कांग्रेस को सता रहा डर, चुनाव के समय ही याद आती है कर्जमाफी : रविशंकर

रायपुर-  पूर्व केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद तीन दिन के छत्तीसगढ़ दौरे पर पहुंचे हैं. उन्होंने कहा, छत्तीसगढ़ में तीन चार दिन रहूंगा. अलग-अलग विधानसभा जाऊंगा. छत्तीसगढ़ को लेकर मेरा अनुभव है, यहां अच्छी हवा है. भाजपा निश्चित तौर पर जीत रही है.

सीएम भूपेश बघेल द्वारा कर्जमाफी सहित अन्य घोषणाओं पर रविशंकर ने कहा, 2018 के चुनाव में भी ऐसी ही कहा था. चुनाव आता है तो कर्जमाफ़ी याद आती है. इनको डर सता रहा है. हताशा का परिचय है. छत्तीसगढ़ की जनता को जितना मैं जानता हूं, वो ऐसे झूठ और जुमलेबाजों से बचते हैं.

भड़काऊ भाषण वाले आरोप पर सीएम हिमंता बिस्वा का पलटवार, बोले- मैंने जो मुद्दा उठाया वो सही था, नोटिस आने पर दूंगा जवाब

रायपुर-  छत्‍तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही सियासी दलों में आरोप-प्रत्‍यारोप का दौर तेज हो गया है। इसी कड़ी में कांग्रेस ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा पर छत्‍तीसगढ़ प्रवास के दौरान भड़काऊ भाषण देने का आरोप लगाया है और चुनाव आयोग से आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत की है।

इन आरोपों पर असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने प्रतिक्रिया दी है। उन्‍होंने कहा, "मेरे ऊपर कांग्रेस आरोप लगाती रहती है। मैंने जो मुद्दा उठाया वो सही था। अगर चुनाव आयोग से मुझे नोटिस आता है तो मैं इसका उत्तर भी दूंगा।

बतादें कि कांग्रेस ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा के विवादित भाषणों को लेकर चुनाव आयोग से शिकायत की और ज्ञापन दिए। कांग्रेस ने कहा कि भाजपा नेताओं द्वारा छत्तीसगढ़ में चुनावी सभा के दौरान समाज के कुछ वर्गों को एक दूसरे के खिलाफ भड़काने की नीयत से बयान दिए गए, जो कि चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन है।

कांग्रेस संचार विभाग के प्रभारी महासचिव जयराम रमेश, सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील और पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद, तेलंगाना कांग्रेस प्रभारी माणिकराव ठाकरे, तेलंगाना कांग्रेस अध्यक्ष रेवंत रेड्डी, मुख्य चुनाव समिति के सदस्य उत्तम कुमार रेड्डी और तेलंगाना में कांग्रेस विधायक दल के नेता मल्लू भट्टी विक्रमार्क आदि नेताओं के कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग से कुल आठ मुद्दों को लेकर शिकायत करते हुए कार्रवाई की मांग की।

चुनाव आयोग से मुलाकात के उपरांत जयराम रमेश ने कहा कि कांग्रेस का पहला ज्ञापन गृहमंत्री अमित शाह के छत्तीसगढ़ और दूसरा ज्ञापन असम के मुख्यमंत्री के छत्तीसगढ़ में दिए गए बयान को लेकर है, जिसमें उन्होंने भड़काऊ और विभाजनकारी बयानबाजी की थी।

नामांकन प्रक्रिया में आई तेजी, भाजपा के बृजमोहन व कांग्रेस के पंकज सहित 19 प्रत्याशियों ने भरे फार्म

