*राष्ट्रीय मंसूरी समाज के बैनर तले ललितपुर में 20 जोड़ों ने किया कुबूल है कुबूल है*

ललितपुर। इन दिनों मुस्लिम समुदाय के मंसूरी समाज में दीनी तालीम व दुनियावी शिक्षा, व्यापार एवं राजनीति में सहभागिता लाने के लिए राष्ट्रीय मंसूरी समाज अहम भूमिका अदा कर रहा है। इतना ही नहीं राष्ट्रीय मंसूरी समाज द्वारा मंसूरी समाज के लोगों में शादी विवाह के मौके पर होने वाली फिजूल खर्ची को रोकने के लिए भी जागरूक किया जा रहा है। साथ ही साथ इस्लामी शरीयत के मुताबिक शादी विवाह आदि कार्यक्रमों के लिए लोगों को प्रेरित किया जा रहा है।

इसी उद्देश्य को सार्थक करने के लिए पिछले कई सालों से ललितपुर शहर में राष्ट्रीय मंसूरी समाज के बैनर तले हजरत सदन शाह बाबा रहमतुल्लाह अलेह की दरगाह परिसर में इज्तिमाई शादियां संपन्न कराई जा रही हैं। बताते चलें कि रविवार को ललितपुर शहर में हजरत सदन शाह बाबा रहमतुल्लाह अलेह की दरगाह परिसर में राष्ट्रीय मंसूरी समाज के बैनर तले 20 जोड़ो का निकाह इस्लामी शरीयत के मुताबिक संपन्न कराया गया।

इस अवसर पर शादी सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व राज्यसभा सांसद डा.चंद्रपाल सिंह यादव एवं मंसूरी समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष यूनुस मंसूरी मौजूद रहे। इस अवसर पर सपा जिलाध्यक्ष, बसपा जिलाध्यक्ष और ललितपुर शहर के समाजसेवी ठेकेदार खुर्शीद पठान, अतिथि अलीम मंसूरी अशोक नगर के रूप में मौजूद रहे। इस अवसर पर ललितपुर मंसूरी समाज कमेटी के पदाधिकारियों तथा नौजवान मंसूरी कमेटी के पदाधिकारियों ने आगंतुक अतिथियों को माला और पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया।

इस मौके पर समाज के लोगों के अलावा जिगर लोगों ने भी सम्मेलन को सफल बनाने के लिऐ अपना बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया वही मंसूरी समाज के लोगों ने चार माह पहले इस सम्मेलन की नींव रखी थी जिसको सफल बनाने में सबसे बड़ा योगदान मंसूरी समाज की मड़ावरा टीम ने दिया वहीं पूरे खाने की व्यवस्था लंगरे आम का बैनर लगाकर की गई साथ ही सभी टीमें चार माह से इस सम्मेलन को सफल बनाने के लिये लगी हुई थी। निकाह के उपरांत कार्यक्रम में पधारे पर एवं वधू पक्ष के लोगों तथा आए हुए नागरिकों को खुले भंडारे में भोजन कराया गया।

शादियां संपन्न होने के उपरांत नव विवाहित सभी जोड़ों को कमेटी की ओर से घर गृहस्थी का सामान उपहार स्वरूप प्रदान किया गया। इस अवसर पर मंसूरी समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष यूनुस मंसूरी ने समाज के लोगों से अपील करते हुए कहा कि शादी विवाह के मौके पर फिजूल खर्ची करने से बचें। बचे हुए पैसे का इस्तेमाल बच्चों की दीनी और दुनियावी तालीम में खर्च करें। उन्होंने कहा कि समाज के युवाओं को राजनीति में अपनी सहभागिता दर्ज करना चाहिए ताकि अपने अधिकारों की रक्षा की जा सके और अपना हक लिया जा सके।

