*ब्रेकथ्रू संस्था ने साझा किए लैंगिक हिंसा रोकने के उपाय और अनुभव*
लखनऊ। गोसाईगंज ब्लॉक मुख्यालय हाल में गुरुवार को ब्रेकथ्रू संस्था द्वारा लैंगिक हिंसा रोकने के लिए युवाओ के साथ पिछले पाँच वर्षो से किए जा रहे कार्यों को ब्लॉक अधिकारियों के साथ साझा किया गया।
अलग-अलग पंचायतों के युवाओं द्वारा अपने गाँव एवं समुदाय में लैंगिक भेदभाव को समाप्त करने के लिए अलग-अलग तरीके से किये गए प्रयासों को अधिकारियों के सामने प्रस्तुत किया गया।
संस्था के कार्यक्रम में बघौली गाँव के युवाओं द्वारा गाँव में लड़कियों के लिए असुरक्षित स्थान को पहचान कर उसको सुरक्षित स्थान बनाने के लिए एक नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया। इसके अतिरिक्त सुरियामऊ, मीसा, महमूदपुर, बघौली, जलौदी नगर, अनैया खरगापुर और अन्य गाँव के युवाओं ने समस्याओं को पहचान कर उनके बदलाव के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी दी।
कार्यक्रम में शिक्षा विभाग की एआरपी अंजना भारती ने कहा की लड़कियों के लिए अपने पैरों पर खड़ा होना बहुत जरुरी है। उन्होंने युवाओं को मेहनत करने के लिए प्रेरित किया |
कार्यक्रम में बाल विकास परियोजना की मुख्य सेविका अर्चना पांडेय, पंचायत सचिव प्रशांत सक्सेना, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की डॉक्टर सुनीता कुमारी और वंदना ठाकुर, कोतवाली गोसाईगंज से दीपिका सिंह और सुधा त्रिपाठी, बेगरियामऊ प्रधान शाद मोहम्मद और समाज कल्याण विभाग से अभिमन्यु सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों ने पोषण स्टॉल भी लगाया। ब्रेकथ्रू संस्था की हीना, दीपक, शुभम, अंजली,अश्वनी, अभिषेक, नैन्सी और वंदना ठाकुर द्वारा बताया गया कि
लैंगिक हिंसा के कई चेहरे हैं, जिनमें यौन उत्पीड़न जैसे स्पष्ट चेहरे से लेकर भावनात्मक शोषण, वित्तीय शोषण या किसी अवसर से इनकार जैसे सूक्ष्म चेहरे भी शामिल हैं।
आक्रोश और कानूनी बाधाओं से परे, सच्चे परिवर्तन में उस संस्कृति को बदलना शामिल है जो हिंसा करने की अनुमति देती है।
इस परिवर्तन को लागू करने का सबसे प्रभावी तरीका व्यवहार में ठोस परिवर्तन होने से पहले लैंगिक मानदंडों और मान्यताओं को ढालना है।
Oct 19 2023, 20:43