रायपुर-   विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में 70 विधानसभा सीटों के लिए शनिवार को अधिसूचना जारी होने के साथ ही नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गई है। रायपुर जिले की सात विधानसभा सीटों के लिए बुधवार को 36 दावेदारों ने नामांकन फार्म लिए। नामांकन प्रक्रिया के पहले दिन 34 दावेदारों ने नामांकन फार्म लिए थे। वहीं भाजपा के बृजमोहन अग्रवाल, राजेश मूणत, कांग्रेस के पंकज शर्मा और धनेंद्र साहू समेत 19 प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र जमा किए। रायपुर ग्रामीण विधानसभा के लिए छह, रायपुर पश्चिम के लिए चार, रायपुर दक्षिण के लिए दो, आरंग के लिए तीन, अभनपुर विधानसभा के लिए चार निर्देशन पत्र जमा हुए। धरसींवा और उत्तर विधानसभा के लिए अब तक एक भी नामांकन जमा नही हुआ है। सात विधानसभा सीटों के लिए अब तक कुल 23 नामांकन पत्र जमा किए गए हैं। गौरतलब है कि नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 30 अक्टूबर है। 31 अक्टूबर को नामांकन पत्रों की संवीक्षा की जाएगी। दो नवंबर तक प्रत्याशी नामांकन वापस ले सकते हैं।

इन्होंने भी जमा किए फार्म

नामांकन जमा करने वालों में रायपुर के ग्रामीण विधानसभा में आम आदमी पार्टी के सुनील नायडू, भारतीय सर्वजन हिताय समाज पार्टी के संदीप तिवारी, पश्चिम विधानसभा के भारतीय सर्वजन हिताय समाज पार्टी के विक्रम अडवानी, आम आदमी पार्टी के नंदन कुमार सिंह, दक्षिण विधानसभा में निर्दलीय फहमीदा परवीन, आरंग विधानसभा के शक्ति सेना (भारत देश) के शैलेद्र कुमार बंजारे, भाजपा के गुरु खुशवंत साहेब, शक्ति सेना (भारत देश) के बोधन लाल फरिकार शामिल हैं।

रायपुर उत्तर और दक्षिण के लिए सर्वाधिक फार्म

रायपुर उत्तर और दक्षिण के लिए सर्वाधिक फार्म खरीदे गए। दोनों सीटों के लिए नौ-नौ उम्मीदवारों ने फार्म खरीदे। ऐसे ही धरसींवा के लिए पांच, रायपुर ग्रामीण के लिए चार, रायपुर पश्चिम के लिए छह, आरंग विधानसभा के लिए एक और अभनपुर के लिए दो उम्मीदवारों ने फार्म खरीदे। नामांकन फार्म खरीदने वाले उम्मीदवारों में छह एससी वर्ग के हैं, इनमें दो बहुजन समाज पार्टी, एक आम आदमी पार्टी, एक जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी और एक निर्दलीय शामिल हैं।

महिलाओं ने भी दिखाया दम

विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए महिलाओं ने भी फार्म खरीदकर संकेत दे दिया है कि वह भी पीछे नही हैं। बीएसपी से तीन, राइट टू रिकाल पार्टी से दो, परिवर्तन पार्टी, आम आदमी पार्टी, बहुजन मुक्ति पार्टी, जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी और निर्दलीय से एक महिला ने चुनाव लड़ने के लिए फार्म खरीदा है। उत्तर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए सबसे ज्यादा तीन महिलाओं ने फार्म लिए हैं। नामांकन प्रक्रिया के पहले दिन चार महिलाओं ने फार्म खरीदा था।

महंत रामसुंदर दास ने भरा नामांकन, कांग्रेस ने रायपुर दक्षिण से बनाया हैं उम्मीदवार

रायपुर-   छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है। प्रदेश में दो चरणों में मतदान होने है जिसमें पहले चरण का मतदान 7 नवंबर और दूसरे चरण का मतदान 17 नवंबर को होंगे। वहीं, 3 दिसंबर को मतगणना होगी। चुनाव को लेकर सभी पार्टियों ने अपनी कमर कस ली है। इसी बीच दूसरे चरण के चुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया जारी है।

आज राजधानी रायपुर जिले के 7 कांग्रेस प्रत्याशियों में नामांकन भरा है। नामांकन के दौरान सीएम बघेल भी प्रत्याशियों के साथ मौजूद रहे। 7 कांग्रेस प्रत्याशियों में शिव डहरिया, विकास उपाध्याय, कुलदीप जुनेजा, पंकज शर्मा, धनेंद्र साहू, महंत रामसुंदर दास और धरसींवा से छाया वर्मा ने नामांकन भरा है।