कार्यक्रम का सफल संचालन पत्रकार इमरान मंसूरी ने किया। इस मौके पर अहमद मंसूरी झांसी, इसाक मंसूरी दिल्ली, हाजी शमशाद कादरी हैदराबाद, पूर्व सैनिक जलालुद्दीन मंसूरी मध्य प्रदेश, खलील मंसूरी टीकमगढ़, शरीफ मंसूरी टीकमगढ़, शकील मंसूरी झांसी, खुर्शीद पठान, युसूफ मंसूरी मऊरानीपुर, नीलेश श्रीवास्तव पार्षद महरौनी, शरीफ मंसूरी पत्रकार महरौनी, आदिल मंसूरी सितारा फाउंडेशन, आसिफ पठान, मुशीर कुरैशी, शाहिद कुरैशी, हनी मंसूरी, इसरार मंसूरी मास्टर, इब्राहिम मंसूरी ठेकेदार, अकबर अली, अब्दुल बारी सदन पार्षद, अज्जू बाबा, शाहबाज सौदागर, इंजी.फहीम मंसूरी, अवनीश जैन, जलील मंसूरी धौर्रा, आदिल मंसूरी, नईम कुरैशी झांसी, अफजल मंसूरी, रिजवान मंसूरी लाइट, मड़ावरा से रफीक खान सदर जमा मस्जिद, मो.अजीज मंसूरी सहारा, जाकिर खान मास्टर साहब, नासिर खान मास्टर, मोहम्मद जुबेर खान उर्फ हीरो, अब्दुल वाहिद राईन, मुजाहिद राजा, महरौनी से एड.इमरान मंसूरी, मुनीर खान मंसूरी, शरीफ कारीगर, जावेद अख्तर, इकबाल मंसूरी, गोलू का मंसूरी, इकबाल मंसूरी पठा, वही बानपुर से सलमान मंसूरी, जावेद मंसूरी, इस्लाम खान बार, तालबेहट से एहसान मंसूरी एवं असलम मंसूरी, हमीद मंसूरी, अब्दुल साकिर, अलीम मंसूरी, संरक्षक मंडल में हाजी नाथू ठेकेदार, हाजी शाहिद मंसूरी अध्यापक, हाजी बाबू बदरुद्दीन कुरैशी, असलम कुरैशी, मो.खान एड., मुस्तफा पार्षद, हबीब खान पत्रकार, हिम्मत मंसूरी मऊरानीपुर, आजाद मंसूरी पाली, अशरफ खां ठेकेदार, यासीन का मास्टर, अनीश खान मंसूरी, मजीद खान मास्टर, बशीर मड़ावरा, हफीज खान महरौनी, जब्बार मंसूरी गुढ़ा, हनीफ मड़ावरा, मुजीब खान मास्टर, समद उर्फ विक्की, अब्दुल हमीद खान मास्टर मड़ावरा, रहमान खान भीकमपुर, सलीम खान, लियाकत शाह, ईद मुबारक सातवासा, हाजी कलीम मास्टर महरौनी, इकबाल मंसूरी बाबा, नवाब खान, लालू मंसूरी जमील ठेकेदार, सलीम मंसूरी ठेकेदार, मोहम्मद राजा, हुसैन खान मंसूरी, हबीब बाबूजी, अब्दुल रशीद, सिकंदर मंसूरी, इमरान बड़ापुरा, फरीद अली, अशफाक मंसूरी, हैदर अली, मकसूद अली, वसीम खान, विक्की मंसूरी, निक्की मंसूरी, अरबाज मंसूरी, इरफान मंसूरी, बंटी मंसूरी, शादाब कुरैशी, शाहरुख मंसूरी, इकराम मंसूरी, टीपू मंसूरी, आरिफ कुरैशी, अजीम मंसूरी, सोहेल मंसूरी, आमिर मंसूरी, अतीक शेख के अलावा अनेकों लोग मौजूद रहे।

प्रोजेक्ट नई किरण ने दो परिवार का कराया पुनर्मिलन

ललितपुर। पुलिस लाइन्स सभागार में पुलिस अधीक्षक मो.मुश्ताक के निर्देशन मे क्षेत्राधिकारी लाइन इमरान अहमद की अध्यक्षता में प्रोजेक्ट नई किरण का आयोजन किया गया।। प्रोजेक्ट के दौरान नई किरण के सभी सदस्यों द्वारा समझाने के बाद दो परिवार में आपसी सुलह के आधार पर समझौता कराया गया। दोनों परिवार खुशी-खुशी, साथ-साथ रहने को तैयार हो गये एवं आपस में मिठाई खिलाकर रिश्तों की मिठास का दिया संदेश व 05 मामलों में अग्रिम तिथि दी गई।

नई किरण प्रोजेक्ट से जनपद में बिखरे हुए परिवारों को जोडकर उनके दाम्पत्य जीवन में एक नई रोशनी आयेगी। प्रोजेक्ट नई किरण के अन्तर्गत बिखरे परिवार को एक सूत्र में बांधने का प्रयास है। इस दौरान नई किरण प्रोजेक्ट सदस्य अजय बरया, एड.अरमान कुरैशी, डा.दीपक चौबे, डा.एस.पी.पाठक, डा.जनक किशोरी शर्मा, प्रभारी निरीक्षक महिला थाना विनीता सारथी, म.आ.रीना, अंजू आदि का विशेष सहयोग रहा।

