रहेगा। कार्यक्रम में प्रदेश सचिव प्रभारी महराजगंज दिलीप कुमार निषाद मुख्य रूप से उपस्थित रहें।

महानगर अध्यक्ष आशुतोष तिवारी ने कहा कि भारत की प्रथम पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 इन्दिरा गांधी जी एक निडर और सशक्त नेता थी, उन्होंने अपनी प्रधानमंत्रित्व कार्यकाल में पाकिस्तान देश के दो टुकड़े करके पूरे विश्व में भारत का लोहा मनवाने का काम किया था। उनके सशक्त तेवर को देखकर उन्हें आयरन लेडिज की उपाधि भी दी गयी थी।

स्व0 इन्दिरा गांधी जी महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए अनेको कार्य किये थे जो आज कारगर है, उनकी मृत्यु से देश का विकास का पहिया थम सा गया ऐसी महान नेता की कमी हमेशा महसूस होती रहेगी उनके जन्मदिवस के अवसर पर उनके बताये गये रास्ते पर चलने के लिए कांग्रेस के कार्यकर्ता संकल्पित होते है।

प्रदेश सचिव प्रभारी महराजगंज दिलीप कुमार निषाद ने कहा कि इन्डिया की प्रथम महिला पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 इन्दिरा गांधी जी के जन्मदिवस के अवसर पर कोटी-कोटी नमन।

कार्यक्रम में पूर्व मेयर प्रत्याशी नवीन सिन्हा, डा0 भानू प्रताप सिंह, उपाध्यक्ष तौकीर आलम, राकेश राम त्रिपाठी, अनिल सोनकर, गोपाल गांधी, अनवर हूसैन, बृजनारायण शर्मा, देवेन्द्र निषाद धनुष, प्रवीण पासवान, कुसुम पाण्डेय, इन्द्रजीत चौधरी, महेन्द्र नाथ मिश्रा, मोनिका पाण्डेय, उषा श्रीवास्तव, अशोक निषाद राजीव कुमार सिंह, हरिसेवक त्रिपाठी, अविनाश पति त्रिपाठी, रामसमुझ सॉवरा, अनुराग पाण्डेय, उमेन्द्र पाण्डे, ध्रुव पासवान, सुहेल अंसारी, मोहम्मद अजरूहद्दीन, औसन कमल, उज्जैन खान, राजीव पाण्डेय, अर्शद परवेज, ओसामा खान, अशोक कश्यप, अभिषेक राय, राजकुमार यादव, अरविन्द जायसवाल आदि लोग उपस्थित रहें।