भाजपा ने नहीं दिया टिकट तो राजेन्द्र राय ने छोड़ी पार्टी, फिर लौटे JCCJ, गुंडरदेही से लड़ेंगे चुनाव

बालोद-  छत्‍तीसगढ़ के बालोद जिले में भाजपा को एक बड़ा झटका लगा है। गुंडरदेही के पूर्व विधायक एवं भाजपा नेता राजेन्द्र राय ने भाजपा का दामन छोड़ फिर से जनता जोगी कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। जोगी कांग्रेस ने उन्हें गुंडरदेही विधानसभा से प्रत्याशी घोषित किया हैं। जनता कांग्रेस ने बुधवार को अपनी दूसरी लिस्ट में 11 प्रत्याशियो की घोषणा की है, जिसमें गुंडरदेही विधानसभा से राजेन्द्र राय को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। राजेन्द्र राय के इस निर्णय से बालोद जिले में खासकर गुंडरदेही विधानसभा में एक बड़ा झटका लगा है।

बता दें कि गुंडरदेही से भाजपा ने पूर्व विधायक वीरेंद्र साहू को अधिकृत प्रत्याशी बनाया है, जिसके बाद से लगातार प्रत्याशी को बदलने की मांग उठने लगी, राजेन्द्र राय सहित पूर्व विधायक बालमुकुंद देवांगन, जिला पंचायत सदस्य संध्या भारद्वाज, पुष्पेंद्र चन्द्राकर, नीतीश ग्वालेन्द्र समेत भाजपा के कई नेताओं ने प्रदेश आलाकमान को प्रत्याशी को बदलने आवेंदन सौंपे है। वही उक्त तीनो जिला पंचायत सदस्यों एवं पूर्व विधायक बालमुकुंद देवांगन ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का मन बनाते हुए नामांकन फार्म लिया है।

2011 में डीएसपी पद से इस्तीफा दे राजनीति में एंट्री

1982 में सूबेदार ट्रेफिक कोरबा, बिलासपुर, रायपुर सहित अन्य जिलों में डीएसपी ट्रैफिक, आरटीओ सहित अन्य पदों में रहें पूर्व विधायक राय ने 2011 में डीएसपी पद से इस्तीफा देकर राजनीतिक सफर शुरू की थी। तब कांग्रेस नेताओं में प्रमुख अजीत जोगी तत्कालीन अध्यक्ष सोनिया गांधी के निकटतम खास माने जाते थे। वर्किंग कमेटी के मेंबर थे, तब कांग्रेस ज्वाइन कराया। जिसके दो साल बाद 2013 में कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में गुंडरदेही से राय को टिकट दिया। तब राजेन्द्र राय भाजपा के बिरेंद्र साहू को लगभग 21 हजार वोटों से हराकर विधायक बने थे।

फिर 2016 में छत्तीसगढ़ के प्रथम सीएम अजीत जोगी ने नई पार्टी का गठन किया था। राजेन्द्र राय अजीत जोगी संग नई पार्टी जनता जोगी कांग्रेस में शामिल हुए। दोबारा 2018 में छजकां की टिकट से चुनाव लड़े, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा।

फिर अजीत जोगी के निधन के बाद राय ने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह और पूर्व प्रदेशाध्यक्ष विष्णुदेव साय के सामने भाजपा प्रवेश किया। और लगातार भाजपा में 3 वर्षो से सक्रिय रहे। 2023 के विधानसभा चुनाव में उन्हें टिकट नही मिलने पर भाजपा छोड़ पुनः जनता जोगी कांग्रेस का दामन थाम लिया और उन्हें जनता जोगी कांग्रेस ने गुंडरदेही विधानसभा से अपना अधिकृत प्रत्याशी घोषित किया हैं।