शरद पूर्णिमा महर्षि बाल्मीकि जयंती पर भजन संध्या कार्यक्रम संपन्न

ललितपुर। संस्कार भारती के तत्वावधान में महर्षि बाल्मीकि जयंती एवं भजन संध्या का आयोजन संपन्न हुआ। कार्यक्रम के आरंभ में संस्कार भारती के संरक्षक पं.प्रभुदयाल संज्ञा द्वारा महर्षि बाल्मीकि के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन किया गया। इसके उपरांत कुमारी शिवानी झा द्वारा मां सरस्वती की वंदना प्रस्तुत की गई।

अध्यापिका प्रीति परोचे एवं लोक गायिका अभिलाषा वर्मा, केशव सुलेरे, मनमोहन संज्ञा, लक्ष्मीनारायण शर्मा, प्रभुदयाल संज्ञा, राजा ओंकार सिंह, बृजेश तिवारी द्वारा महर्षि बाल्मीकि के जीवन चरित्र पर प्रकाश डालते हुए बहुत ही सुंदर भक्ति गीत प्रस्तुत किए गए। तबले पर बेहतरीन संगत हर्ष जैन एवं मास्टर शिवा झा द्वारा की गई। कार्यक्रम का संचालन संस्कार के अध्यक्ष बृजमोहन संज्ञा द्वारा किया गया।

कार्यक्रम के अंत में उपस्थित सभी महानुभाओं एवं कलाकारों का आभार, संस्कार भारती के संरक्षक प्रभुदयाल संज्ञा द्वारा ज्ञापित किया गया। इस अवसर पर एड.राजकुमार वर्मा, चंद्रप्रकाश, आनंदश्री गोलू, सोम, विजय, आयुष शर्मा के साथ-साथ भारी संख्या में श्रोता उपस्थित रहे।

जिले में नकली मावा, पनीर और मिठाईयों का बोलवाला

ललितपुर। बुन्देलखण्ड विकास सेना के तत्वाधान में सेना प्रमुख हरीश कपूर टीटू के नेतृत्व में स्थानीय कंपनी बाग में खाद्य सुरक्षा विभाग की ढुलमुल नीतियों, लापरवाही और खाद्य सुरक्षा विभाग में फैले भ्रष्टाचार को लेकर अपने कार्यकर्ताओं के साथ धरना प्रदर्शन किया गया। इस मौके पर जिला खाद्य सुरक्षा प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। सेना प्रमुख ने कहा कि दीवाली तथा अन्य महत्वपूर्ण त्योहारों के मद्देनजर बाजार में खाद्य सामग्री जैसे मावा, पनीर, मिठाईयां, मसाले किराना सामग्री की खपत अचानक बढ़ जाने के कारण नकली खाद्य सामग्री का जोर बढ़ गया है जिस कारण लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ की जा रही है तथा खाद्य सुरक्षा विभाग कुम्भकर्णी नींद में सोया हुआ है।

उन्होंने कहा कि विभाग की जिम्मेदारी होती है कि समय समय पर सैम्पलिंग करके ईमानदारी से जांच करके दोषियों के खिलाफ उचित कार्यवाही की जाये परंतु खाद्य सुरक्षा विभाग केवल रस्मअदायगी करके अपना पल्ला झाड़ लेती है। तमाम महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों से इनका महीना बंधा हुआ है। इस कारण वे उन पर कार्यवाहियों से बचते हैं। उन्होंने कहा यह भी कहा कि ललितपुर शहर में केमिकल और कार्बाइडयुक्त फलों का बहुत जोर है। उपवास तथा वृत के मौसम में लोग इस तरह के केमिकलयुक्त फलों को मजबूरी में खाकर बीमारियों को आमंत्रण दे रहे हैं।

