*ऑनलाइन हाइट बढ़ाने की औषधि मंगाने के चक्कर में खाली हो गया बैंक अकाउंट, सोच समझकर करें खरीदारी*

लखनऊ । साइबर क्राइम सेल द्वारा आवेदक ने सोशल मीडिया पर हाइट बढ़ाने की औषधि का विज्ञापन देखकर यूपीआई के माध्यम से आॅनलाइन ठगी की रकम कराई गई वापस। साथ ही साइबर क्राइम सेल द्वारा अपील कि गई कि किसी भी व्यक्ति को अपनी निजी जानकारी जैसे कार्ड नंबर, सीवीवी, खाता नंबर ओटीपी आदि शेयर न करे तथा कोई भी ऐप किसी अंजान व्यक्ति के कहे अनुसार डाउनलोड न करे। यूपीआई/ अन्य बैंकिग के माध्यम से स्वयं के खाते में पैसा प्राप्त करने के लिए किसी भी पिन भरने की जरुरत नहीं होती है।

पुलिस आयुक्त द्वारा साइबर अपराध पर अंकुश लगाने के लिए चलाए जा रहे अभियान के क्रम में प्रभारी निरीक्षक साइबर क्राईम सेल के नेतृत्व में त्वरित कार्रवाई करते हुए शिकायतकर्ता से साइबर अपराधियों के द्वारा ठगे गए 35,900 रुपये को शिकायतकर्ता के खाते में पुन: वापस कराया गया है। शिकायतकर्ता आयुष शर्मा द्वारा 9 सितंबर को एक प्रार्थना पत्र साइबर क्राइम सेल में दिया गया था जिसमें आवेदक ने सोशल मीडिया पर हाइट बढ़ाने की औषधि का विज्ञापन देखकर यूपीआई के माध्यम से औषधि लेने के लिए पैसे उपलब्ध कराये गये खाते में 35,900 रुपए भेज दिया था।

शिकायतकर्ता द्वारा साइबर सेल में दिये गये प्रार्थनापत्र को पंजीकृत कर प्रभारी निरीक्षक सतीश चन्द्र साहू के निर्देश पर प्रार्थना पत्र पर त्वरित कार्रवाई करते हुए संबंधित फ्राइस्टर के बैंक खातों में रुपये होल्ड व फ्रीज कराया गया। प्रकरण में नियमानुसार कार्यवाही करते हुये साइबर ठग द्वारा ली गयी धनराशि 35,900 रुपए को शिकायतकर्ता के खाते में पुन: वापस कराया गया है। साइबर क्राईम सेल द्वारा की गई कार्यवाही के फल स्वरुप आवेदक अपनी धनराशि पाकर अत्यंत प्रसन्न है तथा पुलिस कमिश्नरेट लखनऊ की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए धन्यवाद प्रकट किया गया है।

चुनाव आयोग ने 27 अक्टूबर से विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण अभियान के लिए दिये निर्देश

लखनऊ।आगामी लोक सभा सामान्य निर्वाचन के दृष्टिगत भारत निर्वाचन आयोग के अधिकारियों द्वारा उत्तर प्रदेश में मतदाता सूची के पुनरीक्षण संबंधी कार्यों की समीक्षा की जा रही है। इस क्रम में गुरूवार को जनपद मेरठ के ऊर्जा भवन सभागार में 15 जनपदों के जिला निर्वाचन अधिकारियों के साथ 5वीं समीक्षा बैठक की गयी।