बालोद जिले में जनता कांग्रेस का अस्तित्व खत्म

2016 में छत्तीसगढ़ में प्रथम सीएम अजीत जोगी ने नई पार्टी का गठन किया था। तब कुछ माह बाद जिले में इस पार्टी को अस्तित्व में राजेंद्र राय सहित अर्जुन हिरवानी, डोमेंद्र भेड़िया ने लाया। इन्हें त्रिमूर्ति माना जाने लगा था। इनमें दो दिग्गज राजेन्द्र राय ने गुंडरदेही से और अर्जुन हिरवानी ने संजारी बालोद विधानसभा से 2018 में चुनाव भी लड़ा। लेकिन हार का सामना करना पड़ा। 2018 में विधानसभा चुनाव के पहले बिखराव की स्थिति तब बनी। जब डोमेंद्र भेड़िया ने कांग्रेस पार्टी में दोबारा प्रवेश किया। इसके अलावा कई कार्यकर्ताओं ने उनके साथ पार्टी में एंट्री ली। बिखराव अब तक जारी है। यूं कहे कि हमारे जिले में जनता कांग्रेस का अस्तित्व खत्म होता जा रहा है।

भूपेश बघेल बोले, कांग्रेस के चार वादों से भाजपा की बोलती बंद, रमन सिंह का जवाब- खोखले दावों से कुछ नहीं होता

रायपुर-  मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा और केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि कांग्रेस ने चार वादे किए। इससे भाजपा की बोलती बंद हो गई है। मुख्यमंत्री बेमेतरा विधानसभा क्षेत्र साजा, बेमेतरा ,नवागढ़ के कांग्रेस प्रत्याशियों के नामांकन दाखिल कार्यक्रम के लिए आयोजित सभा में शामिल हुए।

कर्ज माफी की घोषणा को लेकर मुख्यमंत्री ने मीडिया से चर्चा में कहा कि कोरोना काल के कारण किसानों के हित में कर्ज माफी का फैसला लिया गया है। इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह की भाजपा सरकार आने पर गरीबों को आवास देने की घोषणा पर मुख्यमंत्री ने प्रश्न उठाया है कि रमन सिंह किस आधार पर आवास देगे, क्योंकि भारत सरकार ने न तो कोई आर्थिक सर्वेक्षण कराया है और न ही जनगणना कराई है। गौरतलब है कि कांग्रेस ने कर्ज माफी, 20 क्विंटल धान खरीदी, जातिगत जनगणना और 17.50 लाख गरीबों को आवास देने का वादा किया है।

भाजपा मानसिक रूप से विपक्ष पर बैठने को तैयार: सीएम

मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि भाजपा को धन्यवाद देना चाहता हूं कि वह विपक्ष में बैठने की मानसिकता लेकर बैठने को तैयार हैं। उन्होंने चुटकी ली कि 13 विधायकों का आंकड़ा भी मेंटेन कर पाएंगे या नहीं या उससे भी नीचे जाएंगे। बालोद की चुनावी सभा मुख्यमंत्री ने कहा कि डा. रमन सिंह ने 15 साल तक छत्तीसगढ़ की जनता को झूठे दावों में भुलाए रखा और अदाणी को राज्य की खनिज संपदा और खदानों को सौंप दिया। आज भी चुनाव भाजपा नहीं बल्कि डा. रमन सिंह लड़ रहे है और रमन सिंह अदाणी के इशारों पर काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने भाजपा नेताओं पर तंज कसते हुए सवाल पूछा कि आम जनता को मिलने वाली सौगातों को भाजपाई रेवड़ी कहते है तो फिर अदाणी को जो दिया जा रहा है क्या वो रबड़ी है?

खोखले दावों-वादों से कुछ नहीं होता: रमन

पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह ने मुख्यमंत्री के बयान पर पलटवार कर कहा कि कि ऐसे खोखले दावों-वादों से कुछ नहीं होता है, प्रदेश में चुनाव का बिगुल बज चुका है और जनता कांग्रेस से हिसाब करने के लिए तैयार है । पांच दिसंबर को तय हो जाएगा कि कांग्रेस के भ्रष्टाचार और भाजपा के सुशासन में किसकी जीत होती है। भूपेश पूछ रहे हैं हम किस आधार पर आवास देने की बात कर रहे हैं तो मैं उन्हें बता दूं कि ग़रीबों को उनका अधिकार दिलाने के लिए आंकड़ों की नहीं सच्ची नीयत की ज़रूरत होती है। बाक़ी जहां तक आवास का प्रश्न है तो मैं भूपेश को याद दिलाना चाहता हूं कि यह वही 16 लाख आवास हैं , जिसे आपकी सरकार ने गरीबों से छीन लिया था और भाजपा की सरकार बनते ही हम हर जरूरतमंद को पक्की छत देंगे।

