*अब एक रुपये की पर्ची पर होगा हड्डी का आपरेशन*
नितेश श्रीवास्तव
भदोही। जनपद सृजन के करीब ढाई दशक बाद अब जिला चिकित्सालय में एक रुपये की पर्ची पर हड्डी का ऑपरेशन होगा। ऐसा पहली बार होगा कि जिले के किसी सरकारी अस्पताल में हड्डी का ऑपरेशन किया जाएगा। फिलहाल हड्डी के मरीजों को निजी चिकित्सालयों में महंगे आपरेशन कराने होते हैं।
सीएमए डॉ. राजेन्द्र दुबे की ओर से भेजे गए प्रस्ताव पर शासन की ओर से संस्तुति मिली है। उम्मीद के मुताबिक जनवरी तक मशीन जिले में आ जाएगी। ऐसा होता है तो नये साल पर जनपद वासियों को नई सौगात मिलेगी।महाराजा चेत सिंह जिला चिकित्सालय में हर दिन एक हजार से 1100 की ओपीडी होती है।
इसमें से तकरीबन 100 से अधिक ओपीडी हड्डी रोग की होती है। इसमें हर दिन 20-25 मरीजों को जिनके हाथ-पैर में फैक्चर होता है, प्लाॅस्टर लगाया जाता है। कमर का फ्रैक्चर या फिर हड्डी के ऐसे गंभीर केस जिसमें आपरेशन की जरूरत होती है, उन मरीजों को रेफर कर दिया जाता है।
हालांकि जिला चिकित्सालय में सीएमएस के साथ ही दो आर्थोपेडिक सर्जन तैनात हैं। रेफर होने के बाद ज्यादातर मरीज बीएचयू-प्रयागराज न जाकर सुविधा के लिए निजी चिकित्सालयों का रुख करते हैं। ऐेसे में उन्हें आपरेशन के लिए मोटी रकम चुकानी होती है।
निजी अस्पतालों में सामान्य आपरेशन का खर्च 25 से 30 हजार रुपये तक होता है। कमर से जुड़ी समस्याओं का आपरेशन तो लाखों तक चला जाता है। सीएमएस ने बीते अगस्त माह में जिला चिकित्सालय में सी आर्म मशीन लगाए जाने का प्रस्ताव भेजा था। गरीब लोगों के लिए हड्डी का आपरेशन कराना एक बड़ी समस्या होती है। सीएमएस के प्रस्ताव पर शासन की संस्तुति मिलने के बाद ऐसा नहीं होगा। अब हड्डी से जुड़े मरीजों को जिले के सरकारी चिकित्सालय में हड्डी आपरेशन की सुविधा मिल सकेगी।
क्या होती है सी आर्म मशीन
सी आर्म एक छोटी एक्स-रे मशीन की तरह काम करती है। इस मशीन के सहयोग से चिकित्सक आपरेशन करते समय अंगों के थ्री-डी चित्र देख सकते हैं और टूटी हड्डी को जोड़ते समय प्लेट, राड लगाने की सही स्थिति का पता लगाते हैं। इस सी आर्म मशीन से यह पता लग जाता है कि स्क्रू, रॉड कहा लगानी है। इस सी आर्म मशीन की मदद से चिकित्सक आसानी हड्डी जोड़ सकता है।
अगस्त महीने में शासन को सी आर्म मशीन का प्रस्ताव भेजा गया था। इस पर शासन की ओर से संस्तुति मिल चुकी है। मशीन शासन की ओर से खरीद कर ही भेजा जाएगा। इसका लाभ मरीजों को मिल सकेगा। - राजेन्द्र कुमार, सीएमएस।
Oct 10 2023, 13:21