भारत निर्वाचन आयोग की टीम ने वरिष्ठ उप निर्वाचन आयुक्त नितेश व्यास की अध्यक्षता में जनपद मेरठ में 15 जनपदों यथा मेरठ, बागपत, मुजफ्फरनगर, शामली, सहारनपुर, बिजनौर, गौतमबुद्धनगर, हापुड़, अमरोहा, बुलन्दशहर, मुरादाबाद, संभल, रामपुर, पीलीभीत तथा बदायूं के जिलाधिकारियों/जिला निर्वाचन अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित कर आगामी लोक सभा सामान्य निर्वाचन की तैयारियों के परिप्रेक्ष्य में मतदाता सूची की तैयारियों के संबंध में चर्चा की।बैठक में भारत निर्वाचन आयोग के वरिष्ठ उप निर्वाचन आयुक्त नितेश व्यास के साथ निदेशक दीपाली मासिरकर, सचिव पवन दीवान, अवर सचिव प्रफुल्ल अवस्थी तथा मुख्य निर्वाचन अधिकारी, उत्तर प्रदेश नवदीप रिणवा के साथ अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी रत्नेश सिंह के अतिरिक्त सहायक मुख्य निर्वाचन अधिकारी सुनीता सिंह भी उपस्थित रहीं।

बैठक में मतदाता सूची को शुद्ध बनाने हेतु अर्ह मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में दर्ज करने, मृत मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटाने, ई0पी0 एवं जेण्डर रेशियो सुधारने के संबंध में निर्देश दिये गये। जिलाधिकारियों/जिला निर्वाचन अधिकारियों को यह निर्देश दिये गये कि यह प्रयास किया जाए कि किसी भी पात्र मतदाता का नाम मतदाता सूची में दर्ज होने से वंचित न रह जाए।

बैठक में 18-19 वर्ग के युवा मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में दर्ज कराने हेतु विश्वविद्यालयों, तकनीकी एवं मेडिकल कालेजों, आई0टी0आई0, पालीटेक्निक आदि शैक्षणिक संस्थाओं में विशेष कैम्प आयोजित करने के निर्देश दिये गये। जिलाधिकारियों/जिला निर्वाचन अधिकारियों को यह निर्देश दिये गये कि विगत लोकसभा/विधानसभा सामान्य निर्वाचन में कम मतदान प्रतिशत वाले बूथों को चिन्हित कर वहां मतदान प्रतिशत बढ़ाये जाने हेतु जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कराये जायें।

बैठक में जिलाधिकारियों/जिला निर्वाचन अधिकारियों को यह भी निर्देश दिये गये कि राजनैतिक दलों के साथ निरन्तर बैठकें आयोजित कर मतदाता सूची को शुद्ध बनाने में उनके भी सुझाव ले लिये जाएं तथा उनके सुझावों का गुण-दोष के आधार पर परीक्षण कर कार्यान्वित करने के संबंध में भी कदम उठाये जाएं। आगामी दिनांक 27 अक्टूबर, 2023 से प्रारंभ होे रहे विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण अभियान के लिए कार्ययोजना बनाते हुए मतदाता फोटो पहचान पत्रों की समय से छपाई एवं वितरण कराये जाने के निर्देश दिये गये। प्राप्त सभी शिकायतों का गुणवत्तापरक निस्तारण निर्धारित समय-सीमा के अन्तर्गत सुनिश्चित कराये जाने के लिए निर्देश दिये गये।

पेट्रोलियम पदार्थों में रसायनिक पाउडर मिलाकर सप्लाई करने वाले गोदाम का भण्डाफोड़

लखनऊ । यूपी एसटीएफ को जनपद आगरा के थाना जगदीशपुरा व शाहगंज क्षेत्र में पेट्रोलियम पदार्थों का अवैध भण्डारण करने व पेट्रोलियम पदार्थों में अपमिश्रण कर विकय करने वाले गैंग के द्वारा संचालित गोदामों से अवैध भण्डारित 7600 लीटर पेट्रोलियम पदार्थ बरामद करने उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई। गिरफ्तार अभियुक्तों का नाम योगेश कुमार सिंघल पुत्र स्व. रामप्रकाश निवासी जगदीशपुरा जनपद आगरा,रामवीर पुत्र मेवाराम निवासी सराय सहारा जनपद आगरा, संजय कुमार पुत्र विपति निवासी राहुल नगर बोदला थाना जगदीशपुरा आगरा है।