इस पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाया जाना परम आवश्यक है । उन्होंने जिलाधिकारी से मांग की है कि वो खाद्य सुरक्षा विभाग की लापरवाहियों का संज्ञान लेकर उचित कार्यवाही अमल में लायें अन्यथा की स्थिति में उग्र आन्दौलन छेडऩे के लिए बाध्य हो जायेगी। यह भी कहा कि खाद्य सुरक्षा विभाग में कई अधिकारी और बाबू सालों से एक ही पटल पर जमे हुए हैं जिस कारण उनको भ्रष्टाचार करने के लिए बढ़ावा मिल रहा है। उन्होंने इस सम्बन्ध में जिलाधिकारी से मांग की कि सालों से जमे अधिकारियों और बाबूओं को अन्य जगह स्थान्तरित करके भ्रष्टाचार से निजात दिलाने की दिशा में उचित कदम उठायें। धरना प्रदर्शन में राजकुमार कुशवाहा, कदीर खां, बी.डी.चन्देल, गफूर खां, रामप्रताप सिंह, अमरसिंह बुन्देला, मुन्ना त्यागी, राजकुमार ग्वाला, रामप्रकाश झा, मनोज, कालू, प्रदीप साहू, प्रेमशंकर गुप्ता, प्रमोद धानुक, खुशाल बरार, रोहित कुशवाहा, नंदू सोनी, विक्की सोनी, प्रदीप साहू, टिंकू सोनी, सोनू, कामता भट्ट आदि मौजूद रहे।

76वां वार्षिक निरंकारी सन्त समागम का भव्य शुभारम्भ

ललितपुर। हर एक इंसान चाहता है कि विश्व में शांति हो, सुकून हो, हर कोई सुकून की जिंदगी जी पाये। वास्तविक रूप में यह तभी सम्भव है जब हम अपने अंतर्मन में पहले सुकून ले आयें। उक्त उदगार निरंकारी सदगुरू माता सुदीक्षा महाराज ने 76वें वार्षिक निरंकारी संत समागम के शुभारम्भ में मानवता के नाम दिये सन्देश में व्यक्त किए। सुकून अंतर्मन का शीर्षक पर आधारित यह तीन दिवसीय सन्त समागम निरंकारी आध्यात्मिक स्थल, समालखा, हरियाणा में आयोजित किया गया है जिसमें देश के कोने-कोने से एवं दूर देशों से लाखों की संख्या में उपस्थित होकर इस पावन अवसर का भरपूर आनंद प्राप्त कर रहे हैं।

सदगुरु माताजी ने सुकून का जिक्र करते हुए फरमाया कि जब हम स्वयं बेचैन हैं, हमारे अंतर्मन में उथल-पुथल है तो हम कहीं पर भी चले जायें हमें सुकून प्राप्त नहीं हो सकता। यदि हमें सही मायनों में सुकून प्राप्त करना है तो हमें पहले मानवीय गुणों को अपनाना होगा। उसके उपरान्त ही हम समुचे संसार के लिए वरदान बन सकते हैं। हमारे मन में यदि स्वयं के लिए मानवता का भाव नहीं तो हमारे जीवन में चैन, अमन, सुकून नहीं आ सकता। अंत में सदगुरु माताजी ने कहा कि जीवन का सबसे बड़ा सुकून परमात्मा को जानकर इसके साथ जुडने में ही है। जब हम निरंकार प्रभू से जुड़ जाते हैं तब हर समय हर स्थान पर केवल इस परमात्मा के ही दर्शन होते हैं और प्रेमभाव से युक्त होकर मन में सुकून धारण कर इसकी लहरों को अपने परिवार, प्रियजनों से होते हुए पूरे देश एवं विश्व में विस्तृत करते चले जायें।

इसके पूर्व सत्गुरु माता सुदीक्षा जी महाराज एवं निरंकारी राजपिता जी के समागम स्थल पर आगमन होते ही सन्त निरंकारी मण्डल के प्रधान पूज्य सी.एल.गुलाटी जी एवं मंडल के कार्यकारिणी समिति के विभिन्न सदस्यों द्वारा फूलों के गुलदस्ते एवं फूलों की मालाओं द्वारा दिव्य युगल का हार्दिक स्वागत किया गया। उसके उपरान्त दिव्य युगल को एक फूलों से सजाई गई पालकी में विराजमान कर समागम के मुख्य प्रवेश द्वार से मुख्य मंच तक ले जाया गया। निरंकारी इन्स्टिट्यूट आफ म्युजिकल आर्टस के 11 शहरों से आये हुए बच्चों द्वारा गाये जा रहे अभिनंदन गीत के साथ यह पालकी चल रही थी जिसकी अगुवाई संत निरंकारी सेवादल बैण्ड, संत निरंकारी मण्डल की कार्यकारिणी समिति और केंद्रीय नियोजन एवं सलाहकार समिति के सदस्यों द्वारा की गई। दिव्य युगल को अपने समक्ष पाकर समागम स्थल पर उपस्थित श्रद्धालु भक्त भावविभोर हो उठे। आनंद से सराबोर सभी श्रद्धालु भक्त अपने भीगे नयनों से और हाथ जोड़कर धन निरंकार के जयघोष के साथ उनका अभिवादन कर रहे थे। भक्तों के अभिवादन को स्वीकार करते हुए दिव्य युगल ने भी अपनी मधुर मुस्कान द्वारा सभी भक्तों को पावन आशीर्वाद प्रदान किया।