कुमारी सैलजा के बयान पर लक्ष्मी वर्मा का पलटवार, कहा- कांग्रेस नेता जनता के बीच जाते हैं, तो क्यों काटे 22 विधायकों के टिकट…

रायपुर-   छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रभारी कुमारी सैलजा के ‘कांग्रेस नेता जनता के बीच जाते हैं’ वाले बयान पर पलटवार करते हुए भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष लक्ष्मी वर्मा ने कहा कि तो कांग्रेस के 22 विधायकों के टिकट कैसे काटे.

भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष लक्ष्मी वर्मा ने भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी अमित चिमनानी के साथ पत्रकारों से चर्चा में कहा कि 40 हजार नवजात शिशुओं की स्वास्थ्य सेवाओं के अभाव में मृत्यु, 26 हजार आत्महत्या, 7 हजार बलात्कार, 3 हजार से ज्यादा हत्याएं हुई, लेकिन किसी के घर कांग्रेसी नहीं गए.

उन्होंने कहा कि यूं तो कांग्रेस के तमाम नेता अपने-अपने सर्वे करा रहे थे, जिनका लब्बोलुआब यह था कि कांग्रेस के 50 विधायकों की टिकट काटी जानी थी, लेकिन चूँकि शेष विधायक कांग्रेस की भूपेश सरकार के भ्रष्टाचार में हर कदम पर साथ खड़े थे, इसलिए वे अपनी टिकट बचाने में कामयाब रहे.

लक्ष्मी वर्मा ने कहा कि कुमारी सैलजा इस सवाल का भी जवाब दें कि उत्तरप्रदेश में ‘लड़की हूँ, लड़ सकती हूँ’ का नारा उछालने वाली कांग्रेस की महासचिव प्रियंका वाड्रा को यह पता है कि छत्तीसगढ़ में जिन 22 विधायकों की टिकट काटी गई है, उनमें 6 महिलाएं हैं, और उनमें भी ऐसी 4 महिला विधायक हैं, जिन्होंने पिछले विधानसभा चुनाव में भारी अंतर के साथ जीत दर्ज की थी. इन महिलाओं की टिकट काटे जाने पर वे कुछ क्यों नहीं कहतीं?

कांग्रेस की महिला विधायक छन्नी साहू की टिकट क्या इसलिए काटी गई कि वह जनता के बीच में नहीं रहती थीं? झीरम घाटी के नरसंहार में शहीद कांग्रेस के ‘टाइगर’ कहे जाने वाले शहीद महेंद्र कर्मा की पत्नी देहूति कर्मा और शहीद योगेंद्र शर्मा की पत्नी अनिता शर्मा की टिकट काटकर कांग्रेस ने अपने नेताओं को श्रद्धांजलि दी है, या फिर वह भी जनता के बीच नहीं रहती थीं इसलिए कांग्रेस ने उनकी टिकट काट दी?

शहीदों के परिजनों को न्याय मिलता उल्टे, उन शहीदों की विधायक पत्नियों की टिकट ही काट दी. कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी बताएँ कि महिला विधायकों शकुंतला साहू, लक्ष्मी ध्रुव और ममता चंद्राकर के टिकट भी क्या इसीलिए काटे गए कि जनता के बीच उनकी मौजूदगी नहीं थी?

इसके साथ ही भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष लक्ष्मी वर्मा ने प्रदेश कांग्रेस प्रभारी कुमारी सैलजा से बिंदुवार सवाल किए, जिसमें छत्तीसगढ़ में सात हजार से अधिक मासूम बच्चियों से लेकर वृद्ध महिलाएँ बलात्कार व सामूहिक बलात्कार की शिकार हुई हैं. कितने कांग्रेस नेता उन पीड़िताओं से मिलने गए? छत्तीसगढ़ में 40 हजार नवजात शिशुओं की इलाज के अभाव में हुई मौत को लेकर कितने कांग्रेस नेताओं ने पीड़ित परिजनों से मिलकर संवेदना व्यक्त की?