एसटीएफ उत्तर प्रदेश को विगत काफी दिनों से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जनपदों में पेट्रोलियम पदार्थों का अवैध भण्डारण करने व पेट्रोलियम पदार्थों में अपमिश्रण कर विक्रय करने वाले गैंग के बारे में सूचनायें प्राप्त हो रही थी। इस सम्बन्ध में एसटीएफ की विभिन्न इकाईयों व टीमों को अभिसूचना संकलन एवं कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया था। जिसके अनुपालन में राकेश, अपर पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ फील्ड इकाई, आगरा के पर्यवेक्षण व उदय प्रताप सिंह, पुलिस उपाधीक्षक के नेतृत्व में एसटीएफ फील्ड इकाई आगरा द्वारा अभिसूचना संकलन की कार्रवाई की जा रही थी।

अभिसूचना संकलन के दौरान सूचना प्राप्त हुई कि जनपद आगरा में पेट्रोलियम पदार्थों का अवैध भण्डारण करने व पेट्रोलियम पदार्थों में अपमिश्रण कर विक्रय करने वाले गैंग सक्रिय है उक्त सूचना पर सात अक्टूबर को निरीक्षक हुकुम सिंह निवासी यतीन्द्र शर्मा मय एसटीएफ टीम के उक्त सूचना को थाना स्थानीय जगदीशपुरा आगरा व आपूर्ति विभाग के क्षेत्रिय खाद्य अधिकारी विमल सिकरवार, रानू रस्तोगी विजेन्द्र त्रिपाठी व पूर्ति निरीक्षक अजय कुमार सिंह को अवगत कराते हुए उनको साथ लेकर मैसर्स विजय आॅयल ऐजेंसी आगरा पहुंचकर चेकिंग की गयी तो अपमिश्रण पेट्रोलियम पदार्थ व मोबिल आॅयल पाया गया। जिस पर उपरोक्त व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया गया एवं अपमिश्रण पेट्रोलियम पदार्थ व मोबिल आॅयल को आपूर्ति विभाग द्वारा सीज किया गया। गिरफ्तार अभियुक्तों ने पूछताछ पर बताया कि उनके द्वारा पेट्रोलियम पदार्थों में रसायनिक पाउडर का मिश्रण कर पेट्रोलियम पदार्थ बनाया जाता है जिसे बाजार में सप्लाई करने पर अच्छी कमाई हो जाती है।उपरोक्त सम्बन्ध में थाना जगदीशपुरा आगरा में मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से जनपद सिद्धार्थनगर के स्कूली बच्चों ने की मुलाकात

लखनऊ।प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से आज राजभवन में जनपद सिद्धार्थनगर के कैलाशपति पब्लिक स्कूल से आए कक्षा 3 से कक्षा 7 तक के बच्चों ने मिलकर आशीर्वाद प्राप्त किया। राज्यपाल जी ने बच्चों से उनकी यात्रा के अनुभव पूछे और उन्हें शिक्षा के महत्व के बारे में बताया। पहली बार भ्रमण पर आए बच्चों में राजभवन के प्रति कौतूहल तथा राज्यपाल की गरिमा और दायित्वों के विषय में जानकारी के लिए गहरी उत्सुकता भी दर्शनीय रही।

ये बच्चे आज अपने स्कूल के शिक्षक एवं शिक्षिकाओं के साथ लखनऊ में राजभवन भ्रमण पर आए थे। बच्चों ने राजभवन में नवनिर्मित बोनसाई गार्डन के अतिरिक्त बच्चों के लिए विशेष रूप से राज्यपाल जी द्वारा निर्मित कराई गई पंचतंत्र वाटिका के साथ यहाँ के कला कक्ष तथा विविध वाटिकाओं और भवनों का अवलोकन किया।

