*मां के शव को छोड़कर भागा बेटा तो पुलिस ने निभाया बेटे का फर्ज, किया अंतिम संस्कार*

लखनऊ । जिस बेटे को नौ माह कोख में पाला पोसा वहीं अब अब बड़ा होने के बाद जब मां मर गई तो उनका अंतिम संस्कार करने से हाथ खींच लिया। अस्पताल में मां की मौत होने के बाद कलयुगी बेटे ने शव को छोड़कर भाग खड़ा हुआ। यह मामला कहीं और का नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की है। ऐसे जब अपनों ने हाथ छोड़ा तो पुलिस ने मदद के लिए बढ़ाया अपना हाथ। हुआ यूं कि एक वृद्ध महिला की मृत्य के पश्चात परिवारीजनों द्वारा लोकबंधु अस्पताल में छोड़कर भाग जाने के कारण थाना कृष्णानगर पुलिस द्वारा मृतका का कराया गया अंतिम संस्कार। पुलिस का कहना है कि बेटे अपने मृतक मां के शव को छोड़कर अस्पताल से भाग गया।

लोकबंधु अस्पताल में कराया था भर्ती

प्रभारी निरीक्षक विक्रम सिंह ने बताया कि एक वृद्ध महिला मीनू देवी पत्नी स्व. शंकर साहू निवासिनी सेक्टर एफ एलडीए कालोनी थाना आशियाना उम्र करीब 65 वर्ष को उसके परिजनों द्वारा उपचार के लिए लोकबंधु अस्पताल में भर्ती कराया गया। उक्त महिला की इलाज के दौरान मौत के पश्चात उसके ही परिजन शव को छोड़कर भाग गये। परिवारीजनों की काफी खोजबीन की गई परंतु कुछ पता नहीं चला। तत्पश्चात मृतका मीनू देवी के शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद पूरे रीति रिवाज के साथ पुलिस ने अंतिम संस्कार कराया। अंतिम यात्रा में पुलिस कर्मियों के साथ अस्पताल और आसपास के लोग शामिल हुए।

तीन दिन के परिजनों का पुलिस ने किया इंतजार

बुजुर्ग महिला की मौत के बाद जब शव को छोड़कर परिजन भाग खड़े हुए तो पुलिस ने शव काे पोस्टमार्टम हाउस भेजवा दिया। तीन दिन तक परिजनों के आने का इंतजार किया और उनकी तलाश की लेकिन उनका जब कहीं अता पता नहीं चला तो कृष्णानगर थाना प्रभारी विक्रम सिंह खुद ही बुजुर्ग महिला का अंतिम संस्कार करने का निर्णय लिया। उन्होंने पूरे रीति रिवाज से पुलिस वालों के साथ बुजुर्ग महिला के बेटे का फर्ज निभाते हुए कांधा दिया। इसके बाद बैंकुठ धाम पर पूरे विधि विधान से अंतिम संस्कार कर दिया। इस दौरान उप निरीक्षक अजय कुमार ,नीरज द्विवेदी,शैलेंद्र सिंह, सिपाही अजय कुमार के अलावा स्थानीय लोगों ने भी सहयोग किया।

राज्यपाल ने किया फिल्म लकीरें का ट्रेलर लांच, घरेलू हिंसा की जटिलताओं को प्रस्तुत कर रही है फिल्म

लखनऊ। प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने आज यहां राजभवन में सामाजिक विरूपताओं को उकेरने वाली फिल्म ह्यलकीरेंह्य का ट्रेलर लांच किया और ट्रेलर का अवलोकन भी किया। राज्यपाल से फिल्म के कथानक को साझा करते हुए फिल्म निर्देशक, दुर्गेश पाठक ने बताया कि यह फिल्म मनोरंजन तक सीमित नहीं है। उन्होंने बताया कि वैवाहिक बलात्कार जैसे भयावह विषय पर बनी यह फिल्म विवाह के दायरे में सहमति और घरेलू हिंसा की जटिलताओं को प्रस्तुत कर रही है। यह फिल्म से कहीं अधिक है और सामाजिक बदलाव का आह्वान करती है।

