नदियों को प्रदूषण से मुक्ति की कवायद प्रदूषण नियंत्रण पर्षद का निर्देश दूर्गा पूजा : मूर्तियों का नदियों में नहीं होगा विसर्जन
कहा जाता है कि अगला विश्वयुद्ध पानी को लेकर होगा। वही भारत में नदियों को जीवन रेखा माना जाता है। पर हमारी गैर जिम्मेदाराना हरकत और लापरवाही के कारण हमारी अधिकतर नदियां प्रदूषित होती जा रही हैं।कारण  घरों व कारखानों का कचरा, सीवेज और तरल अपशिष्ट को नदियों में प्रवाहित करना है। ग्लोबल वार्मिंग भी इसका एक कारण है।
परंपरा के कारण पर्व- त्योहार पर बनने वाली मूर्तियों को पूजा के बाद नदियों में विसर्जित कर दिया जाता है। मालूम हो कि अधिकतर मूर्तियां पीओपी (प्लास्टर आफ पेरिस) से निर्मित की जाती हैं। उनकी सजावट के लिए पेंट व अन्य कैमिकल का उपयोग किया जाता है। नदियों में विसर्जन करने से सारे कैमिकल पानी में घुल जाते हैं जिससे वे प्रदूषित हो जाती हैं।
इस कारण प्रदूषण नियंत्रण पर्षद ने नदियों में विसर्जन करने पर रोक लगा दी है। पर्षद का कहना है कि मूर्तियों के निर्माण में पीओपी का इस्तेमाल नहीं किया जाये। पर्षद ने बड़ी- बड़ी मूर्तियों के निर्माण पर भी सवाल उठाया है।
पर पर्षद के निर्देश से ही काम बनने वाला नहीं है। इसके लिए सभी को जागरूक करना होगा और नदियां कम से कम प्रदूषित हों इस पर विचार करना होगा। केंद्र सरकार भी गंगा नदी को प्रदूषण मुक्त करने के लिए नमामि गंगे योजना चला रही है। नदियां प्रदूषण मुक्त हो कर कलकल करती हुईं अनवरत बहती रहें तभी इस पृथ्वी पर मानव जाति सहित अन्य जीव-जंतु बच पायेंगे।

रवि शंकर शर्मा
पटना।
बिहार में ट्रिन-ट्रिन की आवाज होगी गुजरे जमाने की बात BSNL की लैंडलाइन सेवा होगी बंद
बिहार में बीएसएनएल की लैंडलाइन सेवा बंद हो जायेगी, निगम ने इसकी पूरी तैयारी कर ली है। वहीं उसकी जगह आर्टिकल फाइबर के माध्यम से इंटरनेट के साथ कनेक्शन दिया जायेगा, जिससे बाधा रहित इंटरनेट सेवा उपभोक्ताओं को मिल सके।
निजी दूरसंचार सेवा प्रदाता कंपनियों की तुलना में पिछड़े बीएसएनएल ने भी अब बिहार में उपभोक्ताओं को बाधा रहित इंटरनेट सेवा उपलब्ध कराने की ठान ली है।
भारत में टेलीफोन☎ सेवा की शुरुआत 1881 में अंग्रेजों के शासन में शुरू हुई थी। उस समय बाम्बे ( मुंबई), कलकत्ता (कोलकाता) और मद्रास (चेन्नई) में सेवा शुरू की गयी थी। धीरे- धीरे इसे अन्य शहरों में भी चालू कर दिया गया। 20 वीं सदी में तो ये आम साधन बन गया‌।
वहीं इंटरनेट सेवा के आने के बाद टेलीफोन सेवा में बहुत बदलाव हुए।
सोशल मीडिया जैसे प्लेटफार्म की मदद से लोग अपने विचार और प्रस्ताव एक- दूसरे से साझा कर सकते हैं। आज मोबाइल फोन का भी अधिक उपयोग किया जा रहा है।वहीं आप्टिकल फाइबर  से  मिलने वाली इंटरनेट सेवा के माध्यम से आप कहीं भी और किसी भी वक्त अपने लोगों से बाधा रहित संपर्क स्थापित कर सकते हैं।

रवि शंकर शर्मा
पटना
लोगों के सुख- दुख में सहभागी बने : नड्डा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के बिहार दौरे के मायने
पटना के बापू सभागार में गुरुवार को आयोजित कैलाश पति मिश्र के 100 वीं जयंती कार्यक्रम में शामिल होने आये भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उपस्थित प्रबुद्ध जनों को संबोधित करते हुए कहा कि आईएनडीआईए का जन्म परिवारवाद और भ्रष्टाचार का पोषण करने के लिए किया गया है।
उन्होंने आगामी लोकसभा और विधानसभा के चुनावों में भाजपा की सरकार बनने की बात कही। सांसदों, विधायकों, पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि लोगों के दिलों में जगह बनाने के लिए डोर टु डोर संपर्क कर उनके सुख- दुख में शामिल होने की बात कही।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री ने समाज के सभी वर्गों के लिए काम किया है।
महिला आरक्षण बिल विपक्ष गया हिल
सबरीमला मंदिर में प्रवेश, तीन तलाक जैसे मामलों को लेकर आगे बढ़ती महिलाओं के हक की लड़ाई अब लगता है कि एक नये दौर में पहुंच गयी है। नये संसद भवन में महिला आरक्षण बिल पेश होने की उम्मीद है। संसद में महिलाओं के प्रतिनिधित्व का मुद्दा पहली बार 1974 में
महिलाओं की स्थिति का आकलन करने वाली समिति की रिपोर्ट पर उठाया गया था।
देश भर में गणेश चतुर्थी की धूम
गणेश चतुर्थी  हिन्दुओं का एक प्रमुख त्योहार है । यह त्योहार भारत के विभिन्न भागों में मनाया जाता है किन्तु महाराष्ट्र व कर्नाटका में बडी़ धूमधाम से मनाया जाता है। पुराणों के अनुसार इसी दिन गणेश का जन्म हुआ था। गणेश चतुर्थी पर हिन्दू भगवान गणेशजी की पूजा की जाती है।
राज्य सभा सांसद का हुआ एक्सीडेंट


रविवार की देर रात  राज्य सभा सांसद  सतीश चंद्र दूबे का
पटना के गांधी सेतु एक्सीडेंट हो गया। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।