*स्टार अध्ययन केंद्रों को चिन्हित कर सम्मानित करेगा मुक्त विश्वविद्यालय: कुलपति

लखनऊ । उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज के क्षेत्रीय केंद्र बरेली से संबद्ध अध्ययन केदो के समन्वयकों की कार्यशाला बृहस्पतिवार को आयोजित की गई। कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रदेश में स्टार अध्ययन केन्द्रों को चिन्हित करेगा। ऐसे अध्ययन केन्द्रों को उनके बेहतर प्रदर्शन के आधार पर सम्मानित किया जाएगा।

कुलपति प्रोफेसर सिंह ने कहा कि समन्वयक व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर छात्रों को जोड़ें एवं उनकी समस्याओं का समाधान करें। विश्वविद्यालय के लोकप्रिय कार्यक्रमों में प्रवेश के इच्छुक छात्रों का 20 अक्टूबर तक नामांकन सुनिश्चित करायें।

प्रोफेसर सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय प्रदेश का एकमात्र सरकारी मुक्त विश्वविद्यालय है। जो दूरस्थ शिक्षा प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि नौकरी के साथ पढ़ाई में दूरस्थ शिक्षा ही हमारे शिक्षार्थियों को मंजिल तक पहुंचा सकती है।

कार्यशाला में बरेली, मुरादाबाद, संभल, रामपुर, पीलीभीत, बदायूं एवं शाहजहांपुर जिले में स्थित अध्ययन केंद्रों से आए समन्वयक डॉ अलका जायसवाल, डॉ एस बी यादव, डॉ राकेश कुमार, डॉ शचि मित्तल, नीता मालिक एवं शैलेंद्र कुमार त्यागी ने केन्द्रों पर आने वाली समस्याओं से कुलपति को अवगत कराया एवं महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए।

कार्यशाला में समन्वयकों की जिज्ञासा का समाधान परीक्षा नियंत्रक श्री डी पी सिंह, प्रवेश प्रभारी प्रोफेसर जे पी यादव, काउंसलिंग प्रभारी डॉ दिनेश सिंह, लेखाकार श्री अवनीश चन्द्र, मीडिया प्रभारी डॉ प्रभात चन्द्र मिश्र ने किया।

प्रारंभ में कुलपति प्र का स्वागत बरेली क्षेत्रीय केन्द्र के समन्वयक डॉ आरबी सिंह ने किया। कार्यशाला का संचालन बरेली कॉलेज की प्रोफेसर शालिनी सिंह ने किया। बरेली क्षेत्रीय केन्द्र के अभिलेखों का निरीक्षण किया। उन्होंने 20 अक्टूबर तक नामांकन अभिप्रेरण अभियान में अधिक से अधिक छात्रों का नामांकन कराने के लिए जागरूक करने का निर्देश दिया।

*इकाना स्टेडियम में दक्षिणी अफ्रीका व ऑस्ट्रलिया के बीच विश्वकप 2023 का मुकाबला शुरू, तेज धूप होने के कारण काफी कम संख्या में पहुंचे दर्शक*

लखनऊ । उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के अटल बिहारी वाजपेयी इकाना स्टेडियम में दक्षिण अफ्रीका व ऑस्ट्रेलिया के बीच विश्वकप 2023 का मुकाबला खेला जा रहा है। दक्षिण अफ्रीका की टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का निर्णय लिया। 18 ओवरों में दक्षिण अफ्रीकी टीम ने ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाजी आक्रमण को बेअसर करते हुए बिना कोई विकेट खोए 100 रन बना लिए हैं। मैदान में दर्शकों की संख्या काफी कम नजर आ रही है। बताया जा रहा है कि अधिक धूप होने के कारण संख्या कम है पर जैसे-जैसे शाम होगी दर्शक बढ़ते जाएंगे।