यहां बता दें कि लकीरें ए पावर टेल आॅफ जस्टिस एण्ड मैरिटल रेप आगामी तीन नवम्बर, 2023 को रिलीज होने जा रही है। फिल्म का निर्माण इमेज एण्ड क्रिएशन, बी0टी0सी0 मल्टीमीडिया और ब्लैकपर्ल मूवीज द्वारा किया गया है। फिल्म के कथानक को आशुतोष राणा, बिदिता बेग, टिया बाजपेयी, गौरव चोपड़ा, तथा अन्य कलाकारों ने अपने सशक्त अभिनय से जीवंत किया है।

राज्यपाल ने इस अवसर पर कथानक के विषय चयन की विशेष सराहना करते हुए फिल्म की सफलता के लिए अपनी हार्दिक शुभकामनाएं दीं। राज्यपाल जी ने फिल्म यूनिट की टीम को लोकहित के मुखर स्वर, प्रतिबद्धता के पदचिह्न और डियर ड्रीम डू पुस्तक प्रदान की।

इस अवसर पर फिल्म के निमार्ता निर्देशक तथा फिल्म निर्माण से जुड़ी टीम एवं फिल्म में विशेष भूमिका निभाने वाले कलाकार, अपर मुख्य सचिव राज्यपाल डॉ0 सुधीर महादेव बोबडे तथा अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।

*ब्रेकथ्रू संस्था ने साझा किए लैंगिक हिंसा रोकने के उपाय और अनुभव*

लखनऊ। गोसाईगंज ब्लॉक मुख्यालय हाल में गुरुवार को ब्रेकथ्रू संस्था द्वारा लैंगिक हिंसा रोकने के लिए युवाओ के साथ पिछले पाँच वर्षो से किए जा रहे कार्यों को ब्लॉक अधिकारियों के साथ साझा किया गया।

अलग-अलग पंचायतों के युवाओं द्वारा अपने गाँव एवं समुदाय में लैंगिक भेदभाव को समाप्त करने के लिए अलग-अलग तरीके से किये गए प्रयासों को अधिकारियों के सामने प्रस्तुत किया गया।

संस्था के कार्यक्रम में बघौली गाँव के युवाओं द्वारा गाँव में लड़कियों के लिए असुरक्षित स्थान को पहचान कर उसको सुरक्षित स्थान बनाने के लिए एक नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया। इसके अतिरिक्त सुरियामऊ, मीसा, महमूदपुर, बघौली, जलौदी नगर, अनैया खरगापुर और अन्य गाँव के युवाओं ने समस्याओं को पहचान कर उनके बदलाव के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी दी।

कार्यक्रम में शिक्षा विभाग की एआरपी अंजना भारती ने कहा की लड़कियों के लिए अपने पैरों पर खड़ा होना बहुत जरुरी है। उन्होंने युवाओं को मेहनत करने के लिए प्रेरित किया |

कार्यक्रम में बाल विकास परियोजना की मुख्य सेविका अर्चना पांडेय, पंचायत सचिव प्रशांत सक्सेना, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की डॉक्टर सुनीता कुमारी और वंदना ठाकुर, कोतवाली गोसाईगंज से दीपिका सिंह और सुधा त्रिपाठी, बेगरियामऊ प्रधान शाद मोहम्मद और समाज कल्याण विभाग से अभिमन्यु सहित अन्य लोग मौजूद रहे।

आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों ने पोषण स्टॉल भी लगाया। ब्रेकथ्रू संस्था की हीना, दीपक, शुभम, अंजली,अश्वनी, अभिषेक, नैन्सी और वंदना ठाकुर द्वारा बताया गया कि

लैंगिक हिंसा के कई चेहरे हैं, जिनमें यौन उत्पीड़न जैसे स्पष्ट चेहरे से लेकर भावनात्मक शोषण, वित्तीय शोषण या किसी अवसर से इनकार जैसे सूक्ष्म चेहरे भी शामिल हैं।

आक्रोश और कानूनी बाधाओं से परे, सच्चे परिवर्तन में उस संस्कृति को बदलना शामिल है जो हिंसा करने की अनुमति देती है।