निरंकारी प्रदर्शनी का हुआ आयोजन

हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी समागम स्थल पर विशाल रूप में निरंकारी प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है जिसका मुख्य विषय है सुकून - अंतर्मन का जो समागम का मुख्य विषय है। इस विषय पर आधारित प्रदर्शनी नजर-ए-सुकून, दिदार-ए-सुकून, रहमतें-ए-सुकून, बहार-ए-सुकून, एतबार-ए-सुकून, उम्मीद-ए-सुकून आणि सुकून-ए-सद्गुरु इत्यादि आठ दालन बनाये गए हैं। इस वर्ष प्रदर्शनी को 6 भागों में बांटा गया है जिसमें मुख्य प्रदर्शनी के अतिरिक्त स्टुडियो डिवाईन, बाल प्रदर्शनी, स्वास्थ्य एवं समाज कल्याण विभाग प्रदर्शनी, थिएटर एवं डिजाईन स्टुडियो इत्यादि का समावेश है। विगत 25 अक्तूबर को इस प्रदर्शनी का उद्घाटन सत्गुरु माता सुदीक्षा जी महाराज के करकमलों द्वारा किया गया। उसके उपरान्त से ही इसे देखने के लिए प्रतिदिन हजारों श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है।

प्रक्षेत्र दिवस का हुआ समापन

ललितपुर- रानी लक्ष्मी बाई कृषि विश्वविद्यालय झांसी द्वारा आयोजित पांच दिवसीय प्रक्षेत्र दिवस का समापन मड़ावरा विकासखंड के हसरी ग्राम में समापन किया गया।

आयोजित कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक डा.अनिल राय ने बताया की मक्का की खेती खरीफ ब रबी दोनों सीजन में की जा सकती है। असल में मक्के की मांग बहुत ज्यादा है। मक्के का आटा, पॉपकॉर्न कॉर्नफ्लेक्स, बेबी कॉर्न जैसी चीज आज हर दूसरे घर में इस्तेमाल हो रही है। वहीं दूसरी तरफ कूट-कूट पालन ब एथेनॉल उत्पादन में मक्के का इस्तेमाल होने से पूरी दुनिया में मक्का की मांग बढ़ रही है।

वैज्ञानिक डा.एस.के.सिंह ने बताया कि मक्का का उत्पादन 30 से 40 कुंतल प्रति एकड़ आसानी से मिल जाता है, जहां गेहूं में प्रति एकड़ 18 से 20 हजार की बचत होती है, वही मक्का की खेती में किस को प्रति एकड़ 40 हजार तक बचत हो जाती है। इसलिए वैज्ञानिकों द्वारा रवि के सीजन में भी मक्का की खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।

आदिकवि महर्षि वाल्मीकि जयंती विशेष

ललितपुर- आदि कवि वाल्मीकि जयंती पर आयोजित एक परिचर्चा को संबोधित करते हुए नेहरू महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य प्रो. भगवत नारायण शर्मा ने कहा कि बुन्देलखण्ड में आने पर श्रीराम को चित्रकूट पर्वत की छटा और घटा देखकर और यहां के छलरहित वनवासियों के सच्चे प्यार को देखकर वे सीताजी से कहते हैं राज्य भ्रंशनंम भद्रे, न सुहृदिम विर्ना भव:, मनोमेवाधते दृष्टवा रमणीय मिमं गिरिम् यानि इस रमणीय चित्रकूट पर्वत को देखकर राज्य के छूटने का भी मुझे (कैसा उच्चादर्श) दुख नहीं होता और सुहदों के पास दूर रहना कष्टप्रद लगता है।