इसके पहले, बुधवार को दोनों टीमों ने इस महत्वपूर्ण मुकाबले की तैयारियों को अंतिम रूप दिया। उधर, खेल के रोमांच का आनंद लेने के लिए दर्शन स्टेडियम पहुंच रहे हैं। सुबह दक्षिण अफ्रीका की टीम ने अभ्यास किया। चेन्नई में भारत से मिली हार के बाद ऑस्ट्रेलिया टीम डैमेज कंट्रोल का लक्ष्य लेकर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उतरेगी। टीम में मार्कस स्टोइनिस की वापसी तय है, जो हैमस्टैंग के चलते भारत के खिलाफ नहीं खेल पाए थे। इस हरफनमौला खिलाड़ी को इकाना स्टेडियम में खेलने का खासा अनुभव है।

वे आईपीएल में लखनऊ सुपरजायंट्स टीम से खेल चुके हैं। दक्षिण अफ्रीका की मजबूत बल्लेबाजी को देखते हुए कमिंस एंड कंपनी को बेहतर खेलना होगा। मिचेल स्टार्क और हेजलवुड के अलावा युवा लेग स्पिनर एडम जांपा के ऊपर गेंदबाजी का दारोमदार होगा, जबकि बल्लेबाजी में स्टीव स्मिथ, अनुभवी वार्नर और लाबुशने को बेहतर खेल दिखाना होगा।

सुबह बरेली एयरपोर्ट पर उतरे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, आठ मिनट रूकने के बाद हेलीकॉप्टर से उत्तराखंड के लिए हो गए रवाना

लखनऊ । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बृहस्पतिवार सुबह करीब 6:20 बजे बरेली एयरपोर्ट पर उतरे। आठ मिनट में चेंजओवर के बाद वह हेलीकॉप्टर से उत्तराखंड के लिए रवाना हो गए। इस दौरान एयरफोर्स स्टेशन के बाहर तैनात पुलिस फोर्स तैनात रहा। सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर बुधवार को दिनभर पुलिस-प्रशासन तैयारियों में जुटा रहा। संभावित सड़क मार्ग का भी रिहर्सल किया गया। 

कार्यक्रम के अनुसार प्रधानमंत्री ने सुबह 5.20 बजे दिल्ली एयरपोर्ट से आईएएफ हेलीकॉप्टर से उड़ान भरी और सुबह 6.20 बजे बरेली एयरपोर्ट पहुंचे। यहां सिर्फ आठ मिनट ठहरने के बाद 6.28 बजे वह उत्तराखंड के जोलीकांग हेलीपैड रवाना हो गए। शाम 5.20 बजे पुन: बरेली एयरपोर्ट लौटेंगे और 5.25 बजे दिल्ली एयरपोर्ट के लिए रवाना होंगे।

विश्वविद्यालय की रीढ़ हैं समन्वयक: प्रोफेसर सीमा सिंह

लखनऊ । उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज के क्षेत्रीय केंद्र मेरठ से सम्बद्ध अध्ययन केंद्र समन्वयकों की कार्यशाला बुधवार को ईस्माइल नेशनल महिला पीजी कॉलेज में आयोजित की गई। कार्यशाला की मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह ने कहा कि केन्द्र समन्वयक विश्वविद्यालय की रीढ़ हैं। केंद्र समन्वयकों के प्रयास से हम विश्वविद्यालय की छात्र संख्या को शीघ्र एक लाख तक पहुंचा सकते हैं। कुलपति प्रोफेसर सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय में 20 अक्टूबर तक प्रदेश के सभी क्षेत्रीय केंद्रों में नामांकन अभिप्रेरण अभियान चलाया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि इसके लिए छात्रों को विश्वविद्यालय के रोजगार एवं कौशल परक कार्यक्रमों की जानकारी प्रदान की जाए। उन्होंने समन्वयकों से कहा कि वह विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर निरंतर विजिट करें। वेबसाइट पर उपलब्ध वीडियो लेक्चर का लाभ शिक्षार्थियों को मिलना चाहिए। छात्रों को यह भी बताया जाए कि उनकी सुविधा के लिए ई- पाठ्यसामग्री विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर उपलब्ध है।