इस परिवर्तन को लागू करने का सबसे प्रभावी तरीका व्यवहार में ठोस परिवर्तन होने से पहले लैंगिक मानदंडों और मान्यताओं को ढालना है।

*जैव ऊर्जा परियोजनाओं की स्वीकृति के लिए अपर मुख्य सचिव अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत विभाग की अध्यक्षता में हुई राज्य स्तरीय समिति की बैठक

लखनऊ। यूपीनेडा के मुख्यालय में अपर मुख्य सचिव ऊर्जा एवं अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत महेश कुमार गुप्ता की अध्यक्षता में गठित राज्य स्तरीय समिति की हुई बैठक में आज जैव ऊर्जा की परियोजनाओं की स्वीकृति के लिए चर्चा की गयी और कम्प्रेस्ड बायोगैस तथा बायो डीजल के उत्पादन संयंत्रों की स्थापना हेतु 550 करोड़ रूपये के 12 प्रस्तावों को स्वीकृति प्रदान की गई।

राज्य स्तरीय समिति की बैठक में जिन परियोजनाओं के लिए भूमि बैंक लोन, फीड स्टॉक की उपलब्धता तथा ऑफटेक आदि से सम्बन्धित समस्त कार्यवाहियाँ निवेशकों द्वारा पूर्ण कर ली गयीं हैं, उन्हें स्वीकृति प्रदान की गई।

यूपीनेडा द्वारा निवेशकर्ताओं के प्रस्तुत डीपीआर सम्बंधी सूचनाओं का परीक्षण कर 20 प्रस्ताव आज अनुमोदन हेतु समिति की बैठक में विचारार्थ प्रस्तुत किये गये थे।

यूपीनेडा के निदेशक अनुपम शुक्ला ने बताया कि स्वीकृत इन 12 परियोजनाओं से 93 टन सीबीजी तथा 44 किलो लीटर बायो डीजल का उत्पादन प्रतिदिन प्रदेश में होगा।

उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा पूर्व में 13 परियोजनाओं को स्वीकृति प्रदान की गयी जिन पर आवश्यक निर्माण कार्य प्रारम्भ हो चुका है। इस प्रकार अभी तक स्वीकृत कुल 25 प्रस्तावों से 1271 करोड़ रूपये का निवेश होगा।

श्री शुक्ला ने बताया कि नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में अब तक लगभग सात लाख करोड़ रूपये के निवेश प्रस्ताव यूपीनेडा को प्राप्त हुए हैं। इसमें से लगभग 57 हजार करोड़ रूपये के निवेश प्रस्ताव उत्तर प्रदेश राज्य जैव ऊर्जा नीति-2022 के तहत बायो ऊर्जा क्षेत्र के हैं।

कम्प्रेस्ड बायोगैस, बायो डीजल तथा बायोकोल के प्लांटों की स्थापना के लिए 354 निवेशकों ने अपनी परियोजनाओं की स्वीकृति के लिए यूपीनेडा के समक्ष अपना प्रस्ताव प्रस्तुत किया है। जिसमें से 80 परियोजनाओं को यूपीनेडा स्तर से सैद्धान्तिक स्वीकृति प्रदान कर दी गई है।

उल्लेखनीय है कि जैव ऊर्जा की परियोजनाओं की स्वीकृति के लिए अपर मुख्य सचिव ऊर्जा एवं अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत विभाग की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय समिति गठित है। बैठक में निवेशकर्ताओं द्वारा अवगत कराया गया कि उनके द्वारा प्लांट के उत्पादन संयंत्रों की स्थापना हेतु मौके पर आवश्यक जमीन तथा पर्याप्त बायोमास की उपलब्धता सुनिश्चित कर ली गयी है।

वित्त पोषण के लिए भी विभिन्न बैंकों तथा अन्य संस्थाओं से भी सैद्धान्तिक स्वीकृति प्राप्त कर ली गयी है। इन संयंत्रों से उत्पादित होने वाले उत्पादों के आगामी विक्रय के लिए विभिन्न संस्थाओं से भी अनुबन्ध कर लिया गया है।