वैदिक काव्य की देवोपासना के होते हुए भी महर्षि वाल्मीकि ने पहले पहल मानव- चरित्र को अपने काव्य में प्रधानता दी है। इसीलिए उनके मानवप्रधान महाकाव्य में, मनुष्य की शक्ति के साथ- साथ उसकी असमर्थता और वेदना की फूल-शूलमयी परिस्थितियों को कलात्मकता के साथ चित्रित किया गया है। वाल्मीकि का नैतिक धरातल बहुत ऊंचा है। वह मानव चरित्र के पंडित होते हुए भी आदर्शवादी हैं। मृत्यु के लिए यहां इतना भय नहीं है, इस जीवन में ही मनुष्य की पीड़ा उनके काव्य का परम सत्य है। यहां कविता का जन्म इन्द्र या  वरुण की उपासना में नहीं माना गया है, वरन क्रौंच पक्षी के मारे जाने से उसकी संगिनी के आर्तनाद से ऋषि के हृदय में उत्पन्न होने वाले क्रोध और करुणा से माना गया है। शोक: श्लोक त्वमागत: कवि का शोक ही श्लोक बन गया। सर्वत्र कवि के चरित्र श्वेत या श्याम न होकर मानवीय हैं और इसी में सत्य तथा कला के सहज दर्शन हो जाते हैं। देश की आरण्यक त्यागमय संस्कृति वाल्मीकि के एक-एक शब्द में प्रस्फुटित है। राम के वनवास जाने का जब कौशल्याजी को मालूम हुआ तब उन्होंने पूछा कि पिता की आज्ञा तो मिल गई लेकिन मां की भी आज्ञा मिली है? तब राम ने सहज भाव से कहा, हां मिल गई। यानी केकई माँ की। तब माँ कहती हैं अच्छी बात है-सुखं गच्छ। सुख पूर्वक जाओ। परंतु लक्ष्मण की मां अपने बेटे को हिदायत देतीं हैं कि वन में राम को दशरथ और सीता को माता और जंगल को अयोध्या समझना। आदिकवि भारतीय आत्मा, गरिमा तथा प्रतिभा के महान प्रतिनिधि थे। उन्होंने संघर्षरत मनुष्य की आकांक्षाओं, आशाओं निराशाओं को सजीव वाणी दी। चारित्रयेण च कोयुक्त:? इस भारी प्रश्न का उत्तर ही राम का जीवन है। वाल्मीकि ने राम की व्याख्या करते हुए कहा है रामोविग्रहवान धमर्: अर्थात धर्म का मूर्तिमान रूप राम हैं। आदिकवि चरित्र और धर्म को समान मानते हुए कहते हैं राम सदा रहने वाले धर्म वृक्ष के बीज हैं और सभी मनुष्य उस वृक्ष के पत्ते और फल हैं। चरित्र के संतुलित एवं बहुमुखी विकास में उनका शरीर और मन दोनों सम्मिलित हैं। वाल्मीकि कहते हैं राम के कंधे चौंडे और उठे हुए हैं। हाथ घुटनों तक लंबे, गले की हड्डी मांस से दबी हुई, गर्दन शंख की तरह, सिर उत्तम ललाट चौड़ा और आंखें बड़ी बड़ी, रंग चमकीला, सब अंग बराबर बंटे हुए हैं। वाल्मीकि के प्रश्न के उत्तर में नारदजी ने गुणों की जो सूची बनाई है, उस पर राम ही खरे सिद्ध होते हैं। वाल्मीकिजी का कहना है राम नियतात्मा हैं, इंद्रियजित हैं। कर्म की शक्ति बड़ी-चढ़ी है। संग्राम में पीछे पैर नहीं रखते। नीति में चतुर, सुंदर भाषण करने वाले, स्वजनों का भार उठाने वाले, शस्त्र और शास्त्र में पारंगत, सदा हंसकर बोलते हैं। न्याय और अन्याय के संघर्ष में पीड़ित के पक्षधर रहते हैं, चारित्रिक सफलता से युक्त ऐसी महान विभूति युगांतर तक निर्बल के बल, राम के रूप में सदा अमर हैं। जब तक नदियों और पर्वतों का इस धरा पर अस्तित्व रहेगा, तब तक रामचरित की महिमा का गुणगान इस धरा पर होता रहेगा और तब तक महर्षि वाल्मीकि अमरत्व को प्राप्त रहेंगे।