प्रोफेसर सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय की कार्य परिषद ने पारित कर दिया है कि अब दो डिग्री कोर्स एक साथ किये जा सकते हैं। इसका लाभ भी प्रवेशार्थी उठा सकते हैं। प्रोफेसर सिंह ने कहा कि कोरोना कल के बाद दूरस्थ शिक्षा का महत्व बहुत बढ़ गया है। दूरस्थ शिक्षा विविधता से परिपूर्ण है। यहां किन्नर, जेल बन्दी, ग्रामीण, नौकरी पेशा लोगों के लिए कई तरह की सुविधा उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय ने आपदा प्रबंधन तथा कर्मकांड पर नए उपयोगी कार्यक्रम प्रारंभ किये हैं। आगामी सत्र से एम ए मनोविज्ञान कार्यक्रम प्रारंभ करने की योजना है।

इस अवसर पर मुक्त एवं दूरस्थ शिक्षा : दशा एवं दिशा विषयक कार्यशाला में विचार व्यक्त करते हुए विश्वविद्यालय के प्रवेश प्रभारी प्रोफेसर जयप्रकाश यादव ने दूरस्थ शिक्षा के महत्व को प्रतिपादित किया। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय एन ई पी 2020 के अंतर्गत सभी शैक्षिक कार्यक्रम संचालित कर रहा है।इस्माइल नेशनल महिला पीजी कॉलेज की प्राचार्य प्रोफेसर अनीता राठी ने कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।

कार्यशाला में परीक्षा नियंत्रक श्री डी पी सिंह, प्रवेश प्रभारी प्रोफेसर जे पी यादव, काउंसलिंग प्रभारी डॉ दिनेश सिंह, लेखाकार श्री अवनीश चंद्र आदि ने विश्वविद्यालय समन्वयकों की जिज्ञासाओं का समाधान किया।

प्रारंभ में अतिथियों का स्वागत मेरठ क्षेत्रीय के प्रभारी निदेशक प्रोफेसर अजेंद्र कुमार मलिक ने किया। उन्होंने कार्यशाला की रूपरेखा प्रस्तुत की।

विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी डॉ प्रभात चन्द्र मिश्र ने बताया कि इस अवसर पर मेरठ, बागपत, अमरोहा, बिजनौर, शामली, सहारनपुर आदि जिलों में स्थित अध्ययन केंद्रों के समन्वयक एवं प्राचार्य डॉ राजीव गुप्ता, डॉ किरन गर्ग, डॉ के सी मठपाल, डॉ शक्ति साहनी एवं डॉ कुमकुम आदि ने प्रवेश एवं परीक्षा सम्बन्धी कई सुझाव दिए।कार्यशाला का संचालन इस्माइल नेशनल महिला पीजी कॉलेज अध्ययन केंद्र की समन्वयक डॉ रीना गुप्ता ने तथा धन्यवाद ज्ञापन मेरठ क्षेत्रीय केन्द्र के समन्वयक डॉ त्रिविक्रम तिवारी ने किया।

गांवों को स्वच्छ और सुंदर बनाने में जुटा ग्राम्य विकास विभाग

लखनऊ । केंद्र और राज्य सरकार की उच्च प्राथमिकताओं में से एक है स्वच्छता अभियान। गांव-गांव में स्वच्छता को लेकर बड़े पैमाने पर अभियान भी चलाया जा रहा है। इसका असर भी देखने को मिल रहा है।उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के नेतृत्व व निर्देशन में गांवो में जलजमाव व जलभराव से निजात दिलाने के लिए मनरेगा से नाली निर्माण व आन्तरिक गलियों का निर्माण युद्ध स्तर पर तो कराया ही जा रहा है, साथ ही साथ साकपिट बनाने का कार्य बड़े पैमाने पर कराया जा रहा है