निवेशकों की जिन 12 परियोजनाओं को आज समिति द्वारा स्वीकृति मिली है। उसमें कम्प्रेस्ड बायो गैस के लिए बरेली में कार्बन सर्कल प्रालि को, मेरठ में आनंद मंगल इन्फ्रा डेवलपर्स प्रालि, सीतापुर में ईकोतारस सस्टेनेबल सोल्यूशन प्रालि, मुजफ्फरनगर में बायोस्पार्क एनर्जी प्रालि, रायबरेली में पंचवटी फूड, मथुरा में अडानी टोटल एनर्जी बायोमास लि, मुजफ्फरनगर में मेसर्स रिजूलेशन इण्डिया प्रालि, मुरादाबाद में जैविक विकल्प ऊर्जा लि, सहारनपुर में बीके इन्वेस्टमेंट सर्विस प्रालि, शामली में श्री शताक्छी बायोटेक प्रालि की स्थापना होगी। बायोडीजल के लिए लखनऊ में सिसोदिया रिसर्च लेबोरेटरीज प्रालि एवं मैटफ्यूजन वेल्ड प्रालि की स्थापना की जायेगी।

*मुख्य विकास अधिकारी अजय जैन की अध्यक्षता में मिशन शक्ति 4.0 अभियान की महत्वपूर्ण बैठक संपन्न*

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप केंद्र व प्रदेश सरकार की योजनाओं का पारदर्शी ढंग से शत-प्रतिशत लाभ पहुंचने के उद्देश्य से मुख्य विकास अधिकारी अजय जैन की अध्यक्षता में आज विकास भवन सभागार में मिशन शक्ति 4.0 अभियान की महत्वपूर्ण बैठक आहूत हुई। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि सभी अधिकारीगण सरकार की मंशा के अनुरूप यह सुनिश्चित करें कि महिलाओं के उत्थान के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा संचालित की जा रही योजनाओं का शत-प्रतिशत लाभ पहुंचाया जाना सुनिश्चित किया जाए।

उन्होंने कहा कि महिलाओं से जुड़ी केंद्र-प्रदेश की योजनाओं का क्रियान्वयन पारदर्शी ढंग से किया जाए। मुख्य विकास अधिकारी ने निर्देशित किया कि सरकार द्वारा महिलाओं से संबंधित संचालित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं- प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, निराश्रित महिला पेंशन, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना व सेल्फ हेल्प ग्रुप आदि के संबंध में संबंधित विभाग जानकारी देकर व पम्पलेट वितरित कर उन्हें जागरूक कर लाभान्वित करना सुनिश्चित करें।

मुख्य विकास अधिकारी ने निर्देशित किया कि शासन की मंशा के अनुरूप महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलम्बन के लिए मिशन शक्ति के विशेष अभियान (फेज-04) के माध्यम से ग्राम पंचायत स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएं। आयोजित कार्यक्रम में लोगों को शासन की कल्याणकारी योजनाओं से अवगत कराते हुए योजनाओं का लाभ प्राप्त करने में आ रही समस्याओं का निराकरण कर कार्य को आगे बढ़ाते हुए कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं से आवेदन प्राप्त कर उनका पंजीयन करते हुए उन्हें कल्याणकारी योजनाओं से जोड़ा जाए।

उन्होंने निर्देशित किया कि कार्यक्रम में ग्राम प्रधान से आवश्यक सहयोग लिया जाये साथ ही कार्यक्रम का व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित किया जाए।

उन्होंने निर्देशित किया कि कार्यक्रमों में निम्नानुसार महिला सुरक्षा, महिला केन्द्रित विभिन्न सरकारी योजनाओं व हेल्पलाइन/फोरम के सम्बन्ध में जानकारी प्रदान करते हुए मौके पर समस्याओं का निस्तारण भी किया जाए। इस संबंध में मुख्य विकास अधिकारी ने संबंधित अधिकारीगणों को निर्देशित किया कि कार्यक्रम/रोस्टर के अनुसार ग्राम पंचायतों में निर्धारित तिथि पर सुव्यवस्थित/सुचारू रूप से कार्यक्रम सम्पादित कराया जाना सुनिश्चित किया जाए साथ ही सम्बन्धित योजनाओं के जिला स्तरीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि वह अपनी योजना से सम्बन्धित स्थानीय अधिकारी/कर्मचारी को कार्यक्रम/रोस्टर में निर्धारित तिथि को उपस्थिति सुनिश्चित करायें।