सवाल किया कि प्रदेश में कांग्रेस के कुशासन के चलते 26 हजार लोगों को आत्महत्या के लिए विवश होना पड़ा. क्या कांग्रेस के एक भी नेता या पदाधिकारी-कार्यकर्ता ने पीड़ित परिवार से मिलने की जरूरत महसूस की? कांग्रेस के शासनकाल में 3 हजार से अधिक हत्या की वारदातों को अंजाम दिया गया. कांग्रेस प्रभारी सैलजा बताएं कि कांग्रेस के कितने विधायकों ने मृतकों के परिजनों से मिलकर अपना आक्रोश जताया?

इसके अलावा सवाल किया कि अनुकम्पा नियुक्ति की मांग को लेकर जब प्रदेश की महिलाओं ने मुण्डन कराया तब कांग्रेस के लोग किस बिल में छिपे बैठे थे? बिरनपुर में लव जृहाद का विरोध करने पर भुनेश्वर साहू की हत्या, हिंदुस्तान जिंदाबाद कहने पर भिलाई में युवक मलकीत सिंह की हत्या के समय कांग्रेस के कितने लोंगों ने मृतकों के परिजनों से मिलने की जरूरत महसूस की? प्रेस ब्रीफ में प्रदेश मीडिया प्रभारी अमित चिमनानी मौजूद रहे.

राजधानी में ‘फर्स्ट टाइम वोटर मैराथन’ का आयोजन, 100 विजेताओं को मिलेगा CM भूपेश बघेल से मिलने का मौका

रायपुर-     राजधानी में ‘फर्स्ट टाइम वोटर मैराथन’ का आयोजन होने जा रहा है. इस कार्यक्रम का आयोजन युवा कांग्रेस और एनएसयूआई (NSUI) नए मतदाताओं को जागरूक करने करा रही है. 30 तारीख को रायपुर के तेलीबांधा तालाब (मरीन ड्राइव) से गांधी मैदान तक मैराथन दौड़ का आयोजन होगा. इस मैराथन में पहले 100 प्रतिभागी विजेता मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मिलने का मौका मिलेगा.

कांग्रेस राजीव भवन में प्रेस वार्ता के दौरान कोंग्रेस संचार विभाग प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि युवा कांग्रेस और एनएसयूआई (NSUI) नए मतदाताओं को जागरूक करने मैराथन दौड़ करने जा रहे है. 30 तारीख को मैराथन दौड़ की जाएगी. चुनाव में यूथ कांग्रेस की बड़ी भूमिका होती है. मैरोथन में पहले 100 प्रतिभागी विजेता को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात का मौका मिलेगा. 30 अक्टूबर को सुबह 6 बजें तेलीबांधा तालाब (मरीन ड्राइव) से गांधी मैदान तक मैरोथन दौड़ होगी. इस मैराथन दौड़ में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के जरिए युवा हिस्सा ले सकेंगे. मैराथन दौड़ में कन्हैया कुमार और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी शमिल होंगे.

फर्स्ट टाइम वोटर मैराथन

उन्होंने आगे कहा कि युवाओं को मतदान देने का अधिकार राजीव गांधी ने दिया था फिर से युवाओं मतदाताओं को मतदाताओं को प्रेरित करने के किए यह अभियान शुरू हो रहा है.

फर्स्ट टाइम वोटर मैराथन में हिस्सा लेने ऐसे करें रजिस्ट्रेशन

फर्स्ट टाइम वोटर मैराथन में हिस्सा लेने के लिए युवा मतदाता +9013141414 पर कॉल करके और नीचे दिए गए क्यूआर कोड को स्कैन कर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं.

