*कमिश्नर गौरव दयाल की अध्यक्षता में मिशन शक्ति से संबंधित आयोजित हुई कार्यशाला*
अयोध्या ।मण्डलायुक्त गौरव दयाल की अध्यक्षता में मिशन शक्ति एवं मिशन वात्सल्य विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन सर्किट हाउस में किया गया।
मंडलायुक्त ने अपने उद्बोधन में कहा कि यह हर्ष का विषय है कि अयोध्या मण्डल में मिशन वात्सल्य व मिशन शक्ति योजना के प्रभावी क्रियान्वयन, समन्वय एवं कन्वर्जेन्स हेतु एक दिवसीय मंडल स्तरीय कार्यशाला का आयोजन हो रहा है। उन्होंने कहा कि मिशन वात्सल्य का लक्ष्य है जोखिम पूर्ण कठिन परिस्थितियों में रहने वाले बच्चों का सहयोग करना, विभिन्न पृष्ठभूमि वाले बच्चों हेतु स्थानीय एवं सन्दर्भपूर्ण समाधान विकसित करना, बाल कल्याण संरक्षण के क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देना है।
इसी प्रकार महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा, संरक्षण और सशक्तिकरण के उद्देश्य से मंत्रालय द्वारा विशिष्ट योजना के रूप में मिशन शक्ति के नाम से एकीकृत महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम शुरू किया। कार्यक्रम में उपस्थित विशिष्ट अतिथि आई0जी0 श्री प्रवीण कुमार ने अपने उद्बोधन में कहा कि दोनों योजनाओं का मुख्य लक्ष्य महिलाओं, बालिकाओं, बच्चों का सर्वांगीण विकास व उनकी सुरक्षा, संरक्षण एवं सशक्तिकरण को सुनिश्चित करना है।
इसके साथ ही भारत सरकार व प्रदेश सरकार द्वारा विभिन्न योजनाओं के माध्यम से महिलाओं को सशक्त बनाते हुये विकास की मुख्य धारा से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। शासन का मुख्य उद्देश्य महिलाओं, बालिकाओं व बच्चों के लिए एक बेहतर समाज का निर्माण कर मुख्य धारा से जोड़ना है।
इसके लिए विभिन्न विभागों यथा-पुलिस, शिक्षा, ग्राम्य विकास, बाल विकास एवं पुष्टाहार, पंचायत राज, अभियोजन, श्रम आदि के अधिकारियों व कार्मिकों द्वारा योजना के क्रियान्वयन, गाइडलाइन, ससमय कार्यवाही से आच्छादित कराना है।
मुख्य विकास अधिकारी श्रीमती अनिता यादव ने बताया कि मिशन शक्ति एवं मिशन वात्सल्य के नाम से एकीकृत महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम शुरू किया है, जिसके अन्तर्गत विभिन्न विभागों के कन्र्वेजन्स के माध्यम से मिशन लक्ष्य की प्राप्ति की जायेगी। यह योजना सम्पूर्ण जीवन चक्र में महिलाओं एवं बालिकाओं को प्रभावित करने वाले मुद्दों पर विचार करने और उनके जीवन में बदलाव लाने तथा उन्हीं के माध्यम से राष्ट्र निर्माण में समान के रूप में भागीदार बनाने के लक्ष्य के साथ क्रियान्वित की की जा रही है। शासन द्वारा महिलाओं, बालिकाओं व बच्चों के लिए अनेक महिला सशक्तिकरण योजनाएं संचालित है जिसमें से वर्तमान में मुख्य रूप से बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओं, सर्वशिक्षा अभियान, सामूहिक विवाह योजना, एन0आर0एल0एम0 आदि योजननाएं संचालित है, जिसका लाभ सभी पात्र महिलाओं व बालक बालिकाओं को मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि समाज से जुड़े विभागों को आमजन को सुरक्षा, न्याय, अधिकार, कर्तव्य आदि के प्रति जागरूक करने के साथ साथ गलत सामाजिक धारणाओं की जानकारी भी प्रदान की जाय, जिससे एक सुरक्षित समाज का निर्माण हो सकें। कार्यशाला के दौरान मंचासीन अधिकारियों द्वारा अपने उद्बोधन प्रकट किये गये।
संयुक्त विकास आयुक्त अरविन्द चन्द्र जैन ने बताया कि इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य मिशन वात्सल्य और मिशन शक्ति पलैगशिप योजनाओं के क्रियान्वयन ढांचे के बारे में प्रतिभागियों के बीच समझ विकसित करना। प्रतिभागियों को मिशन वात्सल्य और मिशन शक्ति के महत्व के साथ-साथ संबल और समर्थ योजनाओं की मुख्य विशेषताओं, दिशा निर्देशों और उप-घटकों के बारे में ओरिएंट करना।
उन्होंने यह भी कहा कि शासन की विभिन्न योजनाओं के माध्यम से महिलाओं एवं बालक बालिकाओं को जागरूक कर विकास हो रहा है तथा इसका एक अच्छा और उचित उदाहरण एनआरएलएम के अन्तर्गत महिला समूहों का है जो एक साथ एकत्रित होकर स्वरोजगार से जुड़ी है और अपनी आय में वृद्वि कर रही है। कार्यशाला का संचालन करते हुये उपनिदेशक महिला कल्याण सर्वेश कुमार पांडेय द्वारा मिशन वात्सल्य और मिशन शक्ति फ्लैगशिप योजनाओं पर प्रतिभागियों के परिप्रेक्ष्य और ज्ञान और इसके सेवा वितरण तंत्र के बारे में ओरिएंट करना।
बाल संरक्षण, महिला सुरक्षा और महिलाओं और लड़कियों के सशक्तिकरण से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर विभिन्न लाइन विभागों और हितधारकों के साथ समन्वय और अभिसरण को मजबूत करना। मिशन वात्सल्य और मिशन शक्ति से संबंधित मंडल स्तरीय कार्ययोजना का निर्माण करना है।
इस अवसर पर पुलिस, स्वास्थ्य, शिक्षा, ग्राम्य विकास, पंचायत राज, बाल विकास एवं पुष्टाहार, अभियोजन, श्रम, कौशल विकास आदि के मण्डल एवं जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।
Oct 26 2023, 17:27