इस अवसर पर बैठक में जिला विकास अधिकारी, बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला प्रोबेशन अधिकारी, जिला युवा कल्याण अधिकारी सहित संबंधित विभाग के अधिकारीगण उपस्थित रहे।

प्राविधिक शिक्षा मंत्री ने राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज कन्नौज, मैनपुरी, सौनभद्र एवं बिजनौर की प्रशासकीय परिषद की बैठक

लखनऊ। प्रदेश के प्राविधिक शिक्षा, उपभोक्ता मामले मंत्री आशीष पटेल ने गुरूवार को विधानसभा स्थित अपने कार्यालय कक्ष में राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज कन्नौज, मैनपुरी, सौनभद्र एवं बिजनौर की प्रशासकीय परिषद की विशेष बैठक की।

प्राविधिक शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार की योजनाओं का लाभ प्राविधिक संस्थानों में पढ़ने वाले युवाओं को मिले। युवाओं को तकनीकी शिक्षा से जोड़ने के साथ-साथ अधिक से अधिक रोजगार के अवसर भी उपलब्ध करायें जाय।

उन्होंने कहा कि राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेजो में संचालित कोर्सेज का व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जाए। राजकीय इंजीनियरिंग कालेजों के प्रशासकीय परिषद की बैठक नियमित रूप से की जाए। प्रदेश सरकार की मंशा के अनुरूप अधिकारी कार्य करे।

इंजीनियरिंग कालेजों में इंक्यूबेशन सेंटर से अधिक से अधिक छात्रों को जोड़ने का कार्य करे, जिससे नवाचार और स्टार्टअप को ज्यादा से ज्यादा बढ़ावा मिले।

मंत्री श्री पटेल ने राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज कन्नौज, मैनपुरी, सौनभद्र एवं बिजनौर के कार्यों एवं पठ्न-पाठ्न की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि शिक्षण कार्य को निरन्तर बेहतर किया जाय, जिससे राजकीय इंजीनियरिंग कालेजों में पढ़ने वाले छात्रों को बेहतर से बेहतर शिक्षा प्राप्त हो सके। उन्होंने कहा कि राजकीय इंजीनियरिंग कालेजों में बच्चों का शत प्रतिशत प्लेसमेंट करवाया जाये।

उन्होंने निर्माण कार्यों को लेकर राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेजों के अधिकारियों को निर्देशित किया कि निर्माण कार्यों को गुणवत्ता और समयबद्धता के साथ पूरा किया जाए। उन्होंने इसके साथ ही राजकीय इंजीनियरिंग कालेजों में की जाने वाली भर्ती में उत्तर प्रदेश शासन द्वारा जारी आरक्षण नीति का पूरी तरह पालन किया जाए, इसमें किसी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए।

बैठक में प्रमुख सचिव एम. देवराज सहित प्रशासकीय परिषद के अधिकारी एवं सदस्यगण उपस्थित रहे।

कृषि मंत्री ने प्रदेश के किसानों और राज्य सरकार की ओर पीएम का जताया आभार,केंद्र सरकार ने की 6 फसलों के एमएसपी में ऐतिहासिक बढ़ोतरी

लखनऊ। प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही द्वारा केंद्र सरकार की ओर से विपणन सीजन 2024-25 के लिए 6 रबी फसलों के एमएसपी में ऐतिहासिक बढ़ोतरी पर प्रदेश के किसानों तथा राज्य सरकार की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के इस निर्णय से उत्तर प्रदेश के किसानों के जीवन में नई खुशहाली आएगी।

उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को प्रदेश के करोड़ों किसान भाइयों की ओर से आभार प्रकट करते हुए कहा कि इससे उत्तर प्रदेश के किसानों की आमदनी तेजी से बढ़ेगी। प्रधानमंत्री द्वारा प्रतिवर्ष किसानों के उत्पादों का न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाया जा रहा है। 6 फसलों का लागत के डेढ़ गुने से भी अधिक एमएसपी बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। केंद्र सरकार ने विपणन सीजन 2024-25 के लिए रबी फसलों के एमएसपी में वृद्धि की है, ताकि उत्पादक किसानों को उनकी उपज के लिए लाभकारी मूल्य सुनिश्चित किया जा सकें।

एमएसपी में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी दाल (मसूर) के लिए 425 रुपये प्रति क्विंटल, रेपसीड-सरसों के लिए 200 रु. प्रति क्विंटल की मंजूरी दी गई है। गेहूं व कुसुम, हरेक के लिए 150 रु. प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी को मंजूरी दी गई है। जौ व चने के लिए क्रमश: 115 रु. प्रति क्विंटल और 105 रु. प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी को मंजूरी दी गई है।

उन्होंने कहा कि गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 150 रुपया प्रति कुंतल बढ़ाने से उप्र के करोड़ों किसानों को विशेष फ़ायदा होगा, क्योंकि उप्र देश का सर्वाधिक गेहूं उत्पादन करने वाला राज्य है। इस निर्णय से तिलहन और दलहन पैदा करने वाले किसानों को भी बड़ा लाभ होगा। इससे दलहन और तिलहन में किसानों का रुझान बढ़ने से देश आत्म-निर्भरता की ओर बढ़ सकेगा। विदित हो कि प्रदेश में योगी जी की किसान हितैषी सरकार तिलहन और दलहन का आच्छादन बढ़ाये जाने के लिए गत वर्ष से विशेष योजना चला रही है। इसके अंतर्गत तोरिया, सरसों, चना, मसूर के नि:शुल्क मिनीकिट किसानों को उपलब्ध कराये जा रहे हैं।

*राजधानी लखनऊ में न्यायाधीश पर जानलेवा हमला, कार सवार युवकों ने घसीटकर बाहर निकाला, अर्दली ने किसी तरह से जज की बचाई जान, रिपोर्ट दर्ज*

लखनऊ। राजधानी पॉश इलाके डालीबाग में मंगलवार देर शाम गाड़ी में टक्कर मारकर कार सवार ने जज को घसीटकर बाहर निकाला। उनसे मारपीट की और फिर गला दबाकर हत्या करने की कोशिश की। जज के अर्दली ने किसी तरह से उनको बचाया। बुधवार शाम को जज की तहरीर पर हजरतगंज पुसिल ने कार नंबर के आधार पर हत्या के प्रयास व अन्य धाराओं में एफआईआर दर्ज की। आरोपी की तलाश में दो टीमें लगाई गई हैं।

बटलर पैलेस में अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश/विशेष न्यायाधीश पॉक्सो एक्ट आशुतोष कुमार सिंह का आवास है। तहरीर के मुताबिक मंगलवार देर शाम करीब 7:40 बजे वह घर से अपनी गाड़ी से निकले थे। उनके साथ उनका अर्दली गौरव वर्मा भी था। वह नेहा त्रिपाठी सैलून के सामने पहुंचे ही थे कि तभी पीछे से आ रही एक बलेनो कार ने उनकी गाड़ी में बायीं तरफ से टक्कर मार दी। फिर कार सवार ने उनको रुकवाया। गाली गलौज करते हुए कॉलर पकड़कर बाहर खींच लिया। गला दबाकर जान से मारने की कोशिश की। गौरव ने किसी तरह से उनको बचाया। जिसके बाद युवक अपनी कार से भाग निकला। बुधवार देर शाम पुलिस ने एफआईआर दर्ज की।