इससे गांवों में न तो जल भराव होगा और न ही कीचड़ होगा,और न ही जल की बबार्दी होगी।

इस कार्य से स्वच्छता अभियान को बल मिल रहा है, साथ ही, जलजमाव से होने वाली वेक्टरजनित व मच्छरों से होने वाली बीमारियों पर भी अंकुश लग रहा है।यही नहीं घरों व अन्य जलस्रोतों से निकलने वाला इस्तेमाल पानी बर्बाद भी नहीं हो रहा, साकपिट में जल संचय करने वाटर हार्वेस्टिंग व रीचार्जिंग में भी मदद मिल रही है । सोकपिट का निर्माण कर स्वच्छता अभियान को भी सफल बनाया जा रहा है।

व्यक्तिगत और सामुदायिक सोकपिट

प्रदेशभर में व्यक्तिगत और सामुदायिक सोकपिट का निर्माण तेजी से चल रहा है। जल संचयन और स्वच्छता को लेकर लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है। गांव-गलियों में कीचड़-गंदगी न हो इसके लिए सरकार सोकपिट का निर्माण करा रही है। व्यक्तिगत और सामुदायिक तौर पर इन सोकपिट का निर्माण हो रहा है।

गांवों को स्वच्छ बनाने में मदद

उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि स्मार्ट सिटी की तरह स्मार्ट विलेज बनाये जायेगे और गांवों को स्मार्ट बनाने के लिए पहले स्वच्छ होना बेहद जरूरी है। सोकपिट के निर्माण से गांवों को स्वच्छ और सुंदर बनाने में बड़ी मदद मिल रही है। गांव-गलियों को कीचड़ से निजात भी मिल रही है। विभाग सोकपिट के निर्माण कार्य को युद्ध स्तर पर कर रहा है।

ग्राम्य विकास आयुक्त जी एस प्रियदर्शी ने बताया गया कि सोकपिट प्रत्येक हैंडपंप और मुख्य नाली के पास बनाए जा रहे हैं। इसके निर्माण को लेकर ग्राम्य विकास विभाग के उच्चाधिकारियों, खण्ड विकास अधिकारियों और गांव स्तरीय कर्मचारियों को पहले से निर्देश जारी हैं। सोकपिट बनाने का कार्य तेजी से जारी है। और गांव को स्वच्छ बनाने में मदद भी मिल रही है।

ग्राम्य विकास विभाग से प्राप्त जानकारी केअनुसार प्रदेशभर में जलसंचय को लेकर सोकपिट का निर्माण कार्य जारी है। इस वर्ष सोकपिट निर्माण के करीब 4151 कार्य प्रारंभ कराए जा चुके हैं।वर्ष 2023-23 में सीतापुर, आजमगढ़ और बहराइच निर्माण कार्य में अग्रणी जनपद हैं। सीतापुर में 1172, आजमगढ़ में 793 और बहराइच में 607 सोकपिट का निर्माण कार्य किये गये हैं। पूरे प्रदेश में वर्ष 2022-23 में 12,946 सोकपिट के निर्माण का कार्य पूर्ण हो चुका है।

जल एवं पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा

जल संरक्षण और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए प्रदेशभर में सोकपिट बनाए जा रहे हैं। इससे जहां मनरेगा के तहत ग्रामीण श्रमिकों को रोजगार मिल रहा है,वहीं सोकपिट के माध्यम से भू-जल स्तर में सुधार आने की संभावना भी प्रबल दिखाई दे रही है और पानी भी बर्बाद नहीं होगा। ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के अंतर्गत सोकपिट निर्माण कराने की कार्यवाही की जा रही है।

ऊर्जा मंत्री ने विद्युत विभाग के कार्यों की समीक्षा में अधिकारियों को लगाई फटकार

लखनऊ । उत्तर प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कहा कि प्रदेश की विद्युत व्यवस्था को व्यवस्थित करने के लिए विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत 23 से 25 हजार करोड़ रुपए की लागत के कार्य कराये जा रहे हैं। जिससे कि विद्युत की निर्वाध आपूर्ति सुलभ की जा सके और हमारा प्रदेश बिजली की समस्या से ग्रस्त राज्यों की श्रेणी से बाहर निकल पाए। उन्होंने कहा कि बिजली जीवन की मूलभूत आवश्यकता बन गई है। उपभोक्ताओं को बिजली आपूर्ति का सुखद अनुभव कराने के लिए वर्तमान में चल रहे कार्यों में गति लाई जाए।

ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने आज नगरीय निकाय निदेशालय में ऊर्जा विभाग के प्रगति कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने योजनाओं व कार्यक्रमों में अपेक्षित प्रगति न होने पर नाराजगी जताई और विद्युत व्यवस्था के सुधार कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राजस्व वसूली कार्यों पर पूर्ण ध्यान दें। जितनी बिजली दी जाती है उतना राजस्व भी प्राप्त करें। प्रदेश में 24 घंटे बिजली देने के लिए फीडर अलगाव के कार्यों को लक्ष्य बनाकर पूरा करायें। उन्होंने कहा कि अधिकतम लाइनलास वाले फीडर से संबंधित क्षेत्रों में सघन चेकिंग अभियान चलाये जाए और विद्युत चोरी पर पूर्ण अंकुश लगाया जाए।

ऊर्जा मंत्री ने कहा कि उपभोक्ताओं को बिजली बिल जमा करने में परेशानी न हो।

इस व्यवस्था को और सरल व सुलभ बनाये। साथ ही सही बिलिंग के साथ शत-प्रतिशत बिलिंग कराई जाए। टेबल बिलिंग की शिकायतें आ रही है जिसे पूर्णत: बंद कराया जाए। बिलिंग कम्पनियों के कार्यों पर भी ध्यान दे। उपभोक्ताओं को सहूलियत देने के लिए ट्रस्ट बिलिंग को बढ़ावा दें और उपभोक्ता द्वारा मीटर की फोटो भेजने पर उसका बिल जनरेट करायें और 02 से 03 महीने में फिजिकल रीडर भी करायें। उन्होंने कहा कि अपने कारनामों से उपभोक्ताओं को सदमे में न पहुंचायें। गड़बड़ी करने वालों पर सख्त कार्यवाही की जायेगी। किसी भी कार्मिक के आचरण, कार्यों एवं निष्ठा में कहीं पर भी कोई कमी पाई जायेगी तो बक्शा नहीं जायेगा।

एके शर्मा ने कहा कि उपभोक्ताओं को निर्वाध आपूर्ति देने के लिए अनुरक्षण कार्यों पर जोर दिया जा रहा है। इस दौरान लटकते, ढ़ीले व जर्जर तारों एवं पोल को बदलने, ट्रांसफार्मर की क्षमता वृद्धि करने, ट्रिपिंग की समस्या के समाधान के लिए जम्फर बदलने, फ्यूज वायर बदलने का कार्य किया जा रहा है। विद्युत लाइन को छूती शाखाओं की छंटनी कराई जा रही है। नंगी तारों को एबीसी केबल में भी बदलने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने इन सभी कार्यों को समयबद्ध एवं गुणवत्तापूर्ण ढंग से करने को कहा। जिससे कि आने वाले समय में बिजली का संकट लोगों को न हो।

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार विद्युत के बढ़े हुए लोड के मुताबिक इन्फ्रास्ट्रक्चर बनाने का प्रयास कर रही है। क्योंकि पुराने विद्युत ढ़ॉचे से भी वर्तमान लोड को संचालित करने में दिक्कते आ रही हैं।समीक्षा बैठक में अपर मुख्य सचिव ऊर्जा महेश कुमार गुप्ता, चेयरमैन आशीष कुमार गोयल, प्रबंध निदेशक यूपीपीसीएल पंकज कुमार के साथ सभी डिस्कॉम के एमडी, निदेशक, मुख्य अभियन्ता, अधिक्षण अभियंता और अधिशासी अभियंताओं ने प्रतिभाग किया।