तालबेहट थाने का निरीक्षण कर एसपी ने दिये निर्देश

ललितपुर- पुलिस अधीक्षक मो.मुश्ताक द्वारा थाना तालबेहट का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान सम्पूर्ण थाना परिसर का भ्रमण करते हुए कार्यालय, हवालात, कंप्यूटर कक्ष, महिला हेल्पडेस्क, ड्यूटी रजिस्टर, सीसीटीवी कैमरे, बैरक आदि का निरीक्षण किया गया। थाना कार्यालय/महिला हेल्प डेस्क के रजिस्टरों को बेहतर व अद्यावधिक रखते हुए व्यवस्थित रखरखाव हेतु निर्देश दिये गये।

मुकदमों से संबंधित मालो का विधिक निस्तारण एवं सही रख-रखाव, शस्त्रों की नियमित साफ सफाई रखने हेतु प्रभारी निरीक्षक थाना तालबेहट को निर्देशित किया गया। थाने में लम्बित विवेचनाओं का गुण दोष के आधार पर विधिक निस्तारण करने व थाना क्षेत्र के वांछित अभियुक्तों, वारंटियों की गिरफ्तारी, अवैध शराब, मादक पदार्थों, पशु तस्करी पर प्रभावी अंकुश लगाने तथा थाने पर आने वाले शिकायतों का शत-प्रतिशत निस्तारण करने सम्बन्धित को निर्देशित किया गया। प्रभारी निरीक्षक थाना तालबेहट को निर्देशित किया गया कि प्रतिदिन थाना क्षेत्र में भ्रमणशील रहकर अपराधों पर प्रभावी अंकुश लगाये, महिला सम्बन्धी अपराधों पर रोकथाम और यातायात नियमों का विशेष रूप से पालन कराना सुनिश्चित करें। जमीनी संबंधी प्रकरणों में राजस्व विभाग के सहयोग से गुणवत्तापूर्ण व समयबद्ध निस्तारण करने हेतु निर्देशित किया गया।

रिश्वत लेने वाले जिलेदार शहजाद अली पर भ्रष्टाचार का मामला दर्ज, महेश कुमार पर भी सुसंगत धाराएं भ्रष्टाचार निवारण संगठन के ट्रैप टीम प्रभारी न

ललितपुर- सिंचाई खण्ड तृतीय में तैनात जिलेदार शहजाद अली पुत्र स्व.रहमत अली को उनके ही कार्यालय से शुक्रवार को भ्रष्टाचार निवारण संगठन (एण्टी करप्शन ऑर्गेनाईजेशन) के ट्रैप टीम प्रभारी चन्द्रभान सिंह ने रिश्वत लेते हुये रंगे हाथों गिरफ्तार किया था।

ट्रैप प्रभारी की तहरीर पर कोतवाली पुलिस ने जिलेदार शहजाद अली व उनके साथी महेश कुमार के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी है।

तहसील पाली अंतर्गत थाना नाराहट के ग्राम इमलिया कलां निवासी राजेन्द्र सिंह पुत्र रघुवीर सिंह ने लिखित रूप से शिकायत करते हुये एसीओ झांसी इकाई को जिलेदार द्वारा पट्टा नवीनीकरण के नाम पर बीस हजार रुपये की मांग किये जाने की शिकायत दर्ज करायी थी। प्रकरण को लेकर एसीओ एसपी लखनऊ को सूचना भेजी गयी। जहां से कानपुर इकाई में ट्रैप टीम प्रभारी निरीक्षक चन्द्रभान सिंह को पत्र के जरिए टीम का गठन किया गया।

टीम में निरीक्षक अनिल कुमार सिंह, मु.आ.सूर्येंद्र प्रताप सिंह, मु.आ.इरशाद खां, मु.आ. राहुल कुशवाहा, मु.आ.ओमकार सिंह, आ.शिवम गुप्ता, आ.जितेन्द्र सिंह, आ.अजय सिंह, आ.अमित कुमार, मु.आ.चालक लक्ष्मण सिंह के अलावा झांसी से आरक्षी चालक विवेक कुमार के साथ टीम ने औपचारिकताओं को पूर्ण करते हुये 27 अक्टूबर को झांसी पहुंची। टीम ने झांसी से ललितपुर पहुंच कर जाखलौन रोड स्थित एक लॉज में रूकी, जहां से उन्होंने कुछ लोगों को साथ ले लिया। इसके अलावा 500 रुपयों के 20 नोटों की क्रमांक नोटिस की गयी और यह दस हजार रुपये शिकायतकर्ता को दिये गये। इन नोटों में फिनोफ्थलीन पाउडर लगाकर सफेद कागज में रखकर दिये गये थे।