जज ने तहरीर में कार नंबर लिखा है। जिसका नंबर यूपी 32 एनडब्ल्यू 1748 है। इस बलेनो कार का जब ब्योरा निकाला गया तो पता चला कि कार गुलनार खान के नाम पर रजिस्टर्ड है। जो कि निरालानगर डालीगंज निवासी हैं। डीसीपी मध्य अर्पणा रजत कौशिक ने बताया कि अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश की तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर लिया है। उनके द्वारा दी गई तहरीर में बताया गया कि गाड़ी टकराने के बाद विवाद हुआ था। पूरे मामले को गंभीरता पूर्वक से लेते हुए घटना स्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरे से मिले फुटेज के माध्यम से आरोपी तक पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित कर दी है। जल्द ही हमलावारों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

नक्सली गतिविधियों में संलिप्त पति-पत्नी गिरफ्तार,माओवादी संगठन से जुड़े थे तार, ट्रांजिट रिमांड पर लाकर होगी पूछताछ*

लखनऊ । विगत दिनों से एटीएस उत्तर प्रदेश को नक्सल व अर्बन नक्सल से जुड़े लोगों की गतिविधियों के सम्बन्ध में आसूचनाएं प्राप्त हो रहीं थी, जिनका भौतिक एवं तकनीकी रूप से सत्यापन कराते हुए लगातार निगरानी रखी जा रही थी। जिस क्रम में प्रमाणिक साक्ष्य मिलने पर बुधवार को नक्सल व अर्बन नक्सल से जुड़े दो अभियुक्त बृजेश कुशवाहा पुत्र स्व. राम सरीख कुशवाहा वर्तमान पता बड़की रारबदी, बरहज, देवरिया तथा प्रभा पत्नी बृजेश कुशवाहा हाल पता रायपुर, छत्तीसगढ़ को गिरफ्तार किया गया।

पांच जुलाई 2019 को नक्सल गतिविधियों के सम्बन्ध में मनीष आदि सात के विरूद्ध एटीएस उत्तर प्रदेश में मुकदमा पंजीकृत किया गया था व तत्समय एटीएस द्वारा चार विभिन्न शहरों भोपाल , कानपुर, देवरिया व कुशीनगर में सभी नामजद अभियुक्तों के ठिकानों पर दबिश देकर उनके पास से उपलब्ध इलेक्ट्रॉनिक उपकरण व दस्तावेज बरामद किये गये थे। नामजद सात अभियुक्तों में से मनीष श्रीवास्तव व अमिता श्रीवास्तव उर्फ वर्षा की गिरफ्तारी की गयी थी। शेष पांच व्यक्तियों बृजेश कुशवाहा व प्रभा भी सम्मिलित थे।

पूछताछ से कोई प्रमाणिक भौतिक साक्ष्य नहीं मिले थे, जिस कारण तत्समय उनको गिरफ्तार नहीं किया गया था, किन्तु उनके इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को परीक्षण एवं डाटा एक्सट्रेक्शन के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजा गया था। विधि विज्ञान प्रयोगशाला से इस माह प्राप्त सम्पूर्ण एक्सट्रेक्टेड डिजिटल डाटा मय रिपोर्ट का गहन विश्लेषण करने पर ज्ञात हुआ कि बृजेश कुशवाहा एवं प्रभा द्वारा प्रयोग किये जा रहे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में प्रतिबंधित माओवादी संगठन, प्रतिबन्धित सीपीआई (माओवादी) का भारत सरकार के विरूद्ध प्रतिरोध करने के लिए सशक्त पार्टी व संगठन निर्माण करने के सम्बन्ध में पत्र, साहित्य आदि बरामद हुए हैं। साथ ही प्रतिबन्धित सीपीआई (माओवादी) संगठन से जुड़े विभिन्न कामरेडो के पत्र भी प्राप्त हुए हैं, जिनमें राष्ट्रविरोधी गतिविधियों का उल्लेख है।

