कुकरैल वन क्षेत्र में “गंगा रन’’ कार्यक्रम का आयोजन
लखनऊ- प्रभागीय वनाधिकारी, अवध वन प्रभाग, लखनऊ ने बताया कि अवध वन प्रभाग, लखनऊ एवं नमामि गंगे परियोजना, उप्र के सहयोग से कुकरैल वन क्षेत्र में “गंगा रन’’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में रतन संजय, महानिरीक्षक, सशत्र सीमा बल, विशिष्ट अतिथि के रूप में संजय कुमार, प्रधान लेखा परीक्षक व प्रशांत कुमार, उप महानिदेशक, यूआईडीएआई सहित डीएफओ लखनऊ डॉ रवि कुमार सिंह, डॉ वेंकटेष दत्ता, प्रोफेसर बीबीएयू, डॉ अमिता कनौजिया, प्रोफेसर लखनऊ विश्वविद्यालय व श्रीमती सोनालिका सिंह, प्रतिनिधि नमामि गंगे परियोजना व श्री नंदकिशोर वर्मा, जलदूत एवं नदी प्रेमी सहित प्रकृति व पर्यावरण प्रेमी सहित अन्य आमंत्रित अतिथि उपस्थित रहे। डीएफओ, लखनऊ डा रवि कुमार सिंह द्वारा मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथिगण को पुष्प गुच्छ व स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत किया गया तथा उप प्रभागीय वनाधिकारी, लखनऊ द्वारा अन्य उपस्थित अतिथियों को पुष्प गुच्छ व स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत किया गया। कार्यक्रम का संचालन श्री चन्दन चौधरी, उप प्रभागीय वनाधिकारी, मोहनलालगंज द्वारा किया गया।
इस कार्यक्रम के तहत कुकरैल वन क्षेत्र में 500 मीटर का एक सर्किट तैयार करते हुए कुकरैल घड़ियाल पुनर्वास केन्द्र व पिकनिक स्पॉट से होते हुए ’’गंगा रन’’ के प्रतिभागियों व स्कूली बच्चों सहित 300 से अधिक प्रतिभागियों द्वारा गंगा को स्वच्छ रखने की शपथ लेते हुए गंगा दौड़ में भाग लिया। गंगा दौड़ में सम्मिलित प्रतिभागियों को मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथि द्वारा पुरस्कार वितरण किया गया जिसमें जूनियर कैटेगरी में प्रथम पुरस्कार अरूणेश कुमार, द्वितीय पुरस्कार अरूणोदय कुमार व तृतीय पुरष्कार आशु को प्रदान किया गया। इसी प्रकार सीनियर कैटेगरी में प्रथम पुरस्कार राघवेन्द्र सिंह, द्वितीय पुरष्कार मंजीत गौतम व तृतीय पुरष्कार अर्पित यादव को प्रदान किया गया तथा वेटेरन कैटेगरी में प्रथम पुरष्कार अंगद सिंह, द्वितीय पुरस्कार डॉ शैकिया व तृतीय पुरष्कार हरमीत सिंह को प्रदान किया गया।
डॉ वेंकटेश दत्ता, प्रोफेसर बीबीएयू द्वारा अपने उद्बोधन में गंगा शब्द की उत्पत्ति व गंगा की महत्ता तथा नदियों के सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व को रेखांकित करते हुए गंगा सहित गोमती व अन्य नदियों को अविरल व स्वच्छ बनाये रखने हेतु जागरूक किया गया।
डीएफओ, लखनऊ, डॉ रवि कुमार सिंह ने नमामि गंगे परियोजना के बारे में बताते हुए परियोजना के तहत कराये जा रहे कार्यों व इस दिशा में किये जा रहे प्रयासों के बारे में बताया गया। डीएफओ, लखनऊ द्वारा अपने सम्बोधन में नदियों की महत्ता के बारे में प्रकाश डाला गया कि नदियां वनस्पति और जीवों का पोषण करती हैं और एक परिदृश्य पैदा करती हैं। नदियों ने बहुत से लोगों को आजीविका प्रदान की है, यही कारण है कि लगभग सभी महत्वपूर्ण शहर नदियों के किनारे स्थित हैं। डीएफओ, लखनऊ द्वारा मानव सभ्यता बचाने के लिए नदियों व वन्य जीवों के संरक्षण व गोमती नदी को स्वच्छ व अविरल बनाये रखने एवं लखनऊ जनपद को स्वच्छ व हरा-भरा रखने के लिए जनपदवासियों से अपील की गयी।
Oct 07 2023, 19:59