शिकायतकर्ता द्वारा जिलेदार से मिले समय व स्थान पर पहुंच कर नोटों को मांगने पर देने की बात कही गयी। पूर्व नियोजित योजना के तहत श्किायतकर्ता को जिलेदार ने सिंचाई खण्ड तृतीय के गेट पर बुलाया गया था। सुबह करीब 11.20 बजे राजेन्द्र ने पहुंच कर जिलेदार शहजाद अली से उसके पुत्र ऊदल सिंह के नाम हुये पट्टे का नवीनीकरण कराने की बात कही। जिस पर शहजाद अली द्वारा रुपये महेश कुमार को देकर जाने की बात कहते हुये नवीनीकरण होने की बात कही। शिकायतकर्ता राजेन्द्र सिंह ने उक्त दस हजार रुपये के नोट महेश कुमार को दे दिये। जैसे ही नोट महेश कुमार को दिये गये, वैसे ही टीम सदस्यों ने उसे घेर लिया और जिलेदार शहजाद अली व महेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार करने के बाद दोनों को कोतवाली लाया गया, जहां कागजी कार्यवाही पूरी की गयी। ट्रैप टीम प्रभारी चन्द्रभान सिंह की शिकायत पर कोतवाली पुलिस ने जिलेदार शहजाद अली पुत्र स्व.रहमत अली के साथ ग्राम प्रतापपुरा निवासी महेश कुमार पुत्र स्व.रामरतन के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 7, 13 (1) (बी), 13 (2) व 12 के तहत मामला दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी गयी है।

राष्ट्रप्रथम के संस्कार का सृजन करें शिक्षक : डा.बाबूलाल तिवारी

ललितपुर। शिक्षक विधायक डा.बाबूलाल तिवारी ने कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय मिर्चवारा का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने विद्यालय की बालिकाओं से बात की उनको मिल रही सुविधाओ के बारे में जानकारी प्राप्त की। बुंदेलखंड की वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई के चरित्र से प्रेरणा लेकर राष्ट्रप्रथम की सोच कि केंद्र आधारित शिक्षा प्राप्त कर अपने जीवन को उज्जवल बनाने की शुभकामनाएं दी। उन्होंने इस अवसर पर विद्यालय की वार्डन अंजली यादव एवं अन्य स्टाफ से भी उपलब्ध सुविधाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की शिक्षक विधायक ने संबंधित अधिकारियों को आवासीय विद्यालय में पाई गई निम्न कर्मियों को तत्काल दूर करने के निर्देश दिए।

निरीक्षण के दौरान आवासीय विद्यालय में जनरेटर का उपयोग नहीं किया जा रहा है। कक्षा कक्षों में इनवर्टर से सप्लाई नहीं है। विद्यालय में फर्नीचर की उपलब्धता पर्याप्त नहीं है। बच्चियों को दैनिक उपयोग की वस्तुएं यथा गद्दे, चादर, टूथपेस्ट, साबुन, तेल आदि की गुणवत्ता ठीक नही थी। बच्चियों को वितरित किए जाने वाला पौष्टिक आहार भी गुणवत्तापूर्ण नहीं है। उन्होंने सर्दी से पूर्व कक्षा कक्षों की खिड़कियों की मरम्मत, दरवाजो के उचित रखरखाव एवं गुणवत्ता पूर्ण दैनिक उपयोग की सामग्रियों की उपलब्धता सुनिश्चित करने व स्टाफ को दिवाली से पूर्व वेतन उपलब्ध कराने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए साथ ही बच्चों को अभी तक पुस्तके भी उपलब्ध नहीं कराई गई।

इस पर कड़ी नाराजगी जताते हुए जल्द से जल्द व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के निर्देश जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को दिए शिक्षक विधायक ने इस संबंध में अपनी निरीक्षण आख्या जिला अधिकारी एवं राज्य परियोजना निदेशक को भेज दी है। इस अवसर पर शिक्षक विधायक के साथ जिला अध्यक्ष शिक्षक प्रकोष्ठ ओम शंकर श्रीवास्तव, राजकीय शिक्षक संघ महामंत्री केदारनाथ तिवारी, जिलाध्यक्ष शिक्षक प्रकोष्ठ झांसी प्रद्युम्न दुबे, प्रवक्ता जितेंद्र वैद्य, दिनेश गोस्वामी एड., जिला मीडिया प्रभारी देवेंद्र गुरु, भरत लिटौरिया, धु्रव राजा प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।