टिकट कटने से नाराज़ देवजी भाई पटेल ने खरीदा नामांकन फॉर्म, कहा- ‘टिकट वितरण में हुई चूक

रायपुर-   धरसींवा सीट से बीजेपी की टिकट पर तीन बार विधायक रह चुके वरिष्ठ नेता देवजी भाई पटेल की नाराजगी फूटी है. टिकट नहीं मिलने से नाराज देवजी भाई पटेल ने बुधवार को नामांकन फार्म खरीदा है. उनके नामांकन फार्म खरीदने के बाद से कयास लगाए जा रहे हैं कि कहीं वह चुनाव तो नहीं लड़ रहे? हालांकि अब तक उन्होंने अपने पूरे पत्ते नहीं खोले हैं. देवजी भाई पटेल ने पार्टी पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि टिकट वितरण में मेहनत करने वाले कार्यकर्ताओं की उपेक्षा की गई है. यह बीजेपी की एक बड़ी चूक है. पटेल ने कहा कि समय रहते पार्टी को एक बार इस पर विचार कर लेना चाहिए.

देवजी भाई पटेल ने कहा कि यह पार्टी मेरी मां है. मैं निष्ठावान कार्यकर्ता हूं. मैंने ईमानदारी से काम किया है. धरसींवा सीट से मैं लगातार तीन बार विधायक चुना गया. 1962 के बाद से कोई भी प्रत्याशी धरसींवा सीट से रिपीट नहीं हुआ था. जनता की वजह से मैं विधायक चुना जाता रहा. पिछले चुनाव में चली लहर की वजह से जरूर चुनाव हार गया था, लेकिन इस दफे टिकट वितरण में ज्यादातर हारे हुए नेताओं को टिकट दिया गया है. यदि हारे हुए नेताओं को टिकट दिया गया, तो पार्टी को मुझे लेकर भी विचार करना चाहिए था. मैं पार्टी का वरिष्ठ नेता हूं. पार्टी के आला नेताओं ने मुझसे बातचीत करना भी उचित नहीं समझा, यही वजह है कि मैंने नामांकन फार्म खरीदा है.

देवजी भाई पटेल ने कहा कि वर्तमान में भाजपा में जो परिस्थितियां हैं, उससे आला नेताओं को बताना मेरा काम है. भाजपा जब सरकार में थी, और तब जो गलतियां होती है, जागरूक विधायक होने के नाते मैं उन गलतियों को भी विधानसभा में उठाता रहा. यह विधायक का कर्तव्य है कि वह पार्टी की शाख को बनाकर चले. यही कर्तव्य का पालन मैंने किया. हो सकता है कि मेरी कर्तव्यपरायणता की वजह से कुछ नेता नाराज रहे हो. उन्होने कहा कि इस समय भाजपा जिस लक्ष्य को पाना चाहती है, उसे लेकर एक बार फिर से विचार कर लेना चाहिए.

देवजी भाई पटेल ने कहा कि मैं नहीं चाहता कि पार्टी मुझे ही टिकट दे. कई और कार्यकर्ताओं ने बहुत मेहनत की है. पार्टी उन्हें टिकट दे दे. कार्यकर्ता मुझे कहेंगे कि चुनाव नहीं लड़ना है, तो मैं चुनाव नहीं लड़ूंगा. पटेल ने कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने मुझसे फोन पर संपर्क साधा है. मैंने अपनी बात रख दी है. मुझे उम्मीद है कि मेरे प्रस्ताव पर मंथन होगा.

X पर जाहिर की नाराजगी

वहीं पूर्व विधायक ने बैक टू बैक X पर पार्टी के प्रति अपनी नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने लिखा है कि आज विजयादशमी के दिन राजनितिक विभीषणों को चिन्हित कर रहा हूं, धरसींवा के अपने परिवार जनों के लिए लड़ाई जारी रहेगी जब तक शरीर में प्राण है.

MLA प्रमोद शर्मा कल होंगे कांग्रेस में शामिल

बलौदाबाजार-   छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण का मतदान 17 नवंबर को होना है। बलौदाबाजार के कसडोल विधानसभा सीट पर दूसरे चरण का मतदान संपन्न होगा। बलौदाबाजार के विधायक प्रमोद शर्मा ने कसडोल और बलौदाबाजार से नामांकन फॉर्म खरीदा था। उम्मीद जताई जा रही थी कि कसडोल विधानसभा से प्रमोद शर्मा निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव मैदान में उतरेंगे। लेकिन, कसडोल से कांग्रेस प्रत्याशी संदीप साहू ने प्रमोद शर्मा को मना लिया और अब प्रमोद शर्मा कांग्रेस में शामिल होंगे।