उक्त साक्ष्यों के आधार पर आज 18 अक्टूबर को बृजेश कुशवाहा की गिरफ्तारी देवरिया से एवं प्रभा की गिरफ्तारी रायपुर, छत्तीसगढ़ से की गयी है एवं उनके घरो की सर्च की कार्रवाई की जा रही है। प्रभा को रायपुर, छत्तीसगढ़ में न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत कर नियमानुसार ट्रांजिट रिमाण्ड पर लखनऊ लाने की कार्रवाई की जा रही है। बृजेश कुशवाहा मूलत: जनपद देवरिया का रहने वाला है और वहीं से प्रारम्भिक शिक्षा ग्रहण की है। एमए (संस्कृत) की शिक्षा गोरखपुर से प्राप्त की है और शिक्षा के दौरान ही यह इंकलाबी छात्र सभा से जुड़ गया था।

बिलासपुर, छत्तीसगढ़ में नौकरी के दौरान वर्ष 2006 में इसकी मुलाकात प्रभा (रायपुर, छत्तीसगढ़) से हुई थी और इन दोनों वर्ष 2010 में शादी कर ली थी। बृजेश कुशवाहा एवं इसकी पत्नी प्रभा मजदूर किसान एकता मंच एवं और सावित्रीबाई फूले संघर्ष समिति से जुड़कर वामपंथी विचारधारा का समर्थन करने लगे एवं इनकी आड़ में दोनों राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में भाग लेने लगे।

*आशियाना पुलिस ने दो लुटेरे व स्नैचर्स को दबोचा ,बाइक से घूमकर महिलाओं का पर्स व चैन लूटने का करते थे काम*

लखनऊ । थाना आशियाना व सर्विलांस टीम डीसीपी पूर्वी की संयुक्त पुलिस टीम द्वारा दो शातिर लुटेरे व स्नैचर्स को गिरफ्तार करने के साथ-साथ उनके कब्जे से लूट का माल भी बरामद किया है। पुलिस उप आयुक्त आशीष श्रीवास्तव ने प्रेसवार्ता में बताया कि अपर पुलिस उप आयुक्त पूर्वी सैय्यद अली अब्बास के कुशल पर्यवेक्षण एवं निर्देशन में सहायक पुलिस आयुक्त कैन्ट पंकज कुमार सिंह के नेतृत्व में प्रभारी निरीक्षक छत्रपाल सिंह थाना- आशियाना द्वारा अपराध एंव अपराधियो के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान के क्रम में दो अभियुक्तगण को गिरफ्तार किया गया।

उन्होंने बताया कि पीड़िता गरिमा सिंह चंदेल पुत्री अनिल चंदेल निवासिनी एलडीए कालोनी आशियाना ने 16 अक्टूबर को मुकदमा दर्ज कराया कि दो अज्ञात व्यक्ति मोटर साइकिल सवार होकर उनका पर्स छीनकर फरार हो गये। इस मामले को गंभीरता पूर्वक से लेते हुए एक टीम का गठन किया गया था। बुधवार को टीम को मुखबिर खास की सूचना पर जोनल पार्क के गेट के बगल में थाना आशियाना से मुकदमा उपरोक्त चोरी किये गये मोबाइल के साथ एक बारगी दबिश देकर दो अभियुक्तों को पकड़ा गया।  

नाम पता पूंछने पर अपना नाम पता प्रमोद वर्मा पुत्र प्रदीप वर्मा निवासी न्यू इन्द्र पुरी, भोला खेडा, थाना- कृष्णा नगर लखनऊ तथा दूसरे ने नसीम खान उर्फ गोलू पुत्र नियामत खान पता- ओसो नगर कनौसी, थाना-कृष्णानगर बताया। जिनके पास से तीन मोबाइल एवं चोरी के मोबाइल की बिक्री का पैसा 600 रुपये नगद, तथा मोटर साइकिल पल्सर बरामद हुआ। पूछने पर बताये कि हम लोग13 अक्टूबर की रात 8 बजे स्प्रिंगडेल कालेज थाना आशियाना के सामने से एक महिला से लेडीज पर्स छीना। जिसमे एक मोबाइल वनप्लस था तथा छह अक्टूबर को रात करीब 8.30 बजे गणपति होटल थाना-पीजीआई, लखनऊ के पास से जो मोबाइल वीवो वाई 21 एक महिला से लूटे थे। अभियुक्तों द्वारा जुर्म कबूल कर लेने के बाद विधिक कार्रवाई के लिए कोर्ट में पेश किया गया।