*नगर विकास मंत्री ने महर्षि वाल्मीकि जयंती पर सफाई मित्रों का किया सम्मान*
लखनऊ- प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार सफाई कर्मियों के सशक्तीकरण और कल्याण के लिए कार्य कर रही। उनके सुख-सुविधाओं, सुरक्षा का ख्याल रख रही तथा समस्याओं का समाधान किया जा रहा है। सफाई कर्मियों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए शीघ्र ही सभी नगरीय निकायों में सेल गठित किया जायेगा और योजनाओं की पात्रता के अनुरूप उन्हें इनका लाभ दिलाने में मदद की जायेगी।
उन्होंने कहा कि सफाई कार्मिकों को अब गन्दगी फैलाने वाले लोगों को रोकने-टोकने का अधिकार दिया जायेगा और ये यह भी देखेंगे कि ठेला-खोंमचा वाले, सब्जी विक्रेता, गुमटी, दुकानों व रेस्टोंरेन्ट के पास डस्टविन है कि नहीं। साथ ही नगरीय व्यवस्थापन, कूड़ा-कचरे के निपटान और सफाई के स्थायी समाधान के लिए इनके सुझाव भी लिए जायेंगे।
उन्होंने कहा कि नगरों की साफ-सफाई का कार्य बहुत चुनौतीपूर्ण है, फिर भी इसे पूरी तत्परता और निरन्तरता के साथ किया जा रहा। इसके लिए अब लोगों को भी जागरूक होना होगा, सफाई के महत्व को समझना होगा, बिना साफ-सफाई और स्वच्छता के जीवन का पूर्ण आनन्द नहीं लिया जा सकता।
नगर विकास मंत्री एके शर्मा ने शनिवार को नगरीय निकाय निदेशालय में आयोजित महर्षि वाल्मीकि जयंती और सफाई मित्रों के सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की और कार्यक्रम को सम्बोधित किया। उन्होंने महर्षि वाल्मीकि के चित्र पर माल्यार्पण कर पुष्प अर्पित किया और दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरूआत की।
उन्होंने महर्षि वाल्मीकि जयंती और शरद पूर्णिमा के शुभ अवसर पर प्रदेश वासियों को खासतौर से सफाई मित्रों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि ब्रह्म ऋषि महर्षि वाल्मीकि का सनातन संस्कृति, विरासत को संजोने में सबसे बड़ा योगदान रहा। सनातन संस्कृति में महर्षि वाल्मीकि को ब्रह्म के समान माना गया। केन्द्र व प्रदेश की वर्तमान सरकार में किसी को भी छोटा-बड़ा नहीं माना जाता, सबके साथ समान व्यवहार किया जाता है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने कुम्भ में सफाई कार्य को सबसे महत्वपूर्ण मानते हुए वाल्मीकि समाज के लोगों के पैर धुले थे और यह विश्वास दिलाया था कि ‘‘क्लीनलीनेस इज़ नेक्स्ट टू गॉडलीनेस’’।
श्री शर्मा ने कहा कि साफ-सफाई, स्वच्छता समाज एवं राष्ट्र निर्माण का महत्वपूर्ण कार्य है। नगर किसी भी देश व राज्य का चेहरा होता है, जिसको देखकर ही बाहरी व्यक्ति उसके बारे में धारणा बनाता है। किसी भी नगर की साफ-साफाई, व्यवस्थित जीवन दुनिया को अपनी ओर आकर्षित करता है। उन्होंने कहा कि लोगों को जागरूक कर समाज में बदलाव लाना है, जिससे कि स्वच्छता को स्थायी रूप से बनाये रखा जा सके। प्रदेश में पहली बार प्रातः 05 बजे से सफाई की शुरूआत हो जाती है। सफाई मित्रों की लगन और मेहनत का ही परिणाम रहा कि जी-20 की बैठकों में आगरा, लखनऊ और बनारस की सुन्दरता का विदेशी राष्ट्राध्यक्षों और शासकों के प्रतिनिधियों ने प्रसंशा की।
नगर विकास मंत्री ने कहा कि सफाई एवं स्वच्छता के लिए मानवीय प्रयास और पुरूषार्थ के साथ मशीनों का भी प्रयोग किया जाए, इसके लिए सभी निकाय आवश्यक मशीनों का प्रबंध जरूर करें। सभी अनुपयोगी मशीनों की रिपेयरिंग कर उपयोग में लाया जाए, जिससे कि सफाई व्यवस्था को और आगे तक ले जाया जा सके। सुरक्षा की दृष्टि से सीवर सफाई का कार्य अब मशीनों के द्वारा ही कराया जायेगा।
इस अवसर पर मंत्री ने 100 सफाई मित्रों को सुरक्षा किट, वर्दी, शाल एवं पुष्प देकर सम्मानित किया। उन्होंने बताया कि सभी निकायों में आज सफाई मित्रों को सम्मानित किया गया। साथ ही सफाई आयोग के अध्यक्ष श्री राहुल कुमार वाल्मीकि और सफाई मित्र संगठनों के प्रतिनिधियों को भी पुष्प एवं शाल देकर सम्मानित किया।
निदेशालय परिसर में ही 02 अक्टूबर को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की सैण्ड मूर्ति बनाने पर वाराणसी के फाइन आर्ट कलाकर रूपेश सिंह को भी शाल और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया और उसके सैण्ड आर्ट कला की प्रसंशा भी की। उन्होंने आईएएस सुहास एलवाई के पैरा एशियाई खेल में स्वर्ण पदक जीतने पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी और कहा कि उन्होंने अपनी खेल प्रतिभा के बल पर कई अन्तर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक जीते हैं, इसके लिए उन्होंने ताली बजवाकर उनके खेल प्रतिभा की प्रसंशा की। इस अवसर पर निदेशक नगरीय निकाय नितिन बंशल, विशेष सचिव नगर विकास डीपी सिंह, अपर निदेशक ऋतु सुहास, डॉ असलम अंसारी, उपनिदेशक डॉ सुनील कुमार यादव सहित बड़ी संख्या में सफाई कर्मी उपस्थित थे।
Oct 29 2023, 09:53